Afghanistan floods: अफ़ग़ानिस्तान में बाढ़ की वजह से सैकड़ों लोगों की मौत (BBC Hindi)
ฝัง
- เผยแพร่เมื่อ 11 พ.ค. 2024
- अफ़ग़ानिस्तान के उत्तरी इलाक़ों में बाढ़ की वजह से सैकड़ों लोगों की मौत हो गई है. बाढ़ के चलते मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी की आशंका भी जताई जा रही है. तालिबान के अधिकारियों का कहना है कि बाढ़ की वजह से 150 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं मानवीय संगठन वर्ल्ड फ़ूड प्रोग्राम के मुताबिक़ बाढ़ के चलते 300 से ज़्यादा लोगों की जान चली गई है.
#afghanistan #flood #taliban
* ऐसे ही और दिलचस्प वीडियो देखने के लिए चैनल सब्सक्राइब ज़रूर करें-
/ @bbchindi
* बीबीसी हिंदी से आप इन सोशल मीडिया चैनल्स पर भी जुड़ सकते हैं-
फ़ेसबुक- / bbcnewshindi
ट्विटर- / bbchindi
इंस्टाग्राम- / bbchindi
बीबीसी हिंदी का एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करने के लिए क्लिक करें- play.google.com/store/apps/de...
दुख इस बात का नहीं है कि कुदरत के जीवन का अंत हो रहा है ,अफ़सोस तो इस बात का है कि अधर्म और चकाचौंध का
अहंकारी संसार " कफ़नो " के व्यापार में "अंधासुर" हो रहा है !
"पत्थरों में नहीं जीवन मिट्टी में ही मिलता - खिलता है"🌄🌳💞🙏
Are kahna kiya chahata h
@@poweryog4866 😂😂😂
@@poweryog4866kehna yeh chahta hai ki insan apni abadi roke nahi toh puri dunia khatm ho jayegi🥺🥺🥺🥺🥺
@@tabrezkhan8931 ab afganistan m koi naya mandir to nahi bana fir kiyo baad ayi.
Mandiro se koi mara ja raha h kiya
❤😢
भगवान का कहर है
क्योंकि तालिबानियों ने भगवान बुद्ध जी की प्रतिमाएं तोड़ी थी
Bhai please har jagah dhram nhi lao ye natural disaster he apne country me bhi hota he aur apne yahan bhi har sal thousands of people ka death ho jata he kya bol rhe ho thoda sochhiye bhai
पिछले साल उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू में बादल फटने से बाढ़ आई थी और सैकड़ों लोग मरे थे। फिर हिमाचल में एक हिंदू मंदिर में पंडित और हिंदू शांति और सुरक्षा के लिए प्रार्थना कर रहे थे। उस पूरे मंदिर पर पहाड़ आ गिरा था।
क्या उन्होंने भी महात्मा बुद्ध के मंदिर ध्वस्त किए थे?
वे किस कारण से भगवान के प्रकोप में घिरे थे। उनमें से कई की गर्दन और धड़ काटकर उनके शव निकाले थे।
अब फिर बरसात का सीज़न आ रहा है।
यह तो एक वर्ष की बात है वर्ना
दुनिया भर की तरह भारत में भी इस प्रकार के प्रकोप आते ही रहते हैं। जिनमें जन-धन की हानि होती रहती है।
प्राकृतिक आपदाओं के अलावा बहुत लोग कोविड वैक्सीन की दवाओं के दुष्प्रभावों से नाचते नाचते मर रहे हैं और करोड़ों लोग इस चिंतित हैं कि उनके जीवन का क्या होगा?
यह किन पापों का परिणाम है?
@@bachelors5 भाई बिल्कुल सही बात है लेकिन जब मुस्लिम हर बात पर धर्म लाते हैं तब अच्छा नहीं लगता दुबई में बारिश होने पर मंदिर निर्माण को दोष देने लगें सब को सब पता है प्राकृतिक होता रहता है ये सब
Sahi kaha
Yaha to koi mandir nahi bana fir kiyo baad agayi
Puri dharti aane wale waqt me baadh, bhukamp,Sukha ke chapet me aane wala hai .
