पावरफुल सतगुरु रामपाल जी महाराज जी का कार्य बहुत ही सराहनीय है इसके लिए पूज्य जगतगुरू तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के चरण कमलों में कोटि कोटि दंडवत प्रणाम
समाज में व्यापक कुरीतियों और बढ़ रहे सामाजिक अपराधों से छुटकारा पाने के लिए हमें तत्वज्ञान की आवश्यकता है और ऐसा ही ज्ञान देने वाले जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज का 17 फरवरी को बोध दिवस है।
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य भारत को सोने की चिड़िया बनाने का है। जहाँ सर्व धर्म, जाति के लोग प्रेम, भाईचारे के साथ रहें, जहाँ सभी सुखी रहें, सबको समान न्याय मिले, जहाँ किसी का शोषण न हो।
बेटा बेटी एक समान’ इस नारे को यथार्थता के धरातल पर स्थापित करना संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है। इसी कारण उन्होंने दहेज जैसी प्रथा का समूलनाश करने के लिए विवाह की सादगीपूर्ण विधि समाज को दी है।
संत रामपाल जी महाराज वर्तमान में विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं। इन्हीं के अध्यात्मिक ज्ञान से पूरे विश्व में शांति होगी। 17 फरवरी 1988 को उनको नाम उपदेश प्राप्त हुआ था। तब से लेकर अब तक उन्होंने करोड़ों लोगों को विकारों से मुक्त कर मोक्ष की राह दिखाई।
नास्त्रेदमस ने भविष्यवाणी की है कि ठहरो स्वर्ण युग आ रहा है। एक महापुरुष आध्यात्मिक ज्ञान से पूरे विश्व मे शांति लायेगा। जिसके नेतृत्व में भारत विश्व गुरु बनेगा। वह महापुरुष संत रामपाल जी महाराज जी हैं जिनके बोध दिवस के उपलक्ष्य में और कबीर परमेश्वर जी के निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में 17 -20 फरवरी को 10 सतलोक आश्रमों में चार दिवसीय निःशुल्क विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है।
समाज सुधारक संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में व कबीर परमेश्वर जी के निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में 17-20 फरवरी को 10 सतलोक आश्रमों में संत गरीबदास जी महाराज की अमरवाणी का खुला पाठ, शुद्ध देशी घी से निर्मित विशाल भंडारा, रक्तदान शिविर, नशामुक्त कार्यक्रम, दहेजमुक्त विवाह जैसे अद्भुत समाज सेवी कार्यक्रम चल रहे हैं। इस महासमागम के अवसर पर आप सभी सादर आमंत्रित हैं। 17th February 1988
अब किसी भी पिता के लिए अपना बेटी बोझ नहीं। क्योंकि संत रामपाल जी महाराज जी के आध्यात्मिक तत्वज्ञान द्वारा समाज में फैली कुरीतियों का हो रहा है खात्मा और समाज में यूवा पीढ़ियां कर रहे हैं दहेज मुक्त विवाह।
आदरणीय धर्मदास जी ने बताया कि जब परमेश्वर कबीर जी मगहर से सशरीर सतलोक गये तब हिन्दू मुसलमान आपस में कबीर साहेब के शरीर का अपनी धार्मिक रीति से अंतिम संस्कार करने के लिए लड़ने को तैयार थे लेकिन उन्हें वहां कबीर साहिब जी का शरीर नहीं मिला अर्थात कबीर साहिब अविनाशी परमेश्वर हैं। आज मोहे दर्शन दियो जी कबीर। हिन्दू के तुम देव कहाये, मुसलमान के पीर। दोनों दीन का झगड़ा छिड़ गया, टोहे ना पाये शरीर।।
जब पृथ्वी पर पापियों का एक छत्र साम्राज्य हो जाता है तब भगवान पृथ्वी पर अवतरित होते हैं। वर्तमान में परमात्मा संत रामपाल जी महाराज के रूप में अवतरित हुए हैं।
परमेश्वर कबीर साहिब जी सन 1398 में सशरीर प्रकट हुए थे और सन 1518 में सशरीर सतलोक गए थे। न कबीर परमात्मा का जन्म होता न ही मृत्यु। कबीर परमात्मा अविनाशी हैं। चारों युगों में सशरीर आते हैं।
17 फरवरी को उस महापुरुष का बोध दिवस है जिन्होंने दहेज मुक्त, नशा मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त समाज तथा विश्व शांति का बीड़ा उठाया है। विश्व कल्याण के लिये प्रकट वह महापुरुष जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी हैं।
