Sangat Ep.5 | Mridula Garg on her Novels, Stories, Society & Feminism | Anjum Sharma | Hindwi

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 14 พ.ย. 2024

ความคิดเห็น • 66

  • @priyanka4601
    @priyanka4601 ปีที่แล้ว +10

    Har bar sochti hu ki khub sari tareef kru
    Shabd nhi mil pate
    Dhanyavaad team hindwi bolkr rh jati hu ❤

  • @seemamadhurima8608
    @seemamadhurima8608 11 หลายเดือนก่อน +3

    बहुत कुछ सीख रही हूँ इन एपिसोड से 😊
    हार्दिक आभार अंजुम जी का 🙏

  • @newmanavjagartiandolan1882
    @newmanavjagartiandolan1882 ปีที่แล้ว +4

    मृदुला गर्ग जी शानदार इंसान,
    निडर अभिव्यक्ति को प्रणाम
    अब तक नाम ही सुना था आज रूबरू देखा तो हो गया निहाल
    पढ़ूँगा लिखा आपका ख़ूब ध्यान से, मिलूँगा आपके पात्रों से,
    महिपाल मानव हिसार हरियाणा

  • @dr.ushakiran688
    @dr.ushakiran688 ปีที่แล้ว +3

    अन्त तक आते- आते लगा जैसे दही मंथन के बाद मक्खन हाथ लगा…बहुत शुक्रिया इतनी सच्ची, बेबाक, शानदार शख़्सियत को सुनवाने के लिए 🙏

  • @jigyasasingh3177
    @jigyasasingh3177 ปีที่แล้ว +3

    बेबाक़ी भरा शानदार इंटरव्यू!
    आभार अंजुम जी।

  • @cowzah8551
    @cowzah8551 8 หลายเดือนก่อน +1

    वाह! बहुत आनंद आया इस interview में! "जिस आदमी में जीने का उत्साह होता है, वो मौत से भी उतना ही प्यार करता है"- ये बात कभी ना भूलेगी.

  • @Aks_pcs
    @Aks_pcs ปีที่แล้ว +4

    स्पष्ट,निर्भीक,बेबाक,ज़हीन...
    शुक्रिया,अंजुम भैया;शुक्रिया,हिंदवी.

  • @KalpanaMishraNamit
    @KalpanaMishraNamit ปีที่แล้ว +1

    मृदुला जी हमेशा से अलहदा लिखती रही हैं ,बेबाक और स्पष्ट । लव यू मृदुला जी। शानदार साक्षात्कार रहा, बधाई अंजुम जी

  • @harishsamyak2413
    @harishsamyak2413 ปีที่แล้ว +3

    बहुत आभार इस शानदार संवाद के लिए,वाकई मृदुला जी प्रबल लेखिका हैं ।

  • @jyotikumari-lv9rb
    @jyotikumari-lv9rb ปีที่แล้ว +1

    हिंदवी की ये बहुत ही अच्छी पहल है जिसके वजह से हमे इतने अच्छे व्यक्तित्व को देखने और सुनने का मौका मिलता है😊

  • @नास्तिककीकलमसे-ब8ड

    शुक्रिया अंजुम भाई।
    कम अज कम बहुत कुछ सीख मिली और ख़ुद को थोड़ा बहुत परिमार्जित कर पाया इसे देखकर। साधुवाद।

    • @VinodSharma-hc7sq
      @VinodSharma-hc7sq 24 วันที่ผ่านมา

      नास्तिक साधु के चरणों में शरणागत!

