अत्यंत मर्मस्पर्शी उपन्यास।सीमा तुमने तो भूमिका में ही सब कुछ स्पष्ठ कर दिया पर फिर भी बिना लिखे मन नहीं मान रहा।कितनी सशक्त भाषा शैली है सभी वर्णन मानों साकार हो जाते हैं।नारी चरित्र के कितने अनछुए प्रसंग बड़ी बारीकी से प्रस्तुत किए गए हैं।सूर्यबालाजी के साथ ही तुम भी बधाई की पात्र हो इतने अच्छे वाचन के लिए, एक एक दृश्य मानों आंखों के सामने स्पष्ठ होता चला जाता है।
आप कहानी को अपने अथक प्रयासों से एक ही vedio में समेट लाई हैं। लेकिन इस पर अपनी प्रतिक्रिया के साथ अपनी मनोदशा का किंचित मात्र एक comment में समेटना नामुमकिन। लेखिका के साथ भी अन्याय ही होगा। आखिरी के 40 मिनिट में ही थी असली रचना। मन , गला और आंखें सब ताल मिलाते चलते रहे। एक एक पात्र, एक एक ....नाम नहीं लिखूंगी क्योंकि कोई एक भी छूटा तो अन्याय होगा , सबों ने क्या ही कमाल रचा है। सोच रही अंत आ रहा था तो सूत्रधार अब बदलने की क्या आवश्यकता थी लेकिन यही तो सूर्य बाला जी की जादुई लेखनी। बेमिसाल। बहुत बहुत आभार आप दोनों को 🙏🙏
अंकिता तुम्हारा msg पढ़ कर बहुत संतोष होता है कि अगर ये कालजयी रचनायें मैं यूट्यूब में सेव करती चलूँ तो भविष्य में अगली पीढियां भी अपने देश के अतीत की सामाजिक व्यवस्था परंपरा इन कहानी उपन्यासों के माध्यम से जान सकेंगीं। बहुत सही लिखा है सूर्य बाला जी ने...उस समय कुँवारी माँ बनना लड़की और उसके परिवार के लिए बहुत बड़ा अभिशाप होती थी। उसकी भयावहता आज की पीढ़ी कल्पना भी नहीं कर सकती।
बेमिसाल कहानी बेमिसाल वाचन। कहानी क्या थी बेहिसाब आंसूओं का समंदर वो भी गर्म गर्म। आपकी कहानी सुनाने के अंदाजे वयां के लिए मेरे पास शब्द नहीं है सीमा दी ❤❤🌷🌷🙂🙂।
Bahut marmik kahani Jo man ko jhakjhor gayi.bhai bahan ka sangharsh ,ek dusre ke prati Prem aur kartavya nistha man ko bhiga gaya .aakhirkar bahan apne bhai uski manzil tak pahuncha hi deti hai .bahuhi sundar rachana aur utna hi umda apka vachan ❤
समाज के सामने अपनी छवि अच्छी बनाए रखने के लिए किस प्रकार के नाटक करने पड़ते है। निम्न मध्य वर्ग के लोगों की कहानी। स्थितियां तथा परिस्थितियों में हिलाकर रख दिया। 🌻🌻
Murda logon main sans lena mushkil hi nahi namunkin hay lakin agar ankhon main yaqeen ka ek jugo ho to phir kal ka suraj lazmi roshan ho kar rehta hay .Zindagi say do do hath karti hui lajawab kahani jisay mari achi behna kay pukhta lehjay nay mumkin kar dekhaya hay. Sada khush raho behna . 🏵🌹🌻 🏵🌹🌻🏵🌹🌻🏵🌹🌻🏵🌹🌻🏵🌹🌻🏵🌹🌻🏵🌹🌻🏵🌹🌻🏵🌹🌻🏵🌹🌻🏵🌹🌻
एक दिन पहले अपलोड हुई कहानी को सिर्फ इसलिये नहीं सुना कि उचित वक्त होगा तभी सुनें ताकि तारतम्य न टूटे... कहानी क्या है, आंसुओ का समंदर है। एक निम्न मध्यवर्गीय परिवार की मुसीबतों को इतनी सूक्ष्मता से उकेरा है, ताज्जुब है। नायिका का उत्कृष्ट चरित्र कैसा तो उभरा है...चारपाई पर लेटी मां और मजबूरियों में दबे पिताजी को हमने महसूसा। हर एक पात्र ने मौन रहकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। आपके द्वारा कहा गया 'मेरे साथ जो हुआ ' में आपकी आवाज के छलकते दर्द को हमें द्रवित किया। अब आते हैं नायक पर..बचपन की घुटन से लेकर बहन का साथ देने तक उसका अभिनय उत्कृष्ट रहा। जिसके साथ आपने कुछ पाने की तपस्या की हो ,सफल होने पर वही आपके साथ न हो, ऐसी सफलता का क्या करे? सूर्य बाला जी की बहुत अच्छी कहानियां सुनी हैं पर इसके बाद वह मेरे लिए साहित्य का सूर्य बन गई हैं। सीख....अपनी संतान के साथ परिवार भूखा रह ले, कष्ट झेल ले, पर परिवार में किसी रिश्तेदार के घर न भेजे😢
