रजपूत रज मतलब भूमि पुत्र मतलब बेटा भूमिपुत्र और फिर उससे राजपुत्र होगया जिसका हिंदी शब्द राजपुत है जो क्षत्रिय का पर्याय है जब जाती व्यवस्था बनी तो कई जातिया क्षत्रिय बनने के होड़ में लग गए तब जाके क्षत्रिय के पर्याय राजपुत प्रयोग होने लगा क्युकी क्षत्रिय ही 36 कुली राजपूत होते थे |
रजपूत से राजपुत्र का हिंदी शब्द राजपुत है जो क्षत्रिय का पर्याय है जब जाती व्यवस्था बनी तो कई जातिया क्षत्रिय बनने के होड़ में लग गए तब जाके क्षत्रिय के पर्याय राजपुत प्रयोग होने लगा क्युकी ज्यादातर क्षत्रिय ही राजपूत होते थे |
हम कायस्थों ने लिपियों का ज्ञान दिया। सबसे पहले अक्षर लिपि का प्रयोग हमने किया, इतिहास गवाह है, की हमने राष्ट्र के अलावा कुछ सोचा ही नहीं हम कभी जातिबादी नहीं रहे, कायस्थ चारों वर्णों का सार है, हम बुद्धि में brahman युद्ध नीति में क्षत्रिय, व्यवसाय में वैश्य, और राष्ट्र सेवा भाव में शुद्र हैं। हमने आज़ाद हिंद फ़ौज़ बनाई, हमने शिक्षा के लिए कायस्थ पाठशाला जैसी संस्था बनाई।हम हमेशा से कहते रहे की सनातन धर्म को जाति के नाम पर मत divide करो।
Kayasht is the most knowledgeable and decent community. I am not a kayasht but I respect them alot because of their increadible contribution for our society 🙏
@@Yadavaskshatrap438 ye caste hai bhaii jisa pandit,bhumihar,rajput waise hi hmm kayastha...matlab aap title dekhte honge na ...lala, Shrivastava,sinha,prashad
अाज कायस्थ जैसे वीर और बुद्धिमान लोगों का आपने बहुत अच्छे से परिचय कराया।।🧡🧡🧡🧡🧡स्वामी विवेकानंद को अभी तक ब्राह्मण जानते थे😊😊जय राजपूताना जय चित्रगुप्त भगवान🙏🙏🚩🚩🚩🚩
Viveka nand Maha Brahman they. Jinhone sikagospeech m India ko viswaguru sabit krdikhaya joki brahmkshatriy kayasth vans se they baise bhi kayasth all general highcast popular intelligent peoples they ok under se Brahman outer se kshatriy hai kayasth
पद्म पुराण में कहा गया है कि कायस्थ द्विजो के समान दान दे सकते है दान ले सकते है। वेद पुराण आदि पढ़ सकते हैं पढ़ा व लिख सकते है। यज्ञ कर सकते है करा सकते है। यहां ओझा जी को यह कहना चाहिए था कि जिनसे कायस्थ जाति की उत्पत्ति हुई उसमे ब्राम्हण थे और इसी लिए भी पुराणों में इन्हें ब्रम्हा की सम्पूर्ण काया से उत्पन्न माना गया है। व चित्रगुप्त महाराज की दो पत्नियों में एक ब्राम्हण कन्या थी दूसरी क्षत्रिय थी , इनके एक हाथ मे तलवार है दूसरे में कलम है। श्रीवास्तव आदि 4 पुत्र प्रथम पत्नी से उत्पन्न माने गए हैं। दूसरी पत्नी से 8 पुत्रो की उत्पत्ति हुई है। जानकारी के अनुसार कुषाण व गुप्त काल मे इनकी उत्पति का वर्णन है ब्राह्मणों में एक वर्ग जो आध्यात्मिक पूजा में था वह आत्मस्थ कहा गया और जो राज दरबार मे राजाओं का सहयोगी हुआ अर्थात सांसारिक जिसका अर्थ शरीर (काया) के रूप में प्रयुक्त होता है वह कायस्थ कहा गया। उस समय के राजाओं के लिपिक आजकल के आईएएस के समतुल्य है और फ़ारसी में लाला का अर्थ सल्तनत से होता है। आईएएस ( जिलाधिकारी) भी कस्टोडियन ऑफ रिकॉर्ड होते है वह भी थे। चित्रगुप्त जी भी धर्मराज रूप में है जो जीव के कर्मो के अनुसार निर्णय करते है क्योंकि उनके पास न्यायिक शक्ति है वैसे भी प्रत्येक प्राणी के चित्त में जो विवेक की गुप्त शक्ति है वही चित्त गुप्त है। चित्रगुप्त को पुराणों में कही कही धर्मराज भी कहा गया है। यमराज केवल धर्मराज के निर्णय का पालन करते है। यमराज प्रशासनिक शक्ति है।
आप ने बहुत सटीक व सही व्याख्या किया है,,हकीकत मे शुरुआत से ही ब्राहमण दो भाग में बट गये थे,, एक भाग ने सिर्फ 100% पुजा पाठ, कर्म कांड, पंडिताई, जजमानी को ही अपने जीवन का आधार बना लिया,जैसे मिश्रा जी, शुक्ला जी, पांडेय जी,तिवारी जी,दुबे जी आदि🙏🙏दुसरे भाग के ब्राहमण ने पुजा पाठ, कर्म कांड को छोडकर के शासन प्रशासन व राजस्व विभाग, ग्राम,नगर विकास विभाग, न्याय,दंड विभाग,लिपिक विभाग,भु सुधार, भु पड़ताल (लेखपाल, कानुनगो,)कोषाध्यक्ष विभाग व खेती बारी, जमीदारी वाला काम(राय,श्रीवासतव,सकसेना।माथुर,सिंह,लाल,सिनहा)पंसद कर लिया, और खुब पैसे बनाया, इस वजह से पंडिताई और मंदिरो के पुजारी ब्राहमण ने नाराज होकर,जलन के मारे ,मध्यकाल (12 वी से 18 वी शताब्दी) के कुछ किताबों में कायस्थ समाज को बनिया या शुद्र जाति लिख दिया है,😂😂वैसे भी ब्राहमण हमेशा से क्षत्रिय समाज का ही चापलूसी करता था ,क्योकी क्षत्रिय राजपूत हमेशा दोनों हाथों से खुल करके दान दक्षिणा देते थे,लेकिन कायस्थ समाज थोडा सा ही दान देता था😁😁😁😁😁
@@sonusukla5654 जी वैसे तो हर जगह कंजूस होते है तो कायस्थों में भी कुछ हो सकते होंगे लेकिन अधिकतर उनके पास कोई बिजनेस या ऊपर का मोटा पैसा नही होता है तो आप परिष्कृत शब्दो मे उन्हें मितव्ययी कह सकते है। यह जरूर मैं कहूंगा शायद आपने ने खर्चीले कायस्थ देखे नही है।
मुझे क्षत्रिय पर गर्व है.. राजपूत मतलब राजा का पुत्र.. राजपूत जाति नहीं है.. हमारे पुरखो ने कुर्बानी दी.. क्षत्रियों का इतिहास को तोड़ मरोड़ के बनाया है
mai shreshthta par baat nahi kar raha, par rajputo ka khud ka ek code of honor tha jo baad me (modern india me) kshatriy ko hi rajput kaha jane laga (dharm palan anusar), par aaj koi bhi kuch bhi ban sakta h aur khud ko kuch bhi bana sakta h, to banaiye apne aap ko jo aap banana chahte h, jyadatar chahenge ki wo SC and ST ya any reserved class hi bane, kyu ki rajput aur general hona aaj ki (ya sadiyo pehle bhi) aasan nahi tha aur na hoga.
@@Krishnautshortstum warna sankar Ho,,jo apne kul ka sanhaar karane wala hai,,ojha bataayega Singh,,k baare me,,koi singh kya bataayega kisi ojha k baare me,,mix breed,, Rajput nahi tum Ho,,
@@amitabhsinha4224कायस्थों को बस 8-9 बच्चे करने की जरूरत है 6 लड़के मिनिमम 3 लडको को पढ़ा लिखाकर ips ias बनाओ और बाकी 3 को गुंडा बनाओ इससे कायस्थों का दबदबा होगा कायस्थ को अपने बच्चो को बचपन से इतिहास सिकने की जरूरत है जिससे वो अपनी जाती का। भाईचारा बनाएंगे और जाति के प्रति वफादार रहेंगे और उन्हें गर्व होगा जाति पे और हमेशा अपना वर्चस्व रखे अपने बच्चो को पढ़ाया+और भी चीज में आगे बढ़ाए❤❤❤❤ क्योंकि कायस्थ historically‚currently‚mentally‚proffesionally kayasth sabke baap hai bss yeh haat meri har kayasth bhai maanle 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 कायस्थ को बस जनसंख्या बढ़ानी है जिससे उन्हें पॉलिटिकल रेफरेंस भी मिले महत्व देगा हर कोई🙏🙏🙏🙏
इसी कायस्थ समाज में श्री ए सी भक्तिवेदांत प्रभुपाद का जन्म भी हुआ जिन्होंने पूरे विश्व में इस्कॉन की स्थापना करके इस्कॉन मंदिरों की स्थापना की और श्रीमद्भगवद्गीता का प्रचार प्रसार करके सनातन धर्म का पर्चा लहरा दिया
@@ashutoshsanatani5486aap iskcon ki website pe jaake check kr skte h , Prabhupada kayastha bataye gye h dhanyawaad , Itihaas Mt churao dusro ka , Dwi - Varna h kayastha Brahmkshatriya, bhaut Kam bache h isliye kuch bolte nhi h , jai Hindu Rashtra
BENGALI KAYASTHAS HAVE NOTHING TO DO WITH LALA AND LORD CHITRAGUPT. THERE IS A WORLD OF DIFFERENCE BETWEEN TWO COMMUNITIES. THIS MAN HAS NO IDEA ABOUT BENGALI SOCIETY. HE IS THINKING ABOUT BENGALI SOCIETY AS PER HIS GOBAR PATTI.
उत्तर:- कायस्थउत्पति का वर्णन पदम् पुराण के उत्तर खंड में द्वितीय अध्याय में ४८ श्लोक संख्या में, श्री महादेव जी एवं श्री नारद जी के संवाद से संबंधित है। जो श्री वेद व्यास जी द्वारा रचित है 🙏🙏
In Padma Purana, Uttar Khanda, it says that Shree Chitragupta had twelve sons by two wives. They were all wearing the sacred thread and were married to Nagakanyas. They were the ancestors of the twelve subdivisions of the Kayasthas.
कायस्थ जाति में सबसे ऊंचा स्थान विवेकानंद सुभाष चन्द्र बोस लाल बहादुरपुर शास्त्री और अंतिम स्थान पर अमिताभ बच्चन और आपने अमिताभ बच्चन को प्रथम स्थान पर नाम लिया। आप अद्वितीय विद्वान लग रहे हैं। अपनी समीक्षा करनी चाहिए।
Dixit जी आप गदर पार्टी संस्थापक लाला हरदयाल बाला साहेब ठाकरे ज्योति बसु बीजू ptnayak bharat रत्न first pm and cm both of बंगाल भारत रत्न सत्यजीत रे a famous director महान scientist जगदीश चंद्र बोस dr शान्ति स्वरूप भटनागर महान samajbadi नेता जयप्रकाश नारायण मुगल revanue मिनिस्टर todermal के द्वारा कृषि क्षेत्र मै किये गए सुधारों को कोई भूल सकता है बहुत सारे नाम है सर लिस्ट छोटी पड़ जायेगी
Bilkul sahi hai kayasth samaj main to itni mahaan aur sammanniya hastiyan hain kis kis ka name len. Amitabh bacchan ji to shayad sabse nichle kran main honge unse pahale to unke father ka nam hile lete.. Video banane wale alp gyani hain
अकबर के revanue minister todarmal भी कायस्थ थे और समुद्रगुप्त के primeminister हरिषेण हरिषेण का बेटा पुंयभूति सम्राट चंद्रगुप्त विक्रमादित्य का प्रधानमंत्री बना l पुरंदेर बसु जो बंगाल मै खिलजी की नौसेना के कमांडर थे बंगाल के खिलजी की तरफ से सूबेदार थे इन्हे खिलजी ने पुरंदेर खाँ खान की उपाधि दी थी l इन्ही के वंशज सुभाष चन्द्रबोस है l महाराजा ऑफ जैसोर pratapaditya राय जिन्होंने मुगलो के छक्के छुड़ा दिये इनके वंशज संयुक्त बंगाल के पहले प्रधानमंत्री और पंक्चिम बंगाल के पहले मुख्यमंत्री बने भारत रत्न विधानचंद रे जिनके जन्मदिन पर चिकित्सक दिवस मनाया जाता है l कई बौद्ध भिक्षु अश्व घोष नागसेन बसुमित्र अतिशा लुईपा l लुईपा का बौद्ध साहित्यकारों मै सर्वश्रेष्ठ स्थान है अश्व घोष ने पहली बार बौद्ध साहित्य को संस्कृत मै लिखा नागसेन और यूनानी शासक मिनांडेर के बीच संबाद हुआ मिनांडेर ने बुधिज़्म adapt किया मिलिंद पनहो नामक ग्रंथ मै संबाद लिखे गए l बसुमित्र ने कनिष्क के कहने पर कश्मीर के कुंडलबन् मै बौद्ध संगीति की adhyachta की आप कायस्थो का नाम इतिहास से मिटा ही नहीं पायेंगे l hindu सहित्य नहीं होगा तो बौद्ध साहित्य होगा वामसेफ का साहित्य होगा l
ब्रह्माजी ने श्रीचित्रगुप्तजी महाराज को जन्म दिया व उन्हें कायस्थ वंश प्रारंभ करने व जीवों की जन्म मृत्यु तथा पाप पुण्य के लेखा जोखा रखने यमराजजी को सहयोग देने हेतु दायित्व सौंपा। अतः भगवान श्रीचित्रगुप्तजी कायस्थों के आदि पुरुष हैं। कायस्थों का महत्व तो प्रारंभ से ही है। कायस्थों के आराध्य श्री चित्रगुप्त जी महाराज के हाथों में लेखनी और तलवार दोनों हैं।इसका आशय यह है कि कायस्थ लेखनी व तलवार दोनों का धनी है।यह बात कायस्थों ने सिद्ध भी की है। कायस्थ शत प्रतिशत साक्षर हैं । इस जाति ने देश को इतिहास व वर्तमान में एक से बढ़कर एक विभूतियां दी हैं। जिनके नाम गिनवाना यहां संभव नहीं है। आदिकाल में धन्वंतरि सुषेण आतंब ऋषि आदि प्राचीन काल में मौर्यवंश पालवंश प्रतिहार कश्मीर के कार्कोटकवंश आदि। आधुनिक युग में स्वामी विवेकानंद लाजपत राय विपिन चन्द्र पाल चित्तरंजन दास खुदीराम बोस स्वामी श्रद्धानंद गणेश शंकर विद्यार्थी जगदीश चन्द्र बसु नेताजी सुभाष चन्द्र बोस डॉ राजेन्द्र प्रसाद लाल बहादुर शास्त्री जयप्रकाश नारायण श्यामा प्रसाद मुखर्जी प्रणव मुखर्जी आदि साहित्य के क्षेत्र में घन आनंद मुंशी प्रेमचंद रांगेयराघव भुवनेश्वर जगदीश माथुर वृंदावन लाल वर्मा विष्णु वर्मा डा रामकुमार वर्मा पदुमलाल पन्नालाल बक्शी आदि खेल जगत में मेजर ध्यानचंद खूबचंद अशोक कुमार सी के नायडू आदि कला के क्षेत्र में मोतीलाल कन्हैया लाल के एल सहगल मुकेश चित्रगुप्त रोशन रवि आदित्य श्रीवास्तव सोनू निगम अमिताभ बच्चन शत्रुघ्न सिन्हा राखी जायमुखर्जी नूतन तनुजा काजोल सोनाक्षी ऋतिक रोशन आदि। बालासाहेब ठाकरे भी कायस्थ ही हैं। यह नाम तो वह नाम हैं जो याद आते गये वह लिख दिये हैं। बहुत से नाम शेष रह गये हैं।
Kayasthas have very vast and rich History and Culture, which I had read a few years ago. Literally I have never seen such a detailed Archaeological and Historical Account of any Community. Book Name - Kayastha Encyclopedia writer Udai Sahay Sir. (IPS). I have few friends from this community . I found Kayasthas are ancient in their beliefs and customs and at the same time very progressive in their intellect and practices, they know how to be practical in life and to take care of Families. As I recall, they are very less in numbers But very significant. Proud and Love for Them. Jai Kayastha ❤Jai Rajput❤Jai Maratha 🇮🇳- True Patrioitic and Nationalist Communities of Bharat They are the True Bharatvanshi who had protected and preserved Sanatan Dharma.
