मुझे लगता है, क्योंकि हम कट्टर नहीं सहिष्णु और भक्ति में लीन है। हमारे आंखों पर पट्टी बांधा हुआ है। सबको हम अपने जैसा समझते है। अभी भी हम भाई के सामने चारा ही है। हम राजनीति से कोसो दूर है। रोज सांप को दूध पिलाओ और एक दिन दूध नहीं दो तो वो डसेगा ही। असली ब्राह्मणों बाला कम तो राहुल गांधी कर रहे है, जाती में बाटो और राज करो। और हम आम जनता तो मूर्ख है ही, गोरे लोगों पे बहुत जल्दी बिस्वास कर लेते है। हम बटते रहेंगे और कटते रहेंगे। जय हो🙏😂😜
Brahmins asal me "parsi pujari" hain jinhe "magi of persia" Kehte hain. Hakhamani aur Sassanid samarajya me Zoroastrianism ki palan kia jata tha aur "rgved" "Sanskrit bhasha" Ye sab chizen Zoroastrianism ki Pavitr granth: Avesta aur uski Bhasha: Avestan se milti hai. Brahmins kshatriya vaishya parsi} ye sab arya nasl hain jo 7th century AD(1300 years ago) se 20th century AD tak bharat me ARYAN MIGRATION hua hai. Agni puja surya puja yoni puja ling puja} ye sab chizen Middle East k itihaas me hai lekin bharatiya nahi hai(nahi tha). Aisa koi pramanit nahi hai ki Gotam Budh k pita Sudodhan ne hindi nahi the kyun ki wo {Agni surya ling yoni} aadi.... Chizen ki puja nahi kia tha.
मूर्ख ही था.. जिस हिंदुत्व मे गाय को देव का स्थान दिया था उसे एनोहणे गाय एक उपयुक्त पशू हैं. देव नहीं ये स्टेटमेंट दिया था. मेरे हिसाब से सच था. इस पर देश के आरएसएस के गोळवलकर गुरुजी ने सावरकर को गाली दे थी. दुसरी गलाती 2 nation थियरी को एनोने प्रस्तुत एवम समर्थन दिया था.. तिसरी बात आरएसएस के हिंदुत्व ठेके सामने इंकी हिन्दु महासभा आरएसएस को प्रती स्पर्धी के रूप मान्य नाहि थी. ये बात अलग हैं की आज सावरकर को ये लोग सर पर लेके फिर रहे है 🎉😢
सर मुगल जब भारत आए थे तो कौन राजा थे अन्ग्रेज जब भारत आया तो कौन राजा थे सारे ब्राह्मण वादी राजा थे फिर भी भारत गुलाम हूवा ऐ ब्राह्मण इतने शक्तिशाली होते तो यह कश्मीर से क्यों भागते
आज के जमाने कोन राजा है दो कभी पैसे के चक्कर में कभी बांग्लादेशी मुसलमान को घुसा लेते हो और भारत की संसद तक आतंक वादी घुस जाते है आज तो राज तंत्र नही है प्रजा तंत्र है प्रजा के कुछ लोग अपने फायदे के लिए पहले भी अपने घर में देश के दुश्मन को बैठा लेते थे और आज भी
@@Chandekaragro Kashmir se bhage kyuki unke paas hathiyar the Congress government unhe support kar rhi the atleast search to kar liya karo jis Azad Bharat me baithe ho usme sabse jyada krantikari sirf brahman the Chandra Shekhar Azad, Bal Gangadhar Tilak, Mangal Pandey, Rajguru ye sab brahman the or bhi suno Maratha senapati Bajirao Peshwa jo 40 me se ek bhi ladai nhi haare, Maharani Lakshmi Bai, sab brahman the or bhi suno lohe ka jigra rakhne vale Atal Bihari Vajpayee, Lal Bahadur Shastri ye sab bhi brahman the Dr. BR Ambedkar ko videsho me padhane bhejne vale bhi brahman the Kashmir me sarkar unko support kar rhi thi isliye vahan vo partadit hue
ए साइंस चटनी का वीडियो सुनकर गप हक रहा। सम्राट अशोक ने कलिंग युद्ध के बाद बौद्ध धर्म अपनाया, मतलब बौद्ध बनने से पहले क्या था ? अहिंसा के नपुंसक तत्वज्ञान ने दो साम्राज्य पतन किए। १) मौर्य २) चाइना। कम्युनिस्ट पार्टी सत्ता में आते ही सारे बौद्ध विहार एक रात में तोड़ दिए , अहिंसा नपुंसक समाज बनती हे _mavo Stu
बौद्ध ग्रंथों में हिंदुओं का जिक्र क्या नाम तक नहीं मिलता लेकिन हिन्दू ग्रंथों में बौद्धों को गालियां दी गई हैं उनकी हत्या करने की बातें तक की बातें लिखी हैं ऊपर से हिन्दू अपने होने का प्रमाण दिखाना हो तो बौद्ध ग्रंथों में दिखाते हैं।
हिंदू व हिंदूत्वा कोई धर्म नहीं है वह संस्कृति है। धर्म, सत्य सनातन धर्म है। और सनातन धर्म कोई किताबि व लिखित धर्म नहीं है। सनातन धर्म का कोई किताब नहीं है। सनातन धर्म,मुह जुबानी गुरु यों के उपदेश से चलने वाला धर्म है। जो इस समय सिर्फ बांग्लादेश देश में चल रहा है। भारत में धर्म पुरि तरह से धांधाबाज बाबा, धांधाबाज कथावाचक व धांधाबाज संकरार्च के कब्जे में हो गया। वह लोग हि अपने धांधा चलाने केलिए महाभारत, रामायण, गिता,वेद उपनिषद,व पुराण,को धर्म शास्त्र कहा कर प्रचारित किया है। वह सब इतिहास,जिवनी,नाटक, नौटंकी, कहानी व ज्ञान अर्जित करने कि किताब है। इसे जो लोग धर्म का किताब मानते व जानते हैं वह लोग गलत फहमी का सिकार है। सनातन धर्म सिर्फ कुछ मुख़्य व मूल उपदेश है। उस केलिए कोई किताब की जरूरत नहीं होती है। इसलिए सनातन धर्म का कोई किताब नहीं है।
@@ManishSharma-pc1hw कहा लिख विनय पीटक में ज़रा सबूत दिखाओ तो | बमण शब्द आया है लेकिन बमण का मतलब ब्राह्मण ब्राह्मण लिखता है जबकि सचाई ये है कि बमण शब्द बौद्ध भीखू के लिए इतेमाल किया गया है जहा तक गुगल कि बात है वो भी भारत में ब्राह्मण कंट्रोल करते है जिसे वो जैसा चाहे वैसा दिखाते है ब्राह्मण एक निक्कमा धूर्त नफरती रखने वाला इन्सान होता है आज भी देख लो 1000 सालो से बुद्धिस्ट टेमपल पर कब्जा कर के रखा है |
वो भारत सम्राट अशोक महान का 'बौद्धमय-भारत' ही था जब संपूर्ण जंबूद्वीप (भारत) की सीमाएं ईरान और इराक से लगाकर पूर्व में थाईलैंड और म्यांमार तक थी। वरन राजपूत काल आते-आते तो वर्तमान समय का भारत उल्टे आक्रमण कारियों से नहीं बच पाया!