ये ही तो आज के समय का एक अहम मसला है, आज औरत पढ़ी लिखी है, नौकरी पेशा है। मर्द से हर मामले में मुकाबला चाहती है, बच्चे घर रसोई कुछ भी अकेले नही करना चाहती। आज पुरुष यह सब समझता भी है, कोशिश भी कर रहा है सामंजस्य बिठाने की। जहां जब नही कर पाता या नही जहां नही चाहता वहां रिश्ते डगमगाने लगते हैं। पति और पत्नी बन कर रहना मुश्किल बन पड़ता है। माता पिता बनना तो उससे भी कठिन। वक्त तेजी से बदल रहा है।
Kitni achi kahani......ek ek drishy jese ankho k samne hi chl rha h......kitni hi baar dil bhr aaya ..or kitni baar aashu hi na ruke.....Didi....ek shaj sa sabd.....smjohte or pida ya kisi se na kh pane ka drd😢.......😟😢🙏🏻🙏🏻
Na Jane kitni hi baar man aadr ho gya ankhen bhari or beh chali bahut kathinai or sangharsh purn Jeevan athah dard.Dr.Surya bala ji ne kaise itne sukshma binduvon ko chua sach me nat mastan hun Aap kaise itna marmsparshi Vachan kar leti hain Ma'am apko pranaam 🙏🏻 ..Kaash kabhi mai bhi aisa kuch kar sakun...Bhavnavon ko shabdon me pirona itna sahaj bhi nahi hota dil dooba , uda or swachannd ho gaya .....
सीमा दी, आप द्वारा सुनाई औपन्यासिक कहानी में वो दर्द भी महसूस किया जो नायिका ने झेला, और आप सुनाते हुई भी भाव विभोर हुई वह भी महसूस हुआ. कोटि कोटि प्रणाम।
Kahani ki nirantarta k sath pathko k aansu v pravahit hote ja rhe itni marmik katha. Suryabala ji ko pranam aur aapko sasneh dhnyavad ki aapne katha me doob kr katha sunai
Very nice heart touching novel Seema ji or apaki prastuti bahut hi bhavbibhor kar dene wali iatane lambe novel ko anavrat sunane ke liye bahut bahut Dhanyabad ❤
उपन्यास ka अंत आते आते फूट-फूटकर रो di , रोना aek बार और आया जब नायिका मामी ke साथ गई aisa लगा गाय को खूंटे से छुड़ा कर वध करने ले जा रहे, बहुत करुण अंत आपका वाचन अप्रतिम
बहुत ही मार्मिक कहानी सीमा दीदी गलती से लिखा गया है दीदी जो गणित के अंक आगे आ गय है कहानी बहुत अच्छी लग रही है बहुत ही दुःख भरी गरीब को लोगों ने भी बहुत बताया 😢
Bahut hi pyari kahani Seema ji , aap ek sulabh saumya andaz se kahani ka vaachan karti hain, kahani bhi aisi shashakt ek stree ke himmat ki kahani jise sansar se tiraskar mila aur kuch aise log bhi jinse use bahut pyar mila , wah zinda rahi jab tak usne lakshya nahi saadh liya
1.50 tak reach kar paayi hun aaj mam, baaki kal... struggles, emotions, attachments and dedications. But mam introduction just brilliant...you hit it so perfect...will surely listen it again... इस दफा पात्रों की स्थिति काफी दयनीय और अकल्पनीय है। सामाजिक रखरखाव के चलते कर्मों को छोटा और बड़ा विभाजित करते मातापिता ने अपने बच्चों को अच्छा जीवन नही दिया। शुक्र है नायिका इस भ्रम से मुक्त है। मुझे भी सुबह का इंतजार है। इतनी मेहनत करके ये अनुपम सौगात प्रस्तुत करने की आपको अनेकों अनेक शुभकामनाएं 🙏🙏 शुभ रात्रि।
On audio cover page word should be अतिप्रशंसित not , अति प्रसंशित ....just noted this while started to listen. I am again repeating ....the purpose to highlight a mistake is not to criticize anything but to improve it. Hope you don't mind it. With lots of best wishes and thinks for providing us chance to listen such good classics hindi stories by our great writers.