बहुत बहुत आभार सर! इतनी गूढ़ जानकारी देने के लिए जो अधिकतर भारतवासियों को पता ही नही होती l क्योंकि हर समुदाय में इस प्रकार से भारत के विभिन्न समुदायों को जानने की शिक्षा को महत्व दिया ही नहीं जाता! धन्य है आपके माता पिता ! उन्हें चरण स्पर्श! आपके अथक प्रयास के लिए आपको हृदय से प्रणाम ! आशा है सम्पूर्ण भारत के समस्त वर्ग आप जैसी विचारणीय, तार्किक, और राष्ट्रवादी सोच रखें ! जय कायस्थ! जय राजपूत! जय मराठा!🙏 वंदे मातरम! भारत माता की जय!❤🇮🇳🙏
🤔राजपूत एक मिश्रित जाती है जो काफी जातियों से मिलकर बनी है। इसीलिए राजपूत जाति का इतिहास में कोई भी शिलालेख या अभिलेख नहीं मिलता। राजा भोज परमार(1005-1060) द्वारा लिखित पुस्तक सरस्वती कंठाभरण', पढ़ ले उनकी लिखी बुक चेक कर लेना गूगल पर श्रीः ॥ परमारवंश्यो भोजदेवः वासिष्ठ: सुकृतोद्भवोऽध्वरशतैरस्त्यग्निकुण्डोङ्गयो भूपालः परमार इत्यधिपतिः सप्ताधिकाञ्चेर्भुवः । अद्याप्यद्भुतहर्षगड्दगिरो गायन्ति यस्योट विश्वामित्रजयोजितस्य भुजयोर्विस्फूर्जितं गुर्जरा: हिंदी में अनुवाद वशिष्ठ की स्त्री अरुंधति रोने लगी। मुनि उसकी दशा देखकर क्रोधित हो गए और मंत्र का पाठ करने के बाद, उन्होंने आहुति देकर अपने अग्नि कुंड से एक वीर उत्पन्न किया। वह वीर शत्रुओं को नष्ट करके वसिष्ठ की गाय को वापस ले आया। उसका नाम परमार रखा और उसे एक छत्र देकर राजा बनाया। माउंट आबू के गुर्जर, वसिष्ठ के अग्नि कुंड से पैदा हुए और विश्वामित्र को जीतकर, आज भी परमार नाम के राजा की महिमा को याद करते हैं। आबू पर्वत पर चार वंश अग्निकुंड से पैदा हुए,प्रतिहार,परमार,चौहान, चालुक्य वंश अग्नि से पैदा हुए और चारो वंश गुर्जर थे परमार भोज राजा ने लिखा है 9वीं शताब्दी में परमार जगददेव के जैनद शिलालेख में कहा है कि गुर्जरा योद्धाओं की पत्नियों ने अपनी सैन्य जीत के परिणामस्वरूप अर्बुडा की गुफाओं में आँसू बहाए। इतिहासकार सर एथेलस्टेन बैनेस ने गुर्जर को सिसोदियास, चौहान, परमार, परिहार, चालुक्य और तोमर के पूर्वज थे। लेखक के एम मुंशी ने कहा परमार,तोमर चौहान और सोलंकी शाही गुज्जर वंश के थे।
आपके द्वारा प्रस्तुत जाती आधारित विश्लेषण का इतिहास को अलग तरीके से प्रस्तुत किया गया है। दूसरे यह कहानी भ्रम भी पैदा करता है। अभी तक मोहनजोदड़ो, हड़प्पा के सभ्यता के पूर्व,या कह सकते आर्यों के आने पुर्व जाती आधारित कोई प्रमाणिक आधार नहीं मिले हैं। फिर आपने विश्लेषण में महर्षि पतंजलि,अंम्वेदकर और अब्दुल कलाम तीनों को एक ही काल में होने की बात कही है। इस विश्लेषण का आधार फिल्मी दुनिया से लिए गए , कुछ ऐसे ही कहानी ज्यादा लगता है। संसार के सभी जीवों में मनुष्य अपने बौद्धिक क्षमता और प्रकृति के कारण श्रेष्ठ प्राणी है। कालान्तर में इन्हें उपलब्ध संसाधनों तथा कविलों एवं मानव समुदाय पर अधिपत्य की विशेष प्रवृति ने सत्ता को जन्म दिया।....वाद में सत्ता को रूढ़ बनाए रखने के लिए अपनी विशेष वौद्धिक क्षमता का प्रयोग कर धर्म और जाति का निर्माण किया गया । जिसमें खासकर स्त्रियां और कमजोर तबकों को सबसे अधिक शिकार बनने को मजबूर होना पड़ा। 0:20
आजकल सभी ब्राह्मण से लेकर वाल्मीकि समाज तक के लोगों को चाहिए कि सभी अपनी अपनी जातियों को भूल जायें केवल यह याद रखें कि हम सब केवल हिन्दू हैं और सभी में रोटी बेटी का संबंध होना चाहिए तभी हिन्दू संगठित और सशक्त होकर भविष्य में होने वाले मुस्लिम आक्रमणों का जो गैर इस्लामिक लोगों को इस्लाम कुबूल करवाने के लिए किया जायेगा, सफलता पूर्वक मुकाबला कर आक्रमणों को विनष्ट कर सकेंगे.
🤔राजपूत एक मिश्रित जाती है जो काफी जातियों से मिलकर बनी है। इसीलिए राजपूत जाति का इतिहास में कोई भी शिलालेख या अभिलेख नहीं मिलता। राजा भोज परमार(1005-1060) द्वारा लिखित पुस्तक सरस्वती कंठाभरण', पढ़ ले उनकी लिखी बुक चेक कर लेना गूगल पर श्रीः ॥ परमारवंश्यो भोजदेवः वासिष्ठ: सुकृतोद्भवोऽध्वरशतैरस्त्यग्निकुण्डोङ्गयो भूपालः परमार इत्यधिपतिः सप्ताधिकाञ्चेर्भुवः । अद्याप्यद्भुतहर्षगड्दगिरो गायन्ति यस्योट विश्वामित्रजयोजितस्य भुजयोर्विस्फूर्जितं गुर्जरा: हिंदी में अनुवाद वशिष्ठ की स्त्री अरुंधति रोने लगी। मुनि उसकी दशा देखकर क्रोधित हो गए और मंत्र का पाठ करने के बाद, उन्होंने आहुति देकर अपने अग्नि कुंड से एक वीर उत्पन्न किया। वह वीर शत्रुओं को नष्ट करके वसिष्ठ की गाय को वापस ले आया। उसका नाम परमार रखा और उसे एक छत्र देकर राजा बनाया। माउंट आबू के गुर्जर, वसिष्ठ के अग्नि कुंड से पैदा हुए और विश्वामित्र को जीतकर, आज भी परमार नाम के राजा की महिमा को याद करते हैं। आबू पर्वत पर चार वंश अग्निकुंड से पैदा हुए,प्रतिहार,परमार,चौहान, चालुक्य वंश अग्नि से पैदा हुए और चारो वंश गुर्जर थे परमार भोज राजा ने लिखा है 9वीं शताब्दी में परमार जगददेव के जैनद शिलालेख में कहा है कि गुर्जरा योद्धाओं की पत्नियों ने अपनी सैन्य जीत के परिणामस्वरूप अर्बुडा की गुफाओं में आँसू बहाए। इतिहासकार सर एथेलस्टेन बैनेस ने गुर्जर को सिसोदियास, चौहान, परमार, परिहार, चालुक्य और तोमर के पूर्वज थे। लेखक के एम मुंशी ने कहा परमार,तोमर चौहान और सोलंकी शाही गुज्जर वंश के थे।
I am a kaayasth but feel more proud to be a sanaatani. If hindus are to be eliminated, will Kaayasths Or any caste exist? Caste narrative is fatal to sanaatan.
Shrivastav Saxena Sinha lalaji Mathur bhatnagar kulshreshth asthana Nigam amnhasta Dutta boss Basu Ghosh mitra khare Varma कायस्थ समाज जय स्वामी विवेकानन्द जय नेताजी सुभाषचंद्र बोस जय लालबहादुर शास्त्री जय डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद जय खुदीराम बोस जय महाराजा प्रतापदित्य #जय महाराज ललितादित्य मुक्तपिंड 🦁 कायस्थ समाज ki power कलम है pen hai Jai Chitragupta Maharaj ki Jai
COMPLETELY FLOP VIDEO. BENGALI KAYESTOS HAVE NOTHING TO DO WITH LORD CHITRAGUPT AND OTHER KAYASTHAS IN INDIA. KAYASTHA IS A CASTE AS WELL AS A TITLE THAT HAS SEVERAL MEANINGS. THIS PERSON HAS NO KNOWLEDGE ABOUT BENGALI SOCIETY. HE IS THINKING ABOUT BENGALI SOCIETY AS PER HIS GOBAR PATTI
Maharaja Lalitaditya was not a Rajput or kayastha by caste he was a kashmiri pandit but claimed themselves as a nagvanshi Kshatriyas his empire existed before the origin of rajputs such as Gonadiya dynasty who were Brahmanas by caste 😂😂
@@ranjeettiwari6770 bilkul shi suna bhai tumne ki nagvanshi kshtriya the lekin jab राजपूताइजेशन hua मध्यकाल me to rajput inko ab rajput bolte he jabki aisa nhi he भाई ललितादित्य मुक्तपीड़ ब्राह्मण नहीं थे...वह खस ट्राइब के नागवंश के राजा थे, आज भी उनके वंश और पर्टिकुलर कास्ट वाले कश्मीर नेपाल उत्तराखंड में रहते हैं भारत में खस कश्मीर से नेपाल तक रहते हैं और हिमालय क्षेत्र का 95% क्षत्रिय ब्राह्मण खस नस्ल का है,,,फर्स्ट cm ऑफ उत्तराखंड पंडित नारायण दत्त तिवारी खस थे,,pm of nepal kp ओली खस हैं,,बॉलीवुड actress पंडित मनीषा कोइराला खस है,,,बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रीति जिंटा खस हैं कंगना राणावत खस ठाकुर हैं
@@काल011 Mein kya bol rha hu samajh rhe ho app Lalitaditya was not a Rajput Rajput was not a term uplifted in the 7 century it was uplifted in 13 century written in Rajtaranghni so how you can say he was a Rajput Lalitaditya was the descendants of the Brahman dynasty that is gonandiya dynasty...
Karkota vansh. Lalitaditya muktapida jisne firat time. Mohamd gaznabi se yudh kiya tha gaznabi Jeet nhi paya. Or rhi bat. Ummayad khalifate bhi to bro 500k sena thi khalifate ki. Fir bhi sindhu nadi par krne ki himat nhi ki. Aj ap bihar oddisa andrapradesh gujarat maharashtra ye sb jnte ho inhone ne hi apne time me yudh krke jeeta. Inhone. Kabul,sindh baloch,afgan ko haraya or apne rajya me mila liya fir inhone founder of mewar bappa rawal se mitrata ki. Or sath hi china ke tang vansh se. Turk or arab pe hamla kiya or. Uzbekistan, Tajikistan, Kyrgyzstan, South Kazakhstan,iran jeeta or turk vansh ko punish kiya adha ganja krke chor diya. Chalukya vansh bhi hmara h, pal vansh bhi ,pandiya bhi ,gadwal vansh bhi,kaktiya vansh bhi sindh me ray vansh bhi, godda vansh,pallav vansh,punjab me jaypala vansh,gujrat me ballavi kaystha rajvansh shravani vansh,dev vansh,chola vansh itne h vansh hmara 325 to 1300 tk mujhe dukh h isbat ka ki mugal rajput ke time aye jiske krn rajputo ke ps km sena thi fir bhi lade lkin har ka samna krna pada kass kaystha hota ya Vikramaditya hote. Maa chod dete mugal ka 😖😖😔
बिना सन्दर्भ के जिक्र किया गया इतिहास मनगढ़ंत माना जाता है, ऐसा हम नहीं जिन पुस्तकों से हम और आप अभी तक पढ़ते आए हैं, उनके विद्वान लेखकगण कहते हैं। जय हो।।
Samrat lalitaditya mulhtrpide naag vanshi kshtriya rajput thay karkota vansh samja Mahabharata ma karkota naag vanshi kshtriya kha hai sri krishna ji na ok ti alag hi baao bana nay maau laga hai
राजपूत हम सब का गौरव हे राजपूतों ने अपना हित छोड़ कर हम सब (प्रजा) की रक्षा की हे हर युद्ध को इस पद्धति से लडा के उसका इतना सा भी असर हमारे ऊपर नही आने दिया नमन ही राजपूतों को🙏🙏♥️♥️♥️
🤔राजपूत एक मिश्रित जाती है जो काफी जातियों से मिलकर बनी है। इसीलिए राजपूत जाति का इतिहास में कोई भी शिलालेख या अभिलेख नहीं मिलता। राजा भोज परमार(1005-1060) द्वारा लिखित पुस्तक सरस्वती कंठाभरण', पढ़ ले उनकी लिखी बुक चेक कर लेना गूगल पर श्रीः ॥ परमारवंश्यो भोजदेवः वासिष्ठ: सुकृतोद्भवोऽध्वरशतैरस्त्यग्निकुण्डोङ्गयो भूपालः परमार इत्यधिपतिः सप्ताधिकाञ्चेर्भुवः । अद्याप्यद्भुतहर्षगड्दगिरो गायन्ति यस्योट विश्वामित्रजयोजितस्य भुजयोर्विस्फूर्जितं गुर्जरा: हिंदी में अनुवाद वशिष्ठ की स्त्री अरुंधति रोने लगी। मुनि उसकी दशा देखकर क्रोधित हो गए और मंत्र का पाठ करने के बाद, उन्होंने आहुति देकर अपने अग्नि कुंड से एक वीर उत्पन्न किया। वह वीर शत्रुओं को नष्ट करके वसिष्ठ की गाय को वापस ले आया। उसका नाम परमार रखा और उसे एक छत्र देकर राजा बनाया। माउंट आबू के गुर्जर, वसिष्ठ के अग्नि कुंड से पैदा हुए और विश्वामित्र को जीतकर, आज भी परमार नाम के राजा की महिमा को याद करते हैं। आबू पर्वत पर चार वंश अग्निकुंड से पैदा हुए,प्रतिहार,परमार,चौहान, चालुक्य वंश अग्नि से पैदा हुए और चारो वंश गुर्जर थे परमार भोज राजा ने लिखा है 9वीं शताब्दी में परमार जगददेव के जैनद शिलालेख में कहा है कि गुर्जरा योद्धाओं की पत्नियों ने अपनी सैन्य जीत के परिणामस्वरूप अर्बुडा की गुफाओं में आँसू बहाए। इतिहासकार सर एथेलस्टेन बैनेस ने गुर्जर को सिसोदियास, चौहान, परमार, परिहार, चालुक्य और तोमर के पूर्वज थे। लेखक के एम मुंशी ने कहा परमार,तोमर चौहान और सोलंकी शाही गुज्जर वंश के थे। 🤔🤔🤔🤔🤔🤔
राजपूतों के कारण ही हिंदू समाज का पराभव हुआ है ।अधिकतर राजा प्रजा शोषक थे और कमजोर और अहंकारी थे ।यही कारण था कि युद्ध में मुट्ठी भर मुसलमानों और मुगलों से हारते रहे ।ब्राह्मणों के लालच और राजाओं के अहंकार के कारण एक बड़ा समुदाय मुसलमान हो गया ।
@क्षत्रिय परमार क्यों परमार जी? खत्म भी कर दो आरक्षण मगर ये पहले जान लो कि आरक्षण की जरूरत क्यों पड़ी। जिन्हें आरक्षण दिया गया था क्यों दिया गया क्या आधार था आरक्षण देने की। आरक्षण खत्म करने से पहले जातिगत असमानता को खत्म करो और जिनका शोषण हुआ है हजारों साल से उनकी भरपाई कर दो तब आरक्षण खत्म कर देना। किसी को आरक्षण की जरूरत नहीं है। समझें परमार जी। आप अगर 4 भाई हो तीन भाई अपने पिता की संपत्ति को आजीवन उपभोग करते रहे क्या आप सोचते हो कि उन तीनो भाइयों के लड़कों की बराबरी उस चौथे भाई का लड़का कर लेगा क्या जो आजीवन संसाधनों से वंचित रहा। मेरी समझ ये कहती है कि पहले उस वंचित के बच्चे को भी वो सारे संसाधन उपलब्ध कराने होंगे होंगे जो बाकी के तीनों सभी संसाधन युक्त के बच्चों को उपलब्ध थे। समानता लाओ देश बचाओ
वे हमेशा सत्ता के साथ चिपके रहे मुगल आए तो भी,अंग्रेज आए तो भी।ऐसे में उनकी सामाजिक आर्थिक स्थिति हमेशा उन्नत ही रहे।जाति आधारित व्यवस्था में पढ़ाई लिखाई करना उनकी जरूरत थी और सिर्फ वही करना था। रही बात आरक्षण की तो वह आपके विचार में जातीय धूर्तता दिख रही है
I am also Tomer Rajput, Originally from Jotai village, Porsa, Muraina, Presently living at Madhepura, Bihar, our generation Tomer Rajput, related with Mahabharata Arjuna, Janmeja, Dehli Builder, Anagpal Tomer was the 100th generation of Janmeja, can you clarify this historical Truth, your Lectures is very Impressive, I've delivered various lectures on Engeering &Management Topics, keep it up ,Aashirwad.
जय जय श्री चित्रगुप्त भगवान महावीर की जय🙏💪🙏💪 जागो कायस्थ भाईयों कायस्थ भाईयों कायस्थ भाईयों की मदद करे और जाति के लोगों से सिखे कायस्थ भाईयों हम सभी को अपनी माँ👩 की कसम हे कायस्थ भाईयों को अगे बडाऐ जय श्री चित्रगुप्त नमो नमः 🙏🤝💪🙏🤝💪
kasam dena band kro acha khasa msg ki ma chod ke rakh diye kasam se dosh lagta h channel visit kro kayasth ke liye hi krte h pr aise kasam lag jata h logo ko
ओझा साहब राजपूत के बारे में भूमि अनुदान के आधार पर फर्जी तरीके से समझा रहे है। क्षत्रिय (राजपुत्र ) , रक्षा एवं न्याय व्यवस्था के विशेषज्ञ है। क्षत्रियों के गढ़ से न्याय व्यवस्था का संचालन होता है।
Hamare yanha Thakur ko Hajam mana jata hai jo naua bhi kahlata hai Smrat Ashok ke Vanshaj hai Kurmi cast , Patliputra ki Dharti ka malik kurmi jati hai jo Krishak aur ladaku jati tha Fir bhi kish tarah se Mughal kal mai Rajputon ne Muslman se milkar Any jatiyon par julm kiya Kish tarah Aurangjeb ka Samant Jay singh ne Shatrapati Shivaji Maharaj ko jail mai Conspiracy kar Agra ke jail mai dal diya Ish tarah Rajputon ki Dogla niti ne Musalmano ko Bharat mai Pair jamane diya Akbar ka janm Amarkot ke Raja Jo Rajput tha wahan hua Jat Jatin ne Bhi desh ko Muslman se lada aur Taimur Tuglak aur Aurangazeb ,Akbar se lada Muslim ne sabse Adhik western Punjab aur Sindh par Akarman kiya
@@krishnandananilkumar3467 tumhe itihas ka jha*t bhat nahi pata hai aur Rajputo ko galat bata rhe ho. Nai thakur kis wjah se lagate hai wo pata karna, wo Jati se thakur nahi hai. Muslim kaal me sab log raja the, jaisa ki tum log claim karte ho to ilzam ham par kyu laga rhe ho. Aur besharmo hamare logo ko peedi ko peedi khatm ho gyi tum logo k liye ladte ladte par har@mkhoro k pet me jo jalan hai wo hamare khilaf galat likhwa hi deti hai. Punjab se lekar Himachal Uttarakhand, Harayana UP me tere fufa Rajput hi ladhte the. Tujhe pata bhi nahi hoga hamare konse konse clan kaha kaha lad rhe the mughlo se tbhi itni bakwas kar rha hai. Marathao ne Marwad me itne gareeb kisan mare hai jitna tu umeed nhi laga sakta. Apne Hindu rajyo se hi chauth vasool lara aur yahi inke panipat ki teesri ladai me haar ka kaaran bana. Orissa aur Bengal me Maratha invasion padhna. Kaise pregnant ladies k pet cheer cheer kar mara gaya tha. Aurangzeb Shivaji maharaj ji ko marna chahta tha par wo to Raja Jai Singh ne Juban di thi ki Shivaji ko kuch nahi hone dunga aur phir unhi k bete Ram Singh ne Shivaji Maharaj ji ko Agra Jail se bhagne me help ki thi. Aakhiri Jauhar Rajputo ka jab hua tha tb Jaat hi Mughal Forces ki taraf se aaye the. 1775 ka Mandan yudh jab Ahir Mughlo ki taraf se Rajputo aur Jato se ladne aaye the. Asli me tum log dogli neeti ko follow karte ho. Aaj jo yeh Uttarakhand aur Himachal Hinduo se bhara hua hai na uske peeche Rajput Rajao aur sainiko ka khoon hai jinhone Mughal sainiko ki naak kaat kar bheja tha. Aurangzeb k darbar me Rajputo se bhi jyada Manasabadar Marathao k the. Aur ham chahte to aaj hamari population bhi tum jaise hoti par ham desh k liye pehle bhi mare the aur aaj bhi marte hai. 6 Paramvir Chakra Rajputo k pass hai. Yeh tum logo ko tumhari aukat batane k liye kaafi hai. Isliye aage se bhokna mat bina baat k
@@रोहितआर्य-ब2स Teri comment se pata chal raha hai ki teri bahut li hai Rajputoon ne Abe gandjali phele Dr. R C Majumdar , Dr, Hariram Aur Dr. Dashrasth Sharma Ko pad lena pata chal jayega .... Aarakshan chat le phele
वैसे मैं ओझा जी का बहुत सम्मान करता हूं लेकिन फिर भी बनिया और कायस्थ अलग अलग होते हैं, और सभी लालाओं को मिक्स कर दिया, सुख्खी लाला बनिया लाला था जिसका उदाहरण दिया, कायस्थ इनसे अलग होते हैं। स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था मैं उन महापुरूषों का वंशधर हूं जिनके चरण कमलों पर प्रत्येक ब्राह्मण ॐ यमाय धर्मराजाय श्री चित्रगुप्ताय वै नमः का उच्चारण करते हुए पुष्पांजलि अर्पित करता है, जिनके वंशज विशुद्ध रूप से क्षत्रिय हैं। पूरा आप पढ़ लीजिएगा। कायस्थ जाति की विभूतियों को गिनते गिनते दिमाग थक जाता है। जय हिंद जय भारत जय जवान जय किसान
Har factual scholar ke pass saare saboot hai. Bus tum log padhai likhai nahi karte. Jo ponga panda tumari ha me ha milaye tumhe use karne keliye future m usiki baaton m khush ho jate ho sach manlete ho
Wo sachhai hi bol raha h tum bss pando ne jo bata diya wo hi maan ke pando ko apna baap bol dete ho😂 rajput koi caste nhi ye reality h rajput ek mix of castes h isme jyadatar lower castes mix h jo dheere dheere time ke sath upar aa gyi or baaki huns kushanas mix h baaki koi nhi ye hi reality h ab tum maano ya na maano usse kuch farak nhi padta
Kayastha origine, his duty assigned by Veda, Smiriti, in many puran, Mahabharata by Bhism, & at the time of RAMRAJYABHISEKH, BY RAM DARBAR WHERE His Purohit VASHISHTH JI ANNOUNCE since day, Based on valid ground Kayastha is DevPutra and have right tpy highest regard to all like others are RISHIPUTRA . DEVPUTRA RIGHT TO MANAGE, CONTROLLED OVER& ABOVE TO ALL CLAASEES.
