संत रामपाल जी महाराज एक ऐसा मानव समाज तैयार कर रहे हैं, जो किसी भी क्षेत्र में ईमानदारी से कार्य करके सबको न्याय दिलाएगा। छोटा बड़ा, अमीर-गरीब की खाई को मिटायेगा। आध्यात्मिक तत्वज्ञान के आधार से भारत विश्व का एक महान राष्ट्र होगा। अन्य सर्व राष्ट्र भारत वर्ष का अनुसरण करेंगे।
2, 3, 4 जून 626 वें कबीर प्रकट दिवस के उपलक्ष्य में तीन दिवसिय अखंड पाठ सभी आश्रमों में आप सभी सादर आमंत्रित हैं। परिवार सहित आइए अपने नजदीकी आश्रम में और साक्षी बनें एक ऐसे अखण्ड पाठ के जो करोड़ों पापों का नाश कर देता है।
पूरे विश्व में संत रामपाल जी महाराज का बोलबाला है उनके अनुयाई सदैव सेवा में तत्पर रहते हैं ईमानदारी ठगी चोरी से दूर रहना आध्यात्मिक रूप से स्वच्छ समाज का निर्माण करना ही संत रामपाल जी महाराज का उद्देश्य है।
संत रामपाल जी महाराज का मूल उद्देश्य एक ऐसे स्वच्छ समाज की स्थापना करना है जो चोरी, जारी, ठगी, रिश्वतखोरी, नशे से दूर हो। आज हकीकत में उनके ज्ञान से यह सम्भव हो रहा है।
संत रामपाल जी महाराज जी का का उद्देश्य है कि सभी मानव, एक सर्वोच्च ईश्वर परमेश्वर कबीर जी की पूजा करें और हमारे मूल निवास सतलोक की ओर वापस लौटें। सर्वोच्च ईश्वर कबीर जी की उपासना करने वाला कोई भी व्यक्ति, आध्यात्मिक नेता जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से अपनी जाति, पंथ, रंग, आस्था या धर्म से बेपरवाह होकर नाम दीक्षा ले सकता है क्योंकि ईश्वर ने प्रत्येक मानव को समान बनाया है।
जिस समय सर्व सन्त जन शास्त्र विधि त्यागकर मनमानी पूजा द्वारा भक्त समाज को मार्ग दर्शन कर रहे होते हैं। तब अपने तत्वज्ञान का संदेशवाहक बन कर स्वयं कबीर प्रभु ही आते हैं।
Supreme God is kabir संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है कि विश्व के सभी प्राणी वास्तविक परमेश्वर कबीर जी की सतभक्ति करे, समाज में कोई भी प्राणी दुखी न हो, हर समस्या का समाधान हो। धरती स्वर्ग समान बन जाए।
हम एक ऐसा मानव समाज तैयार कर रहे हैं, जो किसी भी क्षेत्र में ईमानदारी से कार्य करके सबको न्याय दिलाएगा। छोटा बड़ा, अमीर-गरीब की खाई को मिटायेगा। आध्यात्मिक तत्वज्ञान के आधार से भारत विश्व का एक महान राष्ट्र होगा। अन्य सर्व राष्ट्र भारत वर्ष का अनुसरण करेंगे। - संत रामपाल जी महाराज जी
सतलोक आश्रम शामली यूपी में समाज सुधारक गुरु सन्त रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य परमेश्वर कबीर साहिब जी के प्रकट दिवस के उपलक्ष में विशाल भंडारे का आयोजन किया।
‛बेटा बेटी एक समान’ इस नारे को यथार्थता के धरातल पर स्थापित करना संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है। इसी कारण उन्होंने दहेज जैसी प्रथा का समूलनाश करने के लिए विवाह की सादगीपूर्ण विधि समाज को दी है।
संत रामपाल जी महाराज जी ने जाति, धर्म व ऊंच नीच से मुक्त मार्ग बताया है। संत रामपाल जी के यहाँ कोई भी जाति, धर्म, उच्च पद या सामान्य वर्ग का कोई भाई बन्धु जाए वे सभी से प्यार और समभाव से पेश आते हैं। वहां न किसी को अपनी जाति का अभिमान होता है, न ही धर्म का और न किसी पद प्रतिष्ठा का।
