बहुत बहुत धन्यवाद बाबा जी ऐसे प्रबंधन देने के लिए बहुत ज्ञानवर्धक जानकारी दी मैं जिला सीतापुर से आपके सभी प्रबचन सुनते हैं मेरा जीवन बदल गया है आपकी लाखों करोड़ों में एक वाणी है मनुष्य का जीवन सुधारने वाली आपको बहुत बहुत दिल से धन्यवाद शुभकामनाएं नमोबुद्धाय साधुवाद
धर्म की सरल व्याख्या सरल भाषा मे समझाया है। धर्म तो एकही होता है। ..एक प्राकृतिक धर्म और दुसरा धर्म क्रुतिम..सत्य आचरण और दया ही धर्म का मुल स्वरूप है। सबसे पहले इन्सान बनिऐ..यह धर्म की सरल परिभाषा है।
बेटा यह गुण तो टाइप कर दिया लेकिन आपको इस दुनिया में इंसान कौन दिख रहा है इंसान कौन है जो सही मायने में इंसानियत सिखाएं यह बाबा भी हिंदुओं को बांट रहा है संगम में जो कृतियां फ्लेट हैं जो दूसरे धर्म के आकार के उसके ऊपर बाबा क्यों नहीं बोलना
Beta "Hindu" naam ka koi Dharm nahin hai...Hindu naam tumhen kaise Mila ...zara is shabd ke vishay mein bhi thoda jankari kar lo beta. @@ranjitsingh3000
बहुत सुंदर बहुत सुंदर वचन आपने कहा सर साहब जी आपको साहब बंदगी लेकिन जो नर्क में कूद चुका है अब एक दिन कूड़ा और चाहे बार बार कूद रहा है तो जब लड़की हम बन ही चुके हैं मन से और मदिरा पी ही चुके हैं हम पाप एक बार कर दिए तो हमारा अनजान में किया जान में किए पापी हो गए ना अब उसको हम भला बनकर हम क्या करेंगे हमें पापी है रहने देना है अच्छा है
84 लाख योनियों के बाद मनुष्य जीवन मिलता है जो केवल सतभक्ति के लिए मिला है जो सतभक्ति करेगा उसका धर्म स्वतः सर्व गुणों से परिपूर्ण होगा । जो सतभक्ति नही करता वह इंसान नही राक्षस है जो अधर्म की राह पर चलता है ।
धर्म का अर्थ ही धारण करने योग्य को धारण करना। महान विचारक कबीर जी अपने समय के सबसे सरल भाषा में धर्म की व्याख्या करने वाले विद्वान् संत और महापुरुष थे जिन्हें अपने हर कथन को प्रमाणों से पुष्ट करते हुए कहा है।धर्म के सार को लोक भाषा में लोक तक पहुंचाने वाले ऐसे योगी साधक का मेरे ह्रदय में सम्मान है।
ये जीवन देने वाले मेरे खुदा तुझे सलाम, गुरु चरणों में सिर ये झुका दे मेरे खुदा हर बुराई हर धोखे से बचा ले मेरे खुदा, इस जीवन को चरणों से लगाने वाले मेरे खुदा तुझे सलाम सलाम सलाम मेरे खुदा तुझे सलाम।🙏🙏
कूंम्भ तो मेला है जीवन को झमेला डालने वाला मेला है। असली कुंम्भ तो हमारे अन्दर रात दिन लगा हुआ है इसे ढूढ कर नित स्नान करे । सत्य का जबतक अनुसरण जबतक नही करोगे तबतक अन्दर की कुम्भ से दर्शन दुर्लभ है। बिन पैसा का यह कुम्भ जनम मरन से मुक्त करने वाला है ।
कुंभ एक मेला नही, केवल गंगा के पानी में डुबकी लगाने ही नही जाते हैं। कुंभ में सम्पूर्ण विश्व के लोग विभिन्न विषयों विशेषज्ञ ज्ञानी तपस्वी, गरीब, अमीर, साधु सबको एक दूसरे को सुनने समझने का मौका मिलता है। वहीं से हर एक व्यक्ति अपनी स्वभाव के अनुसार कुछ न कुछ ग़हण करता है। महाराज हर एक व्यक्ति अपने अपने ढंग से ईश्वरीय प्रदत्त ज्ञान की विवेचना करते हैं लेकिन वह एक ही जिसकी सृष्टि है हम उसकी कृति हैं।