🤔राजपूत एक मिश्रित जाती है जो काफी जातियों से मिलकर बनी है। इसीलिए राजपूत जाति का इतिहास में कोई भी शिलालेख या अभिलेख नहीं मिलता। राजा भोज परमार(1005-1060) द्वारा लिखित पुस्तक सरस्वती कंठाभरण', पढ़ ले उनकी लिखी बुक चेक कर लेना गूगल पर श्रीः ॥ परमारवंश्यो भोजदेवः वासिष्ठ: सुकृतोद्भवोऽध्वरशतैरस्त्यग्निकुण्डोङ्गयो भूपालः परमार इत्यधिपतिः सप्ताधिकाञ्चेर्भुवः । अद्याप्यद्भुतहर्षगड्दगिरो गायन्ति यस्योट विश्वामित्रजयोजितस्य भुजयोर्विस्फूर्जितं गुर्जरा: हिंदी में अनुवाद वशिष्ठ की स्त्री अरुंधति रोने लगी। मुनि उसकी दशा देखकर क्रोधित हो गए और मंत्र का पाठ करने के बाद, उन्होंने आहुति देकर अपने अग्नि कुंड से एक वीर उत्पन्न किया। वह वीर शत्रुओं को नष्ट करके वसिष्ठ की गाय को वापस ले आया। उसका नाम परमार रखा और उसे एक छत्र देकर राजा बनाया। माउंट आबू के गुर्जर, वसिष्ठ के अग्नि कुंड से पैदा हुए और विश्वामित्र को जीतकर, आज भी परमार नाम के राजा की महिमा को याद करते हैं। आबू पर्वत पर चार वंश अग्निकुंड से पैदा हुए,प्रतिहार,परमार,चौहान, चालुक्य वंश अग्नि से पैदा हुए और चारो वंश गुर्जर थे परमार भोज राजा ने लिखा है 9वीं शताब्दी में परमार जगददेव के जैनद शिलालेख में कहा है कि गुर्जरा योद्धाओं की पत्नियों ने अपनी सैन्य जीत के परिणामस्वरूप अर्बुडा की गुफाओं में आँसू बहाए। इतिहासकार सर एथेलस्टेन बैनेस ने गुर्जर को सिसोदियास, चौहान, परमार, परिहार, चालुक्य और तोमर के पूर्वज थे। लेखक के एम मुंशी ने कहा परमार,तोमर चौहान और सोलंकी शाही गुज्जर वंश के थे।
@@manishgupta3996 main toh jarur jata kyunki mere ancestors legacy ka sawal hai. Lekin Tu apne ancestors ki tarah kisi ja chatte rahne paiso ke liye kyunki wahi teri aukkat hai.
🤔राजपूत एक मिश्रित जाती है जो काफी जातियों से मिलकर बनी है। इसीलिए राजपूत जाति का इतिहास में कोई भी शिलालेख या अभिलेख नहीं मिलता। राजा भोज परमार(1005-1060) द्वारा लिखित पुस्तक सरस्वती कंठाभरण', पढ़ ले उनकी लिखी बुक चेक कर लेना गूगल पर श्रीः ॥ परमारवंश्यो भोजदेवः वासिष्ठ: सुकृतोद्भवोऽध्वरशतैरस्त्यग्निकुण्डोङ्गयो भूपालः परमार इत्यधिपतिः सप्ताधिकाञ्चेर्भुवः । अद्याप्यद्भुतहर्षगड्दगिरो गायन्ति यस्योट विश्वामित्रजयोजितस्य भुजयोर्विस्फूर्जितं गुर्जरा: हिंदी में अनुवाद वशिष्ठ की स्त्री अरुंधति रोने लगी। मुनि उसकी दशा देखकर क्रोधित हो गए और मंत्र का पाठ करने के बाद, उन्होंने आहुति देकर अपने अग्नि कुंड से एक वीर उत्पन्न किया। वह वीर शत्रुओं को नष्ट करके वसिष्ठ की गाय को वापस ले आया। उसका नाम परमार रखा और उसे एक छत्र देकर राजा बनाया। माउंट आबू के गुर्जर, वसिष्ठ के अग्नि कुंड से पैदा हुए और विश्वामित्र को जीतकर, आज भी परमार नाम के राजा की महिमा को याद करते हैं। आबू पर्वत पर चार वंश अग्निकुंड से पैदा हुए,प्रतिहार,परमार,चौहान, चालुक्य वंश अग्नि से पैदा हुए और चारो वंश गुर्जर थे परमार भोज राजा ने लिखा है 9वीं शताब्दी में परमार जगददेव के जैनद शिलालेख में कहा है कि गुर्जरा योद्धाओं की पत्नियों ने अपनी सैन्य जीत के परिणामस्वरूप अर्बुडा की गुफाओं में आँसू बहाए। इतिहासकार सर एथेलस्टेन बैनेस ने गुर्जर को सिसोदियास, चौहान, परमार, परिहार, चालुक्य और तोमर के पूर्वज थे। लेखक के एम मुंशी ने कहा परमार,तोमर चौहान और सोलंकी शाही गुज्जर वंश के थे।
@@maverickavanish9240abe tujhe bara dharmic hoon or desh bhakti mare khoon mae basti hai. Aaj kal shiv puran padh raha hoon iske baad ved ko padhunga but career wise zoology sae masters kar Raha hoon.
आपने जो विश्लेषण किया जातियों पर बहुत अच्छी जानकारी दी तथा राजपूत कास्ट पर जो आपने उदाहरण प्रस्तुत किया वह अत्यंत ही सटीक बैठता है जैसे राजा भैया का उदाहरण दिया आपने और लाल बहादुर शास्त्री जी का दिया बहुत अच्छा धन्यवाद
COMPLETELY FLOP VIDEO. BENGALI KAYESTOS HAVE NOTHING TO DO WITH LORD CHITRAGUPT AND OTHER KAYASTHAS IN INDIA. KAYASTHA IS A CASTE AS WELL AS A TITLE THAT HAS SEVERAL MEANINGS. THIS PERSON HAS NO KNOWLEDGE ABOUT BENGALI SOCIETY. HE IS THINKING ABOUT BENGALI SOCIETY AS PER HIS GOBAR PATTI.
Sir 🙏.. राजा भैया, बृजभूषण सिंह ये अवसरवादी राजपूत है इनके मित्र अतीक और मुख्तार है। राजपूत मतलब #योगीआदित्यनाथ राणा प्रतापी राजपूत। जब मुख्तार चरम पर थे तब भी योगी की तलवाल भगवा थी
Ateeq aur mukhtar ke chamche UP ke ahir log hain thakur nahi , thakuro ka hamesha se muslimo se dushmani chalta hai UP mein aur baki harr jagah , uttarakhand mein muslimo ko basne nahi dete hai thakur , aur na hi Himachal pradesh mein .
Swami Vivekanand ji, lalbahadur shastri,Dr rajendra prasad,bala saheb thakre, subash chadra bos,mha Devi Verma ,munshi premchadra,lala lajpat rai,aur na jaane kitne veer aur lekhkar hue ye sirf jaati nahi Sanatan dharm ka dil h jiski vjah se pure hindustan ko aage le jane aur bharat ka naam ucha karne me sahyog Mila h jai shree ram 🚩 jai kaysthana,Satya Sanatan jinda baad 🚩🙏
@@dharmvirsingh4031Karkota vansh. Lalitaditya muktapida jisne firat time. Mohamd gaznabi se yudh kiya tha gaznabi Jeet nhi paya. Or rhi bat. Ummayad khalifate bhi to bro 500k sena thi khalifate ki. Fir bhi sindhu nadi par krne ki himat nhi ki. Aj ap bihar oddisa andrapradesh gujarat maharashtra ye sb jnte ho inhone ne hi apne time me yudh krke jeeta. Inhone. Kabul,sindh baloch,afgan ko haraya or apne rajya me mila liya fir inhone founder of mewar bappa rawal se mitrata ki. Or sath hi china ke tang vansh se. Turk or arab pe hamla kiya or. Uzbekistan, Tajikistan, Kyrgyzstan, South Kazakhstan,iran jeeta or turk vansh ko punish kiya adha ganja krke chor diya. Chalukya vansh bhi hmara h, pal vansh bhi ,pandiya bhi ,gadwal vansh bhi,kaktiya vansh bhi sindh me ray vansh bhi, godda vansh,pallav vansh,punjab me jaypala vansh,gujrat me ballavi kaystha rajvansh shravani vansh,dev vansh,chola vansh itne h vansh hmara 325 to 1300 tk mujhe dukh h isbat ka ki mugal rajput ke time aye jiske krn rajputo ke ps km sena thi fir bhi lade lkin har ka samna krna pada kass kaystha hota ya Vikramaditya hote. Maa chod dete mugal ka 😖😖😔
@@priyanshusinha8014 when Rajputs failed and married their daughters to the moguls both Hindu and Sikh Jat stood firmly against the Moghul empire. The areas which were lost to moguls from Chambal to Peshawar were part of the Jats.
@@dharmvirsingh4031 yar rajput mere caste ka sbse old dost h bhut bura lga pratapji ke kiya rana maharana 🔥. But ek chiz h muslim insan nhi janbar hote h kisi ki patni ke iye bhi yudh naharaval ratan singh se. Fir maharana pratap ji ne to 20k ke sath 100k se lad pade or bharat ka name roshan kiya garv h unpe hi. Ghuke nhi jbki us time baki raza ghuk gye the. Veer shiromani kuwar maharana pratap me himaat bhut tha 🔥
@@priyanshusinha8014 himmat? Abey do logon ki ladai hui, ek char ghante ki ladai main maidan chhodkar bhag gaya. Jo jeeta wo sikandar jo hara wo bandar.
Rajput kayar hote hain. Arabo se hara, afgano se hara, turko se hara, galam wanshon se hara, tuglak se hara, lodhi se hara, khilji se hara, saiyad se hara, muglon se hara, maratho se hara aor angrejo se hara😂😂😂😂 Sabko apna jija ji banaya......ese Kayar jatio ne apni bahan, betiyo aor Biwi se bistar garam kareaya..... Katuwo se gan...d bhi marwata......saale....Neech jati ke
ब्राह्मण समाज ने सदियों से भारत देश को संभाल कर रखा है, इसे कभी भी नहीं भूलना चाहिए। इस जाति ने अनेकानेक विद्वान और योद्धा इस देश को दिए हैं। कुछ बुराइयां कालांतर में हर एक व्यवस्था में आ जाता है, इसका मतलब यह नहीं है कि ब्राह्मण समाज ही केवल इसके लिए जिम्मेदार हैं और सभी ब्राह्मण बुरे हैं।
कंशवंशी हो अगर यदुवंशी कृष्ण वंशी होते तो ये बात नहीं कहते मुल्लामुलायण ने कहा था लडकों से गलती हो जाती है और जैसा कंश ने अपने पिता के साथ किया बुढ़ापे में वैसा ही अक्ललेश ने किया सब सनातन हिन्दू धर्म पर मनमाने तरिके से अपना अपना विश्लेषण करते हैं कभी पंथ कबीलों सम्प्रदायों का करके दिखायें आज भी सनातन को ब्राह्मणों ने बचा रखा है आठ सो साल से मंगोलोंईसाईयोंकनवर्टमुस्लिमोंगांधीनेहरुजिन्ना इदिंरासंजयराजीवसोनियापप्पुपिंकून्युअल्पसंख्यकमनमोहनसिहं स्वयं हिन्दू ब्राह्मणों के पिछे पड़े हैं जो मोलवियों पादरियों फादरों पाठियों की तरह कुछ भी गलत नहीं करते चरित्र पर ध्यान देते हैं पर हिन्दू विधर्मियों की रक्षा करते हैं बहुत से मन्दिरों मे ब्राह्मण मजदूरी करके साधन जुटाते है पुजा पाठ के लिए पर हिन्दू चादर मोमबत्ती आदि लेकर विधर्मियों के पास जातें हैं। धर्मों रक्षति रक्षितः
असलियत मे राजपूत कोई जाति नही है ,ये उन जातियो का समूह है जिनमे कोईरी कुशवाहा (राम वंशी ) यादव कृष्ण वंशी ,जाट ,गुरजर ,अग्रवाल ,गुप्त ,बघेल ,चंदेल ,मराठा ,आदिवासी जातियां सभी मिलकर बने है ,जिसमे ब्राहमण भी शामिल हैं
Mr. Ojha I'm very much pleased, listening your Lectures on Rajput and Kayast, I'm also Tomer Rajput,, that's other Factor,but your way your expression is very good, as I am a Mech.Engeneer, and Management person, in Private sector, I have gone through several engineering and Management training and seminar, keep it up, Ojha jee, Aashirwad.
@@KayasthKulSarvopari22110 कायस्थ एक उपाधि है । विभिन्न प्रकार के कायस्थ थे जो बड़े से बड़े रियासतों में काम करते थे प्रशासन का , लेखा जोखा , बही खाता , सरकारी खजाना प्रबंधन से ले के सेना में प्रशासन राज दरबार में प्रशासन तो इस से एक बात तो तै है की विभिन्न कायस्थ कुल rajanya है एवं ऊंचे कुल से हे अन्यथा राजा एवं अन्य लोग उन्हें ये पद ग्रहण नहीं करने देते। कायस्थ मिश्रित रक्त के लोग है जिनमे कइयों का ऐतिहासिक जोड राजपूतों से है।
@@krishangupta8792 वैश्य समाज व ब्राहमण समाज का धार्मिक अधिकार एक ही बराबर-बराबर है,वैश्य समाज को भी यज्ञोपवित संस्कार (जनेऊ) व 16 संस्कार का पुरा अधिकार है,वैश्य (बनिया अग्रवाल, अग्रहरी,गुप्ता, जैसवाल,मधयेशिया, आदि)समाज का इतिहास 6 हजार साल पुराना और गौरवशाली परम्परा का है🙏🙏
@@sonusukla5654 sahi hai baba...jahan Mila pattal, wahi baith gaye.. Jis bania ko Mahabharata mei yudh kshetra se bahar rakha gaya, tu Pongal bhabhan yagyopavit kahta hai.
अरे प्रशांत श्रीवास्तव कायस्थों की जनसंख्या पूरे हिंदुस्तान में 10 करोड़ से ज्यादा है विरोधी लोग जानबूझकर कर कम कह बता रहे है आप भी ऐसी बेपढी बाते कर रहे है। कैसे कायस्थ हो।
सर जी महाभारत काल और रामायण काल में कहीं भी राजपूत जाति का वर्णन नहीं मिलता है अतः यह साबित होता है की यह जातियां समय की मांग की की उत्पत्ति है इतिहास को इस तरह समझाने के लिए ओझा जी को प्रणाम
हर्षवर्धन के कवि बाण ने( सातवीं शती) अपनी पुस्तक में इस राजपूतों का जिक्र किया है पर पर राजपूत कोई राजाओं की औलाद नहीं वह सामंत थे। #ojhasir #avadhojha - बाण ने 'राजपुत्र कुमारक' का पहली बार प्रयोग विशेष अर्थ में किया है। राजपुत्र का यहाँ राजपूत जान पड़ता है। राजपूतों की विभिन्न शाखाओं के प्रधान घरानों से बाण का तात्पर्य ज्ञात होता है। उनके पुत्र सम्राट के यहाँ बारी-बारी से उपस्थित रहने मैं अपना गौरव मानते थे। ऐसी किसी प्रथा की सम्भावना सूचित होती है, पर इस विषय में और प्रमाण सामग्री की आवश्यकता है ।
राजपूत एक मिश्रित जाती है जो काफी जातियों से मिलकर बनी है। इसीलिए राजपूत जाति का इतिहास में कोई भी शिलालेख या अभिलेख नहीं मिलता। राजा भोज परमार(1005-1060) द्वारा लिखित पुस्तक सरस्वती कंठाभरण', पढ़ ले उनकी लिखी बुक चेक कर लेना गूगल पर श्रीः ॥ परमारवंश्यो भोजदेवः वासिष्ठ: सुकृतोद्भवोऽध्वरशतैरस्त्यग्निकुण्डोङ्गयो भूपालः परमार इत्यधिपतिः सप्ताधिकाञ्चेर्भुवः । अद्याप्यद्भुतहर्षगड्दगिरो गायन्ति यस्योट विश्वामित्रजयोजितस्य भुजयोर्विस्फूर्जितं गुर्जरा: हिंदी में अनुवाद वशिष्ठ की स्त्री अरुंधति रोने लगी। मुनि उसकी दशा देखकर क्रोधित हो गए और मंत्र का पाठ करने के बाद, उन्होंने आहुति देकर अपने अग्नि कुंड से एक वीर उत्पन्न किया। वह वीर शत्रुओं को नष्ट करके वसिष्ठ की गाय को वापस ले आया। उसका नाम परमार रखा और उसे एक छत्र देकर राजा बनाया। माउंट आबू के गुर्जर, वसिष्ठ के अग्नि कुंड से पैदा हुए और विश्वामित्र को जीतकर, आज भी परमार नाम के राजा की महिमा को याद करते हैं। आबू पर्वत पर चार वंश अग्निकुंड से पैदा हुए,प्रतिहार,परमार,चौहान, चालुक्य वंश अग्नि से पैदा हुए और चारो वंश गुर्जर थे परमार भोज राजा ने लिखा है 9वीं शताब्दी में परमार जगददेव के जैनद शिलालेख में कहा है कि गुर्जरा योद्धाओं की पत्नियों ने अपनी सैन्य जीत के परिणामस्वरूप अर्बुडा की गुफाओं में आँसू बहाए। इतिहासकार सर एथेलस्टेन बैनेस ने गुर्जर को सिसोदियास, चौहान, परमार, परिहार, चालुक्य और तोमर के पूर्वज थे। लेखक के एम मुंशी ने कहा परमार,तोमर चौहान और सोलंकी शाही गुज्जर वंश के थे।
जाट गुर्जर यादव मराठा पटेल आदि क्षत्रिय वर्ण के वे लोग जो सत्ता के लिए विदेशी आक्रांताओं से जा मिले। और अपने देश और धर्म के खिलाफ कार्य करने लगे। इस समूह को राजपूत नाम दिया गया
krishi or gadariya matlab doodh bechne waale shudra me aate h..... Aaj ke Kshatriya khud ko Rajput kehte h....is gandhel kya keh rha h ise khud nhi pta
Rajput- king of son ,whose duty to secure sanatan dharma ,provides security to society and do justice to any conflict in society. Rajput have to look after all castes and communities. Must honest,trustworthy,brave and loyal . Kayastha- They must control all transactions and audit of assets of society.they.must master in financial calculations, business calculations ,land journals. Indian each community have special duties. Each communities respecting each other. Many selfish people trying to divide them. Being a Muslim we good in small scale industries. We started other occupation.
