संघ से जुड़ना और संघ के लिए कार्य करना वास्तव में बहुत अच्छा अनुभव है। मैं कक्षा 6 से बाल स्वयंसेवक के रूप में जुड़ा तो खेल खेलने के लिए नित्य शाखा जाया करता था.. पर संघ का संस्कार धीरे धीरे कब जीवन में उतर गया पता ही नहीं चला । मैंने वर्ग भी किया और आयोजनों में प्रबंधक का कार्य भी किया। दायित्वों का निर्वहन कैसे सही तरीके से सही समय पर करना है और जीवन कैसे जीना चाहिए यह संघ में व्यक्ति अपने आप सीख जाता है। आज नौकरी करते हुए भी बैंगलोर में शाखा जाना होता है बहुत अच्छा लगता है कि मैं ऐसे संगठन का अंग हूँ जहाँ राष्ट्र व राष्ट्र के लोगों के लिए समर्पण का संस्कार मिलता है।
पूजनीय दत्तोपंत जी ठेंगड़ी के विस्तृत भाषण अपलोड करने के लिये आप का बहुत आभार। वास्तव में परम पूजनीय डॉक्टर जी का सारा जीवन संघ की ठीक प्रकार से नींव रखने के महत्वपूर्ण कार्य में समर्पित हो गया। परम पूजनीय श्री गुरुजी के सार्वजनिक उद्बोधन ही अधिकांश में उपलब्ध है, अधिकांश नीतिगत विषय बहुधा अनौपचारिक बैठकों में या वरिष्ठ कार्यकर्ताऔ के साथ बात-चीत या गपशप में ही प्रकट किये गये जो आज उपलब्ध नहीं है। फिर पंडित दीनदयाल जी से बहुत अपेक्षायें थी, लेकिन दुर्भाग्यवश उनका अल्पवय में देहावसान हो गया। हिन्दू विचार या संघ विचार के सभी आयामों पर अधिकृत मार्गदर्शन के लिये सभी कार्यकर्ता दत्तोपंत जी की और ही देखते है। इस दृष्टि से इन बौधिक वर्गों का राष्ट्रीय महत्व है।पुन:आपका बहुत बहुत आभार।
माननीय राष्ट्र ऋषि ठेंगड़ी जी का यह उद्बोधन 'आज के कालखंड में व्याप्त ' काशी मथुरा से लेकर मुसलमान में फ़ैल रहे अत्यधिक उन्माद के लिए श्रेष्ठ उपाय है । एक एक शब्द सुनना और फिर से सुनना और फिर फिर से सुनना नये से नया अनुभव देता है
संघ की कार्य पद्धति शास्त्रीय होने के साथ-साथ वैज्ञानिक भी है। बड़ी से बड़ी चुनौती का सफल इलाज उतनी मात्रा में मिलेगा, जितनी मात्रा में,उसके लिए समाज संगठित होकर ,सिद्ध की स्थिति में खड़ा होगा।
आपका यह प्रयास सराहनीय हैं वर्तमान समय में तथाकथित बुद्धिजीवियों के बढ़ते प्रभाव के कारण संघ की मूल कार्य पद्धति में परिवर्तन की दिशा में यह बोदिक सम्बल प्रदान करेगा
I am speechless again, I heard him in 1970 when I was 10 years old “ Sangh Kewal Daksha- Araamah karega” and today Nov 14,2019 you have refresh my memory with this recording. Thank you very much
Respected Anil, bhai.. With due respect to yr sentiment,, if you feel RSS most Nationalist and Patriotic Organization.. Kindly forward the names of 3 RSS Leaders and their contribution in freedom movement of mother land. Thanks please
- वीडियो का एक विषय: संघ संगठन को देखेगा, कार्यक्षेत्र संघ से जुड़े स्वयंसेवक अपनी रुचि के अनुसार करेंगे, संघ कार्यक्षेत्र का निर्धारण नहीं करेगा । सस्ती लोकप्रियता के पीछे न भागे, यश प्राप्त करने के लिए गलत मार्गों को आत्मसात न कर लेना, मन को साफ करते रहना पड़ता है, संस्कार बनना जीवन पर्यंत कार्य है क्योंकि एक सज्जन व्यक्ति भी बाह्य मंडल में आकर उस पर धूल पड़ सकती है ।
