@@sunderbhagwana8730 दुनिया में कोई भी धर्म का ग्रंथ किसी भी देवी देवता ने लिखा नही है सभी को इंसानों ने ही लिखा है . मुस्लिम भी यही मानते है कुरान अल्लाह ने लिखा है यही अज्ञान में जी रहे हैं
यह पाखंडी बड़ी बड़ी महंगी कारों में चलेगा हवाई जहाज यात्रा करेगा आईफोन चलाएगा इसके बच्चे विदेश में पड़ेंगे पाखंड में फंसा के लोगों से अरबो रुपए का स्वामी बन चुका है
@@Brajveerdhamaka भाई किसी भी धर्मो में चला जा हर जगह दान का प्रावधान है जिस धर्म आप जाते हो वहाँ भी दान तो देते होंगे बिना पैसा के कुछ नहीं होता जो अन्य धर्मो के लोग सनातन पर ही कुतर्क करते हैं क्या किसी और धर्म में जाके देखो पता चल जायेगा क्या क्या करते हैं
ब्राम्हण संस्कृति में समुंदर पार करना महापाप है । इसलिए सारे ईश्वर भारत में ही बस गए । ब्राम्हण संस्कृति मे मूर्ति कला नही, शायद इसलिए देवी देवता बना कर बुद्ध को ही पूजा जा रहा है । लानत है ऐसी संस्कृति पर जो देश जनता को गुमराह कराएगी जय भीम, जय शिवराय गर्व से कहे, हम मूलनिवासी है ।
सराब पीने बालों से फिर भी सरकार को टैक्स मिल जाता।सरकार का फायदा होता है वही टेक्स के द्वारा देश का विकास होता है, लेकिन हजारो लीटर दूध चढ़ाकर बर्बाद होने से किसको फायदा होता है गुरुजी हमे बताये?
गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु गुरुदेव है महेश्वर इनको छोड़ कर किस गुरु के चक्कर में पड़ा इंसान इंसान को गुरु मानकर त्रिदेव का अपमान करके मोक्ष की कामना असंभव है बहुत चालाक जीव इंसान कब खुद को भगवान बनाकर लोगो से अपनी पूजा चालू कराए पता नही
@@PraveshSaxena-n3w aapne kitni bar rijhaya he numbers batao. aur kitni selfy li he mandir ke saath. Aur aap bhagwan ko sabit karke batao bina bate banaye.
भगवान निराकार है प्रकृति ही भगवान का रूप है बाद बाकी सब बेकार है इन ढोंगियों की दुकान है जो जैसे चलाए और जिसकी जैसी चल रही और इन पर लोग ज्यादा विश्वाश पढ़ा लिखा व्यक्ति ज्यादा करता है।
Sabse jyada pakhndi tum log ho jo rampal ko bhagwan mante ho uski aarti 36 pakwan ka bhog lagate ho usko dud se nehlate ho usi dud ki kheer khate ho hajaro rupye se path karwate ho ye thugi h kuch galat kha to jawab dena shi kha ho to chupchap baithe rahna
Bhakt parlahad ko piller me bhagwan dikhta tha ushi piller se bhagwan parkat hue kya baat karte ho tumhara bhagwan jail todkar bahar aakar dikhaye kuch karke dikhana padta h aise to tere jaise murkh hi bhagwan manege😍
क्या बात बहन जी आपने मेरे दिल को खुश कर दिया जो खाने के लिए चीज दूध है और धरती में बाहर जाए तो किस काम का अर्जुन अक्सर जो शराब पीते हैं वह हिंदू धर्मसही है धर्म के ठेकेदार इन लोगों के क्यों सुझाव नहीं देते हैं देख पंडित जी भगवान को कोई चीज की आवश्यकता नहीं है क्योंकि भगवान ने हमें बनाया है सारा चीज उनके पास है भगवान को सिर्फ आवश्यकता है तो हम उसको दिल से धन्यवाद दे उसको प्रणाम करिए आप लोगों का प्रखंड सामने आ चुका है ज्यादा दिनचिकनी वाला नहीं है आप सब लोग सही में जा रहे हैं तो तो गांव गांव शहर शहर में लड़ा रहे हो खाली हिंदू धर्म का मानव ताकि हमारा दुकान चलता रहेगा यही है ना बाबा जी किसी को दलित बताते हो किसी को चमार कहते हो किसी को नीच रहते हैं तो तुम महान हो तू सच्चा हो तो तुम अपना भगवान का पूजा करो जी और कोई दूसरा भगवान का पूजा करता है तो बजरंग बनाकर लड़ते हुए लोगों में तुम्हारा भगवान है तुमजानो रामपाल जीआप भी सुनाओ है जब बाइबल के बात करते हो तो जब यीशु मसीह को जब पकड़ने गए थे तो उसने अपने आप को सब दिया ईश्वर होते हुएभी लेकिन आपने रामपाल जी जब आपको पकड़ने गए थे तो आपका पूरा से ना लाठी लेकर दौड़े थे और लाठी के पकड़ने वाले ईश्वर के लोग नहीं होते और ईश्वर के बात करते इस वक्त को लोग नहीं पहुंचते और भारत देश संविधान से चलता है और संविधान के मुताबिक से चलेगा जो भी लोग है अपना अपना धर्म प्रचार कर सकता है सबको मान सकता है किसी का बाप का औकात नहीं है कि किसी को रोक सके अपना दुकान चलाने के लिए यदि तुम लोग के पास परमेश्वर भगवान का स्वभाव होता तो लोग आप सनातन धर्म को छोड़कर नहीं जाता जिसके पास परमेश्वर का आत्मा होता है उसके बाद प्रेम का भावना होता है भाईचारे के भावना होता है लेकिन अभी के लोग पंडित लोग लड़ाई झगड़ा करने वाले लोग बन गए हैं दारू पीने वाले लोग बन गए हैं चिकन खाने वाले लोग बन गए हैं तो अपने आप को नहीं बचा सकता लोगों को क्या बचाएगा ऐसे पंडित लोगों को अपने चोला उतार के रहना चाहिए मेरा किसी का दिल को ठेस पहुंचाने वाला बात नहीं है मैं लोगों को आंख के पर्दा खोलने वाली बात कह रहे हो और मुझे कोई गलती होगा तो क्षमा करना धन्यवाद
Bhakti kro bhakti nirakaar bhi sakaar ho jaata hai. Jisne sarkaar kiyaa hai usi ney uskey swaroop ko likhaa hai. Or us likhey huye adhar par murti roop banayaa hai.
Agar murti se itna hi pahrej hai to apney baap ki photo mat rakh apney ghar me. Or photo vigrha se itni takleef hai to apney ghar ki har diwaar par Raampaal ki photo kyo lagaa rakhi hai. Is jawab se tujhko or Raampaal ko jawab mil gayaa hoga . Samajhdaar ko ishaara hi kaafi hai. Samajh na aayey to Tulsi Daas Ji ki Ramayan padh . or Ramayan ji ke Bare me bhi kuchh ulta bolaa naa kabhi bhi 84 ka chakkar khatm nhi hogaya. Jai Shri Sant Tulsi Daas ki. Jai Bajrang Bali ki. Jai Bageshwar Dhaam ki. Jai Satguru Sanyasi Baaba ki. Jai Shiv Bhagwaan ki. Rahi Baat Kabeer ji ki to unhone apney Nirakaar Raam ji ko Sakaar kiyaa tha. Ab jyada kahana theek nhi mera. Chai se jyada ketli garm hoti hai. Samjh to gaya hoga tu kiska chella hai ye tuchh sa Daas. Bageshwar Dhaam ki Jai Bajrang Bali ki Jai Shree Ram ji ki jai. Satguru sanyasi Baba ki Jai. Guru dev Shastri Ji ki jai. Aur dharm virodhiyo ki thathri
रामपाल जी पहले आर्य समाजीथे सत्य बोलने और सुनने के कारण उन्हें आर्थिक मानसिक शारीरिक कोई फायदा नहीं जहां सत्य होता है वहां कोई फायदा नहीं इसीलिए उन्होंने एक अलग से दुकान खोली अंधविश्वास की शास्त्रों में से अपने मनपसंद अधूरे मंत्र की व्याख्या करके शास्त्रोक्त बाताकर अंधविश्वास में डालते हैं इसीलिए उनकी दुकान यहां पर अच्छी चल रही है यह धर्म और मजहब को एक जैसा ही मानते आप कुरान को पढ़ लेना अच्छी तरह से हिंदी में इसके बाद स्वयं को पता चल जाएगा
लेकिन कोन है पूर्ण सदगुरु कोन है कोई नही जानता शरीर धारी मनुष्य कभी भी सदगुरु नही हो सकता सदगुरु तो वह है जो सब की सद्गति करे इन कथा वाचक कभी भगवान से नही मिला सकते यह गांठ बांध लीजिए
Apni apni soch hai...humare hisab se baba ne ekdum perfect jawab diya hai lekin tumhari buddhi kuch aur soch Raha hai kya bhagwan bhi tujhe acchi buddhi pradan kare 😂😂😂