बहुत खूब... शानदार विवेचना, सुंदर अनुभूति की शानदार अभिव्यक्ति के लिए खूब-खूब प्रेम और अनंत साधुवाद! उम्मीद करते हैं आपकी बातों से समझदार लोग सीखेंगे और अपने साथ दूसरों के कल्याण के भी भागीदार बनेंगे।
घर्म है आपके भीतर के गुण जिसे आप मन,कर्म और वचन में धारण कर जितें है। धर्म सब्द के उत्पत्ति हिंदी के 'ध्री' धातु सब्द से हुई है। जिसका अर्थ है 'धारण' करना। अर्थात जो आप मन,कर्म,(क्रिया) बचन में जो धारण कर रखा है। वहीं धर्म है।।
धन्यवाद माननीय साहेब जी गुरु जी हों तो ऐसे होना चाहिए ,जब तक गुरु नहीं मिले सांचा।तब तक गुरु करो एक सौ पांचा।। अच्छी डिग्री पाने के लिए अच्छी शिक्षा उच्च शिक्षा लेनी पड़ेगी साहेब बंदगी साहेब चरन कमल वंदन साहेब बंदगी
मानव - मानव एक है , मानव का धर्म एक है ! विश्व बंधुत्व कायम हो कायम हो ! एक चूल्हा एक चौका एक है मानव समाज ! दुनिया के नैतिकवादियों एक हो एक हो ! जात - पात की करो विदाई , मानव - मानव भाई भाई ! जात - पात जहर है मानवता के लिए कहर है ! जात - पात का भेद मिटाओ , नव्य मानवतावाद अपनाओ ! सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय
Sacchai chhup nahin sakti banavat ke vasoolon se, khushbu aa nahi Sakti kagaj ke phoolon se, Santon ke vichar ko sochne aur samjhane se sachchai samajh me aa jata hai, Satya bachan 🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Satya hi dharm hai .daya hi dharm hai.. Manav ke alawa sabhi jeev apne apne dharm par hai..sachche dharmik to ye sabhi jeeve hai.. saheb bandagi saheb......
धर्म की सहज सरल और सटीक परिभाषा देने के लिए आपका बहुत बहुत आभार
बहुत बहुत धन्यवाद बाबा जी ऐसे प्रबंधन देने के लिए बहुत ज्ञानवर्धक जानकारी दी मैं जिला सीतापुर से आपके सभी प्रबचन सुनते हैं मेरा जीवन बदल गया है आपकी लाखों करोड़ों में एक वाणी है मनुष्य का जीवन सुधारने वाली आपको बहुत बहुत दिल से धन्यवाद शुभकामनाएं नमोबुद्धाय साधुवाद
१००% सत्य है बाबा जी सत सत नमन है आपको 🙏🏻🙏🏻❤️
प्रकृति का धर्म ही मानवता का धर्म है । बहुत बहुत साधुवाद भंते जी !!
ऐसे संतों से भागवत कथा कराना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी को संस्कारवान बनाने में सफल होंगे कोटी कोटी नमन साहेब
संत श्री रामाशंकर साहेब के पावन चरणों में कोटि कोटि प्रणाम साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब
साहेब बंदगी। धर्म की सही व्याख्या करने के लिए कोटि कोटि नमन।
परम पूज्य जी आप को लाखों लाख प्रणाम
आप को कोटी कोटी नमन करते हैं
Suna. Chintuo.