"This is the result of messing with the environment, no matter which country it is "
Afghanistan
Nitu,but some part of india still preserving ita environment
Thanks to rescue team for doing their work honestly. 🙏
Allah un sabki magfirat kare Ameen😢😢
बहुत ही दुःखद 😢😢😢
Ab koi mulla nhi yeh nhi kahenge allah ka nizam aya hai
Afghan brave people.
पर्यावरण को न बचाने वाला ऐसा सभी के देशों मेंहोगा बस किसी के यहा आज तो किसी के यहा कल होगा अब समय नहीं उत्तर प्रदेश में भी ऐसा भाव नजारा जल्द देखने को मिलेगा क्योंकि यहां सबसे ज्यादा कार्बन उत्सर्जन होता है उसका खामियाजा पूरी दुनिया भुगत रही है
Uttar Pradesh bhugat Raha hai bheedarh garmi
Thanknqu sir
Allah ka ajaab koi nahi bol raha 😊
Hn wo sab jahil koom hn jo bina ser peer wala gyan dete rehte hn
Indeed Allah is best planner 😊
Allah drinks my piss
😂😂😂😂😂
Tum jaise jaahil Yadav Allah ko nahi samjh sakte
It's very tragic , may the souls rest in peace , condolences to the families of the dead. 🙏
God bless you
मेने सूना अफगानिस्तान मे ठंडा मौसम रहता है पूरा साल ये सच है क्या
पाकिस्तान में औरतों को औकात में रहना सिखाए आ जाता गा, यह बिलकूप सच है 😂
Ha kuch ghga par aana hai kya
😢😢😢😢😢 God bless them
It's deadly flood , may God save the lives of victims. 🙏
कोई किसी को नहीं करते परेशान
पर
छोटी सी बात भड़क जाते हैं भारतीय टिड्डी शान
शायद आपकी यही पहचान
जिसे देखते ही मानो , अब जाके आया मेरे बेचैन दिल को करार ❤❤😂😂
BEST 1
अमीरों का प्रकृति से छेड़छाड़ की कीमत पूरी दुनिया के गरीब और मासूम जीव अपनी जान देकर चुका रहे हैं|
वर्तमान समय में संसाधनों का न्यूनतम उपभोग और न्यूनतम जनसंख्या हीं एकमात्र कारगर उपाय है प्रकृति को बचाने का|
मितव्ययी,शाकाहारी और साधारण जीवन हीं पर्यावरण को संतुलित रख सकता है|
Allah is helpless😂
Wish everyone safety 🙏
Bahut Dukhad News Hai.---- AJAM, Buxar, Bihar.
हालाकि ये प्राकृतिक आपदा है , पर विशेष समुदाय के लिए कोई विशेष ऑफर है या फिर bbc का विशेष लगाव
जो भी हो , मृतकों की आत्मा को शान्ति दे भगवान ❤❤
😢😢😢
Vry sd
Afsos
So sad 😭😭😭
khuda reham karo
Khuda kuch nahi karega jo bhi karna hai tumhe hi karna padega abadi badane ka khyal dil se nikal kar. 😏😏😏😏
Kiye ka fal to milega hi ek na ek din...🙏
Acha ji apko bhi aisa fhal mila tha kya???
