#Vaikhari के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए प्रो पुरुषोत्तम अग्रवाल ने कुछ बेहद ज़रूरी बातें की। सुनिए और अपनी राय दीजिए कमेन्ट में। #litfest #politics #indianhistory #purushotamagrawal, #ashokkumarpandey #congress #aap हमारा सहयोग कीजिए 1- Paid Membership लेकर : bit.ly/3GnVaXu ; 2- आर्थिक सहयोग देकर, #support us by financial assistance : bit.ly/3Z92crT For #SPONSHORSHIP queries mail @👉 editor@thecrediblehistory.com My Books @ Amazon: amzn.to/429ZMdR #facebook Page 👉 facebook.com/authorashokpandey/ #twitter 👉 twitter.com/Ashok_Kashmir #instagram 👉 instagram.com/ashok_kashmir/ सच की लड़ाई में साथ आयें, Subscribe करें और दोस्तों तक भी पहुँचाएं।.
@@kumarneeraj3883 पाकिस्तान अफगानिस्तान बंगलादेश में हिन्दुओं के साथ अत्याचार हो रहा है कोई भी कांग्रेस वामपंथी मुस्लिम परस्ती वाले नेताओं पत्रकार अग्रवाल जैसे मुस्लिम दलालों की आवाज़ नही निकलीं ये सभी हिन्दू विरोधी मानसिकता का प्रोपोगेन्डा चलाते हैं
बात कुछ हजम नही हुई..वामपंथी विचारक है ये..कांग्रेस के बौद्धिक दलाल रहे है..बौद्धिक रहे है किंतु इनका काम हमेशा भारत विरुद्ध ही रहा है..मुस्लिम समाज को हीरो बना कर हिंदू धर्म पर लानत मानत करना इनका मजहब रहा है
प्रोफेसर पुरुषोत्तम अग्रवाल का आह्वान बहुत जरूरी, समवेत-साहसिक-पहल हमारे समय की मांग, उस पर तुरन्त अमल के लिए हर रचनाकार का पुन:पुनः आत्मविश्लेषण और सामूहिक जागरण अपरिहार्य। जरूरी आयोजन के लिए अशोक कुमार पाण्डेय का शुक्रिया, दिल से। सुना कि नहीं दिल्ली वालों !?
ऐसे आयोजनों का बड़े स्तरों पर होना बेहद जरूरी है, हम जैसे युवा जुड़े है आप से.....। 2014 तक BJP को सपोर्ट कर रहे थे हम....पर वर्तमान हालात कुछ सालों से देख कर लग रहा है कुछ भी कोई कहे पर हालात सही नहीं चल रहे है। धन्यवाद क्रेडिबल हिस्ट्री... और अशोक सर 💐
A very very absorbing discourse. Every single word spoken by the professor is priceless and carries a genuine message to think over the direction we are heading. Thanks to the organizers and to Pandeyji.
बहुत ही अच्छा वर्णन 🙏। लेकिन आज बहुत से लोगों के दिमाग को इस तरह बर्बाद कर दिया गया है कि उनके सोचने समझने की शक्ति ही नहीं है कि ओ देश की तबाही को देख सके
"परकाया प्रवेश ... साहित्य के माध्यम से ".वाह सारी बातों का सार इस सूत्र वाक्य में अंतर्निहित है ।। दूसरों के दुख को समझना ही मनुष्य होने का प्रतीक है ,यही बात समझ आई पुरुषोत्त जी के वक्तव्य से ,ग्रेट सुपर्ब ।। वैसे अगर तकनीकी माध्यम ना होता तो हम आपको कैसे सुन समझ पाते , आपको सुनना पढ़ने जैसा ही है पुरुषोत्तम जी 🙏👌
I couldn't watch the program online because of other engagements. Thank you for sharing, Professor Agarwal's speech. It was too short a speech for me. I am Professor Agarwal 's same age. But I always learn from him. Unfortunately, I can't read Hindi. However, I read his books written in English.