🤔अगर अग्नि वंश से पैदा हुए लोग राजपूत थे तो खुद भोज परमार ने अपनी बुक में उन्हें गुर्जर क्यों लिखा?😂 राजा भोज परमार(1005-1060) द्वारा लिखित पुस्तक सरस्वती कंठाभरण', पढ़ ले उनकी लिखी बुक चेक कर लेना गूगल पर श्रीः ॥ परमारवंश्यो भोजदेवः वासिष्ठ: सुकृतोद्भवोऽध्वरशतैरस्त्यग्निकुण्डोङ्गयो भूपालः परमार इत्यधिपतिः सप्ताधिकाञ्चेर्भुवः । अद्याप्यद्भुतहर्षगड्दगिरो गायन्ति यस्योट विश्वामित्रजयोजितस्य भुजयोर्विस्फूर्जितं गुर्जरा: हिंदी में अनुवाद वशिष्ठ की स्त्री अरुंधति रोने लगी। मुनि उसकी दशा देखकर क्रोधित हो गए और मंत्र का पाठ करने के बाद, उन्होंने आहुति देकर अपने अग्नि कुंड से एक वीर उत्पन्न किया। वह वीर शत्रुओं को नष्ट करके वसिष्ठ की गाय को वापस ले आया। उसका नाम परमार रखा और उसे एक छत्र देकर राजा बनाया। माउंट आबू के गुर्जर, वसिष्ठ के अग्नि कुंड से पैदा हुए और विश्वामित्र को जीतकर, आज भी परमार नाम के राजा की महिमा को याद करते हैं। आबू पर्वत पर चार वंश अग्निकुंड से पैदा हुए,प्रतिहार,परमार,चौहान, चालुक्य वंश अग्नि से पैदा हुए और चारो वंश गुर्जर थे परमार भोज राजा ने लिखा है 9वीं शताब्दी में परमार जगददेव के जैनद शिलालेख में कहा है कि गुर्जरा योद्धाओं की पत्नियों ने अपनी सैन्य जीत के परिणामस्वरूप अर्बुडा की गुफाओं में आँसू बहाए। अब यह मत कहना अग्निकुंड से कोई स्थान निकाला था।😂😂😂😂
माउंट आबू पर जो यज्ञ हुआ था उसके बारे में खुद राजा भोज परमार ने अपनी बुक में लिखा है और उन्होंने तो खुद को और सभी को गुर्जर लिखा है। राजपूत एक मिश्रित जाती है जो काफी जातियों से मिलकर बनी है। इसीलिए राजपूत जाति का इतिहास में कोई भी शिलालेख या अभिलेख नहीं मिलता। राजा भोज परमार(1005-1060) द्वारा लिखित पुस्तक सरस्वती कंठाभरण', पढ़ ले उनकी लिखी बुक चेक कर लेना गूगल पर श्रीः ॥ परमारवंश्यो भोजदेवः वासिष्ठ: सुकृतोद्भवोऽध्वरशतैरस्त्यग्निकुण्डोङ्गयो भूपालः परमार इत्यधिपतिः सप्ताधिकाञ्चेर्भुवः । अद्याप्यद्भुतहर्षगड्दगिरो गायन्ति यस्योट विश्वामित्रजयोजितस्य भुजयोर्विस्फूर्जितं गुर्जरा: हिंदी में अनुवाद वशिष्ठ की स्त्री अरुंधति रोने लगी। मुनि उसकी दशा देखकर क्रोधित हो गए और मंत्र का पाठ करने के बाद, उन्होंने आहुति देकर अपने अग्नि कुंड से एक वीर उत्पन्न किया। वह वीर शत्रुओं को नष्ट करके वसिष्ठ की गाय को वापस ले आया। उसका नाम परमार रखा और उसे एक छत्र देकर राजा बनाया। माउंट आबू के गुर्जर, वसिष्ठ के अग्नि कुंड से पैदा हुए और विश्वामित्र को जीतकर, आज भी परमार नाम के राजा की महिमा को याद करते हैं। आबू पर्वत पर चार वंश अग्निकुंड से पैदा हुए,प्रतिहार,परमार,चौहान, चालुक्य वंश अग्नि से पैदा हुए और चारो वंश गुर्जर थे परमार भोज राजा ने लिखा है 9वीं शताब्दी में परमार जगददेव के जैनद शिलालेख में कहा है कि गुर्जरा योद्धाओं की पत्नियों ने अपनी सैन्य जीत के परिणामस्वरूप अर्बुडा की गुफाओं में आँसू बहाए। इतिहासकार सर एथेलस्टेन बैनेस ने गुर्जर को सिसोदियास, चौहान, परमार, परिहार, चालुक्य और तोमर के पूर्वज थे। लेखक के एम मुंशी ने कहा परमार,तोमर चौहान और सोलंकी शाही गुज्जर वंश के थे। #ojhasir #avadhojha
@@ansh5014 abey aagaya claim claim khelne lol jahan itihaskaar padh ke bol chuke hain ki gurjar ilaaka hai agar gurjar aaj ka gujjhar obc samaj hai toh batai na maratha raja baroda le khud ko gurjaradhipati kyu kehte the aaj bhi kuchh gurjar nagara brahmin hain gujarat mein gujarat mein rajput hain gujjhar kyun nhi hain?? Aur toh aur tere source ke badshah rajput tob h hi populat par tim batao ki ek pahad ko gurjar kyu kaha gya h bata na woh bhi jaatiwadi tha pahad lol kehte ho ki pratadit hu phir bologe ki raja the abe jao kahi aur
Karkota vansh. Lalitaditya muktapida jisne firat time. Mohamd gaznabi se yudh kiya tha gaznabi Jeet nhi paya. Or rhi bat. Ummayad khalifate bhi to bro 500k sena thi khalifate ki. Fir bhi sindhu nadi par krne ki himat nhi ki. Aj ap bihar oddisa andrapradesh gujarat maharashtra ye sb jnte ho inhone ne hi apne time me yudh krke jeeta. Inhone. Kabul,sindh baloch,afgan ko haraya or apne rajya me mila liya fir inhone founder of mewar bappa rawal se mitrata ki. Or sath hi china ke tang vansh se. Turk or arab pe hamla kiya or. Uzbekistan, Tajikistan, Kyrgyzstan, South Kazakhstan,iran jeeta or turk vansh ko punish kiya adha ganja krke chor diya. Chalukya vansh bhi hmara h, pal vansh bhi ,pandiya bhi ,gadwal vansh bhi,kaktiya vansh bhi sindh me ray vansh bhi, godda vansh,pallav vansh,punjab me jaypala vansh,gujrat me ballavi kaystha rajvansh shravani vansh,dev vansh,chola vansh itne h vansh hmara 325 to 1300 tk mujhe dukh h isbat ka ki mugal rajput ke time aye jiske krn rajputo ke ps km sena thi fir bhi lade lkin har ka samna krna pada kass kaystha hota ya Vikramaditya hote. Maa chod dete mugal ka 😖😖😔
लाजवाब ओझा सर ।
कायस्थ मतलब कलम का धनी,, कुशाग्र बुद्धि,, कुंठित मंसिकता से ऊपर रहनेवाला ।
Satrudha bhi kayasth hai ka😮
एम एमएमq@@ramsh6800
Right 👍
@@vishwanavverma6260 bakwass
रजपूत रज मतलब भूमि पुत्र मतलब बेटा भूमिपुत्र और फिर उससे राजपुत्र होगया जिसका हिंदी शब्द राजपुत है जो क्षत्रिय का पर्याय है जब जाती व्यवस्था बनी तो कई जातिया क्षत्रिय बनने के होड़ में लग गए तब जाके क्षत्रिय के पर्याय राजपुत प्रयोग होने लगा क्युकी क्षत्रिय ही 36 कुली राजपूत होते थे |
ॐ यमाय धर्मराजाय श्री चित्रगुप्ताय वै नमः ✍️ ⚔️ 🚩
रजपूत से राजपुत्र का हिंदी शब्द राजपुत है जो क्षत्रिय का पर्याय है जब जाती व्यवस्था बनी तो कई जातिया क्षत्रिय बनने के होड़ में लग गए तब जाके क्षत्रिय के पर्याय राजपुत प्रयोग होने लगा क्युकी ज्यादातर क्षत्रिय ही राजपूत होते थे |
हम कायस्थों ने लिपियों का ज्ञान दिया। सबसे पहले अक्षर लिपि का प्रयोग हमने किया, इतिहास गवाह है, की हमने राष्ट्र के अलावा कुछ सोचा ही नहीं हम कभी जातिबादी नहीं रहे, कायस्थ चारों वर्णों का सार है, हम बुद्धि में brahman युद्ध नीति में क्षत्रिय, व्यवसाय में वैश्य, और राष्ट्र सेवा भाव में शुद्र हैं। हमने आज़ाद हिंद फ़ौज़ बनाई, हमने शिक्षा के लिए कायस्थ पाठशाला जैसी संस्था बनाई।हम हमेशा से कहते रहे की सनातन धर्म को जाति के नाम पर मत divide करो।
@@shrishri8898 Pagal hai tu darpok hai shudra🤣
Sahi kha bhai
@@shrishri8898 मूर्खो को समझदार डरपोक लगता है
बस इतना बता दो अमित जी, कायस्थ चारों वर्ण में से किसमे आते हैं। अभी तुम्हारे ज्ञान का भी test हो जायेगा
@@sanjaymisra815 uski chhodo aap bta ye ki aap kis vrn me aate h
सच मे यह प्रोगराम बहुत ही ज्ञानबर्धक और प्रशंसनीय है।भारत समाचार और आपका आभार।।जै राष्ट्र।।जै भारत।।
Kayasht is the most knowledgeable and decent community.
I am not a kayasht but I respect them alot because of their increadible contribution for our society 🙏
श्रीमान जी आपका आभार
@@riteshsrivastava7971 सर कायस्थ कौन से कम्युनिटी मे आते है
@@Yadavaskshatrap438 ye caste hai bhaii jisa pandit,bhumihar,rajput waise hi hmm kayastha...matlab aap title dekhte honge na ...lala, Shrivastava,sinha,prashad
I am also a thakur rajput but respect kayastha they are an educated and well mannered community in general
धन्यवाद भाई जी
आज की हिस्ट्री बहुत ही अच्छे ढंग से समझ में आ गई है आपको सर जी बहुत बहुत धन्यवाद
अाज कायस्थ जैसे वीर और बुद्धिमान लोगों का आपने बहुत अच्छे से परिचय कराया।।🧡🧡🧡🧡🧡स्वामी विवेकानंद को अभी तक ब्राह्मण जानते थे😊😊जय राजपूताना जय चित्रगुप्त भगवान🙏🙏🚩🚩🚩🚩
kayastha the ...chitragupt ji
kayasath rajput vivekannada
Viveka nand Maha Brahman they. Jinhone sikagospeech m India ko viswaguru sabit krdikhaya joki brahmkshatriy kayasth vans se they baise bhi kayasth all general highcast popular intelligent peoples they ok under se Brahman outer se kshatriy hai kayasth
बहुत अच्छा लगा हमें की आपको पता चला और स्वामी विवेकानंद ने खुद को विशुद्ध क्षत्रिय कायस्थ बताया था पर कायस्थ हैं तो सब को ये जान ना चाहिए
@@AnoopBablu-pu7puकायस्थ लोग देव कुल से है
मैं समझता हूं कि डा0 राजेन्द्र प्रसाद जी भी कायस्थ समाज सेआने वाले एक महान विभूति है।
Ji
अनावश्यक लंबी भूमिका
Kayastha neechi jaati hogi he , brahmano ki hisaab se .
Bahut hi apko bs ak hi naam pta hai
प्रथम राष्ट्रपति और संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद को भी शामिल कीजिये
Aur sastrji ko bhi samil.karne. Osho ko bhi
ओशो का तो कन्फर्म नहीं, लेकिन महर्षि महेश योगी कायस्थ हैं
पद्म पुराण में कहा गया है कि कायस्थ द्विजो के समान दान दे सकते है दान ले सकते है। वेद पुराण आदि पढ़ सकते हैं पढ़ा व लिख सकते है। यज्ञ कर सकते है करा सकते है। यहां ओझा जी को यह कहना चाहिए था कि जिनसे कायस्थ जाति की उत्पत्ति हुई उसमे ब्राम्हण थे और इसी लिए भी पुराणों में इन्हें ब्रम्हा की सम्पूर्ण काया से उत्पन्न माना गया है। व चित्रगुप्त महाराज की दो पत्नियों में एक ब्राम्हण कन्या थी दूसरी क्षत्रिय थी , इनके एक हाथ मे तलवार है दूसरे में कलम है। श्रीवास्तव आदि 4 पुत्र प्रथम पत्नी से उत्पन्न माने गए हैं। दूसरी पत्नी से 8 पुत्रो की उत्पत्ति हुई है।
जानकारी के अनुसार कुषाण व गुप्त काल मे इनकी उत्पति का वर्णन है ब्राह्मणों में एक वर्ग जो आध्यात्मिक पूजा में था वह आत्मस्थ कहा गया और जो राज दरबार मे राजाओं का सहयोगी हुआ अर्थात सांसारिक जिसका अर्थ शरीर (काया) के रूप में प्रयुक्त होता है वह कायस्थ कहा गया। उस समय के राजाओं के लिपिक आजकल के आईएएस के समतुल्य है और फ़ारसी में लाला का अर्थ सल्तनत से होता है। आईएएस ( जिलाधिकारी) भी कस्टोडियन ऑफ रिकॉर्ड होते है वह भी थे। चित्रगुप्त जी भी धर्मराज रूप में है जो जीव के कर्मो के अनुसार निर्णय करते है क्योंकि उनके पास न्यायिक शक्ति है वैसे भी प्रत्येक प्राणी के चित्त में जो विवेक की गुप्त शक्ति है वही चित्त गुप्त है। चित्रगुप्त को पुराणों में कही कही धर्मराज भी कहा गया है। यमराज केवल धर्मराज के निर्णय का पालन करते है। यमराज प्रशासनिक शक्ति है।
आप ने बहुत सटीक व सही व्याख्या किया है,,हकीकत मे शुरुआत से ही ब्राहमण दो भाग में बट गये थे,, एक भाग ने सिर्फ 100% पुजा पाठ, कर्म कांड, पंडिताई, जजमानी को ही अपने जीवन का आधार बना लिया,जैसे मिश्रा जी, शुक्ला जी, पांडेय जी,तिवारी जी,दुबे जी आदि🙏🙏दुसरे भाग के ब्राहमण ने पुजा पाठ, कर्म कांड को छोडकर के शासन प्रशासन व राजस्व विभाग, ग्राम,नगर विकास विभाग, न्याय,दंड विभाग,लिपिक विभाग,भु सुधार, भु पड़ताल (लेखपाल, कानुनगो,)कोषाध्यक्ष विभाग व खेती बारी, जमीदारी वाला काम(राय,श्रीवासतव,सकसेना।माथुर,सिंह,लाल,सिनहा)पंसद कर लिया, और खुब पैसे बनाया, इस वजह से पंडिताई और मंदिरो के पुजारी ब्राहमण ने नाराज होकर,जलन के मारे ,मध्यकाल (12 वी से 18 वी शताब्दी) के कुछ किताबों में कायस्थ समाज को बनिया या शुद्र जाति लिख दिया है,😂😂वैसे भी ब्राहमण हमेशा से क्षत्रिय समाज का ही चापलूसी करता था ,क्योकी क्षत्रिय राजपूत हमेशा दोनों हाथों से खुल करके दान दक्षिणा देते थे,लेकिन कायस्थ समाज थोडा सा ही दान देता था😁😁😁😁😁
🙏🙏🙏🙏🙏
@@sonusukla5654 जी वैसे तो हर जगह कंजूस होते है तो कायस्थों में भी कुछ हो सकते होंगे लेकिन अधिकतर उनके पास कोई बिजनेस या ऊपर का मोटा पैसा नही होता है तो आप परिष्कृत शब्दो मे उन्हें मितव्ययी कह सकते है। यह जरूर मैं कहूंगा शायद आपने ने खर्चीले कायस्थ देखे नही है।
आपकी व्याख्या बिल्कुल सही है। आपका अभिनंदन है।
@@bji8026 अरे सर माफ किजिए मैने मजाक में कंजुस शब्द लिख दिया 😂😂😂मै हटा दे रहा हूँ🙏🙏🙏🙏
मुझे क्षत्रिय पर गर्व है.. राजपूत मतलब राजा का पुत्र.. राजपूत जाति नहीं है.. हमारे पुरखो ने कुर्बानी दी..
क्षत्रियों का इतिहास को तोड़ मरोड़ के बनाया है
mai shreshthta par baat nahi kar raha, par rajputo ka khud ka ek code of honor tha jo baad me (modern india me) kshatriy ko hi rajput kaha jane laga (dharm palan anusar), par aaj koi bhi kuch bhi ban sakta h aur khud ko kuch bhi bana sakta h, to banaiye apne aap ko jo aap banana chahte h, jyadatar chahenge ki wo SC and ST ya any reserved class hi bane, kyu ki rajput aur general hona aaj ki (ya sadiyo pehle bhi) aasan nahi tha aur na hoga.
Yogi aadity nath shrath udahran nahi hi kya
unreserved banne se ssdiyon.se 100 percent aur ab 50.5+10 yani ki 60.5 percent aarakshan.
