यदुवंशि ही बदल कर भाटी कहलाए गये, पाकिस्तान का भुट्टो परिवार भाटी से भुट्टो हुआ है। भरतपुर के जितने भी सिनसिनवार जाट है वो सब करोली से ही निकले हैं।और इनका गोत्र अत्री या अत्रीक है। ऐसा मेरा मानना है।
Hakikat yeh hain us kal me aam rajput ko koyee adhikar nahi tha,ek jagirdar ka bara putar uski jagha tikayee hota tha dushre bete chhut bhai kahlate the jo puri tarha adhikar vihin hote the,han shekhawati aadi me Pana system tha vahan eatna vibhed nahin tha.
@@rsrathoreadvocate3630ha saa bil kul sahi farmaya...shekhavat me panna system...or gujrat me jo bhi raja the unki bhai o ko gujjara karne kay loye jo jamin rajvado ki or say di jati thi usako...jivay...bolte the....or...jobi rajvada ho unke...bhai o kay vashq jo ko bhayat bol tay the....aaj bhi gujrat me jo rqjvade he unke vanshaj bhayyato ka baut sqnman kqrqtay he.....or e baat rajsthani....yq gujrqti rqjput he qqchi tara h se samaj saktq he......gujrat me....bhaayat.....or rqjsthqn me bhaipo.....or puri kom ki biradari ko sardari bolte te....sirmour bhatio ka state tha vaha bhatti o kay jitnr gao he un sab rajput sardaro ne sirmour k raja ko chu na tha ...matalab bhayqto(bhaio)ka bahut yog dan thq....gujrat me kutch stat jadeja oka tha un me bhi 45 villgaes jade ja oke the un ho ne maharav gondji k bad alge varis ko bhaio(brothher hood) ne he chu na tha.....
बिल्कुल सही कहा हुकम महाराणा फतेहसिंह जी को मेवाड़ का महाराणा बनाया गया जो शिवरती गांव के थे और अनपढ़ किसान थे। और जब महाराणा बने तो बहुत अच्छा राज्य किया।
पूरे राजस्थान का तो नहीं बोल सकते लेकिन मेवाड़ में भील राजाओं का राज था मारवाड़ में सिंध प्रांत के बाड़मेर जैसलमेर को छोड़कर बाकी जगह जाटों का राज था पुराना नाम था जांगलप्रदेश
😂😂 are bhai jo bhati rajput h , jadon rajput wo asli Shree Krishna ke vanshaj hai, isliye wo yadav likhte hai. Tum bhesh charane wale nahi shree Krishna ke vanshaj 😂
Wah Hukum Bahot Hi Khubsurat Smjhaya apne yahi to me Bolta Hu K Pura Bharat Varsh Hi Hamara Tha Or Hamara Hi Rahega Jai Maa Bhawani 🚩🚩 Jai Jai Rajputana 🚩🚩
बहुत सुन्दर और अद्भुत जानकारी नरूका जी, यह जानकारी मेरे हिसाब से किसी को नहीं थी, विशेषकर युवा और उत्तर प्रदेश या अन्य जगह भी नहीं थी 🌹🙏🙏🌹⚔️🚩 आपका बहुत बहुत आभार
रियासतकाल में आम राजपूत की आर्थिक व सामाजिक हालत बहुत ही ख़राब थी। आम राजपूत को राजा-महाराजाओ को दी जानेवाली सेवाओ के बदले में इतनी ही माफ़ी की कृषि भूमि दी जाती थी जिससे बड़ी मुश्किल से अपना गुजर-बसर कर पाते थे। आम राजपूत तो क्या राजा-महाराजाओ के बड़े-छोटे बेटो में भी बहुत भेदभाव होता था। बड़े तथा छोटे बेटो के ख़ान-पान, शिक्षा आदि की व्यवस्था अलग से होती थी। आम राजपूत की हालत राजपूत होते हुए भी उनकी हालत सेवकों से ज़्यादा नहीं थी।
आप अपने समाज के बारे में और राजपूत समाज के बारे में स्टडी करें यदि आप यह मानते हैं कि हम राजपूत का रास्ता तो फिर जागीर खालसा हुई तो फिर हम राजपूत का परिवार क्यों नहीं अकेले पिंपल्स क्यों नहीं रही है और जमीन सारी बेज्जती आप ना रुका हूं की बात करते हैं तो तेज सिंह गद्दार थे और अंग्रेजों के साथ मिलकर महाराज साहब को जय सिंह जी को देश देश निकाल दिया था जिसमें जवाली ठाकुर और तत्कालीन महारानी सॉ और रामनारायण ठेकेदार तथा तेज सिंह सम्मिलित थे और अंग्रेजों की चलती कि उदारवादी नेतृत्व चाहते नहीं तेज सिंह को अंग्रेजी के गुलामी पैसा मिला था राजपूततो ने राजगद्दी नहीं अंग्रेजों ने उन्हें अपना गुलाम राजा बनाया था और महाराज जय सिंह की षड्यंत्र करके हत्या करवाई गई