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य विश्व में प्रेम व शांति स्थापित करना व कुरीतियों, पाखंडवाद, नशा, दहेज प्रथा आदि को समाप्त करके सबको एक परमात्मा की भक्ति करवाकर सुखी बनाना और पूर्ण मोक्ष देना है। संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है कि पूरी दुनिया से भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी समाप्त हो। संत रामपाल जी महाराज के बताये तत्वज्ञान से उनके अनुयायी न तो रिश्वत लेते और न देते हैं।
💦 संत रामपाल जी महाराज ने सतभक्ति साधना के साथ परमार्थ करने को श्रेष्ठ बताया है। इसी कारण उनके अनुयायी आए दिन जरूरत मंदों की सेवा में सदैव तत्पर रहते हैं। संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी जरूरत मंद लोगों के लिए रक्तदान सेवा में लगे हुए हैं
संत रामपाल जी महाराज ने सतभक्ति साधना के साथ परमार्थ करने को श्रेष्ठ बताया है। इसी कारण उनके अनुयाई आए दिन जरूरत मंडो की सेवा की सेवा में सदैव रहते तत्पर संतरामपाल जी महाराज जी के अनुयाई जरूरत मंडो जरूरत मंद लोगो के लिए रक्त दान सेवा में लगे हुए है
संत रामपाल जी महराज जी के सानिध्य में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 1700 से ज्यादा यूनिट रक्तदान किया गया। वह दिन दूर नहीं है जब खून की कमी से पूरे विश्व में एक भी व्यक्ति की मृत्यु नहीं होगी। यह काम केवल वर्तमान में कबीर परमेश्वर के अवतार भगवान संत श्री रामपाल जी महाराज जी के आशीर्वाद और कृपा मात्र से ही संभव हो रहा हैं।
🌾पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज जी के प्रयासों से भेदभाव की स्थिति समाप्त हो रही है। समाज में शांति स्थापित हो रही है। संत रामपाल जी महाराज जी कहते हैं:- जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा। हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, धर्म नहीं कोई न्यारा
⚡️कबीर परमेश्वर का कलयुग में प्रकट होना ज्येष्ठ मांस की पूर्णमासी सन् 1398(विक्रम संवत 1455) को पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब काशी में शिशु रूप में प्रकट हुए। साहेब होकर उतरे, बेटा काहू का नाहीं। जो बेटा होकर उतरे, वो साहेब भी नाहीं।। पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब सशरीर आये और अनेकों लीलाएं करके पुनः सशरीर सतलोक चले गए। क्योंकि पूर्ण परमात्मा कभी भी न जन्म लेता है और न उसकी मृत्यु होती है।
रक्तदान महादान इसी क्रम में संत रामपाल जी के पावन सानिध्य में 626 वें कबीर परमेश्वर प्रकट दिवस पर हजारों यूनिट रक्त दान किया गया ताकि जरूरतमंद को रक्त उपलब्ध हो सके।
रक्तदान महादान जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में कबीर परमेश्वर जी के प्रकट दिवस के उपलक्ष्य पर हुये विशेष समागम में हजारों यूनिट रक्त दान हुआ।
💦रक्तदान महादान जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में कबीर परमेश्वर जी के प्रकट दिवस के उपलक्ष्य पर हुये विशेष समागम में हजारों यूनिट रक्त दान हुआ।
💦रक्तदान महादान इसी क्रम में संत रामपाल जी के पावन सानिध्य में 626 वें कबीर परमेश्वर प्रकट दिवस पर हजारों यूनिट रक्त दान किया गया ताकि जरूरतमंद को रक्त उपलब्ध हो सके।
