Bharat ke rajas ne mughal bikhari ko nahi bulaya rana sanga ne ibrahim lodi ko khatoli , dholpur , ranthambore ke yudh mein haraya rana sanga ne lodi ko 3 bar haraya lodi rana sanga se bohot darta tha usne apni rajdhani dili se agra kardi toh rana sanga kyu babar ko bulayenge yeh samajh nahi aya aur babarnama bhi fake ho sakta h pura nahi jaisa kuch log prithviraj raso ko fake mante h vaise sikander darbario dwara itihas maha jhootha h yeh bhi jhootha hona chaiye babar bharat ko gareeb desh kahta tha lekin us se pehle ke rich kahte the ? Kyuki babar nama aur sikander dwara itihas bhi jhootha h
Sacchai ko bardasht karna chahiye,jhoote to angrez they jinhone asli itihas ko badal diya aur hamare desh me jhoot aur nafrat faila Gaye ajkal unke bhkt bhi yahi kaam kar rahey hey
@@AnujKumar-fl2qb राईट कहा धन्यवाद ! " हमें गौरव है आपके नोलेज पर। " बिल्कुल सही कहा।जो आज तक सभी हिंदुओं अंधेरे में थे । जय श्री राम। हिंदु बचाओ गद्दारों को हटाओ। जय श्री राम।🚩🔱🏹
Bhai galat itihas bataya he inhone babur ko maharana sanga ne nahi babur ne maharana sanga ko bulaya tha Ibrahim Lodi se yuddh ladne ke liye uska mere paas poora proof he chaho to dedu
प्रोफेसर राम पुनिया जी आपके जैसे निष्पक्ष और ईमानदार इतिहासकार की जरूरत देश को है क्योंकि आपकी बातों से देश में साम्प्रदायिक सौहार्द में बढ़ावा मिलेगा क्योंकि आज टीवी पर आने वाले ज्यादातर नेता या पत्रकार नफ़रत की ही बात करते हैं /.
Hindu muslim sikh isai sab ek ye baat sirf HINDUSTAN ME KYU LAGU KI JAYE PAKISTAN ME KYU NI YA KISSI AUR ISAYI DESH ME KYU NI BHAI SACH SIRF EK HAI KI HINDU HINDU HI BHAI HAI
@@user-be9vl2rj8e es liye k hindustan yaha k sabh logo ka hai jis ko dharam k naam par desh chaye thaa voh pakistan chale gaye.baki sabh kisi bhe dharam ko mante ho yeh alag baat hai par kabhi na kabhi voh bhe hamare hindustani dharam ka hissa thee jo convert ho gaye aur sikh logo ne na apna dhram badla na kisi ka badlne diya.jai hind
@@bijenderbisht2100 channel ka naam mat le itihas padh Ab to sunne me aata hai Gutka chabane wale bhi itihas kar bangaye Ram Punyani ji ki sabhi baaton ka praman itihas se milta hai Or aaj kal itihas wo bata rahe jo kabhi school tak nahi gaye bus whatsapp University ka itihas batate hain
कैसे मान लिया यही सच है, दो कवडी के है नही. कितने लोग जानते है इन्हे. अपना आपमान करवाना अच्छा लगता है. इतना तो मुकेश जी ने माना की बाबर आक्रांता था और इस भूमि का नही था. इतनाही पर्याप्त है. कोई बाहर वाला आक्रांता राजा आप का सम्मान करेगा, आपको सुरक्षित रखेगा. थोड़ा तो विचार करो. आज हजारो टूटे मंदीर देख सकते हो, हजारो मस्जिद मंदीर के ऊपर बने है. देश भर मे, दुनिया भर मे इस्लामिक आतंक फैला है. ये किसी को नही बक्शते, मार काट, लूट पाट ही मकसद है. क्या इतना भी नही समझते. आँखे खोल के देखो, एक भी इनकी सच्चाई नही दिखेगी. हिंदू कितने आसानीसे बरगला जाते है, इसीका उदाहरण है. इन चीजों के लिये इनको पैसा मिलता होगा. क्या कारण है विषयों का?
@@kartiknegi4167 😄😄😄अंधभक्तुजी, आज़ाद भारत का एक बिकाऊ कलंकित जज जिसने अपने आपको बलात्कार की सजा से बचाने के लिए एक मस्जिद का सौदा किया साथ ही भ्रस्ट अनपढ़ नफरती चिंटू गप्पूजी को बचाने के लिए राफेल के रूप में देश को बिक जाने दिया... इस भ्रस्ट जज ने अपने फैसले में खुद लिखा की: 1) अयोध्या में कभी किसी राम का जन्म हुआ हो ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला, पाखंड के रूप में वहां एक दर्जन से ज्यादा मंदिर पहले से ही है जिनका दावा है की राम नाम का कोई व्यक्ति वही पैदा हुआ था, 2) कोई साक्ष्य नहीं मिला की मंदिर तोड़ कर ही मस्जिद बनायीं गई, 3) मस्जिद में जबरन मूर्ति रखी गई और फिर आतंकी भीड़ जमा कर के मस्जिद गिरा दी गई दोनों ही आपराधिक कृत्य है जिसकी सजा अवश्य दी जानी चाहिए.. फिर भी इस भृष्ट जज ने बहुसंख्यक समुदाय की आस्था बताते हुए सनातनी आतंकियों के हवाले वो जगह कर दी, फैसले के बाद भ्रस्ट अनपढ़ नफरती चिंटू गप्पूजी ने इसको जनता के टैक्स के पैसे से होटल ताज मानसिंग में सबसे महँगी शराब पिलाई और इनाम में राज्यसभा की सदस्यता दी. इस भ्रस्ट जज ने ना सिर्फ अपने माथे पर कलंक का टीका लगाया बल्कि भारत देश की न्याय व्यवस्था को भी कलंकित कर दिया, खुद तो रोज़ गालियां खाता ही है पूरी दुनिया भारत की न्यायिक प्रणाली पर थूक रही है और हमेशा थूकती ही रहेगी... कुछ समझे की आप जैसे कुएँ के मेंढक लोगों को अंधभक्त क्यों कहा जाता है...
@@justiceforjust833 Justice for just naam rakh lena hi yeh zahir karta hai ki tumhare liye justice sirf ek noun hai aur kuchh nahin. Us site per ASI ki khudai mein jo mandir ke pieces, pillars wagerah paye gaye uska zikr bhul gaye ?
पुनियानी साहब ने महाराणा सांगाने जो भेंट की लालच दिया था वो नहीं बताया। • रजवाड़ों के जमाने में न भारत था न धर्म का महत्व था - जो उनके झंडो से साफ़ होता है ।हर रजवाडा दुसरे रजवाडे को हड़पने के लिए सदैव तत्पर रहता था और प्रयास किया करता था।
Bilkul sahi kaha bhai ji Maharana sanga ne Babar ko Apne sath akut sampatti le jaane ka Vada kiya tha aur kaha tha ki aap mujhe Delhi do ham aapke sath Hain
Puniya ji humne bhi schlor history mai y hi study kiya Babar ne yudh se pehle hi terms conditions ki thi ager hum won hu to hum india msi hi bass jayenge. Cheat Rans sanga ji ne kiya tha.
बुद्ध की वैज्ञानिक धरती भारत को बुद्धिस्थान कहते है, हिन्दुस्थान जबरन थोपा शब्द है, हम मूल भारतीय बुद्ध सनातन को ही मानते है, युद्ध नही बुद्ध चाहिए, अज्ञान नही विज्ञान चाहिए,
आज भी हिंदू मुस्लिम समाज के शातिर मजहबी और चालाक धार्मिक नेता सत्ता किसी की भी हो उस पार्टी में शामिल होकर अपने मंशा और अपने छुपे एजेंडे को पूरा करने की कोशिश करते हैं
Aryan brahmans are the shrewd cunning people who invited moguls in India" 3% brahmans dominans all these conspiracy theories took birth in our country.
राणा सांगा के विषय कहना कि धर्म से कोई मतलब नहीं,ये ठीक नहीं ।भगवे झंडे के साथ युद्ध हुआ था ,इसको आपलोग जो समझें । बाबर का महिमामंडन ठीक नहीं । जिस वसीयत की बात की गई , उसे अपने मन माफिक वर्णन किया गया ।
वीरता के लिये राजपुतोंका बहोत गुणगान किया जाता है लेकिन सबसे पहिले उन्होने ही मुघलों से हाथ मिलाकार मुघलों के दरबार मे नौकरी पायी,ये एक कडवा सच है l क्यूँकी इस वजह से ही मुघलों की ताकत बढी l राजस्थानमे सभा राजाओने अपनी निष्ठा गलत जगह दिखायी और मुघलों की उनका साम्राज्य बढाने मे मदद की,ये भी एक ऐतिहासिक सच है l सिर्फ छत्रपती शिवाजी महाराज ने दिल्ली के तख्त को हिलाया और मुघलों से संधी करना कुबुल नही किया l और मुघल साम्राज्य को हिलाकर रख दिया l उन्होने मुघलों के क्रूरकर्मा बादशहा औरंगजेब को परास्त कीया और आखिरकार उसने महाराष्ट्र के औरंगाबाद मे दम तोडा l महाराष्ट्राने मुघलों का जो कडवा प्रतिकार किया, और उनको पराजित किया उसकी वजह से मुघल नीचे दक्षिण की ओर नही बढ पाये और दक्षिण भारत मुघलों के आक्रमण से सुरक्षित रहा l
आज़ाद भारत का एक बिकाऊ कलंकित जज जिसने अपने आपको बलात्कार की सजा से बचाने के लिए एक मस्जिद का सौदा किया साथ ही भ्रस्ट अनपढ़ नफरती चिंटू गप्पूजी को बचाने के लिए राफेल के रूप में देश को बिक जाने दिया... इस भ्रस्ट जज ने अपने फैसले में खुद लिखा की: 1) अयोध्या में कभी किसी राम का जन्म हुआ हो ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला, पाखंड के रूप में वहां एक दर्जन से ज्यादा मंदिर पहले से ही है जिनका दावा है की राम नाम का कोई व्यक्ति वही पैदा हुआ था, 2) कोई साक्ष्य नहीं मिला की मंदिर तोड़ कर ही मस्जिद बनायीं गई, 3) मस्जिद में जबरन मूर्ति रखी गई और फिर आतंकी भीड़ जमा कर के मस्जिद गिरा दी गई दोनों ही आपराधिक कृत्य है जिसकी सजा अवश्य दी जानी चाहिए.. फिर भी इस भृष्ट जज ने बहुसंख्यक समुदाय की आस्था बताते हुए सनातनी आतंकियों के हवाले वो जगह कर दी, फैसले के बाद भ्रस्ट अनपढ़ नफरती चिंटू गप्पूजी ने इसको जनता के टैक्स के पैसे से होटल ताज मानसिंग में सबसे महँगी शराब पिलाई और इनाम में राज्यसभा की सदस्यता दी. इस भ्रस्ट जज ने ना सिर्फ अपने माथे पर कलंक का टीका लगाया बल्कि भारत देश की न्याय व्यवस्था को भी कलंकित कर दिया, खुद तो रोज़ गालियां खाता ही है पूरी दुनिया भारत की न्यायिक प्रणाली पर थूक रही है और हमेशा थूकती ही रहेगी...