इसके टाइटल से ये लग रहा है जैसे यह व्याख्यान अन्ना हजारे और बीजेपी के बारे में है।इसको बदल दें।यह बेहद शानदार,विचारोत्तेजक और आज के समाज को समझने में मददगार है।
JNU team of Bharat tere tukade honge inasha Allah inasha Allah will be very helpful in BJP getting more than 400 seats .Also it will ensure that Congress doesn't cross 40 mark.
विद्वता के साथ संप्रेषण की विनम्रता भी जरूरी है। जो इस व्याख्यान से गायब है। बहुत ही स्टीरियोटाइप स्टेटमेंट हैं। पुरुषोत्तम जी बहुत ज्यादा जजमेंटल हो रहे हैं।
बहुत बहुत शुक्रिया पुरुषोत्तम जी आपने बहुत अच्छी 2 बाते कही आगाह भी किया आने वाले समय से सच में जो भी जहां हैं अपनी जिम्मेदारी समझे और देश में फैलाई जा रही नफरत से बचे दूसरों को भी बचाए आपका बहुत बहुत आभार शुक्रिया 👍👍👍👍👍👍
सर आप जैसे महान लेखक और साहित्यकार होते हुए भी हम क्यू इतने पीछे हो गये ? आज देश के अधिकतर लोग भय से जी रहे है। जो सम्पन है देश छोड कर चले गये ,अपने बच्चो का भविष्य को देखते हुए। मुझे गर्व है अभी भी हमारे देश मे आप जैस महान विचारक है।
सर !बैखरी (चार वाणी में से एक) में आपका साहित्यिक प्रवचन सुना, आनन्द आगया। मैंने आपको पहली बार सुना है।आपको कोई जिज्ञासु पाठक ही समझ सकता है। साधारण श्रोता नहीं। आपकी भाषा प्रसंगों से भरी है, इसीलिए मैंने जिज्ञासु पाठक का जिक्र किया। आपकी भाषा सांकेतिक भी है, उसके लिए भी अच्छे बहूद्देशीय पाठक का होना आवश्यक है। बहुत रोचक, ज्ञान वर्धक और उपदेशात्मक है।
सर मैं भी एक हिंदी साहित्यकार हूँ और मेरे दो उपन्यास भी प्रकाशित हुए किंतु आपकी बात 100% सच है कि पढ़ने में किसी की कोई रुचि नहीं है..! यही कारण है कि मेरे पास दो अन्य उपन्यास भी लिखें हुए है पर अब उनको प्रकाशित कराने का उत्साह ही नहीं रहा क्योंकि ना तो हिंदी के पाठक है और ना ही प्रकाशक नए साहित्यकार को पनपने का अवसर देते..! मैंने आपकी पुस्तक, कौन है भारत माता.? पढ़ी है..
श्रीमान जी आप एक साहित्यकार है . समाज को विचारों से जीवंत रखने का माद्दा आप लोग रखते है .समस्या और समय हमेशा एक जैसा नहीं रहता . आज का दौर why this कोलावरी वाले song जैसा है परंतु जब भी लोग ज्यादा परेशां हो जाते है तो 70-80 के दशक के ही गाने सुनते है . आप अपना उत्साह बनाए रखिये क्यूकी आपका उत्साह ही नये विचारों को जन्म देगा जो स्वस्थ जीवन के लिये जरूरी है . आपके ही नहीं अपितु पूरे साहित्य समूह को साधुवाद एवम शुभकामनाएं ❤❤
आदरणीय प्रो पुरषोत्तम अग्रवाल जैसे तथ्य परख ज्ञानी के विचार और द्रष्टिकोण ही भारत की आत्मा और संस्कार को सुरक्षित रख सकता है !! लेकिन जब हमारी बुद्धि को धत्ता बताने वाले गुणों का समावेश हो चुका हो तो,,सत्यमेव जयते,, का क्या ??
