शेष नारायण श्रीवास्तव ×अकिञ्चन× सत्यार्थ प्रकाश में महर्षि दयानन्द सरस्वती जी ने प्रथम समुल्लास में ईश्वर के नामों की व्याख्या की है। आपने बिस्त्रित रूप से बहुत ही अच्छे प्रकार से समझाया आपका बहुत बहुत आभार। धन्यवाद, सादर नमस्ते जी।
।। आप सही कह रहे हैं कि,,जो काम सुई करती है वो तलवार से नहीं करना चाहिए अन्यथा सिलाई के स्थान पर ? अर्थात ईश्वर अति सूक्ष्म है जैसे भगवान सूर्यदेव की किरणें जैसे सूक्ष्म रूप धरि सियहि दिखावा विकट रूप धरि लंक जरावा।।
यद्यपि आर्य समाज विद्वानों का उद्गम स्थल है, और एक से बढ़ कर एक विद्वान आज भी हिंदू समाज के जागरण रूपी तप की साधना कर रहे हैं उनमें आपका भी विशिष्ट स्थान है। आपकी शैली प्रभावी है।
आपने ओम् शब्द का प्रमाण दिया वेदों से अच्छी बात है।। मैं यह चाहता हूं कि आप एक वीडियो बनाएं जिसमें सिर्फ वेदों का ही प्रमाण हो ओम शब्द से जुड़ा हुआ। क्योंकि जब भी हम किसी पौराणिक या किसी मुसलमान से बात करते हैं तो हम उन्हें कहते हैं कि हम ओम को मानते हैं वह ईश्वर का नाम है तो फिर वह हमसे प्रमाण मांगता है वेदों से।। तो इसीलिए एक ऐसी वीडियो बनाएं जिसमें सिर्फ ओम शब्द पर ही आप वेदों से प्रमाण दें।। और उन मंत्रों की पीडीएफ बनाकर नीचे कमेंट सेक्शन में डाल दें।।
आप सच्चे परम पिता को जान जाओगे , तो आपका इन कृतिम तथाकथित धर्मों से मोह भंग हो जाएगा , यह सुनिश्चित है ।
आप का दिया हुआ ज्ञान सिर्फ एक व्यक्ति नहीं सुनता बल्कि बहुत से लोगों के पास वह ज्ञान चला जाता है। ऐसी ज्ञानवर्धक वीडियो बनाने के लिए धन्यवाद।।
जय श्री राम 🙏🕉️🚩🤗🔱
आचार्य जी बहुत ही बढ़िया videos बना रहे है आप। 🙏🙏
ओऊम जी जगत का संचालन के रूप विस्तार से भोधप़दान हुआ धन्यवाद जी
शेष नारायण श्रीवास्तव ×अकिञ्चन× सत्यार्थ प्रकाश में महर्षि दयानन्द सरस्वती जी ने प्रथम समुल्लास में ईश्वर के नामों की व्याख्या की है। आपने बिस्त्रित रूप से बहुत ही अच्छे प्रकार से समझाया आपका बहुत बहुत आभार। धन्यवाद, सादर नमस्ते जी।
@SheshNarayan जी सादर नमस्ते जी🙏🙏
🌹🙏🙏🙏🌹
🕉🕉🕉🕉🕉🙏🙏
ओम् परिणाम आचार्य जीं जय आर्यावर्त
om
।। आप सही कह रहे हैं कि,,जो काम सुई करती है वो तलवार से नहीं करना चाहिए अन्यथा सिलाई के स्थान पर ? अर्थात ईश्वर अति सूक्ष्म है जैसे भगवान सूर्यदेव की किरणें जैसे सूक्ष्म रूप धरि सियहि दिखावा विकट रूप धरि लंक जरावा।।
Wah kya khoob vichar. .....
Bhot badhiya samjhaya acharya shree
बहुत बढ़िया आचार्य जी
बहुत अच्छा समझाया आपने 🙏🙏
आपके जैसा कोई नहीं है अन्य जहां मैं। नमः आपको।
🙏🕉🙏🏻
Pranam aacharyji 🙏🙏🙏🕉️🕉️🕉️
नमस्ते आचार्य जी
Enjoying your classes. Thanks.
Nameste aacharya ji 🙏
Namaskaram🙏
यद्यपि आर्य समाज विद्वानों का उद्गम स्थल है, और एक से बढ़ कर एक विद्वान आज भी हिंदू समाज के जागरण रूपी तप की साधना कर रहे हैं उनमें आपका भी विशिष्ट स्थान है। आपकी शैली प्रभावी है।
आपने ओम् शब्द का प्रमाण दिया वेदों से अच्छी बात है।। मैं यह चाहता हूं कि आप एक वीडियो बनाएं जिसमें सिर्फ वेदों का ही प्रमाण हो ओम शब्द से जुड़ा हुआ। क्योंकि जब भी हम किसी पौराणिक या किसी मुसलमान से बात करते हैं तो हम उन्हें कहते हैं कि हम ओम को मानते हैं वह ईश्वर का नाम है तो फिर वह हमसे प्रमाण मांगता है वेदों से।। तो इसीलिए एक ऐसी वीडियो बनाएं जिसमें सिर्फ ओम शब्द पर ही आप वेदों से प्रमाण दें।। और उन मंत्रों की पीडीएफ बनाकर नीचे कमेंट सेक्शन में डाल दें।।
ओम खम ब्रह्म ( यजुर्वेद ) : ॐ ही ब्रह्म यानी ईश्वर है ।।
@@সনাতন-র২ঠ kaunsa mantra h
ধন্যবাদ