सभी को नमस्कार राष्ट्र ऋषि द्वारा दिए गया यह उद्बोधन १९८५ का है लेकिन आज के समय यानि लगभग 40 वर्ष बाद भी शत प्रतिशत आज भी और आगे भी स्टिकता के साथ वर्तन होती हुई दिखेगी
संघ की रीति नीति निर्धारित करने वाले सभी दायित्ववान कार्यकर्ताओं के लिए यह एक गीता है इसका श्रवण करना चाहिए
निवेदन अन्य बोदिक भी उपलब्ध कराये
श्री जुगल किशोर जी नमस्कार कृपया श्रद्धेय दत्तोपंत ठेंगड़ी जीके समग्र वांग्मय के लिए उनकी वेबसाइट को देखें
dbthengadi.in
@@hinduway राष्ट्र का प्रत्येक घटक राष्ट्र से एक रूप हो जाए और यह जीवन और मुझमें जो ईश्वर ने क्षमता दी है वह। राष्ट्र के लिए है
M3
❤
😅
संघ से जुड़ना और संघ के लिए कार्य करना वास्तव में बहुत अच्छा अनुभव है। मैं कक्षा 6 से बाल स्वयंसेवक के रूप में जुड़ा तो खेल खेलने के लिए नित्य शाखा जाया करता था.. पर संघ का संस्कार धीरे धीरे कब जीवन में उतर गया पता ही नहीं चला । मैंने वर्ग भी किया और आयोजनों में प्रबंधक का कार्य भी किया। दायित्वों का निर्वहन कैसे सही तरीके से सही समय पर करना है और जीवन कैसे जीना चाहिए यह संघ में व्यक्ति अपने आप सीख जाता है। आज नौकरी करते हुए भी बैंगलोर में शाखा जाना होता है बहुत अच्छा लगता है कि मैं ऐसे संगठन का अंग हूँ जहाँ राष्ट्र व राष्ट्र के लोगों के लिए समर्पण का संस्कार मिलता है।
शुभमस्तु
Va ❤❤
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
हृदय से धन्यवाद आपको। इनका सारा बौध्दिक वीडियो अपलोड करने की कृपा करें।
@@anshudharbarnwalanshusir1819 जी इसी चनेल पर 100 से अधिक बौद्धिक वर्ग उप्लब्ध है। बहुत-बहुत धन्यवाद।
पूजनीय दत्तोपंत जी ठेंगड़ी के विस्तृत भाषण अपलोड करने के लिये आप का बहुत आभार। वास्तव में परम पूजनीय डॉक्टर जी का सारा जीवन संघ की ठीक प्रकार से नींव रखने के महत्वपूर्ण कार्य में समर्पित हो गया। परम पूजनीय श्री गुरुजी के सार्वजनिक उद्बोधन ही अधिकांश में उपलब्ध है, अधिकांश नीतिगत विषय बहुधा अनौपचारिक बैठकों में या वरिष्ठ कार्यकर्ताऔ के साथ बात-चीत या गपशप में ही प्रकट किये गये जो आज उपलब्ध नहीं है। फिर पंडित दीनदयाल जी से बहुत अपेक्षायें थी, लेकिन दुर्भाग्यवश उनका अल्पवय में देहावसान हो गया। हिन्दू विचार या संघ विचार के सभी आयामों पर अधिकृत मार्गदर्शन के लिये सभी कार्यकर्ता दत्तोपंत जी की और ही देखते है। इस दृष्टि से इन बौधिक वर्गों का राष्ट्रीय महत्व है।पुन:आपका बहुत बहुत आभार।
Khub khub dhanyawad datopantji ka baudhik rakhne ke liye
जय श्रीराम
संघ और हिन्दू समाज पर्यायवाची हो जाए, इसी के लिये संघ की निर्माणशाला ; यही शाखा है । एकात्मता का संस्कार यही हमारी विशेषता है
जय हो
सादर नमस्कार
laid solid foundation for the overall development of swayam sevaks
अमृतवाणी
प्रणाम 🙏
बहुत-बहुत धन्यवाद
मुझे वर्ष 1980 मे जब मेरी आयु 21 बर्ष की थी तब 2 दिन प्रबन्धक के नाते उनके सानिध्य में रहने का अवसर प्राप्त हुआ था
भाग्यशाली है आप ! उन दो दिनों के अनुभवोंपर विस्तार से लिखिये.
आप बहुत सौभाग्यशाली हैं।
जी वन्देमातरम्
परम आदरणीय दत्तोपंत जी को बारंबार शत शत नमन. आपने न जाने कितने हृदयों में राष्ट्रकार्य की प्रेरणा की ज्योत जगाई है...