Abhi samajh nhi aaya tum kshtriye nhi ho, tum rajput ho aur uska vaidik kshtriye se koi connection nhi tum different jati ke mux khun ho
@@Krishnautshortstum warna sankar Ho,,jo apne kul ka sanhaar karane wala hai,,ojha bataayega Singh,,k baare me,,koi singh kya bataayega kisi ojha k baare me,,mix breed,, Rajput nahi tum Ho,,
I AM PROUD OF BEING A KAYASTH 🙏🕉️🙏JAI CHITRAGUPT JI MAHARAJ 🌺🙏🌺
I am kayasth ,& proud to our History
plz c my comment also to know d whole fact
@@amitabhsinha4224 y
@@amitabhsinha4224कायस्थों को बस 8-9 बच्चे करने की जरूरत है 6 लड़के मिनिमम 3 लडको को पढ़ा लिखाकर ips ias बनाओ और बाकी 3 को गुंडा बनाओ इससे कायस्थों का दबदबा होगा कायस्थ को अपने बच्चो को बचपन से इतिहास सिकने की जरूरत है जिससे वो अपनी जाती का। भाईचारा बनाएंगे और जाति के प्रति वफादार रहेंगे और उन्हें गर्व होगा जाति पे और हमेशा अपना वर्चस्व रखे अपने बच्चो को पढ़ाया+और भी चीज में आगे बढ़ाए❤❤❤❤ क्योंकि कायस्थ historically‚currently‚mentally‚proffesionally kayasth sabke baap hai bss yeh haat meri har kayasth bhai maanle 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
कायस्थ को बस जनसंख्या बढ़ानी है जिससे उन्हें पॉलिटिकल रेफरेंस भी मिले महत्व देगा हर कोई🙏🙏🙏🙏
Proud to be Kshatriya 🚩🚩
❤
aapne video dekha ???
@@Rudrature ha dekha kuch reh gaya kya
Insan Bano...
@@bpp827 tum ban gae???
'भारत समाचार' कार्यक्रम को चलाने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। 🙏🙏
बहुत बढ़िया, अच्छी और जरूरी जानकारी दे रहे हैं आप 🌹👌👍👏🙏
इसी कायस्थ समाज में श्री ए सी भक्तिवेदांत प्रभुपाद का जन्म भी हुआ जिन्होंने पूरे विश्व में इस्कॉन की स्थापना करके इस्कॉन मंदिरों की स्थापना की और श्रीमद्भगवद्गीता का प्रचार प्रसार करके सनातन धर्म का पर्चा लहरा दिया
वो तो ब्राह्मण थे
@@ashutoshsanatani5486aap iskcon ki website pe jaake check kr skte h , Prabhupada kayastha bataye gye h dhanyawaad , Itihaas Mt churao dusro ka , Dwi - Varna h kayastha Brahmkshatriya, bhaut Kam bache h isliye kuch bolte nhi h , jai Hindu Rashtra
Rakesh Kumar Verma
Thanks for information
BENGALI KAYASTHAS HAVE NOTHING TO DO WITH LALA AND LORD CHITRAGUPT. THERE IS A WORLD OF DIFFERENCE BETWEEN TWO COMMUNITIES. THIS MAN HAS NO IDEA ABOUT BENGALI SOCIETY. HE IS THINKING ABOUT BENGALI SOCIETY AS PER HIS GOBAR PATTI.
Lala A Great Title Jo ham deserve krte hai Proud To Be A Kayastha 🧡
उत्तर:- कायस्थउत्पति का वर्णन पदम् पुराण के उत्तर खंड में द्वितीय अध्याय में ४८ श्लोक संख्या में, श्री महादेव जी एवं श्री नारद जी के संवाद से संबंधित है।
जो श्री वेद व्यास जी द्वारा रचित है 🙏🙏
जरा पंडितों के उद्भव को भी बताइए,
राजपूतों के बारे में भ्रामक जानकारी दे रहे
@@AnilSingh-mw6tdवो तो ब्रह्मा के मुख उत्पन्न हुए थे।
@@AnilSingh-mw6td pandit dogla hota h bhai wo bs fayda apna dhudhta h
In Padma Purana, Uttar Khanda, it says that Shree Chitragupta had twelve sons by two wives. They were all wearing the sacred thread and were married to Nagakanyas. They were the ancestors of the twelve subdivisions of the Kayasthas.
ब्राम्हण कहानी गढ़ने में बहुत ही माहिर है, इसके लिए उन्हें सदियों का अनुभव है - ओशो
😂😂😂😂😂 बिल्कुल। भाई
Nahi par apne liye fayda wo bhi nahi dhundhte .. Ye Accha I he unme
Sach kahein toh brahmano se jyada ghatiya koi aur hota hi nahi hai...yeh log sabko bewakuf bana ke sb din apni roti sheki hai...yahi satya hai
कायस्थ जाति में सबसे ऊंचा स्थान
विवेकानंद
सुभाष चन्द्र बोस
लाल बहादुरपुर शास्त्री
और अंतिम स्थान पर अमिताभ बच्चन
और आपने अमिताभ बच्चन को प्रथम स्थान पर नाम लिया।
आप अद्वितीय विद्वान लग रहे हैं।
अपनी समीक्षा करनी चाहिए।
Absolutely correct, इन्हें पहले अपना मूल्यांकन कर लेना चाहिए insufficient knowledge नही
Dixit ji how can you forget Dr Rajendra Prasad
Dixit जी आप गदर पार्टी संस्थापक लाला हरदयाल बाला साहेब ठाकरे ज्योति बसु बीजू ptnayak bharat रत्न first pm and cm both of बंगाल भारत रत्न सत्यजीत रे a famous director महान scientist जगदीश चंद्र बोस dr शान्ति स्वरूप भटनागर महान samajbadi नेता जयप्रकाश नारायण मुगल revanue मिनिस्टर todermal के द्वारा कृषि क्षेत्र मै किये गए सुधारों को कोई भूल सकता है बहुत सारे नाम है सर लिस्ट छोटी पड़ जायेगी
Bilkul sahi hai kayasth samaj main to itni mahaan aur sammanniya hastiyan hain kis kis ka name len. Amitabh bacchan ji to shayad sabse nichle kran main honge unse pahale to unke father ka nam hile lete.. Video banane wale alp gyani hain
अकबर के revanue minister todarmal भी कायस्थ थे और समुद्रगुप्त के primeminister हरिषेण हरिषेण का बेटा पुंयभूति सम्राट चंद्रगुप्त विक्रमादित्य का प्रधानमंत्री बना l पुरंदेर बसु जो बंगाल मै खिलजी की नौसेना के कमांडर थे बंगाल के खिलजी की तरफ से सूबेदार थे इन्हे खिलजी ने पुरंदेर खाँ खान की उपाधि दी थी l इन्ही के वंशज सुभाष चन्द्रबोस है l महाराजा ऑफ जैसोर pratapaditya राय जिन्होंने मुगलो के छक्के छुड़ा दिये इनके वंशज संयुक्त बंगाल के पहले प्रधानमंत्री और पंक्चिम बंगाल के पहले मुख्यमंत्री बने भारत रत्न विधानचंद रे जिनके जन्मदिन पर चिकित्सक दिवस मनाया जाता है l कई बौद्ध भिक्षु अश्व घोष नागसेन बसुमित्र अतिशा लुईपा l लुईपा का बौद्ध साहित्यकारों मै सर्वश्रेष्ठ स्थान है अश्व घोष ने पहली बार बौद्ध साहित्य को संस्कृत मै लिखा नागसेन और यूनानी शासक मिनांडेर के बीच संबाद हुआ मिनांडेर ने बुधिज़्म adapt किया मिलिंद पनहो नामक ग्रंथ मै संबाद लिखे गए l बसुमित्र ने कनिष्क के कहने पर कश्मीर के कुंडलबन् मै बौद्ध संगीति की adhyachta की आप कायस्थो का नाम इतिहास से मिटा ही नहीं पायेंगे l hindu सहित्य नहीं होगा तो बौद्ध साहित्य होगा वामसेफ का साहित्य होगा l
ब्रह्माजी ने श्रीचित्रगुप्तजी महाराज को जन्म दिया व उन्हें कायस्थ वंश प्रारंभ करने व जीवों की जन्म मृत्यु तथा पाप पुण्य के लेखा जोखा रखने यमराजजी को सहयोग देने हेतु दायित्व सौंपा। अतः भगवान श्रीचित्रगुप्तजी कायस्थों के आदि पुरुष हैं। कायस्थों का महत्व तो प्रारंभ से ही है। कायस्थों के आराध्य श्री चित्रगुप्त जी महाराज के हाथों में लेखनी और तलवार दोनों हैं।इसका आशय यह है कि कायस्थ लेखनी व तलवार दोनों का धनी है।यह बात कायस्थों ने सिद्ध भी की है। कायस्थ शत प्रतिशत साक्षर हैं । इस जाति ने देश को इतिहास व वर्तमान में एक से बढ़कर एक विभूतियां दी हैं। जिनके नाम गिनवाना यहां संभव नहीं है। आदिकाल में धन्वंतरि सुषेण आतंब ऋषि आदि प्राचीन काल में मौर्यवंश पालवंश प्रतिहार कश्मीर के कार्कोटकवंश आदि। आधुनिक युग में स्वामी विवेकानंद लाजपत राय विपिन चन्द्र पाल चित्तरंजन दास खुदीराम बोस स्वामी श्रद्धानंद गणेश शंकर विद्यार्थी जगदीश चन्द्र बसु नेताजी सुभाष चन्द्र बोस डॉ राजेन्द्र प्रसाद लाल बहादुर शास्त्री जयप्रकाश नारायण श्यामा प्रसाद मुखर्जी
प्रणव मुखर्जी आदि साहित्य के क्षेत्र में घन आनंद मुंशी प्रेमचंद रांगेयराघव भुवनेश्वर जगदीश माथुर वृंदावन लाल वर्मा विष्णु वर्मा डा रामकुमार वर्मा पदुमलाल पन्नालाल बक्शी आदि खेल जगत में मेजर ध्यानचंद खूबचंद अशोक कुमार सी के नायडू आदि कला के क्षेत्र में मोतीलाल कन्हैया लाल के एल सहगल मुकेश चित्रगुप्त रोशन रवि आदित्य श्रीवास्तव सोनू निगम अमिताभ बच्चन शत्रुघ्न सिन्हा राखी जायमुखर्जी नूतन तनुजा काजोल सोनाक्षी ऋतिक रोशन आदि। बालासाहेब ठाकरे भी कायस्थ ही हैं। यह नाम तो वह नाम हैं जो याद आते गये वह लिख दिये हैं। बहुत से नाम शेष रह गये हैं।
Aap ka lekh Achchha laga.. Mere vichar se--Shyama Prasad Mukheree ( Brahmin ) the.All Mukherjees are Brahmins.
Absolutely correct
मुखर्जी , कायस्थ का surname नहीं है
Kayasthas have very vast and rich History and Culture, which I had read a few years ago.
Literally I have never seen such a detailed Archaeological and Historical Account of any Community.
Book Name - Kayastha Encyclopedia writer Udai Sahay Sir. (IPS).
I have few friends from this community . I found Kayasthas are ancient in their beliefs and customs and at the same time very progressive in their intellect and practices, they know how to be practical in life and to take care of Families. As I recall, they are very less in numbers But very significant. Proud and Love for Them.
Jai Kayastha ❤Jai Rajput❤Jai Maratha 🇮🇳- True Patrioitic and Nationalist Communities of Bharat
They are the True Bharatvanshi who had protected and preserved Sanatan Dharma.
Thanks Sir. It means a lot. 🙏🙏🙏
बहुत बहुत आभार सर! इतनी गूढ़ जानकारी देने के लिए जो अधिकतर भारतवासियों को पता ही नही होती l क्योंकि हर समुदाय में इस प्रकार से भारत के विभिन्न समुदायों को जानने की शिक्षा को महत्व दिया ही नहीं जाता! धन्य है आपके माता पिता ! उन्हें चरण स्पर्श! आपके अथक प्रयास के लिए आपको हृदय से प्रणाम ! आशा है सम्पूर्ण भारत के समस्त वर्ग आप जैसी विचारणीय, तार्किक, और राष्ट्रवादी सोच रखें ! जय कायस्थ! जय राजपूत! जय मराठा!🙏
वंदे मातरम! भारत माता की जय!❤🇮🇳🙏
OM CHITRAGUPTAYE NAMAH ❤
Vo sab thik par sabki barabari na hi karo
Haan Rajputo ki baraabari hum kayastho se nahi karni chahiye@@Anshrajput-f4m
जय कायस्थ
जय राजपूत
🤔राजपूत एक मिश्रित जाती है जो काफी जातियों से मिलकर बनी है। इसीलिए राजपूत जाति का इतिहास में कोई भी शिलालेख या अभिलेख नहीं मिलता।
राजा भोज परमार(1005-1060) द्वारा लिखित पुस्तक सरस्वती कंठाभरण', पढ़ ले उनकी लिखी बुक चेक कर लेना गूगल पर
श्रीः ॥ परमारवंश्यो भोजदेवः
वासिष्ठ: सुकृतोद्भवोऽध्वरशतैरस्त्यग्निकुण्डोङ्गयो भूपालः परमार इत्यधिपतिः सप्ताधिकाञ्चेर्भुवः । अद्याप्यद्भुतहर्षगड्दगिरो गायन्ति यस्योट विश्वामित्रजयोजितस्य भुजयोर्विस्फूर्जितं गुर्जरा:
हिंदी में अनुवाद
वशिष्ठ की स्त्री अरुंधति रोने लगी। मुनि उसकी दशा देखकर क्रोधित हो गए और मंत्र का पाठ करने के बाद, उन्होंने आहुति देकर अपने अग्नि कुंड से एक वीर उत्पन्न किया। वह वीर शत्रुओं को नष्ट करके वसिष्ठ की गाय को वापस ले आया। उसका नाम परमार रखा और उसे एक छत्र देकर राजा बनाया। माउंट आबू के गुर्जर, वसिष्ठ के अग्नि कुंड से पैदा हुए और विश्वामित्र को जीतकर, आज भी परमार नाम के राजा की महिमा को याद करते हैं।
आबू पर्वत पर चार वंश अग्निकुंड से पैदा हुए,प्रतिहार,परमार,चौहान, चालुक्य वंश अग्नि से पैदा हुए और चारो वंश गुर्जर थे परमार भोज राजा ने लिखा है
9वीं शताब्दी में परमार जगददेव के जैनद शिलालेख में कहा है कि गुर्जरा योद्धाओं की पत्नियों ने अपनी सैन्य जीत के
परिणामस्वरूप अर्बुडा की गुफाओं में आँसू बहाए।
इतिहासकार सर एथेलस्टेन बैनेस ने गुर्जर को सिसोदियास, चौहान, परमार, परिहार, चालुक्य और तोमर के पूर्वज थे।
लेखक के एम मुंशी ने कहा परमार,तोमर चौहान और सोलंकी शाही गुज्जर वंश के थे।
🙏🙏
1 kayth
Bhai jaatiwaad kyo faila rahe?
@@Parmar-gj3ny kaha gaya re mughal
Proud to be a kayasth💪💪
Verma log kayasth hote hai kya bhai ?
Bhai ye Verma kabhi Rajput ban jaate hai kabhi sunar kabhi kayastha... Tum ho kaun bhai ?
@@kandiking2218 nhi bhai Verma Srivastava aur sinha kayastha ke hi subtitles hai
@@ashishpriya7489 bhai hamare idhar Verma Sunar lagate hai
Why?
आपके द्वारा प्रस्तुत जाती आधारित विश्लेषण का इतिहास को अलग तरीके से प्रस्तुत किया गया है। दूसरे यह कहानी भ्रम भी पैदा करता है। अभी तक मोहनजोदड़ो, हड़प्पा के सभ्यता के पूर्व,या कह सकते आर्यों के आने पुर्व जाती आधारित कोई प्रमाणिक आधार नहीं मिले हैं। फिर आपने विश्लेषण में महर्षि पतंजलि,अंम्वेदकर और अब्दुल कलाम तीनों को एक ही काल में होने की बात कही है। इस विश्लेषण का आधार फिल्मी दुनिया से लिए गए , कुछ ऐसे ही कहानी ज्यादा लगता है। संसार के सभी जीवों में मनुष्य अपने बौद्धिक क्षमता और प्रकृति के कारण श्रेष्ठ प्राणी है। कालान्तर में इन्हें उपलब्ध संसाधनों तथा कविलों एवं मानव समुदाय पर अधिपत्य की विशेष प्रवृति ने सत्ता को जन्म दिया।....वाद में सत्ता को रूढ़ बनाए रखने के लिए अपनी विशेष वौद्धिक क्षमता का प्रयोग कर धर्म और जाति का निर्माण किया गया । जिसमें खासकर स्त्रियां और कमजोर तबकों को सबसे अधिक शिकार बनने को मजबूर होना पड़ा। 0:20
असली क्षत्रिय राजपूत है !!🙏🚩
100% EDUCATED CAST IN INDIA ........IS KAYASTHA... 👍
Nhi hai abhi 95% literacy rate hai 😎
Aur rajputs ka 90%
@@Anshex.e kayasth aur rajput bhai bhai hai
@@madhurendrakumar7715 yaa
@@madhurendrakumar7715 rajputs and kayasthas have always backed each other
आजकल सभी ब्राह्मण से लेकर वाल्मीकि समाज तक के लोगों को चाहिए कि सभी अपनी अपनी जातियों को भूल जायें केवल यह याद रखें कि हम सब केवल हिन्दू हैं और सभी में रोटी बेटी का संबंध होना चाहिए तभी हिन्दू संगठित और सशक्त होकर भविष्य में होने वाले मुस्लिम आक्रमणों का जो गैर इस्लामिक लोगों को इस्लाम कुबूल करवाने के लिए किया जायेगा, सफलता पूर्वक मुकाबला कर आक्रमणों को विनष्ट कर सकेंगे.
🤔राजपूत एक मिश्रित जाती है जो काफी जातियों से मिलकर बनी है। इसीलिए राजपूत जाति का इतिहास में कोई भी शिलालेख या अभिलेख नहीं मिलता।
राजा भोज परमार(1005-1060) द्वारा लिखित पुस्तक सरस्वती कंठाभरण', पढ़ ले उनकी लिखी बुक चेक कर लेना गूगल पर
श्रीः ॥ परमारवंश्यो भोजदेवः
वासिष्ठ: सुकृतोद्भवोऽध्वरशतैरस्त्यग्निकुण्डोङ्गयो भूपालः परमार इत्यधिपतिः सप्ताधिकाञ्चेर्भुवः । अद्याप्यद्भुतहर्षगड्दगिरो गायन्ति यस्योट विश्वामित्रजयोजितस्य भुजयोर्विस्फूर्जितं गुर्जरा:
हिंदी में अनुवाद
वशिष्ठ की स्त्री अरुंधति रोने लगी। मुनि उसकी दशा देखकर क्रोधित हो गए और मंत्र का पाठ करने के बाद, उन्होंने आहुति देकर अपने अग्नि कुंड से एक वीर उत्पन्न किया। वह वीर शत्रुओं को नष्ट करके वसिष्ठ की गाय को वापस ले आया। उसका नाम परमार रखा और उसे एक छत्र देकर राजा बनाया। माउंट आबू के गुर्जर, वसिष्ठ के अग्नि कुंड से पैदा हुए और विश्वामित्र को जीतकर, आज भी परमार नाम के राजा की महिमा को याद करते हैं।
आबू पर्वत पर चार वंश अग्निकुंड से पैदा हुए,प्रतिहार,परमार,चौहान, चालुक्य वंश अग्नि से पैदा हुए और चारो वंश गुर्जर थे परमार भोज राजा ने लिखा है
9वीं शताब्दी में परमार जगददेव के जैनद शिलालेख में कहा है कि गुर्जरा योद्धाओं की पत्नियों ने अपनी सैन्य जीत के
परिणामस्वरूप अर्बुडा की गुफाओं में आँसू बहाए।
इतिहासकार सर एथेलस्टेन बैनेस ने गुर्जर को सिसोदियास, चौहान, परमार, परिहार, चालुक्य और तोमर के पूर्वज थे।
लेखक के एम मुंशी ने कहा परमार,तोमर चौहान और सोलंकी शाही गुज्जर वंश के थे।
I am a kaayasth but feel more proud to be a sanaatani. If hindus are to be eliminated, will Kaayasths Or any caste exist? Caste narrative is fatal to sanaatan.