धन्यवाद साहेब जी।
साहेब बंदगी...❤
धर्म की सरल व्याख्या सरल भाषा मे समझाया है। धर्म तो एकही होता है। ..एक प्राकृतिक धर्म और दुसरा धर्म क्रुतिम..सत्य आचरण और दया ही धर्म का मुल स्वरूप है। सबसे पहले इन्सान बनिऐ..यह धर्म की सरल परिभाषा है।
बेटा यह गुण तो टाइप कर दिया लेकिन आपको इस दुनिया में इंसान कौन दिख रहा है इंसान कौन है जो सही मायने में इंसानियत सिखाएं यह बाबा भी हिंदुओं को बांट रहा है संगम में जो कृतियां फ्लेट हैं जो दूसरे धर्म के आकार के उसके ऊपर बाबा क्यों नहीं बोलना
Beta "Hindu" naam ka koi Dharm nahin hai...Hindu naam tumhen kaise Mila ...zara is shabd ke vishay mein bhi thoda jankari kar lo beta. @@ranjitsingh3000
❤
सच बोले गुरुजी पाखंडी लोगो को आपकी बाते चुभ रही है जो लोग धर्म के नाम से एक दूसरे से नफरत करते है
बहुत सुंदर बहुत सुंदर वचन आपने कहा सर साहब जी आपको साहब बंदगी लेकिन जो नर्क में कूद चुका है अब एक दिन कूड़ा और चाहे बार बार कूद रहा है तो जब लड़की हम बन ही चुके हैं मन से और मदिरा पी ही चुके हैं हम पाप एक बार कर दिए तो हमारा अनजान में किया जान में किए पापी हो गए ना अब उसको हम भला बनकर हम क्या करेंगे हमें पापी है रहने देना है अच्छा है
रमाशंकर जी को बहुत-बहुत धन्यवाद।
परम पूज्य बाबा जी को कोटि कोटि प्रणाम।एकदम विसुद्ध बात करने के लिए।
Bahut aachha
84 लाख योनियों के बाद मनुष्य जीवन मिलता है जो केवल सतभक्ति के लिए मिला है जो सतभक्ति करेगा उसका धर्म स्वतः सर्व गुणों से परिपूर्ण होगा । जो सतभक्ति नही करता वह इंसान नही राक्षस है जो अधर्म की राह पर चलता है ।
महा गुरू के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम ।
साहेब बंदगी साहेब जी सतगुरु देव जी कि जय हो इन्दौर से
वाह बाबा आपको तो अवॉर्ड मिलना चाहिए आप संसार मे अकेले विद्वान है
40 lakh logo ke samne yehi pagla ek vidhwan hai
🤔🙃
अपने तार्किक दिमाग (यदि हो तो ) समझनेकी कोशिश करें।@@RinkuKumari-zr5wl
@@RinkuKumari-zr5wl
बिल्कुल विद्वान है सही कह रहा है ये
कुम्भ स्नान करने से क्या मिलता है
ढकोसला है ये सब
बिल्कुल सही कह रहा है। कुम्भ स्नान लोगों को अंधेरे में धकेलने वाली बात है।
धर्म का अर्थ ही धारण करने योग्य को धारण करना। महान विचारक कबीर जी अपने समय के सबसे सरल भाषा में धर्म की व्याख्या करने वाले विद्वान् संत और महापुरुष थे जिन्हें अपने हर कथन को प्रमाणों से पुष्ट करते हुए कहा है।धर्म के सार को लोक भाषा में लोक तक पहुंचाने वाले ऐसे योगी साधक का मेरे ह्रदय में सम्मान है।
ईन्सानही कुंभमेलामे जाते है !!! 👍👍🙏
बिलकुल सही जवाब है ❤❤❤❤❤जय बाबा साहब जिंदाबाद नमो बुद्ध जिंदाबाद.
आप की वाणी सराहनीय है। मानवके कल्याण हेतु है।
बहुत सुंदर है आप का ज्ञान कबीर साहब बंदगी ❤❤
आदरणीय क्रांतिकारी संत जी को कोटि कोटि प्रणाम है
Great man
सच्चाई बताने के लिए आपको साधुवाद
जय हो समाज सुधारक
सत्य वचन। लोगों को सत्यता का दर्पण दिखाने के लिए साधुवाद।
Bahut acchi Vani batate hain aap bahut bahut dhanyvad
सप्रेम साहेब बंदगी साहेब जी 🙏🌹🙏।
ये जीवन देने वाले मेरे खुदा तुझे सलाम, गुरु चरणों में सिर ये झुका दे मेरे खुदा हर बुराई हर धोखे से बचा ले मेरे खुदा, इस जीवन को चरणों से लगाने वाले मेरे खुदा तुझे सलाम सलाम सलाम मेरे खुदा तुझे सलाम।🙏🙏