😂😂@@bunnysingh-mc1b
Hey bhogoban 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Inna lillahi v Inna Elaihi Razioon Allah Rabbul Ezzat Magfirat farmaye Ameen summa Ameen
Jaisalmer Rajasthan kab hogi barish 🎉🎉
Allha raham farma
Etne dukh me bhi team ne music 🎶 band nahi kiye 😱🤬🤬
Omg
आजकल भारत के पड़ोसी देशों की हालत ठीक न है,हे भगवान इंलोगो की रक्षा करे।
😢
Dubai mai baad aye to muslim keh rhe the ke mandir ke bajah se baad aye hai ab iske iljam kis per daloge
🎉❤
Bharat ne jab turkey ki madad kar sakta hai jab aapda aayi thi mai chahta hu Bharat sarkar Afghanistan me dukh ke samay madad jarur kare afgan achche log hai ❤
Fir Bharat Pakistan ke bich ladai me Afganistan or other muslim countries kyu nahi kam aaye the Russia hi kam kyu aaya tha
Aur agar Bharat inhe madad bhi kar di toh aane wale samaye me Bharat ko ye madad nahi karenge
कोई भी आपदा है किसी भी वक्त हर एक को दूसरे की मदद करनी चाहिए, इसी का नाम इंसानियत है, रही बात नफराती लोग सिर्फ पाकिस्तान, हिंदू मुस्लिम की बात करने वाले लोग, अगर कोई गलत है तो तुम गलत ना बनो, इसी का नाम इंसानियत है।
Hindu kabhi nafrati nhi tha warna 17 baar pritvuraj maaf nhi karte samjha itna sahne ke baad aaj muslim itne hai bharat me agar hindu chhata to keval hindu bharat me hota wahi muslim jo insaan banta hai pak bangldesh afghanistan me hindu ko khatm kar diya jyada gyan na de hmara somnth taxila nalnada tod diya@@Shams95273
भाई पहली बात इस्लाम में गैर मुस्लिम यानी काफिर को दोस्त नही बना सकते हैं तो हिन्दू इनकी मदद क्यो करे दूसरी बात अफगानिस्तान के मुशले हिंदू सिख ईसाई बौद्ध को मार डाला कितन लोग वहा चले गए तब इंडिया का एक भी मुसलमान के मुंह से नही निकला यह गलत हो रहा है
اللہ پاک مرحومین کی مغفرت فرمائے آمین
Afganistan m koi mandir to nahi bana fir kiyo baad ayi
Allah ka kahar hai ismein Dua Karni chahie hukumat Ki Koi galti Nahin hukumat apni jagah per sahi hai
Dubai me mandir bana to flood aaya Aisa kahna tha muslimon ka ab to Afghanistan me sharia hai phir kyu flood aayi aur innocent logon ki jaan gayi😅
Sahi kaha 😂 waha afganistan m to koi naya mandir to nahi bana fir kiyo baad ayi
Kyuki mulli ne burkha aachee se nahi pehna tha
Aankhe dikh Rahi thi ajab hai Ula ka
पर्यावरण से छेड़छाड़ करने से यह हाल हो रहा है
कुदरत का कहर
Yahi kaam non Muslims desho isreal india burma America Europe me hota toh momin bol rhe hote dekho in par allha ka azaab aya hn...par hum aisa kabi nhi bole gay ye nature digester hain
यह एक आजमाइश है तो हिंदू मुस्लिम किसी पर भी आ सकती है रोजाना दुनिया में डेढ़ लाख लोग मरते हैं कहीं कहीं कुदरत इकट्ठे लोगों को मोत दे देती है यही नेचर का नियम है
Innalillahhi wainnailyhi rajiuon
carbon emission ka mostly percentage developed country karti hai aur uska khamiyaja chote desh bhugat rahi hai
यहाँ सब पर्यावरण और ग्लोबल वार्मिंग पर बड़े बड़े आख्यान दे रहे हैं पर अपनी तरफ़ से दुनिया को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ता। पर उपदेश कुशल बहुतेरे- आपहि करहि नर न घनेरे।
India ko help karani chahiye ❤🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Dubai me temple bna to flood Afghanistan me kyo aa reha😮
Khudaa kaa kahar hai
Dallah-tala kuch nhi kar sakta yaha😂
Fail god hai😂
Sayad Afghanistan mai bhi hindu mandir ban gaya 😂😂😂😂😂
My first thought.
❤*यूनाइट नेशंस* के *प्रमुख* का कहना है:
“पृथ्वी पर *मानवता को बचाने* के लिए *सिर्फ़ 2 साल* बचे हैं!
यदि हमने ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को *6 साल* में आधा नहीं किया
तो पृथ्वी का औसत तापमान *हमेशा के लिए 1.5 डिग्री से ऊपर* चला जाएगा
फिर *झुलसाने वाली गर्मी* और *भीषण बारिश व बाढ़* से आने वाली प्रलय
*करोड़ों* जीवन तबाह कर देगी।”
अब विश्व के शीर्ष वैज्ञानिकों ने
जानना चाहा कि भारी मात्रा में
*“ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन”* के पीछे कौन है,
तो उन्हें पता चला:
*“पिछले 6 वर्षों* में वैश्विक *ग्रीनहाउस गैसों के कुल उत्सर्जन*
का *80% हिस्सा* सिर्फ़ *57 कंपनियों* की ओर से आया।
जिसमें *35%* कंपनियाँ *सरकारी* हैं।”
चलिए! कम-से-कम हम ये तो जानते हैं कि
इस महाविनाश के पीछे कौन है।
हमें लगा अब सरकारें और अन्य संस्थान
इनपर किसी प्रकार की लगाम लगाएँगे!