मंदिर और मूर्ति पूजा तो भगवान की परम आत्मा के प्रति प्रेम कराने का एक प्रकार से माध्यम है l वास्तव में नेक विचाराधारा, परमात्मा की बनाई प्रकृति की सुरक्षा, गरीब, असहाय लाचार जीव इंसान की नेक कर्म से खुशी प्रदान कराना, किसी का अपमान न करना, झूठ न बोलना, किसी को धोखा न देना, चोरी न करना, मानसिक शोषण न करना, मानसिक प्रताड़ना न देना, अपनी जिम्मेदारियों से दूर न भागना, पाप, निंदा, गलत माहौल से बच कर रहना, नेक कर्म करना आदि l जिस इंसान में ये आदत हैं उस इन्सान को मन्दिर प्रतिमा पूजा जैसे माध्यम की जरूरत ही नहीं हुआ करती l भगवान सबकी देह में मौजूद हैं, भगवान तो हर इन्सान की जो भी इंद्रियां हैं उन्हीं से ही सब जान लेते हैं कि ये इंसान अब क्या करने वाला है, अब क्या कर रहा है और इसने क्या कुछ कर दिया है !!!! इंद्री आंख से देखा, इंद्री कान से सुना, जीभ इंद्री वाणी से किसको क्या बोला ???? आदि कर्म जानने के स्रोत हैं l प्रत्येक देह में मौजूद आत्मा में ही परमात्मा का अंश है l किस इंसान की सोच यानी आत्मा कैसी है उसके भाव विचार कर्म क्रिया से जान लेते हैं l इसलिए आत्मा सो परमात्मा ll बाकी भजन कीर्तन, जागरण व्रत, पूजा अर्चना, मंदिर स्थल, छबील भंडारा, पूजा पाठ, हवन यज्ञ, यशोगन आदि सब परमात्मा की कृपा पाने के माध्यम हैं l हृदय दयालु हो, वाणी मधुर हो, कर्म नेक हो, हृदय में दर्शन भगवान का हो, भजन कीर्तन गायन, प्रभु उच्चारण, ध्यान करने का भाव कर्म हो तो फिर ..... किसी मूर्ति मन्दिर जैसे माध्यम की जरूरत ही नहीं होती l परमात्मा को मानने वाले पाखंड को तलाशते हैं लेकिन परमात्मा को जानने वाले ध्यान जाप सुमरीन से तलाशते हैं l भगवान हैं लेकिन आत्मा स्वरूप में हैं ... किसी देह स्वरूप में कहीं भी कतई नहीं हैं l जब उनकी कृपा बरसती है तो अपनी कृपा को अनेकों अनेक तरीकों से हमेशा केवल अनुभव रूपी आभाष कराता है, आमने सामने साक्षात रूप दर्शन वाली भेट मुलाकात से कदापि नहीं l भगवान और इंसान के बीच साक्षात आमने सामने वाली मुलाकात दर्शन के लिए अर्जुन जैसे गुण होने चाहिएं, अर्जुन जैसे पांडव पुत्र पाप कर्म करने से कोसो दूर रहा करते थे l कुछ लोग नास्तिक ये बोलते हुए हिचकते ही नहीं हैं कि भगवान कौन है? कहां है और किसने देखा? देखा है.... अर्जुन ने महाभारत का युद्ध शुरू होने से ठीक पहले साक्षात भगवान का रूप देखा था l साक्षात भगवान का रूप देखने के लिए पहले आप खुद अपनी देह में मौजूद भगवान को अर्जुन जैसा बन कर तो दिखाइए..... नेक कर्म ही सर्वोत्तम है बाकि तो तूफान के बाद " सन्नाटा बटा सन्नाटा " सिर्फ़ मन खुश करने के माध्यम हैं l 😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
सन्त शिरोमणि कबीरदास जी । मसि कागज छुओ नहीं कलम गही नहीं हाथ चारों युग का महत्तम लिखा कबीरा दास । कबिरा जब हम पैदा हुए जग हँसे हम रोय कुछ ऐसा करके चलो हम हँसे जग रोय ।
💪💪 सर्वप्रथम संदेश 💪💪----- मुर्खों को समझाना सबसे बड़ी मूर्खता में से एक है! मुर्खों को समझाना तन, मन, धन, जन और समय की हानि है! मुर्खों को उनकी ही स्थिति और परिस्थिति पर छोड़ देना चाहिए! आप और मैं मुर्खों को समझाने में असमर्थ हैं!❤️ परम 💓पिता 💓 परमात्मा ❤️ हमें अर्थात हम सभी को सद्बुद्धि प्रदान करें!
Bhagwan ko kabhi kisine dekha hai kya? Kya insan bhagwan se badhkar hai? Agr bhagwan itne acche insaan bna skta hai to fir wo apne ap ko adha janwar adha insan kaise bna skta hai! Tmare ek bhagwan pr itne sawal uthte hai to fir 33 crod bhagwano pr kitna bawal hoga zra socho tmara bhagwan to ardh nari ki trah ho gaya hai na awrat hai na mard na janwar hai na insan ye kaisa bhagwan hai?
@@SahebdasJangde-wk2yl tmlogon ko baba ar neta log hi kafi hai ghumane ko hm to sb ko sahi rasta dikhate hai pr tmlog bhatak gye ho ho isliye atak gye ho
पत्थर पुजे हरी मिले तो मे पुजू पहाड़ इससे तो चकी भली पिस खाय संसार यह मे नहीं कहता यह संत कबीर ने कहा भगवान तो हर घट हर इनसान में है हर मानव को भला करो भगवान खुद खुश होगा
Bhai Ram Ram ji.kard kard me ram haa. Kard kard me haa pap. Chordo chiynta shagal kee karo hari ka jaap. Ram ram hari hari ja khuda waheguru waheguru ji o my god. Bahi na tuo paap khatum hoga na hoga puon mun aphne nu mar ke paar subna de chum.🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ने जो भी प्रवचन बोले हैं सभी संतोषजनक लगते हैं और अच्छे लगते हैं इनका संपूर्ण ज्ञान हमारे ही सथग्रंथ से प्रमाणित है
श्रीमद्भागवत गीता 615 से लोग एक में तत्वदर्शी संत की पहचान वर्तमान में वह तत्वदर्शी संत सतगुरु रामपाल जी महाराज है हमें के द्वारा बताई हुई भक्ति से जिओ जन्म मरण के चक्कर छोड़ सकता है
गुरू बिन काहू न पाया ज्ञाना, ज्यों थोथा भुष छड़े मूढ़ किसाना। गुरू बिन वेद पढ़े जो प्राणी, समझे न सार रहे अज्ञानी। कबीर, नौ मन सूत उलझिया, ऋषि रहे झख मार। सतगुरू ऐसा सुलझा दे, उलझै ना दूजी बार।।
सत्य तो यह है कि मनुष्य को परमेश्वर पिता ने अपने ही स्वरूप और समानता में बनाया, परंतु मनुष्य परमेश्वर पिता के विरोध में काम करके परमेश्वर पिता से अलग हो गये हैं , और अपने ही कर्मों के फल स्वरूप दुख उठाते हैं।
परमात्मा की कृपा हुई तो जल्दी ही पाखण्ड खत्म हो जायेगा, धीरे धीरे लोग समझ रहे हैं , वेदों और गीता ज्ञान जन जन तक पहुंच जायेगा, ये व्यर्थ का धर्म का धन्धा मिट खत्म हो जायेगा
Kristen se jyada andhvishvasi, awr Hindu she bada pakhandi, is duniya mein nahin kuchh logon ko chhodkar Christian log sammohan ki nind mein so rahe hain ishliye USHE pata nahin ki oh khood hosh me ha ya need me
भगवान खुद की पूजा से नहीं बल्कि दूसरों की मदद से खुश रहते हैं जय भीम जय भारत जय संविधान इन पाखंडी की बगिया बघेली बहन जी अपने आप को साथ बाद में इसी प्रकार आप ऐसे पाखंडी की पोल खोलते रहिए और समाज में उजाला और ज्ञान का प्रकाश फैलाएं जिससे लोग जागरूक होंगे और पाखंड बात खत्म होगा और सर्वनाश की और पाखंडवाद जाएगा जय भीम जय भारत जय विज्ञान जय भारत माता सावित्रीबाई फुले
✍कबीर,सुख के माथे पत्थर पडो, जो नाम ह्रदय से जाय।। बलिहारी उस दुख के, जो पल पल नाम रटाय।।💞💞 ✍स्वामी रामानंद राम मै , मैं बामन नरसिंह । दास गरीब सर्व कला मैं ही व्यापक सरबंग ।।💞💞✍
रामपाल के विषय में बच्चा भी जानता है कि वह दुनिया का सबसे बड़ा कुकर्मी और निकम्मा है फिर भी उसके अनुआयी है निजी हित के लिए लोग भगवान का विरोध भी करते हैं।
गजब इस नारी को सत सत नमन है,इस पाखंडी कथा बाचक के पास नारी के किसी प्रश्न का सही उत्तर नहीं है इधर उधर की काल्पनिक कहानियां जो उन्ही लोगो द्वारा गढी गई को सुना रहा है लेकिन नारी शक्ति अडिग है सही सवाल पर, बहुत अचछी बात कही कर्म प्रधान है यही सच है।अब मेरे बिचार से किसी भी भगवान का कोई अवतार नही होता यह पाखंडियों ढ़ोगियों की गढ़ी कहानियां मात्र है, पुरोहितों द्वारा राजा के लड़के का महिमा मंडन मात्र है चाटुकारिता में। अपने पूर्वजों की प्राण प्रतिष्ठा करके उन्हें जीवित नहीं कर सकते पतथर में जरूर प्राण डाल सकते हैं,और महामूर्ख जनता बिना सोचे समझे जै जैकार करने लगते हैं चूंकि उसमें अपनी बुद्धि लगानी नहीं पड़ती।रही वेद, पुराण,कुरान, बाइबिल की तो इन्हें लिखा किसने इस पर भी तो बिचार करो। राजनीति से प्रेरित किताबें इंसान ने ही लिखी है।