17 फरवरी को उस महापुरुष का बोध दिवस है जिन्होंने दहेज मुक्त, नशा मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त समाज तथा विश्व शांति का बीड़ा उठाया है। विश्व कल्याण के लिये प्रकट वह महापुरुष जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी हैं। 6Days Left For Bodh Diwas
कबीर साहेब मगहर से सशरीर सतलोक गये। कीन्हा मगहर पियाना सतगुरु, कीन्हा मगहर पियाना हो। दोनो दीन चले संग जाके, हिन्दू-मुसलमाना हो।। माघ महीना शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी वि.सं.1575 सन् 1518 को अविनाशी परमात्मा कबीर साहेब मगहर से सशरीर सतलोक गये। उनके शरीर के स्थान पर केवल सुगन्धित पुष्प मिले थे।
💰संत रामपाल जी महाराज द्वारा चलाई गई दहेज मुक्त समाज की मुहिम से आज लाखों बेटियां शांतिपूर्वक सुखी जीवन जी रही हैं। और पहले जो बेटियों की भ्रूण हत्या होती थी वह समाप्त हो रही है संत रामपाल जी महाराज के प्रयास से आप समाज में बेटा बेटी का अंतर समाप्त हो रहा है। अब बेटी बोझ नहीं।
नशामुक्ति और दहेजमुक्ति जैसे वे सभी कार्य जो न सरकार कर सकी, न कोई कानून, न कोई धार्मिक संस्था कर सकी, न कोई अन्य समाज सुधारक यह कार्य तो केवल संत रामपाल जी महाराज ने अपने तत्वज्ञान से किया।
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य कार्यप्रणाली से भ्रष्टाचार खत्म करना। दहेज जैसी कुप्रथा को समाप्त करना। जातिवाद (जात पात) के भेदभाव को मिटाना। छुआछूत जैसी सामाजिक बुराई को समाप्त करना। धार्मिक भेदभाव खत्म करना। सांप्रदायिक झगड़े समाप्त करना। ब्याज लेना व देना समाप्त करना
Kas esa pura sansar karta to samaj mai kitna aachha hota pure manav samaj dahej free ho jata sant rampal ji maharaj ke dowara chalie gai es aabhiya se pure samaj mai bahut aachha information ja raha hai ❤❤
मनुष्य जीवन में महत्वपूर्ण दिन वह है जब सतगुरु मिल जाते हैं। उससे पहले का जीवन निरर्थक होता है। 17 फरवरी 1988 के दिन संत रामपाल जी महाराज जी ने नाम दीक्षा ली और कुछ वर्ष बाद अपने पूज्य गुरुदेव से नाम दीक्षा देने का आदेश पाकर करोड़ों लोगों का मार्गदर्शन किया। इसी दिन को बोध दिवस के रूप में मनाया जाता है।
💰एक तरफ जहां दहेज की मांग पूरी करने में असमर्थ पिता आत्महत्या कर लेता है वहीं परम संत रामपाल जी महाराज जी दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म करते हुए एक सबसे बड़े समाज सुधारक की भूमिका निभा रहे हैं। संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायी कर रहे हैं 17 मिनट में दहेज मुक्त विवाह अथवा रमैनी। जिससे अब माता पिता के ऊपर बेटी बोझ नहीं बनती।
बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर भक्तों ने किया रक्तदान।
संत रामपाल जी महाराज अद्वितीय कल्याणकारी विचारधारा के सच्चे समाजसुधारक संत हैं।
संत रामपाल जी महाराज के 10 सतलोक आश्रमों में हुआ रक्त दान। बोध दिवस व निर्वाण दिवस स पर भक्तों ने किया रक्तदान।
संत रामपाल जी महाराज जी दहेज मुक्त समाज का निर्माण कर रहे हैं
संत रामपाल जी महाराज जी का है ये सपना
दहेज मुक्त हो भारत अपना
पावरफुल सतगुरु रामपाल जी महाराज जी का कार्य बहुत ही सराहनीय है इसके लिए पूज्य जगतगुरू तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के चरण कमलों में कोटि कोटि दंडवत प्रणाम
Sat saheb ji 🌷🌷🌷🙏🙏🙏
बहुत ही अद्भुत कार्य कर रहे हैं। Saint Rampal Ji Maharaj ke follower
जय हो सतगुरु की , अदभुत विवाह की आइडिया
समाज में व्यापक कुरीतियों और बढ़ रहे सामाजिक अपराधों से छुटकारा पाने के लिए हमें तत्वज्ञान की आवश्यकता है और ऐसा ही ज्ञान देने वाले जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज का 17 फरवरी को बोध दिवस है।