19:24 बात तो बिलकुल सही कह रहे है सर आप, भक्तों ने दीपिका पादुकोण को ही नहीं उनके पूरे ख़ानदान तक को मुसलमान साबित करने की क़सम खा ली थी, और उल्टे सीधे तर्क भी दे रहे थे।
इस भय के समय में पुरुषोत्तम अग्रवाल जी ने सही कहा है कि हमें साहित्य पढ़ना चाहिए ताकि हम वैचारिक स्तर पर अपने को विकसित कर सकें। अग्रवाल सर बहुत प्रखर वक्ताओं में से एक हैं सुर सार्वजानिक बुद्धिजीवी की परम्परा का निर्वाह करते हुए दिखते हैं। ❤
परम आदरणीय सर काफी दिनों के बाद आपका व्याख्यान सुनने को मिला हार्दिक प्रसन्नता हुई ऐसे ही हमारा मार्ग दर्शन करते रहिए ओर कभी मेरा आतिथ्य भी स्वीकार करिए जिसकी प्रार्थना मैं आपसे पूर्व मे भी कर चुका हूँ चरण स्पर्श आपका शिष्य
मुद्दतें हुईं ऐसी बात सुने बहुत बहुत आभार ऐसा लगता है कि राहुल को पुनः परिभाषित करना जरुरी है राहुल की व्याख्या जरुरी है🙏🙏🙏 शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया बहुत बहुत शुक्रिया
Great speech by Prof. Purushottam Agarwal ji. His reference to present day "Post truth" age is eye-opening indeed. A true Gandhian both in letter & spirit. May God bless him in all his endeavours 🙏🙏🙏
वास्तव में बहओत ही शिक्षाप्रद और गंभीर विषयों पर प्रकाश डालते हुए प्रोफेसर साहब ने अपने विचारों को व्यक्त किया,काश आज समाज में सकारात्मक परिवर्तन की कोशिश की जरूरत है 😢
Human-oriented nationalism has been our heritage that culminates into composite culture and that is our Induaness..Prof.Purushotram Agrawal who is my mentor during my M.phil and Ph.D, has pointed out rightly and he further manifested a great menace to perish out completely and the present establishment is very much proximate to annihilate it , is worrisome and dangerous.He has given out a way to read literature that will make the human empathised.I am highly obliged to Ashok Pandey and his friends to organise such a meaningful conglomeration to awake the people including me. Since 2013 I have not met Purushottam sir but I am glad to see and hear him today. 🎉🎉💖😘
#Vaikhari के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए प्रो पुरुषोत्तम अग्रवाल ने कुछ बेहद ज़रूरी बातें की। सुनिए और अपनी राय दीजिए कमेन्ट में। #litfest #politics #indianhistory #purushotamagrawal, #ashokkumarpandey #congress #aap
हमारा सहयोग कीजिए 1- Paid Membership लेकर : bit.ly/3GnVaXu ; 2- आर्थिक सहयोग देकर, #support us by financial assistance : bit.ly/3Z92crT
For #SPONSHORSHIP queries mail @👉 editor@thecrediblehistory.com
My Books @ Amazon: amzn.to/429ZMdR
#facebook Page 👉 facebook.com/authorashokpandey/
#twitter 👉 twitter.com/Ashok_Kashmir
#instagram 👉 instagram.com/ashok_kashmir/
सच की लड़ाई में साथ आयें, Subscribe करें और दोस्तों तक भी पहुँचाएं।.