दहेज रूपी दानव के समूल नाश के लिए संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में होने वाले 626 वें कबीर साहेब प्रकट दिवस के अवसर पर सैंकड़ों दहेज मुक्त विवाह होंगे। इस महासमागम में विशाल भंडारे, निःशुल्क नामदीक्षा का आयोजन भी किया जा रहा है जिसमें आप सभी आमंत्रित हैं।
कबीर परमेश्वर सशरीर प्रकट हुए ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में परमेश्वर कबीर जी तेजोमय रूप में आकर काशी के लहरतारा तालाब में बालक रूप में कमल के फूल पर प्रकट हुए,
कबीर परमेश्वर जी के सतलोक गमन के समय हिंदू व मुसलमान उनके अंतिम संस्कार को लेकर लड़ने के लिए आमादा थे। कबीर परमेश्वर जी ने अपनी समर्थता का परिचय देते हुए इस गृह युद्ध को टाला व उनके शरीर के समान सुगंधित फूल उनके शरीर के स्थान पर प्राप्त हुए जिसे कबीर परमेश्वर जी के आदेशानुसार आधे आधे बांटकर हिंदुओं और मुसलमानों ने अपनी अपनी यादगार स्थापित की जो एक साथ बनी हुई है। यह प्रमाण आज भी उत्तर प्रदेश के मगहर शहर में विराजमान है कि कबीर जी हिंदू और मुसलमानों को एक करके अपने सतलोक चले गए
ServiceToHumanity कबीर परमेश्वर प्रकट दिवस पर हुए विशाल भंडारे व सत्संग समागम में रक्तदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें हजारों श्रद्धालुओ ने बढ़ चढ़कर रक्तदान किया। Followers of Sant Rampal Ji
रक्तदान महादान जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में कबीर परमेश्वर जी के प्रकट दिवस के उपलक्ष्य पर हुये विशेष समागम में हजारों यूनिट रक्त दान एवं दहेज मुक्त विवाह भी हुवे है ।
626 वें कबीर परमेश्वर प्रकट दिवस के उपलक्ष्य में संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। साथ ही नि:शुल्क नाम दीक्षा की व्यवस्था भी की गई है,
संत रामपाल जी महराज जी के सानिध्य में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 1700 से ज्यादा यूनिट रक्तदान किया गया। वह दिन दूर नहीं है जब खून की कमी से पूरे विश्व में एक भी व्यक्ति की मृत्यु नहीं होगी। यह काम केवल वर्तमान में कबीर परमेश्वर के अवतार भगवान संत श्री रामपाल जी महाराज जी के आशीर्वाद और कृपा मात्र से ही संभव हो रहा हैं।
Supreme God Kabir संत रामपाल जी महाराज जी ने ही बताया कि, यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32 में प्रमाण है कि "कविरंघारि: असि, बम्भारी: असि स्वज्योति ऋतधामा असि" अर्थात कबीर परमेश्वर ही पापों का शत्रु यानि सर्व पापों से मुक्त करवाकर, सर्व बंधनों से छुड़वाता है। वह स्वप्रकाशित, सशरीर है और सतलोक में रहता है। वही पाप विनाशक है।
सच्चा गुरु तत्वज्ञान (सच्चा आध्यात्मिक ज्ञान) प्रदान करता है जिसके द्वारा व्यक्ति अनन्त भगवान को प्राप्त करता है। Take refuge in Sant Rampal Ji Maharaj ☘वर्तमान में सारे प्रमाण और ज्ञान देखकर पूरी धरती पर अगर कोई संत है तो वह सिर्फ SaintRampalJiM जी ही है, संत रामपाल जी महाराज के सामाजिक सुधारक