  • @Aman-et3rq
    @Aman-et3rq ปีที่แล้ว +2

    कोई क्या कहे! मृदुला जी को सुनते-सुनते वक़्त का पता ही नहीं चला।
    स्वतन्त्रचेता, कितना सुन्दर विशेषण मृदुला जी ने ख़ुद के लिए इस्तेमाल किया है। बहुत शुक्रिया मृदुला जी को आमन्त्रित करने के लिए...❣️ मृदुला जी की बातों में कोई लाग-लपेट नहीं सुनाई पड़ा, लफ़्फ़ाज़ी नहीं दिखी। मृदुला जी ने कोई विचारधारा, वाद, विमर्श का उल्लेख नहीं किया। मात्र एक एक स्वतन्त्रचेता व्यक्ति की तरह सहज अभिव्यक्ति की। अद्भुत
    और उनके पिता का यह क़ौल "साहित्य में कुछ अश्लील नहीं होता" 👏👏
    इस बातचीत ने मुझ तंग-नज़र को बहुत कुछ सिखाया। धन्यवाद हिन्दवी, धन्यवाद मृदुला जी 🙏

  • @MukeshKumar-up9mu
    @MukeshKumar-up9mu ปีที่แล้ว +1

    अंजुम शर्मा जी आपका कोटि-कोटि धन्यवाद जो इन महान व्यक्तित्वों से रूबरू करवाया आपके प्रश्न बहुत ही सटीक और बहुत कुछ अर्थ लिए होते। मृदुला गर्ग जी को सादर प्रणाम 🌹🙏🌹

  • @kalyanichitrakar4564
    @kalyanichitrakar4564 ปีที่แล้ว +1

    मृदुलाजी को मैंने बहुत पढ़ा है, बहुत शानदार लिखा है उन्होंने

  • @manishakulshreshtha1991
    @manishakulshreshtha1991 ปีที่แล้ว +1

    मृदुला जी हमेशा से मेरी प्रेरणास्रोत हैं, वे आइकन हैं❤

  • @hindikavita3918
    @hindikavita3918 9 หลายเดือนก่อน +1

    "मैं लेखक हूं हो सकता है मैंने कहानी बना ली हो"..... गजब 😊😊

  • @MaheshKumar-ex3kc
    @MaheshKumar-ex3kc ปีที่แล้ว

    मृदुला गर्ग की आवाज़ मज़ेदार है। बढ़िया बातचीत।

  • @anandshreshtha3050
    @anandshreshtha3050 ปีที่แล้ว +1

    बहुत ज्ञानवर्धक और बौद्धिक साक्षात्कार।बहुत कुछ सीखा और सुनकर काफी कृतज्ञ हुआ मृदुला जी और अंजुम जी दोनों से !

  • @manojghildiyal6854
    @manojghildiyal6854 ปีที่แล้ว +1

    बहुत ही सुन्दर
    और बौद्धिक चर्चा।

  • @dr.aparnachaturvedi.preeta9368
    @dr.aparnachaturvedi.preeta9368 8 หลายเดือนก่อน

    संगत में सुप्रसिद्ध उपन्यासकार, मृदुला गर्ग जी ने अपनी दूरदर्शी सोच और विश्वास से परिपूर्ण रहते हुए आगे बढ़ते हुए साहित्य में तुलनात्मक अध्ययन में यह बात अलग है, कि हम सभी को पता है कि हम अलग है

  • @TheThirdperspective3
    @TheThirdperspective3 ปีที่แล้ว +2

    इंतज़ार था इस एपिसोड का🙂🙏

  • @nareshjain6575
    @nareshjain6575 ปีที่แล้ว +4

    एकाधिक बार सुनने लायक संवाद ताकि व्यक्त विचारों की गहराई में उतरा जा सके...

  • @seemagupta1438
    @seemagupta1438 ปีที่แล้ว

    शानदार, मृदुला जी को प्रणाम 🙏

  • @aakankshatiwari
    @aakankshatiwari ปีที่แล้ว

    Hindwi ❤bahut bahut dhanyawad aapka itna behtar aane ke liye🥰

  • @ashokseth2426
    @ashokseth2426 8 หลายเดือนก่อน

    मृदुला गर्ग एक साहसी महिला उत्कृष्ट लेखक और बेहतरीन इंसान हैं। कुंठा रहित अपने समय से आगे की सुलझी हुई लेखिका।