बहुत सुन्दर विचार
निसंदेह बहुत बङे हर विषय के विद्वान हैं और साथ ही अपनी बात को प्रभावी ढंग से अकाट्य तर्क सहित रखते हैं।
आज पहली दफ़ा पुरुषोत्तम जी को सुना😊
@@kumarneeraj3883 पाकिस्तान अफगानिस्तान बंगलादेश में हिन्दुओं के साथ अत्याचार हो रहा है कोई भी कांग्रेस वामपंथी मुस्लिम परस्ती वाले नेताओं पत्रकार अग्रवाल जैसे मुस्लिम दलालों की आवाज़ नही निकलीं ये सभी हिन्दू विरोधी मानसिकता का प्रोपोगेन्डा चलाते हैं
पुरुषोत्तम अग्रवाल जी की विवेचना बहुत ही सारगर्भित, तथ्य परक विचारो को उद्वेलित करने वाली होती है,,, 👌👌👌🙏🙏🙏🙏
Very well articulated comment 👍🙏
बात कुछ हजम नही हुई..वामपंथी विचारक है ये..कांग्रेस के बौद्धिक दलाल रहे है..बौद्धिक रहे है किंतु इनका काम हमेशा भारत विरुद्ध ही रहा है..मुस्लिम समाज को हीरो बना कर हिंदू धर्म पर लानत मानत करना इनका मजहब रहा है
पुरषोत्तम अग्रवाल जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद ❤🙏
प्रोफेसर पुरुषोत्तम अग्रवाल का आह्वान बहुत जरूरी, समवेत-साहसिक-पहल हमारे समय की मांग, उस पर तुरन्त अमल के लिए हर रचनाकार का पुन:पुनः आत्मविश्लेषण और सामूहिक जागरण अपरिहार्य। जरूरी आयोजन के लिए अशोक कुमार पाण्डेय का शुक्रिया, दिल से। सुना कि नहीं दिल्ली वालों !?
मन को झकझोरने वाला अनुकरणीय व्याख्यान हेतु प्रो पुरुषोत्तम अग़वाल जी का हार्दिक साधुवाद।
ऐसे आयोजनों का बड़े स्तरों पर होना बेहद जरूरी है, हम जैसे युवा जुड़े है आप से.....।
2014 तक BJP को सपोर्ट कर रहे थे हम....पर वर्तमान हालात कुछ सालों से देख कर लग रहा है कुछ भी कोई कहे पर हालात सही नहीं चल रहे है।
धन्यवाद क्रेडिबल हिस्ट्री... और अशोक सर 💐
Appreciate your comments n concerns there in
प्रोफेसर पुरुषोत्तम अग्रवाल जी बहुत महत्वपूर्ण और गंभीर तथ्य रखते हैं। बहुत बहुत धन्यवाद।
Very true
A very very absorbing discourse. Every single word spoken by the professor is priceless and carries a genuine message to think over the direction we are heading. Thanks to the organizers and to Pandeyji.
बहुत सच्ची और गहरी बातें कर गए सर। लोगो को समझ आ जाय यही ईश्वर से कामना हैं।
प्रोफेसर साहब ने बड़ी अच्छी बात कही
बहुत ही अच्छा वर्णन 🙏। लेकिन आज बहुत से लोगों के दिमाग को इस तरह बर्बाद कर दिया गया है कि उनके सोचने समझने की शक्ति ही नहीं है कि ओ देश की तबाही को देख सके
सहमत हूं आपसे।🙏
सही कह रहे हो पाकिस्तान बस जाओ वहाँ लोकतंत्र है सेक्युलर है
@@aruntiwari99 तुम लोग तो कांग्रेस के जमाने की नौकरी और व्यवसाय पर जिंदा हो शर्म नहीं आती क्यू नही पाकिस्तान चले गए 😡
@@aruntiwari99 मोदी आज ही मुस्लिमो से गले मिल कर आए हैं अब क्या कहोगे 🙄🙄😂
@@RamjeeRam-bm5xg चुतिये हम अपनी मेहनत का खाते है तेरे जैसे ओर राहूल गांधी की तरह बाप ने बोफोर्स की दलाली का पैसा नही खाया है 😀😀😀
"परकाया प्रवेश ... साहित्य के माध्यम से ".वाह सारी बातों का सार इस सूत्र वाक्य में अंतर्निहित है ।। दूसरों के दुख को समझना ही मनुष्य होने का प्रतीक है ,यही बात समझ आई पुरुषोत्त जी के वक्तव्य से ,ग्रेट सुपर्ब ।। वैसे अगर तकनीकी माध्यम ना होता तो हम आपको कैसे सुन समझ पाते , आपको सुनना पढ़ने जैसा ही है पुरुषोत्तम जी 🙏👌
वाह!बहुत अच्छे!!