जय हो सद्गुरु देवजी भगवान जी की।गुरुदेव जी अनुरर्द्ध आचार्य जी आपसे मेरा अनुरोध है कि भगवान अगर खंडित हो जाते हैं तो उनको अलग कर दिया जाता है। परंतु इंसान का शरीर खण्डित हो जाता है तो क्या उस इंसान को भी भगवान की पूजा अर्चना नहीं करनी चाहिए।क्योंकि जब भगवान के साथ ऐसा हो सकता है तो इंसान की क्या औकात है।
संविधान और विज्ञान को समझने की जरूरत है जितना पाखंड से दूरी बनाई जा सकती है उतनी दूरी बनाकर रखो दिमाग दुरुस्त रहेगी पाखंड में उलझ तो सकते हो सुलझ नहीं सकते हो
सत्य है कर्म प्रधान है जो जिस भावना से प्रभु को पाना चाहता है उसी भावना से उनके दर्शन उसी भाव से मिलता है . गुरवर हम जैसे फ़ुल माला पहनाते हे यह सब एक मन को लग्न में लगायें।
@@hreemjagdamba🙏 mera buddhi bhrast nehin hua, me reality (sach) k sath hun,,,,,aap superstition pe ja rahe hain.....jaao koi faeda nehin....pure real words koi v God,Allah ore unki power nehin hai....parikhy karke dekhie
भगवान को हम से कुछ नहीं चाहिए। लेकिन भगवान के लिए दूध, जल, पुष्प आदि चढ़ाकर हम अपने मन को संतुष्ट करने के लिए श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। किसी को जल अर्पित करके किसी को दूध और फल और किसी को पुष्प अर्पित करके संतुष्टि मिलती है।
#राम_निज_सार_है, राम नाम निज मूल। #राम_नाम_सौदा_करो, राम नाम ना भुल।। #कबीर_साहब_जी_कहते_हैं:- कबीरबाणी #सत_भक्ति_सन्देश #राम नाम की लुटहै, लुट सको तो लुट।नाहीं फिर पाछे पछतावागें प्राण जावेगें छुट।।
@@sumitrayadav5234अरे भाई यह मर्यादा पुरुषोत्तम राम की यह उसे आत्माराम की बात हे उसे परम तत्व सत्पुरुष तो भाई भ्रम में ना रहो सत्य को पहचानो रामपाल जी के चक्कर में पढ़ना है आशाराम जी के चक्कर में पढ़ना है नहीं किसी अन्य गुरुओं के चक्कर में पढ़ना है आप सच्चे तत्व का ज्ञान करो तभी 84 के चक्कर से निपट सकते हो 🙏
🫅 मुंडे मुंडे मत्तर भिन्ना 👣 पादे पादे गत्तर भिन्ना 🙏 कुछ मर्ज बताए नही जाते, कुछ दर्द दिखाए नहीं जाते और कुछ मरहम लगाए नहीं जाते 🙏 क्षमा करें गुरुदेव प्रभू ❤️ पापा पापाआ जपते जपते, भावपूर्ण उच्चारण निरंतर करते हुए डेड हो गया 🙏 शब्द ही बृम्ह है 🌳⚖️🌳
जिस महामूरख को सनातन शक्ति की शक्ति देखना हो तो वह एक बार *करौली शंकर महादेव* (कानपुर) शक्ति पीठ चला जाये, उसे सनातन शक्ति का साक्षात ग्यान हो जायेगा और उल्टी खोपड़ी वहीं सीधी भी हो जायेगी जय सनातन
Kon h vo satguru rampal 😍sabse jyada pakhndi tum log ho jo rampal ki aarti 36 parkar k bhojan ka bhog path k naam pr hajaro rupye ki bhekh rampal ko dete tumne to pakhndi ko bhagwan bna dia
दोनों संतो ने अपनी अपनी जगह सही राय दी। पाठ पूजा करने से जीव को संसार से छुटकारा नहीं मिल सकता अगर जीव को मुक्त होना है तो एक पूर्ण संत की शरण आवश्यक है
@@narindernavhalkhandal3151 भगवान राम को कौन नहीं मानता उनको भी 14 बरस का बनवास हुआ था कबीर साहिब जी पूर्ण संत हुए है उनको भी संसार वालो ने जेल में डाल दिया
प्रत्येक जीव अव्यक्त ब्रह्म है इसके ब्रह्म भाव को व्यक्त करना ही जीवन का परम लक्ष्य है आत्मा परमात्मा बनने का बीज है आत्मा का विकास करते जाइए परमात्मा खुद ही बन जाएगा
जगत कल्याण हेतु वर्तमान समय में केवल सतगुरु रामपाल जी महाराज ही सनातन शास्त्रों (गीता वेद पुराणों) के गूढ़ रहस्यों को उजागर कर पूर्ण मोक्ष की यथार्थ भक्ति विधि प्रदान कर रहे है।
साहेब बंदगी कस्तूरी कुंडल बसै मृग ढूँढे वन माहिं ऐसे घट घट राम हैं दुनियाँ देखें मांहि । कबीर साहेब कहते हैं कि मैं तेरे पास हूँ मुझे न ढूँढ तेरे अन्दर हूँ । पृकृति ही परमात्मा है कयोंकि सब कुछ पृकृति से ही है, मनुष्य एक अनाज का दाना नहीं बना सकता है सुरेन्द्र सिंह सेना रिटायर कानपुर उत्तर प्रदेश
अरे मंदबुद्धि मानसिक गुलाम अंधभक्त गांधारी धूर्त मनुवादियों के तू तेरे काल्पनिक अयास कपटी कायर भगवान से ही एक दाना बनवाकर दिखा....! और सौ करोड़ इनाम पाओ।
वाह वाह कबीर गुरु पूरा है। पूरे गुरु की मैं बलि जावाँ जाका सकल जहूरा है।। अधर दुलिच परे है गुरुनके शिव ब्रह्मा जह शूरा है।। श्वेत ध्वजा फहरात गुरुनकी बाजत अनहद तूरा है।। पूर्ण कबीर सकल घट दरशै हरदम हाल हजूरा है।। नाम कबीर जपै बड़भागी नानक चरण को धूरा है।।
Kabir k naam pr tumhe luta jata h satlok ka lalch dekar tum jaise sikar fasaye jate h path k naam pr moti rakam vasuli jati h kitne paise leta h rampal naam dene v path k naam pr such bolna kabir ne to aisa karm kaand nhi kib
Sahi kisiko dikhta hi nahi bahes karni hai vo bahen ji khud ko ghani samj Rahi hogi juth bolti gay me Arjun hu aap krishna ho Arjun bhagvan se aese bat karta hai kya? Ye to mar bhi Rai or malm lagati Rai Ghar se nakki karke aayi hogi ki maraj ko Aaj ulja dungi par bhagvan uske sath the Jo khuchh nahi chala bahenji ka Ghar Jake apne aapko bahut hoshiyar samjhti hogi maraj kaha kahete hai ki tum ful ,dudh chdhao koi presar nai karta kisi ko sabka man Lage aese sab Puja karte hai.or ye Pooja ka tarika Galt hota to 12jyoti ling me kyu Puja hoti hai dudh ki, fullo ki, koi to sach bat hogi tabhi Puja karte hnge na sab
"अनिरुद्ध" भी एक निरुद्देश्य निरुद्ध-व्यक्तित्व है, दुर्भाग्य से इस जाति का आचार्य बन बैठा है, धर्म एवं धार्मिकता तथा अध्यात्म को निर्वस्त्र करके अपनी निरापद धंधा बना दिया है
जो व्यक्ति दूसरे को गलत और अपने को सही और अन्य धर्मों की निन्दा करता है वह कभी सन्त हो नही सकता है कहा है सतगुरु ऐसा जानियो जो सबको लेय जीयो और ये रामपाल जी तो पूरे सत्संग में अन्य धर्मों की बुराई ही करते रहते हैं कबीर साहब जी महाराज ने कहा है कि बुरा जो देखन मैं चला बुरा ना मिलाया कोय जब दिल खोजा आपना मुझसे बुरा ना कोय
भगवान है वही इस संसार को संभाले हुए हैं जैसे दूध में घी नहीं दिखाई देता है वैसे ही भगवान नहीं दिखाई देंगे उनको समझने के लिए देखने के लिए तपस्या करनी पड़ेगी भगवान को सिर्फ ऋषि मुनियों ने ही समझा और जाना है उदाहरण तो अनेक है भगवान को समझने के लिए
अगर भगवान इस दुनिया में है और वह प्रेम का भूखा है तो उसके मंदिरों में सोना चांदी रुपया फल दूध यह तमाम कृष्ण के आहार क्यों दिए जाते हैं उसके सम्मान के लिए तो सिर्फ और सिर्फ श्रद्धा के फूल ही काफी है या भगवान के नाम पर सोना चांदी और रुपया पैसा और धन दौलत लूटने का केंद्र है
क्यों कि महाकंजूस हैं।कोई भगवान् कों बेटा रुप में कोई बाप भाई के रुप मे पूजता है तों भोग लगाता है पोशाकें पहनाता रत्न सोना चांदी चढ़ाता अपनी, हस्तियों के अनुसार भोग लगाता।ऐसा कर्मा बाई ने सुखी रोटी चढ़ाई वासी रोटी चढाई। प्रमाण दिया न घनघोर कलयुग में।देखा न जग ने।।ऐसे करोड़ों करोड़ों प्रमाण दिए रे।करुणा से पुकारा वो चलें आऐ न पाठ किया न जप तप। फ़िर भी दौड़ा चला आया है।।