@@suryavanshi1436 उस वक्त तो कुछ लोग चारपाई के नीचे घुस गए थे अब उनको लोकतंत्र के नाम से फ़्री में सब कुछ मिल गया तो राजपूत बुरे,उस वक्त आप भी लड़ सकते थे एक दो राज्य तो बनाते उस वक्त तो नंगी तलवारे देख के फटती थी अब बिलो से निकले है।
@@Rahul-ru5xp कौन चारपाई के नीचे छिप गया वो साब इतिहास मे दर्ज है l मुघलोंके दरबारमे एक भी मराठा सरदार शिवाजी महाराज के टाइममे नही था और कितने राजपूत सरदार मुघलोंकी चाकरी कर रहे थे, वो इतिहास पढ़ते तो पता चलता l राजपुतोमे से सिर्फ महाराणा प्रताप ही ऐसे थे जिन्होने मुघलोंके आगे झुकना नामंजूर किया l जोधा अकबर वाली जोधाबाई कौन थी,याद नही? अरे,खुद को शूर वीर बोलनेवाले राजपुतोने मुघलोंके साथ " रोटी बेटी व्यवहार" भी खुद की जान बचाने के लिये शुरु किया l पहिले इतिहास पुरी तरह से पढ लो और बाद मे comment करो l
Or bharat ki aesi koi bauddh mandir bachi hi nhi jisko brahmad vadiyo ne Tod kar mandir na bnaya ho sbko to Tod kar brahmadvadiyo ne Tod kar mandir bnakar pesh kar diya
राजा लोग को कोई लाता नहीं है । राज के लालच से दूसरे का राज्य हड़पता था ।पुष्यमित्र शुंग ने राज के लालच में अपने ही राजा का हत्या कर दिया था ।बौद्ध विद्वानों को चुन चुन कर मारा ।ये ही राजा का लक्षण होता था ।ये अलग बात है कि कुछ राजा बहुत ही अच्छे थे ।
Ye raja nahitha babar ye bhikariyoka sardar tha. Jo ki bhart me bhik magne aayata jab bharat ke logoni bhik nahi diya to chhinakar leliya. Bhikari yo ne.
What kind of Person this Puniyani is the loyal Mughaliya Marxist product, Emperor Rana Sanga already defeated Sultan Ibrahim Lodhi twice in The Battle of Khatoli and Battle of Dholpur even took Ibrahim's son Gayasuddin lodhi as a Prisoner. Later Even defeated babur in Battle of Bayana and in khanwa Rana Sanga defeated babur Rajput Sources states this not babue defeated Rana Sanga and Daulat khan lodhi invited babur. Emperor Rana Sanga who already defeated Sultan Ibrahim Lodhi twice in Khatoli and dholpur and later babur in Bayana and Khanwa why he would invite babur ?
This guy Ram Puniyani seems very shrewd orator, how to sugar coat the worst taste thing is an art, and he has mastered it... Though there were so many questions left unanswered...
तिवारी जी बिल्कुल अनपढ़ ही हों क्या जो इस वामपंथी लंपट पर विश्वास कर रहे हो ये आदमी इतिहास की एबीसी तक नही जानता ये वामपंथी जिहादियों का गठजोड़ ही हैं जिन्होंने इस देश को झूठा और गुमराह करने वाला इतिहास पढ़ाया बाबर जैसे जिहादी लुटेरे यहां जिहाद फैलाने और दौलत लूटने आए थे किसी ने बुलवाया नहीं इन भूखे नंगे लोगों की नज़र हमेशा हिंदुस्तान पर रही
जिहादी जो तिहत्तर फिरकों में बटे है सबकी अलग मस्जिद हैं एक दूसरे को अपनी मस्जिदों में घुसने नहीं देते सभी मुस्लिमों देशों में एक दूसरे की गर्दन काट रहे हैं सीरिया लेबनान यमन ईराक में आप देख सकते हैं लेकिन यहां हिंदुओं को जातियों के नाम पर भड़का कर तोड़ने और नफ़रत फैलाने में लगे हैं ताकि इस्लामिक स्टेट बनाने की साजिश को अंजाम तक पहुंचाया जाए इस्लाम कोई धर्म नहीं ये कातिलों लुटेरे बलात्कारियों का एक गिरोह हैं जो पूरी दुनिया के लिए नासूर बना हुआ है
03%सिख, जैन, पारसी और ईसाई ना तो भयभीत हैं ना उनके अपने लोग भयभीत कररहे हैं वे कथित राष्ट्रिय हिन्दू आखिर हिन्दू समुदाय को क्यों डरा कर रखना चाहते हैं कोई तो स्वार्थ सिद्धि होती होंगी।हम62%आबादी वाले समुदाय के भारत वासी 35%आबादी वाले मुसलमानों से भयभीत हैं और भयभीत करने वाले भी हिन्दुत्व के ठेकेदार राष्ट्रिय हिन्दू संगठन और दल है। जोश में होश ना खोलें मौज में मौत को ना भूलें। राजनीतिज्ञो से सावधान रहें। जय भारत, मेरा वोट नोटा को।
@@gmh4446 tera bap babar allready raja tha,, aur tere lootere rajao ne babar ko bulaya tha,, ab ye bhi bol dena ki akbar ki to shadi hi nhi hui thi maharani jodhabai se,, agar koi musalmano k bare me kuch achcha btate hai to tumhare pichwade me aag lag jati hai,, fir tum nakli hindu batana shuru kar dete ho
@@gmh4446 ek baat aur ye jo tum log mera bharat mera bharat karte ho ye tumhara nhi hai ye adiwasiyo aur dalito ka hai is hisab se tum bhi chor lootere ho,, kuki tum khud bahar se aye ho,, tumhara dna yaha ka nhi hai,,
Salute to Dr Mukesh for removing misconceptions in history and spreading a positive angle to the golden period of indian subcontinent...thanx n keep it up❤❤❤❤❤
Emperor Rana Sanga already defeated Sultan Ibrahim Lodhi twice in The Battle of Khatoli and Battle of Dholpur even took Ibrahim's son Gayasuddin lodhi as a Prisoner. Later Even defeated babur in Battle of Bayana and in khanwa Rana Sanga defeated babur Rajput Sources states this not babue defeated Rana Sanga and Daulat khan lodhi invited babur. Emperor Rana Sanga who already defeated Sultan Ibrahim Lodhi twice in Khatoli and dholpur and later babur in Bayana and Khanwa why he would invite babur ?
Daulat khan lodhi invited babur. Emperor Rana Sanga already defeated Sultan Ibrahim Lodhi twice in The Battle of Khatoli and Battle of Dholpur even took Ibrahim's son Gayasuddin lodhi as a Prisoner. Later Even defeated babur in Battle of Bayana and in khanwa Rana Sanga defeated babur Rajput Sources states this not babue defeated Rana Sanga and Daulat khan lodhi invited babur. Emperor Rana Sanga who already defeated Sultan Ibrahim Lodhi twice in Khatoli and dholpur and later babur in Bayana and Khanwa why he would invite babur ?
@@Singla-z4i😄😄😄अंधभक्तुजी, आज़ाद भारत का एक बिकाऊ कलंकित जज जिसने अपने आपको बलात्कार की सजा से बचाने के लिए एक मस्जिद का सौदा किया साथ ही भ्रस्ट अनपढ़ नफरती चिंटू गप्पूजी को बचाने के लिए राफेल के रूप में देश को बिक जाने दिया... इस भ्रस्ट जज ने अपने फैसले में खुद लिखा की: 1) अयोध्या में कभी किसी राम का जन्म हुआ हो ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला, पाखंड के रूप में वहां एक दर्जन से ज्यादा मंदिर पहले से ही है जिनका दावा है की राम नाम का कोई व्यक्ति वही पैदा हुआ था, 2) कोई साक्ष्य नहीं मिला की मंदिर तोड़ कर ही मस्जिद बनायीं गई, 3) मस्जिद में जबरन मूर्ति रखी गई और फिर आतंकी भीड़ जमा कर के मस्जिद गिरा दी गई दोनों ही आपराधिक कृत्य है जिसकी सजा अवश्य दी जानी चाहिए.. फिर भी इस भृष्ट जज ने बहुसंख्यक समुदाय की आस्था बताते हुए सनातनी आतंकियों के हवाले वो जगह कर दी, फैसले के बाद भ्रस्ट अनपढ़ नफरती चिंटू गप्पूजी ने इसको जनता के टैक्स के पैसे से होटल ताज मानसिंग में सबसे महँगी शराब पिलाई और इनाम में राज्यसभा की सदस्यता दी. इस भ्रस्ट जज ने ना सिर्फ अपने माथे पर कलंक का टीका लगाया बल्कि भारत देश की न्याय व्यवस्था को भी कलंकित कर दिया, खुद तो रोज़ गालियां खाता ही है पूरी दुनिया भारत की न्यायिक प्रणाली पर थूक रही है और हमेशा थूकती ही रहेगी... कुछ समझे की आप जैसे कुएँ के मेंढक लोगों को अंधभक्त क्यों कहा जाता है...
Bharat ke rajas ne mughal bikhari ko nahi bulaya rana sanga ne ibrahim lodi ko khatoli , dholpur , ranthambore ke yudh mein haraya rana sanga ne lodi ko 3 bar haraya lodi rana sanga se bohot darta tha usne apni rajdhani dili se agra kardi toh rana sanga kyu babar ko bulayenge yeh samajh nahi aya aur babarnama bhi fake ho sakta h pura nahi jaisa kuch log prithviraj raso ko fake mante h vaise sikander darbario dwara itihas maha jhootha h yeh bhi jhootha hona chaiye babar bharat ko gareeb desh kahta tha lekin us se pehle ke rich kahte the ? Kyuki babar nama aur sikander dwara itihas bhi jhootha h
Emperor Rana Sanga already defeated Sultan Ibrahim Lodhi twice in The Battle of Khatoli and Battle of Dholpur even took Ibrahim's son Gayasuddin lodhi as a Prisoner. Later Even defeated babur in Battle of Bayana and in khanwa Rana Sanga defeated babur Rajput Sources states this not babue defeated Rana Sanga and Daulat khan lodhi invited babur. Emperor Rana Sanga who already defeated Sultan Ibrahim Lodhi twice in Khatoli and dholpur and later babur in Bayana and Khanwa why he would invite babur ?