संत रामपाल जी महाराज ही समाज में फैल रही कुरितियाओं को समाप्त कर रहे हैं।
Bandi chhod satguru Rampal Ji bhagwan ji ki jai ho 🙏🙏🙇🙇🙏🙏
Sant rampal ji maharaj bahut achha kam kar rahe h beti ke liye 🙏🙏🙏🙏
बहुत ही सुन्दर विडियो, ऐसा तो हर किसी को करना चाहिए, बहुत अच्छी शिक्षा है , संत रामपाल जी महाराज जी की, जो इनके अनुयाई इनके कहने पे चलते है।
True spiritual knowledge of sant Rampal ji maharaj
संत रामपाल जी महाराज है सुप्रीम पावर है सुप्रीम गोद है सुप्रीम अल्लाह है सुप्रीम वाहेगुरु है
❤❤❤❤❤❤ bandi chchod satguru rampal jee bhagwan jee ki Jai ho sat Saheb guru jee ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
मात पिता मिल जायेगें लख चौरासी माहीं।
सतगुरू सेवा और बंदगी ये फेर मिलन की नाही। ।
Wonderful ✨✨
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य भारत को सोने की चिड़िया बनाने का है। जहाँ सर्व धर्म, जाति के लोग प्रेम, भाईचारे के साथ रहें, जहाँ सभी सुखी रहें, सबको समान न्याय मिले, जहाँ किसी का शोषण न हो।
बेटा बेटी एक समान’ इस नारे को यथार्थता के धरातल पर स्थापित करना संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है। इसी कारण उन्होंने दहेज जैसी प्रथा का समूलनाश करने के लिए विवाह की सादगीपूर्ण विधि समाज को दी है।
बहुत ही अच्छा ज्ञान
Sat sahib ji 🙏🏵️
संत रामपाल जी महाराज वर्तमान में विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं। इन्हीं के अध्यात्मिक ज्ञान से पूरे विश्व में शांति होगी।
17 फरवरी 1988 को उनको नाम उपदेश प्राप्त हुआ था। तब से लेकर अब तक उन्होंने करोड़ों लोगों को विकारों से मुक्त कर मोक्ष की राह दिखाई।
नास्त्रेदमस ने भविष्यवाणी की है कि ठहरो स्वर्ण युग आ रहा है। एक महापुरुष आध्यात्मिक ज्ञान से पूरे विश्व मे शांति लायेगा। जिसके नेतृत्व में भारत विश्व गुरु बनेगा। वह महापुरुष संत रामपाल जी महाराज जी हैं जिनके बोध दिवस के उपलक्ष्य में और कबीर परमेश्वर जी के निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में 17 -20 फरवरी को 10 सतलोक आश्रमों में चार दिवसीय निःशुल्क विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है।
true Guru your are God samagam 🙏🙏🙇♂️🙇♂️
Jagatguru Tavtdarshi Sant Rampal Ji Bhagavan Ji Ki Jay Ho 🙏🌹
दहेज मुक्त विवाह बहुत ही सराहनीय कार्य है
अनमोल ज्ञान
Amazing news
समाज सुधारक संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में व कबीर परमेश्वर जी के निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में 17-20 फरवरी को 10 सतलोक आश्रमों में संत गरीबदास जी महाराज की अमरवाणी का खुला पाठ, शुद्ध देशी घी से निर्मित विशाल भंडारा, रक्तदान शिविर, नशामुक्त कार्यक्रम, दहेजमुक्त विवाह जैसे अद्भुत समाज सेवी कार्यक्रम चल रहे हैं। इस महासमागम के अवसर पर आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
17th February 1988
Bahut achi Vedio
संत रामपाल जी महाराज जी
अपने शास्त्र प्रमाणित ज्ञान के दम पर दहेज प्रथा ही नहीं, अन्य सैकड़ों कुप्रथाओं को मिटाने का कार्य कर रहे हैं।
बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर भक्तों ने किया रक्तदान।
संत रामपाल जी महाराज अद्वितीय कल्याणकारी विचारधारा के सच्चे समाजसुधारक
देह दान करने से मनुष्य को नया जीवन मिलता है
🙏🌹बोध दिवस और कबीर परमात्मा निर्वाण दिवस पर दहेज मुक्त विवाह हुए ।,🙏🌹
कबीर सुमिरन सों मन लाईए जैसे पानी मीन
प्राण तजे पल बिसरे साहेब कबीर कह दीन
The followers of Sant Rampal Ji Maharaj are giving a very good message regarding the dowry system.