Great JNU
👌👌👌🙏
I couldn't watch the program online because of other engagements. Thank you for sharing, Professor Agarwal's speech. It was too short a speech for me. I am Professor Agarwal 's same age. But I always learn from him. Unfortunately, I can't read Hindi. However, I read his books written in English.
शानदार बात कही पुरुषोत्तम सर …सहमत हूँ साहित्य रास्ता है
आपकी इमेज बहुत अच्छी है सर क्योंकि आप हमेशा तथ्यों पर बात करते हो मुझे तो जहाँ आपका नाम दिख जाये वो ज़रूर देखती हूँ
It's a great moment to hear Dr. Aggarwal.
Lot's of respect to you Sir.❤❤
प्रा.पुरुषोत्तमजी अग्रवाल, बहोत बहोत धन्यवाद.
वीडियो देखते हुए अभी 15 मिनट ही बीते हैं लेकिन मन सृजन शील हो गया इतना की प्रतिक्रिया खुद ब खुद प्रेषित होती जा रही हैं।।।
Your comments are deep rooted. 🙏
इसके टाइटल से ये लग रहा है जैसे यह व्याख्यान अन्ना हजारे और बीजेपी के बारे में है।इसको बदल दें।यह बेहद शानदार,विचारोत्तेजक और आज के समाज को समझने में मददगार है।
इसी tital से तो व्यू आएँगे
@@sanisingh6287 clickbite
साहित्य का ऐसा महत्व हम तक पहुंचाने के लिए आपका सदैव आभारी रहूंगा। अफसोस यह है कि इसको मैं यूट्यूब पर सुन रहा हूं।
An eye opening talk...as always...by Prof.Purushottamji...must we wake up now?
अब नागरिक जैसी कोई चीज बची नही है शायद!
अब हम उस समाज के हिस्से बन गये है जहाँ कर्तव्य और अधिकार सभी चीजें अप्रसंगिक हो रही हैं!
wonderful Purushottam Agarwal Saab.
very powerful speech, really appreciate the forum and respected intellectuals.
मैंने इनसे अपील की थी कि सर एक बार फिर "पुनर्जागरण" की जरूरत है!!अशोक साहब ये वीडियो दिखाने के लिए हजारों हजार,लाखो लाख दुआएं आपको!!
👋👋👋👍🙏
जहां न पहुंचे रवि वहां पहुंचे कवि।आप लोगों की मेहनत रंग लाएगी और सूर्य पुनः उगेगा 🌅🌄👍🙏
सर, आपके विचार बहुत ही प्रासंगिक हैं। JNU के प्रत्येक विद्यार्थी को JNU का ambassador बनकर जनमानस तक इन्हें पहुंचाना ,अपना कर्तव्य समझना चाहिए।
JNU team of Bharat tere tukade honge inasha Allah inasha Allah will be very helpful in BJP getting more than 400 seats .Also it will ensure that Congress doesn't cross 40 mark.
😂😂😂jnu tukde tukde
@@rahulpareek3132ye kab bola gya video dikha nhi hai to kuch mat bolo 😡😡😡😡😡
@@rahulpareek3132When Ramesh bidhuri says Kathmulle in Parliament......you have no problem.....
विद्वता के साथ संप्रेषण की विनम्रता भी जरूरी है। जो इस व्याख्यान से गायब है। बहुत ही स्टीरियोटाइप स्टेटमेंट हैं। पुरुषोत्तम जी बहुत ज्यादा जजमेंटल हो रहे हैं।
Aggrawal sir, साधुवाद इतनी सार्थक प्रस्तुति के लिए! !!