Jaat Paat na ho. Sirf Hindu ho aur Sirf hum sabhi Sanatani ho. Hindu - Hindu ki sahayata kare,
Ye sb baatein sirf kehni me achi lgti h .. Asliyat kuch aur hi h😂
@@rakasindrisahi kaha jatiyo mai bta hindu kuch nhi kar pyega dharm ke liye
Shrivastav Saxena Sinha lalaji Mathur bhatnagar kulshreshth asthana Nigam amnhasta Dutta boss Basu Ghosh mitra khare Varma कायस्थ समाज जय स्वामी विवेकानन्द जय नेताजी सुभाषचंद्र बोस जय लालबहादुर शास्त्री जय डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद जय खुदीराम बोस जय महाराजा प्रतापदित्य #जय महाराज ललितादित्य मुक्तपिंड 🦁 कायस्थ समाज ki power कलम है pen hai Jai Chitragupta Maharaj ki Jai
Amitabh Bachchan, Hrithik Roshan
Are kayastho ko hi lalaji kehete hain
Choudhury v kayasth hota hey
@@pankajchoudhury8117 haan
@@akshatvikramsrivastava1786ritik rosan brahmn hai ja ke Pata Kar gugal pe
सुंदर प्रस्तुति शुभकामनाएं 🕉️🚩🌹🇮🇳
COMPLETELY FLOP VIDEO. BENGALI KAYESTOS HAVE NOTHING TO DO WITH LORD CHITRAGUPT AND OTHER KAYASTHAS IN INDIA. KAYASTHA IS A CASTE AS WELL AS A TITLE THAT HAS SEVERAL MEANINGS. THIS PERSON HAS NO KNOWLEDGE ABOUT BENGALI SOCIETY. HE IS THINKING ABOUT BENGALI SOCIETY AS PER HIS GOBAR PATTI
कश्मीर सम्राट ललितादित्य को राजपूत अपनी जात का बताते हैं पर उन्हें पता नहीं वह ⚔️कायस्थ⚔️ जाति से आते हैं
Kha likha he ki kayasht the
Kabhi jammu Jana aur dekhna kitne kayastha hai waha. Koi janta bhi nahi jammu m kayastha ko
Maharaja Lalitaditya was not a Rajput or kayastha by caste he was a kashmiri pandit but claimed themselves as a nagvanshi Kshatriyas his empire existed before the origin of rajputs such as Gonadiya dynasty who were Brahmanas by caste 😂😂
@@ranjeettiwari6770 bilkul shi suna bhai tumne ki nagvanshi kshtriya the lekin jab राजपूताइजेशन hua मध्यकाल me to rajput inko ab rajput bolte he jabki aisa nhi he भाई ललितादित्य मुक्तपीड़ ब्राह्मण नहीं थे...वह खस ट्राइब के नागवंश के राजा थे, आज भी उनके वंश और पर्टिकुलर कास्ट वाले कश्मीर नेपाल उत्तराखंड में रहते हैं भारत में खस कश्मीर से नेपाल तक रहते हैं और हिमालय क्षेत्र का 95% क्षत्रिय ब्राह्मण खस नस्ल का है,,,फर्स्ट cm ऑफ उत्तराखंड पंडित नारायण दत्त तिवारी खस थे,,pm of nepal kp ओली खस हैं,,बॉलीवुड actress पंडित मनीषा कोइराला खस है,,,बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रीति जिंटा खस हैं कंगना राणावत खस ठाकुर हैं
@@काल011 Mein kya bol rha hu samajh rhe ho app Lalitaditya was not a Rajput Rajput was not a term uplifted in the 7 century it was uplifted in 13 century written in Rajtaranghni so how you can say he was a Rajput Lalitaditya was the descendants of the Brahman dynasty that is gonandiya dynasty...
सोलंकी और चालुक्य एक ही है
परमार, प्रतिहार,चालुक्य और चोहान है 😊
No
Karkota vansh. Lalitaditya muktapida jisne firat time. Mohamd gaznabi se yudh kiya tha gaznabi Jeet nhi paya. Or rhi bat. Ummayad khalifate bhi to bro 500k sena thi khalifate ki. Fir bhi sindhu nadi par krne ki himat nhi ki.
Aj ap bihar oddisa andrapradesh gujarat maharashtra ye sb jnte ho inhone ne hi apne time me yudh krke jeeta. Inhone. Kabul,sindh baloch,afgan ko haraya or apne rajya me mila liya fir inhone founder of mewar bappa rawal se mitrata ki. Or sath hi china ke tang vansh se. Turk or arab pe hamla kiya or. Uzbekistan, Tajikistan, Kyrgyzstan, South Kazakhstan,iran jeeta or turk vansh ko punish kiya adha ganja krke chor diya.
Chalukya vansh bhi hmara h, pal vansh bhi ,pandiya bhi ,gadwal vansh bhi,kaktiya vansh bhi sindh me ray vansh bhi, godda vansh,pallav vansh,punjab me jaypala vansh,gujrat me ballavi kaystha rajvansh shravani vansh,dev vansh,chola vansh itne h vansh hmara 325 to 1300 tk mujhe dukh h isbat ka ki mugal rajput ke time aye jiske krn rajputo ke ps km sena thi fir bhi lade lkin har ka samna krna pada kass kaystha hota ya Vikramaditya hote. Maa chod dete mugal ka 😖😖😔
right ❤
बिना सन्दर्भ के जिक्र किया गया इतिहास मनगढ़ंत माना जाता है, ऐसा हम नहीं जिन पुस्तकों से हम और आप अभी तक पढ़ते आए हैं, उनके विद्वान लेखकगण कहते हैं। जय हो।।
Proud Kayastha 😊
जय कायस्थ जय श्री ललितादित्य महाराज की 🙏🙏🖋️🖋️⚔️⚔️🚩🚩🚩
Samrat lalitaditya mulhtrpide naag vanshi kshtriya rajput thay karkota vansh samja Mahabharata ma karkota naag vanshi kshtriya kha hai sri krishna ji na ok ti alag hi baao bana nay maau laga hai
@@Hemusinghrajput naagvanshi kaha gaya h qki karkotak kayastha naago ki puja karte the...
Karkotak kayastha vansh naam tha ..smjhe
@@Hemusinghrajput jiska tasveer lagaya hai na subhash chandra bose waah kayastha the.
@@luxuriousworld441 😎😎😎😄😄,Hum wo ped hei Jahan bahut chidiyan Rehti Hein aur wo chidiyan khud Ko uss ped se bada samajhte hein.
@Drop the current legal status as per bihar high court verdict 1928 kayastha are kshatriya. They don't need any proof from you.
Kayastha always brand brahmkashtriye Jay shree chitragupt bhagwan
ऐसा कोई क्षेत्र नहीं जिससे कायस्थ अछूता रहा हो, कायस्थ ने हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है...
Ak bhi param veer chakra nahi milan j
@@AnkitKumar-vf6yb ललितादित्य मुक्तापीठ के बारे में जानकारी प्राप्त करें
@@sanjaysrivastava6897 lalitaditya ke kal me koi bhi ek dikha do script jahan kayasth uski jati mentioned ho kuch bhiiiii
@@kkkssss8376 कल्हण की किताब पढ़े
@@sanjaysrivastava6897 kalhan ki rajtarangini me kahin kayasth shabd nahi hai sir maine khoob adhyayan kiya hai
दिल खुश हो गया। धन्य वाद ओझा जी।
मैंने subscribe कर लिया है। मुझे इस प्रकार हर सो भेजा जाए।
कायस्थ रूलर अधिकारी मंत्री सब कुछ रहे थे
राजपूत हम सब का गौरव हे राजपूतों ने अपना हित छोड़ कर हम सब (प्रजा) की रक्षा की हे हर युद्ध को इस पद्धति से लडा के उसका इतना सा भी असर हमारे ऊपर नही आने दिया नमन ही राजपूतों को🙏🙏♥️♥️♥️
🤔राजपूत एक मिश्रित जाती है जो काफी जातियों से मिलकर बनी है। इसीलिए राजपूत जाति का इतिहास में कोई भी शिलालेख या अभिलेख नहीं मिलता।
राजा भोज परमार(1005-1060) द्वारा लिखित पुस्तक सरस्वती कंठाभरण', पढ़ ले उनकी लिखी बुक चेक कर लेना गूगल पर
श्रीः ॥ परमारवंश्यो भोजदेवः
वासिष्ठ: सुकृतोद्भवोऽध्वरशतैरस्त्यग्निकुण्डोङ्गयो भूपालः परमार इत्यधिपतिः सप्ताधिकाञ्चेर्भुवः । अद्याप्यद्भुतहर्षगड्दगिरो गायन्ति यस्योट विश्वामित्रजयोजितस्य भुजयोर्विस्फूर्जितं गुर्जरा:
हिंदी में अनुवाद
वशिष्ठ की स्त्री अरुंधति रोने लगी। मुनि उसकी दशा देखकर क्रोधित हो गए और मंत्र का पाठ करने के बाद, उन्होंने आहुति देकर अपने अग्नि कुंड से एक वीर उत्पन्न किया। वह वीर शत्रुओं को नष्ट करके वसिष्ठ की गाय को वापस ले आया। उसका नाम परमार रखा और उसे एक छत्र देकर राजा बनाया। माउंट आबू के गुर्जर, वसिष्ठ के अग्नि कुंड से पैदा हुए और विश्वामित्र को जीतकर, आज भी परमार नाम के राजा की महिमा को याद करते हैं।
आबू पर्वत पर चार वंश अग्निकुंड से पैदा हुए,प्रतिहार,परमार,चौहान, चालुक्य वंश अग्नि से पैदा हुए और चारो वंश गुर्जर थे परमार भोज राजा ने लिखा है
9वीं शताब्दी में परमार जगददेव के जैनद शिलालेख में कहा है कि गुर्जरा योद्धाओं की पत्नियों ने अपनी सैन्य जीत के
परिणामस्वरूप अर्बुडा की गुफाओं में आँसू बहाए।
इतिहासकार सर एथेलस्टेन बैनेस ने गुर्जर को सिसोदियास, चौहान, परमार, परिहार, चालुक्य और तोमर के पूर्वज थे।
लेखक के एम मुंशी ने कहा परमार,तोमर चौहान और सोलंकी शाही गुज्जर वंश के थे।
🤔🤔🤔🤔🤔🤔
राजपूतों के कारण ही हिंदू समाज का पराभव हुआ है ।अधिकतर राजा प्रजा शोषक थे और कमजोर और अहंकारी थे ।यही कारण था कि युद्ध में मुट्ठी भर मुसलमानों और मुगलों से हारते रहे ।ब्राह्मणों के लालच और राजाओं के अहंकार के कारण एक बड़ा समुदाय मुसलमान हो गया ।
इन दासी पुत्रों ने अपने हितों के लिए अपनी बहन बेटियों को मुगलों को दी बैसे ऐ जाति एक खून से पैदा नहीं हुईं ऐ आदमी पैसा लेकर काम कर रहा है
@@Bhaktisatsang-1 joke of the year 😂
@@Bhaktisatsang-1 Dadaji India mai 80% hindu keshey
कायस्थ केवल clerk ही नहीं ias ips भी बहुत बड़ी संख्या है
10 ka naam batao jinki age 50 se kam ho or 20ka naam batao jinki age 60 se kam ho
@@surendramathur1674 किस बजह से
Us samay lipik hi revenue dekhte the, jo aaj ias dekhte hain. Isliye us samay ke lipik hi ias the
उसका context पुराना है,आज का नहीं , महाबली मूर्ख
Lakin bahut कंजूश hota h ,lala sab
Rajput are awesome
सिर्फ स्मृतियों में ही नही पुराणों में भी कायस्थों का वर्णन मिलता है।
@@bankonomics8196 kya matlab?
कहां?
@@ashutoshsanatani5486markandey puran padh jaake
@@ashutoshsanatani5486padma puran me link du aap bole to ??
कायस्थों का कम संख्या में होने के बाद भी upsc और pcs में अच्छा रिजल्ट है जो कभी आरक्षण के लिए nhi रोते
सही है आपकी बात मगर अंतिम बात आपकी गलत है।
@क्षत्रिय परमार क्यों परमार जी?
खत्म भी कर दो आरक्षण मगर ये पहले जान लो कि आरक्षण की जरूरत क्यों पड़ी। जिन्हें आरक्षण दिया गया था क्यों दिया गया क्या आधार था आरक्षण देने की। आरक्षण खत्म करने से पहले जातिगत असमानता को खत्म करो और जिनका शोषण हुआ है हजारों साल से उनकी भरपाई कर दो तब आरक्षण खत्म कर देना। किसी को आरक्षण की जरूरत नहीं है। समझें परमार जी। आप अगर 4 भाई हो तीन भाई अपने पिता की संपत्ति को आजीवन उपभोग करते रहे क्या आप सोचते हो कि उन तीनो भाइयों के लड़कों की बराबरी उस चौथे भाई का लड़का कर लेगा क्या जो आजीवन संसाधनों से वंचित रहा। मेरी समझ ये कहती है कि पहले उस वंचित के बच्चे को भी वो सारे संसाधन उपलब्ध कराने होंगे होंगे जो बाकी के तीनों सभी संसाधन युक्त के बच्चों को उपलब्ध थे।
समानता लाओ देश बचाओ
@@Kumarnirmalviralshorts arakshan kyo fat jti hai
वे हमेशा सत्ता के साथ चिपके रहे मुगल आए तो भी,अंग्रेज आए तो भी।ऐसे में उनकी सामाजिक आर्थिक स्थिति हमेशा उन्नत ही रहे।जाति आधारित व्यवस्था में पढ़ाई लिखाई करना उनकी जरूरत थी और सिर्फ वही करना था।
रही बात आरक्षण की तो वह आपके विचार में जातीय धूर्तता दिख रही है
@Parmar tmkc
श्री चित्रगुप्त भगवान की जय
जय चित्रांश
जय कायस्थ
I am also Tomer Rajput, Originally from Jotai village, Porsa, Muraina, Presently living at Madhepura, Bihar, our generation Tomer Rajput, related with Mahabharata Arjuna, Janmeja, Dehli Builder, Anagpal Tomer was the 100th generation of Janmeja, can you clarify this historical Truth, your Lectures is very Impressive, I've delivered various lectures on Engeering &Management Topics, keep it up ,Aashirwad.
You 100 correct, regarding Kayast, in my village various Kayast family are there, they are very intellectual and service holder,
भारतमे,,सब,,जआतइयओमए,शूरवीर,,बुद्धीमान,,लोग,,पैदा,,हे,है,,और,,होते,,रेंगे,,विडियो,,बनआकए,,बकवास,,करने की,,जरुरत,,नही
I'm also a chandel Rajput nd we are basically from Bundelkhand but our ancestors moved to South Bihar.
जय जय श्री चित्रगुप्त भगवान महावीर की जय🙏💪🙏💪 जागो कायस्थ भाईयों कायस्थ भाईयों कायस्थ भाईयों की मदद करे और जाति के लोगों से सिखे कायस्थ भाईयों हम सभी को अपनी माँ👩 की कसम हे कायस्थ भाईयों को अगे बडाऐ जय श्री चित्रगुप्त नमो नमः 🙏🤝💪🙏🤝💪
नंबर दीजिए
kasam dena band kro acha khasa msg ki ma chod ke rakh diye kasam se dosh lagta h channel visit kro kayasth ke liye hi krte h pr aise kasam lag jata h logo ko
@@ashutoshsanatani54869026306587 shivam Shrivastava jud jao bhai
देखो एक और शिक्षित महान शिक्षित आ गए 😂
ओझा साहब राजपूत के बारे में भूमि अनुदान के आधार पर फर्जी तरीके से समझा रहे है।
क्षत्रिय (राजपुत्र ) , रक्षा एवं न्याय व्यवस्था के विशेषज्ञ है। क्षत्रियों के गढ़ से न्याय व्यवस्था का संचालन होता है।
हूणो की संतान राजपूत
Ojha ji tathyno se pare kuchh naya hi kahani samjha rahe hai. Rajput matlab only kshtriya se hai.
Hamare yanha Thakur ko Hajam mana jata hai jo naua bhi kahlata hai
Smrat Ashok ke Vanshaj hai Kurmi cast , Patliputra ki Dharti ka malik kurmi jati hai jo Krishak aur ladaku jati tha
Fir bhi kish tarah se Mughal kal mai Rajputon ne Muslman se milkar Any jatiyon par julm kiya
Kish tarah Aurangjeb ka Samant Jay singh ne Shatrapati Shivaji Maharaj ko jail mai Conspiracy kar Agra ke jail mai dal diya
Ish tarah Rajputon ki Dogla niti ne Musalmano ko Bharat mai Pair jamane diya
Akbar ka janm Amarkot ke Raja
Jo Rajput tha wahan hua
Jat Jatin ne Bhi desh ko Muslman se lada aur Taimur Tuglak aur Aurangazeb ,Akbar se lada
Muslim ne sabse Adhik western Punjab aur Sindh par Akarman kiya
@@krishnandananilkumar3467 tumhe itihas ka jha*t bhat nahi pata hai aur Rajputo ko galat bata rhe ho.
Nai thakur kis wjah se lagate hai wo pata karna, wo Jati se thakur nahi hai.
Muslim kaal me sab log raja the, jaisa ki tum log claim karte ho to ilzam ham par kyu laga rhe ho. Aur besharmo hamare logo ko peedi ko peedi khatm ho gyi tum logo k liye ladte ladte par har@mkhoro k pet me jo jalan hai wo hamare khilaf galat likhwa hi deti hai.
Punjab se lekar Himachal Uttarakhand, Harayana UP me tere fufa Rajput hi ladhte the.
Tujhe pata bhi nahi hoga hamare konse konse clan kaha kaha lad rhe the mughlo se tbhi itni bakwas kar rha hai.
Marathao ne Marwad me itne gareeb kisan mare hai jitna tu umeed nhi laga sakta. Apne Hindu rajyo se hi chauth vasool lara aur yahi inke panipat ki teesri ladai me haar ka kaaran bana.
Orissa aur Bengal me Maratha invasion padhna. Kaise pregnant ladies k pet cheer cheer kar mara gaya tha.
Aurangzeb Shivaji maharaj ji ko marna chahta tha par wo to Raja Jai Singh ne Juban di thi ki Shivaji ko kuch nahi hone dunga aur phir unhi k bete Ram Singh ne Shivaji Maharaj ji ko Agra Jail se bhagne me help ki thi.
Aakhiri Jauhar Rajputo ka jab hua tha tb Jaat hi Mughal Forces ki taraf se aaye the.
1775 ka Mandan yudh jab Ahir Mughlo ki taraf se Rajputo aur Jato se ladne aaye the.
Asli me tum log dogli neeti ko follow karte ho.