दासी पुत्र तो राणा बनवीर भी था और उसने 3 साल से मेवाड़ पर राज्य किया,,,और मावली शहर बसाया था,,,,कुल मिलाकर पहले कोई भी राजा बनाया जा सकता था,,,दासी पुत्र हो या फिर राज पुत्र,,,,कोई फर्क नहीं पड़ता था,,,
🔱 जिस राजा के पुत्र पीढ़ी-धर-पीढि होता रहे, तो आम राजपूतों का ना ही राज-निर्णय में सहभागिता नहीं होती थी। यह बिलकुल सत्य है.. कि आम राजपूतों की कोई राजकार्य पर निर्णय सहमति नहीं ली जाती थी। 🔱 आम-राजपूत केवल कामदार होते थे। राजा अपने छुटभाईयों को भी अपने साथ नहीं लगता था, बल्कि अलग रखता था।
देश में लोकतंत्र तो आया राजपूत ने सब कुछ चला गया बस धरोहर बच्ची है वो भी जीर्णोद्धार के लिए तरसे रहीं हैं उनके रखें रखावे के लिए पैसा नहीं है कानून होता कि कुछ रखें रखावे के लिए सरकार हरे साल देती रहेगी
@@Shakti-singh. राजपुत का धर्म क्या है ? आज के राजपुत दूसरी जाति के लोगो को पैर की जूती के बराबर समझते है , अपनी जाति का स्वाभिमान सब को होता है लेकिन आपकी जाति के लोग आज भी अपनी जाति का उपयोग दूसरो को नीचा दिखाने के लिए कर रहे हैं कुछ अच्छे भी हे अगर ३६ कोम को साथ में लेकर चले वो हे सच्चा क्षत्रिय जय माताजी 🙏
आज भी बहुत गरीब राजपूत हैं पहले भी थे i समझ नहीं आ रहा कि कहना कया चाहता है झूठ फेंक रहा है i आम गरीब राजपूत बेचारा आज दुखी हैं राज तो उन्हीं रजवाड़ों का था जो राज कर रहे थे i आम लोगों का इसमें कया लेन देन था i
Akbar dawar main kshatriya ho sakte hain or tune dekha bhi hoga bat sach ho sakta hain kiyon ki akbar ke darwar main tumhare jaison ki mammy ghuss jati thi unko rokna bhi rajputon ki jimmedari thi
हमारे राजाओं ने जो हिन्दू सनातन धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे कर भी रक्षा कीं जो हिन्दू धर्म के प्रतीक तीज गणगौर पर्व जो गढ़ किलो से निकलती हैं धीरे धीरे यह सब रस्म के रहे गये
लगभग सभी किलो मे मस्जिदे क्यो है फद्दू देशभगतो, वो तुम्हारे हूँदुत्व् रक्षा का सबूत ह क्या? मराठे लडे थे और भरतपुर वाले जाट मुगलो से । तुमने तो मुगलो से क्या किया था 😘।
@@star-oq2cy wahi malechchh jh*nt hai n tu jisme sand pratha ka prachalan tha jisme Rajput ladkon se jatniyon ko bachche paida karaya jata tha tu humara hin najayaj biz hai
हमारी संस्कृति हमारी धरोहर कि वजह से है यह रहेगी तो हिन्दू से हिन्दू स्थान होगा जिसे देश न अपनी ससकृति नहीं बचा सकें वो इराक ईरान अफगानिस्तान पाकिस्तान बागलादेश बनें गये राणा कुंभा से लेकर राजा मानसिंह ने अपने धर्म की रक्षा के लिए समर्पित रहे
Shekhavat ji aap ye bataiye is kachhawaha rajput hai bhi to kha hi Maharana pratap ke vanshaj ki tarah majority kyo nhi hai Log a sabhi kacchi kahakr bulte hai aur sudra samjhate hai
Is there any DNA profile of princely states of rajasthan. So many rajputs during mughal rule migrated to the kingdom of Maharaja Ranjit Singh towards north. Our ancestors were among them. It is sure that our background is rajasthan.