प्रोफेसर साहब को बधाई।
बहुत बहुत शुक्रिया पुरुषोत्तम जी
आपने बहुत अच्छी 2 बाते कही
आगाह भी किया आने वाले समय
से
सच में जो भी जहां हैं
अपनी जिम्मेदारी समझे और
देश में फैलाई जा रही नफरत से बचे दूसरों को भी बचाए
आपका बहुत बहुत आभार शुक्रिया
👍👍👍👍👍👍
Mai bhi 2012 me Anna Andolan me 1 din ke liye Delhi me shaamil tha baad me Anna ki sachhai janne ke baad aatma me bahut glani hui
Someone aap kaun hain?
अत्यंत सारगर्भित लेक्चर। बहुत बहुत बधाई।
Ashok sir 🙏❤
कम अल्फ़ाज़ में बेहद मानीख़ेज़ व्याख्यान, शुक्रिया सर !
पुरुषोत्तम अग्रवाल जैसे विद्वान और अच्छे इंसान हमारे देश में हैं हमें इस बात का गर्व है।आपकी एक एक बातें जड़ बुद्धि की जड़ें हिला देने वाली हैं।
Very true pursotam agarwal ji you are great scholar .Jai jawan Jai kishan.
संभवतः पुरूषोत्तम जी हमारे देश की ऐसी धरोहर है जिन्हें सभी को सुनना व मनन करना चाहिए... ऐसे बुद्धिजीवी को शत शत नमन 🙏🙏🙏🙏
Hat’s off to Purusottam Sir, many many thanks to Vaikhari ♥️🌻🙏
ऐसा वीडियो बनाने के लिए धन्यवाद
डॉ साहब को दिल की गहराई से प्रणाम🎉
बहुत ही सारगर्भित जानकारी,,,,धन्यवाद
सर आप जैसे महान लेखक और साहित्यकार होते हुए भी हम क्यू इतने पीछे हो गये ? आज देश के अधिकतर लोग भय से जी रहे है। जो सम्पन है देश छोड कर चले गये ,अपने बच्चो का भविष्य को देखते हुए। मुझे गर्व है अभी भी हमारे देश मे आप जैस महान विचारक है।
Shri पुरूषोत्तम ji अर्द्ध सत्य के उद्धरण de rahe hai.
Absolutely right
As usual very nice logical rational and scientific
माननीय पुरूषोत्तम अग्रवाल जी का बहुत बहुत आभार
बात काफी हद तक सही है क्योंकि इसी आंदोलन के कारण कांग्रेस के खिलाफ एक जनमत तैयार हुआ जो मुख्यतः भाजपा के पक्ष में गया।
अति सुंदर सर प्रशंसनीय तर्कसंगत व्याख्यान
सर !बैखरी (चार वाणी में से एक) में आपका साहित्यिक प्रवचन सुना, आनन्द आगया। मैंने आपको पहली बार सुना है।आपको कोई जिज्ञासु पाठक ही समझ सकता है। साधारण श्रोता नहीं। आपकी भाषा प्रसंगों से भरी है, इसीलिए मैंने जिज्ञासु पाठक का जिक्र किया। आपकी भाषा सांकेतिक भी है, उसके लिए भी अच्छे बहूद्देशीय पाठक का होना आवश्यक है। बहुत रोचक, ज्ञान वर्धक और उपदेशात्मक है।
एकदम सही कहा " जे यन यू में सपोले" बहुत है।
हिन्दू या मुस्लिम के अहसासात को मत छेड़िये
अपनी कुरसी के लिए जज्बात को मत छेड़िये (अदम गोंडवी)
👋👋👋👍🙏
Kurchi of Purushotam Agarwal was taken away then he is abusing government.
@@narpatsingh1987 He is a renowned personality by his own virtues. He doesn't need government's approval.