*यूनाइट नेशंस* के *प्रमुख* की बात याद है न?
सिर्फ़ *2 साल बचे हैं* पृथ्वी पर मानवता को बचाने के लिए।
लेकिन तभी हम भारत की
शीर्ष वैज्ञानिक लैब (CSIR) की ये खबर पढ़ते हैं:
“क्लाइमेट चेंज को रोकने के लिए
अबसे *हर सोमवार* को *बिना प्रेस किए कपड़े* पहनें!
ऐसा करने से प्रति व्यक्ति *200 ग्राम ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन*
बचा पाएगा।”
*आपकी जानकारी के लिए बता दें:*
पूरी मानवता
प्रतिवर्ष *4 लाख करोड़ टन*
*ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन करती है*
*यानी*
*40,00,00,00,00,00,00,000 ग्राम* ग्रीनहाउस गैस!
(4 के आगे 16 शून्य हैं)
*यूनाइट नेशंस का आग्रह है:*
मानवता को *2 साल में* कुछ ऐसा करना है कि
ये आँकड़ा *आधा हो जाए।*
और हम कह रहे हैं
हर सोमवार को कपड़े प्रेस न करके
*200 ग्राम* बचाएँगे 😓
*इतना काफ़ी नहीं है!*
ये तो वही बात हो गई कि
कोई पूरी पृथ्वी पर लगी आग को बुझाने के लिए
बोतल के ढक्कन में पानी भरकर फेंक रहा हो!
*ये साज़िश है ताकि हमें लगे कि हमने अपने कर्तव्य की पूर्ति कर ली है।*
क्लाइमेट चेंज किसी सुदूर भविष्य की आशंका नहीं है
बल्कि झुलसाने वाली गर्मी, अन्न की पैदावार में भारी गिरावट,
भीषण बाढ़, तटीय शहरों का डूबना,
दुनिया की सभी प्रजातिओं के सामने विलुप्ति का आसन्न खतरा।
-ये पिछले *कई लाख वर्षों* में
पृथ्वी के ऊपर आया *सबसे बड़ा* संकट है।
➖➖➖
*क्लाइमेट चेंज को लेकर आचार्य प्रशांत*
*पिछले 10 सालों से जागरूकता फैला रहे हैं,*
लाखों के जीवन में बदलाव भी आया है।
लेकिन अब इस बात को करोड़ों-अरबों लोगों तक पहुँचाना है,
पूरे विश्व में फैलाना है।
*समय कम है।*
और काम बहुत-बहुत मुश्किल है लेकिन असंभव नहीं,
विश्व के हर कोने तक ये संदेश पहुँचाने के लिए
बड़े संसाधनों की आवश्यकता है।
Parmatma sabko sabbudhi de plz save the 🎄 ftuts k pedh poudhey lagaye shayad dhartimaa khush ho jaye
Dubai me barish ayi toh 2 kodi wale momin bol rhe the mandir bana isliye allha ka azaab aya hn ab es par b jahilo ko koi faltu gyan dena chaiye
Allah sirf muslims ka nahi poori humanity ka hai yaad rakho
Tu manipur chala ja kuki k pas. Wahan bahut shanti hy😂😂😂
Abe zhatu uska comment pad pahila
Fir response de cutiya qoum😂@@ejazahmed2147
Maine toh mandir aur Allha ki baat hi nhi main bas momino ki faltu gyan par hi baat ki hn...muje toh acche se pata hn nature digester kahi b aa skte hn nature b bhot powerfull hota hn...
@@iconicfacts4946Allah ne hi kafir America aur China ko super power banaya hai, yaad rakhna
सब आल्हा की देन है
Allah ka qurbani ka Afghanistan ko tofa......