राजनेताओं का कोई धर्म नहीं होता, उनका एक ही मकसद होता है कि वे कब तक और कैसे राज कर सकते हैं। नंबर 1 हमारा दुर्भाग्य है अशिक्षा जो लड़ सकती है जान दे दे या अपना बहुमूल्य वोट दे दे।
Intelligent king responsible for kickstarting bloody Mughal rule in India which saw killings millions of Indian Hindus. Only guru Nanak de ji put stop to him
@@lordvoldemort7465 Then go and live in Pakistan Or Bangladesh Or any muslim dominated country and then you will realise whether I am living in a delusional world or you are. What was jajiya all about? Did you know anything about Nangloki riots? Keep living in fools paradise. Do you know any thing about Gazwe Hind? Introspect why there is so much hate against Islam around the world. Your forefathers never cared about their actions that can confront their coming generations. Accept it.
@@mintrelsmith So ur saying that before Babur came, all Hindu kings were living happily together? They never fought with each other? If wars before Babur were for power then how come wars after Babar, becomes religious?
🙏जी, बाबर की वसीयत को हुमायूँ ने अमल किया था क्या? फिर हुमायूँ के बाद के मुगल शासकों ने भी बाबर की वसीयत को क्यों नहीं सम्मान दिया? बाबर ने भारत में राज्य विस्तार करने की क्यों सोची? अफगानिस्तान से चलकर इधर ही क्यों आया? धन्यवाद
Chatukhor hai sochne ki baat ye hai ki kisi ko madad ke liye bulawo to wah 200 so saal tak apna sikka jama ke baith gaya kaafi jaane gawane ke baad bhagta hai fir bhi apne piche doom chod jata hai sada ke liye
This whole thing of Rana sanga inviting babur first comes from Baburnama. In Baburnama it is written and claimed by babur that Rana Sanga sent the messanger to him to seek help against the Delhi sultanate ruler Ibrahim Lodhi. In this the claim is also made that Rama sanga said he can have delhi and the border of his kingdom will be till agra. But when Babur reached Panipat for battle against lodhi there was no sign or even remote indication of Rana sanga coming there. And so babur had accused rana sanga of Breaking the oath or promise in thr baburnama. Now let's come to other sources including that of Mewar. First we will take Pandulipi. Pandulipi is breif history of mewar. In that there is some information from pages of a diary written by Purohit of Maharana Sanga. The purohit who used to write about the day to day life of Maharana Sanga. Here the purohit has claimed exact opposite of Babur's claim. He has claimed that It was Babur who asked for Rana Sanga's help against Ibrahim Lodhi. Now let's take another source which is “Rajasthan ka Ithihas” by Gopinath sharma who is well known Rajasthan historian. Here Gopinath sharma has said something and made some claims by giving references of Baburnama , Amarkavya vanshavali by Ranchod Bhatt, Harvilas by sharda. As per these references Maharana Sanga had already defeated Ibrahim Lodhi in the battle of Khatoli in 1517. And Maharana Sanga had again defeated Ibrahim Lodhi very next year in 1518 in battle of Dholpur and this is also admitted in Baburnama. And all other major sources confirm these 2 victories of Rana sanga over Ibrahim Lodhi in battles of Khatoli and dholpur in 1517 and 1518. Gopinath sharma then again says in a other page that It was Babur who asked helped from Rana sanga and he had even agreed to help. But the generals and ministers of Mewar were not in favour and they asked Rana sanga not to feed milk to snake and after opposition from his ministers Rana sanga abandoned the thought of helping babur. So now when Rana sanga has already defeated Ibrahim Lodhi in 2 battles in back to back years why would he ask for the help of someone like babur who was outsider and unknown to country and that too against a man whom he had himself defeated twice? The victory of Rana sanga over Ibrahim Lodhi twice is accepted in all major sources including in baburnama. So that means the claim of Rana sanga inviting babur is absolutely false. Rana sanga was one of the most powerful ruler of his time. He had defeated all nearby rulers Including sultan Mahmud Khilji II. Mewar was at the peak of its power under Rana sanga. So now of not Rana sanga then who invited babur ? Then as per major sources and one by professor rushbrook William in his book An empire that Babur was invited by the uncle of Ibrahim Lodhi whose name was Allauddin khan or Alam khan and another man was the governer of Punjab Daulatkhan lodhi. So it is clearly proven that it was not Rana Sanga but Allaudin or Alam Khan and Daulatkhan lodhi who invited babur to invade india. Rana sanga inviting babur to India is a complete lie.
Thank u Rahul Agarwalji for your detailed n data based authentic answer of the matter. Rana sanga was a great fighter n a hero of hundred fights. The video that claims him inviting Babur to invade Delhi seems prepared n posted purposefully to denounce him n justify Muslim invaders.
@@ramachandrasamal4638 if u analyse the politics esp the Leftich do... They target all Hindu kings and try to deglorify them & ther resistance against Islamic invaders. Leftich+ Foregn Monotheistic expansionist religions combine together to destroy the majority Hindu culture in Bharat and also in other countries. Leftich + foregn Religions don't hve concept of Matrubhumi/Rashtra.. ther only target is expansion...hence they hate Nationalists heroes and leaders
@@rahuljagarwal153 yes you are right, i doubt the intention of this person Punyani , it may be politically motivated to glorify Babur against the present Government. So be aware of such person who took Hindu name but work against the Hindustan
लोगों पर राज करना राजाओं के धर्म-कर्म थे, कोई भी राजा दूसरे राजा की शान-शौकत या अपने से शक्तिमान मानते नहींं, तो युद्ध अनिबार्य था , बाद में गणत॰त्र की लडा़ई शुरु हुई, इसमें धर्म के सहारे से झूट का सहारा बेमालुम ले गया। धन्यबाद राम पुणिया जी।
महाशय आप लोगों से आग्रह जिस व्यक्ति को लेकर चर्चा कर रहे हैं उस नाम पर किस परिस्थिति में और किसने मस्जिद का निर्माण कराया इस पर प्रकाश डालने का साहस करें साथ ही काशी और मथुरा के विवाद पर भी तब जाने की आप इतिहास के जानकार हैं और सत्य कहने का साहस है लेकिन ऐसा आप नहीं कर सकते ये क्योंकि आप एक एजेंडा चलाते हैं।
Aap dono ki baat chit bahut hi achhi thi babar ho ya our koi bhi badshao kabhi bhi mandir ko todkar masjid nahi bana sake he kiyo ki namaj waha hogi hi nahi jha mandir ko todkar masjid bane wese badshao ke pa's jamin ki kiya kami thi khud badshao the jaha chhahte wahi masjid bani jamin ki koi kami nahi thi ❤❤❤❤
What I understood 1. Rajputs supported Muslims ( Jai Chand and others ), 2. Rajputs supported Mughals 3. Rajputs supported Britishers 4. Rajputs supporting BJP and Modi ji ( perhaps my ancestors too were Rajputs too) But now they are vocal against those whom they supported with an objective to stay close to power 😁
Brother these people don't know who the Rajputs were. If you wanna know real history then go through Rajveer Sir, a teacher of Rajasthan History. A hundreds of Saka and Jouhar were done by Rajput. People say that Rajput did sandhi with Mugals for comfort. If they wanted comfort then why they went for fighting in Afghanistan and other states after treaty??? That was the treaty to protect India against external invasions. In Peshwayi Marathas the so called Hindu warriors were brutal then robbers that time
@@bhatiwarrior4654 Thanks for liking my comment. Actually, to know about RAJPUT, one has to read the Book, Annals of Rajastan. Though, not giving any 100% guarantee, according to me, 2 ways are there for defining the word ___ Rajput :--- a. Except the eldest son of a King, mean t. Crown - Prince / युवराज and the rest all t. younger brothers and their sons __ grandchildren , etc., as Rajpoothras / राजपुत्र. b. Only t. Warriors , KSHATRIYAS or क्षत्रिय of राजस्थान / Rajastan must be called Rajputs. From the a. definition, 1 can easily conclude that t. word Rajput or राजपूत came from t. original Sanskrit word, Rajputra. Everybody knows that Sanskrit is t. Mother of all N. Indian languages, whether Hindi or any non - Hindi language. So, after a period of time, it has been corrupted to a little few modified forms. Like, Raajpooththar and Razputh/ रज़पुत. In fact, just a descendant of a warrior Land - lord of any Hindi - speaking State can't challenge anybody that he is a Rajput. Although, such a person of Rajastan st. can. Obviously, t. Marwad / मारवाड़ region is also included in Rajas. Aft. reading Todd's Annals of Rajastan and conversing with various N Indian comminities, one can infer, that the Warriors / क्षत्रियस of M.P. , esp. t. Bundelkhand reg. ,i.e. , generally , are t. descendants of Kushanas, a foreign tribe or race. Similarly, t. Warriors of U. P. are geny. t. descendants of Shakas or Shakyas. They are also a Foreign tribe. Some Shakas also ruled parts of Bihar and S. Nepal. Being of t. warrior clan or caste, they someyimes married interracially also. These 2 foreign groups became Hindus before a long period of time. Same is t. case of Hunas or Huns and Gurjars / Gujjars / Gujjar - Pratiharas. CONCLUSION: After reading t. Todd's Annals of Rajas. and mixing with people, I concluded that either of t 2 Defs. is correct or both. Mean, Prince/ राजकुमार had become Rajput , whether descendants of Crown Prince or simply, a common Prince. And, compulsoriiy also, a Rajput, according to late Todd, is a pure or mostly mixed descendant of t. erstwhile powerful Royal family of Rajastan, any descendant of t. powetful Royal or then, Emperor family of the neighbourinhg areas/ liberally N. India , descendants or offsprings of Huns / हुन and / or t. same of Gurjars / गुज्जर . As a Tiger can't be a Lion, so, putting t. word SINGH aft a 1st name , one can't b a Rajput. Gd. nt. friend.