माघ महीने की शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी वि. सं. 1575 को कबीर साहेब के मगहर से सशरीर सतलोक गमन के समय जो सुगंधित फूल पाए गए थे उनमें से कुछ फूल लाकर काशी में जहाँ कबीर परमेश्वर एक चबूतरे ( चौरा ) पर बैठकर सत्संग किया करते थे वहाँ काशी चौरा नाम से यादगार बनाई गयी। अब वहाँ पर बहुत बड़ा आश्रम बना हुआ है। महगर में दोनों यादगारों के बीच एक साझा द्वार है, आपस में कोई भेदभाव नहीं है।
कबीर साहेब जी कलयुग में भारत के काशी शहर के लहरतारा तालाब में ज्येष्ठ मास शुक्ल पूर्णमासी विक्रम संवत 1455 (सन् 1398) सुबह ब्रह्म मुहूर्त में कमल के फूल पर शिशु रूप में प्रकट हुए थे।
शिशु कबीर परमेश्वर द्वारा कुंवारी गाय का दूध पीने का वर्णन परमेश्वर जब पृथ्वी पर शिशु रूप में प्रकट होते हैं तो उनकी परवरिश कुंवारी गाय के दूध द्वारा होती है। गरीब शिव उतरे शिवपुरी से, अविगत बदन विनोद। महके कमल खुशी भये, लिया ईश कूं गोद। सात बार चर्चा करी, बोले बालक बैन। शिव कूं कर मस्तक धरया, ला मोमन एक धैन। गरीब अन ब्यावर कूं दूहत है, दूध दिया तत्काल। पीवै बालक ब्रह्मगति, तहाँ शिव भये दयाल।।
संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में हुए कबीर प्रकट दिवस पर सतलोक आश्रमों में हज़ारों यूनिट हुआ रक्तदान।
💦संत रामपाल जी महाराज के 10 सतलोक आश्रमों में हुआ रक्त दान।
कबीर परमेश्वर प्रकट दिवस पर भक्तों ने किया रक्तदान।
संत रामपाल जी महाराज के 10 सतलोक आश्रमों में हुआ रक्त दान।
कबीर परमेश्वर प्रकट दिवस पर भक्तों ने
626वा प्रकट दिवस संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में मनाया जा रहा है।
Satguru Dev Ki Jai Ho
💦परमेश्वर कबीर प्रकट दिवस पर संत रामपाल जी महाराज के भक्तों ने किया रक्तदान।
उत्तर दक्षिण पूरब पश्चिम फिरता दाने दाने नू सर्व कला सत गुरु साहेब की हरी आये हरियाणे नू 🌺🍁🙏🙏
संत रामपाल जी महाराज पूरे विश्व को सतयुग जैसा बनाएंगे
|सत साहेब जी
संत रामपाल जी महाराज एक ऐसा मानव समाज तैयार कर रहे हैं, जो किसी भी क्षेत्र में ईमानदारी से कार्य करके सबको न्याय दिलाएगा।
छोटा बड़ा, अमीर-गरीब की खाई को मिटायेगा। आध्यात्मिक तत्वज्ञान के आधार से भारत विश्व का एक महान राष्ट्र होगा। अन्य सर्व राष्ट्र भारत वर्ष का अनुसरण करेंगे।
सतलोक राम बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी की जय हो धन्यवाद सत साहिब जी 🤲🙏🏻🤲
कबीर परमेश्वर प्रकट दिवस पर भक्तों ने किया रक्तदान।
संत रामपाल जी महाराज अद्वितीय कल्याणकारी विचारधारा के सच्चे समाजसुधारक संत हैं।
💦जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में 626 वें कबीर परमेश्वर प्रकट दिवस पर हुआ रक्तदान
पूरे विश्व में संत रामपाल जी महाराज की एकमात्र संत है जो सद भक्ति देकर जीवात्मा का उद्धार कर रहे हैं
2, 3, 4 जून 626 वें कबीर प्रकट दिवस के उपलक्ष्य में तीन दिवसिय अखंड पाठ सभी आश्रमों में
आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
परिवार सहित आइए अपने नजदीकी आश्रम में और साक्षी बनें एक ऐसे अखण्ड पाठ के जो करोड़ों पापों का नाश कर देता है।
सतलोक वैदखेड़ी संत रामपाल जी भगवान जी की जय हो सत साहिब जी 🙏🏻🤲🙏🏻
संत रामपाल जी महाराज जब तक पूरे विश्व का सुधार नहीं कर देंगे तब तक पृथ्वी पर ही रहेंगे
Sat saheb
मात पिता मिल जायेगे लख चौरासी के माही।।
सतगुरु सेवा बन्दगी ये फेर मिलन की नाही।।