काश हमारे पश्चिमी राजस्थान में ये बाढ आ जाए 😊😅।
Kudrat ka kahar
Climate change effect, over population, carbon emissions
Allah hifazat kare
दुबई में अजाब आया था मूलों के लिए अब अफगानिस्तान में क्या आया मूलों के लिए बताओ मूलों
Dakho duwa yh prathna krne kuch nhi hona wla ...apni life 1000-2000 ped laga lo problem kuch toh kam hogi
Allah 🤲🥹👆🤲
Mandir ki waje se 😂😂😂😂😂
Ab koi nahi bolega Allah ka aejab hai 😂😂
Beshak ye allah ka ajab hai
Or ye sabko samajh na chahiye allah ne to inshan ko bahut sandar dimag wala banaya tha magar wo shaitan ban geya hai uske aisi duniya ki jarurat nehi hai mere dost sab apne lalach me lage hai usko chorr ke inshano me khuda dundh te hai ab zulm ke khilaf koi awaz nehi utha ta
Masoom bachcho ko katal kiya ja raha hai poori duniya khamosh tamasha dekh Rahi uski kudrat ko jossh to ayga or ye maja sabko chakhna hai aap kisi bhi bhagwan ko mano magar wo hai to jarur good night ❤
@@garammasala5875 allah khud ki masjid nahi bacha sakta vo kya insaaf karega
@@Osho-ko3tm musalman ke dil me imaan hona jaruri hai ibadat to wo pak jangah kehi bhi kr sakta hai wo uske liye masjid hai
Afghanistan to land lock county hai smundar hai nhi to ye kese shelab
Kuchh bhi sach nahi dikhta
India is the 1st nation again to help Afghanistan before 57 Islamic nations 🙏
❤*यूनाइट नेशंस* के *प्रमुख* का कहना है:
“पृथ्वी पर *मानवता को बचाने* के लिए *सिर्फ़ 2 साल* बचे हैं!
यदि हमने ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को *6 साल* में आधा नहीं किया
तो पृथ्वी का औसत तापमान *हमेशा के लिए 1.5 डिग्री से ऊपर* चला जाएगा
फिर *झुलसाने वाली गर्मी* और *भीषण बारिश व बाढ़* से आने वाली प्रलय
*करोड़ों* जीवन तबाह कर देगी।”
अब विश्व के शीर्ष वैज्ञानिकों ने
जानना चाहा कि भारी मात्रा में
*“ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन”* के पीछे कौन है,
तो उन्हें पता चला:
*“पिछले 6 वर्षों* में वैश्विक *ग्रीनहाउस गैसों के कुल उत्सर्जन*
का *80% हिस्सा* सिर्फ़ *57 कंपनियों* की ओर से आया।
जिसमें *35%* कंपनियाँ *सरकारी* हैं।”
चलिए! कम-से-कम हम ये तो जानते हैं कि
इस महाविनाश के पीछे कौन है।
हमें लगा अब सरकारें और अन्य संस्थान
इनपर किसी प्रकार की लगाम लगाएँगे!
*यूनाइट नेशंस* के *प्रमुख* की बात याद है न?
सिर्फ़ *2 साल बचे हैं* पृथ्वी पर मानवता को बचाने के लिए।
लेकिन तभी हम भारत की
शीर्ष वैज्ञानिक लैब (CSIR) की ये खबर पढ़ते हैं:
“क्लाइमेट चेंज को रोकने के लिए
अबसे *हर सोमवार* को *बिना प्रेस किए कपड़े* पहनें!
ऐसा करने से प्रति व्यक्ति *200 ग्राम ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन*
बचा पाएगा।”
*आपकी जानकारी के लिए बता दें:*
पूरी मानवता
प्रतिवर्ष *4 लाख करोड़ टन*
*ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन करती है*
*यानी*
*40,00,00,00,00,00,00,000 ग्राम* ग्रीनहाउस गैस!
(4 के आगे 16 शून्य हैं)
*यूनाइट नेशंस का आग्रह है:*
मानवता को *2 साल में* कुछ ऐसा करना है कि
ये आँकड़ा *आधा हो जाए।*
और हम कह रहे हैं
हर सोमवार को कपड़े प्रेस न करके
*200 ग्राम* बचाएँगे 😓
*इतना काफ़ी नहीं है!*
ये तो वही बात हो गई कि
कोई पूरी पृथ्वी पर लगी आग को बुझाने के लिए
बोतल के ढक्कन में पानी भरकर फेंक रहा हो!