Thanks को मैंने think किस जगह पाठन किया है ....pls बता दीजियेगा कोशिश करूंगी सुधारने की....मानवीय भूलों के प्रति यदि उदार रहें तो बहुत धन्यवाद आपको। ...book में भी इतनी misprinting और गलतियाँ होती हैं कि प्रवाह में गलत पढ़ जाते हैं और भान नहीं होता है कि गलती हो गई है क्योंकि पुस्तक में इतनी गलतियां होती है कि सुधारने के बाद भी, कोई रह ही जाती है और आप श्रोताओं को कष्ट उठाना पड़ता है। Novel के कवर प्रशंसा शब्द ठीक कर दिया है।
Arre this is my mistake I typed think( in 10th line of my note) instead of thanks. Your voice and its modulation according to sentences are so charming and perfect that I never listen to any other audio since I started listening in your voice. Again best wishes for you. आप ऐसे ही सुनाती रहें और हम लोग ऐसे ही सुनते रहें।
Bahut Bahut acchi aur marmik kahani sun kar aankhon se aansu aaye rahe aap ke bhav purn vaachan mein likhana to bahut kuch chah rahi hoon par shabd hi mahi hain mere pass aap ko mera pranam.❤❤❤ ( Love you so 🤟 ).
I truly enjoy the novels and stories of Suryabalaji, they are so beautifully written that I feel that the episodes are witnessed by me in person, she is superb author. The narration of the stories too is done very beautifully and clearly. Thank you
बहुत ही उत्कृष्ट, मार्मिक कहानी , इतनी भावनावो की गहराई ,मन कितनी बार रो दिया, और आपका वाचन तो क्या कहूँ, एक एक वाक्य आपके हृदय , आत्मा से निकल रहे थे, ये उपन्यास किसी और की आवाज़ मे सुन ही नहीं सकती , आपके वाचन के लिए उपयुक्त शब्द नहीं मिल रहे हैं❤❤
सही मुहावरा है “ इब्तिदा ए इश्क़ है रोता है क्या आगे आगे…… …………”सूर्यबालाजी ग़लत नहीं लिख सकतीं, so please read it again आपकी वचन शैली कथानक को आत्मसात् कर लेती है इसलिए आपको ही सुनती हूँ अमतौरपर , आदत हो गयी है आपको ही सुन ने की
Ma'am....पात्र से गलत बुलवाया गया है पात्र को ही शेर का शुद्ध ज्ञान नहीं है उसने तो मजाक उड़ाने के लिए बोला इसीलिए सब teachers ठहाका लगा के हँसी। स्टाफ room के परनिन्दा वातावरण में ये सब तंज कसे जा रहे थे नायिका को लेकर।
अत्यंत मर्मस्पर्शी उपन्यास।सीमा तुमने तो भूमिका में ही सब कुछ स्पष्ठ कर दिया पर फिर भी बिना लिखे मन नहीं मान रहा।कितनी सशक्त भाषा शैली है सभी वर्णन मानों साकार हो जाते हैं।नारी चरित्र के कितने अनछुए प्रसंग बड़ी बारीकी से प्रस्तुत किए गए हैं।सूर्यबालाजी के साथ ही तुम भी बधाई की पात्र हो इतने अच्छे वाचन के लिए, एक एक दृश्य मानों आंखों के सामने स्पष्ठ होता चला जाता है।