  • @dr.ushakiran688
    @dr.ushakiran688 ปีที่แล้ว +1

    कई बार सुनना होगा…साहित्य साधना भी एक तप होता है और लेखक …🙏

  • @sushmamunindra8481
    @sushmamunindra8481 7 หลายเดือนก่อน

    बहुत अच्छी वार्ता

  • @shivaawasthi8475
    @shivaawasthi8475 ปีที่แล้ว +2

    आखरी अंश❤️❤️❤️
    स्वयं में पूर्ण

  • @hindikavita3918
    @hindikavita3918 9 หลายเดือนก่อน +1

    भाई बहुत छोटा इंटरव्यू था।😢😢

  • @supriyamishra5662
    @supriyamishra5662 ปีที่แล้ว +2

    बेहद स्पष्टवादी मुखर व्यक्तित्व की लेखिका का शानदार साक्षात्कार, एक बात बिल्कुल सही
    राजनीति विषयों पे तटस्थ होकर लिखने वालों की कमी है, स्तुतिवादी परम्परा का विस्तार ही नजर आता है

  • @PhiloUniverse95
    @PhiloUniverse95 ปีที่แล้ว +6

    अनामिका ने तवायफों की बेटियों पर बहुत लिखा है और अच्छा लिखा है।

    • @mridulagarg1075
      @mridulagarg1075 ปีที่แล้ว

      कृपया उन कृतियों के नाम बतलाऐं

    • @AbdulAhad-br6bw
      @AbdulAhad-br6bw ปีที่แล้ว

      @@mridulagarg1075#;

    • @PhiloUniverse95
      @PhiloUniverse95 หลายเดือนก่อน

      लालटेन बाज़ार, दस द्वारे का पिंजरा, तिनका तिनके पास​@@mridulagarg1075

    • @PhiloUniverse95
      @PhiloUniverse95 หลายเดือนก่อน

      ​@@mridulagarg1075 लालटेन बाज़ार, दस द्वारे का पिंजरा, तिनका तिनके पास

    • @unknownperson2327
      @unknownperson2327 29 วันที่ผ่านมา

      लालटेन बाज़ार, दस द्वारे का पिंजरा, तिनका तिनके पास..​@@mridulagarg1075

  • @sitapurbari
    @sitapurbari ปีที่แล้ว

    शानदार 👏

  • @manbhavankahlon
    @manbhavankahlon หลายเดือนก่อน

    मूक परिजन article by mridula ji , mil sakta hai kya kahin ?

  • @rajanimorwal8045
    @rajanimorwal8045 ปีที่แล้ว

    बेहतरीन

  • @मोहिनीदीक्षित-ब2ङ
    @मोहिनीदीक्षित-ब2ङ ปีที่แล้ว +1

    बेहद शानदार 👍👍

  • @abhisengar6046
    @abhisengar6046 11 หลายเดือนก่อน

    Bhot hi bebak aur spasht ❤

  • @dingdong2605
    @dingdong2605 ปีที่แล้ว

    Best interview.

  • @jawedjahadpoetry1267
    @jawedjahadpoetry1267 ปีที่แล้ว +1

    बहुत शानदार 💐

  • @anandshreshtha3050
    @anandshreshtha3050 ปีที่แล้ว

    आपदोनों को बहुत बहुत धन्यवाद !

  • @ankur8478
    @ankur8478 ปีที่แล้ว +2

    शुभकामनाएं

  • @gsugandh
    @gsugandh ปีที่แล้ว +1

    Please tell me what she says at between 56:04-56:24 on evolution of her thoughts. जिन चीज़ों पर यक़ीन था हर यक़ीन पर शुभा(है?) हर यक़ीन पर क्या है?

  • @ajeyklg
    @ajeyklg ปีที่แล้ว +2

    फेमिनिस्ट व्यक्ति यदि होता है तो फेमिनिस्ट राईटर भी होगा ही.