पूरे विश्व में संत रामपाल जी महाराज का बोलबाला है उनके अनुयाई सदैव सेवा में तत्पर रहते हैं ईमानदारी ठगी चोरी से दूर रहना आध्यात्मिक रूप से स्वच्छ समाज का निर्माण करना ही संत रामपाल जी महाराज का उद्देश्य है।
संत रामपाल जी महाराज का मूल उद्देश्य एक ऐसे स्वच्छ समाज की स्थापना करना है जो चोरी, जारी, ठगी, रिश्वतखोरी, नशे से दूर हो।
आज हकीकत में उनके ज्ञान से यह सम्भव हो रहा है।
संत रामपाल जी महाराज जी का का उद्देश्य है कि सभी मानव, एक सर्वोच्च ईश्वर परमेश्वर कबीर जी की पूजा करें और हमारे मूल निवास सतलोक की ओर वापस लौटें। सर्वोच्च ईश्वर कबीर जी की उपासना करने वाला कोई भी व्यक्ति, आध्यात्मिक नेता जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से अपनी जाति, पंथ, रंग, आस्था या धर्म से बेपरवाह होकर नाम दीक्षा ले सकता है क्योंकि ईश्वर ने प्रत्येक मानव को समान बनाया है।
Sunil Dass
सत साहेब जी
जिस समय सर्व सन्त जन शास्त्र विधि त्यागकर मनमानी पूजा द्वारा भक्त समाज को मार्ग दर्शन कर रहे होते हैं। तब अपने तत्वज्ञान का संदेशवाहक बन कर स्वयं कबीर प्रभु ही आते हैं।
कबीर प्रकट दिवस पर लाखों लोगों ने हो रहे सतलोक आश्रम मैं विशाल भंडारे में संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया
अब दहेज रूपी दानव की भेंट नहीं चढ़ेगी बेटियां।
संत रामपाल जी महाराज का सपना दहेज मुक्त हो भारत अपना।
संत मिलन को जाइए तज माया अभिमान,
ज्यों ज्यों कदम आगे रखे सो है यज्ञ समान।
Supreme God is kabir
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है कि विश्व के सभी प्राणी वास्तविक परमेश्वर कबीर जी की सतभक्ति करे, समाज में कोई भी प्राणी दुखी न हो, हर समस्या का समाधान हो। धरती स्वर्ग समान बन जाए।
सतलोक आश्रम शामली में कबीर साहब जी के प्रकट होने से लेकर सतलोक गमन तक की लीला की कुछ प्रर्दशनी का बहुत ही अच्छा चित्रण किया गया है
हम एक ऐसा मानव समाज तैयार कर रहे हैं, जो किसी भी क्षेत्र में ईमानदारी से कार्य करके सबको न्याय दिलाएगा।
छोटा बड़ा, अमीर-गरीब की खाई को मिटायेगा। आध्यात्मिक तत्वज्ञान के आधार से भारत विश्व का एक महान राष्ट्र होगा। अन्य सर्व राष्ट्र भारत वर्ष का अनुसरण करेंगे।
- संत रामपाल जी महाराज जी
सतलोक आश्रम शामली यूपी में समाज सुधारक गुरु सन्त रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य परमेश्वर कबीर साहिब जी के प्रकट दिवस के उपलक्ष में विशाल भंडारे का आयोजन किया।
‛बेटा बेटी एक समान’ इस नारे को यथार्थता के धरातल पर स्थापित करना संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है। इसी कारण उन्होंने दहेज जैसी प्रथा का समूलनाश करने के लिए विवाह की सादगीपूर्ण विधि समाज को दी है।
संत रामपाल जी महाराज जी ने जाति, धर्म व ऊंच नीच से मुक्त मार्ग बताया है। संत रामपाल जी के यहाँ कोई भी जाति, धर्म, उच्च पद या सामान्य वर्ग का कोई भाई बन्धु जाए वे सभी से प्यार और समभाव से पेश आते हैं। वहां न किसी को अपनी जाति का अभिमान होता है, न ही धर्म का और न किसी पद प्रतिष्ठा का।
Very good satsang
कबीर परमेश्वर जी की दया से ये सब कुछ अच्छा हो रहा है