जै एकलिंग नाथ जी री💐 🌹🙏🙋♂️🌞🌙⛳बहुत ही अच्छी बातें बताई आपने Thanks❤👍, पहले होता तो ऐसे ही था जो आपने बताया लेकिन कुछ कम अक्ल के लोग कहते हैं, कि आम राजपूतों की राज में कोई भागीदारी नहीं थी, 😄😄हमारे मांगलियावटी क्षेत्र में भाई बंट गाँव थे, जिसमें सभी भाईयों की बराबर जिम्मेदारी थी,
राजपूतों की उत्पत्ति बताओ ग्यारहवीं शताब्दी में हुई थी जब मुस्लिम आक्रमण कार्यो ने भारत पर आक्रमण किया और यहां रहने वाले राजाओं के बेटों को राजपूत का उसी का एविडेंस होकर राजपूत जाति बनी पहले जबकि पहले जो मुखिया हुआ करता था उसको ठाकुर कहा जाता था
Nahi rajput jaati ka gathan Rana Sanga ne kiya tha 15 Satabdi me sabhi ladaku jaatiyo ko milakar rajput bana hai iske pahle aam kshatriya sab alag alag apne clane me hi shadi vyah karte the. Lekin raja log political advantage ke liye dusre gotra ke logo se bhi shadi karte the.
It was Rao Raja Vikram Singh who was Maharaja Jai Singh's son and Himmat Singh was Rao Raja Vikram Singh's son who was not even born at that time? Get your history correct? It was the British Governor who ultimately decided the final succession out of the different claimants?
जोधा और बीका से पहले इतिहास नहीं है ऐसा आपने कहा पढा या इनसे पहले यहां कोई रहता नहीं था या फिर से पहले लोकतंत्र तथा फिर इन्होंने ही राजतंत्र स्थापित किया
मारवाड़ में राठौड़ों से पहले प्रतिहारों व कई अन्य राजवंशों ने राज किया था | बीका से पहले उस क्षेत्र में कुछ क्षत्रिय राजवंशों का राज था और कुछ क्षेत्र जाट कबीलों के पास थे, जिन्होंने सुरक्षा की गारंटी के बदले बीका को राजा स्वीकार किया |
आज भी आम जनता का राज कहाँ है? कुछ परिवार ही चुनाव लडते हैं। सांसद व विधायक बनते हैं। एक परिवार यही समझता है कि इस देश का प्रधानमंत्री हम ही बनसकते हैं और कोई नहीं। अगर जनता ने बना भी दिया तो उसे प्रधानमंत्री मानते नहीं। ऐसी ही स्थिति राज्यों में मुख्यमंत्री पद के लिए हालात बना कर रखा है।
गुजरात में जितने भी राजपूत राजपूत थे उनके भाई ओ को भयत के नाम से जाने जाते थे वह भी आप किसी भी गुजराती राजपूत से पूछेगे तो वो कोई ना कोई राजपूतराजवाड़े का भाई पा लगता है या आज भी रजवाड़े अपने भाई ओ का सम्मान करते हैं। भाई ओ कोजमीन दे जत्ती थी राजवाडो कियोर से....गुजरात में जो राजपूत हे उनका लाइनेज किसी ना किसी का खून का रिश्ता राजवाडो से हे...राजपूत कोई आम नहीं था...इतिहास में काई उदयहरन हे... जब राजा को संतान नहीं थी तो अपने जो भी भाईपो लगें मेरे से भगवान लेटे थे....या ई बात...ज्यादा...राजस्थान के राजपूत...या गुजरात के राजपूत समाज कह सकते हैं वह....गुजरात में ...राजा के भाई ओ के वंश जो को bhayat....or rajsthan me bhaipo bol te he...mtlab koi na koi thikane .....se un ka rakt sambath he....
आम राजपूतो की बदौलत ही राजा विजय श्री हासिल करते थे ओर लाखो कुर्बानिया भी आम राजपूतो ने ही दी है जिससे आज की बडी बडी रियासते कायम रही।।
Bahut bada Itihaas Hai rajputon ka Sikh Dharm mein bhi Rai putron ka bahut bada Itihaas hai
जैसलमेर में भाटी यदुकुल वंशी राजपूतों का हनुमानगढ़ में भाटी वंशी करौली में जादौन यदुकुल वंशी राजपूतों का राज था।🚩🚩🙏🏼🙏🏻
यदुवंशि ही बदल कर भाटी कहलाए गये, पाकिस्तान का भुट्टो परिवार भाटी से भुट्टो हुआ है। भरतपुर के जितने भी सिनसिनवार जाट है वो सब करोली से ही निकले हैं।और इनका गोत्र अत्री या अत्रीक है। ऐसा मेरा मानना है।
Nayi baat nyi hai koi.. Ye sabko pata hai.... 😅
जो राजा नही था वो आम आदमी था उसे कुछ नही मिलता था । हम लोग आम राजपूत है और हमारा सारा वंश गरीब है । और आरक्षण भी झेल रहे है।
बिल्कुल सही फरमाया हुकुम
Hakikat yeh hain us kal me aam rajput ko koyee adhikar nahi tha,ek jagirdar ka bara putar uski jagha tikayee hota tha dushre bete chhut bhai kahlate the jo puri tarha adhikar vihin hote the,han shekhawati aadi me Pana system tha vahan eatna vibhed nahin tha.