पत्थर मैं प्राण डालते हैं यह सिर्फ कुछ लोगों की दुकानें चलती हैं।
राइट लेकिन सबको ये बात हर किसकी समझ में नहीं आएगा
@@manavpatel1633 तेरी समझ में आगयी अब कुरान शरीफ पढ़ो ये बोलते हैं कि ये आसमान से आई है ये आपको पढ़नी चाहये
@@sunderbhagwana8730 दुनिया में कोई भी धर्म का ग्रंथ किसी भी देवी देवता ने लिखा नही है सभी को इंसानों ने ही लिखा है . मुस्लिम भी यही मानते है कुरान अल्लाह ने लिखा है यही अज्ञान में जी रहे हैं
Pattar kaisa bhagwan ho sakte hai re 😂
@@munnalaskar-q5z जैसे तेरे माता पिता की फोटो होतीं हैं मरने के बाद अपने बच्चों को बताओगे की ये मेरे माता पिता हैं वैसे ही भगवान् की फोटो होतीं हैं रे
यह पाखंडी बड़ी बड़ी महंगी कारों में चलेगा हवाई जहाज यात्रा करेगा आईफोन चलाएगा इसके बच्चे विदेश में पड़ेंगे पाखंड में फंसा के लोगों से अरबो रुपए का स्वामी बन चुका है
@@Brajveerdhamaka भाई किसी भी धर्मो में चला जा हर जगह दान का प्रावधान है जिस धर्म आप जाते हो वहाँ भी दान तो देते होंगे बिना पैसा के कुछ नहीं होता जो अन्य धर्मो के लोग सनातन पर ही कुतर्क करते हैं क्या किसी और धर्म में जाके देखो पता चल जायेगा क्या क्या करते हैं
भगवान खुद की पूजा से नहीं बल्कि दुसरो की मदद से खुश होते हैं।
भगवान परमात्मा से दूसरे को प्रकट करता है तो परमेश्वर को मूर्तिकार कैसे पैदा कर देगा उसकी चाहिए एक कलाकारी है वास्तव में अज्ञानता का प्रतीक है
तो करो न दूसरों की सहायता। किसने रोका है आपको
ब्राम्हण संस्कृति में
समुंदर पार करना महापाप है ।
इसलिए सारे ईश्वर भारत में ही बस गए ।
ब्राम्हण संस्कृति मे मूर्ति कला नही, शायद
इसलिए देवी देवता बना कर
बुद्ध को ही पूजा जा रहा है ।
लानत है ऐसी संस्कृति पर
जो देश जनता को गुमराह कराएगी
जय भीम,
जय शिवराय
गर्व से कहे,
हम मूलनिवासी है ।
Paso likho or sikshit bano
ईश्वरः स्वपूजनेन न सुखी भवति अपितु अन्येषां साहाय्यं कृत्वा सुखी भवति।
पाखंड से हम सबों को बचना है , सत कर्म करना है, ये काल्पनिक शास्त्र के चक्कर में नहीं पड़ना है।
Shivsingh,yadav
कुरान पढ़ो ये अस्मानी किताब बताते हैं
Andhvishwas pakhand mein mat padho bhaiya
Bhaiya satya kya he
@@sunderbhagwana8730कुरान में जन्नत का लालच 72 हूर और जहन्नुम का डर जहन्नुम का आग इससे ज्यादा कुछ हैं।😂😂
इस औरत ने दिल खुश कर दिया जिस मुरती को भगवान मानते है उस भगवान के हाथ पैर टूटने पर उस की कोई वेलयु नही
एक बात अच्छी लगी जनता धीरे धीरे जागरुखहो रही है🙏
Baba Ji Ne Sahi Kaha Pran Pratishtha ka matlab hota hai Aastha tabhi to Bhagwan nikalte Hain Murti mein se😊
@@amarsingh970 ek bat batau
Agar pran patistha karne ke bad kiya pran Ajata hai murti ka
Inki dukaan kese chalegi
@@amarsingh970😂
@@amarsingh970 अमर सिंह, तुम्हारा रामपाल जेल में छेद वितरण कर रहा है अपना 😂, अपराधी मानो उसे, पाखंडी ने तुम्हारा ब्रेन वाश कर दिया हैं 😂
कबीरा कुंआ एक है, पानी भरें अनेक ।
बर्तन में ही भेद है, पानी सबमें एक ॥
Ati sundar
सत.साहेबबंदीछोड जगत तत्व संतरामपाल महाराज कीजय ❤❤
Sabme swas anek
😅😅😅😅😅
जय श्री कृष्ण🙏
इन पाखंडियों से बचने की जरूरत है मेरे भोले भाले साथियों और एजुकेशन में सारा फोकस करें
बहुत सुन्दर सवाल किया पाखंडी से। माता जी ने💙💙💙💙💙🦁🦁🦁🦁🦁
सराब पीने बालों से फिर भी सरकार को टैक्स मिल जाता।सरकार का फायदा होता है वही टेक्स के द्वारा देश का विकास होता है, लेकिन हजारो लीटर दूध चढ़ाकर बर्बाद होने से किसको फायदा होता है गुरुजी हमे बताये?
Dudh chadane se dudh ki sale badti hai, sale badne se shopkeeper ko profit hota hai aur unke ghar chalte hai, dudh bechne walo ke, dudh supply karne walo, dudh ki dairy chalane walo ke.
Sharab pikar log accident karte hai, rape karte hai, khud sharab pikar apne biwi bacho aur maa baap ko bhukha rakhte hai, Ghar grahasthi ko khatam karte hai, talaak hote hai. Ab aap btaye
Sahi baat bole ap
Hindu mandir ke malik sarkar hi baitha hai mandir se milne Wale sabhi daan sarkar hi le jati hai
नहाए हुए दूध को पीने से तेरी कौनसी बीमारी ठीक हो गई मूर्खों, हद है एक अपराधी को आँखें बंद करके इसको भगवान बनाने पर तुले हुए है मूर्ख आदमी
Pujari ko😂😂
कबीर ये तन विष की बेलडी गुरु अमृत की खान।
शीश दिए जो गुरु मिले तो भी सस्ता जान।।
गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु गुरुदेव है महेश्वर इनको छोड़ कर किस गुरु के चक्कर में पड़ा इंसान इंसान को गुरु मानकर त्रिदेव का अपमान करके मोक्ष की कामना असंभव है बहुत चालाक जीव इंसान कब खुद को भगवान बनाकर लोगो से अपनी पूजा चालू कराए पता नही
Jaise aapke modi aur yogi namo namo pagal kahi ka
कबीर, यह माया अटपटी सब घट आन पड़ी किस किस को समझाऊं ये कुंऐ भांग पड़ी🙏🌹🙇🌹🙏
❤
अजब हैरानी है भगवन् तुझे रिझाऊं मै कैसे। तुम्ही फूलों में बसते हो तुम्ही पत्थर कि मूरतमे भला भगवान को भगवान पर चढ़ाए मै कैसे।
Tum kya rijhaoge neyat to lagti nahi ,Bas baten banate ho,aur khud ko Bhgvan se kabil samajhte ho.🚩🚩🚩.
Phoool patthar dono bebas hai ek eshwar allah ko maan usi ne sab kuch banaya hai
@@PraveshSaxena-n3w aapne kitni bar rijhaya he numbers batao. aur kitni selfy li he mandir ke saath.
Aur aap bhagwan ko sabit karke batao bina bate banaye.
Prabhu ke prati aastha bhi nahi samarpan bhi nahi pakke aalsi ho.🤡ho.🚩🚩🚩
@@MohsinKhan-ry6zetalak halala uski den he zameen bhi chapti usne hi banai.🥱🥱
सदन कसाई को गुरू रविदास जी ने मार्ग दर्शन किया था तब उसका उद्धार हुआ इस बात को कोई पाखंडी लोग कभी nhi बताएगा
इसका प्रमाण दो
भगवान निराकार है प्रकृति ही भगवान का रूप है बाद बाकी सब बेकार है इन ढोंगियों की दुकान है जो जैसे चलाए और जिसकी जैसी चल रही और इन पर लोग ज्यादा विश्वाश पढ़ा लिखा व्यक्ति ज्यादा करता है।
जो अपने आप को भगवान मानता है वह पत्थर है जो अपने आप को इंसान मानता है वही सब का मसीहा है
Sabse jyada pakhndi tum log ho jo rampal ko bhagwan mante ho uski aarti 36 pakwan ka bhog lagate ho usko dud se nehlate ho usi dud ki kheer khate ho hajaro rupye se path karwate ho ye thugi h kuch galat kha to jawab dena shi kha ho to chupchap baithe rahna
Bhakt parlahad ko piller me bhagwan dikhta tha ushi piller se bhagwan parkat hue kya baat karte ho tumhara bhagwan jail todkar bahar aakar dikhaye kuch karke dikhana padta h aise to tere jaise murkh hi bhagwan manege😍
मसीहा सिर्फ मसीह ही हैं
Sahi
सतगुरु पुरुष कबीर हैं, चारों युग प्रवान।
झूठे गुरुवा मर गए, हो गए भूत मसान।।
पृथ्वी पर अमर कोन है ?
Ans ....................!