Amazing👍👍
रक्तदान महादान
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज सानिध्य में बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर हुये विशेष समागम में हजारों यूनिट रक्त दान हुआ।
Great True Spiritual Knowledge in the world 🌍
Kabir is Supreme God 🙏🙏
आलौकिक विवाह
Amazing
अब किसी भी पिता के लिए अपना बेटी बोझ नहीं। क्योंकि संत रामपाल जी महाराज जी के आध्यात्मिक तत्वज्ञान द्वारा समाज में फैली कुरीतियों का हो रहा है खात्मा और समाज में यूवा पीढ़ियां कर रहे हैं दहेज मुक्त विवाह।
Very good 👍👍👍👍😊
Sirf Sant Rampal Ji Maharaj hi dahej rupi kuriti ko bharat se purn rup se nasht kar sakte Hain 🙏❣️
ऐसी परम संत रामपाल जी महाराज जी की चरणों में कोटि कोटि दंडवत प्रणाम 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
आदरणीय धर्मदास जी ने बताया कि जब परमेश्वर कबीर जी मगहर से सशरीर सतलोक गये तब हिन्दू मुसलमान आपस में कबीर साहेब के शरीर का अपनी धार्मिक रीति से अंतिम संस्कार करने के लिए लड़ने को तैयार थे लेकिन उन्हें वहां कबीर साहिब जी का शरीर नहीं मिला अर्थात कबीर साहिब अविनाशी परमेश्वर हैं।
आज मोहे दर्शन दियो जी कबीर।
हिन्दू के तुम देव कहाये, मुसलमान के पीर।
दोनों दीन का झगड़ा छिड़ गया, टोहे ना पाये शरीर।।
जब पृथ्वी पर पापियों का एक छत्र साम्राज्य हो जाता है तब भगवान पृथ्वी पर अवतरित होते हैं। वर्तमान में परमात्मा संत रामपाल जी महाराज के रूप में अवतरित हुए हैं।
परमेश्वर कबीर साहिब जी सन 1398 में सशरीर प्रकट हुए थे और सन 1518 में सशरीर सतलोक गए थे।
न कबीर परमात्मा का जन्म होता न ही मृत्यु। कबीर परमात्मा अविनाशी हैं। चारों युगों में सशरीर आते हैं।
बहुत ही बढ़िया ज्ञान वेदों से प्रमाणित है संत रामपाल जी महाराज का
यह तो बहुत बढ़िया शादी है
SA news ka bahut-bahut dhanywad. Sat saheb ji ❤❤❤❤❤
अच्छि शादी
True गुरु संत रामपाल जी महाराज है पूरी दुनिया में
गरीब जल थल पृथ्वी गगन में बाहर भीतर एक।
पूर्ण ब्रह्म कबीर है अविगत पुरुष अलेख।।
True Guru sant rampal ji maharaj
Jai ho
बंदी छोड़ तत्वदशी संत रामपाल जी महाराज की चरणों में कोटि कोटि डंडवत पणाम
17 फरवरी को उस महापुरुष का बोध दिवस है जिन्होंने दहेज मुक्त, नशा मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त समाज तथा विश्व शांति का बीड़ा उठाया है। विश्व कल्याण के लिये प्रकट वह महापुरुष जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी हैं।
⛑️ बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में सम्पन्न हुए रक्तदान शिविर, बने चर्चा का विषय
Sat Saheb ji 🙏🙏🙏🙏
सत साहेब जी🙏
Very beautiful ❤❤❤❤ कार्य
Jai bandi chhor ki... very nice 👌
Dowry Free India'
Spiritualleader Sant Rampal ji maharaj
जय हो बंदी छोड़ की
ऐसा निर्मल ज्ञान है निर्मल करे शरीर, और ज्ञान मंडलीक है चकवे ज्ञान कबीर।।
Very Good Information
Bodh diwas par Sant Rampal Ji maharaj ji ke ashram main huye dahez mukt vivah sat Saheb ji
❤❤ Very nice ❤❤
Awesome
Nice rameni
तीन देव कमल दल बसे ब्रह्मा विष्णु महेश प्रथम उनकी वंदना सुन सतगुरु उपदेश।।🙏🙏🙏❤️❤️❤️🙇🏻🙇🏻🙇🏻
17 फरवरी को उस महापुरुष का बोध दिवस है जिन्होंने दहेज मुक्त, नशा मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त समाज तथा विश्व शांति का बीड़ा उठाया है। विश्व कल्याण के लिये प्रकट वह महापुरुष जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी हैं।