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य विश्व में प्रेम व शांति स्थापित करना व कुरीतियों, पाखंडवाद, नशा, दहेज प्रथा आदि को समाप्त करके सबको एक परमात्मा की भक्ति करवाकर सुखी बनाना और पूर्ण मोक्ष देना है।
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है कि पूरी दुनिया से भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी समाप्त हो। संत रामपाल जी महाराज के बताये तत्वज्ञान से उनके अनुयायी न तो रिश्वत लेते और न देते हैं।
💦 संत रामपाल जी महाराज ने सतभक्ति साधना के साथ परमार्थ करने को श्रेष्ठ बताया है। इसी कारण उनके अनुयायी आए दिन जरूरत मंदों की सेवा में सदैव तत्पर रहते हैं। संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी जरूरत मंद लोगों के लिए रक्तदान सेवा में लगे हुए हैं
संत रामपाल जी महाराज ने सतभक्ति साधना के साथ परमार्थ करने को श्रेष्ठ बताया है। इसी कारण उनके अनुयाई आए दिन जरूरत मंडो की सेवा की सेवा में सदैव रहते तत्पर संतरामपाल जी महाराज जी के अनुयाई जरूरत मंडो जरूरत मंद लोगो के लिए रक्त दान सेवा में लगे हुए है
Amazing knowledge
संत रामपाल जी महराज जी के सानिध्य में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 1700 से ज्यादा यूनिट रक्तदान किया गया। वह दिन दूर नहीं है जब खून की कमी से पूरे विश्व में एक भी व्यक्ति की मृत्यु नहीं होगी। यह काम केवल वर्तमान में कबीर परमेश्वर के अवतार भगवान संत श्री रामपाल जी महाराज जी के आशीर्वाद और कृपा मात्र से ही संभव हो रहा हैं।
संत रामपाल जी महाराज का एक ही सपना दहेज मुक्त भारत अपना
🌾पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज जी के प्रयासों से भेदभाव की स्थिति समाप्त हो रही है। समाज में शांति स्थापित हो रही है। संत रामपाल जी महाराज जी कहते हैं:-
जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा।
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, धर्म नहीं कोई न्यारा
⚡️कबीर परमेश्वर का कलयुग में प्रकट होना
ज्येष्ठ मांस की पूर्णमासी सन् 1398(विक्रम संवत 1455) को पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब काशी में शिशु रूप में प्रकट हुए।
साहेब होकर उतरे, बेटा काहू का नाहीं।
जो बेटा होकर उतरे, वो साहेब भी नाहीं।।
पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब सशरीर आये और अनेकों लीलाएं करके पुनः सशरीर सतलोक चले गए। क्योंकि पूर्ण परमात्मा कभी भी न जन्म लेता है और न उसकी मृत्यु होती है।
क्या व्यवस्था की गई हैं,, बहुत अच्छी,,🙏
Satlok Ashram very Nice Palace
वर्तमान में सर्व दूखओ से मुक्ति सतभक्ति से होगी ,सतभक्ति वर्तमान में सन्त रामपाल जी महाराज के पास है
धन्य है रामपाल दास जी महाराज व उसके शिष्यों का जो इतना अच्छा काम कर रहे हैं
रक्तदान महादान
इसी क्रम में संत रामपाल जी के पावन सानिध्य में 626 वें कबीर परमेश्वर प्रकट दिवस पर हजारों यूनिट रक्त दान किया गया ताकि जरूरतमंद को रक्त उपलब्ध हो सके।
संत रामपाल जी महाराज सबसे बड़े महान संत हैं इनके बराबर कोई संत नहीं है पूरे विश्व में ए परमात्मा के अवतार वह सब के मुक्तिदाता
रक्तदान महादान