Isliye kewal indiya me rah gaye ho agr yese rahe to bhul jao ki hindu ya bodh the baglades Pakistan udahran hai abhi mandr hai fir sab jagah kewal masjid hogi ye sab agrej or Islam ki chal hai pahle Islam ayega fir angrej jo fandig horahi hai isliye or ak bat aj tak mere samajh me nahi ai ki jb sabjagah budh hee the to 57 des muslim kaise ho gaya mai bhi kitni vidiyo dekha hu ki ye jug ya dusra jug hamesa unka tha jo takatwar the jaise kahte hai charkhe se ajadi ayi o to bahot purani bat hai Gandhi bhi charkhe se ajadi kraye the
नीले कबूतर इतिहास पड़ ले अशोक को बौद्ध बनाकर अहिंसा जिससे नपुसंक समाज बना दिया आक्रांता के समय भंते भाग गए चाइना,लंका,बर्मा। अटक से कटक तक मराठा साम्राज्य पेशवा/ब्राम्हण ne बनाया । Ye बाबासाहेब बुध एंड धम्म किताब में लिखे हे
ए साइंस चटनी का वीडियो सुनकर गप हक रहा। सम्राट अशोक ने कलिंग युद्ध के बाद बौद्ध धर्म अपनाया, मतलब बौद्ध बनने से पहले क्या था ? अहिंसा के नपुंसक तत्वज्ञान ने दो साम्राज्य पतन किए। १) मौर्य २) चाइना। कम्युनिस्ट पार्टी सत्ता में आते ही सारे बौद्ध विहार एक रात में तोड़ दिए , अहिंसा नपुंसक समाज बनती हे _mavo Stu
मौर्य साम्राज्य नपुसंक बना अहिंसा से। वो टुकड़ों में बिखर गया। अटक से कटक मराठा साम्राज्य फैला था । भंते jise भागे नहीं ब्राम्हण chayna बर्मा। पेशवा अटक तक गए जो पाकिस्तान में था। पेशवा ब्राम्हण था। इतिहास पड़ लो 😂
@@maharajsingh2893 China, Japan to Bauddha desh hai nhi. Shrilanka aur Myanmar ki halat pata hi hai. Baki Thailand me kya famous hai 😅 pta hi hoga. Sahi bat ye hai ki Religion kisi country ko develop nhi karata. Aaj jo Country developed hai unhone religion ko thande baste me dal diya hai. Europe me Renaissance period me yhi sab hua tabhi unka development chalu hua us se pehle us Religion wale time ko 'Dark Ages' bolte hai waha. Aap thoda history padhiye. Edit- China me Buddhism nhi tha, Tibet me tha jise China ne gulam banaya aur unki Bachi hui Buddha Monestry bhi khatam kar rha hai.
@@Gktapuxyz haa kyon nhi bechara akela kale paani me tha isliye dar rha hoga , tabhi to thok k bhav me mafiname likhne pad gye bechare ko. Bas kagazi sher banta tha ye dusro ko fasata rha zindagi bhar apne pe aayi to dher ho gya
ए साइंस चटनी का वीडियो सुनकर गप हक रहा। सम्राट अशोक ने कलिंग युद्ध के बाद बौद्ध धर्म अपनाया, मतलब बौद्ध बनने से पहले क्या था ? अहिंसा के नपुंसक तत्वज्ञान ने दो साम्राज्य पतन किए। १) मौर्य २) चाइना। कम्युनिस्ट पार्टी सत्ता में आते ही सारे बौद्ध विहार एक रात में तोड़ दिए , अहिंसा नपुंसक समाज बनती हे _mavo Stu
Baudhho ne Angrejo ke talwae chate toh neenda hi hogi na. aaj bhi marxists, communist, woke, colonialist leftists, jihadi, missionaries ke talwe chaat rahe ho unse brainwash hoke Hinduo ko badnaam kar rahe ho. swatantrata ke liye Hinduo ke barabar kisi bhi panth ne angrejo ko takkar nahi di. Savarkar ne Subhas Chandra Bose ko prerit kiya Ajad Hind fauj banane ke liye kyu wok khud 50 saal ki torcher aur baadme najar band rakkha gaya unko. Ajad Hind fauj ne 75,000+ armed troops se, naval mutiny se, British armed munity se yuddh kiya tab Bharat aajad huwa. aaisa khud Bhritish officer ne accept kiya he. Bauddh ne kya kiya?
In India their is very big conspiracy been committed in one area the Shudra treated untouchable and in other area same shudra not 🚭 included in untouchable catoragy.This fact be noted by all Bhujan.This fact can be taken seriously.❤❤❤❤❤
Bro you would have surprised to know that in ,India some area shudra other part untouchable.Please do analysis of this point it is very serious matter.❤❤❤@@Katale4825
सावरकर की वजह से कोई टुकड़े नहीं हुए टुकड़े हुए तुम जैसे लोगों की वजह से खाली कहने से देश किसी का नही हो जाता इसके लिए एक से बलिदान देना पड़ता है क्योंकि मुफ्त का खाने वाले लोग बहुत थे और लड़ने वाले लोग बहुत कम क्योंकि उनको पता था जो लड़ेगा बो और उनका परिवार ही बर्बाद होगी ना की मुफ्तखोर का जो लड़ने नही जाएगा उसको क्या लेना देना कोई मरे या जिए जो देश के लिए एक नारा नही लगा सकता बो क्या कर पाएगा दूसरो पे ज्ञान देने से पहले अपने अंदर देख लो तुम्हारे पूर्वज और तुम अपने आप देश के लिए क्या किया क्या कर सकते थे
To mayanmar ke bodh kon the jinhone hinsa krke rohngiyo pr atyachar krke unhe unke desh se nikala shayad unhone kisi aur gautam bodh ki shiksha apnali😂
आज के समय में माफी तो अलग की बात है अपने को बचाने के लिए क्या क्या करते एक इन्सान को परेशान करने और पैसे बनाने के लिए अपने घर की औ को आगे करके केश बनवाते है
@@Gktapuxyz आज के तारीख में देख लो कि ओबीसी एससी एसटी हिंसा पर जोर नहीं देता है लेकिन एक क्षत्रिय ब्राह्मण आज भी हिंसक है देश आज भी गुलाम ही है ब्राह्मणों का, आज भी राज कर रहा है ब्राह्मण | जो कि हमारा इतिहास छुपा कर ब्राह्मण अपना धर्म चला रहा है |
@@मेरामितर5367 barn व्यवस्था मत मानो ये तो तुम्हारे ऊपर है कोई तुमसे कह थोड़ी रहा है क्या करोगे भाई जातियां तो आज के संविधान में है और येस्पेसल पावर भी खास जाति के लोगों को दिया गया
Kyoki unka dhandha band ho jayega Paisa kamane ka Ramji aur krishna ji bhagwan hai mante hai Par in pakhandio ko kabhi nahi manna Only baman aur so called aaj ke kshtriye hai
Nalanda University of kisne jalwaya the. Brahmin ne ya musalman be pehle yeh batao. Brahmin tha tab bhi Nalanda University open tha. Musalman Raja aya pura University jala diya @@Samrat_Asoka
सावरकर एक दम सही कह रहे हैं बौद्धों की अहिंसा के कारण अशोक के बाद उसके सामराज्य का पतन हुआ। लेकिन देश की गुलामी का प्रमुख कारण बौद्ध धर्म नहीं था। इसका कारण आपसी फुट, राजाओं के वर्चस्व की लडाई और आम जनता की इस सब से उदासीनता थी।
भारत का पतन तभी शुरू हो गया था जब महान चक्रवर्ती सम्राट अशोक अपने राजधर्म का कर्त्तव्य को त्यागकर बौद्ध धर्म को अपना लिया था। इसलिए कह सकते हैं कि भारत के पतन का कारण अशोक था।
ये ज्ञानी कुछ अधिक ज्ञान बांट रहा है सम्राट चन्द्र गुप्त एवं उनके पूर्व के सासक किस मत के अनुयायी थे बौद्ध धर्म के अनुयायी तो बिल्कुल नहीं थे। उस समय भारत संपूर्ण विश्व में सोने की चिड़िया कहलाता था। सम्राट अशोक के बौद्ध धर्म अपनाने के तीसरी पीढ़ी से ही संकट सुरू हो गया था। दसवीं सताब्दी से ही मुस्लिम आक्रान्ताओं ने बौद्ध मठों एवं विहारों को तोड़ना सुरू कर दिया था। गलत जानकारी देकर भ्रम फैलाना बंद करें।
आप का विश्लेषण बिल्कुल निश्पच है सावरकर लोकतंत्र व समानता के विरोधी थे सामंतवाद के समर्थक थे देस में मनुस्मृति लागू करने की पूरी कोशिश की देस को आजाद होने में कोई भूमिका नहीं निभाई अंग्रेजों से मिलकर देस वाशियो से बहुत गद्दारी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी आप को नमन
Bharat me Sikh, Jain, bhi rehte he toh bharat buddh desh kab se huwa? Hindu geographical idenity he panth identity nahi isiliye HinduRashtra sahi he. Aryan-invasion toh debunk ho chuka he. toh Hindu Dharm bahar se kaise aaya? Hindu grantho me likhi gayi textual evidence 7000, 10,000, 20,000 saal + peeche jati he. colonialists, marxists, communist, miltant atheists, woke ye sab milke anmol gyan aur bhartiya sanskriti ko nast karna chahte he Hindu dharm ko demonise karke logo ko brainwash karke. Himalay aur Hind sagar ke beech me ki boomi me rehne wale moolniwasi adiwasiyo ko bhi Hindu kehte he. vedo ko bhi likhne wale rishi muni vanwasi, pahadi, nagarwasi, coastal tribes aur anya tribes hi he. islam aur christianity ko chod ke bhar se koi nahi aaya he.