Tab tum farzi hogai
@@rsrathoreadvocate3630ha saa bil kul sahi farmaya...shekhavat me panna system...or gujrat me jo bhi raja the unki bhai o ko gujjara karne kay loye jo jamin rajvado ki or say di jati thi usako...jivay...bolte the....or...jobi rajvada ho unke...bhai o kay vashq jo ko bhayat bol tay the....aaj bhi gujrat me jo rqjvade he unke vanshaj bhayyato ka baut sqnman kqrqtay he.....or e baat rajsthani....yq gujrqti rqjput he qqchi tara h se samaj saktq he......gujrat me....bhaayat.....or rqjsthqn me bhaipo.....or puri kom ki biradari ko sardari bolte te....sirmour bhatio ka state tha vaha bhatti o kay jitnr gao he un sab rajput sardaro ne sirmour k raja ko chu na tha ...matalab bhayqto(bhaio)ka bahut yog dan thq....gujrat me kutch stat jadeja oka tha un me bhi 45 villgaes jade ja oke the un ho ne maharav gondji k bad alge varis ko bhaio(brothher hood) ne he chu na tha.....
अरे भाई इनके पूर्वज किसी कन्या को लेकर वंश से अलग हो गए होंगे
🚩क्षत्रियो ने शिर्फ संघर्ष किया हे जनता की सेवा की ह जनता के लिए प्राण न्यौछावर किये 36 कौम क साथ😊
श्रीमान राजेन्द्र सिंह जी नरुका साहब ने क्षत्रिय कोम के लिए बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं मैं इनकी भावनाओं को वंदन करता हूँ
Ye kya bol rahein h usme aapko maalum chalta h
तर्क के आधार पर आपके विचार निराधार हैं कुछ भी दम नही है मन गढ़न्त हैं , बच्चों के लिए मनोरंजन है ।
Tu apne dimag ka aayurvedik ilaj kar pahle sab thik nazar aayega fir tujhe
तो सुन क्यूँ रहा है निकल यहां से
Acha nich
भग यहां से
बिल्कुल सही कहा हुकम महाराणा फतेहसिंह जी को मेवाड़ का महाराणा बनाया गया जो शिवरती गांव के थे और अनपढ़ किसान थे। और जब महाराणा बने तो बहुत अच्छा राज्य किया।
मेवाड़ राज्य का इतिहास सुनाया आपको बधाई हो
चंद राजपूत घरानों का शासन था । आम राजपूत की शासन में क्या बिसात । आज जिनको वोट देकर राजा बनाते हैं वो नहीं सुनते तो सामंती दौर की क्या मजाल ।
अलवर सिटी पैलेस की हालत देखिए ,विरासत मिट्टी में मिल रही है।
राजस्थान में मूलतः भील राजाओं का राज था बाद में धोखाधड़ी से लड़ाईयां करके ले लिया गया था।।
😃😃😃😃matlab Rajsthan pura jungle tha wah re g*ndmare jungali dunia ke gyani purush🤣🤣🤣🤣
पूरे राजस्थान का तो नहीं बोल सकते लेकिन मेवाड़ में भील राजाओं का राज था मारवाड़ में सिंध प्रांत के बाड़मेर जैसलमेर को छोड़कर बाकी जगह जाटों का राज था पुराना नाम था जांगलप्रदेश
@@padamsinghchoudhary04 🤣🤣🤣🤣🤣
और आमेर बूंदी रणथंभौर में मीणा का राज था @@padamsinghchoudhary04
@@jyotimeena7191 Sc 😂
Jai Rajputana Jai Sisodiya, Jai Mewad
Abhi to Sab OBC Bane ke chakkar me hai....
Sari Royalty nikal gai....
इतिहास भी इस बात को मानता है कि करौली यादव वंश का था वही आज भी जैसलमेर के दुर्ग पर लिखा हुआ है यदुवंशी छत्रसाल भाटी कुली यादव वंश
😂😂 are bhai jo bhati rajput h , jadon rajput wo asli Shree Krishna ke vanshaj hai, isliye wo yadav likhte hai. Tum bhesh charane wale nahi shree Krishna ke vanshaj 😂
बहुत ही उत्तम जानकारी हुकुम🙏🙏
Hukum ,You are speaking logically and factually correct.