शुभमस्तु।
माननीय राष्ट्र ऋषि ठेंगड़ी जी का यह उद्बोधन 'आज के कालखंड में व्याप्त ' काशी मथुरा से लेकर मुसलमान में फ़ैल रहे अत्यधिक उन्माद के लिए श्रेष्ठ उपाय है । एक एक शब्द सुनना और फिर से सुनना और फिर फिर से सुनना नये से नया अनुभव देता है
बिल्कुल सही बताया अनिल जी।
सधकेकाररविजन
संघ की कार्य पद्धति शास्त्रीय होने के साथ-साथ वैज्ञानिक भी है।
बड़ी से बड़ी चुनौती का सफल इलाज उतनी मात्रा में मिलेगा, जितनी मात्रा में,उसके लिए समाज संगठित होकर ,सिद्ध की स्थिति में खड़ा होगा।
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
बहुत सुन्दर, हृदयस्पर्शी ...💐 शब्द-शब्द ग्रहणीय ... 💐💐
वन्देमातरम ... 💐💐💐
प्रेरणा स्रोत।। 🙏
आपका यह प्रयास सराहनीय हैं वर्तमान समय में तथाकथित बुद्धिजीवियों के बढ़ते प्रभाव के कारण संघ की मूल कार्य पद्धति में परिवर्तन की दिशा में यह
बोदिक सम्बल प्रदान करेगा
जय श्रीराम
🙏🏼🙏🏼🙏🏼नमस्कार 🙏🏼
Nice
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार।
Atisundar
धन्यवाद भारत माता की जय
Nice ji
Bharat Mata ki Jai
भारतमाता की जय।
वंदे भारत मातरम्
वंदे मातरम् 🚩
शुभमस्तु
Sangh ideology told in simple and clear words, rashtra rishi sh. Thengadi Ji 🙏
I am speechless again, I heard him in 1970 when I was 10 years old “ Sangh Kewal Daksha- Araamah karega” and today Nov 14,2019 you have refresh my memory with this recording. Thank you very much
हमारा उत्साहवर्धन करने के लिए आपका अभिनंदन
hinduway we are one
Respected Anil, bhai.. With due respect to yr sentiment,, if you feel RSS most Nationalist and Patriotic Organization.. Kindly forward the names of 3 RSS Leaders and their contribution in freedom movement of mother land. Thanks please
@@sureshshinde2013 Dear Suresh ji, you have asked me 3 names: Rahul Khan-Gandhi, Sonia Khan -Gandhi and Priyanks Khan-Vadra are our freedom Fighters
🙏🚩
Dattopant Thagdiji ke sath Harare pitaji Swargi Rambhau joshi ji ne apne martedam Tak kary key 🙏🏻
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार। 🎉🎉
भारत माता की जय
जय श्री राम
जय माँ भारती
संघ मतलब शाखा, शाखा मतलब स्वंसेवक, स्वंसेवक मतलब व्यक्ति निर्माण होते होते समाज निर्माण
Hindu me samanta laye.
Roti--Beti sambandh ho.
🔱🕉🚩🙏
Bharat Mata Ki Jai
Dattopntji I'm empress spice
Bharat mata ki jai
Jai hind jai bhart
अब इस बुढ़ापे में संघ को समझने की अकल आईं ।
आदरणीय शरद जी नमस्कार
- वीडियो का एक विषय: संघ संगठन को देखेगा, कार्यक्षेत्र संघ से जुड़े स्वयंसेवक अपनी रुचि के अनुसार करेंगे, संघ कार्यक्षेत्र का निर्धारण नहीं करेगा । सस्ती लोकप्रियता के पीछे न भागे, यश प्राप्त करने के लिए गलत मार्गों को आत्मसात न कर लेना, मन को साफ करते रहना पड़ता है, संस्कार बनना जीवन पर्यंत कार्य है क्योंकि एक सज्जन व्यक्ति भी बाह्य मंडल में आकर उस पर धूल पड़ सकती है ।
बौद्धिक वर्ग की विषयवस्तु के सम्बंध में संक्षेप में टिप्पणी लिख कर अपने अत्यंत आवश्यक कार्य सम्पादित किया है, आपका आभार।
@@hinduway धन्यवाद आपको भी, इतनी सुंदर विषय वस्तु के साथ यूट्यूब चैनल बनाने के लिए 🙏😊
ભારત માતા કી જય
अति उत्तम
सभी को नमस्कार
राष्ट्र ऋषि द्वारा दिए गया यह उद्बोधन १९८५ का है लेकिन आज के समय यानि लगभग 40 वर्ष बाद भी शत प्रतिशत आज भी और आगे भी स्टिकता के साथ वर्तन होती हुई दिखेगी
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
Bharath matha ki Jai
१५ अगस्त को आरएसएस का एक समूह भी प्रधानमंत्री का भाषण सुनने के लिए लाल किले पर उपस्थित रहे । संघ से यह प्रार्थना है ।
माननीय शेशाद्री जी के बोधिक भी ऑन लाईं हो सकते हे कया
बहुत ही अच्छी बात होगी। लेकिन हमारी जानकारी में अभी तक नही आये हैं।
జయ్ శ్రీరామ్
आरएसएस मे कोन कोन से दायित्व होते हैं
व्यवस्था के नाते कुछ अलग अलग नाम होते हैं वस्तुतः सभी को एक ही काम करना होता है नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे
संघावर टीका करणारे सुद्धा टीका नाईलाजाने करतात.आपण संघाविषयी वाईट बोलतो ते खोटं आहे हे त्यांना माहीत असतं
धर्म नही संविधान का संरक्षण हो क्योकि भारत मे प्रजातंत्र अनेक धर्म है
धर्म एक ही है। मानव धर्म, सनातन धर्म, हिंदू धर्म आदि अनेक नाम है, लेकिन धर्म एक ही है। उसी के संरक्षण की बात है। संविधान का सम्मान करें।
🫡
जी तालुकदार जी क्या कहना चाहते हो
भारत माता की जय
🚩🙏🏻
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार।
भारत माता की जय
Bharat Mata ki Jai
भारत माता की जय