सर आप महान है इस किताब से ही आज देश में जहर भरा जा रहा है हम आपकी हर विडियो देखता हूं माफी चाहता हूं कि चैनल का सदस्यता नहीं ले पा रहा हूं हम तीन चार चनैल देखते हैं पहले आप का उसके बाद में सांइस जर्नी सर का नेशनल वल्ड आप और साइंस जर्नी सर एक ही जैसे विडियो बनाते हैं फर्क बस इतना है कि सांइस जर्नी सर डिबेट करते हैं आप सरलता से समझाते हैं जो नहीं समझता है उसे सांइस जर्नी सर गोबर गौ मूत्र से समझाते हैं आप दोनों विद्वानों को सादर जय भीम 🙏🙏🙏
भगवान विष्णु जी के नवम अवतार भगवान बुद्धजी हैं भगवान बुद्ध जी सनातनी हिंदू हैं सभी हिंदुओं को आजीवन भगवान बुद्ध जी भगवान राम जी भगवान कृष्ण जी भगवान शिव जी माता दुर्गा जी हनुमान जी गणेश जी की पूजा करनी चाहिए हिंदू बौद्ध जैन और सिख लोग भारतीय सनातनी हिंदू हैं हम सभी एक समान हिंदू हैं जय हिंदू राष्ट्र जय सनातन धर्म जय काशी विश्वनाथ हर हर महादेव
हिंदू तो कभी समुद्र नहीं पार कर पाऐ लेकिन बौद्ध धम्म पूरी दुनिया में फैल गया। बौद्ध जापानी ने अंडमान निकोबार द्वीपसमूह को स्वतंत्र करा लिया। आज विश्व में बौद्ध देशों का दबदबा है अनेक देशों की, जिनमें भारत भी शामिल है अर्थव्यवस्था बौद्ध देशों पर निर्भर है।
Dhanyawad to Prashant Singh and your team. You have been working in Indian history as true as it could be... And educating peoples to know their history.
सावरकर एक चित्पावन ब्राह्मण थे ,पेशवाओं के पहले ये ब्राह्मण नहीं थे ,इन्हें महाराष्ट्र के कॉलम इलाक़े में शनिवार तेली कहा जाता था ,जो इज़राइल के तेल विवा शहर से भारत आये थे ,ये शनिवार तेली भारतीय तेली से अलग थे . इसी याद में शनिवार वाडा पूना में है
धनयवाद वेदीक धरम कोइ धरम नही ह यह जात पात उंच नीच की जड़ य धरम जब तक रहेगा लोग एक दूसरे के दूशमन ही रहेगे कयोकी वो टाइम अलग था अब टाइम अलग ह ओर ये लोग उस टाइम मे वापस लेजाना चाहते ह महायान के धम रक्षक देवता ओर बाहर से आये आकरमणकरी यो के साथ आये ऋग्वेदीक देवता+महान इनसान को मीलाकर कथाए बनादी मीथया चमतकार जोड़ कर लोगो ने रोजी रोटी कमाने का तरीका अपनाया ह वरण वयसथा बनाकर लोगो को गूलाम बनाकर एसोआराम करने के लीय लोगो पर वरण वयसथा बनाकर करम थोपा गया ह ओर आज भी जीस तरह सता म रहने वाले अधिकारी अगर पाखंड के साथ होगा तो वेसा ही होगा जीस तरह राजा एक वरग के साथ मीलकर वरण वयसथा ओर धरम के सहारे लोगो को गूलाम बनाकर हूकूमत करते रहे
❤🎉 बौद्ध कोई धर्म नहीं एक विचार धारा है जो लोगों को मानवता का उपयोग करने की बात कहता ।दूसरा वैदिक धर्म जो ईश्वर वाद पर आधारित है।😢😮जो लोगों को किसी खास को भगवान मानकर उसकी पूजा अर्चना करने कहता है,जिसका कोई अस्तित्व ही नहीं है।😢😮किसी ऐसे की पूजा अर्चना करने से कुछ नहीं होगा जो है ही नहीं।प्रकृति भी अपने हिसाब से चलती है।वह किसी के कहने पर कोई बदलाव नहीं करती है।🎉😢
सावरकर का हिन्दु धर्म इतना आच्छा था तो विश्व मे बढा क्यू नही ये कभी सनातन कहते है कभी हिन्दुधर्म कहते कभी वैदिक धर्म कहते है जीस देशने बौध्द धम्म का स्विकार किया है ओ अभी प्रगतीशील है
I heard the same point that Buddhist kings attacked others to forcefully spread their religion, I asked where did you get this info ,they were not sure. now I know where is it coming from
सर आप जैसा निष्पक्ष, सच्चा इतिहासकार, ईमानदार और विद्वान इस समय कोई नहीं, आपको सैल्यूट, सर आप बताइए जितने लोगों को भगवान की उपाधि मिली या भगवान कहलाए वो सभी क्षत्रिय हुए हैं, ब्राह्मण क्यों नही क्योंकि क्षत्रिय मूलरूप से न्यायप्रिय होते हैं और सही बात करते हैं
मैं एक बात नहीं समझ पाता हूं जब ब्रहामण बुद्धिमान था। राजपूत ताकतवर था तब हमारा देश गुलाम क्यूं बन गया था।
Desh gulam hone ke badh jo
, m,
मुझे लगता है, क्योंकि हम कट्टर नहीं सहिष्णु और भक्ति में लीन है। हमारे आंखों पर पट्टी बांधा हुआ है। सबको हम अपने जैसा समझते है। अभी भी हम भाई के सामने चारा ही है। हम राजनीति से कोसो दूर है। रोज सांप को दूध पिलाओ और एक दिन दूध नहीं दो तो वो डसेगा ही। असली ब्राह्मणों बाला कम तो राहुल गांधी कर रहे है, जाती में बाटो और राज करो। और हम आम जनता तो मूर्ख है ही, गोरे लोगों पे बहुत जल्दी बिस्वास कर लेते है। हम बटते रहेंगे और कटते रहेंगे। जय हो🙏😂😜
Brahmins asal me "parsi pujari" hain jinhe "magi of persia" Kehte hain. Hakhamani aur Sassanid samarajya me Zoroastrianism ki palan kia jata tha aur "rgved" "Sanskrit bhasha" Ye sab chizen Zoroastrianism ki Pavitr granth: Avesta aur uski Bhasha: Avestan se milti hai. Brahmins kshatriya vaishya parsi} ye sab arya nasl hain jo 7th century AD(1300 years ago) se 20th century AD tak bharat me ARYAN MIGRATION hua hai. Agni puja surya puja yoni puja ling puja} ye sab chizen Middle East k itihaas me hai lekin bharatiya nahi hai(nahi tha). Aisa koi pramanit nahi hai ki Gotam Budh k pita Sudodhan ne hindi nahi the kyun ki wo {Agni surya ling yoni} aadi.... Chizen ki puja nahi kia tha.
Persia(Iran) ki itihaas padho aur Zoroastrianism (parsi dharm) ki itihaas padho sab pata chal jayega brahmins k baare me.....