दीदी प्रणाम🙏🏻🙏🏻
कोशिश करती रहूंगी कि साहित्य की उत्तम रचनाओं के ऑडियो अपलोड करती रहूं...ईश्वर और आप बड़ों की कृपा और आशीर्वाद बना रहे बस...।
आप कहानी को अपने अथक प्रयासों से एक ही vedio में समेट लाई हैं। लेकिन इस पर अपनी प्रतिक्रिया के साथ अपनी मनोदशा का किंचित मात्र एक comment में समेटना नामुमकिन। लेखिका के साथ भी अन्याय ही होगा। आखिरी के 40 मिनिट में ही थी असली रचना। मन , गला और आंखें सब ताल मिलाते चलते रहे। एक एक पात्र, एक एक ....नाम नहीं लिखूंगी क्योंकि कोई एक भी छूटा तो अन्याय होगा , सबों ने क्या ही कमाल रचा है। सोच रही अंत आ रहा था तो सूत्रधार अब बदलने की क्या आवश्यकता थी लेकिन यही तो सूर्य बाला जी की जादुई लेखनी। बेमिसाल। बहुत बहुत आभार आप दोनों को 🙏🙏
अंकिता तुम्हारा msg पढ़ कर बहुत संतोष होता है कि अगर ये कालजयी रचनायें मैं यूट्यूब में सेव करती चलूँ तो भविष्य में अगली पीढियां भी अपने देश के अतीत की सामाजिक व्यवस्था परंपरा इन कहानी उपन्यासों के माध्यम से जान सकेंगीं। बहुत सही लिखा है सूर्य बाला जी ने...उस समय कुँवारी माँ बनना लड़की और उसके परिवार के लिए बहुत बड़ा अभिशाप होती थी। उसकी भयावहता आज की पीढ़ी कल्पना भी नहीं कर सकती।
@@HindiSahityaSeemaSingh bilkul, bahoot hi mushkil waqt.
बेमिसाल कहानी बेमिसाल वाचन। कहानी क्या थी बेहिसाब आंसूओं का समंदर वो भी गर्म गर्म। आपकी कहानी सुनाने के अंदाजे वयां के लिए मेरे पास शब्द नहीं है सीमा दी ❤❤🌷🌷🙂🙂।
Bahut marmik kahani Jo man ko jhakjhor gayi.bhai bahan ka sangharsh ,ek dusre ke prati Prem aur kartavya nistha man ko bhiga gaya .aakhirkar bahan apne bhai uski manzil tak pahuncha hi deti hai .bahuhi sundar rachana aur utna hi umda apka vachan ❤
समाज के सामने अपनी छवि अच्छी बनाए रखने के लिए किस प्रकार के नाटक करने पड़ते है।
निम्न मध्य वर्ग के लोगों की कहानी।
स्थितियां तथा परिस्थितियों में हिलाकर रख दिया। 🌻🌻
मर्मस्पर्शी कहानी।
Murda logon main sans lena mushkil hi nahi namunkin hay lakin agar ankhon main yaqeen ka ek jugo ho to phir kal ka suraj lazmi roshan ho kar rehta hay .Zindagi say do do hath karti hui lajawab kahani jisay mari achi behna kay pukhta lehjay nay mumkin kar dekhaya hay. Sada khush raho behna .
🏵🌹🌻 🏵🌹🌻🏵🌹🌻🏵🌹🌻🏵🌹🌻🏵🌹🌻🏵🌹🌻🏵🌹🌻🏵🌹🌻🏵🌹🌻🏵🌹🌻🏵🌹🌻
🙏🏻🙏🏻❤️❤️❤️❤️🌹
एक दिन पहले अपलोड हुई कहानी को सिर्फ इसलिये नहीं सुना कि उचित वक्त होगा तभी सुनें ताकि तारतम्य न टूटे...