Kya baat hai sir aap ki soch alag hai
जय भूत प्रेत पिशाच न र गंधर्व किन्नर सो ह ई हिंदी साहित्य प्रचार माध्यम
कबीर ज्ञानी ध्यानी संयमी, दाता सूर अनेक।
जपिया तपिया बहुत हैं, शीलवंत कोई एक।
आपके ये बहुत अछे अक्षरलिखे हैं ऊनसे बहुत खुस हैं प्रेम से साहिब बंदगी साहिब बंदगी साहिब बंदगी।
कबीर वेद पढ़ें पर भेद ना जाने बांचे पुराण अट्ठारह ,पत्थर को तो पुजा भुले सिरजनहारा ।।😮
ना नास्तिक बनों न आस्तिक साथियों वास्तविक बनों
Goooooooood
Mam ji aap ne sahi kaha
सत्य वचन
Nastik hi wastwik hai bhai
क्या बात बहन जी आपने मेरे दिल को खुश कर दिया जो खाने के लिए चीज दूध है और धरती में बाहर जाए तो किस काम का अर्जुन अक्सर जो शराब पीते हैं वह हिंदू धर्मसही है धर्म के ठेकेदार इन लोगों के क्यों सुझाव नहीं देते हैं देख पंडित जी भगवान को कोई चीज की आवश्यकता नहीं है क्योंकि भगवान ने हमें बनाया है सारा चीज उनके पास है भगवान को सिर्फ आवश्यकता है तो हम उसको दिल से धन्यवाद दे उसको प्रणाम करिए आप लोगों का प्रखंड सामने आ चुका है ज्यादा दिनचिकनी वाला नहीं है आप सब लोग सही में जा रहे हैं तो तो गांव गांव शहर शहर में लड़ा रहे हो खाली हिंदू धर्म का मानव ताकि हमारा दुकान चलता रहेगा यही है ना बाबा जी
किसी को दलित बताते हो किसी को चमार कहते हो किसी को नीच रहते हैं तो तुम महान हो तू सच्चा हो तो तुम अपना भगवान का पूजा करो जी और कोई दूसरा भगवान का पूजा करता है तो बजरंग बनाकर लड़ते हुए लोगों में तुम्हारा भगवान है तुमजानो
रामपाल जीआप भी सुनाओ है जब बाइबल के बात करते हो तो जब यीशु मसीह को जब पकड़ने गए थे तो उसने अपने आप को सब दिया ईश्वर होते हुएभी लेकिन आपने रामपाल जी जब आपको पकड़ने गए थे तो आपका पूरा से ना लाठी लेकर दौड़े थे और लाठी के पकड़ने वाले ईश्वर के लोग नहीं होते और ईश्वर के बात करते इस वक्त को लोग नहीं पहुंचते
और भारत देश संविधान से चलता है और संविधान के मुताबिक से चलेगा जो भी लोग है अपना अपना धर्म प्रचार कर सकता है सबको मान सकता है किसी का बाप का औकात नहीं है कि किसी को रोक सके अपना दुकान चलाने के लिए यदि तुम लोग के पास परमेश्वर भगवान का स्वभाव होता तो लोग आप सनातन धर्म को छोड़कर नहीं जाता जिसके पास परमेश्वर का आत्मा होता है उसके बाद प्रेम का भावना होता है भाईचारे के भावना होता है लेकिन अभी के लोग पंडित लोग लड़ाई झगड़ा करने वाले लोग बन गए हैं दारू पीने वाले लोग बन गए हैं चिकन खाने वाले लोग बन गए हैं तो अपने आप को नहीं बचा सकता लोगों को क्या बचाएगा ऐसे पंडित लोगों को अपने चोला उतार के रहना चाहिए
मेरा किसी का दिल को ठेस पहुंचाने वाला बात नहीं है मैं लोगों को आंख के पर्दा खोलने वाली बात कह रहे हो और मुझे कोई गलती होगा तो क्षमा करना धन्यवाद
पाखंडी बाबा ने दिमाग़ divert करने मै महार्थ हासिल ली है
संत रामपाल जी महाराज आपके ज्ञान की बहुत जरूरत h
Bhakti kro bhakti nirakaar bhi sakaar ho jaata hai. Jisne sarkaar kiyaa hai usi ney uskey swaroop ko likhaa hai. Or us likhey huye adhar par murti roop banayaa hai.
Agar murti se itna hi pahrej hai to apney baap ki photo mat rakh apney ghar me. Or photo vigrha se itni takleef hai to apney ghar ki har diwaar par Raampaal ki photo kyo lagaa rakhi hai. Is jawab se tujhko or Raampaal ko jawab mil gayaa hoga . Samajhdaar ko ishaara hi kaafi hai. Samajh na aayey to Tulsi Daas Ji ki Ramayan padh . or Ramayan ji ke Bare me bhi kuchh ulta bolaa naa kabhi bhi 84 ka chakkar khatm nhi hogaya. Jai Shri Sant Tulsi Daas ki. Jai Bajrang Bali ki. Jai Bageshwar Dhaam ki. Jai Satguru Sanyasi Baaba ki. Jai Shiv Bhagwaan ki. Rahi Baat Kabeer ji ki to unhone apney Nirakaar Raam ji ko Sakaar kiyaa tha. Ab jyada kahana theek nhi mera. Chai se jyada ketli garm hoti hai. Samjh to gaya hoga tu kiska chella hai ye tuchh sa Daas. Bageshwar Dhaam ki Jai Bajrang Bali ki Jai Shree Ram ji ki jai. Satguru sanyasi Baba ki Jai. Guru dev Shastri Ji ki jai. Aur dharm virodhiyo ki thathri
रामपाल जी पहले आर्य समाजीथे सत्य बोलने और सुनने के कारण उन्हें आर्थिक मानसिक शारीरिक कोई फायदा नहीं जहां सत्य होता है वहां कोई फायदा नहीं इसीलिए उन्होंने एक अलग से दुकान खोली अंधविश्वास की शास्त्रों में से अपने मनपसंद अधूरे मंत्र की व्याख्या करके शास्त्रोक्त बाताकर अंधविश्वास में डालते हैं इसीलिए उनकी दुकान यहां पर अच्छी चल रही है यह धर्म और मजहब को एक जैसा ही मानते आप कुरान को पढ़ लेना अच्छी तरह से हिंदी में इसके बाद स्वयं को पता चल जाएगा
पाखंडी रामपाल 😂😂😂😂
दास को तु का समझाएगा पहिले इनके शिष्यो से तु समझ
पाखण्डी कालका भेजा हुदा दुत तुने बहुत जिवो के जिवन से खेलवाड किया है ना जाने कितने पाप किया है
गरीब , सतगुरु आये दया करि ऐसे दीन दयाल।
बन्दी छोड़ बिरद तास का जठराग्नि प्राति पाल।।
#सतभक्ति_से_सर्व_सुख
#सतभक्ति_करना_ज़रूरी_है
#सतभक्ति_का_सन्देश
#SaintRampaljiQuotes
वाह बेहन सटीक सवाल 🎉
पूर्ण सतगुरू से दीक्षा लेकर मर्यादा में रहकर भक्ति करने से शुभ संस्कारों में वृद्धि होने से दुःख का वक्त सुख में बदलने लग जाता है।
लेकिन कोन है पूर्ण सदगुरु कोन है कोई नही जानता शरीर धारी मनुष्य कभी भी सदगुरु नही हो सकता सदगुरु तो वह है जो सब की सद्गति करे इन कथा वाचक कभी भगवान से नही मिला सकते यह गांठ बांध लीजिए
Sant Rampal sat guru nahi ho sakta Jo khud jail m padhh h Sant kabir ji s Tera kya lena dena h
Kud jail m h parvachan dena bad kro kabir ji ka Archaran kro
Tum jasa phakhandi ki pol khul ghai h Sab jail m h jo Bhgwan bena h
कबीर, ढोलक ताल मन्झीरे पीटे, ताना री री गांवे है |
ज्ञानी पूरूष निकट ना जाते, मूर्खो को रीझ रीझावें है ||
Kya baat hai sir aap ki soch alag hai
ये बाबाजी ने बात गुमा दी..... सही जवाब नही दे पा रहा 😄😄😄😄😄😄😄😄😄🙏
दूध को कभी जमीन पर न गिराए 😢Allah Sabko Hidayat De Allah Hu Akbar
Apni apni soch hai...humare hisab se baba ne ekdum perfect jawab diya hai lekin tumhari buddhi kuch aur soch Raha hai kya bhagwan bhi tujhe acchi buddhi pradan kare 😂😂😂
@@Zeeshan_Wahidiallah ne kya doodh dene wali gay ko kaat ke khane ko bola hai lekin dudh na girao... kya adhvoot gyan hai 😂😂😂
Rampal Sala Pakhadi no one
Shi mai bhai 😂😂..... sat saheb @@kamaldeepsriwastava5013
हमारे भारत के जवान बॉर्डर पर मारे जाते है हैं उनकी भी प्राण प्रतिष्ठा होनी चाहिए जो वह अपने घर वालों से पूर्ण जीवित हो कर मिल सके
❤❤❤
मंदिर और मूर्ति पूजा तो भगवान की परम आत्मा के प्रति प्रेम कराने का एक प्रकार से माध्यम है l वास्तव में नेक विचाराधारा, परमात्मा की बनाई प्रकृति की सुरक्षा, गरीब, असहाय लाचार जीव इंसान की नेक कर्म से खुशी प्रदान कराना, किसी का अपमान न करना, झूठ न बोलना, किसी को धोखा न देना, चोरी न करना, मानसिक शोषण न करना, मानसिक प्रताड़ना न देना, अपनी जिम्मेदारियों से दूर न भागना, पाप, निंदा, गलत माहौल से बच कर रहना, नेक कर्म करना आदि l जिस इंसान में ये आदत हैं उस इन्सान को मन्दिर प्रतिमा पूजा जैसे माध्यम की जरूरत ही नहीं हुआ करती l
भगवान सबकी देह में मौजूद हैं, भगवान तो हर इन्सान की जो भी इंद्रियां हैं उन्हीं से ही सब जान लेते हैं कि ये इंसान अब क्या करने वाला है, अब क्या कर रहा है और इसने क्या कुछ कर दिया है !!!! इंद्री आंख से देखा, इंद्री कान से सुना, जीभ इंद्री वाणी से किसको क्या बोला ???? आदि कर्म जानने के स्रोत हैं l प्रत्येक देह में मौजूद आत्मा में ही परमात्मा का अंश है l
किस इंसान की सोच यानी आत्मा कैसी है उसके भाव विचार कर्म क्रिया से जान लेते हैं l इसलिए आत्मा सो परमात्मा ll
बाकी भजन कीर्तन, जागरण व्रत, पूजा अर्चना, मंदिर स्थल, छबील भंडारा, पूजा पाठ, हवन यज्ञ, यशोगन आदि सब परमात्मा की कृपा पाने के माध्यम हैं l
हृदय दयालु हो, वाणी मधुर हो, कर्म नेक हो, हृदय में दर्शन भगवान का हो, भजन कीर्तन गायन, प्रभु उच्चारण, ध्यान करने का भाव कर्म हो तो फिर ..... किसी मूर्ति मन्दिर जैसे माध्यम की जरूरत ही नहीं होती l परमात्मा को मानने वाले पाखंड को तलाशते हैं लेकिन परमात्मा को जानने वाले ध्यान जाप सुमरीन से तलाशते हैं l
भगवान हैं लेकिन आत्मा स्वरूप में हैं ... किसी देह स्वरूप में कहीं भी कतई नहीं हैं l जब उनकी कृपा बरसती है तो अपनी कृपा को अनेकों अनेक तरीकों से हमेशा केवल अनुभव रूपी आभाष कराता है, आमने सामने साक्षात रूप दर्शन वाली भेट मुलाकात से कदापि नहीं l
भगवान और इंसान के बीच साक्षात आमने सामने वाली मुलाकात दर्शन के लिए अर्जुन जैसे गुण होने चाहिएं, अर्जुन जैसे पांडव पुत्र पाप कर्म करने से कोसो दूर रहा करते थे l
कुछ लोग नास्तिक ये बोलते हुए हिचकते ही नहीं हैं कि भगवान कौन है? कहां है और किसने देखा?