कूंम्भ तो मेला है जीवन को झमेला डालने वाला मेला है। असली कुंम्भ तो हमारे अन्दर रात दिन लगा हुआ है इसे ढूढ कर नित स्नान करे । सत्य का जबतक अनुसरण जबतक नही करोगे तबतक अन्दर की कुम्भ से दर्शन दुर्लभ है। बिन पैसा का यह कुम्भ जनम मरन से मुक्त करने वाला है ।
बच्चा पैदा हुए ही ज्ञान दे रहा है
साहेब बन्दगी सरकार आप हमेशा सत्य के मार्ग को दर्शाते है।
सतगुरु जी के चरणों मे सप्रेम साहेब बंदगी साहेब
Kya Baat hai Bilkul Aapka Kaha Sach HAI
ਇਸ ਬਾਬੇ ਦੀਆਂ ਬਾਤਾਂ ਸ਼ਹੀ ਹਨ,
कुंभ एक मेला नही, केवल गंगा के पानी में डुबकी लगाने ही नही जाते हैं। कुंभ में सम्पूर्ण विश्व के लोग विभिन्न विषयों विशेषज्ञ ज्ञानी तपस्वी, गरीब, अमीर, साधु सबको एक दूसरे को सुनने समझने का मौका मिलता है। वहीं से हर एक व्यक्ति अपनी स्वभाव के अनुसार कुछ न कुछ ग़हण करता है। महाराज हर एक व्यक्ति अपने अपने ढंग से ईश्वरीय प्रदत्त ज्ञान की विवेचना करते हैं लेकिन वह एक ही जिसकी सृष्टि है हम उसकी कृति हैं।
बहुत खूब...
शानदार विवेचना, सुंदर अनुभूति की शानदार अभिव्यक्ति के लिए खूब-खूब प्रेम और अनंत साधुवाद!
उम्मीद करते हैं आपकी बातों से समझदार लोग सीखेंगे और अपने साथ दूसरों के कल्याण के भी भागीदार बनेंगे।
यार तूं तो, जरूरत से ज्यादा ज्ञानी बन चुका है, तू खुद का खुद हि विधाता है,
कुछ कहना गलत हि हो जायेगा, इस लिए चुप रहता हूँ,
🎉🎉🎉🎉
Dimag s paidal hai
Mahabharat book ek bar sahi se padh lena
अब इलाहाबाद नहीं प्रयाग राज कहते है आप बहुत पुराने समय की बात कर रहे हैं न आप कबीर साहब है
बहुत सुन्दर प्रस्तुति है धर्म क्या है उसकी सही परिभाषा यही है।
❤❤❤ सत्य गुरू साहेब ❤❤❤
Satyname Saheb Ram
घर्म है आपके भीतर के गुण जिसे आप मन,कर्म और वचन में धारण कर जितें है। धर्म सब्द के उत्पत्ति हिंदी के 'ध्री' धातु सब्द से हुई है। जिसका अर्थ है 'धारण' करना। अर्थात जो आप मन,कर्म,(क्रिया) बचन में जो धारण कर रखा है। वहीं धर्म है।।
Saheb..ko..lakh.lakh..bandagi
❤❤❤❤ masha allah bahut behtareen baat boley hain
साहब। बन्दगी
बहुत सुंदर प्रवचन,
जय कबीर साहेब
बहुत ही सुन्दर स्टीक विचार साहेब जी के क्योंकि धर्म की व्याख्या विस्तृत रूप से बताया।
Maharaj ji sateek bat kahi hai mai esi guru ki Charan chhuta hui
बहुत बिदावन रामसंकर जी महराज है इनको कहते (बाबा कुछ बाबा इनके पास बा )
साहेब आपका सत्य वास्तविक ज्ञानार्थ प्रवचन साहेब कबीर के सिद्धांत पर अतिउत्तम।
सप्रेम साहेब बन्दगी3
बाबा जी ठीक कहते समाज सुधारक
साहेब बंदगी कोटी कोटी बंदगी
कबिरजी कहेते है , ऐसा कैसा नहाया रे मन मैला और तण काला , ऐसा कैसा नहाया रे , तुझंसे तो कागा भला रे।
Bahut sundar satsang Kiya. Dhanyawad baba ji .saheb bandagi
Sschi.bat.krne.ke.liye.baba.aapko.sadhuwad
गुरु जी को मेरा प्रणाम❤🎉
कबीर महाराज जी की जय।❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Thank you for awakening the society
धन्यवाद माननीय साहेब जी गुरु जी हों तो ऐसे होना चाहिए ,जब तक गुरु नहीं मिले सांचा।तब तक गुरु करो एक सौ पांचा।। अच्छी डिग्री पाने के लिए अच्छी शिक्षा उच्च शिक्षा लेनी पड़ेगी साहेब बंदगी साहेब चरन कमल वंदन साहेब बंदगी
सतनाम साहेब बन्दगी साहेब जी
चरणवन्दन❤️❤️🙏🙏🌹🌹
मानव - मानव एक है , मानव का धर्म एक है !