कहानी क्या है, आंसुओ का समंदर है। एक निम्न मध्यवर्गीय परिवार की मुसीबतों को इतनी सूक्ष्मता से उकेरा है, ताज्जुब है। नायिका का उत्कृष्ट चरित्र कैसा तो उभरा है...चारपाई पर लेटी मां और मजबूरियों में दबे पिताजी को हमने महसूसा। हर एक पात्र ने मौन रहकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। आपके द्वारा कहा गया 'मेरे साथ जो हुआ ' में आपकी आवाज के छलकते दर्द को हमें द्रवित किया।
अब आते हैं नायक पर..बचपन की घुटन से लेकर बहन का साथ देने तक उसका अभिनय उत्कृष्ट रहा। जिसके साथ आपने कुछ पाने की तपस्या की हो ,सफल होने पर वही आपके साथ न हो, ऐसी सफलता का क्या करे? सूर्य बाला जी की बहुत अच्छी कहानियां सुनी हैं पर इसके बाद वह मेरे लिए साहित्य का सूर्य बन गई हैं।
सीख....अपनी संतान के साथ परिवार भूखा रह ले, कष्ट झेल ले, पर परिवार में किसी रिश्तेदार के घर न भेजे😢
शशि जी...व्यथित हो गयी आपका संदेश पढ़ कर। सही कहा आपने।
Mam, itni intni strong kahani...shat shat naman... एक नारी की सहनशीलता की उच्चतम उदाहरण। कोई शिकवा गिला मन के किसी कोने में भी नही। अतुल्य 🙏🙏
पहले की स्त्रियां कितनी सहनशील होती थीं। उन्हीं की सहनशीलता के बूते ही परिवार व्यवस्था चल रही थी।
ये ही तो आज के समय का एक अहम मसला है, आज औरत पढ़ी लिखी है, नौकरी पेशा है। मर्द से हर मामले में मुकाबला चाहती है, बच्चे घर रसोई कुछ भी अकेले नही करना चाहती। आज पुरुष यह सब समझता भी है, कोशिश भी कर रहा है सामंजस्य बिठाने की। जहां जब नही कर पाता या नही जहां नही चाहता वहां रिश्ते डगमगाने लगते हैं। पति और पत्नी बन कर रहना मुश्किल बन पड़ता है। माता पिता बनना तो उससे भी कठिन। वक्त तेजी से बदल रहा है।
@@ankitajaidka9875 बिल्कुल सही कहा तुमने। सहनशीलता तो ताक पर रख दी है और पति नामक पुरुष को कुछ भी सम्मान देना गलत समझती हैं। (सब नहीं लेकिन अक्सर )
@@HindiSahityaSeemaSingh नया दौर है, नया सफर है। सब को अपने हिस्से की आजादी चाहिए 😊 आगे आगे देखते हैं, होता है क्या।
@@ankitajaidka9875 समय और भविष्य बतायेगा कि ये नयी परंपरा कितनी कारगर रही।
बहुत बहुत बहुत बहुत सुन्दर कहानी और फिर इसकी बहुत बहुत बहुत अच्छी प्रस्तुति। इतने ही शब्दों को लाखों शब्द समझिएगा। बहुत बहुत आभार एवम धन्यवाद।
सर आपको स्नेहिल आभार ...कृपया आगे भी मुझे सुनिएगा।🙏🏻
Kitni achi kahani......ek ek drishy jese ankho k samne hi chl rha h......kitni hi baar dil bhr aaya ..or kitni baar aashu hi na ruke.....Didi....ek shaj sa sabd.....smjohte or pida ya kisi se na kh pane ka drd😢.......😟😢🙏🏻🙏🏻
❤️🌹
Touching ❤❤❤❤ jabse suna hai tabse khudko is kirdaar se alag he nahi kr pa rha hu ending jakjhor chuki hai anadar tak
🙏🏻
बहुत ही मार्मिक संवेदन शील कहानी आपके वाचन से जीवंत हो गई 🙏
❤️❤️
Na Jane kitni hi baar man aadr ho gya ankhen bhari or beh chali bahut kathinai or sangharsh purn Jeevan athah dard.Dr.Surya bala ji ne kaise itne sukshma binduvon ko chua sach me nat mastan hun Aap kaise itna marmsparshi Vachan kar leti hain Ma'am apko pranaam 🙏🏻 ..Kaash kabhi mai bhi aisa kuch kar sakun...Bhavnavon ko shabdon me pirona itna sahaj bhi nahi hota dil dooba , uda or swachannd ho gaya .....