6Days Left For Bodh Diwas
Very nice post
अमृत ज्ञान परमात्मा का
संत रामपाल जी महाराज के सनिग्ध में दहेज मुक्त शादियां कराते हैं और स्वच्छ समाज सुधार हो रहा है
Nice post
दहेज प्रथा जड़ से खत्म होना चाहिए।
Sampuran gyan hai
So amazing 😍
दहेज मुक्त विवाह
कबीर, गुरु बड़े हैं गोविन्द से, मन में देख विचार।
हरि सुमरे सो वारि है, गुरु सुमरे होय पार।।
कबीर साहेब मगहर से सशरीर सतलोक गये।
कीन्हा मगहर पियाना सतगुरु, कीन्हा मगहर पियाना हो।
दोनो दीन चले संग जाके, हिन्दू-मुसलमाना हो।।
माघ महीना शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी वि.सं.1575 सन् 1518 को अविनाशी परमात्मा कबीर साहेब मगहर से सशरीर सतलोक गये। उनके शरीर के स्थान पर केवल सुगन्धित पुष्प मिले थे।
Sat guru Rampal Maharaj Ji Kabir rup maiaai hai
Satlokasram samli up
💰संत रामपाल जी महाराज द्वारा चलाई गई दहेज मुक्त समाज की मुहिम से आज लाखों बेटियां शांतिपूर्वक सुखी जीवन जी रही हैं। और पहले जो बेटियों की भ्रूण हत्या होती थी वह समाप्त हो रही है संत रामपाल जी महाराज के प्रयास से आप समाज में बेटा बेटी का अंतर समाप्त हो रहा है।
अब बेटी बोझ नहीं।
नशामुक्ति और दहेजमुक्ति जैसे वे सभी कार्य जो न सरकार कर सकी, न कोई कानून, न कोई धार्मिक संस्था कर सकी, न कोई अन्य समाज सुधारक यह कार्य तो केवल संत रामपाल जी महाराज ने अपने तत्वज्ञान से किया।
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य कार्यप्रणाली से भ्रष्टाचार खत्म करना।
दहेज जैसी कुप्रथा को समाप्त करना। जातिवाद (जात पात) के भेदभाव को मिटाना। छुआछूत जैसी सामाजिक बुराई को समाप्त करना। धार्मिक भेदभाव खत्म करना।
सांप्रदायिक झगड़े समाप्त करना। ब्याज लेना व देना समाप्त करना
दहेज प्रथा समाज के लिए अभिषाप है
Kas esa pura sansar karta to samaj mai kitna aachha hota pure manav samaj dahej free ho jata sant rampal ji maharaj ke dowara chalie gai es aabhiya se pure samaj mai bahut aachha information ja raha hai ❤❤
कबीर, पीछे लाग्या जाऊं था, मैं लोक वेद के साथ।
रास्ते में सतगुरु मिले, मौहे दीपक दीन्हा हाथ।।
Nice
Kabir is god
कबीर परमात्मा पाप का शत्रु है, पाप विनाशक हैं।
कबीर परमात्मा सम्पूर्ण शांति दायक है - यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32
Bandichore satguru sri rampal ji maharaj ki jai ho
मनुष्य जीवन में महत्वपूर्ण दिन वह है जब सतगुरु मिल जाते हैं। उससे पहले का जीवन निरर्थक होता है। 17 फरवरी 1988 के दिन संत रामपाल जी महाराज जी ने नाम दीक्षा ली और कुछ वर्ष बाद अपने पूज्य गुरुदेव से नाम दीक्षा देने का आदेश पाकर करोड़ों लोगों का मार्गदर्शन किया। इसी दिन को बोध दिवस के रूप में मनाया जाता है।
💰एक तरफ जहां दहेज की मांग पूरी करने में असमर्थ पिता आत्महत्या कर लेता है वहीं परम संत रामपाल जी महाराज जी दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म करते हुए एक सबसे बड़े समाज सुधारक की भूमिका निभा रहे हैं। संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायी कर रहे हैं 17 मिनट में दहेज मुक्त विवाह अथवा रमैनी। जिससे अब माता पिता के ऊपर बेटी बोझ नहीं बनती।
❤❤❤❤❤
Kabir is supreme god
संत गरीबदास जी ने बताया कि परमेश्वर कबीर जी जब सतलोक को गए तब किसी को परमेश्वर का शरीर नहीं मिला, अर्थात परमेश्वर कबीर जी अविनाशी हैं।