Aaj jo yeh Uttarakhand aur Himachal Hinduo se bhara hua hai na uske peeche Rajput Rajao aur sainiko ka khoon hai jinhone Mughal sainiko ki naak kaat kar bheja tha.
Aurangzeb k darbar me Rajputo se bhi jyada Manasabadar Marathao k the.
Aur ham chahte to aaj hamari population bhi tum jaise hoti par ham desh k liye pehle bhi mare the aur aaj bhi marte hai.
6 Paramvir Chakra Rajputo k pass hai.
Yeh tum logo ko tumhari aukat batane k liye kaafi hai.
Isliye aage se bhokna mat bina baat k
@@रोहितआर्य-ब2स Teri comment se pata chal raha hai ki teri bahut li hai Rajputoon ne Abe gandjali phele Dr. R C Majumdar , Dr, Hariram Aur Dr. Dashrasth Sharma Ko pad lena pata chal jayega .... Aarakshan chat le phele
Kayastha have so much of history ...u cannot tell in 1 episode
Itne mahan the kayastha 💕💕❣️
Jai Rajputana
बहुत बहुत धन्यवाद ब्रजेश जी।इस शो को चालू करने k लिए इस शो ने पूरा जीवन परिवर्तन में क्रांति ला दी
Jai hind
मैं चंद्रवंशी रवानी राजपूत समाज से है। जय जरासंध ⚔️⚔️🔱🔱🚩🚩 जय भवानी 🚩🚩🚩
वैसे मैं ओझा जी का बहुत सम्मान करता हूं लेकिन फिर भी बनिया और कायस्थ अलग अलग होते हैं, और सभी लालाओं को मिक्स कर दिया, सुख्खी लाला बनिया लाला था जिसका उदाहरण दिया, कायस्थ इनसे अलग होते हैं। स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था मैं उन महापुरूषों का वंशधर हूं जिनके चरण कमलों पर प्रत्येक ब्राह्मण ॐ यमाय धर्मराजाय श्री चित्रगुप्ताय वै नमः का उच्चारण करते हुए पुष्पांजलि अर्पित करता है, जिनके वंशज विशुद्ध रूप से क्षत्रिय हैं। पूरा आप पढ़ लीजिएगा।
कायस्थ जाति की विभूतियों को गिनते गिनते दिमाग थक जाता है।
जय हिंद जय भारत
जय जवान जय किसान
We are kayastha and not lala.
बिल्कुल सटीक बात आपने लिखी है lओझा जी को पहले कायस्थों का इतिहास पढ़ लेना था फिर सही जानकारी दे पाते l
Absolutely right brother..he needs to read first properly..👏👏👍🏻
@@anupamashrivastava3077 मै ब्राहमण हूं लेकिन कायस्थ समाज को प्रणाम करता हूँ और कायस्थों के साथ बैठना-खान पान बहुत पसंद करता हूँ,,🙏🙏🙏🙏
@@kumarraviranjan9315 ब्राहमण लोग कायस्थ समाज को प्यार से लाला(चतुर,चालाक,बुद्धिजीवी) कहते थे,,लेकिन आज इस शब्द को मजाक बना दिया गया😭😭😭
अवध ओझा जी के पास राजपूत जाति बनने के स्पष्ट प्रमाण नही हैं।अवध ओझा sir हवा में तीर मार रहे हैं।
Har factual scholar ke pass saare saboot hai. Bus tum log padhai likhai nahi karte. Jo ponga panda tumari ha me ha milaye tumhe use karne keliye future m usiki baaton m khush ho jate ho sach manlete ho
Wo sachhai hi bol raha h tum bss pando ne jo bata diya wo hi maan ke pando ko apna baap bol dete ho😂 rajput koi caste nhi ye reality h rajput ek mix of castes h isme jyadatar lower castes mix h jo dheere dheere time ke sath upar aa gyi or baaki huns kushanas mix h baaki koi nhi ye hi reality h ab tum maano ya na maano usse kuch farak nhi padta
Sagu bole ho bhai
बिल्कुल सही कहा ।
pata nahi hamse itna kyun jalte hain log 😎😎😛😜😝😝😭😭😭
राजपूत राज अनुदान से नही संघर्ष से प्राप्त किया था।
waah
😂😂😂kuch bhi 😂Paisa kama kar zameen registery ki kya
भगवान प्रभु श्री चित्रगुप्त जी महाराज की जय। ♥️
सभी कायस्थ वेद पुराण के हिसाब से प्रभु के ही उत्तराधिकारी हैं।
Aur kayasth apne cast me hi shadi krte h raja bhi the ye
जी हां बिलकुल सही कहा आपने
Hi
Sabhi bole bhai
Kayastha origine, his duty assigned by Veda, Smiriti, in many puran, Mahabharata by Bhism, & at the time of RAMRAJYABHISEKH, BY RAM DARBAR WHERE His Purohit VASHISHTH JI ANNOUNCE since day, Based on valid ground Kayastha is DevPutra and have right tpy highest regard to all like others are RISHIPUTRA . DEVPUTRA RIGHT TO MANAGE, CONTROLLED OVER& ABOVE TO ALL CLAASEES.
बहुत अच्छी विवेचना।साधुवाद।
Jai shri ram 🙏🛕
Jai chitragupta maharaj 🙏🚩
🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Such a good knowledge for Kayasth and Rajput.Ojha Sir u r genious
Right.
bhai vo aage se acchai karke peche se apni badhai kar rha hai tum samje nahi ye galat history bta rha hai
🤔राजपूत एक मिश्रित जाती है जो काफी जातियों से मिलकर बनी है। इसीलिए राजपूत जाति का इतिहास में कोई भी शिलालेख या अभिलेख नहीं मिलता।
राजा भोज परमार(1005-1060) द्वारा लिखित पुस्तक सरस्वती कंठाभरण', पढ़ ले उनकी लिखी बुक चेक कर लेना गूगल पर
श्रीः ॥ परमारवंश्यो भोजदेवः
वासिष्ठ: सुकृतोद्भवोऽध्वरशतैरस्त्यग्निकुण्डोङ्गयो भूपालः परमार इत्यधिपतिः सप्ताधिकाञ्चेर्भुवः । अद्याप्यद्भुतहर्षगड्दगिरो गायन्ति यस्योट विश्वामित्रजयोजितस्य भुजयोर्विस्फूर्जितं गुर्जरा:
हिंदी में अनुवाद
वशिष्ठ की स्त्री अरुंधति रोने लगी। मुनि उसकी दशा देखकर क्रोधित हो गए और मंत्र का पाठ करने के बाद, उन्होंने आहुति देकर अपने अग्नि कुंड से एक वीर उत्पन्न किया। वह वीर शत्रुओं को नष्ट करके वसिष्ठ की गाय को वापस ले आया। उसका नाम परमार रखा और उसे एक छत्र देकर राजा बनाया। माउंट आबू के गुर्जर, वसिष्ठ के अग्नि कुंड से पैदा हुए और विश्वामित्र को जीतकर, आज भी परमार नाम के राजा की महिमा को याद करते हैं।
आबू पर्वत पर चार वंश अग्निकुंड से पैदा हुए,प्रतिहार,परमार,चौहान, चालुक्य वंश अग्नि से पैदा हुए और चारो वंश गुर्जर थे परमार भोज राजा ने लिखा है
9वीं शताब्दी में परमार जगददेव के जैनद शिलालेख में कहा है कि गुर्जरा योद्धाओं की पत्नियों ने अपनी सैन्य जीत के
परिणामस्वरूप अर्बुडा की गुफाओं में आँसू बहाए।
इतिहासकार सर एथेलस्टेन बैनेस ने गुर्जर को सिसोदियास, चौहान, परमार, परिहार, चालुक्य और तोमर के पूर्वज थे।
लेखक के एम मुंशी ने कहा परमार,तोमर चौहान और सोलंकी शाही गुज्जर वंश के थे।
Proud to be Kshtriya/Rajput 🚩🚩🙏🙏❤❤ . Thank you Ojha Sir ❤
Why proud?
War mein Gaye they kya?
@@manishgupta3996 main toh jarur jata kyunki mere ancestors legacy ka sawal hai. Lekin Tu apne ancestors ki tarah kisi ja chatte rahne paiso ke liye kyunki wahi teri aukkat hai.
@@manishgupta3996 tere baap hoon na beta.
@@manishgupta3996tumhe proud nhi baniya hona par tumri galti, humhe toh garv hai😂🚩🤌🏻
सटीक तर्क संगत सत्य व्याख्या के लिये बहुत-2 धन्यवाद। जय जय जय सत्य सनातन भारतवर्ष जय हिन्द।
कायस्थ को वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में हासिये पर रख दिया गया है लेकिन देश के लिए कायस्थ का योगदान अभूतपूर्व रहा है
🤔राजपूत एक मिश्रित जाती है जो काफी जातियों से मिलकर बनी है। इसीलिए राजपूत जाति का इतिहास में कोई भी शिलालेख या अभिलेख नहीं मिलता।
राजा भोज परमार(1005-1060) द्वारा लिखित पुस्तक सरस्वती कंठाभरण', पढ़ ले उनकी लिखी बुक चेक कर लेना गूगल पर
श्रीः ॥ परमारवंश्यो भोजदेवः
वासिष्ठ: सुकृतोद्भवोऽध्वरशतैरस्त्यग्निकुण्डोङ्गयो भूपालः परमार इत्यधिपतिः सप्ताधिकाञ्चेर्भुवः । अद्याप्यद्भुतहर्षगड्दगिरो गायन्ति यस्योट विश्वामित्रजयोजितस्य भुजयोर्विस्फूर्जितं गुर्जरा:
हिंदी में अनुवाद
वशिष्ठ की स्त्री अरुंधति रोने लगी। मुनि उसकी दशा देखकर क्रोधित हो गए और मंत्र का पाठ करने के बाद, उन्होंने आहुति देकर अपने अग्नि कुंड से एक वीर उत्पन्न किया। वह वीर शत्रुओं को नष्ट करके वसिष्ठ की गाय को वापस ले आया। उसका नाम परमार रखा और उसे एक छत्र देकर राजा बनाया। माउंट आबू के गुर्जर, वसिष्ठ के अग्नि कुंड से पैदा हुए और विश्वामित्र को जीतकर, आज भी परमार नाम के राजा की महिमा को याद करते हैं।
आबू पर्वत पर चार वंश अग्निकुंड से पैदा हुए,प्रतिहार,परमार,चौहान, चालुक्य वंश अग्नि से पैदा हुए और चारो वंश गुर्जर थे परमार भोज राजा ने लिखा है
9वीं शताब्दी में परमार जगददेव के जैनद शिलालेख में कहा है कि गुर्जरा योद्धाओं की पत्नियों ने अपनी सैन्य जीत के
परिणामस्वरूप अर्बुडा की गुफाओं में आँसू बहाए।
इतिहासकार सर एथेलस्टेन बैनेस ने गुर्जर को सिसोदियास, चौहान, परमार, परिहार, चालुक्य और तोमर के पूर्वज थे।
लेखक के एम मुंशी ने कहा परमार,तोमर चौहान और सोलंकी शाही गुज्जर वंश के थे।
Jee bilkul shi must corrupted people
@@maverickavanish9240abe tujhe bara dharmic hoon or desh bhakti mare khoon mae basti hai. Aaj kal shiv puran padh raha hoon iske baad ved ko padhunga but career wise zoology sae masters kar Raha hoon.
Proud to be kayastha..👍🙏
plz c my comment also to know d whole fact
Chitragupt ji ki jai
Proud to be kayastha lala
Lala
Lala
आपने जो विश्लेषण किया जातियों पर बहुत अच्छी जानकारी दी तथा राजपूत कास्ट पर जो आपने उदाहरण प्रस्तुत किया वह अत्यंत ही सटीक बैठता है जैसे राजा भैया का उदाहरण दिया आपने और लाल बहादुर शास्त्री जी का दिया बहुत अच्छा धन्यवाद
COMPLETELY FLOP VIDEO. BENGALI KAYESTOS HAVE NOTHING TO DO WITH LORD CHITRAGUPT AND OTHER KAYASTHAS IN INDIA. KAYASTHA IS A CASTE AS WELL AS A TITLE THAT HAS SEVERAL MEANINGS. THIS PERSON HAS NO KNOWLEDGE ABOUT BENGALI SOCIETY. HE IS THINKING ABOUT BENGALI SOCIETY AS PER HIS GOBAR PATTI.
udaharan jadi sahi diye
Sir 🙏.. राजा भैया, बृजभूषण सिंह ये अवसरवादी राजपूत है इनके मित्र अतीक और मुख्तार है। राजपूत मतलब #योगीआदित्यनाथ राणा प्रतापी राजपूत। जब मुख्तार चरम पर थे तब भी योगी की तलवाल भगवा थी
sabse bholi kaum pandit hai kya kehne
राजा भैया कभी किसी पार्टी से नहीं रहे, पार्टी को समर्थन दिया था, पहले जनों उनके बारे मे
Ateeq aur mukhtar ke chamche UP ke ahir log hain thakur nahi , thakuro ka hamesha se muslimo se dushmani chalta hai UP mein aur baki harr jagah , uttarakhand mein muslimo ko basne nahi dete hai thakur , aur na hi Himachal pradesh mein .
Vahiyat vedio
@@kkkssss8376 usne sach to bola h ...Raja bhaiyaa to mukhtar k saath roti khate th Akhilesh ke sarkar me
Kayastha is most educated caste🔥
Rajput is most powerful caste 🔥
Both are educated and powerful
Swami Vivekanand ji, lalbahadur shastri,Dr rajendra prasad,bala saheb thakre, subash chadra bos,mha Devi Verma ,munshi premchadra,lala lajpat rai,aur na jaane kitne veer aur lekhkar hue ye sirf jaati nahi Sanatan dharm ka dil h jiski vjah se pure hindustan ko aage le jane aur bharat ka naam ucha karne me sahyog Mila h jai shree ram 🚩 jai kaysthana,Satya Sanatan jinda baad 🚩🙏
Bal Thackeray kayastha nahi thhe.. Kshatriya thhe
@@kshatriyapa Kayasthas are Kshatriya. CKP are found in Maharashtra. Marathi Kayasthas are called CKP
You don't know, he is kayesth from bihar later in mp and later settled in Bombay. 😊
Mahesh yogi😊
@@DkS-yb8fe Kayastha, Kshatriya nahi hain, bas ek alag jati hai.
Bharat samachar ka koti koti dhanyavaad
Is tarah k program k liye
Or Avdhesh ji ko bhi
⚔️🔥क्षत्रिय धर्म युगे युगे🔥⚔️
⚔️क्षत्रिय कुल क्षत्रिय धर्म⚔️
⚔️🔥क्षत्रिय वंश🔥⚔️
⚔️🔥सूर्यवंश चंद्रवंश🔥⚔️
⚔️जय भवानी जय राजपुताना⚔️
फाइनली ब्रह्म महान बना दिये इस व्यक्ति ने 😌😌
Your best presentation till now- Bijendra Singh
The Alexander of India
Lalitaditya Muktapid of karkota dynasty was Shrivastava kaysth .
And his capital was kashmir. In
7-8 century.
King Porus( Phor Jat), Vikramaditya ( Panwar Jat), Harshvardhan(Bains Jat), Yashodharman(Virk Jat)
@@dharmvirsingh4031Karkota vansh. Lalitaditya muktapida jisne firat time. Mohamd gaznabi se yudh kiya tha gaznabi Jeet nhi paya. Or rhi bat. Ummayad khalifate bhi to bro 500k sena thi khalifate ki. Fir bhi sindhu nadi par krne ki himat nhi ki.
Aj ap bihar oddisa andrapradesh gujarat maharashtra ye sb jnte ho inhone ne hi apne time me yudh krke jeeta. Inhone. Kabul,sindh baloch,afgan ko haraya or apne rajya me mila liya fir inhone founder of mewar bappa rawal se mitrata ki. Or sath hi china ke tang vansh se. Turk or arab pe hamla kiya or. Uzbekistan, Tajikistan, Kyrgyzstan, South Kazakhstan,iran jeeta or turk vansh ko punish kiya adha ganja krke chor diya.
Chalukya vansh bhi hmara h, pal vansh bhi ,pandiya bhi ,gadwal vansh bhi,kaktiya vansh bhi sindh me ray vansh bhi, godda vansh,pallav vansh,punjab me jaypala vansh,gujrat me ballavi kaystha rajvansh shravani vansh,dev vansh,chola vansh itne h vansh hmara 325 to 1300 tk mujhe dukh h isbat ka ki mugal rajput ke time aye jiske krn rajputo ke ps km sena thi fir bhi lade lkin har ka samna krna pada kass kaystha hota ya Vikramaditya hote. Maa chod dete mugal ka 😖😖😔
@@priyanshusinha8014 when Rajputs failed and married their daughters to the moguls both Hindu and Sikh Jat stood firmly against the Moghul empire. The areas which were lost to moguls from Chambal to Peshawar were part of the Jats.
@@dharmvirsingh4031 yar rajput mere caste ka sbse old dost h bhut bura lga pratapji ke kiya rana maharana 🔥. But ek chiz h muslim insan nhi janbar hote h kisi ki patni ke iye bhi yudh naharaval ratan singh se. Fir maharana pratap ji ne to 20k ke sath 100k se lad pade or bharat ka name roshan kiya garv h unpe hi. Ghuke nhi jbki us time baki raza ghuk gye the. Veer shiromani kuwar maharana pratap me himaat bhut tha 🔥
@@priyanshusinha8014 himmat? Abey do logon ki ladai hui, ek char ghante ki ladai main maidan chhodkar bhag gaya. Jo jeeta wo sikandar jo hara wo bandar.
जय भवानी , जय श्री राम , जय श्री चित्रगुप्त भगवान 🙏
सूर्यवंशी क्षत्रिय मौर्यवंशी
जय सम्राट अशोक
💪💪
Ashok ko jo tum aaj ke koyiri se jodkar dekh rahe ho vo satya nahi chandragupta ki ma ka name mura tha wahi se chandragupta maorya name pda
@@chitraguptavansh4437 Abe jo man me Yaya o bol doge kisi ko bhi papa bana loge tum moury likhte ho knha jati me kayasth likha hi
@@chitraguptavansh4437koiri ek upkati hai up csds survey dekho obc caste gazzette dekho koiri,Maurya, kushwaha, Shakya,saini
😂😂 kuch v
Proud to be a Chauhan Rajput ⚔️🚩
मास्टर जी चालुक्य और सोलंकी एक ही है और अग्निवंश राजपूत ये है : परमार, सोलंकी(चालुक्य), चौहान, प्रतिहार
Rajput kayar hote hain. Arabo se hara, afgano se hara, turko se hara, galam wanshon se hara, tuglak se hara, lodhi se hara, khilji se hara, saiyad se hara, muglon se hara, maratho se hara aor angrejo se hara😂😂😂😂 Sabko apna jija ji banaya......ese Kayar jatio ne apni bahan, betiyo aor Biwi se bistar garam kareaya..... Katuwo se gan...d bhi marwata......saale....Neech jati ke
Rajput is best and La La is also best👍
@Parmar kayasth and rajput bhai bhai
धर्म के नाम पर केवल ब्राह्मण हितों को ध्यान में रखकर सारे नियमों और कानूनों को बनाया और लागू किया जाता था! बाकी लोगों का शोषण किया जाता था!