राजन्दर्सिंह नरूका जी एकदम सही कहा आपने कि अपने वंश का कोई भी राजा हो सकता है जोधपुर के राजवंश भी तो गुजरात के ईढर से गौद लिए थे
Saahab aap ke parivaar mne kitne raaja hue
🚩जय श्री राम 🚩
🚩हर हर महादेव 🚩
Wah Hukum Bahot Hi Khubsurat Smjhaya apne yahi to me Bolta Hu K Pura Bharat Varsh Hi Hamara Tha Or Hamara Hi Rahega
Jai Maa Bhawani 🚩🚩
Jai Jai Rajputana 🚩🚩
thanks bhaisab ap ki patarkarita ko nmn
Nice
Very good
Jay rajputana jay bhawani Dr Ramveer singh tanwar
Jai shree Ram 🚩🚩
अब क्या करना है । लोकतन्त्र है सब समान है ।
बहुत सुन्दर और अद्भुत जानकारी नरूका जी, यह जानकारी मेरे हिसाब से किसी को नहीं थी, विशेषकर युवा और उत्तर प्रदेश या अन्य जगह भी नहीं थी 🌹🙏🙏🌹⚔️🚩 आपका बहुत बहुत आभार
Bhai paagal bana raha h
रियासतकाल में आम राजपूत की आर्थिक व सामाजिक हालत बहुत ही ख़राब थी। आम राजपूत को राजा-महाराजाओ को दी जानेवाली सेवाओ के बदले में इतनी ही माफ़ी की कृषि भूमि दी जाती थी जिससे बड़ी मुश्किल से अपना गुजर-बसर कर पाते थे। आम राजपूत तो क्या राजा-महाराजाओ के बड़े-छोटे बेटो में भी बहुत भेदभाव होता था। बड़े तथा छोटे बेटो के ख़ान-पान, शिक्षा आदि की व्यवस्था अलग से होती थी। आम राजपूत की हालत राजपूत होते हुए भी उनकी हालत सेवकों से ज़्यादा नहीं थी।
जय श्री राम
🙌🙌🙌
Bhot samjhadar admi h ye.... Mere bi same vichar h
Super dada
Sala jhunt bolraha h
Good news
जय मां भवानी
🚩🙏 जय श्री राम 🙏🚩
आप अपने समाज के बारे में और राजपूत समाज के बारे में स्टडी करें यदि आप यह मानते हैं कि हम राजपूत का रास्ता तो फिर जागीर खालसा हुई तो फिर हम राजपूत का परिवार क्यों नहीं अकेले पिंपल्स क्यों नहीं रही है और जमीन सारी बेज्जती आप ना रुका हूं की बात करते हैं तो तेज सिंह गद्दार थे और अंग्रेजों के साथ मिलकर महाराज साहब को जय सिंह जी को देश देश निकाल दिया था जिसमें जवाली ठाकुर और तत्कालीन महारानी सॉ और रामनारायण ठेकेदार तथा तेज सिंह सम्मिलित थे और अंग्रेजों की चलती कि उदारवादी नेतृत्व चाहते नहीं तेज सिंह को अंग्रेजी के गुलामी पैसा मिला था राजपूततो ने राजगद्दी नहीं अंग्रेजों ने उन्हें अपना गुलाम राजा बनाया था और महाराज जय सिंह की षड्यंत्र करके हत्या करवाई गई
Right jai rajputana
दासी पुत्र तो राणा बनवीर भी था और उसने 3 साल से मेवाड़ पर राज्य किया,,,और मावली शहर बसाया था,,,,कुल मिलाकर पहले कोई भी राजा बनाया जा सकता था,,,दासी पुत्र हो या फिर राज पुत्र,,,,कोई फर्क नहीं पड़ता था,,,
Jankari ke liye dhanyvad
🔱
जिस राजा के पुत्र पीढ़ी-धर-पीढि होता रहे, तो आम राजपूतों का ना ही राज-निर्णय में सहभागिता नहीं होती थी। यह बिलकुल सत्य है.. कि आम राजपूतों की कोई राजकार्य पर निर्णय सहमति नहीं ली जाती थी।
🔱
आम-राजपूत केवल कामदार होते थे। राजा अपने छुटभाईयों को भी अपने साथ नहीं लगता था, बल्कि अलग रखता था।
Koti koti Naman Jay rajputana jay rajputana jay rajputana
देश में लोकतंत्र तो आया राजपूत ने सब कुछ चला गया बस धरोहर बच्ची है वो भी जीर्णोद्धार के लिए तरसे रहीं हैं उनके रखें रखावे के लिए पैसा नहीं है कानून होता कि कुछ रखें रखावे के लिए सरकार हरे साल देती रहेगी
@@Shakti-singh. राजपुत का धर्म क्या है ?