स्वाति जी.....बहुत समान्य और साधारण हूँ मैं। आप श्रोताओं ने मुझमें आत्मविश्वास दिया कि आज इतना कर पाती हूँ। हार्दिक धन्यवाद।
Bahut ji marmik tha..aankh bhar aayi
अति सुन्दर कहानी।
Bohot achi kahani, log kitni mushkil zindgi guzarte hay, kesa acha andaze bayan tha, poora novel suna or aik masoom ladki ko bagher qasoor ke kya kya mushkile jhelna padi. Apne bohot acha sunaya.. ❤
जी धन्यवाद आपको।
सीमा दी,
आप द्वारा सुनाई औपन्यासिक कहानी में वो दर्द भी महसूस किया जो नायिका ने झेला, और आप सुनाते हुई भी भाव विभोर हुई वह भी महसूस हुआ. कोटि कोटि प्रणाम।
स्नेहिल धन्यवाद प्रतिभा....आपका कमेन्ट पढ़ कर बहुत अच्छा लगा. Be blessed 🙌
बहुत ही मार्मिक कहानी एक गरीब और लाचार परिवार की कहानी ले खाका ने बड़े ही अच्छी प्रकार से कहानी का वर्णन किया है आप का सुंदर वाचन धन्यवाद दीदी
Kahani ki nirantarta k sath pathko k aansu v pravahit hote ja rhe itni marmik katha. Suryabala ji ko pranam aur aapko sasneh dhnyavad ki aapne katha me doob kr katha sunai
जी स्नेहपूर्ण धन्यवाद आपको ❤️🌹
Very nice heart touching novel Seema ji or apaki prastuti bahut hi bhavbibhor kar dene wali iatane lambe novel ko anavrat sunane ke liye bahut bahut Dhanyabad ❤
आपके लोगों के कमेंट्स पढ़ कर मेहनत सफल हुई लगती है. कहानी 🌹🌹🪷🌷💐
बहुत ही मार्मिक कहानी थी मन बार बार रोता रहा। आपके वाचन के लिए शब्द नही है. ईतना भावपूर्ण की......।
जी हार्दिक धन्यवाद आपको 🙏🏻🌹❤️
Kahani bahut acchi hai Aur aapki awaaz me Aur bhi acchi lagi
बहुत-बहुत धन्यवाद शालिनी जी धन्यवाद। 🙏🏻
Super say bhi uper .💯💯💯💯💯
अत्यन्त मार्मिक कहानी
Heart touching story
बहुत ही मार्मिक कथानक भी और आपका वाचन भी। इस साहित्य सेवा के लिए लेखिका व वाचिका दोनों ही बधाई की पात्र हैं।
वंदना जी,आपने उत्साहवर्धन किया आपको बहुत-बहुत धन्यवाद और स्नेह।
दिल को छू गई कहानी बहुत अच्छी लगी
🙏🏻🙏🏻❤️
❤ Gazab
🙏🏻❤️
Really a heart touching story
उपन्यास ka अंत आते आते फूट-फूटकर रो di , रोना aek बार और आया जब नायिका मामी ke साथ गई aisa लगा गाय को खूंटे से छुड़ा कर वध करने ले जा रहे, बहुत करुण अंत आपका वाचन अप्रतिम
आपको हृदयतल से आभार ❤️❤️❤️❤️🌹
बडी मार्मिक कहानी।सुनते सुनते इतने खो जाते है कथा मे कि सब कुछ विस्मृत हो जाता है।आपकी लेखनी को नमन।
Bahut achhi kahani hai
Bahut hi Marmik good story dil ko choo gai
🙏🏻🌹
ह्रदय विदारक कहानी .लेखिका ने दिल से लिखा है.दिल सुनते सुनते रोता गया .आपकी आवाज कहानी सुनाते समय दरकने लगी .निशब्द 👍👍👍👍🙏🙏🙏🙏
जी दिली शुक्रिया आपको।
Wow soooo heart touching
So heart touching story aapki aawaz mein sab kahaniya bahut acchi lagti hai ❤❤
जी बहुत-बहुत धन्यवाद आपको।
बहुत ही मार्मिक कहानी सीमा दीदी गलती से लिखा गया है दीदी जो गणित के अंक आगे आ गय है कहानी बहुत अच्छी लग रही है बहुत ही दुःख भरी गरीब को लोगों ने भी बहुत बताया 😢
🙏🏻🌹❤️
Kaisi kahani wah kamal ki kahani aur Awaz
Lajwab
अब आपको सब कहानी एक एक करके सुननी पड़ेंगी 😁😁😁
@@HindiSahityaSeemaSingh ji bilkul sab sunugi bohat khushi se sunugi dear seema ji
Bahut hi pyari kahani Seema ji , aap ek sulabh saumya andaz se kahani ka vaachan karti hain, kahani bhi aisi shashakt ek stree ke himmat ki kahani jise sansar se tiraskar mila aur kuch aise log bhi jinse use bahut pyar mila , wah zinda rahi jab tak usne lakshya nahi saadh liya
जी धन्यवाद...कहानी बहुत सशक्त थी अंत तक bandhe रखने वाली.