Yaap vee bade jaati me hai,,,,,aur aapke log ne vee socan kiyaa hai,,, quki bhut sare Yadav hamare mitr hai
ये तुम्हारी झूठी जलन ब्राह्मण ना कहीं के राजा रहे ना ब्राह्मणों ने रामायण,महाभारत,संविधान लिखा,देश,धर्म को सर्वोपरि माना है,कभी धोखा नही दिया
ब्राह्मण समाज ने सदियों से भारत देश को संभाल कर रखा है, इसे कभी भी नहीं भूलना चाहिए। इस जाति ने अनेकानेक विद्वान और योद्धा इस देश को दिए हैं। कुछ बुराइयां कालांतर में हर एक व्यवस्था में आ जाता है, इसका मतलब यह नहीं है कि ब्राह्मण समाज ही केवल इसके लिए जिम्मेदार हैं और सभी ब्राह्मण बुरे हैं।
कंशवंशी हो अगर यदुवंशी कृष्ण वंशी होते तो ये बात नहीं कहते मुल्लामुलायण ने कहा था लडकों से गलती हो जाती है और जैसा कंश ने अपने पिता के साथ किया बुढ़ापे में वैसा ही अक्ललेश ने किया सब सनातन हिन्दू धर्म पर मनमाने तरिके से अपना अपना विश्लेषण करते हैं कभी पंथ कबीलों सम्प्रदायों का करके दिखायें आज भी सनातन को ब्राह्मणों ने बचा रखा है आठ सो साल से मंगोलोंईसाईयोंकनवर्टमुस्लिमोंगांधीनेहरुजिन्ना इदिंरासंजयराजीवसोनियापप्पुपिंकून्युअल्पसंख्यकमनमोहनसिहं स्वयं हिन्दू ब्राह्मणों के पिछे पड़े हैं जो मोलवियों पादरियों फादरों पाठियों की तरह कुछ भी गलत नहीं करते चरित्र पर ध्यान देते हैं पर हिन्दू विधर्मियों की रक्षा करते हैं बहुत से मन्दिरों मे ब्राह्मण मजदूरी करके साधन जुटाते है पुजा पाठ के लिए पर हिन्दू चादर मोमबत्ती आदि लेकर विधर्मियों के पास जातें हैं। धर्मों रक्षति रक्षितः
Abhi iss samay yadav mulla bhai bhai hai
असलियत मे राजपूत कोई जाति नही है ,ये उन जातियो का समूह है जिनमे कोईरी कुशवाहा (राम वंशी ) यादव कृष्ण वंशी ,जाट ,गुरजर ,अग्रवाल ,गुप्त ,बघेल ,चंदेल ,मराठा ,आदिवासी जातियां सभी मिलकर बने है ,जिसमे ब्राहमण भी शामिल हैं
Very true yahi satya hai
Chal hatt 😛😜😝😝😝
आपका सो बहुत अच्छी सिक्षा दे गया आपको धन्यवाद
ऐसे ही आगे क्रपा बनये रखै अति क
I will have to read 100 books to deliver such lecture on this topic.
गुरुजी को कोटि कोटि नमन।🪷
प्रेम ने मनुष्य को मनुष्य बनाया
भय ने समाज बनाया
अहंकार ने राष्ट्र बनाया
- रविन्द्र नाथ टैगोर
*और गंदगी ने रसूल और इस्लाम बनाया। जफ़र हेरेतिक की विडिओ देख लो*
@@worldhistory4216 TATTI-CHHAP SPOTTED
आज कल कलयुग में तुम्हारे जैसे प्रवचन करता ही प्रमुख होंगें सनातन धर्म समाप्ति की कगार पर है
Sachai sunana chahiye 😂😂
Wowooo Superb Video Sir 🙏🥰❤️
Mr. Ojha I'm very much pleased, listening your Lectures on Rajput and Kayast, I'm also Tomer Rajput,, that's other Factor,but your way your expression is very good, as I am a Mech.Engeneer, and Management person, in Private sector, I have gone through several engineering and Management training and seminar, keep it up, Ojha jee, Aashirwad.
False speech.To hide their tortures
kiaa kayasth aur Rajput bhai hein ?
@@karna_kayasthanahi
@@karna_kayasthabhaichara hai
@@KayasthKulSarvopari22110 कायस्थ एक उपाधि है । विभिन्न प्रकार के कायस्थ थे जो बड़े से बड़े रियासतों में काम करते थे प्रशासन का , लेखा जोखा , बही खाता , सरकारी खजाना प्रबंधन से ले के सेना में प्रशासन राज दरबार में प्रशासन तो इस से एक बात तो तै है की विभिन्न कायस्थ कुल rajanya है एवं ऊंचे कुल से हे अन्यथा राजा एवं अन्य लोग उन्हें ये पद ग्रहण नहीं करने देते। कायस्थ मिश्रित रक्त के लोग है जिनमे कइयों का ऐतिहासिक जोड राजपूतों से है।
भगवान श्री चित्रगुप्त जी की जय जय चित्रांश
जय चित्रगुप्त, जय कायस्थ 🚩
गजब बहुत बढिया तरीका है आज की कुरितियो को समझाने का .
यही है भारत जहां शिक्षक होने का मतलब अपने आप में अनूप,अनूठा, संगम समायोजन है।
जय हिन्द जय गुरु।
What about vaish caste
Aggarwal
he is shatir brahminwadi listen science journey
@@krishangupta8792 वैश्य समाज व ब्राहमण समाज का धार्मिक अधिकार एक ही बराबर-बराबर है,वैश्य समाज को भी यज्ञोपवित संस्कार (जनेऊ) व 16 संस्कार का पुरा अधिकार है,वैश्य (बनिया अग्रवाल, अग्रहरी,गुप्ता, जैसवाल,मधयेशिया, आदि)समाज का इतिहास 6 हजार साल पुराना और गौरवशाली परम्परा का है🙏🙏
@@sonusukla5654 sahi hai baba...jahan Mila pattal, wahi baith gaye..
Jis bania ko Mahabharata mei yudh kshetra se bahar rakha gaya, tu Pongal bhabhan yagyopavit kahta hai.
@@sngaa7603 वैश्य समाज का गौरवमई इतिहास आप को पता नहीं है????
We are just 2 to 3% in population still we make our way ❤️🇮🇳
अरे प्रशांत श्रीवास्तव कायस्थों की जनसंख्या पूरे हिंदुस्तान में 10 करोड़ से ज्यादा है विरोधी लोग जानबूझकर कर कम कह बता रहे है आप भी ऐसी बेपढी बाते कर रहे है। कैसे कायस्थ हो।
Bhai mere gaw (usri ) me sirf 50 Ghar haii Sochoo kitne hongee
@@sara...972 kis state se ho aap . Ursi jharkhand Me v hai patna me v hai. Aap kaha se ho
*Lalitaditya Muktapida* 🚩
Ko Bhi Samil karna chiye tha....
सर जी महाभारत काल और रामायण काल में कहीं भी राजपूत जाति का वर्णन नहीं मिलता है अतः यह साबित होता है की यह जातियां समय की मांग की की उत्पत्ति है इतिहास को इस तरह समझाने के लिए ओझा जी को प्रणाम
Abb mahabharat kaal mein toh kurmi , lala , jaisi jatiya bhi nahi thi toh iska mtlb wo the hi nahi ?
@@abhinavpratapsingh8431 yes they were not there. Only Yadavs/Ahirs are mentioned in the Mahabharata and ramayana.
@@rsy3974 haaa ahir matlab gawale shdrh arkshan pe jene walo ak yudh bato koi jo lada ho shudrh ho tum samje na
Mahabharat ramayana kaal me Rajput ko Rajputra kaha gaya hai Sanskrit me
@@abhinavpratapsingh8431 absolutely right say
अवध सर आपका ज्ञान अद्वितीय है आपको इस अवध का प्रणाम
Jai shree Krishna jai yaduvanshi chatri jai Yadav Jai madhav
जय कायस्थ ❤️❤️
मतलब राजपूत में वो सभी जातियां शामिल थी, जिन्होंने भूमि अनुदान प्राप्त की और राजा बने।
राईट
हर्षवर्धन के कवि बाण ने( सातवीं शती) अपनी पुस्तक में इस राजपूतों का जिक्र किया है पर पर राजपूत कोई राजाओं की औलाद नहीं वह सामंत थे।
#ojhasir
#avadhojha
- बाण ने 'राजपुत्र कुमारक' का पहली बार प्रयोग विशेष अर्थ में किया है। राजपुत्र का यहाँ राजपूत जान पड़ता है। राजपूतों की विभिन्न शाखाओं के प्रधान घरानों से बाण का तात्पर्य ज्ञात होता है। उनके पुत्र सम्राट के यहाँ बारी-बारी से उपस्थित रहने मैं अपना गौरव मानते थे। ऐसी किसी प्रथा की सम्भावना सूचित होती है, पर इस विषय में और प्रमाण सामग्री की आवश्यकता है ।
राजपूत एक मिश्रित जाती है जो काफी जातियों से मिलकर बनी है। इसीलिए राजपूत जाति का इतिहास में कोई भी शिलालेख या अभिलेख नहीं मिलता।
राजा भोज परमार(1005-1060) द्वारा लिखित पुस्तक सरस्वती कंठाभरण', पढ़ ले उनकी लिखी बुक चेक कर लेना गूगल पर
श्रीः ॥ परमारवंश्यो भोजदेवः
वासिष्ठ: सुकृतोद्भवोऽध्वरशतैरस्त्यग्निकुण्डोङ्गयो भूपालः परमार इत्यधिपतिः सप्ताधिकाञ्चेर्भुवः । अद्याप्यद्भुतहर्षगड्दगिरो गायन्ति यस्योट विश्वामित्रजयोजितस्य भुजयोर्विस्फूर्जितं गुर्जरा:
हिंदी में अनुवाद
वशिष्ठ की स्त्री अरुंधति रोने लगी। मुनि उसकी दशा देखकर क्रोधित हो गए और मंत्र का पाठ करने के बाद, उन्होंने आहुति देकर अपने अग्नि कुंड से एक वीर उत्पन्न किया। वह वीर शत्रुओं को नष्ट करके वसिष्ठ की गाय को वापस ले आया। उसका नाम परमार रखा और उसे एक छत्र देकर राजा बनाया। माउंट आबू के गुर्जर, वसिष्ठ के अग्नि कुंड से पैदा हुए और विश्वामित्र को जीतकर, आज भी परमार नाम के राजा की महिमा को याद करते हैं।
आबू पर्वत पर चार वंश अग्निकुंड से पैदा हुए,प्रतिहार,परमार,चौहान, चालुक्य वंश अग्नि से पैदा हुए और चारो वंश गुर्जर थे परमार भोज राजा ने लिखा है
9वीं शताब्दी में परमार जगददेव के जैनद शिलालेख में कहा है कि गुर्जरा योद्धाओं की पत्नियों ने अपनी सैन्य जीत के
परिणामस्वरूप अर्बुडा की गुफाओं में आँसू बहाए।
इतिहासकार सर एथेलस्टेन बैनेस ने गुर्जर को सिसोदियास, चौहान, परमार, परिहार, चालुक्य और तोमर के पूर्वज थे।
लेखक के एम मुंशी ने कहा परमार,तोमर चौहान और सोलंकी शाही गुज्जर वंश के थे।
Dhanyawad
जाट गुर्जर यादव मराठा पटेल आदि क्षत्रिय वर्ण के वे लोग जो सत्ता के लिए विदेशी आक्रांताओं से जा मिले। और अपने देश और धर्म के खिलाफ कार्य करने लगे। इस समूह को राजपूत नाम दिया गया
krishi or gadariya matlab doodh bechne waale shudra me aate h..... Aaj ke Kshatriya khud ko Rajput kehte h....is gandhel kya keh rha h ise khud nhi pta
Exactly 💯
Exactly 00
मराठा ने देश को बाचाया बाहरी अक्राता से...राजपूत मुस्लिम बन गये आज भी देखो सिंध मे
Hamse to pura sansar jalta hai 😛😜😝🤑
Rajput- king of son ,whose duty to secure sanatan dharma ,provides security to society and do justice to any conflict in society. Rajput have to look after all castes and communities. Must honest,trustworthy,brave and loyal .
Kayastha- They must control all transactions and audit of assets of society.they.must master in financial calculations, business calculations ,land journals.
Indian each community have special duties.
Each communities respecting each other. Many selfish people trying to divide them.
Being a Muslim we good in small scale industries. We started other occupation.
🤔अगर अग्नि वंश से पैदा हुए लोग राजपूत थे तो खुद भोज परमार ने अपनी बुक में उन्हें गुर्जर क्यों लिखा?😂
राजा भोज परमार(1005-1060) द्वारा लिखित पुस्तक सरस्वती कंठाभरण', पढ़ ले उनकी लिखी बुक चेक कर लेना गूगल पर
श्रीः ॥ परमारवंश्यो भोजदेवः
वासिष्ठ: सुकृतोद्भवोऽध्वरशतैरस्त्यग्निकुण्डोङ्गयो भूपालः परमार इत्यधिपतिः सप्ताधिकाञ्चेर्भुवः । अद्याप्यद्भुतहर्षगड्दगिरो गायन्ति यस्योट विश्वामित्रजयोजितस्य भुजयोर्विस्फूर्जितं गुर्जरा:
हिंदी में अनुवाद
वशिष्ठ की स्त्री अरुंधति रोने लगी। मुनि उसकी दशा देखकर क्रोधित हो गए और मंत्र का पाठ करने के बाद, उन्होंने आहुति देकर अपने अग्नि कुंड से एक वीर उत्पन्न किया। वह वीर शत्रुओं को नष्ट करके वसिष्ठ की गाय को वापस ले आया। उसका नाम परमार रखा और उसे एक छत्र देकर राजा बनाया। माउंट आबू के गुर्जर, वसिष्ठ के अग्नि कुंड से पैदा हुए और विश्वामित्र को जीतकर, आज भी परमार नाम के राजा की महिमा को याद करते हैं।
आबू पर्वत पर चार वंश अग्निकुंड से पैदा हुए,प्रतिहार,परमार,चौहान, चालुक्य वंश अग्नि से पैदा हुए और चारो वंश गुर्जर थे परमार भोज राजा ने लिखा है
9वीं शताब्दी में परमार जगददेव के जैनद शिलालेख में कहा है कि गुर्जरा योद्धाओं की पत्नियों ने अपनी सैन्य जीत के
परिणामस्वरूप अर्बुडा की गुफाओं में आँसू बहाए।
अब यह मत कहना अग्निकुंड से कोई स्थान निकाला था।😂😂😂😂
माउंट आबू पर जो यज्ञ हुआ था उसके बारे में खुद राजा भोज परमार ने अपनी बुक में लिखा है और उन्होंने तो खुद को और सभी को गुर्जर लिखा है।
राजपूत एक मिश्रित जाती है जो काफी जातियों से मिलकर बनी है। इसीलिए राजपूत जाति का इतिहास में कोई भी शिलालेख या अभिलेख नहीं मिलता।
राजा भोज परमार(1005-1060) द्वारा लिखित पुस्तक सरस्वती कंठाभरण', पढ़ ले उनकी लिखी बुक चेक कर लेना गूगल पर
श्रीः ॥ परमारवंश्यो भोजदेवः
वासिष्ठ: सुकृतोद्भवोऽध्वरशतैरस्त्यग्निकुण्डोङ्गयो भूपालः परमार इत्यधिपतिः सप्ताधिकाञ्चेर्भुवः । अद्याप्यद्भुतहर्षगड्दगिरो गायन्ति यस्योट विश्वामित्रजयोजितस्य भुजयोर्विस्फूर्जितं गुर्जरा:
हिंदी में अनुवाद
वशिष्ठ की स्त्री अरुंधति रोने लगी। मुनि उसकी दशा देखकर क्रोधित हो गए और मंत्र का पाठ करने के बाद, उन्होंने आहुति देकर अपने अग्नि कुंड से एक वीर उत्पन्न किया। वह वीर शत्रुओं को नष्ट करके वसिष्ठ की गाय को वापस ले आया। उसका नाम परमार रखा और उसे एक छत्र देकर राजा बनाया। माउंट आबू के गुर्जर, वसिष्ठ के अग्नि कुंड से पैदा हुए और विश्वामित्र को जीतकर, आज भी परमार नाम के राजा की महिमा को याद करते हैं।
आबू पर्वत पर चार वंश अग्निकुंड से पैदा हुए,प्रतिहार,परमार,चौहान, चालुक्य वंश अग्नि से पैदा हुए और चारो वंश गुर्जर थे परमार भोज राजा ने लिखा है
9वीं शताब्दी में परमार जगददेव के जैनद शिलालेख में कहा है कि गुर्जरा योद्धाओं की पत्नियों ने अपनी सैन्य जीत के
परिणामस्वरूप अर्बुडा की गुफाओं में आँसू बहाए।
इतिहासकार सर एथेलस्टेन बैनेस ने गुर्जर को सिसोदियास, चौहान, परमार, परिहार, चालुक्य और तोमर के पूर्वज थे।
लेखक के एम मुंशी ने कहा परमार,तोमर चौहान और सोलंकी शाही गुज्जर वंश के थे।
#ojhasir
#avadhojha
@@ansh5014 abey aagaya claim claim khelne lol jahan itihaskaar padh ke bol chuke hain ki gurjar ilaaka hai agar gurjar aaj ka gujjhar obc samaj hai toh batai na maratha raja baroda le khud ko gurjaradhipati kyu kehte the aaj bhi kuchh gurjar nagara brahmin hain gujarat mein gujarat mein rajput hain gujjhar kyun nhi hain?? Aur toh aur tere source ke badshah rajput tob h hi populat par tim batao ki ek pahad ko gurjar kyu kaha gya h bata na woh bhi jaatiwadi tha pahad lol kehte ho ki pratadit hu phir bologe ki raja the abe jao kahi aur
Karkota vansh. Lalitaditya muktapida jisne firat time. Mohamd gaznabi se yudh kiya tha gaznabi Jeet nhi paya. Or rhi bat. Ummayad khalifate bhi to bro 500k sena thi khalifate ki. Fir bhi sindhu nadi par krne ki himat nhi ki.
Aj ap bihar oddisa andrapradesh gujarat maharashtra ye sb jnte ho inhone ne hi apne time me yudh krke jeeta. Inhone. Kabul,sindh baloch,afgan ko haraya or apne rajya me mila liya fir inhone founder of mewar bappa rawal se mitrata ki. Or sath hi china ke tang vansh se. Turk or arab pe hamla kiya or. Uzbekistan, Tajikistan, Kyrgyzstan, South Kazakhstan,iran jeeta or turk vansh ko punish kiya adha ganja krke chor diya.
Chalukya vansh bhi hmara h, pal vansh bhi ,pandiya bhi ,gadwal vansh bhi,kaktiya vansh bhi sindh me ray vansh bhi, godda vansh,pallav vansh,punjab me jaypala vansh,gujrat me ballavi kaystha rajvansh shravani vansh,dev vansh,chola vansh itne h vansh hmara 325 to 1300 tk mujhe dukh h isbat ka ki mugal rajput ke time aye jiske krn rajputo ke ps km sena thi fir bhi lade lkin har ka samna krna pada kass kaystha hota ya Vikramaditya hote. Maa chod dete mugal ka 😖😖😔
Brahman tum sab ka father hai