आज के राजपुत दूसरी जाति के लोगो को पैर की जूती के बराबर समझते है , अपनी जाति का स्वाभिमान सब को होता है लेकिन आपकी जाति के लोग आज भी अपनी जाति का उपयोग दूसरो को नीचा दिखाने के लिए कर रहे हैं
कुछ अच्छे भी हे
अगर ३६ कोम को साथ में लेकर चले वो हे सच्चा क्षत्रिय
जय माताजी 🙏
आपका आभार, नई पीढ़ी आपसे बहुत कुछ सीखेगी
Ye aadmi bina gyan ke baate kar rha h kya sikhe ge nai pide esko kuchh maalum nahi to
आज भी बहुत गरीब राजपूत हैं पहले भी थे i समझ नहीं आ रहा कि कहना कया चाहता है झूठ फेंक रहा है i आम गरीब राजपूत बेचारा आज दुखी हैं राज तो उन्हीं रजवाड़ों का था जो राज कर रहे थे i आम लोगों का इसमें कया लेन देन था i
Jay Rajputana
🚩🚩🚩...
इस देश में मुस्लिम और ईसाई वर्दान है इन दरिदो से आजादी दी
अतः राजपूत कट्टर जातिवादी थे,माय गॉड
Jai sang Shakti
🕉🙏
Aek dam sahi kaha kuch log muh main govar bhar ker aate hain Sach bol nahi sakta hain
Jay mata de hokm
ATISUNDER. SHEKHAWAT SHAB
Jay Raghunathji ki saa !
Aap ne sahi farmaya hkm
जय राजपुताना।🙏🙏
Jai maa bhavani..Jai rajputana...Jai thakurana
मै भी जावली से हू
Rawna Rajput 💪🏻💪🏻
आम राजपूत राजा के सेवक, सैनिक,रक्षक का काम करते थे।राज राजा का ही होता था।यह कहना कि आम राजपूत राजा होता था मान्य नहीं है।
अकबर के महल के बाहर चौकीदारी करते थे
दरबार में बिना हथियार के सर झुका के जाते थे
मीणा किसके चौकीदार थे। जयपुर राजपरिवार।
@@atulbhadauriya3154 meena ne akbar se ladai ladi hai fuddu sale
Jaipur raj parivar man singh ki par dadi rasoi me bartan maanjhti thi
@@atulbhadauriya3154तुम तो ढोलकी बजाते थे और आज भी बजाते है 😂😂 और ज्ञानी 17 पीढ़ी लड़े है हम
Akbar dawar main kshatriya ho sakte hain or tune dekha bhi hoga bat sach ho sakta hain kiyon ki akbar ke darwar main tumhare jaison ki mammy ghuss jati thi unko rokna bhi rajputon ki jimmedari thi
Akbar ke mahal main aapki mammy ghuss jati thi or kisi ki mammy na ghuse is liye rajput akbar ke darwar main rahte thye
But aaj ke jo rajgrane Or ameer rajput hai wo aam rajputo ke samsyao m sath ni dete
Joy ma Bhabani , Joy Chhatriyo Rajput , All'India'Chhatriyo Ektai zindabad
Jai Raghunathji Ri saa❤
रही बात आज की तो सभी लोग अपना कुनबा बढाने मैं लगे हैं। ये बात जो नही समझेगा वो भविष्य में पछताएंगे।
हमारे राजाओं ने जो हिन्दू सनातन धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे कर भी रक्षा कीं जो हिन्दू धर्म के प्रतीक तीज गणगौर पर्व जो गढ़ किलो से निकलती हैं धीरे धीरे यह सब रस्म के रहे गये
Jay Mughalputana. Fake history wale kshatriya 🤣🤣
लगभग सभी किलो मे मस्जिदे क्यो है फद्दू देशभगतो, वो तुम्हारे हूँदुत्व् रक्षा का सबूत ह क्या? मराठे लडे थे और भरतपुर वाले जाट मुगलो से । तुमने तो मुगलो से क्या किया था 😘।
@@star-oq2cyJay Mughalputana 💪💪 fake history wale kshatriya 🤣🤣
@@star-oq2cy Jaa sub Mughalput ha🤣🤣
@@star-oq2cy wahi malechchh jh*nt hai n tu jisme sand pratha ka prachalan tha jisme Rajput ladkon se jatniyon ko bachche paida karaya jata tha tu humara hin najayaj biz hai
1819 से पहले राजपुताना शब्द ही इस पृथ्वि पर नहीं था।
Jai rajputana
राज तो राजपूतों का था
Ap ka samarthan.Marwad me kahawat thi.RIDMAL THAPE VO RAJA. Marji Nahi chalati. Thi.