@@jhakkuagadhi842 Exactly and I didn't see him abusing the Government in his lecture
Thanks!
Welcome!
सर मैं भी एक हिंदी साहित्यकार हूँ और मेरे दो उपन्यास भी प्रकाशित हुए किंतु आपकी बात 100% सच है कि पढ़ने में किसी की कोई रुचि नहीं है..! यही कारण है कि मेरे पास दो अन्य उपन्यास भी लिखें हुए है पर अब उनको प्रकाशित कराने का उत्साह ही नहीं रहा क्योंकि ना तो हिंदी के पाठक है और ना ही प्रकाशक नए साहित्यकार को पनपने का अवसर देते..! मैंने आपकी पुस्तक, कौन है भारत माता.? पढ़ी है..
लोगों की पढ़ने में रुचि खत्म हुई और देश और समाज दोनो गर्त में चले गए..ये संयोग नहीं है
श्रीमान जी आप एक साहित्यकार है . समाज को विचारों से जीवंत रखने का माद्दा आप लोग रखते है .समस्या और समय हमेशा एक जैसा नहीं रहता . आज का दौर why this कोलावरी वाले song जैसा है परंतु जब भी लोग ज्यादा परेशां हो जाते है तो 70-80 के दशक के ही गाने सुनते है . आप अपना उत्साह बनाए रखिये क्यूकी आपका उत्साह ही नये विचारों को जन्म देगा जो स्वस्थ जीवन के लिये जरूरी है .
आपके ही नहीं अपितु पूरे साहित्य समूह को साधुवाद एवम शुभकामनाएं ❤❤
आपने पढ़ने वाले की बात कही मैं कह रहा हूं कि अब सही बात को सुनने वाले भी नही रहे।
@@AlokSharma-vf3id
मुझे हुआ है कोड़ खाज में, हर कोई देता मुफ्त सलाह ।
जो भुगता था इस बीमारी से, वही मुझे लगाए गला ।।
Sir books name btaiye...
आदरणीय प्रो पुरषोत्तम अग्रवाल जैसे तथ्य परख ज्ञानी के विचार और द्रष्टिकोण ही भारत की आत्मा और संस्कार को सुरक्षित रख सकता है !!
लेकिन जब हमारी बुद्धि को धत्ता बताने वाले गुणों का समावेश हो चुका हो तो,,सत्यमेव जयते,, का क्या ??
अगर प्रोफेसर अग्रवाल की पीड़ा हमें विचलित नहीं करती है तो अर्थ है कि हम अंदर तक जड़ हो चुके हैं।
19:24 बात तो बिलकुल सही कह रहे है सर आप, भक्तों ने दीपिका पादुकोण को ही नहीं उनके पूरे ख़ानदान तक को मुसलमान साबित करने की क़सम खा ली थी, और उल्टे सीधे तर्क भी दे रहे थे।
Beautiful talk..heard 3 times. Thank you
इस भय के समय में पुरुषोत्तम अग्रवाल जी ने सही कहा है कि हमें साहित्य पढ़ना चाहिए ताकि हम वैचारिक स्तर पर अपने को विकसित कर सकें। अग्रवाल सर बहुत प्रखर वक्ताओं में से एक हैं सुर सार्वजानिक बुद्धिजीवी की परम्परा का निर्वाह करते हुए दिखते हैं। ❤
अशोक पाण्डे जी को साधुवाद 🙏
शानदार।
हर संवेदनशील व्यक्ति आज उत्तेजित होना स्वाभविक है।
Very learned professor Aggrawal ji .
There is a lot to learn from Purushottamji.We need to put our heads together and work on what is good for our nation.
डाक्टर अग्रवाल की विवेचना बहुत ही सटीक होती है
Very well explained by Dr Purushottam Agrawalji. I thank him.