Sahi kaha aapne , ek behan ka atulniya pyar apne bhai ke liye
@@anitarai4723 ❤️❤️🌷
jai jinendra mam bahut hi marmik kahani hai hraday ko chu gayi ye kahani se jayda sachai hi hai mam or aapki awaz bahut achi lagi mam 🙏
हार्दिक धन्यवाद मंजू जी।
सीमाजी उपन्यास और आप की आवाज बहुत खूब आज बहुत दिनो बाद आप को लिखा है
Ji abha ji 🌹❤️
इतना अन्तराल मत रखा कीजिए। संपर्क बना रहना चाहिए 🙏🏻
1.50 tak reach kar paayi hun aaj mam, baaki kal... struggles, emotions, attachments and dedications. But mam introduction just brilliant...you hit it so perfect...will surely listen it again... इस दफा पात्रों की स्थिति काफी दयनीय और अकल्पनीय है। सामाजिक रखरखाव के चलते कर्मों को छोटा और बड़ा विभाजित करते मातापिता ने अपने बच्चों को अच्छा जीवन नही दिया। शुक्र है नायिका इस भ्रम से मुक्त है। मुझे भी सुबह का इंतजार है। इतनी मेहनत करके ये अनुपम सौगात प्रस्तुत करने की आपको अनेकों अनेक शुभकामनाएं 🙏🙏 शुभ रात्रि।
अनेकानेक शुभाशीश अंकिता।
Khana khate samay aaj ye upanyaas ki yaad aa gayi ki hume jo mila hai uske liye kitne logo ko kitna kuch sehna padta hain.
बिल्कुल सही।
ओह bahut मार्मिक 🎉🎉
A very very heart rending story rendered beautifully .
thank you itni acchi kahaniya humtak pahuchane ke liye......💝💝
बस आप लोग अपना स्नेह बनाए रखियेगा 🙏🏻🙏🏻❤️
Ati sunndar aap ki aavaj bhi bahut madhur h aapka kahani sunane ka tarika bahut achcha h
जी धन्यवाद आपको 🙏🏻
Bahut hi marmik
Bahut achha ❤
Bahut hi marmik kahani 😢
❤️❤️🌹
On audio cover page word should be अतिप्रशंसित not , अति प्रसंशित ....just noted this while started to listen. I am again repeating ....the purpose to highlight a mistake is not to criticize anything but to improve it. Hope you don't mind it. With lots of best wishes and thinks for providing us chance to listen such good classics hindi stories by our great writers.
Thanks को मैंने think किस जगह पाठन किया है ....pls बता दीजियेगा कोशिश करूंगी सुधारने की....मानवीय भूलों के प्रति यदि उदार रहें तो बहुत धन्यवाद आपको। ...book में भी इतनी misprinting और गलतियाँ होती हैं कि प्रवाह में गलत पढ़ जाते हैं और भान नहीं होता है कि गलती हो गई है क्योंकि पुस्तक में इतनी गलतियां होती है कि सुधारने के बाद भी, कोई रह ही जाती है और आप श्रोताओं को कष्ट उठाना पड़ता है। Novel के कवर प्रशंसा शब्द ठीक कर दिया है।
Arre this is my mistake I typed think( in 10th line of my note) instead of thanks. Your voice and its modulation according to sentences are so charming and perfect that I never listen to any other audio since I started listening in your voice. Again best wishes for you. आप ऐसे ही सुनाती रहें और हम लोग ऐसे ही सुनते रहें।
Bahut Bahut acchi aur marmik kahani sun kar aankhon se aansu aaye rahe aap ke bhav purn vaachan mein likhana to bahut kuch chah rahi hoon par shabd hi mahi hain mere pass aap ko mera pranam.❤❤❤ ( Love you so 🤟 ).