*ये साज़िश है ताकि हमें लगे कि हमने अपने कर्तव्य की पूर्ति कर ली है।*
क्लाइमेट चेंज किसी सुदूर भविष्य की आशंका नहीं है
बल्कि झुलसाने वाली गर्मी, अन्न की पैदावार में भारी गिरावट,
भीषण बाढ़, तटीय शहरों का डूबना,
दुनिया की सभी प्रजातिओं के सामने विलुप्ति का आसन्न खतरा।
-ये पिछले *कई लाख वर्षों* में
पृथ्वी के ऊपर आया *सबसे बड़ा* संकट है।
➖➖➖
*क्लाइमेट चेंज को लेकर आचार्य प्रशांत*
*पिछले 10 सालों से जागरूकता फैला रहे हैं,*
लाखों के जीवन में बदलाव भी आया है।
लेकिन अब इस बात को करोड़ों-अरबों लोगों तक पहुँचाना है,
पूरे विश्व में फैलाना है।
*समय कम है।*
और काम बहुत-बहुत मुश्किल है लेकिन असंभव नहीं,
विश्व के हर कोने तक ये संदेश पहुँचाने के लिए
बड़े संसाधनों की आवश्यकता है।
Iske pichhe Pakistan ka haath hai 😢
प्यारे नबी के बंदों अफगानिस्तान में कौन सी मंदिर बन गया जो वहां बाढ़ आ गई। सच तो ये है कि आप लोगों ने जो गैर मुस्लिम के साथ जो बुरा सलूक किया, वो अल्लाह जो बड़ा दयालु हैं, उनसे भी न देखा गया और आप लोगों को आप के पापों की सजा दे रहा है।
Pakistan me bhi karwa do aisi barish
Wahan iski zarurat hai
India ne pani rok diya hai
Lihaja unhe ab is barish se jyada barish ki zaroorat hai
दु:खद
This is nature! Not related with god or Allah.
Hindu o sikho ka upar julum ka natija he
Pakistani mindset:- Lagta hai " Taliban Afghanistan me Temple bana rahe hai"😂😂😂
Ye Allah ka Azaab hay, Aurato me behayayi badne ka natiza hay.
😂😂😂😂 wah mdrassa knowledge
Ji bilkul
Wah lamd ke khud reels main ladkiyo ko dekho na namaz pado aur
Aurton ko bol raha
Allah kidar he
Taliban kitna mare
Allah pariksha le rah he😂😂😂
Kangali me aata gila😀😀😀😀😀😀
Kudret ke aage kisi ki nhi chelti isliye derti becchao
Aaj kudrat ki yad aagaya azab nhi bolega
😂😂😂😂😂
Kuran k galat implementation ka result hai 😢
hallah kahan mar gya jo apne hi bando ko maarne pe tula hai
Achha to ganga Maiya me har sal hajaron
admi q doob ke mar jaate Hain jabki vah to Ganga Maiya ke pass Puja karne aur shuddh hona jaate Hain aur Maiya unka Ta ta thaiya kar deti hai😂😂😂 aur Brahma apni beti se kyon shaadi kar liya Saraswati se jabardasti kaise chodu Bhagwan hai
Vote for bjp ❤
kon kon bjp ko vote dega🧡
Lund bhakt 😅
अल्लाह का आजाब आया है ?
जलवायु परिवर्तन का खेल है सब 😢
अल्लाह नाराज हो गया है क्योंकि कि दुबई में मंदिर बन गया है ना तो अल्लाह नाराज हैं 😮
Kaha se ata hain aisa chutiyappa😂
🤔🤔 wo keu naraz hoga ,us se tumlogo ki ibadat - workship ki koi jarurat nhi, un ke pass already friste hai un ki ibadat ke liye, tum accha Kam karoge to tera hi fayada bura kaam karoge in ki alsaza jarur milegi marne ke baad
@@shaukatalam9007Faristo ne 15 mulk ko jahannum bana diya - Syria Iraq Iran libiya Yemen Somalia Sudan Egypt lebnon Pakistan Bangladesh Afghanistan Nigeria Uyghurs and Rohingya 😢
Afganistan ka infra structure sayad sahi nahin hai kionki halke bhookamp ke time pe bhi bahut sare ghar gir gye the aur bahut sare log faut hue the ALLAH apna rahmo Karam kre hm sab par aur jo duniya se chale gye ALLAH unki magfirat farmaye Ameen
Aalha ka azaab 😂 wha pe aurto ki ankhe dikh rhi thi 😂😂hizaab dhang se nahi pahna tha😂
Sahi bola burkha se ankhe dikh Rahi thi Isley yeh aaya
Aise hi faltu comment karne ki vajah se Ganga Maiya har sal hajaron ko daba kar maar deti hai Ganga kar date hai nanga
❤*यूनाइट नेशंस* के *प्रमुख* का कहना है:
“पृथ्वी पर *मानवता को बचाने* के लिए *सिर्फ़ 2 साल* बचे हैं!