परम आदरणीय सर काफी दिनों के बाद आपका व्याख्यान सुनने को मिला हार्दिक प्रसन्नता हुई ऐसे ही हमारा मार्ग दर्शन करते रहिए ओर कभी मेरा आतिथ्य भी स्वीकार करिए जिसकी प्रार्थना मैं आपसे पूर्व मे भी कर चुका हूँ चरण स्पर्श आपका शिष्य
My all time favorite guru.
Thank you, sir
मुद्दतें हुईं ऐसी बात सुने
बहुत बहुत आभार
ऐसा लगता है कि राहुल को पुनः परिभाषित करना जरुरी है
राहुल की व्याख्या जरुरी है🙏🙏🙏 शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया बहुत बहुत शुक्रिया
👋👋👋👍👍👍🙏
An Intellectual Analysis of Facts by Professor Purushotam Agrwal:
अत्यधिक महत्वपूर्ण गहरा मंथन और सरल,सपष्ट, सत्य प्रस्तुतिकरण ।
इंकलाब जिंदाबाद
सही बात है।
Great speech by Prof. Purushottam Agarwal ji. His reference to present day "Post truth" age is eye-opening indeed. A true Gandhian both in letter & spirit. May God bless him in all his endeavours 🙏🙏🙏
Very very very true. I respect your thoughts, observation, and conclusion. Very genuine speech.
Coming time is very tough for Indian ideology.
अतिमहत्वपूर्ण व्याख्यान ❤
आपका उदबोधन मन भावन है,आप नेतृत्व करो हम समर्थन देंगे।
What a great conversation for vishwa guru India. politically and historically nice meeting by some best person.
वास्तव में बहओत ही शिक्षाप्रद और गंभीर विषयों पर प्रकाश डालते हुए प्रोफेसर साहब ने अपने विचारों को व्यक्त किया,काश आज समाज में सकारात्मक परिवर्तन की कोशिश की जरूरत है 😢
thank u sir. - parkaya pravesh se ye vichaar utha. ki -- today’s situation needs to be actively. handled. - realistically
हेडिंग में जो बात श्री अग्रवाल साहब ने कही है शत प्रतिशत सही है। किधर की मांग किधर मुड़ गई.......
Ashok Pandey ji me aapka bahut samaan karta hu aap apni vichardhara aur samajh me ekdam saaf hai.
This is highly enlightening. 🙏🏻
Agarwal ji is fountain of knowledge.
Wonderful
Apko koti koti naman... sir
Hats Off yo Sir.
पुरषोत्तम अग्रवाल जी को सुनने का अवसर मिलना सौभाग्य की बात है।
Agarwal sir
Aapko 23 sal pahle pahli bar JNU me dekha tha, tab se aap ko waise hi nirbheek dekhta aur sunta aa raha hoon, aap lajawab hain.
Super 👌 👍 😍 🥰
माफ कीजिए.. 2O11 में जब मेरे बीजेपी समर्थक मित्र अन्ना आंदोलन में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे थे तभी मैं पर्दे के पीछे का खेल समझ गया था..
Ayojakon v vakta dono ko sadhuwad hai
Excellent, Prof Purushotam Agarwal is truly India’s foremost thinker.
TCH ZINDABAAD
Love you purushottam sir ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Thought provoking, introspective, soul searching talk. Iam one of the great admirer of Prof. Purushottam Agarwal. 👌👌👌
This lecture is really worth pondering.
Human-oriented nationalism has been our heritage that culminates into composite culture and that is our Induaness..Prof.Purushotram Agrawal who is my mentor during my M.phil and Ph.D, has pointed out rightly and he further manifested a great menace to perish out completely and the present establishment is very much proximate to annihilate it , is worrisome and dangerous.He has given out a way to read literature that will make the human empathised.I am highly obliged to Ashok Pandey and his friends to organise such a meaningful conglomeration to awake the people including me. Since 2013 I have not met Purushottam sir but I am glad to see and hear him today. 🎉🎉💖😘
😍
Very nice program..
Thanks a lot to speaker n orgamizer..
रास्ता मिल गया ❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉 साहित्य ❤