@@bhatiwarrior4654 Another point, want to add Brother, that you don't much like t. Marathas perhaps. But they were v. Brave and Chivalrous. During t later years of King Shivajo, due to t. falling man - power of of Maratha warriors fighting t. vast Mughal army, 4 or 5 Southern Shia Sultans of Deccan or S. India and shrewd, notorius and cruel Siddhi - Muslim Sea - pirates of mixed Afro - Arab origin, he was forced to welcome t. refugees from N. India due to harsh measures of Mugal Emperor, Aurangzeb , adventurists, warriors , traders n civilians, and even , from t. neighbouring Southern areas. I mean, t. farmers , traders and sodiers, sailors and refugees from outside Maharashtra were allowed to settle permanently in Maharashtra. Any able - bodied man ready to fight for the Marathas was easily inducted in t. Maratha army. Sometimes, he was promoted to t rank of middle ranking officer also. The process contd. even aft. t. death of Shivaji. In this way, during t. reign of Peshwas, hereditary Brahmin or Scholarly class of powetful Prime - Ministers, a majority of t. Maratha army was of non - Maratha/ Maharashtrian origin. The administrative head - quarter or practically, t. Cap. of Maratha kinvdom became Pune. At Pune, sat the ruling Peshwa regularly. In t. Matatha army, men of Warrior, Scholar, Trader and even, lower classes, i.e., workers, labourers, sweepers, farmers, tribes, animal - rearers were also taken. Many able bodied and brave men were taken in t. Army. But, the pure high caste Marathas were busy in leg - pulling of each other at Pune. For eg, suppose, the soldiers of Prince Holkar robbing t. Maratha and non - Maratha pop. of another Maratha Prince Scindia of Gwalior. Say, a Telgu soldier, whose mother is a Maharadhtrian, speaks Marathi and fighting under Maratha flag, harasses t. Kannardese. Then, t. Marathas were defamed. In fact, t. pure Martha high class officers n Ministers did not or couldn't check t. Indiscipline of Non- Maharn. majority lower rank army - men. Like, t. Gawlee community r but purer breed of Yadaws, who migrated from W U. P. and settled in Maharashtra. Again, the high caste pure Rajput clan, tribe or race , had after t. death of Maharana Pratap had actually surrendered one of their royal Princess to Mughal Emperor, Salim or Jehangir in marriage. Had heard also that t. Sisodias even had broken their promise to give her to a Rathod King of another Rajastani principality. Though, Rathords r also a class Hindu Rajput tribe, that too, quite a high caste Hindu Rajputs. Again, if you go to t. more earlier pages of Hist. , please concentrate the story of Mughal King Humayun and his weak infant son , Akbar. Remember t. bk. , Bharat aek khoj by Jawaharlal Nehru jee. In the years from ab. 1986 to ' 88, had seen a T. V. serial based on this work by Nehru. In it, it was shown, Babur, t. 1st Mughal King of N Ind. , came from Afghanistan with hos fire - arms and attacked Ibrahim Lodi, t. Pathan - Afghan Khan king of Delhi region. He and his men treated t. vast majority of his Hindu soldiets and even, the actual minority Muslim Pathan Afghan soldiers. Because, Babur was a non - Afghan and racially, a Turk ; though a Muslim. It means, he was cruel to t. Indian Hindus and as well as Muslims too. Then , war between Babur and t. Sisodia brave King, Rana Sanga became inevitable. The Rana jee had no guns just like t. poor Pathan King Ibrahim. The battle began. According to the Rajput tradition, t. Sisodias n other Rajputs fought in separate regiments, one after t. other. Mean , they did not attack t. foreign attackers unitedly. That too, these brave but unitelligent Rajputs attacked these cunning cruel Turks / Mughals / Uzbeks from front and in the morning only. They could hve. attacked t. Mughals from sideways and behind so that, their guns n cannons could be silenced or destroyed. Now, during those times, no one attacked an unarmed soldier taking back his dead or wounded comrade to t safety zone. At afternoon, when t Rajputs were carrying there half - dead and wounded colleagues, Babur suddenly , ordered his men to attack t. Indian Hindus. Did not t. Rajputs know that apart from Muskets and Canons Babur had a group of Archer cavalry anf Archer infantry. Didn't Rana jee know that King Ibrahim was killed and defeated , only due to t. absence of even a single Gun from his side. Now, did not t. Warrior King of a princely State of Sindh know ab. it ? I don't know t name of this early Hindu Kstriya King. Also, dont know, whether this Prince was actually a Rajput or not. But this man must have told this story to his son or grandson. Don't know the name of his son, etc. The scenario changes. Aft. t death of Babur, Humayun, son of Babur, ecame t next Mughal King of only t. Hindi speaking area or areas. But, his vassal Pathan King, Sher Shah Suri of Bihar rebelled and attacked Dehi - Agra areas. The Mughals were defeated and Humayun fled with his men and family to Sindh. I mean , to a Sindhi principality. The then Prince of that Kingdom gave recuge to Humayun. Akbar, his son was born here. Now, mother of Akbar could not produce milk due to utter weakness. So, that Sindbi Hi
Babar was a secular emperor,in the name of history what tale is told about him is a naked and shameless distortion by the so-called historians. Thank you sir for your valuable information,
Badshah jo hotay hain woh agar mazhab ka istimal shuroo ker dain to halat bad say bad ter2 honay lagtai hain jaisay Moodi nafratain paida ker raha hay Hindu aour muslim may.Muslim kabhee mandir tor ker wahan masjid nahee banay ga. Jo yeh karay ga woh musalman nahee ho sakta.
@vinodkumar9390 मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जी आए थे, पहले उनका ही मंदिर था, बाबर ने लौड़े बजी कि मुहब्बत में मर्यादा पुरुषोत्तम जी का मंदिर तोड़ा । पर तोड़ना जरूरी था ।
Babar to aaj k Uzbekistan se bhag k aya tha vo bhi kuch sainiko k saath as per history of Uzbekistan. Jin Indians ko Buddhism mitake Buddhist knowledge & property leni thi unhnone support kiya. Vahi Indian Jamat ko Jab Mughals ko hatana tha to Britishers ko saath le liya. Vahi jamat aaj desh ko duba rahi hai capitalism ko sath lekar.
Why muslim invaders constructed masjid in the vicinity of temples and also demolished hindu temples and constructed masjid on it? This shows they had no respect for other religions. It is now becoming quite conspicuous. Can any body deny it! Jai bharat mata ki jai.
That is precisely what stopped from making the ram mandir. Good god you don’t need enemies when you have people like that in our country!! Be proud of being Indian!
Come on man ........ They have right to speak, let them.......... And as he said, "बहुत दुख की बात है, कि बाबरी मस्जिद को गिराया गया, और भारत की राजनीति को मोड़ दिया गया" obviously he is not happy with Ram mandir, but i am happy......... 😁 Because he is not happy ! 😎
अभी आप लोग बता रहे हैं कि बाबर ने बाबर नामा लिखा था तो बाबरनामा के अंदर भारत के कौन से राजा का उल्लेख किया गया है बाबर के द्वारा लिखी गई किताब में यह चीजें हम लोगों को क्यों नहीं आप लोग बता रहे हैं जरा बताने का कष्ट करेंगे महोदय
Wasiyat express the thought of Babar..that how he respect the all religion s and also cares and save their religious prays places like mandir all... Indian hindus who has anti mughal though should sure see his wassiat...
Did future Mughal kings follow the wasiyat of Babur? No they dint. They ordered the killing of Sikh gurus and started converting all Hindus from Kashmir
Babur defeated Ibrahim Lodhi and established Mugal Raj in India ! His four years kingship was due to the invitation of Rana Sanga ! He wrote Babur Nama because of his literary taste ! He also constructed Babri mosque but did not break the Hindu temples !
He was a uzbek. He was an invader. He destroyed many temples on the way. He destroyed many villages, cities. Brutality is still called barbariyat after him. He was cruel in war. He was a foreigner.
It is misrepresented that Rana Sangram Singh of Mewar had invited Babur to invade Delhi from Kabul to defeat Ibrahim Lodi. However, Rana Sanga had already defeated Ibrahim Lodi twice in 1518 and 1519 at the Battles of Khatoli and Dholpur, so he did not need the help of a mere Turk to defeat him.
Well Rana Sanga wasn't able to dislodge Afghans from Delhi-Agra either. We should also remember that Rana Sanga was facing divided Afghans with different claimants to the throne like Mahmud Lodhi & Ahmed Lodhi soliciting help from Babur,Gujarat & Mewar. One would think Rana Sanga would be mindful of that which later happened with Rao Maldeo when Sher Shah Suri ended Marwar hegemony in Rajputana affairs after Battle of Sammel(1544 CE). So Rana Sanga did need allies to counter Afghans who controlled most of the forts from the vicinity of Agra to Bihar.
@@AjeebDastaan2015 ok but regarding Babur, if Rana Sanga had extended the invitation to Babur to help defeat Ibrahim Lodi, then why didn’t he join Babur in the first battle of Panipat (1526)? Why did Rana Sanga fight a pitched battle against Babur at Bayana later that year? Even though Babur had tasted success against Lodi in Panipat, his army was soundly routed by the Rajputs at Bayana. Such was the crushing loss that Babur gave up alcohol and could only fire the imagination of his troops with the battle cry of ‘Jihad’. Babur also knew he had the surprise element of guns and cannon powder in military expeditions which gave him success despite having a smaller but well-trained army in crucial battles.
Why Rana Sanga didn't tie up with Babur in the event of him sending his envoy to Kabul with his 'proposal' is a matter of conjecture. Rana Sanga's 'proposal' of attacking Agra while Babur attacked the Lodhis at Delhi were perhaps given just to 'test the waters' as the former came to know about Dilawar Khan Lodhi & Alam Khan Lodhi's visit to Kabul through his Afghan allies. It wasn't an agreement or treaty which Rana Sanga was ever duty bound to follow through but it could well have been a stratagem to induce Babur to invade India without allying with him while he conquered all the territories he coveted in the vicinity of Agra as a longer drawn out war was fought between the Mughals & Afghans in Punjab-Haryana region. But with Mughals staying at Agra after Panipat an inevitable clash between Sanga & Babur ensued.
@@rahuljagarwal153Rana Sanga didn't fight any pitched battle with Babur at Bayana. The Mughal soldiers of Bayana Garrison who came out of the fort were routed by the Rajputs as was another Mughal reconnoitering party 03 weeks before the showdown at Khanwa. Babur employed the same Rumi device of carts strung together along with the regular use of Tulughma i.e wheeling parties at Khanwa. Cannons with their slow rate of fire were just one of the strengths of the early Mughals.
@@AjeebDastaan2015 many eminent historians like like GN Sharma and Gaurishankar Hirachand Ojha claim it was Babur who had extended the invitation to Rana Sanga seeking help. Babur had already decided to move towards India and asked the Rajput chieftain for a helping hand to defeat the common enemy - Ibrahim Lodi. It was quite possible that the Rana himself was open to helping Babur but backed out after the generals and ministers of the Mewar confederacy advised him against it.
He is surely not a hero for india. I would simply call him a greedy selfish destroyer who tried to convert and impose his ideology on a peaceful culture.