विश्व बंधुत्व कायम हो कायम हो !
एक चूल्हा एक चौका एक है मानव समाज !
दुनिया के नैतिकवादियों एक हो एक हो !
जात - पात की करो विदाई , मानव - मानव भाई भाई !
जात - पात जहर है मानवता के लिए कहर है !
जात - पात का भेद मिटाओ , नव्य मानवतावाद अपनाओ !
सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय
Absolutely correct 100%🙏🏼✔️👍🏻🕉🙏🏼👍🏻✔️✔️✔️✔️
आचरण सुधार ही धर्म है
Koti koti dhanyvad Jo aapane Sahi rasta
जय हो गुरूवार की राधे राधे
साहब जी बिल्कुल सही कह रहे हैं। 👌🙏
Bahut hi sarala sundar sandesh diya gaya hai itihas apna khyal rakhna hi Dharm hai tathagat buddh ki karuna ho bhawtu sabb manglam namo buddhay ❤❤❤❤
हर इंसान अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है
Sacchai chhup nahin sakti banavat ke vasoolon se, khushbu aa nahi Sakti kagaj ke phoolon se, Santon ke vichar ko sochne aur samjhane se sachchai samajh me aa jata hai, Satya bachan 🎉🎉🎉🎉🎉🎉
आप को प्रणाम करून🙏👌
धन्यवाद साहेब जी सप्रेम साहेब बन्दगी साहेब🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sachchi baten ........sachmuch.
Absolutely right
MAHATMA JI NE DHARAM KI BAHUT HI SUNDER AUR SATIK VISHLETION KIYA HAI.MAIN AAP KO KOTI KOTI CHARAN VANDAN KARTA HOON. JAI HIND,JAI BHARAT.
बहुत ही शानदार ❤
आपको कोटि कोटि प्रणाम
आप जियो हजारों साल...
सादर प्रणाम आपको
बिल्कुल सच कहा आपने आप ही इस पाखंड को दूर कर सकते हैं
Aap ko koti koti pranam ❤❤
Koti koti naman pranam guruji very good advice 💯
Bahut badhiya samjhaya aapne koti koti pranam guruji
Ishwar aap ko dirghayu banaye .Aap ko bahut bahut naman .
साहेब को तीनपेखां साहेब बंदगी 🙏🙏🙏
आदरणीय सभी को अपने अपने बिचार ब्यक्त करने का अधिकार है जिसको जिस बिचार धारा को मानना वह उसे ही मानेगा और उसी को सत्य मानेगा उसके लिए वही सत्य है
सत्य ऊजागर🙏👍️👌💕
Param pujya great krantikari satguru Rama shankar sahab ke charno me sat sat Koti Koti naman vandan karta hoon sa Prem sahab bandagi
परमेश्वर का राज्य खाना पीना नहीं लेकिन उसके समर्थ में है
मानवता अच्छे कर्म दया धर्म है
साहेब जी चरण बंदगी
Sah Prem koti koti saheb bandagi 🙏🙏🙏🙏🙏
विश्व के सबसे सुपर संत शिरोमणि को बिश्राम गुरुजी दौसा राजस्थान की तरफ से क्रांतिकारी सैल्यूट
धर्म शब्द का प्रयोग 4अर्थों में किया जाता है ==
1.स्वभाव
2.कर्तव्य
3.पंथ/मजहब/संप्रदाय
4.साधना पद्धति
धने वाद अगदि बरोबर आहे
Satya hi dharm hai .daya hi dharm hai..
Manav ke alawa sabhi jeev apne apne dharm par hai..sachche dharmik to ye sabhi jeeve hai.. saheb bandagi saheb......
Very good.
Awareness of the people is most important.
यथार्थ सत्य कहा आपने ❤
Very good shaheb bandgi jai hind
साहब बंदगी ।
धर्म की व्याख्या करके आपने आडंबर की बखिया उधेड़ दिया। आँखे आपने खोल दिया। बहुत बहुत आभार।