देखा है.... अर्जुन ने महाभारत का युद्ध शुरू होने से ठीक पहले साक्षात भगवान का रूप देखा था l
साक्षात भगवान का रूप देखने के लिए पहले आप खुद अपनी देह में मौजूद भगवान को अर्जुन जैसा बन कर तो दिखाइए..... नेक कर्म ही सर्वोत्तम है बाकि तो तूफान के बाद " सन्नाटा बटा सन्नाटा " सिर्फ़ मन खुश करने के माध्यम हैं l 😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
भगवान महाभारत यह सब काल्पनिक कथाएं हैं इसमें सभी पात्र हैं कृष्ण अर्जुन और दुनिया के
बहुत बढिया
जी आप ने बहुत सही कहा आप को हृदय से आभार सच्चाई बोलने के लिए
सन्त शिरोमणि कबीरदास जी ।
मसि कागज छुओ नहीं कलम गही नहीं हाथ चारों युग का महत्तम लिखा कबीरा दास ।
कबिरा जब हम पैदा हुए जग हँसे हम रोय कुछ ऐसा करके चलो हम हँसे जग रोय ।
करनी ऐसी करो हम चले जग रोय हम हंसे तो जग रोय किंतु
💪💪 सर्वप्रथम संदेश 💪💪----- मुर्खों को समझाना सबसे बड़ी मूर्खता में से एक है! मुर्खों को समझाना तन, मन, धन, जन और समय की हानि है! मुर्खों को उनकी ही स्थिति और परिस्थिति पर छोड़ देना चाहिए! आप और मैं मुर्खों को समझाने में असमर्थ हैं!❤️ परम 💓पिता 💓 परमात्मा ❤️ हमें अर्थात हम सभी को सद्बुद्धि प्रदान करें!
Moorkhta nhi ye tarkikta hai pankhandiye k khilaf
❤
सही बात है भाई
दूध क्यों बर्बाद करते हैं पूछा तो यह शराब की बात करने लगा,बात घुमा देता है,जवाब नहीं देता,अंधभक्त बना के पैसा कमाते हैं ऐसे लोग
भगवान को जानना कोई बड़ी बात नहीं है अपने को जान लेना ही भगवान को जानना है ही परमात्मा की जानकारी है
Bhagwan ko kabhi kisine dekha hai kya?
Kya insan bhagwan se badhkar hai?
Agr bhagwan itne acche insaan bna skta hai to fir wo apne ap ko adha janwar adha insan kaise bna skta hai! Tmare ek bhagwan pr itne sawal uthte hai to fir 33 crod bhagwano pr kitna bawal hoga zra socho tmara bhagwan to ardh nari ki trah ho gaya hai na awrat hai na mard na janwar hai na insan ye kaisa bhagwan hai?
@@SahebdasJangde-wk2yl tmlogon ko baba ar neta log hi kafi hai ghumane ko hm to sb ko sahi rasta dikhate hai pr tmlog bhatak gye ho ho isliye atak gye ho
Sahi Rasta dikhana to acchi hi baat hai dhanyvad @@ashrafmanchekar5239
कुतर्क का कोई जबाव नहीं
पत्थर पुजे हरी मिले तो मे पुजू पहाड़ इससे तो चकी भली पिस खाय संसार यह मे नहीं कहता यह संत कबीर ने कहा
भगवान तो हर घट हर इनसान में है हर मानव को भला करो भगवान खुद खुश होगा
बहुत सही कहा आप ने
कड़ - कड़ में भगवान नहीं है
कड़ - कड़ में पाप हो रहा है जहां भगवान होगा वहाँ पाप हो नहीं सकता
OMSHANTI 😊
Bhai Ram Ram ji.kard kard me ram haa. Kard kard me haa pap. Chordo chiynta shagal kee karo hari ka jaap. Ram ram hari hari ja khuda waheguru waheguru ji o my god. Bahi na tuo paap khatum hoga na hoga puon mun aphne nu mar ke paar subna de chum.🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
कड़ कड़ में भगवान है,
पर भगवान को कड़ कड़ में रहने के लिए जगह दोगे तब ना भगवान रहेंगे
Satya hai bhai
Tere ko tere bap ne paida kiya ya tu paida kiya bap ko ye pahle jaan
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ने जो भी प्रवचन बोले हैं सभी संतोषजनक लगते हैं और अच्छे लगते हैं
इनका संपूर्ण ज्ञान हमारे ही सथग्रंथ से प्रमाणित है
Pakdi h
पाथर पूजे हरि मिले, तो मैं पूजूं पहाड़।
इससे तो चाकी भले, जो पीस खाए संसार।।
नारायण दास मानिकपुरी खांड़ा सीपत बिलासपुर
जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन जेसी ।
दोनो सन्तो को हार्दिक बधाई ,नमन
Kya baat hai sir aap ki soch alag hai
❤😂🎉😢😮😅
Bilkul sahi hai
सबको सब धर्मों में कमी दिखाई नहीं देती
केवल सनातन धर्म में ही दिखाई देती है
अपने को देखो तुम क्या कर रहे हो
श्रीमद्भागवत गीता 615 से लोग एक में तत्वदर्शी संत की पहचान वर्तमान में वह तत्वदर्शी संत सतगुरु रामपाल जी महाराज है हमें के द्वारा बताई हुई भक्ति से जिओ जन्म मरण के चक्कर छोड़ सकता है
Kabhee shambhav nahee hai bo jeevan ke liye ka kereshena ne tum mankepat nahee jante ishekhate ho
हरि अनंत हरि कथा अनंता।
बहुत सुंदर सवाल किया है माता जी🙏🙏🙏
गुरू बिन काहू न पाया ज्ञाना, ज्यों थोथा भुष छड़े मूढ़ किसाना।
गुरू बिन वेद पढ़े जो प्राणी, समझे न सार रहे अज्ञानी।
कबीर, नौ मन सूत उलझिया, ऋषि रहे झख मार।
सतगुरू ऐसा सुलझा दे, उलझै ना दूजी बार।।
सत्य तो यह है कि मनुष्य को परमेश्वर पिता ने अपने ही स्वरूप और समानता में बनाया, परंतु मनुष्य परमेश्वर पिता के विरोध में काम करके परमेश्वर पिता से अलग हो गये हैं , और अपने ही कर्मों के फल स्वरूप दुख उठाते हैं।
Good news
आप के वाक्यों से मैं सहमत हूं झारखंड से
नौ मन सुत उलझिया ऋषि रहे झख मार सतगुरु ऐसा सुलझा दे उलझे ना दूजे बार सत साहेब जी🙏🙏🙏🙏
👍👍
Right sister
धन्यवाद सर
आपकीबातसौप़तिशतसहीहैएकबात
औरभगवानकाकोईरुपनहीहैजोरुपबतायाजारहाहैवेसबककपनिकहैं
भगवान कबीर साहेब है माके पेट से जन्म नही लेते अविनाशी परमात्मा है
Very nice satsang Kabir is God ✅🙏🙏
Ye babaon ko sab pta ki ye pakhandi hai pakhand kar rhe hai
Kabir is not 🚫 God
KABIR IS NOT GOD KABIR IS A ONLY DEVOTEE OF GOD
संत रामपाल जी महाराज जी के विचार बहुतअच्छे है
परमात्मा की कृपा हुई तो जल्दी ही पाखण्ड खत्म हो जायेगा, धीरे धीरे लोग समझ रहे हैं , वेदों और गीता ज्ञान जन जन तक पहुंच जायेगा, ये व्यर्थ का धर्म का धन्धा मिट खत्म हो जायेगा
जहा विश्वास वहा भगवान ,नृसिंह-भगवान का काहानि पड़ो
हमारे हुन्दु धर्म महान है कि गौ दूध नाले में बहा देते हैं गौ मूत्र पी जाते हाय री हन्दू धर्म pernam सत् साहेब❤❤❤❤❤
बाइबल मे लिखा है सत्य को जनोगे सत्य ही स्वतंत्र करेगा
John 8: 32
Kristen se jyada andhvishvasi, awr Hindu she bada pakhandi, is duniya mein nahin kuchh logon ko chhodkar Christian log sammohan ki nind mein so rahe hain ishliye USHE pata nahin ki oh khood hosh me ha ya need me
Yes amen 🙏
Correct
Amen
भगवान खुद की पूजा से नहीं बल्कि दूसरों की मदद से खुश रहते हैं जय भीम जय भारत जय संविधान इन पाखंडी की बगिया बघेली बहन जी अपने आप को साथ बाद में इसी प्रकार आप ऐसे पाखंडी की पोल खोलते रहिए और समाज में उजाला और ज्ञान का प्रकाश फैलाएं जिससे लोग जागरूक होंगे और पाखंड बात खत्म होगा और सर्वनाश की और पाखंडवाद जाएगा जय भीम जय भारत जय विज्ञान जय भारत माता सावित्रीबाई फुले
✍कबीर,सुख के माथे पत्थर पडो, जो नाम ह्रदय से जाय।।
बलिहारी उस दुख के, जो पल पल नाम रटाय।।💞💞
✍स्वामी रामानंद राम मै , मैं बामन नरसिंह ।
दास गरीब सर्व कला मैं ही व्यापक सरबंग ।।💞💞✍