अगर धर्म के आधार पर राज्य नहीं किया जाता था तो दसवें शतक से 20 वे शतक तक देश में मुसलमानों की आबादी 10 से 15% कैसे हो गई यहां के हिंदुओं को मुस्लिम बनने के लिए मजबूर किया गया था व्यापार आदि सब करने के लिए हिंदू और मुस्लिम दोनों के लिए कर व्यवस्था अलग थी व्यापार कृषि नौकरी बहुत सॉरी मजबूरी थी आयशा कानून उसे वक्त रखे हुए थे और यह भाई बता रहा है की शासन और धर्म का कोई लेनदेन नहीं था ऐसा हमें समझाने की कोशिश कर रहे हैं मतलब अपने गुप्त एजेंडा के तहत हमें इतिहास पढ़ने की कोशिश कर रहे हैं
Sir mahatma budh ke samay kal se pehle ya unke samay me bhraman (pandit) log kis kis janwer ya pasuo ka balidaan (sacrifice) karta tha please iske bare me bhi jarur vistaar se bataaya kya bhraman (cow) gaye ka balidaan karta or khata tha (eat)
This is what I read in my history book while I was a student Matriculation in1954-56. In those days we were given the certificate of Matriculation. Thank you once more.
Rajay,Moghuls Ruled over India for about 800 years not a Small time, but it was due to Blessing of Guru Nanak dev. Now the mute point is why Guru Nanak ji blessed Baber. Nomo Narayana!
@@tauhidansari8272 Rajay,read Sikh history you will find the answer. Guru Nanak ji Knew the reality about Islamic Power over India, Still he blessed him.Why ? Meditate over it,Surely answer will come .Nomo Narayana!
राम पुनियां आपको तहे दिल से शुक्रिया इतिहास के बारे में इतनी अच्छी जानकारी देने के लिए मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं सर आपका जीवन मंगलम हो
Bharat ke rajas ne mughal bikhari ko nahi bulaya rana sanga ne ibrahim lodi ko khatoli , dholpur , ranthambore ke yudh mein haraya rana sanga ne lodi ko 3 bar haraya lodi rana sanga se bohot darta tha usne apni rajdhani dili se agra kardi toh rana sanga kyu babar ko bulayenge yeh samajh nahi aya aur babarnama bhi fake ho sakta h pura nahi jaisa kuch log prithviraj raso ko fake mante h vaise sikander darbario dwara itihas maha jhootha h yeh bhi jhootha hona chaiye babar bharat ko gareeb desh kahta tha lekin us se pehle ke rich kahte the ? Kyuki babar nama aur sikander dwara itihas bhi jhootha h
Sacchai ko bardasht karna chahiye,jhoote to angrez they jinhone asli itihas ko badal diya aur hamare desh me jhoot aur nafrat faila Gaye ajkal unke bhkt bhi yahi kaam kar rahey hey
@@AyushPal124abe beta jakar history padho anbhagt gobar khane wala 😂😂😂
कुलमिलाकर एक बात तो सत्य है कि मुगलो को राजपूत राजाओं ने ही बुलाया था और मुगलों को अपना रिस्तेदार भी बनाया
@@AnujKumar-fl2qb
राईट कहा धन्यवाद ! " हमें गौरव है आपके नोलेज पर। "
बिल्कुल सही कहा।जो आज तक सभी हिंदुओं अंधेरे में थे ।
जय श्री राम। हिंदु बचाओ गद्दारों को हटाओ।
जय श्री राम।🚩🔱🏹
Babar was a Dakayat, Looera , beyond doubt..
Rajput King blessed a Son to the Wife of Humayun ..I:e AKBAR
@sukantadas2341
या,,,,, राजपूत जींदा बाद।🥱🤔😇
Ye jo bataraha hai ye tera allah hai
सेल्यूट है पुनियानी सर को जो बहुत अच्छी इतिहास कि जानकारी रखते हैं।
आज समझ में आया मुग़ल और राजपूतों के रिश्ते इतने मधुर क्यों थे। 😮😮😮
मुगल और ब्राह्मण के संबंध देखें।
आईने अकबरी।
जिसमे अकबर को भाई कहा गया है।
@@RadheShyam-rc4fo ore batao plz
Sadi biyah sab kiye ab sarma rhe hai ye Bahadur log 😂
@@mohdsheesshaikh2683 pehli bat to ye video juthi he or khud Mughal Shehjadiya Rajputo ki wife thi 🤣
@@rajeshkumarchahar1958 जौहर कुंड आज भी बने हुए हैं।वो क्या तेरी मां बहनों ने किये थे
आप लोगों के ऐतिहासिक विश्लेषण के लिए धन्यवाद जिसमे सच्चाइयों की झकल मिलती है..
बहुत धन्यवाद।इतिहास को ठीक से पेश करने की मुहिम को सलाम।
Bhai galat itihas bataya he inhone babur ko maharana sanga ne nahi babur ne maharana sanga ko bulaya tha Ibrahim Lodi se yuddh ladne ke liye uska mere paas poora proof he chaho to dedu
@@kattarhindu144 to 8
@Manoj Singh proof du kya
@@syediqbal6372 what
@@kattarhindu144 jahil ho nichle darje ke
प्रोफेसर राम पुनिया जी आपके जैसे निष्पक्ष और ईमानदार इतिहासकार की जरूरत देश को है क्योंकि आपकी बातों से देश में साम्प्रदायिक सौहार्द में बढ़ावा मिलेगा क्योंकि आज टीवी पर आने वाले ज्यादातर नेता या पत्रकार नफ़रत की ही बात करते हैं /.
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई एकता पर चलोगे तो इतिहास बनेगा नहीं तो क्रूर राजा के नाम से जाना जाएगा
Sahi kaha
Hindu muslim sikh isai sab ek ye baat sirf HINDUSTAN ME KYU LAGU KI JAYE PAKISTAN ME KYU NI YA KISSI AUR ISAYI DESH ME KYU NI BHAI SACH SIRF EK HAI KI HINDU HINDU HI BHAI HAI
@@user-be9vl2rj8e es liye k hindustan yaha k sabh logo ka hai jis ko dharam k naam par desh chaye thaa voh pakistan chale gaye.baki sabh kisi bhe dharam ko mante ho yeh alag baat hai par kabhi na kabhi voh bhe hamare hindustani dharam ka hissa thee jo convert ho gaye aur sikh logo ne na apna dhram badla na kisi ka badlne diya.jai hind
Vo to muslim tha yha to hindu hi Hindu ko marte h uske bare me ky khoge vo bhi jaat paat ke chkkar me
Jb unko dhrm ke nam pr de diya tho ab unka a desh kese ho skta h @@singhsukhjinder3431
बहुत अच्छे सब्जेक्ट पर सर आप लोगों ने चर्चा की आप लोगों का बहुत-बहुत धन्यवाद ऐसी जानकारी देना समाज और देश के लिए बहुत अच्छा कदम है
Please watch The History Point
Bhut bhria jankari
@@bijenderbisht2100 channel ka naam mat le itihas padh
Ab to sunne me aata hai
Gutka chabane wale bhi itihas kar bangaye
Ram Punyani ji ki sabhi baaton ka praman itihas se milta hai
Or aaj kal itihas wo bata rahe jo kabhi school tak nahi gaye bus whatsapp University ka itihas batate hain
@@theeshbhakt9931 koun sa NASA karte ho be
======l=ll?
Lpn
सच इतिहास सामने लानें के लिए सत्य हिंदी न्यूज चैनल को तेह दिल से सलाम करता हूं
th-cam.com/video/l8AhBVmtaCA/w-d-xo.html
कैसे मान लिया यही सच है, दो कवडी के है नही. कितने लोग जानते है इन्हे. अपना आपमान करवाना अच्छा लगता है.
इतना तो मुकेश जी ने माना की बाबर आक्रांता था और इस भूमि का नही था. इतनाही पर्याप्त है. कोई बाहर वाला आक्रांता राजा आप का सम्मान करेगा, आपको सुरक्षित रखेगा. थोड़ा तो विचार करो.
आज हजारो टूटे मंदीर देख सकते हो, हजारो मस्जिद मंदीर के ऊपर बने है. देश भर मे, दुनिया भर मे इस्लामिक आतंक फैला है. ये किसी को नही बक्शते, मार काट, लूट पाट ही मकसद है. क्या इतना भी नही समझते. आँखे खोल के देखो, एक भी इनकी सच्चाई नही दिखेगी.
हिंदू कितने आसानीसे बरगला जाते है, इसीका उदाहरण है.
इन चीजों के लिये इनको पैसा मिलता होगा. क्या कारण है विषयों का?
😮
Galat tathyon se bachne chahiye
Bhram mat falayen
आपने बहुत महत्वपूर्ण इतिहास की जानकारी दी ।इसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद।
पुण्यानी सर एक अच्छे इतिहासकार हैं।
He is not a historian but prof of Biotechnology at IIT Bombay.
He is not historian ..He accepted himself in some other debate on Satya channel itself.
@@kartiknegi4167 😄😄😄अंधभक्तुजी, आज़ाद भारत का एक बिकाऊ कलंकित जज जिसने अपने आपको बलात्कार की सजा से बचाने के लिए एक मस्जिद का सौदा किया साथ ही भ्रस्ट अनपढ़ नफरती चिंटू गप्पूजी को बचाने के लिए राफेल के रूप में देश को बिक जाने दिया... इस भ्रस्ट जज ने अपने फैसले में खुद लिखा की:
1) अयोध्या में कभी किसी राम का जन्म हुआ हो ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला, पाखंड के रूप में वहां एक दर्जन से ज्यादा मंदिर पहले से ही है जिनका दावा है की राम नाम का कोई व्यक्ति वही पैदा हुआ था,
2) कोई साक्ष्य नहीं मिला की मंदिर तोड़ कर ही मस्जिद बनायीं गई,
3) मस्जिद में जबरन मूर्ति रखी गई और फिर आतंकी भीड़ जमा कर के मस्जिद गिरा दी गई दोनों ही आपराधिक कृत्य है जिसकी सजा अवश्य दी जानी चाहिए..
फिर भी इस भृष्ट जज ने बहुसंख्यक समुदाय की आस्था बताते हुए सनातनी आतंकियों के हवाले वो जगह कर दी, फैसले के बाद भ्रस्ट अनपढ़ नफरती चिंटू गप्पूजी ने इसको जनता के टैक्स के पैसे से होटल ताज मानसिंग में सबसे महँगी शराब पिलाई और इनाम में राज्यसभा की सदस्यता दी. इस भ्रस्ट जज ने ना सिर्फ अपने माथे पर कलंक का टीका लगाया बल्कि भारत देश की न्याय व्यवस्था को भी कलंकित कर दिया, खुद तो रोज़ गालियां खाता ही है पूरी दुनिया भारत की न्यायिक प्रणाली पर थूक रही है और हमेशा थूकती ही रहेगी... कुछ समझे की आप जैसे कुएँ के मेंढक लोगों को अंधभक्त क्यों कहा जाता है...