Jai Mata ji ki Saa, Aap Saach bole Rahe hea. 6 Mahina fooj mea 6 Mahina kheet mea kheti.
Yahi mere purvaj kha karte thee🙏
बात में दम नहीं है
ना तर्को में कोई दम है
हमारी संस्कृति हमारी धरोहर कि वजह से है यह रहेगी तो हिन्दू से हिन्दू स्थान होगा जिसे देश न अपनी ससकृति नहीं बचा सकें वो इराक ईरान अफगानिस्तान पाकिस्तान बागलादेश बनें गये राणा कुंभा से लेकर राजा मानसिंह ने अपने धर्म की रक्षा के लिए समर्पित रहे
Shekhavat ji aap ye bataiye is kachhawaha rajput hai bhi to kha hi
Maharana pratap ke vanshaj ki tarah majority kyo nhi hai
Log a sabhi kacchi kahakr bulte hai aur sudra samjhate hai
Sahi bole bhaiya
Dohela sab Parivar ki taraf se ham mahila hai❤❤🙏🙏🙏
Is there any DNA profile of princely states of rajasthan. So many rajputs during mughal rule migrated to the kingdom of Maharaja Ranjit Singh towards north.
Our ancestors were among them. It is sure that our background is rajasthan.
Yes, in Jobner there are बडवाजी who keep records of ancestory
So many Jatt misls like Sidhu Brar, Ramdhawa, Ahluwaliya, etc are originated from rajputs
@ajitsinghbhati689र0 तुम जाटों से उत्पन्न हुए हो जाट शकर से उत्पन्न हुए
Sir ji gurjar samthar fort ki to bato
जै एकलिंग नाथ जी री💐 🌹🙏🙋♂️🌞🌙⛳बहुत ही अच्छी बातें बताई आपने Thanks❤👍, पहले होता तो ऐसे ही था जो आपने बताया लेकिन कुछ कम अक्ल के लोग कहते हैं, कि आम राजपूतों की राज में कोई भागीदारी नहीं थी, 😄😄हमारे मांगलियावटी क्षेत्र में भाई बंट गाँव थे, जिसमें सभी भाईयों की बराबर जिम्मेदारी थी,
Please Rajput kings once more
ऐसे ऐसे राजपूतों ने जाति का नाश कर दिया झूठ बोल कर समाज से धन इकाठा करना लूटना इनका काम है इनसे दूर रहो भाई
सिकरवार राजपुत राजाओ का भी राज्य के विषय मे बताइये hkm आप कभी अपने यूटयूब चैनल के माध्यम से...🙏
सोनू सिंह
आरा,, बिहार
@@star-oq2cy कच्ची तोड़ो शराब बाजरा काटो और ट्रेनों में चोरी करो और ठाकुरों की जमीन में बटाई करो
@@star-oq2cy tere jaise jh*nt humare yahan bihar me majduri karte hain humare ghar pe
भाग्य जब जोर करता है तो तेज सिंह जी जैसा हीरा राजा बनता है
Bilkul sahi Rana ji 🙏🙏
Anndata ki jai
निराधार तर्क कुछ कुलीन लोग ही राज करते थे बाक़ी तो बेगार करते थे
Thanks for this important information
Politics rajao k time per bhi hoti thi
कुछ भी हो पर राजा लोग आज के नेताओ से अच्छे थे
राजपूतों की उत्पत्ति बताओ ग्यारहवीं शताब्दी में हुई थी जब मुस्लिम आक्रमण कार्यो ने भारत पर आक्रमण किया और यहां रहने वाले राजाओं के बेटों को राजपूत का उसी का एविडेंस होकर राजपूत जाति बनी पहले जबकि पहले जो मुखिया हुआ करता था उसको ठाकुर कहा जाता था
Nahi rajput jaati ka gathan Rana Sanga ne kiya tha 15 Satabdi me sabhi ladaku jaatiyo ko milakar rajput bana hai iske pahle aam kshatriya sab alag alag apne clane me hi shadi vyah karte the. Lekin raja log political advantage ke liye dusre gotra ke logo se bhi shadi karte the.
Dilai lama young boy shepherd sankracharya Dwarka abhinand sachinand tirth 16 yr only. Present sanidhanm at 23 yrs.sankra srigeri pith.