रामपाल के विषय में बच्चा भी जानता है कि वह दुनिया का सबसे बड़ा कुकर्मी और निकम्मा है फिर भी उसके अनुआयी है निजी हित के लिए लोग भगवान का विरोध भी करते हैं।
गजब इस नारी को सत सत नमन है,इस पाखंडी कथा बाचक के पास नारी के किसी प्रश्न का सही उत्तर नहीं है इधर उधर की काल्पनिक कहानियां जो उन्ही लोगो द्वारा गढी गई को सुना रहा है लेकिन नारी शक्ति अडिग है सही सवाल पर, बहुत अचछी बात कही कर्म प्रधान है यही सच है।अब मेरे बिचार से किसी भी भगवान का कोई अवतार नही होता यह पाखंडियों ढ़ोगियों की गढ़ी कहानियां मात्र है, पुरोहितों द्वारा राजा के लड़के का महिमा मंडन मात्र है चाटुकारिता में। अपने पूर्वजों की प्राण प्रतिष्ठा करके उन्हें जीवित नहीं कर सकते पतथर में जरूर प्राण डाल सकते हैं,और महामूर्ख जनता बिना सोचे समझे जै जैकार करने लगते हैं चूंकि उसमें अपनी बुद्धि लगानी नहीं पड़ती।रही वेद, पुराण,कुरान, बाइबिल की तो इन्हें लिखा किसने इस पर भी तो बिचार करो। राजनीति से प्रेरित किताबें इंसान ने ही लिखी है।
. . नारियों का सदैव सम्मान रहा है रहेगा आरक्षण पेंशन एक्ट समझदार हो तो समझ जाएगा मूर्ति निर्माण में विशेष मिट्टी
बड़ा व्यक्ति से वंश है उस से बड़ा स्वदेश सुंदरी है सबसे बड़ी ऋषियों के उपदेश माता अनसूया महर्षि अत्रि
जय हो सद्गुरु देवजी भगवान जी की।गुरुदेव जी अनुरर्द्ध आचार्य जी आपसे मेरा अनुरोध है कि भगवान अगर खंडित हो जाते हैं तो उनको अलग कर दिया जाता है। परंतु इंसान का शरीर खण्डित हो जाता है तो क्या उस इंसान को भी भगवान की पूजा अर्चना नहीं करनी चाहिए।क्योंकि जब भगवान के साथ ऐसा हो सकता है तो इंसान की क्या औकात है।
Jab kabhi aapke mata-pita yad hai Bhai bahan se Aisa Ho jaaye to aap use. Ghar mein hi rakh,,, lekin hamare Granth hamen iski ijaajat nahin dete.
परमात्मा को छोड़ आंखों देखी परदर्थों को पूजने वाले घोर नरक में जायेंगे। (ऋग वेद योयुर्वेद 40:8)
🙏🙏🙏🐘🦚☸️👌✌ सायंस जर्नी ही भारत🇮🇳 को विश्व गुरू बनाऐंगै. सौ टक्के सही है सायंस जर्नी जिंदाबाद जिंदाबाद जिंदाबाद अमर रहे अमर रहे.
संविधान और विज्ञान को समझने की जरूरत है जितना पाखंड से दूरी बनाई जा सकती है उतनी दूरी बनाकर रखो दिमाग दुरुस्त रहेगी पाखंड में उलझ तो सकते हो सुलझ नहीं सकते हो
वेदों में प्रमाण है कि कबीर साहेब ही भगवान है जो चारों युग में सतलोक से चलकर इस पृथ्वी पर आते हैं और अपनी अच्छी आत्मा को अपना तत्व ज्ञान बताते हैं।
कौन से ved पढ़े तुमने be 😂😂
Hamare yahan aisa hi hota hai 😂😂😂
नौ मण सूत उलझिया, ये ऋषि रहे झख मार।
सतगुरु ऐसा सुलझा दे, उलझे ना दूजी बार।।
सत्य है कर्म प्रधान है जो जिस भावना से प्रभु को पाना चाहता है उसी भावना से उनके दर्शन उसी भाव से मिलता है . गुरवर हम जैसे फ़ुल माला पहनाते हे यह सब एक मन को लग्न में लगायें।
Tu murakh hai bhai, sach me bhagbaan nehin hai bo kahan se tujhe milega....illusion
@@dinabandhusuna7349 तू बड़ा ज्ञानी है तेरी बुद्धि भ्रष्ट हो गई है
@@hreemjagdamba🙏 mera buddhi bhrast nehin hua, me reality (sach) k sath hun,,,,,aap superstition pe ja rahe hain.....jaao koi faeda nehin....pure real words koi v God,Allah ore unki power nehin hai....parikhy karke dekhie
भगवान को हम से कुछ नहीं चाहिए। लेकिन भगवान के लिए दूध, जल, पुष्प आदि चढ़ाकर हम अपने मन को संतुष्ट करने के लिए श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। किसी को जल अर्पित करके किसी को दूध और फल और किसी को पुष्प अर्पित करके संतुष्टि मिलती है।
Kisi ko smjh nhi aayga ❤ bhagvat geeta pdni chaiye sabko or apne krm ache kro bhagwan sb dekh rhe h radhe Krishna ❤😊
मूर्तियां में पत्थर में कोई जान नही है सत्य मार्ग और जिवन देने वाले सच्चा परमेश्वर यीशु मसीह हैं
#राम_निज_सार_है, राम नाम निज मूल। #राम_नाम_सौदा_करो, राम नाम ना भुल।। #कबीर_साहब_जी_कहते_हैं:- कबीरबाणी #सत_भक्ति_सन्देश #राम नाम की लुटहै, लुट सको तो लुट।नाहीं फिर पाछे पछतावागें प्राण जावेगें छुट।।
Lekin rampal ke chele to bhagwan Ram ko hi nakar rahe hai,jabki Kabir ji khud ek Ram bhakt the
@@sumitrayadav5234अरे भाई यह मर्यादा पुरुषोत्तम राम की यह उसे आत्माराम की बात हे उसे परम तत्व सत्पुरुष तो भाई भ्रम में ना रहो सत्य को पहचानो रामपाल जी के चक्कर में पढ़ना है आशाराम जी के चक्कर में पढ़ना है नहीं किसी अन्य गुरुओं के चक्कर में पढ़ना है आप सच्चे तत्व का ज्ञान करो तभी 84 के चक्कर से निपट
सकते हो 🙏
❤❤❤ जय हो बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान की जय, 🙏🙏🙏
संत रामपाल जी महाराज जी पूर्ण संत है। नकली संतो ने भगति का तमाशा बना रखा है।
Nakali nahee bo bhee ashe keliye hota hante nahee
जेल में क्यों हैं असली वाले
🫅 मुंडे मुंडे मत्तर भिन्ना 👣 पादे पादे गत्तर भिन्ना 🙏 कुछ मर्ज बताए नही जाते, कुछ दर्द दिखाए नहीं जाते और कुछ मरहम लगाए नहीं जाते 🙏 क्षमा करें गुरुदेव प्रभू ❤️ पापा पापाआ जपते जपते, भावपूर्ण उच्चारण निरंतर करते हुए डेड हो गया 🙏 शब्द ही बृम्ह है 🌳⚖️🌳
जिस महामूरख को सनातन शक्ति की शक्ति देखना हो तो वह एक बार *करौली शंकर महादेव* (कानपुर) शक्ति पीठ चला जाये, उसे सनातन शक्ति का साक्षात ग्यान हो जायेगा और उल्टी खोपड़ी वहीं सीधी भी हो जायेगी
जय सनातन
Jai sanatan
जय हो
😂😂😂
Secular bno
नोमन सूत उलझा ऋषि रहे झक मार सतगुरु ऐसा सुलझा दे उलझे ना दूजी बार
Kon h vo satguru rampal 😍sabse jyada pakhndi tum log ho jo rampal ki aarti 36 parkar k bhojan ka bhog path k naam pr hajaro rupye ki bhekh rampal ko dete tumne to pakhndi ko bhagwan bna dia
पत्थर मे जान डालना सबसे बड़ी मूर्खता है
दोनों संतो ने अपनी अपनी जगह सही राय दी। पाठ पूजा करने से जीव को संसार से छुटकारा नहीं मिल सकता अगर जीव को मुक्त होना है तो एक पूर्ण संत की शरण आवश्यक है
पूर्ण संत जेलो मे नही होते
@@narindernavhalkhandal3151 भगवान राम को कौन नहीं मानता उनको भी 14 बरस का बनवास हुआ था
कबीर साहिब जी पूर्ण संत हुए है
उनको भी संसार वालो ने जेल में डाल दिया
@@musicalarts1717 बनवास इच्छा से लिया जेल न्यायालय ने दी
@@narindernavhalkhandal3151 बनवास इच्छा से नहीं माता केकई ने दिया था
Abe ghochu tum ko to patahi nahi ki sant kisse kahte he
जय बन्दी छोर सदगुराँसपालजी भगवानकी जय हो
जो सत्य है अविनाशी है उसमें किसी भी युग में परिवर्तन नहीं होता है। उस अविनाशी को मनुष्य अपनी मर्ज़ी से चलना चाहता है
Bilekul par bo me hee hu par me apni marji she chalta or chalat parishitiyo she sanshar ko
जिसका मन निर्मल भया जैसे गंगा। नीर। पीछे पीछे हरि फिरें, कहत कबीर, कबीर।।