शूद्र गद्दरी कर गए
सर विनायक दामोदर सावरकर ने इस हिंदूत्व नामक पुस्तक में अपनी मुर्खता का परिचय दिया है ऐसे ही लगता है। आपने बहुत ही महत्वपूर्ण विश्लेषण किया है। धन्यवाद
ओरिजनल किताब इंग्लिश में लिखी थी । खुद पढ़ो।
सम्यक प्रकाशन किताब को गालमेल कर के छाप रहा ये वीडियो बना रहे हे ।😂
@@जागृतसनातनsavarkar ki mentality hindutvadi thi RSS golvark kuch esi mentality thi tum kya baat kar raha ho
मूर्ख ही था.. जिस हिंदुत्व मे गाय को देव का स्थान दिया था उसे एनोहणे गाय एक उपयुक्त पशू हैं. देव नहीं ये स्टेटमेंट दिया था. मेरे हिसाब से सच था. इस पर देश के आरएसएस के गोळवलकर गुरुजी ने सावरकर को गाली दे थी. दुसरी गलाती 2 nation थियरी को एनोने प्रस्तुत एवम समर्थन दिया था.. तिसरी बात आरएसएस के हिंदुत्व ठेके सामने इंकी हिन्दु महासभा आरएसएस को प्रती स्पर्धी के रूप मान्य नाहि थी. ये बात अलग हैं की आज सावरकर को ये लोग सर पर लेके फिर रहे है 🎉😢
भारत के प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी जब भी विदेश जाते हैं तो वहां जाकर कहते हैं कि मैं बुद्ध की धरती से आया हूं।
कहते है नही कहना पडता है हम बुद्ध के देश से आये है
@@kartarsingh3484 और जब कभी कोई विदेशी आता है तो उसे भारत की तरफ से गीता को पढ़ने के लिए देते है या देना उनकी मजबूरी
सर मुगल जब भारत आए थे तो कौन राजा थे अन्ग्रेज जब भारत आया तो कौन राजा थे सारे ब्राह्मण वादी राजा थे फिर भी भारत गुलाम हूवा ऐ ब्राह्मण इतने शक्तिशाली होते तो यह कश्मीर से क्यों भागते
आज के जमाने कोन राजा है
दो कभी पैसे के चक्कर में कभी बांग्लादेशी मुसलमान को घुसा लेते हो और भारत की संसद तक आतंक वादी घुस जाते है आज तो राज तंत्र नही है प्रजा तंत्र है प्रजा के कुछ लोग अपने फायदे के लिए पहले भी अपने घर में देश के दुश्मन को बैठा लेते थे और आज भी
ksatrya were king not brahmin. brahmins were always protected by kshatrya king
Sahi brahmnoka kam puja path padhana gurukoole sikhana .shatriyonka kam suraksha aur ladana hai.
@@Chandekaragro Kashmir se bhage kyuki unke paas hathiyar the Congress government unhe support kar rhi the atleast search to kar liya karo jis Azad Bharat me baithe ho usme sabse jyada krantikari sirf brahman the Chandra Shekhar Azad, Bal Gangadhar Tilak, Mangal Pandey, Rajguru ye sab brahman the or bhi suno Maratha senapati Bajirao Peshwa jo 40 me se ek bhi ladai nhi haare, Maharani Lakshmi Bai, sab brahman the or bhi suno lohe ka jigra rakhne vale Atal Bihari Vajpayee, Lal Bahadur Shastri ye sab bhi brahman the Dr. BR Ambedkar ko videsho me padhane bhejne vale bhi brahman the Kashmir me sarkar unko support kar rhi thi isliye vahan vo partadit hue
बौद्ध धर्म ही सनातन धर्म है भारत में बौद्ध धर्म शुरू हो कर पूरे एशिया में स्थापित हुआ। जबतक देश में बौद्ध रहा देश स्वर्ण कालसे अलंकृत किया गया।
साम्राज्य बनने मे बौद्ध का कोई रोल नही था।
100%right
sanatan dharma was already their budha was born in that family
ए साइंस चटनी का वीडियो सुनकर गप हक रहा।
सम्राट अशोक ने कलिंग युद्ध के बाद बौद्ध धर्म अपनाया, मतलब बौद्ध बनने से पहले क्या था ?
अहिंसा के नपुंसक तत्वज्ञान ने दो साम्राज्य पतन किए।
१) मौर्य
२) चाइना।
कम्युनिस्ट पार्टी सत्ता में आते ही सारे बौद्ध विहार एक रात में तोड़ दिए ,
अहिंसा नपुंसक समाज बनती हे _mavo Stu
सावरकर इतिहासकार नही थे उनकी बातो को गंभीरता से क्यो लेना।
Just for comedy and time pass 😂😂
सांघी इसी को सत्य मानते है ,ये ज़रूरी है
बौद्ध ग्रंथों में हिंदुओं का जिक्र क्या नाम तक नहीं मिलता लेकिन हिन्दू ग्रंथों में बौद्धों को गालियां दी गई हैं उनकी हत्या करने की बातें तक की बातें लिखी हैं ऊपर से हिन्दू अपने होने का प्रमाण दिखाना हो तो बौद्ध ग्रंथों में दिखाते हैं।
Matlab aapne kuch padha nhi hai. Bauddha ne khud Vinay Pitak me Brahmano ke bare me bola hai. Ek Google search hi kr lete.
हिंदू व हिंदूत्वा कोई धर्म नहीं है वह संस्कृति है। धर्म, सत्य सनातन धर्म है। और सनातन धर्म कोई किताबि व लिखित धर्म नहीं है। सनातन धर्म का कोई किताब नहीं है। सनातन धर्म,मुह जुबानी गुरु यों के उपदेश से चलने वाला धर्म है। जो इस समय सिर्फ बांग्लादेश देश में चल रहा है। भारत में धर्म पुरि तरह से धांधाबाज बाबा, धांधाबाज कथावाचक व धांधाबाज संकरार्च के कब्जे में हो गया। वह लोग हि अपने धांधा चलाने केलिए महाभारत, रामायण, गिता,वेद उपनिषद,व पुराण,को धर्म शास्त्र कहा कर प्रचारित किया है। वह सब इतिहास,जिवनी,नाटक, नौटंकी, कहानी व ज्ञान अर्जित करने कि किताब है। इसे जो लोग धर्म का किताब मानते व जानते हैं वह लोग गलत फहमी का सिकार है। सनातन धर्म सिर्फ कुछ मुख़्य व मूल उपदेश है। उस केलिए कोई किताब की जरूरत नहीं होती है। इसलिए सनातन धर्म का कोई किताब नहीं है।
@@ManishSharma-pc1hw कहा लिख विनय पीटक में ज़रा सबूत दिखाओ तो | बमण शब्द आया है लेकिन बमण का मतलब ब्राह्मण ब्राह्मण लिखता है जबकि सचाई ये है कि बमण शब्द बौद्ध भीखू के लिए इतेमाल किया गया है जहा तक गुगल कि बात है वो भी भारत में ब्राह्मण कंट्रोल करते है जिसे वो जैसा चाहे वैसा दिखाते है ब्राह्मण एक निक्कमा धूर्त नफरती रखने वाला इन्सान होता है आज भी देख लो 1000 सालो से बुद्धिस्ट टेमपल पर कब्जा कर के रखा है |
@@tusharbiswas2910 तुम्हे पढ़ने कि जरुरत है कि सनातन शब्द एक विशेषण है जिसका काम विशेषता बताना होता |
@@ManishSharma-pc1hw wo hindu bhawan nahi balki Mahayana buddhism ke buddhisatva hai .
वो भारत सम्राट अशोक महान का 'बौद्धमय-भारत' ही था जब संपूर्ण जंबूद्वीप (भारत) की सीमाएं ईरान और इराक से लगाकर पूर्व में थाईलैंड और म्यांमार तक थी।
वरन राजपूत काल आते-आते तो वर्तमान समय का भारत उल्टे आक्रमण कारियों से नहीं बच पाया!