Be blessed n stay happy Archana❤️❤️
अति मार्मिक एवं हृदय विदारक कहानी
❤❤aapke liye...☺️
🙏🏻 जी धन्यवाद
I truly enjoy the novels and stories of Suryabalaji, they are so beautifully written that I feel that the episodes are witnessed by me in person, she is superb author. The narration of the stories too is done very beautifully and clearly. Thank you
My pleasure ma'am🌹⚘️
Bhai bhn ke Aseem pyar sacrifice Himmat ki khani dil ko chu gyi aankhon mai aansu aa gye dil bhawuk ho gya
🙏🏻🙏🏻
Looking live... Heart touching story😢
🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤️
सीमा सिंह जी आपके स्वर में जादू है ।आप जिस भाव पूर्ण तरीके से वाचन करती हैं आनंद आ जाता है ।किसी और के मुख से सुनने मे वो आनंद नहीँ आता
।ऐ
जी बहुत-बहुत धन्यवाद मैम🌹
Ye novel Charles Dickens ki Old Curiosity Shop se kafi milti julti hai lekin es kahani me jyada reality dikhti hai 😢❤
Rat k 12 baje khatm hui kahani. Ab aaram se nind aayegi .bahut hi umda 🙏
सरोज....आपने सुना बस मेरी मेहनत सार्थक हुई।स्नेहपूर्ण धन्यवाद।
@@HindiSahityaSeemaSingh 😍
Lekhni or vaachan dono hi nishabde karte hain, ❤❤
जी स्नेहिल धन्यवाद आपको।
Very nice heart touching novel💕
बहुत सुंदर रचना
Speechless 😢
Very Very sad heart wrenching story 😮😢😢
बहुत ही उत्कृष्ट, मार्मिक कहानी , इतनी भावनावो की गहराई ,मन कितनी बार रो दिया, और आपका वाचन तो क्या कहूँ, एक एक वाक्य आपके हृदय , आत्मा से निकल रहे थे, ये उपन्यास किसी और की आवाज़ मे सुन ही नहीं सकती , आपके वाचन के लिए उपयुक्त शब्द नहीं मिल रहे हैं❤❤
तुम्हें किन शब्दों में धन्यवाद कहूँ विद्या...my source of energy...
Aati utkarsh upanyas oor vachan bhi🎉🎉
@@HindiSahityaSeemaSingh❤
@@dharmistagohil2178 स्नेहपूर्ण धन्यवाद dharmista जी ❤️🌹
😊poppopopppppoopoopooppp
सही मुहावरा है “ इब्तिदा ए इश्क़ है रोता है क्या आगे आगे…… …………”सूर्यबालाजी ग़लत नहीं लिख सकतीं, so please read it again
आपकी वचन शैली कथानक को आत्मसात् कर लेती है इसलिए आपको ही सुनती हूँ अमतौरपर , आदत हो गयी है आपको ही सुन ने की
Ma'am....पात्र से गलत बुलवाया गया है पात्र को ही शेर का शुद्ध ज्ञान नहीं है उसने तो मजाक उड़ाने के लिए बोला इसीलिए सब teachers ठहाका लगा के हँसी। स्टाफ room के परनिन्दा वातावरण में ये सब तंज कसे जा रहे थे नायिका को लेकर।
@@HindiSahityaSeemaSingh okay maybe 🤔
Shandar dyanyvad dil se❤
🙏🏻❤️❤️🌹
very sensitive and motivational story and superb narration.
Thanks a lot🌹❤️
A brave girl 👧
माता पिता की व्यस्त जीवनबच्चों की बचपना छीन लेता है। और वे कुंठा के शिकार हो जाते हैं।
🙏🏻🙏🏻
Very nice novel by dr surya bala ❤
Nice story
❤
🙏🏼🙏🏼
किसी और को भी जगह देगी या पूरा हिंदी साहित्य खुद ही सुनाएगी
माफ करियेगा...अगर आपको पसंद ना आ रहा हो मेरा पाठन तो आप चैनल पर ना आयें...फिर तकलीफ नहीं होगी आपको.
@@HindiSahityaSeemaSinghइतना अच्छा आप सुनायेगी तो सब उपन्यास इधर ही खोजना होता है
बहुत ही मर्मस्पर्शी कहानी है
Raat ko diya hai guzrne ka mauka hum ne... Varna to kab se khadaa hai sazde mein savera hmare...
🙏🏻🙏🏻😊
Bhaut mamrmik kahani
Log gareeb ho par aulad khoob honi chiye
Gussa aata h aisi ma baap par jo jimdari uta nhi skte aur apni jimdari ki boz .......
✅️✅️
Soooooooo jaye, good night
ठीक है सो जाइए।
Read thanks instead of think
भूल को लक्ष्य करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
अति सुंदर रचना है
Atyant maarmik katha😢😢
Mere tho aansu hi nhi ruk rahe kitni hadryheen ma rahi hogi
Should people have kids when they cannot even feed one have 9 mouths to feed .
सीमा जी कहानी तो हृदय स्पर्शी है ही पर आपके वचनशैली ने एक एक किरदार को सामने ला खड़ा कर दिया है
अंजू जी...हार्दिक धन्यवाद आपको.
शब्द ही नहीं हैं की कुछ कह सकूँ
🙏🏻🙏🏻
aansu ruk hi nahi hai
😅😅😅
😢😢😢😪😪
Bahut achhi kahani hai