Education is salvation of ever problem
पद प्रतिष्ठा और पैसा ईन तीनों चीजों ने परमात्मा से विमुख को कर दिया जीव को परमात्मा ईनसे परे परमात्मा परे🙏🙏🌹🌹🌹🌹
*कबीर सब कुछ गुरु के पास है, पाइयो अपने भाग।*
*सेवक सिर सोप्या रहे, निसदिन चरणों लाग।।*
प्रत्येक जीव अव्यक्त ब्रह्म है इसके ब्रह्म भाव को व्यक्त करना ही जीवन का परम लक्ष्य है आत्मा परमात्मा बनने का बीज है आत्मा का विकास करते जाइए परमात्मा खुद ही बन जाएगा
मै वर्तमान को सत्य मानता हूं
वर्तमान समय में अभी सन्त रामपाल जी वर्तमान समय कहा उसे जाने और समझें फिर माने मैं अपने निज को मानता हूं
भूतकाल, वर्तमान काल और भविष्य काल में भी सत्य तो सत्य ही होते हैं।
सत्यम शिवम् सुन्दरम
शुद्ध भाव से सुनो तो दोनों ने अच्छी बाते बताई हैं...❤
यह पाखंडी एक विद्वान महिला को इधर उधर की बातों में उलझा रहा है एक भी जवाब नहीं दे पा रहा क्योंकि कलई खुल जाएगी
इन दोनों संतों पर तथागत भगवान बुद्ध की दया हो । नमो बुद्धाय जय भीम जय भारत ।🌹🌹🌹🌹🌹।
Abe kya bak raha h ek to ye sant pakhand faila rahe hain or tu buddh ka naam kharab kar raha h 😠🤨🤨
Bhai sant rampal ji jati vad ko nhi mante unka khna h ram budh shree Krishna sab ek hi h
पंडित जी आप ही तो फूल फल चढ़ाने के लिए बोलते हो फिर तो ये ढोंग है।
नही तो आप लोगों को समझाना चाहिए कि देवी देवता पर फूल फल नहीं चढ़ाना चाहिए।
जगत कल्याण हेतु वर्तमान समय में केवल सतगुरु रामपाल जी महाराज ही सनातन शास्त्रों (गीता वेद पुराणों) के गूढ़ रहस्यों को उजागर कर पूर्ण मोक्ष की यथार्थ भक्ति विधि प्रदान कर रहे है।
साहेब बंदगी
कस्तूरी कुंडल बसै मृग ढूँढे वन माहिं ऐसे घट घट राम हैं दुनियाँ देखें मांहि ।
कबीर साहेब कहते हैं कि मैं तेरे पास हूँ मुझे न ढूँढ तेरे अन्दर हूँ ।
पृकृति ही परमात्मा है कयोंकि सब कुछ पृकृति से ही है, मनुष्य एक अनाज का दाना नहीं बना सकता है
सुरेन्द्र सिंह सेना रिटायर कानपुर उत्तर प्रदेश
अरे मंदबुद्धि मानसिक गुलाम अंधभक्त गांधारी धूर्त मनुवादियों के तू तेरे काल्पनिक अयास कपटी कायर भगवान से ही एक दाना बनवाकर दिखा....! और सौ करोड़ इनाम पाओ।
संत जी महाराज जी भी एक दिन में तो जेल में रहे कई दिनों तक जेल में सलाखों में रहे🇮🇳🇮🇳🇮🇳🙏🙏🙏
❤ Hindu hinduon ka virodh Karega Maulana ka Nahin Karega Kyunki usse use dar lagta hai
@@pavanbapuyogi1028 मुस्लिम गलत को गलत ही कहेगा मुस्लिम को डर एक अल्लाह से लगता है बाकी इंसानों को कदर करता है बड़े भाई सोचकर या छोटे भाई सोचकर🇮🇳🙏☝️
सन्त राम पाल जि शास्त्र के अनुसार भक्ती ठिक हे
झूठ, ठग
झूठ
यह सब पाखंड है पत्थर कभीनहीं बोलना पत्थर पासान होता है
वाह वाह कबीर गुरु पूरा है।
पूरे गुरु की मैं बलि जावाँ जाका सकल जहूरा है।।
अधर दुलिच परे है गुरुनके शिव ब्रह्मा जह शूरा है।।
श्वेत ध्वजा फहरात गुरुनकी बाजत अनहद तूरा है।।
पूर्ण कबीर सकल घट दरशै हरदम हाल हजूरा है।।
नाम कबीर जपै बड़भागी नानक चरण को धूरा है।।
Kabir k naam pr tumhe luta jata h satlok ka lalch dekar tum jaise sikar fasaye jate h path k naam pr moti rakam vasuli jati h kitne paise leta h rampal naam dene v path k naam pr such bolna kabir ne to aisa karm kaand nhi kib
Bandchodji satguru Rampal Ji Maharaj ji ki jai ho koti koti dandwat pranam guruji sat sahab
ब हे न जी श्री गीता जी मे तो लिखाहे की जो कोई भक्त मुझे प्रेम से फल जल ओर पूस्प अर्पण करता है वो मे श्वीकार कर्ता हु
Sahi kisiko dikhta hi nahi bahes karni hai vo bahen ji khud ko ghani samj Rahi hogi juth bolti gay me Arjun hu aap krishna ho Arjun bhagvan se aese bat karta hai kya? Ye to mar bhi Rai or malm lagati Rai Ghar se nakki karke aayi hogi ki maraj ko Aaj ulja dungi par bhagvan uske sath the Jo khuchh nahi chala bahenji ka Ghar Jake apne aapko bahut hoshiyar samjhti hogi maraj kaha kahete hai ki tum ful ,dudh chdhao koi presar nai karta kisi ko sabka man Lage aese sab Puja karte hai.or ye Pooja ka tarika Galt hota to 12jyoti ling me kyu Puja hoti hai dudh ki, fullo ki, koi to sach bat hogi tabhi Puja karte hnge na sab
"अनिरुद्ध" भी एक निरुद्देश्य निरुद्ध-व्यक्तित्व है, दुर्भाग्य से इस जाति का आचार्य बन बैठा है, धर्म एवं धार्मिकता तथा अध्यात्म को निर्वस्त्र करके अपनी निरापद धंधा बना दिया है
जब पंडित के गर में किसी कि मोत होती है तो केयु नहीं ऊसमे पराण डाले जाते बेटी आपकी बात बिलकुल सही कहा है
आज पूरे विश्व में एकमात्र जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी ही पुर्ण संत है इनसे नाम दीक्षा लेकर अपना कल्याण कराए
Khud jail m h bate badi badi karto ho pakhand band kro
गरीब, भेखो के लश्कर फिरै , बाणी चोर कठोर।
सतगुरु धाम ना पहुंचेंगे, चौरासी के ढोर।।
जो व्यक्ति दूसरे को गलत और अपने को सही और अन्य धर्मों की निन्दा करता है वह कभी सन्त हो नही सकता है कहा है
सतगुरु ऐसा जानियो
जो सबको लेय जीयो
और ये रामपाल जी तो पूरे सत्संग में अन्य धर्मों की बुराई ही करते रहते हैं
कबीर साहब जी महाराज ने कहा है कि
बुरा जो देखन मैं चला बुरा ना मिलाया कोय
जब दिल खोजा आपना मुझसे बुरा ना कोय
भगवान है वही इस संसार को संभाले हुए हैं जैसे दूध में घी नहीं दिखाई देता है वैसे ही भगवान नहीं दिखाई देंगे उनको समझने के लिए देखने के लिए तपस्या करनी पड़ेगी भगवान को सिर्फ ऋषि मुनियों ने ही समझा और जाना है उदाहरण तो अनेक है भगवान को समझने के लिए
कबीर यह माया अटपटी सब घट आन पड़ी किस-किस ने समझाऊं हुएभांग पड़ी
बहन जी श्रद्धा में समर्पण होता है।श्रद्धा के उच्च स्तरीय भाव में भक्त एक बाल्टी दूध क्या अपना सर्वस्व समर्पित कर सकता है।
Dudh ultane se kya hoga
अगर भगवान इस दुनिया में है और वह प्रेम का भूखा है तो उसके मंदिरों में सोना चांदी रुपया फल दूध यह तमाम कृष्ण के आहार क्यों दिए जाते हैं उसके सम्मान के लिए तो सिर्फ और सिर्फ श्रद्धा के फूल ही काफी है या भगवान के नाम पर सोना चांदी और रुपया पैसा और धन दौलत लूटने का केंद्र है
क्यों कि महाकंजूस हैं।कोई भगवान् कों बेटा रुप में कोई बाप भाई के रुप मे पूजता है तों भोग लगाता है पोशाकें पहनाता रत्न सोना चांदी चढ़ाता अपनी, हस्तियों के अनुसार भोग लगाता।ऐसा कर्मा बाई ने सुखी रोटी चढ़ाई वासी रोटी चढाई। प्रमाण दिया न घनघोर कलयुग में।देखा न जग ने।।ऐसे करोड़ों करोड़ों प्रमाण दिए रे।करुणा से पुकारा वो चलें आऐ न पाठ किया न जप तप। फ़िर भी दौड़ा चला आया है।।
अनंत कोटि बिरमंद एक rati nahi bhar satguru purs कबीर हैं कुल के स्रजा हार
सत साहेब भक्त जी कोमेंट करने से पहले ठीक से पढ़ लिया करो सत साहेब जी