Isliye kewal indiya me rah gaye ho agr yese rahe to bhul jao ki hindu ya bodh the baglades Pakistan udahran hai abhi mandr hai fir sab jagah kewal masjid hogi ye sab agrej or Islam ki chal hai pahle Islam ayega fir angrej jo fandig horahi hai isliye or ak bat aj tak mere samajh me nahi ai ki jb sabjagah budh hee the to 57 des muslim kaise ho gaya mai bhi kitni vidiyo dekha hu ki ye jug ya dusra jug hamesa unka tha jo takatwar the jaise kahte hai charkhe se ajadi ayi o to bahot purani bat hai Gandhi bhi charkhe se ajadi kraye the
Duniya me ek bhi hindu nahi,or na hi hindu hi koyi darm, ab issi ponga darm ko tan tana darm k naam ka churan ponge de rahe hy 🙄🙄
नीले कबूतर इतिहास पड़ ले
अशोक को बौद्ध बनाकर अहिंसा जिससे नपुसंक समाज बना दिया
आक्रांता के समय भंते भाग गए चाइना,लंका,बर्मा।
अटक से कटक तक मराठा साम्राज्य पेशवा/ब्राम्हण ne बनाया ।
Ye बाबासाहेब बुध एंड धम्म किताब में लिखे हे
ए साइंस चटनी का वीडियो सुनकर गप हक रहा।
सम्राट अशोक ने कलिंग युद्ध के बाद बौद्ध धर्म अपनाया, मतलब बौद्ध बनने से पहले क्या था ?
अहिंसा के नपुंसक तत्वज्ञान ने दो साम्राज्य पतन किए।
१) मौर्य
२) चाइना।
कम्युनिस्ट पार्टी सत्ता में आते ही सारे बौद्ध विहार एक रात में तोड़ दिए ,
अहिंसा नपुंसक समाज बनती हे _mavo Stu
मौर्य साम्राज्य नपुसंक बना अहिंसा से।
वो टुकड़ों में बिखर गया।
अटक से कटक मराठा साम्राज्य फैला था । भंते jise भागे नहीं ब्राम्हण chayna बर्मा।
पेशवा अटक तक गए जो पाकिस्तान में था। पेशवा ब्राम्हण था।
इतिहास पड़ लो 😂
बौद्ध काल में ही भारत सोने की चिड़िया कहलाता था
Ja be 😂😂
Bhai isase pehale se tha
सावरकर ने झूट बोला है। ये ही माफीवीर आज के भारत का जिम्मेदार है। उस समय के शासन व बुद्ब धर्म के जम्मू द्बीपको विदेशो में स्वर्ग कहते थे।
तो आपने आझादी के आंदोलन मे कितने बार जेल गये .
Ye log angrezo ke sathh satta ka maza le rahe the@@nikhiltambakhe25
जितनी बार rss wale@@nikhiltambakhe25
अगर ऐसा है तो बौद्धों के बहुत देश गुलाम क्यों नही हो
सारे बौद्ध देश गुलाम था। सिवाय नेपाल के।😂😂
Bauddha ka kaun sa desh hai bhai? Kyuki China, Japan me salo se Bauddha dharm nhi hai. Tibet me tha uska kya hal hua? Srilanka bheekh mang rha hai.
Jaha baudhha desh hai chin, afgani sthan iran(baudhha hi the) kya halat hai.
Indonesia Malaysia bhi pahale Bouddha desh the . Aaj Muslim hai.
@@maharajsingh2893 China, Japan to Bauddha desh hai nhi. Shrilanka aur Myanmar ki halat pata hi hai. Baki Thailand me kya famous hai 😅 pta hi hoga.
Sahi bat ye hai ki Religion kisi country ko develop nhi karata. Aaj jo Country developed hai unhone religion ko thande baste me dal diya hai. Europe me Renaissance period me yhi sab hua tabhi unka development chalu hua us se pehle us Religion wale time ko 'Dark Ages' bolte hai waha. Aap thoda history padhiye.
Edit- China me Buddhism nhi tha, Tibet me tha jise China ne gulam banaya aur unki Bachi hui Buddha Monestry bhi khatam kar rha hai.
सावरकर जैसे लोगों का ज्ञान सुन कर सिर में दर्द हो जाता है। वो कितना बड़ा मूर्ख था
मूर्ख था तभी तो देश की आजादी के लिए काला पानी की सजा काटी थी तुम जैसे लोगों का ज्ञान सुनने के लिए
Ha or maafi bhi mangi thi@@Gktapuxyz
@san.7416 रही बात माफी की तो बो एक नियम था
अंग्रेजो का
@@Gktapuxyz haa kyon nhi bechara akela kale paani me tha isliye dar rha hoga , tabhi to thok k bhav me mafiname likhne pad gye bechare ko. Bas kagazi sher banta tha ye dusro ko fasata rha zindagi bhar apne pe aayi to dher ho gya
@@GktapuxyzBhagat Singh ne to maafi nahi maagi thi😂
सावरकर इतिहास में कमजोर नहीं थे वह वास्तविक इतिहास को कमजोर करना चाहते थे देश को भ्रामक ज्ञान देकर यही तो इस देश में पूर्व से होता रहा है।
ए साइंस चटनी का वीडियो सुनकर गप हक रहा।
सम्राट अशोक ने कलिंग युद्ध के बाद बौद्ध धर्म अपनाया, मतलब बौद्ध बनने से पहले क्या था ?
अहिंसा के नपुंसक तत्वज्ञान ने दो साम्राज्य पतन किए।
१) मौर्य
२) चाइना।
कम्युनिस्ट पार्टी सत्ता में आते ही सारे बौद्ध विहार एक रात में तोड़ दिए ,
अहिंसा नपुंसक समाज बनती हे _mavo Stu
बौध्द के बारे मे जहर उगलता सावरकर
इस् हिसाब से तो हिन्दु पे भी जहर उगलता आम्बेडकर
Baudhho ne Angrejo ke talwae chate toh neenda hi hogi na. aaj bhi marxists, communist, woke, colonialist leftists, jihadi, missionaries ke talwe chaat rahe ho unse brainwash hoke Hinduo ko badnaam kar rahe ho. swatantrata ke liye Hinduo ke barabar kisi bhi panth ne angrejo ko takkar nahi di. Savarkar ne Subhas Chandra Bose ko prerit kiya Ajad Hind fauj banane ke liye kyu wok khud 50 saal ki torcher aur baadme najar band rakkha gaya unko. Ajad Hind fauj ne 75,000+ armed troops se, naval mutiny se, British armed munity se yuddh kiya tab Bharat aajad huwa. aaisa khud Bhritish officer ne accept kiya he. Bauddh ne kya kiya?
भाई बौद्ध धर्म जानवर खाने वाला धर्म है,ये धर्म इंसानों के लिए नहीं इसमें जीवो की हत्या करते है बेचारे मासूम जानवरों को खाते है।
Bodh dharm ki sachhai hai ye
अंबेडकर जी भी मुस्लिम मजहब अपनाने वाले थे कुछ लोग सहमत नहीं हुए तो उन्होंने बोद्ध धर्म
बिना तथ्यों के मनघड़ंत पर आधारित सावरकर की हिंदुत्व के नाम पर लिखी गई पुस्तक।
फालतू किताब हे वक्त की बर्बादी
इससे स्पष्ट है सावरकर को इतिहास का जरा भी ज्ञान नहीं था
In India their is very big conspiracy been committed in one area the Shudra treated untouchable and in other area same shudra not 🚭 included in untouchable catoragy.This fact be noted by all Bhujan.This fact can be taken seriously.❤❤❤❤❤
Bro you would have surprised to know that in ,India some area shudra other part untouchable.Please do analysis of this point it is very serious matter.❤❤❤@@Katale4825
फालतू TimePass किया है😂😅😂😅
@Lakravishal63 The RSS was established in 1925 AD in counter of Babasaheb Scheduled Caste Federation.
कभी बौद्धों को अहिंसावादी बताता है कभी आक्रामक बताता है …........अरे सावरकर तू कहना क्या चाहता है 🤔
Accha isiliye Baudho ne Ajivika aur Jaino ka narshanhaar kiya?
@@Batega_toh_Katega_Hindu_108Source???
