#पंकजसुबीर

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  • เผยแพร่เมื่อ 29 ก.ย. 2024
  • #पंकजसुबीर की कहानी-चौपड़े की चुड़ैलें
    #PankajSubeer ki kahani
    AudioStory
    हिन्दी कहानी
    #स्वर-सीमासिंह
    साहित्य में जब-जब युवा कथाकारों की बात होती है तो पंकज सुबीर वो नाम है जो सबसे पहले लोगों की जुबान पर होता है। मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में रहने वाले पंकज सुबीर एक लेखक, शायर व् साहित्यकार हैं। सुबीर को अपने लेखन के चलते कई राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय पुरुस्कार भी मिल चुके हैं। पंकज सुबीर का बचपन से लेखक बनने तक का सफर बहुत रोमांचक है। जिसे आपको भी जानना चाहिए क्योंकि पंकज सुबीर की लिखी कहानियों में एक ऐसी कल्पना शक्ति है, जिसे पढ़ कर साहित्य में दिलचस्पी न रखने वाले लोग साहित्यप्रेमी बन जाते हैं। तो आइये जानते हैं एक ऐसे व्यक्ति की कहानी जो कभी साइंटिस्ट बनना चाहता था लेकिन बन गया लेखक।

ความคิดเห็น • 10

  • @dr.geetasharma3412
    @dr.geetasharma3412 3 หลายเดือนก่อน +5

    समाज के हर स्तर पर पहुंच बनाती विकृतियों को लेखा जोखा प्रस्तुत करती कहानी🎉

  • @swedhamurugesh
    @swedhamurugesh 3 หลายเดือนก่อน +6

    Real fishing, great writing skill, parents should be careful

  • @shyamasharma6456
    @shyamasharma6456 3 หลายเดือนก่อน +1

    एकदम अलग प्रकार की कहानी। समाज में निरंतर बढ़ती जा रही है ऐसी विकृतियों पर अंकुश लगाना नितांत कठिन।
    अतृप्त महिलाओं को रात में चलती देख उन्हें चुड़ैल कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं।
    मधुर तथा पूरे भाव से पढ़ी थी आपकी कहानी हमेशा प्रभावित करती है😮👍😉❣️

  • @kumarsaini9923
    @kumarsaini9923 3 หลายเดือนก่อน +3

    sahitya samaj ka darpan hai realy❤

  • @vidyasingh6056
    @vidyasingh6056 3 หลายเดือนก่อน +1

    उम्दा कहानी👌👌 आपकी प्रस्तुति सुंदर दीदी🙏🙏

  • @manishapriyadarshini9578
    @manishapriyadarshini9578 3 หลายเดือนก่อน +2

    ❤❤😊

  • @sureshchandraagarwal7313
    @sureshchandraagarwal7313 3 หลายเดือนก่อน +3

    व्यंग्यात्मक शैली की समाज की एक विकृति को उभारती उम्दा रचना