    • @mridulagarg1075
      @mridulagarg1075 ปีที่แล้ว +1

      बिल्कुल नहीं। लेखक होने का मतलब होता है, भाव और कला पक्ष के साथ अपनी काया से बाहर निकल किरदारों में परकाया प्रवेश करते हैं। जो स्त्री वादी हों ज़रूरी नहीं है। वे साइकोकोपैथ भी हो सकते थे, बेहद उदार मर्द भी और हर तरह की औरत भी। हो सकता है बेहद पोंगापंथी हों या बेहद क्रांतिकारी। तो सब पर बिला पूर्वाग्रह लिखना होता है।
      स्त्रीवादी हों तो दूसरों से न्याय नहीं कर सकते। लेखन में श्लेष होता है, निहितार्थ होता है, संशय, दुविधा और वैचारिक उथल पुथल के माध्यम से किन्हीं निष्कर्ष पर पहुंचने का प्रयास होता है।
      इसलिए किसी वाद के तहत लेखन नहीं किया जा सकता।

  • @ShivamSahuIndia
    @ShivamSahuIndia ปีที่แล้ว

    ❤😊

  • @gopalsoni6760
    @gopalsoni6760 ปีที่แล้ว +2

    ❤️🔥
    मेरे संग की औरत : मृदुला गर्ग 😊

  • @mouriran3906
    @mouriran3906 ปีที่แล้ว +1

    Design issue. The bottom line in the video's thumbnail looks like a full red bar. Similar to the thicker red bar that TH-cam uses to indicate that the video has already been watched.

  • @sarojininautiyal9696
    @sarojininautiyal9696 ปีที่แล้ว +1

    मृदुला जी की स्वतंत्रता और बेबाकी अहम बन चुकी है।आत्मप्रगल्भता।
    बाकी सुनना बहुत खूब

  • @PoojaPatel-gy5jm
    @PoojaPatel-gy5jm 11 หลายเดือนก่อน

    बहुत सुन्दर 😅

  • @TheThirdperspective3
    @TheThirdperspective3 ปีที่แล้ว +2

    नई वाली हिन्दी पर इन बड़े लेखकों के क्या विचार हैं ये भी कभी पूछें 🙏🙂

  • @arvindjain169
    @arvindjain169 ปีที่แล้ว

    Bebaak jindagi saamajik falsafe par Abhishapt hi rah tee hai , lekin bebaaki Samaaj ke mmukabile jyada jeevant hoti hai ! Saakchhatkaar Apni paribhaasha mein khara tha !!

  • @rashminagpal913
    @rashminagpal913 ปีที่แล้ว

    मैडम , वो नायब औरतें के बाद मैंने आपके उपन्यास चितकोबरा , कठगुलाब आज ही मंगाए है ।

  • @sumitsomwanshi9242
    @sumitsomwanshi9242 ปีที่แล้ว

    Plu loc

  • @Rockeebhai
    @Rockeebhai 9 หลายเดือนก่อน

    PAKKA YEH LEKHIKA HAI?? PAKKA?? AFSOS HOTA HAI PAR KHAIR HINDI SAHITHYE BARBAAD HO CHUKA HAI..PATAN HONE KE KAGGAAR PAR HAI

    • @AvneeshKumar-ls5kd
      @AvneeshKumar-ls5kd 5 หลายเดือนก่อน

      क्या य़ह बात आप साहित्य के अनुशीलन के बाद कह रहे हैं या फिर हिन्दी साहित्य से बिना गुज़रे ही दृष्टि बना ली है?

  • @premchandbansal2759
    @premchandbansal2759 ปีที่แล้ว

    मैडम को ग़लतफ़हमी है कि लोग उनसे या उनके पात्रों से डरते हैं l ये भद्रलोक की किटी पार्टियों वाली हैं l शौक़िया कुछ साहित्य करती हैं l

    • @manishakulshreshtha1991
      @manishakulshreshtha1991 ปีที่แล้ว

      आप जानते भी हैं मृदुला जी का कद और उनका लेखन?

  • @Anurag_2812
    @Anurag_2812 ปีที่แล้ว

    हिन्दवी न होता, तो क्या होता ।

  • @premchandbansal2759
    @premchandbansal2759 ปีที่แล้ว

    क्या आपके स्त्री पात्र ड्रैकुला हैं ?