Lindus🤡
सावरकर जैसे लोगों की वजह से ही जम्बूद्वीप के 15 टुकड़े हो गए
सावरकर की वजह से कोई टुकड़े नहीं हुए टुकड़े हुए तुम जैसे लोगों की वजह से खाली कहने से देश किसी का नही हो जाता इसके लिए एक से बलिदान देना पड़ता है क्योंकि मुफ्त का खाने वाले लोग बहुत थे और लड़ने वाले लोग बहुत कम क्योंकि उनको पता था जो लड़ेगा बो और उनका परिवार ही बर्बाद होगी ना की मुफ्तखोर का जो लड़ने नही जाएगा उसको क्या लेना देना कोई मरे या जिए
जो देश के लिए एक नारा नही लगा सकता बो क्या कर पाएगा दूसरो पे ज्ञान देने से पहले अपने अंदर देख लो तुम्हारे पूर्वज और तुम अपने आप देश के लिए क्या किया क्या कर सकते थे
जब जम्बूद्वीप टुकड़े हूआ तब सावरकर जी का जन्म ही नहीं हुआ था। तब भारत तो बौद्ध के कब्जे में था।
@@tusharbiswas2910durga,kali ,saraswati ye sab vajrayani buddhsiam parampara se nikli hai jo mahila bodhisattva manjusree aur Tara thi.
Sahi kaha.
बौद्ध की वजह से टुकड़े हुवे
पुरे आशिया खंड में भगवान बुध्द का धम्म फैला हुवा अहींसा करुणा शांती की शिक्षा भगवान बुद्ध ने दी ।
जगमें बुध्द का नाम है यही भारत की शान है।
To mayanmar ke bodh kon the jinhone hinsa krke rohngiyo pr atyachar krke unhe unke desh se nikala shayad unhone kisi aur gautam bodh ki shiksha apnali😂
हजारों सालों तक भारत बौद्ध था...प्रभाव ऐसा की 8वी 9वी शताब्दी के बाद ही वैदिक धर्म भारत में फैलने में सफल हो पाया....सावरकर बिल्कुल विश्वास योग्य नहीं
@KumarprinceRaj-g1ly navbodh H... Hinduo ki against
देखा मैने बहोत ही घटिया चैनल है. सनातन समीक्षा वो सबूत सारे गलत बताता है.बेस्ट चैनल तो हमारा अथित है. सच्चाई बताते है.
प्रशांत सिंह जी. 🙏🏻
wrong
सावरकर एक अंग्रेजो का चमचा था। इसने 6बार अंग्रेज़ो से माफी मांगी थी।
Bilkul sahi kaha aap ne
Angrej nahi balki british brahmins jinhe Druids kehte hain unke chamcha tha savarkar. British Empire ko Druids banaye hain.
6 दिन रहते 600 बार माफी मागते😂😂
क्यु ?@@MaheshSingh-n5g
२३ बार
माफिवीर 🙏
आज के समय में माफी तो अलग की बात है अपने को बचाने के लिए क्या क्या करते एक इन्सान को परेशान करने और पैसे बनाने के लिए अपने घर की औ को आगे करके केश बनवाते है
@@Gktapuxyzbahoot tarifdaari me lage ho Bhai aap Savarkar ke.kya khas baat lagi unke baare me?
Chambedkarani banvlele savidhana waqf boarda samor zukle
waqf board tere abbu brahmano ne banaya tha.
2024 ka Gulam
सभी भारतीय नागरिको के पूर्वज किसी ने किसी तौर पर *"बौद्ध धर्म"* से जुड़े हुए थे.
अगर सभी भारतीय बौद्ध होते तो देश आज भी गुलाम होता क्यों बो युद्ध के खिलाफ है
गूलाम तो अब ह गूपत वसंत स पहले नहीं था बादमें वर्ण व्यवस्था स ज्यादा हूआ@@Gktapuxyz
@@Gktapuxyz आज के तारीख में देख लो कि ओबीसी एससी एसटी हिंसा पर जोर नहीं देता है लेकिन एक क्षत्रिय ब्राह्मण आज भी हिंसक है देश आज भी गुलाम ही है ब्राह्मणों का, आज भी राज कर रहा है ब्राह्मण | जो कि हमारा इतिहास छुपा कर ब्राह्मण अपना धर्म चला रहा है |
Aaj bhi sab baudh hi hai, hindu naam ka koi dharm nahi, baudh sanskriti me bramhano ne jatiwad pakhand ghuseda jise aaj wo hindu dharm bata rahe hai.
@@मेरामितर5367 barn व्यवस्था मत मानो ये तो तुम्हारे ऊपर है कोई तुमसे कह थोड़ी रहा है
क्या करोगे भाई जातियां तो आज के संविधान में है और येस्पेसल पावर भी खास जाति के लोगों को दिया गया
बुद्ध ने बिना हथियार के पूरा एशिया को जीत लिया ओर किसी के शक्तिशाली देवी देवता दस दस हाथ में हथियार होने के बावजूद भी घंटा कुछ भी नहीं कर पाए।
मैं भी इनको वीर सावरकर समझता था लेकिन शोशल मीडिया ने इनकी वीरता का जबरदस्त जानकारी दी 😮
Ye media pata nahi kya kya parosta rahega kis kis baat ko sahi or galat manoge ..jai bhart mata ki 🇮🇳
आपने सच्चाई का साथ दिया इसके लिए दिल से नमन 🙏🙏🙏❤️
❤ 13:48
Murkh Insan
इन्सानको झूठके जालमे ना फसानेवाला और सही रास्ता दिखानेवाला बौद्ध धर्म आजभी लोगोंको विस्वासका प्रतीक है. कलका उजाला यही धर्म देगा..
झूठ परोसना सावरकर जैसे लोगो की आदत रही।
Buddhism se etni nafrat kyu brahman dharam walo ko
Kyoki unka dhandha band ho jayega Paisa kamane ka
Ramji aur krishna ji bhagwan hai mante hai
Par in pakhandio ko kabhi nahi manna
Only baman aur so called aaj ke kshtriye hai
सावरकर कोई इतिहासकार नही था। सावरकर जिस समय पुस्तक लिख रहे थे तब उनके पास बुद्ध और बौद्ध धर्म से जुड़े इतिहास की जानकारी भी कम था।
Ye truth hai apni sacchai sunnke bura laga??
The anchor is of brahaman he not intiligent he does not real history.❤❤❤
Nalanda University of kisne jalwaya the. Brahmin ne ya musalman be pehle yeh batao. Brahmin tha tab bhi Nalanda University open tha. Musalman Raja aya pura University jala diya @@Samrat_Asoka
सावरकर एक दम सही कह रहे हैं बौद्धों की अहिंसा के कारण अशोक के बाद उसके सामराज्य का पतन हुआ। लेकिन देश की गुलामी का प्रमुख कारण बौद्ध धर्म नहीं था। इसका कारण आपसी फुट, राजाओं के वर्चस्व की लडाई और आम जनता की इस सब से उदासीनता थी।
Duniya me Bharat ka pahchan sirf baudh dharm se hai.... ❤❤❤❤
Right 👍🏼💙 Jay 🙏 bhim 💙 namobudhay 💙
Baudh ne jaativad felaya
Hindu akta jindabaad hindu rashtra jindabaad
हमारे देश के नेता जब भी विदेश यात्रा पर जाते हैं तो फिर क्यों कहते हैं कि हम बुद्ध के देश से आए हैं l
उनको मालूम है भारत का सही इतिहास, हम लोग को ही आपस मे लड़ाते है
@KumarprinceRaj-g1l ज़ी इतना क्यों भड़क रहे हो,
@KumarprinceRaj-g1l जी गीता एक ग्रन्थ के रूप मे दी गई है ये नहीं कहाँ की हम भगवान राम और कृष्ण के देश से आये है
@@virendrakumarsinghsingh3082गीता ग्रंथ के रूप में ही होती है अकल के अंधे 😂😂
सावरकर ने छह बार अंग्रेजों से लिखित माफी मांगी थी, तो ये माफी मांगना इस माफीवीर की किस तरह का शूरवीरता था।
Baudh Dharm Adhura Dharm hai❤❤❤❤
अंग्रे ज़ो से पेंशन लेने वाला माफ़ीवीर ✅
अंग्रेजो के यहां जाकर उनके रहमो कर्म पर जिंदा रहकर पढ़ने बाला अर्थशास्त्री क्या कहलाएगा
@@Gktapuxyz क्या कहलायेगा तू बता दो ??