Ab inn bato ka koi matlab nahi
Rajtantra the end.
Ab Ane wale time bat karo ki sab milkar agge kaise bade
Joy ma Bhabani Joy Shiv Chandi All India Chhatriyo ekta zindabad
It was Rao Raja Vikram Singh who was Maharaja Jai Singh's son and Himmat Singh was Rao Raja Vikram Singh's son who was not even born at that time? Get your history correct? It was the British Governor who ultimately decided the final succession out of the different claimants?
Raja always depend on eco polity Srinath or vrisbdev human distance main than come 8siddhs 9 siddhs.
Ksg m bhii Summer sing ji adopted h
मारवाड़ में जोधा से और बीका राठौड़ से पहले के इतिहास पर प्रकाश डालिए हुकम
Usse pahle ka koi itihaas nahin hai
जोधा और बीका से पहले इतिहास नहीं है ऐसा आपने कहा पढा या इनसे पहले यहां कोई रहता नहीं था या फिर से पहले लोकतंत्र तथा फिर इन्होंने ही राजतंत्र स्थापित किया
@@padamsinghchoudhary04 teri sonch pe sab kuchh depend hai
मारवाड़ में राठौड़ों से पहले प्रतिहारों व कई अन्य राजवंशों ने राज किया था | बीका से पहले उस क्षेत्र में कुछ क्षत्रिय राजवंशों का राज था और कुछ क्षेत्र जाट कबीलों के पास थे, जिन्होंने सुरक्षा की गारंटी के बदले बीका को राजा स्वीकार किया |
@@technicalmind1290 अरे भाई तेरे को ना कोई जानकारी ना कोई इतिहास का पता फालतू कमेंट मत कर
Shree man nagaur par kiska raj
tha
Jodhpur जोधा की रियासत थी उसे पहले मंडोर परिहार की रियासत थी इसके बारे में बताइए परिहार के बारे में बताइए
Jay Rajbanshi
सन 1206 से भारत में मुसलमानों का राज हुआ करता था। जो 18 सौ 58 तक अंतिम बादशाह बहादुर शाह जफर था ।उसके बाद अंग्रेजों का शासन आया जो 1950 तक रहा था ।
Aaj bhi muslimon ka shashan hai to kya Rajputon ka shashan nahin hai
ये जो नाम में जो तूने सिंह लगा रखा है ना। वो भी हमसे चोरी किया हुआ है। तो ज्यादा ज्ञान न दे
Aj bhi tu hamara Singh lagake fir raha he us se hi sabit hota he ki kiska raj tha
@@mandipsinhgohil1212 ye sab najayaj biz hain Aarakshankhor log
राजपूत ने सिंह लगाना कब शुरू किया और किस से चोरी
आज भी आम जनता का राज कहाँ है? कुछ परिवार ही चुनाव लडते हैं। सांसद व विधायक बनते हैं। एक परिवार यही समझता है कि इस देश का प्रधानमंत्री हम ही बनसकते हैं और कोई नहीं। अगर जनता ने बना भी दिया तो उसे प्रधानमंत्री मानते नहीं। ऐसी ही स्थिति राज्यों में मुख्यमंत्री पद के लिए हालात बना कर रखा है।
Itihas utha ke dekho Raaz to Ashoka Mahan ka tha raj hamesha kushwaha ka tha ❤
गुजरात में जितने भी राजपूत राजपूत थे उनके भाई ओ को भयत के नाम से जाने जाते थे वह भी आप किसी भी गुजराती राजपूत से पूछेगे तो वो कोई ना कोई राजपूतराजवाड़े का भाई पा लगता है या आज भी रजवाड़े अपने भाई ओ का सम्मान करते हैं। भाई ओ कोजमीन दे जत्ती थी राजवाडो कियोर से....गुजरात में जो राजपूत हे उनका लाइनेज किसी ना किसी का खून का रिश्ता राजवाडो से हे...राजपूत कोई आम नहीं था...इतिहास में काई उदयहरन हे... जब राजा को संतान नहीं थी तो अपने जो भी भाईपो लगें मेरे से भगवान लेटे थे....या ई बात...ज्यादा...राजस्थान के राजपूत...या गुजरात के राजपूत समाज कह सकते हैं वह....गुजरात में ...राजा के भाई ओ के वंश जो को bhayat....or rajsthan me bhaipo bol te he...mtlab koi na koi thikane .....se un ka rakt sambath he....
Or sire maan ratan singh ji aap ko to siraf like or komnet chahiye sachai se koi matlab nahi
Rajsthan gujrat madhya pradesh uttar pradesh maharastra in sab state me rajputo ki jansankhya 10 se 12% tak hai. United hoiyo