@@justiceforjust833 Justice for just naam rakh lena hi yeh zahir karta hai ki tumhare liye justice sirf ek noun hai aur kuchh nahin. Us site per ASI ki khudai mein jo mandir ke pieces, pillars wagerah paye gaye uska zikr bhul gaye ?
Kyonki woh tumhare man ke maafia baar kehte hain, chahe uska koi proof na ho.
पुनियानी साहब ने महाराणा सांगाने जो भेंट की लालच दिया था वो नहीं बताया।
• रजवाड़ों के जमाने में न भारत था न धर्म का महत्व था - जो उनके झंडो से साफ़ होता है ।हर रजवाडा दुसरे रजवाडे को हड़पने के लिए सदैव तत्पर रहता था और प्रयास किया करता था।
Bilkul sahi kaha bhai ji Maharana sanga ne Babar ko Apne sath akut sampatti le jaane ka Vada kiya tha aur kaha tha ki aap mujhe Delhi do ham aapke sath Hain
@@niyazkhan45 🤣🤣us samay ka sanga sabase takatwar tha. Babar ki shayata ki jarurat hi nahi thi...
@@satyamthakur1418 bhai waise history to yahi sahi h
Wo bat alg h ki tmhari bnayi hui history se match nhi kr pa rhi h 😂😂😂😂
Puniya ji humne bhi schlor history mai y hi study kiya Babar ne yudh se pehle hi terms conditions ki thi ager hum won hu to hum india msi hi bass jayenge. Cheat Rans sanga ji ne kiya tha.
बुद्ध की वैज्ञानिक धरती भारत को बुद्धिस्थान कहते है,
हिन्दुस्थान जबरन थोपा शब्द है,
हम मूल भारतीय बुद्ध सनातन को ही मानते है,
युद्ध नही बुद्ध चाहिए, अज्ञान नही विज्ञान चाहिए,
आज भी हिंदू मुस्लिम समाज के शातिर मजहबी और चालाक धार्मिक नेता सत्ता किसी की भी हो उस पार्टी में शामिल होकर अपने मंशा और अपने छुपे एजेंडे को पूरा करने की कोशिश करते हैं
Really Correct.
Aryan brahmans are the shrewd cunning people who invited moguls in India" 3% brahmans dominans all these conspiracy theories took birth in our country.
@@dayashankarsharma7369 right bro मुंह में संविधान ख्वाबों में मुगलिस्तान
राणा सांगा के विषय कहना कि धर्म से कोई मतलब नहीं,ये ठीक नहीं ।भगवे झंडे के साथ युद्ध हुआ था ,इसको आपलोग जो समझें ।
बाबर का महिमामंडन ठीक नहीं । जिस वसीयत की बात की गई , उसे अपने मन माफिक वर्णन किया गया ।
राणा संग और राजस्थान के राजपूतोने इस्लाम से समेट किया और मुगलोंको राज करनेको मदद की ।
वीरता के लिये राजपुतोंका बहोत गुणगान किया जाता है लेकिन सबसे पहिले उन्होने ही मुघलों से हाथ मिलाकार मुघलों के दरबार मे नौकरी पायी,ये एक कडवा सच है l क्यूँकी इस वजह से ही मुघलों की ताकत बढी l राजस्थानमे सभा राजाओने अपनी निष्ठा गलत जगह दिखायी और मुघलों की उनका साम्राज्य बढाने मे मदद की,ये भी एक ऐतिहासिक सच है l सिर्फ छत्रपती शिवाजी महाराज ने दिल्ली के तख्त को हिलाया और मुघलों से संधी करना कुबुल नही किया l और मुघल साम्राज्य को हिलाकर रख दिया l उन्होने मुघलों के क्रूरकर्मा बादशहा औरंगजेब को परास्त कीया और आखिरकार उसने महाराष्ट्र के औरंगाबाद मे दम तोडा l महाराष्ट्राने मुघलों का जो कडवा प्रतिकार किया, और उनको पराजित किया उसकी वजह से मुघल नीचे दक्षिण की ओर नही बढ पाये और दक्षिण भारत मुघलों के आक्रमण से सुरक्षित रहा l
आज़ाद भारत का एक बिकाऊ कलंकित जज जिसने अपने आपको बलात्कार की सजा से बचाने के लिए एक मस्जिद का सौदा किया साथ ही भ्रस्ट अनपढ़ नफरती चिंटू गप्पूजी को बचाने के लिए राफेल के रूप में देश को बिक जाने दिया... इस भ्रस्ट जज ने अपने फैसले में खुद लिखा की:
1) अयोध्या में कभी किसी राम का जन्म हुआ हो ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला, पाखंड के रूप में वहां एक दर्जन से ज्यादा मंदिर पहले से ही है जिनका दावा है की राम नाम का कोई व्यक्ति वही पैदा हुआ था,
2) कोई साक्ष्य नहीं मिला की मंदिर तोड़ कर ही मस्जिद बनायीं गई,
3) मस्जिद में जबरन मूर्ति रखी गई और फिर आतंकी भीड़ जमा कर के मस्जिद गिरा दी गई दोनों ही आपराधिक कृत्य है जिसकी सजा अवश्य दी जानी चाहिए..
फिर भी इस भृष्ट जज ने बहुसंख्यक समुदाय की आस्था बताते हुए सनातनी आतंकियों के हवाले वो जगह कर दी, फैसले के बाद भ्रस्ट अनपढ़ नफरती चिंटू गप्पूजी ने इसको जनता के टैक्स के पैसे से होटल ताज मानसिंग में सबसे महँगी शराब पिलाई और इनाम में राज्यसभा की सदस्यता दी. इस भ्रस्ट जज ने ना सिर्फ अपने माथे पर कलंक का टीका लगाया बल्कि भारत देश की न्याय व्यवस्था को भी कलंकित कर दिया, खुद तो रोज़ गालियां खाता ही है पूरी दुनिया भारत की न्यायिक प्रणाली पर थूक रही है और हमेशा थूकती ही रहेगी...
@@suryavanshi1436 उस वक्त तो कुछ लोग चारपाई के नीचे घुस गए थे अब उनको लोकतंत्र के नाम से फ़्री में सब कुछ मिल गया तो राजपूत बुरे,उस वक्त आप भी लड़ सकते थे एक दो राज्य तो बनाते उस वक्त तो नंगी तलवारे देख के फटती थी अब बिलो से निकले है।
@@Rahul-ru5xp कौन चारपाई के नीचे छिप गया वो साब इतिहास मे दर्ज है l मुघलोंके दरबारमे एक भी मराठा सरदार शिवाजी महाराज के टाइममे नही था और कितने राजपूत सरदार मुघलोंकी चाकरी कर रहे थे, वो इतिहास पढ़ते तो पता चलता l राजपुतोमे से सिर्फ महाराणा प्रताप ही ऐसे थे जिन्होने मुघलोंके आगे झुकना नामंजूर किया l जोधा अकबर वाली जोधाबाई कौन थी,याद नही? अरे,खुद को शूर वीर बोलनेवाले राजपुतोने मुघलोंके साथ " रोटी बेटी व्यवहार" भी खुद की जान बचाने के लिये शुरु किया l पहिले इतिहास पुरी तरह से पढ लो और बाद मे comment करो l
Ab inhi rajput ko shame feel ho rahi. Hai ibrahim lodi bhi to muslim the unse RSS ko chitr nahi hai.
इतिहास में ऐसा कोई मुगल शासक नहीं था जिसने भारतीय संस्कृति और मन्दिरों को नुकसान ना पहुंचाया हो ।
@@BraveIsrael Rana sanga se fir mandir today tha ..pta kro
Or bharat ki aesi koi bauddh mandir bachi hi nhi jisko brahmad vadiyo ne Tod kar mandir na bnaya ho sbko to Tod kar brahmadvadiyo ne Tod kar mandir bnakar pesh kar diya
Chhath bhi nahin pata hai tujhe andhbhakt😂
@@Yahooofficial90 toda hoga aap log ko darte dekh,wo bhi salwar pahnnne ki socha hoga
Andh bhakt 😂
बाबर अफगानिस्तान मे जन्मा, उस समय अफगानिस्तान भारतवर्ष का हिस्सा था
Babur afghanistan me jnma waah waah kiya itihas ka gyan he😍😍😍
Kazakhistan.
Uzbekistan brother not afg
Samarkand
राजा लोग को कोई लाता नहीं है । राज के लालच से दूसरे का राज्य हड़पता था ।पुष्यमित्र शुंग ने राज के लालच में अपने ही राजा का हत्या कर दिया था ।बौद्ध विद्वानों को चुन चुन कर मारा ।ये ही राजा का लक्षण होता था ।ये अलग बात है कि कुछ राजा बहुत ही अच्छे थे ।
कुछ नहीं, भारत के अधिकतर राजा अच्छे थे। जो बुरे राजा थे उनमें से बिंदुसार के पुत्र अशोक का नाम अग्रणी है।
आप ने बिलकुल सच सामने रखा है सर जी बहुत बहुत आभार नमस्ते
पुनियानी,, सर 🙏🙏
और मुकेश जी 🙏🙏
सत्या हिंदी 👍👍
जनता को युद्ध से नुकसान पहुंचाने वाला महान शासक नहीं हो सकता
Bhai aap bjp rss se honge is liye sach bardash nai hota
Ye raja nahitha babar ye bhikariyoka sardar tha. Jo ki bhart me bhik magne aayata jab bharat ke logoni bhik nahi diya to chhinakar leliya. Bhikari yo ne.
जैसे राजा अशोक महान
Sahi bola.
@@AsifKhan-tt3lo
Ek aur "babur ki aulad".
Shayad isis and doosre aatankwaadiyon ko bhool gye aap.
Bjp rss uss samay nhi thii. Lekin is;lam vahi thaa.
बहुत अच्छी जानकारी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!🙏🙏
Aapki baat se Santosh hai dhanyvad Jay Bheem
What kind of Person this Puniyani is the loyal Mughaliya Marxist product, Emperor Rana Sanga already defeated Sultan Ibrahim Lodhi twice in The Battle of Khatoli and Battle of Dholpur even took Ibrahim's son Gayasuddin lodhi as a Prisoner. Later Even defeated babur in Battle of Bayana and in khanwa Rana Sanga defeated babur Rajput Sources states this not babue defeated Rana Sanga and Daulat khan lodhi invited babur. Emperor Rana Sanga who already defeated Sultan Ibrahim Lodhi twice in Khatoli and dholpur and later babur in Bayana and Khanwa why he would invite babur ?
This guy Ram Puniyani seems very shrewd orator, how to sugar coat the worst taste thing is an art, and he has mastered it... Though there were so many questions left unanswered...