@ramkumar-qm5el तू बोलकर तूने अपनी जात बता दी और तेरे संस्कार देने वाले को यही इज्जत मिलती होगी तेरे यहां
@@ManjariRao-je7un
अंग्रेजो से पेंशन तो गांधी भी लेता था
@@Gktapuxyz मनुवादी को इज्जत नहीं लात मिलेगी | यही इनकी हैसियत है जो मनुवाद कि बात करेगा वो तू ही सुनेगा
भारत का पतन तभी शुरू हो गया था जब महान चक्रवर्ती सम्राट अशोक अपने राजधर्म का कर्त्तव्य को त्यागकर बौद्ध धर्म को अपना लिया था। इसलिए कह सकते हैं कि भारत के पतन का कारण अशोक था।
ये ज्ञानी कुछ अधिक ज्ञान बांट रहा है सम्राट चन्द्र गुप्त एवं उनके पूर्व के सासक किस मत के अनुयायी थे बौद्ध धर्म के अनुयायी तो बिल्कुल नहीं थे। उस समय भारत संपूर्ण विश्व में सोने की चिड़िया कहलाता था। सम्राट अशोक के बौद्ध धर्म अपनाने के तीसरी पीढ़ी से ही संकट सुरू हो गया था। दसवीं सताब्दी से ही मुस्लिम आक्रान्ताओं ने बौद्ध मठों एवं विहारों को तोड़ना सुरू कर दिया था। गलत जानकारी देकर भ्रम फैलाना बंद करें।
आप का विश्लेषण बिल्कुल निश्पच है सावरकर लोकतंत्र व समानता के विरोधी थे सामंतवाद के समर्थक थे देस में मनुस्मृति लागू करने की पूरी कोशिश की देस को आजाद होने में कोई भूमिका नहीं निभाई अंग्रेजों से मिलकर देस वाशियो से बहुत गद्दारी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी आप को नमन
जब बौद्ध धर्म था तब भारत सोने की चिड़िया होती थी।और मुझे लगता है की बौद्ध धर्म अपनाकर चीन जापान और कोरिया आज मजबूत हैं।
Jakar dekh le chin me baudh dharm manne vale tibetiyo ke sath kya hua😂😂😂😂😂😂😂
Unhone sanatan dharm ke kitane pustak churaye hai o khoj jake pehale
राजशाही मे जो राजा ताकतवर होता था वह राज करता था लेकिन जनता गुलाम नही थी
नमस्कार! 🙏
Hamara Atit Sir ! 😊
हमारा ग्यान वर्धन के लिए, 🧠😇
ह्रदय से आभारी हूँ अपने परिवार के साथ! ❤💐
Hindu. Videshi Dharam hai. Hum 🇮🇳Bhartiyo ka asli dhram. Buddh hi hai. 🙏🙏
Hindu naam ka dharm hi nahi, ye to gaali hai.
Vedic devi devta seriai hain
Sahi kaha. Hindu ka DNA bhi Videshi hai.
@KumarprinceRaj-g1l wah Mukhputra videshi Eurasian Brahman
Bharat me Sikh, Jain, bhi rehte he toh bharat buddh desh kab se huwa? Hindu geographical idenity he panth identity nahi isiliye HinduRashtra sahi he. Aryan-invasion toh debunk ho chuka he. toh Hindu Dharm bahar se kaise aaya? Hindu grantho me likhi gayi textual evidence 7000, 10,000, 20,000 saal + peeche jati he. colonialists, marxists, communist, miltant atheists, woke ye sab milke anmol gyan aur bhartiya sanskriti ko nast karna chahte he Hindu dharm ko demonise karke logo ko brainwash karke. Himalay aur Hind sagar ke beech me ki boomi me rehne wale moolniwasi adiwasiyo ko bhi Hindu kehte he. vedo ko bhi likhne wale rishi muni vanwasi, pahadi, nagarwasi, coastal tribes aur anya tribes hi he. islam aur christianity ko chod ke bhar se koi nahi aaya he.
सर आप महान है इस किताब से ही आज देश में जहर भरा जा रहा है हम आपकी हर विडियो देखता हूं
माफी चाहता हूं कि चैनल का सदस्यता नहीं ले पा रहा हूं
हम तीन चार चनैल देखते हैं
पहले आप का उसके बाद में सांइस जर्नी सर का नेशनल वल्ड आप और साइंस जर्नी सर एक ही जैसे विडियो बनाते हैं
फर्क बस इतना है कि सांइस जर्नी सर डिबेट करते हैं आप सरलता से समझाते हैं जो नहीं समझता है उसे सांइस जर्नी सर गोबर गौ मूत्र से समझाते हैं
आप दोनों विद्वानों को सादर जय भीम 🙏🙏🙏
Mahamurkh Insan Jo Bina soche samjhe koi bhi baten karte Hain
very informative❤❤❤
माफी वीर सावरकर
बोद्ध धम्म की विशेषता एवं सावरकर की बोद्ध धम्म के प्रति नफ़रत की असलियत को उजागर करने के लिए साधुवाद।
Agar budh dharm itna bura tha to Japan Korea Thailand China Vietnam Cambodia etc desho me kyo budhism fal ful raha
🎉❤🎉❤🎉 बुद्धम नमामि धम्मनमामि संघम नमामि 🎉❤🎉 712 से देश के साथ गद्दारी हो रहीहै आज भी यही लोग कर रहे हैं गद्दारी देशके साथ
भगवान विष्णु जी के नवम अवतार भगवान बुद्धजी हैं भगवान बुद्ध जी सनातनी हिंदू हैं सभी हिंदुओं को आजीवन भगवान बुद्ध जी भगवान राम जी भगवान कृष्ण जी भगवान शिव जी माता दुर्गा जी हनुमान जी गणेश जी की पूजा करनी चाहिए हिंदू बौद्ध जैन और सिख लोग भारतीय सनातनी हिंदू हैं हम सभी एक समान हिंदू हैं जय हिंदू राष्ट्र जय सनातन धर्म जय काशी विश्वनाथ हर हर महादेव
Tu nich brahman he
महाशय आपने सत्य से अवगत कराया और सावरकर की थोडी दलील को सटीक उदाहरणो से खंडित किया,इसके लिए कोटि-कोटि धन्यवाद।
इस वीडियो से ये पता चलता है कि माफीवीर सावरकर उस समय भी ह्वाट्सएप युनिवर्सिटी चलाता था। 🙏☸️🙏
Mafi Veer
सावरकर पर एक रियल वीडियो बनाएं
nhi, mafiveer does not deserve it.
@@amourfrance278 France wale tera bhartiya vishay me kya kaam he?
मुगलों को बेटियां देने वाले और अंग्रेजों के लिए मुखबिरी करने वाले भारतीय रियासत वाले।।। ए गए हैं इतिहास पर अपनी समझ देने वाले😂😂😂
कितनी भी नफरत करो फिर भी हम बुद्धिष्ट ही रहेंगे ❤❤❤❤😂 नमो बुद्धाय
जय भीम जय भारत नमो बोध विदेशी लोग हमेसा से देश को दुख दिया है जय भीम
हिंदू तो कभी समुद्र नहीं पार कर पाऐ लेकिन बौद्ध धम्म पूरी दुनिया में फैल गया। बौद्ध जापानी ने अंडमान निकोबार द्वीपसमूह को स्वतंत्र करा लिया। आज विश्व में बौद्ध देशों का दबदबा है अनेक देशों की, जिनमें भारत भी शामिल है अर्थव्यवस्था बौद्ध देशों पर निर्भर है।
हर क्षेत्र में भ्रम फैलाना, और प्रजा को मुर्ख बनाना सावरकर जेसे लोगों का पिछले 250 वर्ष से काम रहा है
Namo Buddhaye 🙏🙏🙏🙏
स्पीक विश्लेषण किया है
सावरकर जैसा व्यक्ति कभी महान नहीं कहा जा सकता है
तुम्हारा अतीत ही बौद्ध मय, महान विद्वान!😅
बुद्ध को और उसके ज्ञान के अलावा सारी बकचोदी करते वर्तमान बोद्ध 😂😂
Dhanyawad to Prashant Singh and your team. You have been working in Indian history as true as it could be... And educating peoples to know their history.