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में कबीर परमेश्वर जी के प्रकट दिवस के उपलक्ष्य पर हुये विशेष समागम में हजारों यूनिट रक्त दान हुआ।
💦रक्तदान महादान
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में कबीर परमेश्वर जी के प्रकट दिवस के उपलक्ष्य पर हुये विशेष समागम में हजारों यूनिट रक्त दान हुआ।
💦रक्तदान महादान
इसी क्रम में संत रामपाल जी के पावन सानिध्य में 626 वें कबीर परमेश्वर प्रकट दिवस पर हजारों यूनिट रक्त दान किया गया ताकि जरूरतमंद को रक्त उपलब्ध हो सके।
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कबीर,अगम निगम को खोज ले, बुद्धि विवेक विचार। उदय अस्त का राज मिले, तो भी बिन नाम बेगार।।
The amazing news
Very nice interview🌹🙏🌹
Satlokasram samli up 🎉🎉🎉🎉
Very Beautiful Exhibition
वेदों में प्रमाण है कबीर साहब भगवान है
🎉🎉🎉
कबीर परमेश्वर सशरीर प्रकट हुए
ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में परमेश्वर कबीर जी तेजोमय रूप में आकर काशी के लहरतारा तालाब में बालक रूप में कमल के फूल पर प्रकट हुए,
वेदों में प्रमाण हे कबीर साहेब भगवान है
Our festival comming soon 🥰❤
कबीर, यह मन मलीन हैं, धोये ना छूटे रंग I
कै छूटे हरि भक्ति से, कै साधु सत्संग ll
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Nice Information
कबीर परमेश्वर जी के सतलोक गमन के समय हिंदू व मुसलमान उनके अंतिम संस्कार को लेकर लड़ने के लिए आमादा थे। कबीर परमेश्वर जी ने अपनी समर्थता का परिचय देते हुए इस गृह युद्ध को टाला व उनके शरीर के समान सुगंधित फूल उनके शरीर के स्थान पर प्राप्त हुए जिसे कबीर परमेश्वर जी के आदेशानुसार आधे आधे बांटकर हिंदुओं और मुसलमानों ने अपनी अपनी यादगार स्थापित की जो एक साथ बनी हुई है। यह प्रमाण आज भी उत्तर प्रदेश के मगहर शहर में विराजमान है कि कबीर जी हिंदू और मुसलमानों को एक करके अपने सतलोक चले गए
ServiceToHumanity
कबीर परमेश्वर प्रकट दिवस पर हुए विशाल भंडारे व सत्संग समागम में रक्तदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें हजारों श्रद्धालुओ ने बढ़ चढ़कर रक्तदान किया।
Followers of Sant Rampal Ji
Amazing video
कबीर परमेश्वर प्रकट दिवस पर हुए विशाल भंडारे व सत्संग समागम में रक्तदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें हजारों श्रद्धालुओ ने बढ़ चढ़कर रक्तदान किया।
रक्तदान महादान
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626 वें कबीर परमेश्वर प्रकट दिवस के उपलक्ष्य में संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। साथ ही नि:शुल्क नाम दीक्षा की व्यवस्था भी की गई है,
विशाल भंडारा Sant Rampal Ji Maharaj Ji सानिध्य मे संपन्न हुआ
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संत रामपाल जी महराज जी के सानिध्य में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 1700 से ज्यादा यूनिट रक्तदान किया गया। वह दिन दूर नहीं है जब खून की कमी से पूरे विश्व में एक भी व्यक्ति की मृत्यु नहीं होगी। यह काम केवल वर्तमान में कबीर परमेश्वर के अवतार भगवान संत श्री रामपाल जी महाराज जी के आशीर्वाद और कृपा मात्र से ही संभव हो रहा हैं।
