वरिष्ठ साहित्यकार - राजेन्द्र टॉकी से बातचीत || अशोक भाटिया

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  • เผยแพร่เมื่อ 1 ก.พ. 2025

ความคิดเห็น • 11

  • @sudershanratnakar5278
    @sudershanratnakar5278 15 วันที่ผ่านมา +1

    बहुत सुंदर, ज्ञानवर्धक सारगर्भित साक्षात्कार।बधाई

  • @vibharashmi2111
    @vibharashmi2111 15 วันที่ผ่านมา +1

    बहुत सार्थक चर्चा ।

  • @brahamduttsharma2046
    @brahamduttsharma2046 15 วันที่ผ่านมา +1

    बहुत बढ़िया

  • @Deepak_Vohra
    @Deepak_Vohra 16 วันที่ผ่านมา +1

    ❤❤❤❤❤

  • @bhupindersingh2832
    @bhupindersingh2832 14 วันที่ผ่านมา

    बहुत सराहनीय प्रयास, ज्ञानवर्धक जानकारी।
    पुरातन साहित्य के साथ छेड़छाड़ व मिलावट की बहुत सारी घटनाएँ हैं, जिन्हें आप जैसे जानकर गहरी खोज से उजागर करने का प्रयास कर रहे हैं।

  • @BharatBhagyaVidhata-
    @BharatBhagyaVidhata- 15 วันที่ผ่านมา +1

    Bahut badhiya ji

  • @Mehtasham
    @Mehtasham 14 วันที่ผ่านมา

    सार्थक और समर्थ चर्चा। 🌹

  • @baldevmehrok
    @baldevmehrok 15 วันที่ผ่านมา

    आपके इस वीडियो में विविध प्रकार की जानकारी मिली जो लगभग हमें बहुत सेलोगों को नहीं पता है। स्वामी विवेक विवेकानंद के बारे में जानकारी मिली के किस तरह वे हिंदू धर्म की कुछ कमियों को दूर करना चाहते थे। श्रद्धाराम फिलौरी द्वारा रचित आरती के बारे में भी बहुत बढ़िया जानकारी प्राप्त हुई

  • @shobhanashyam4515
    @shobhanashyam4515 9 วันที่ผ่านมา

    बहुत दिलचस्प वार्ता

  • @radhadikshitdamodar
    @radhadikshitdamodar 4 วันที่ผ่านมา

    सार्थक साक्षात्कार !

  • @shobhanashyam4515
    @shobhanashyam4515 9 วันที่ผ่านมา

    मुझे लगता है कि इस बात को सरकार के सहयोग से टीवी रेडियों के माध्यम से आम जनता तक पहुंचना चाहिए , की कहत शिवानंद स्वामी पंक्ति हटानी चाहिए।