पुनीयानी जी ने ऐसी-ऐसी बातें बताई जो हमने कभी सुना नहीं था।
Sunnoge tab jab Aisa hua hoga babur ek cruel shashak hi tha jisne hindustan ko gulam bana kar rakha
@@user-be9vl2rj8e 🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣
@@thefilmyset228 😂😂😆
@@shashibhushanprasadkushwan9538 पुनियानी जी का इतिहास ज्ञान कैसे सही होगा? देख देख कर बोल रहे थे।
यह कार्यक्रम खुद ही एक एतिहासिक कार्यक्रम है।
😅😃😇😂🤣😀😅
Ghatya h jootha barki olad bahrse aaye hue lootere hatyre logoke vansjo apne mulk me jao jahse aaya babar waha jao dusre logoke des par kabja karnewale ghuspethiye hatyre log
Bohat acha programme h Mukesh ji
Ye mohd saheb ka Farman hai duniya me koi insaan bada Chhota nahi insaniyat ek samaan hai
ऐसी जानकारी देने के लिए सतया हिंदी का धनयवाद
तिवारी जी बिल्कुल अनपढ़ ही हों क्या जो इस वामपंथी लंपट पर विश्वास कर रहे हो ये आदमी इतिहास की एबीसी तक नही जानता ये वामपंथी जिहादियों का गठजोड़ ही हैं जिन्होंने इस देश को झूठा और गुमराह करने वाला इतिहास पढ़ाया बाबर जैसे जिहादी लुटेरे यहां जिहाद फैलाने और दौलत लूटने आए थे किसी ने बुलवाया नहीं इन भूखे नंगे लोगों की नज़र हमेशा हिंदुस्तान पर रही
जिहादी जो तिहत्तर फिरकों में बटे है सबकी अलग मस्जिद हैं एक दूसरे को अपनी मस्जिदों में घुसने नहीं देते सभी मुस्लिमों देशों में एक दूसरे की गर्दन काट रहे हैं सीरिया लेबनान यमन ईराक में आप देख सकते हैं लेकिन यहां हिंदुओं को जातियों के नाम पर भड़का कर तोड़ने और नफ़रत फैलाने में लगे हैं ताकि इस्लामिक स्टेट बनाने की साजिश को अंजाम तक पहुंचाया जाए इस्लाम कोई धर्म नहीं ये कातिलों लुटेरे बलात्कारियों का एक गिरोह हैं जो पूरी दुनिया के लिए नासूर बना हुआ है
03%सिख, जैन, पारसी और ईसाई ना तो भयभीत हैं ना उनके अपने लोग भयभीत कररहे हैं वे कथित राष्ट्रिय हिन्दू आखिर हिन्दू समुदाय को क्यों डरा कर रखना चाहते हैं कोई तो स्वार्थ सिद्धि होती होंगी।हम62%आबादी वाले समुदाय के भारत वासी 35%आबादी वाले मुसलमानों से भयभीत हैं और भयभीत करने वाले भी हिन्दुत्व के ठेकेदार राष्ट्रिय हिन्दू संगठन और दल है। जोश में होश ना खोलें मौज में मौत को ना भूलें। राजनीतिज्ञो से सावधान रहें। जय भारत, मेरा वोट नोटा को।
@@gmh4446 tera bap babar allready raja tha,, aur tere lootere rajao ne babar ko bulaya tha,, ab ye bhi bol dena ki akbar ki to shadi hi nhi hui thi maharani jodhabai se,, agar koi musalmano k bare me kuch achcha btate hai to tumhare pichwade me aag lag jati hai,, fir tum nakli hindu batana shuru kar dete ho
@@gmh4446 ek baat aur ye jo tum log mera bharat mera bharat karte ho ye tumhara nhi hai ye adiwasiyo aur dalito ka hai is hisab se tum bhi chor lootere ho,, kuki tum khud bahar se aye ho,, tumhara dna yaha ka nhi hai,,
Bohat acha programme h sir ji
Salute to Dr Mukesh for removing misconceptions in history and spreading a positive angle to the golden period of indian subcontinent...thanx n keep it up❤❤❤❤❤
Emperor Rana Sanga already defeated Sultan Ibrahim Lodhi twice in The Battle of Khatoli and Battle of Dholpur even took Ibrahim's son Gayasuddin lodhi as a Prisoner. Later Even defeated babur in Battle of Bayana and in khanwa Rana Sanga defeated babur Rajput Sources states this not babue defeated Rana Sanga and Daulat khan lodhi invited babur. Emperor Rana Sanga who already defeated Sultan Ibrahim Lodhi twice in Khatoli and dholpur and later babur in Bayana and Khanwa why he would invite babur ?
We need Educated , Honest and Great Men as our National Leaders like Dr Ram Puniyani Ji.
@@RanjiniDavidson he is fake historian with a propaganda.
राणा सांगा ने ही बुलाया था पर मकसद लोदी वंश को समाप्त करना था
Daulat khan lodhi invited babur. Emperor Rana Sanga already defeated Sultan Ibrahim Lodhi twice in The Battle of Khatoli and Battle of Dholpur even took Ibrahim's son Gayasuddin lodhi as a Prisoner. Later Even defeated babur in Battle of Bayana and in khanwa Rana Sanga defeated babur Rajput Sources states this not babue defeated Rana Sanga and Daulat khan lodhi invited babur. Emperor Rana Sanga who already defeated Sultan Ibrahim Lodhi twice in Khatoli and dholpur and later babur in Bayana and Khanwa why he would invite babur ?
Naaki khud bas kar pidi dar pidi raj karna or dharm parivartan karna or hinduo par atyachar karna samjhe itihas kar mahoday ji
Yes this is politics to get the maximum vote on religious divisions where the majority population are andbhagat.
@@Singla-z4i😄😄😄अंधभक्तुजी, आज़ाद भारत का एक बिकाऊ कलंकित जज जिसने अपने आपको बलात्कार की सजा से बचाने के लिए एक मस्जिद का सौदा किया साथ ही भ्रस्ट अनपढ़ नफरती चिंटू गप्पूजी को बचाने के लिए राफेल के रूप में देश को बिक जाने दिया... इस भ्रस्ट जज ने अपने फैसले में खुद लिखा की:
1) अयोध्या में कभी किसी राम का जन्म हुआ हो ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला, पाखंड के रूप में वहां एक दर्जन से ज्यादा मंदिर पहले से ही है जिनका दावा है की राम नाम का कोई व्यक्ति वही पैदा हुआ था,
2) कोई साक्ष्य नहीं मिला की मंदिर तोड़ कर ही मस्जिद बनायीं गई,
3) मस्जिद में जबरन मूर्ति रखी गई और फिर आतंकी भीड़ जमा कर के मस्जिद गिरा दी गई दोनों ही आपराधिक कृत्य है जिसकी सजा अवश्य दी जानी चाहिए..
फिर भी इस भृष्ट जज ने बहुसंख्यक समुदाय की आस्था बताते हुए सनातनी आतंकियों के हवाले वो जगह कर दी, फैसले के बाद भ्रस्ट अनपढ़ नफरती चिंटू गप्पूजी ने इसको जनता के टैक्स के पैसे से होटल ताज मानसिंग में सबसे महँगी शराब पिलाई और इनाम में राज्यसभा की सदस्यता दी. इस भ्रस्ट जज ने ना सिर्फ अपने माथे पर कलंक का टीका लगाया बल्कि भारत देश की न्याय व्यवस्था को भी कलंकित कर दिया, खुद तो रोज़ गालियां खाता ही है पूरी दुनिया भारत की न्यायिक प्रणाली पर थूक रही है और हमेशा थूकती ही रहेगी... कुछ समझे की आप जैसे कुएँ के मेंढक लोगों को अंधभक्त क्यों कहा जाता है...
@@justiceforjust833 pakistani spotted teri
@@justiceforjust833 101% true 👍👍👍
@@justiceforjust833 brother i can give u a single however ur comment deserve for 1k likes👍👍👍
Right information sarjie Thanks 👍
शुक्रिया सर भारत के इतिहास की बहुत ही अच्छी जानकारी देने के लिए
Great work, great Ram पुण्यानी and mukesh ji, thanks for genuine information
True facts.
The person giving historical (sic.) facts don't seem to be genuine.
Mr Punvani is a great and honest historian. I like his knowledge🇵🇰🇵🇰🇵🇰🇵🇰🇵🇰🇵🇰🇵🇰🇵🇰🇵🇰👌👌👌👌
He is Mohammad latif
Original name 😂😂😂😂
आपने बाबर को हीरो उसके खुद के लिखे इतिहास के आधार पर बना दिया बहुत सुन्दर वाह
Agar hero nhn the to Turkmenistan se aakar Bharat me shasan kaise kiya
@AbdulBasit-se1xk अगर हीरो होता तो अपनी मातृभूमि के लिए कुछ करता अपनी जन्म भूमि का कर्ज चुकाता
@@AbdulBasit-se1xk हीरो जो होता है वो अपनी जन्म भूमि और मातृभूमि के ही लिए जीता मरता और उन्नति के कार्य करता है
Bharat ke rajas ne mughal bikhari ko nahi bulaya rana sanga ne ibrahim lodi ko khatoli , dholpur , ranthambore ke yudh mein haraya rana sanga ne lodi ko 3 bar haraya lodi rana sanga se bohot darta tha usne apni rajdhani dili se agra kardi toh rana sanga kyu babar ko bulayenge yeh samajh nahi aya aur babarnama bhi fake ho sakta h pura nahi jaisa kuch log prithviraj raso ko fake mante h vaise sikander darbario dwara itihas maha jhootha h yeh bhi jhootha hona chaiye babar bharat ko gareeb desh kahta tha lekin us se pehle ke rich kahte the ? Kyuki babar nama aur sikander dwara itihas bhi jhootha h
बहुत ही अच्छी ऐतिहासिक जानकारी के लिए धन्यवाद ।
Emperor Rana Sanga already defeated Sultan Ibrahim Lodhi twice in The Battle of Khatoli and Battle of Dholpur even took Ibrahim's son Gayasuddin lodhi as a Prisoner. Later Even defeated babur in Battle of Bayana and in khanwa Rana Sanga defeated babur Rajput Sources states this not babue defeated Rana Sanga and Daulat khan lodhi invited babur. Emperor Rana Sanga who already defeated Sultan Ibrahim Lodhi twice in Khatoli and dholpur and later babur in Bayana and Khanwa why he would invite babur ?
सच यही था पर इसे धीरे-धीरे बदल दिया गया है ।।सत्य केकी जानकारी के लिये आपका आभार ।।।
Bahut hi shaandaar series.
