कबीर अक्षरधाम की आत्मा है कबीर परम संत थे अक्षरधाम के आगे परमधाम है जिसका ज्ञान कलयुग में आया है इसलिए कलयुग चारों युगों में श्रेष्ठ है। जिसके सुमिरन मात्र से अखंड मोक्ष की प्राप्ति होगी। चलते चलते पग थके नगर रयाह नौ कोस। बीच मेंडेरा पड गया कबीरकिस दे दोष। जिस घर में अवला बसे बहे प्रेम के पूर। कहे कबीर सुनो भाई साधु वह घर हमसे दूर।।
कबीर परमात्मा हैं.. इसमे कोई शक नहीं / मगर.. सवाल ये है.. की ये -- रमाशंकर..... परमात्मा की हड्डी तोड़ने की बात करता है.. यानी की ये कबीर... को ही मारना चाहता है ?? -------------------------------------------------------- तो फिर.. तुम लोग -- इसके पागलपन का इलाज क्यों नहीं करते ?? ऊँ..
कहां कहां से नया नया उपदेश लेकर आये है। राम ने कभी कोई उपदेश दिया हो पहली बार सून रहे हैं। वैसे भी जो उपदेश देने वाले कभी तीर कमान (हत्यारो)लेके चलते हैं। तीर कमान हत्या का symbol होता है। ऐसे व्यक्ति क्या धर्मोपदेश दे सकते हैं रामायण में कोई भी अनूकरणीय बातें है ही नहीं।
भगवान ही सत्य है शेष भ्रम असत्य है
कबीर अक्षरधाम की आत्मा है कबीर परम संत थे अक्षरधाम के आगे परमधाम है जिसका ज्ञान कलयुग में आया है इसलिए कलयुग चारों युगों में श्रेष्ठ है। जिसके सुमिरन मात्र से अखंड मोक्ष की प्राप्ति होगी।
चलते चलते पग थके नगर रयाह नौ कोस। बीच मेंडेरा पड गया कबीरकिस दे दोष।
जिस घर में अवला बसे बहे प्रेम के पूर। कहे कबीर सुनो भाई साधु वह घर हमसे दूर।।
कबीर परमात्मा हैं.. इसमे कोई शक नहीं /
मगर.. सवाल ये है.. की ये --
रमाशंकर.....
परमात्मा की हड्डी तोड़ने की बात करता है..
यानी की ये कबीर... को ही मारना चाहता है ??
--------------------------------------------------------
तो फिर.. तुम लोग --
इसके पागलपन का इलाज क्यों नहीं करते ?? ऊँ..
Sardha,sab me, sab iswar hai koi bhi bhinn nahi hai
हमे मानव शरीर मिला हॅ काल की ईजतत करते हॅ
Jo vyakti sadguru ke Vachan ko ullanghan karta hai use prakriti avashya dandit karta hai
जय भीम जय मूलनिवासी नमो बुद्धाय।
आपको अक्ल कब आयेगी किसी का भी कर्म ही उसका प्रतिफल देता है आप जो रोज दूसरो की बुराई करते रह्ते है उसका फल तो आपको मिलेगा ही
आपकोसचचे गुरू मिल जाते तो आपजय गुरूदेव कीनिनदा नही करते
ईशद्रोही जयगुरूदेव अवैध
जय हो गुरु जी
TULSI BINU HARI BHAJAN KE JEEV KUKRA HOI,GALIYA GALIYAN FIRA KARO TUK. NA DARE KOI.
कहां कहां से नया नया उपदेश लेकर आये है। राम ने कभी कोई उपदेश दिया हो पहली बार सून रहे हैं। वैसे भी जो उपदेश देने वाले कभी तीर कमान (हत्यारो)लेके चलते हैं। तीर कमान हत्या का symbol होता है। ऐसे व्यक्ति क्या धर्मोपदेश दे सकते हैं रामायण में कोई भी अनूकरणीय बातें है ही नहीं।