हिंदी के लेखकों की एक पूरी की पूरी पीढ़ी, अपने कमरे में, या परिसर में, बंद होकर, केवल अपने लिए लिखती रही l पिछले बीस सालों के दौरान काफी अच्छा लिखा जा रहा है l
Pathak chahata hai ki aap (sub publishers) duniya ki har famous kitab Hindi aur shetriy bhasha me translate kare. Jaise aapane meri fvrt kitab 'Sophie's World' Hindi me publish ki hai. Kya aise ho sakata hai?
बढ़िया बात -चीत
सुलभ सही कहा रहे हैं l पाठक नहीं चाहता है कि हम बहुत ज्यादा बोलें l
The first lady from the audience asked really good.
नवीन ठीक कह रहे हैं 32.30
Gitashree ki Safgoi infectious hai.
हिंदी के लेखकों की एक पूरी की पूरी पीढ़ी, अपने कमरे में, या परिसर में, बंद होकर, केवल अपने लिए लिखती रही l पिछले बीस सालों के दौरान काफी अच्छा लिखा जा रहा है l
Thank you sir
इस चर्चा पर भी संवाद होना चाहिए
पाठक सहृदय होता है
बढ़िया
अविनाश मिश्र पाठक को यूज़र कहकर न केवल पाठक को कमतर आंका रहे हैं बल्कि यहां उनका "एलीट भाव" उभर कर आ रहा है जिसका जिक्र अशोक जी ने किया
Hindi पाठक ही नही है सिर्फ रील बनाने वाले aur देखने वाले हैं जहां education ka बजट kam करके sarkar anpad भगत bana rahi hai jiney godi लेखक chaiya
पीयूष मिश्रा पर टिप्पणी लोकप्रियता की मिट्टी से हीन भावना के रूप में पनपी है।
अशोक पाण्डेय जी की उंगलियां समस्या की नब्ज पर है l
Pathak chahata hai ki aap (sub publishers) duniya ki har famous kitab Hindi aur shetriy bhasha me translate kare. Jaise aapane meri fvrt kitab 'Sophie's World' Hindi me publish ki hai. Kya aise ho sakata hai?
बिल्कुल ऐसा हो सकता है और हो रहा है।
बनावटी जमावड़ा/
Hairaani hui jaankar ki Abhimanyu ji ne Raag Darbari 50 page padh kar chor diya tha.
किताबों से ड्राइंग रूम को सजाया जाता है ।
पढ़ने लायक साहित्य लिखा जायेगा तो पाठक उसे पढ़ेंगे भी l
स्वधिकार प्रमत्त लोग मेघदूतम नहीं लिख सकते l
Is pure vimarsh me Baudhik khalipan dekhne ko mila...Mishra ji to padhne wale ko user sidh karne me hi lage rahe...
पहले तो यह तय होना चाहिए कि पाठक कौन है?
लेकिन उपन्यास में गलत इतिहास भी नहीं लिखें l
जा, पढ पहले l