किसी को कोई नफरत नही है, यह सच है कि बौद्ध मत के बिगाड़ ने ही भारत में गुलामी की जडों को रोपा था
बहुत शानदार आलोचना।खरी खरी बातें।
वीर सावरकर जी एक महान विद्वान स्वतंत्रता सेनानी थें।❤
डॉ अम्बेडकर जी इन्हें अपनी पुस्तक में सावरकर जी की बहुत सराहना करते हैं।❤
Ye video wala bahut jhhothh bol rha h report karo sab iske channel ki ....veer savarkar ek mahan,sahsi or budhhimaan vyakti the 🙏🙏🙏🚩🔱🕉🇮🇳
Dolge admi baba saheb ki photo laga ke ambedkar ko manwale mhi jaoge😂
Dr Ambedkar savarkar ka confuse samjhte the savarkar ki pet mai narak hai thik se pad lo
Only mafiveer bolo
Namo Buddhay Jai Bhim Jai samvidhan Jai Shivray 🙏
अहिंदू म्हणून इंद्रपद जरी मिळाले तरी शेवटचा हिंदू म्हणून मी मरेल 😊... स्वातंत्रवीर विनायक दामोदर सावरकर ❤... जय श्री राम जय जय राम कृष्ण हरी माऊली ❤
मफिविर😂
एक तो सावरकर विदेशी
दुसरा इंग्रज से पेन्शन लेणे वाला
तिसरा माफिविर
फिर 6 नंबर.
"Light of Asia"
Yah hindu dharm ka Hi Ek Ang hai❤❤❤❤❤
Bahut badiya jankari ❤ prasant Singh and team' 🔥🙏💙
बुद्धू धर्म के कारण भारत वर्ष का पतन हुआ
भारत को सोने की चिड़िया बनाने वाला बोद्ध धर्म था।
@@UdaySingh-d8r कुछ भी
सोना बनाने का फॉर्मूला था क्या
सावरकर एक चित्पावन ब्राह्मण थे ,पेशवाओं के पहले ये ब्राह्मण नहीं थे ,इन्हें महाराष्ट्र के कॉलम इलाक़े में शनिवार तेली कहा जाता था ,जो इज़राइल के तेल विवा शहर से भारत आये थे ,ये शनिवार तेली भारतीय तेली से अलग थे . इसी याद में शनिवार वाडा पूना में है
Bhaia ye point acha lga ispe kuch or btaiye.koi book ho to suggest kre
Bhaia ye point acha lga ispe kuch or btaiye.koi book ho to suggest kre
धनयवाद वेदीक धरम कोइ धरम नही ह यह जात पात उंच नीच की जड़ य धरम जब तक रहेगा लोग एक दूसरे के दूशमन ही रहेगे कयोकी वो टाइम अलग था अब टाइम अलग ह ओर ये लोग उस टाइम मे वापस लेजाना चाहते ह महायान के धम रक्षक देवता ओर बाहर से आये आकरमणकरी यो के साथ आये ऋग्वेदीक देवता+महान इनसान को मीलाकर कथाए बनादी मीथया चमतकार जोड़ कर लोगो ने रोजी रोटी कमाने का तरीका अपनाया ह वरण वयसथा बनाकर लोगो को गूलाम बनाकर एसोआराम करने के लीय लोगो पर वरण वयसथा बनाकर करम थोपा गया ह ओर आज भी जीस तरह सता म रहने वाले अधिकारी अगर पाखंड के साथ होगा तो वेसा ही होगा जीस तरह राजा एक वरग के साथ मीलकर वरण वयसथा ओर धरम के सहारे लोगो को गूलाम बनाकर हूकूमत करते रहे
Namo Buddhay ❤❤❤
मानवता की हत्या ही धर्म हो तो बौद्ध धर्म के विषय में यह कहना सही है। बौद्ध धर्म था तब हिन्दू नहीं 85 लोग बौद्ध थे किसी प्रकार की गुलामी नहीं थी।
Vinayak Damodar Sawarkar ko bahut_ bahut dhanyawad
तथ्यहीन विचार है, बिना साक्ष्यों के आधार हीन विचार।
सावरकर बुद्धी मान थे?लेकिन ब्राम्हण को श्रेष्ठ बनाना उनका ध्येय था.
❤🎉 बौद्ध कोई धर्म नहीं एक विचार धारा है जो लोगों को मानवता का उपयोग करने की बात कहता ।दूसरा वैदिक धर्म जो ईश्वर वाद पर आधारित है।😢😮जो लोगों को किसी खास को भगवान मानकर उसकी पूजा अर्चना करने कहता है,जिसका कोई अस्तित्व ही नहीं है।😢😮किसी ऐसे की पूजा अर्चना करने से कुछ नहीं होगा जो है ही नहीं।प्रकृति भी अपने हिसाब से चलती है।वह किसी के कहने पर कोई बदलाव नहीं करती है।🎉😢
सावरकर आप और आपका समाज दोनों ही ना ही तो कभी समाज का और ना ही कभी भारत का भला सोचा शिवाय अपने भले के लिए देश को गुलाम बना दिया
भारत का इतिहास वेदों के साथ, बुद्ध, महावीर , नानक के शुभ स्मरण के सिवा अपूर्ण है।
सर आप ने इस किताब की सही आलोचना की और ये आप जेसे योग्य शिक्षक ही कर सकते हैं।
सटीक जानकारी प्राप्त हुई ❤🎉😊
सावरकर ये मनूवादी विचार के है
@@harishkhandare3129 जैसे तुम जैसे लोगों को भीम ने मुफ्त की एस्पेसल पावर दे दी। Theek उसी तरह
Goutam Buddha ji jindabad Ravidas ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Brahmans can not be intellectuals they are class conscious , .....Dr Ambedkar
भारत में अगर बौद्ध धर्म होता तो भारत सोने की चिड़िया कहलाता😮
Nice information. Very good.🙏🌹
भारत बुद्ध का देश था है और रहेगा भले ही देर से ही सही
कुल मिलाकर ऐसा लग रहा है कि सावरकर ने अपने उद्देश्य को स्थापित करने के लिए झूठ और भ्रम का सहारा लिया है!
सावरकर का हिन्दु धर्म इतना आच्छा था तो विश्व मे बढा क्यू नही ये कभी सनातन कहते है कभी हिन्दुधर्म कहते कभी वैदिक धर्म कहते है जीस देशने बौध्द धम्म का स्विकार किया है ओ अभी प्रगतीशील है
Aapko bahut bahut dhanyvad.. s chacha I ko batane ke liye…🙏
धन्यवाद...गुरूवर्यजी...आप देशके जनता के लिये बहोत बढिया कार्य कर रहे हो आपका धन्यवाद...
जय हिंद सर l 🇮🇳🇮🇳🇮🇳 जय भीम ll
🙏
Bodh Dharm is based on humanity, nature, Against superstitious, logical, reality, etc. That's why people get attracting.
बहुत शानदार 🌹
I heard the same point that Buddhist kings attacked others to forcefully spread their religion, I asked where did you get this info ,they were not sure. now I know where is it coming from
सर आप जैसा निष्पक्ष, सच्चा इतिहासकार, ईमानदार और विद्वान इस समय कोई नहीं, आपको सैल्यूट, सर आप बताइए जितने लोगों को भगवान की उपाधि मिली या भगवान कहलाए वो सभी क्षत्रिय हुए हैं, ब्राह्मण क्यों नही क्योंकि क्षत्रिय मूलरूप से न्यायप्रिय होते हैं और सही बात करते हैं
Kshatriya matlab rajput nahi Kshatriya matlab bhartiya.
જય ભીમ.બોલાવેછેતો.જય.બુદધાય.કહો.ને.ચમાર.બોલતા.બંધકરો.એકરાવવુજોઈએ.તોજ.આગળજશે.માનવતો.આખી.દુનીયામાછે.પણ.કાષ્ટ.જ.મા.ફાડીનાખેછે.શમૅનથી.પણબધાને.સામે.અંહંકારકરેછેએ..એકદમ.ખોટુજછે.
जब नालंदा विश्वविद्यालय जलाया गया तब... उस क्षेत्र में किसका शासन था..? किसी को जानकारी है...
@KumarprinceRaj.. ghante ka Sanatan samiksha 😂😂 .. tanatani din bhar jhoot bolte h
@@aadityasingh7808aur teri jaat teri coment se pata chalti hai 😂