कार्यकर्ता का मन कैसा रहे? || दत्तोपंत ठेंगड़ी || DATTOPANT THENGADI
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- เผยแพร่เมื่อ 7 ก.ย. 2021
- DATTOPANT THENGADI
श्री बड़ाबाजार कुमारसभा पुस्तकालय, कोलकाता द्वारा दिनांक 26 अप्रेल 1992 को श्रद्धेय दत्तोपंत जी ठेंगड़ी को तृतीय डा० हेडगेवार प्रज्ञा पुरस्कार से सम्मानित किया। इस प्रसंग पर श्रद्धेय दत्तोपंत जी ठेंगड़ी का कालजयी मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
श्री बड़ाबाजार कुमारसभा पुस्तकालय, कोलकाता के सभी माननीय पदाधिकारियों का हम हृदय से आभार व्यकत करते है कि उन्होने इतनी दीर्घावधि तक इस राष्ट्रीय धरोहर को सम्भाले रखा और हम सभी को यह वीडियो देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
साभार-श्री बड़ाबाजार कुमारसभा पुस्तकालय, कोलकाता
dbthengadi.in
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कितने सुंदर विश्लेषण किया है. भाषा प्रभुत्व
Present day politicians should listen thengri ji.
श्रद्धेय ठेंगड़ी जी अमर रहे
सुभमस्तु
आदरणीय दत्तोपंत ठेंगड़ी जी को नमन 💐💐
प पू डॉक्टर जी❤
❤
दिव्य पुरुष थे, मैं स्वयं को भाग्यशाली मानता हूं कि मैंने इन्हें प्रत्यक्ष देखा और सुना था। 🙏
🚩🚩🚩🚩
Hindu me samanta!!!!
Roti--Beti sambandha ho.
🔱🕉🚩🙏
🙏🙏
सादर प्रणाम 💐🙏🚩
आदरणीय ठेंगड़ी जी ( राष्ट्र ऋषि ) का स्पष्ट , सुलभ और सरल हिंदी भाषा में दिया गया भाषण आज के राजनिज्ञिकों को सीखने के लिए है । भाषण में कवि के जैसे पकड़ कर रखने वाली शैली संघ में ही हो सकती है।
पछतावा होता है कि ऋषिवर के दर्शन नहीं हुए कभी । 🚩
अत्यंत प्रभावी संबोधन।
🙏🙏🙏
काल जयी माननीय ठेंगडी जी।
एक तपस्वी साधक की ओजपूर्ण वाणी ऊर्जा प्रदान करती है।
सिद्धान्त को न्याय मिलने के समय लग सकता है, परंतु बहुमत की माया में सिद्धांत अपनी बहू मूल्य को खोता नहीं है। 🙏🚩
बहुत अच्छा कार्यकर्ता की प्रमाणिकता का प्रशिक्षण।
Satya vachan, Mahapurush ke. Sat Sat naman
मेरा सौभाग्य है कि पहले शिक्षार्थी रहते हुए और बाद में संघ शिक्षा वर्गों में श्रद्धेय दत्तोपंत जी को सुनने का अवसर मिला । निकट से देखा । चरण स्पर्श किये ।
आप बहुत सौभाग्यशाली है
धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः।
तस्माद् धर्मं न त्यजामि मा नो धर्मो हतोऽवधीत्॥ (महाभारत, वनपर्व 313/128)
अर्थात, यदि धर्म का नाश किया जाय, तो वह नष्ट किया हुआ धर्म ही कर्ता को भी नष्ट कर देता है और यदि उसकी रक्षा की जाए, तो वही कर्ता की भी रक्षा कर लेता है। इसी से मैं धर्म का त्याग नहीं करता कि कहीं नष्ट होकर वह धर्म मेरा ही नाश न कर दे।
"भविष्य पर किस की छाया, कितनी लम्बी पड़ती है,यही व्यक्ति की महानता का मापक है।" वाह! क्या वेद वाक्य है !!
बाल्यकाल में मेरा बाप ( माने संघ ) मुझे बहुत बड़ा लगता था। मैं प्रौढ़ हो गया हूँ ; मेरा बाप तो आकाश से भी बड़ा है !!
Great talk 👍
शत् शत् नमन 💐🙏🚩।
बहुत बहुत धन्यवाद
🇮🇳🚩🕉️🔥भारत माता की जय🇮🇳🚩🕉️🔥🙏🙏
भारत माता की जय।
काका म्हणजे अद्भुत बुद्धि
कृपया आपका परिचय दे।💐💐
वन्दे मातरम्
शुभमस्तु
Rare Video
शत शत नमन 🙏
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Apne AAP ko itna lucky samjhta hun main ki finally asli intellectuals ko sun paa Raha hun. Man mai kabhi kabhi ye vichar bhi aata Hain ki, angrezi tyag kar matra in sabhi prabuddha swajano ki tarah Hindi main bat Karu
आपके विचार बहुत उत्तम है बहुत बहुत धन्यवाद।
🙏🙏