यदि हमने ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को *6 साल* में आधा नहीं किया
तो पृथ्वी का औसत तापमान *हमेशा के लिए 1.5 डिग्री से ऊपर* चला जाएगा
फिर *झुलसाने वाली गर्मी* और *भीषण बारिश व बाढ़* से आने वाली प्रलय
*करोड़ों* जीवन तबाह कर देगी।”
अब विश्व के शीर्ष वैज्ञानिकों ने
जानना चाहा कि भारी मात्रा में
*“ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन”* के पीछे कौन है,
तो उन्हें पता चला:
*“पिछले 6 वर्षों* में वैश्विक *ग्रीनहाउस गैसों के कुल उत्सर्जन*
का *80% हिस्सा* सिर्फ़ *57 कंपनियों* की ओर से आया।
जिसमें *35%* कंपनियाँ *सरकारी* हैं।”
चलिए! कम-से-कम हम ये तो जानते हैं कि
इस महाविनाश के पीछे कौन है।
हमें लगा अब सरकारें और अन्य संस्थान
इनपर किसी प्रकार की लगाम लगाएँगे!
*यूनाइट नेशंस* के *प्रमुख* की बात याद है न?
सिर्फ़ *2 साल बचे हैं* पृथ्वी पर मानवता को बचाने के लिए।
लेकिन तभी हम भारत की
शीर्ष वैज्ञानिक लैब (CSIR) की ये खबर पढ़ते हैं:
“क्लाइमेट चेंज को रोकने के लिए
अबसे *हर सोमवार* को *बिना प्रेस किए कपड़े* पहनें!
ऐसा करने से प्रति व्यक्ति *200 ग्राम ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन*
बचा पाएगा।”
*आपकी जानकारी के लिए बता दें:*
पूरी मानवता
प्रतिवर्ष *4 लाख करोड़ टन*
*ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन करती है*
*यानी*
*40,00,00,00,00,00,00,000 ग्राम* ग्रीनहाउस गैस!
(4 के आगे 16 शून्य हैं)
*यूनाइट नेशंस का आग्रह है:*
मानवता को *2 साल में* कुछ ऐसा करना है कि
ये आँकड़ा *आधा हो जाए।*
और हम कह रहे हैं
हर सोमवार को कपड़े प्रेस न करके
*200 ग्राम* बचाएँगे 😓
*इतना काफ़ी नहीं है!*
ये तो वही बात हो गई कि
कोई पूरी पृथ्वी पर लगी आग को बुझाने के लिए
बोतल के ढक्कन में पानी भरकर फेंक रहा हो!
*ये साज़िश है ताकि हमें लगे कि हमने अपने कर्तव्य की पूर्ति कर ली है।*
क्लाइमेट चेंज किसी सुदूर भविष्य की आशंका नहीं है
बल्कि झुलसाने वाली गर्मी, अन्न की पैदावार में भारी गिरावट,
भीषण बाढ़, तटीय शहरों का डूबना,
दुनिया की सभी प्रजातिओं के सामने विलुप्ति का आसन्न खतरा।
-ये पिछले *कई लाख वर्षों* में
पृथ्वी के ऊपर आया *सबसे बड़ा* संकट है।
➖➖➖
*क्लाइमेट चेंज को लेकर आचार्य प्रशांत*
*पिछले 10 सालों से जागरूकता फैला रहे हैं,*
लाखों के जीवन में बदलाव भी आया है।
लेकिन अब इस बात को करोड़ों-अरबों लोगों तक पहुँचाना है,
पूरे विश्व में फैलाना है।
*समय कम है।*
और काम बहुत-बहुत मुश्किल है लेकिन असंभव नहीं,
विश्व के हर कोने तक ये संदेश पहुँचाने के लिए
बड़े संसाधनों की आवश्यकता है।
Peaceful barish