बहुत सुंदर कार्यक्रम
ऐसा निर्मल ज्ञान है जो निर्मल करे शरीर।
और ज्ञान मंडलीक है, चकवे ज्ञान कबीर।।
Supreme God Kabir
संत रामपाल जी महाराज जी ने ही बताया कि,
यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32 में प्रमाण है कि
"कविरंघारि: असि, बम्भारी: असि स्वज्योति ऋतधामा असि" अर्थात कबीर परमेश्वर ही पापों का शत्रु यानि सर्व पापों से मुक्त करवाकर, सर्व बंधनों से छुड़वाता है। वह स्वप्रकाशित, सशरीर है और सतलोक में रहता है। वही पाप विनाशक है।
Great sant
सच्चा गुरु तत्वज्ञान (सच्चा आध्यात्मिक ज्ञान) प्रदान करता है जिसके द्वारा व्यक्ति अनन्त भगवान को प्राप्त करता है।
Take refuge in Sant Rampal Ji Maharaj ☘वर्तमान में सारे प्रमाण और ज्ञान देखकर पूरी धरती पर अगर कोई संत है तो वह सिर्फ SaintRampalJiM जी ही है, संत रामपाल जी महाराज के सामाजिक सुधारक
Right way of worship by sant rampal Ji maharaj Ji whit proof holly books❤❤
Satguru Saran aai ke aai tale bala jo mastak main suli ho kante main tal ja
Anmol Gyan
गरीब, हम तो लोहा कठिन हैं, सतगुरु बने लुहार।
जुगन-जुगन के मोरचे, तोड़ घड़े घणसार।
माघ महीने की शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी वि. सं. 1575 को कबीर साहेब के मगहर से सशरीर सतलोक गमन के समय जो सुगंधित फूल पाए गए थे उनमें से कुछ फूल लाकर काशी में जहाँ कबीर परमेश्वर एक चबूतरे ( चौरा ) पर बैठकर सत्संग किया करते थे वहाँ काशी चौरा नाम से यादगार बनाई गयी। अब वहाँ पर बहुत बड़ा आश्रम बना हुआ है। महगर में दोनों यादगारों के बीच एक साझा द्वार है, आपस में कोई भेदभाव नहीं है।
True knowledge
Nice post
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Kabir--",Na satguru janani jane unke ma nahi baap,
Pindbrahmand se rahit hai jahan na teeno taap ".🙏🙇♀️🥀🙇♀️🥀🙇♀️🥀🙏🙇♀️🥀🙏🙇♀️🥀🙏🥀🙏🥀🙏🙇♀️🥀🙏🙇♀️🥀
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Sat saheb Kabir is god
Very nice
पूरे विश्व में केवल संत रामपाल जी महाराज ही एकमात्र पूर्ण संत है जो सभी धर्मों के शास्त्रों से प्रमाणित भक्ति बताते हैं।
There was very spiritual peaceful environment
कबीर साहेब जी कलयुग में भारत के काशी शहर के लहरतारा तालाब में ज्येष्ठ मास शुक्ल पूर्णमासी विक्रम संवत 1455 (सन् 1398) सुबह ब्रह्म मुहूर्त में कमल के फूल पर शिशु रूप में प्रकट हुए थे।
संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में विसाल भंडारा
Kabir Is Supreme God 🙏🙏🙏
बहुत अच्छा
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है ❤❤
Nice Information 😊
शिशु कबीर परमेश्वर द्वारा कुंवारी गाय का दूध पीने का वर्णन
परमेश्वर जब पृथ्वी पर शिशु रूप में प्रकट होते हैं तो उनकी परवरिश कुंवारी गाय के दूध द्वारा होती है।
गरीब शिव उतरे शिवपुरी से, अविगत बदन विनोद।
महके कमल खुशी भये, लिया ईश कूं गोद।
सात बार चर्चा करी, बोले बालक बैन।
शिव कूं कर मस्तक धरया, ला मोमन एक धैन।
गरीब अन ब्यावर कूं दूहत है, दूध दिया तत्काल।
पीवै बालक ब्रह्मगति, तहाँ शिव भये दयाल।।