राजनेताओं का कोई धर्म नहीं होता, उनका एक ही मकसद होता है कि वे कब तक और कैसे राज कर सकते हैं। नंबर 1 हमारा दुर्भाग्य है अशिक्षा जो लड़ सकती है जान दे दे या अपना बहुमूल्य वोट दे दे।
Neutral information about this part of the history 🙏🙏
बाबर तुम्हारा बाप था
Welcome satya hindi. Just and reasonable discussion
पुनिया जी आप इतिहास का बहुत बहुत अच्छे जानकार हैं, बहुत-बहुत धन्यवाद।
अपनी राजनीति के चक्कर मे ये लोग अपना इतिहास ही बदलना चाहते है लेकिन ऐसा हो नही सकता
Jaise Mandir tor kar Masjid tamir karne se woh jagah Masjid ka nahi hota. KUFUR.
Babur was an intelligent king. We should evaluate him in the context of his time.
Babur and his lineage is responsible for all the animosity between Hindus/ Sikhs on one side and Muslims on other side till date.
Intelligent king responsible for kickstarting bloody Mughal rule in India which saw killings millions of Indian Hindus. Only guru Nanak de ji put stop to him
@@lordvoldemort7465 Then go and live in Pakistan Or Bangladesh Or any muslim dominated country and then you will realise whether I am living in a delusional world or you are. What was jajiya all about? Did you know anything about Nangloki riots? Keep living in fools paradise. Do you know any thing about Gazwe Hind? Introspect why there is so much hate against Islam around the world. Your forefathers never cared about their actions that can confront their coming generations. Accept it.
A ve Babar ke Olad hsi
@@mintrelsmith So ur saying that before Babur came, all Hindu kings were living happily together? They never fought with each other?
If wars before Babur were for power then how come wars after Babar, becomes religious?
🙏जी,
बाबर की वसीयत को हुमायूँ ने अमल किया था क्या? फिर हुमायूँ के बाद के मुगल शासकों ने भी बाबर की वसीयत को क्यों नहीं सम्मान दिया? बाबर ने भारत में राज्य विस्तार करने की क्यों सोची? अफगानिस्तान से चलकर इधर ही क्यों आया?
धन्यवाद
बिल्कुल सही।
क्यूंकि यहाँ गद्दार लोग जादा पाए जाते थे ।
आज भी पार्टी बदलू ईस देश में ही मिलेंगे !!!
Chatukhor hai sochne ki baat ye hai ki kisi ko madad ke liye bulawo to wah 200 so saal tak apna sikka jama ke baith gaya kaafi jaane gawane ke baad bhagta hai fir bhi apne piche doom chod jata hai sada ke liye
Jab shekar kamzor ho to shekari shekar karega hi
good work with good intentions 👌🏻
बाबर जहाँ से आया था वो जगह तो अखंड भारत का ही है। वो कहीं बाहर से नहीं आया था !
This whole thing of Rana sanga inviting babur first comes from Baburnama. In Baburnama it is written and claimed by babur that Rana Sanga sent the messanger to him to seek help against the Delhi sultanate ruler Ibrahim Lodhi. In this the claim is also made that Rama sanga said he can have delhi and the border of his kingdom will be till agra. But when Babur reached Panipat for battle against lodhi there was no sign or even remote indication of Rana sanga coming there. And so babur had accused rana sanga of Breaking the oath or promise in thr baburnama.
Now let's come to other sources including that of Mewar. First we will take Pandulipi. Pandulipi is breif history of mewar. In that there is some information from pages of a diary written by Purohit of Maharana Sanga. The purohit who used to write about the day to day life of Maharana Sanga. Here the purohit has claimed exact opposite of Babur's claim. He has claimed that It was Babur who asked for Rana Sanga's help against Ibrahim Lodhi.
Now let's take another source which is “Rajasthan ka Ithihas” by Gopinath sharma who is well known Rajasthan historian. Here Gopinath sharma has said something and made some claims by giving references of Baburnama , Amarkavya vanshavali by Ranchod Bhatt, Harvilas by sharda. As per these references Maharana Sanga had already defeated Ibrahim Lodhi in the battle of Khatoli in 1517. And Maharana Sanga had again defeated Ibrahim Lodhi very next year in 1518 in battle of Dholpur and this is also admitted in Baburnama. And all other major sources confirm these 2 victories of Rana sanga over Ibrahim Lodhi in battles of Khatoli and dholpur in 1517 and 1518. Gopinath sharma then again says in a other page that It was Babur who asked helped from Rana sanga and he had even agreed to help. But the generals and ministers of Mewar were not in favour and they asked Rana sanga not to feed milk to snake and after opposition from his ministers Rana sanga abandoned the thought of helping babur.
So now when Rana sanga has already defeated Ibrahim Lodhi in 2 battles in back to back years why would he ask for the help of someone like babur who was outsider and unknown to country and that too against a man whom he had himself defeated twice? The victory of Rana sanga over Ibrahim Lodhi twice is accepted in all major sources including in baburnama. So that means the claim of Rana sanga inviting babur is absolutely false. Rana sanga was one of the most powerful ruler of his time. He had defeated all nearby rulers Including sultan Mahmud Khilji II. Mewar was at the peak of its power under Rana sanga.
So now of not Rana sanga then who invited babur ? Then as per major sources and one by professor rushbrook William in his book An empire that Babur was invited by the uncle of Ibrahim Lodhi whose name was Allauddin khan or Alam khan and another man was the governer of Punjab Daulatkhan lodhi.
So it is clearly proven that it was not Rana Sanga but Allaudin or Alam Khan and Daulatkhan lodhi who invited babur to invade india. Rana sanga inviting babur to India is a complete lie.
Thank u Rahul Agarwalji for your detailed n data based authentic answer of the matter. Rana sanga was a great fighter n a hero of hundred fights. The video that claims him inviting Babur to invade Delhi seems prepared n posted purposefully to denounce him n justify Muslim invaders.
@@ramachandrasamal4638 if u analyse the politics esp the Leftich do... They target all Hindu kings and try to deglorify them & ther resistance against Islamic invaders. Leftich+ Foregn Monotheistic expansionist religions combine together to destroy the majority Hindu culture in Bharat and also in other countries. Leftich + foregn Religions don't hve concept of Matrubhumi/Rashtra.. ther only target is expansion...hence they hate Nationalists heroes and leaders
Raul Je ek Mahtoprun Gyan prappt Hua 😲💥
Well said.These people are edifying a barbaric invader Babar.
@@rahuljagarwal153 yes you are right, i doubt the intention of this person Punyani , it may be politically motivated to glorify Babur against the present Government. So be aware of such person who took Hindu name but work against the Hindustan
लोगों पर राज करना राजाओं के धर्म-कर्म थे, कोई भी राजा दूसरे राजा की शान-शौकत या अपने से शक्तिमान मानते नहींं, तो युद्ध अनिबार्य था , बाद में
गणत॰त्र की लडा़ई शुरु हुई, इसमें धर्म के सहारे से झूट का सहारा बेमालुम ले गया। धन्यबाद राम पुणिया जी।
Yesterday
The History Point broke this story today you
Well-done
Desh badal rha hai 🙏
What is The History Point? Could you please share link or give some info?
@@johnabram4159
th-cam.com/video/RraX_qPIyUM/w-d-xo.html
महाशय आप लोगों से आग्रह जिस व्यक्ति को लेकर चर्चा कर रहे हैं उस नाम पर किस परिस्थिति में और किसने मस्जिद का निर्माण कराया इस पर प्रकाश डालने का साहस करें साथ ही काशी और मथुरा के विवाद पर भी तब जाने की आप इतिहास के जानकार हैं और सत्य कहने का साहस है लेकिन ऐसा आप नहीं कर सकते ये क्योंकि आप एक एजेंडा चलाते हैं।
Thanks you Mukesh sir apko our raam punyani sahab ko v
जब पाकिस्तान और अफगानिस्तान, भारत का हिस्सा था, तो, बाबर लाहौर या झेलम तक कैसे पहुचा? कृपया इसके बारे मे भी बताये।
Dunia me koi bhi khi jaa sakta tha..koi border thodi tha us waqt..aur proper bharat bhi nhi tha us waqt
@@bewocks7776अरे भाई छोटे छोटे हिन्दुओं का राज्य था ईसे आप भारत नहीं मानते ?
कूष्ण काल से भारत था।
Haa to प्रोफेसर साहब कह तो रहे हैं बाबर ने पहले अफगानिस्तान को लड़ाई से जीता था
अफ़ग़ानिस्तान उस समय भारत का हिस्सा नहीं था कितना इतिहास पढ़ो हो?
Right o nahi bataye nge dogle he ye dono..me kai vidio inka dekha he.
मोहम्मद बिनकासिम को भी सिधप्रांत के राजा
दाहिर सेन ने मदद के लिए ही बुलाया था।
क्या के रये हो भाई
ये पुनियानी टीपू सुल्तान का बहुत बड़ा प्रशंसक है
Nahin😂😂😂😂😂dahir ko uske dakugiri ki wajah se pela gaya tha😂😂😂
Aap dono ki baat chit bahut hi achhi thi babar ho ya our koi bhi badshao kabhi bhi mandir ko todkar masjid nahi bana sake he kiyo ki namaj waha hogi hi nahi jha mandir ko todkar masjid bane wese badshao ke pa's jamin ki kiya kami thi khud badshao the jaha chhahte wahi masjid bani jamin ki koi kami nahi thi ❤❤❤❤
Great channel! Keep up Ashutosh ji. Truth prevails
अद्भुत ज्ञान के साथ यह प्रस्तुति काबिलेतारीफ है। मुकेश जी को धन्यवाद।
What I understood
1. Rajputs supported Muslims ( Jai Chand and others ),
2. Rajputs supported Mughals
3. Rajputs supported Britishers
4. Rajputs supporting BJP and Modi ji
( perhaps my ancestors too were Rajputs too)
But now they are vocal against those whom they supported with an objective to stay close to power 😁
May be not all Rajputs. But mostly Kshatriya - Thakurs from U. P. always supported the Turks , Mughals and Iranis or Persians. Good nt. Sir.
One ra jput helping doesn't mean all helping, all outside were in Vader n looters
Brother these people don't know who the Rajputs were. If you wanna know real history then go through Rajveer Sir, a teacher of Rajasthan History.
A hundreds of Saka and Jouhar were done by Rajput.
People say that Rajput did sandhi with Mugals for comfort.
If they wanted comfort then why they went for fighting in Afghanistan and other states after treaty???
That was the treaty to protect India against external invasions.
In Peshwayi Marathas the so called Hindu warriors were brutal then robbers that time
@@bhatiwarrior4654 Thanks for liking my comment. Actually, to know about RAJPUT, one has to read the Book, Annals of Rajastan. Though, not giving any 100% guarantee, according to me, 2 ways are there for defining the word ___ Rajput :--- a. Except the eldest son of a King, mean t. Crown - Prince / युवराज and the rest all t. younger brothers and their sons __ grandchildren , etc., as Rajpoothras / राजपुत्र. b. Only t. Warriors , KSHATRIYAS or क्षत्रिय of राजस्थान / Rajastan must be called Rajputs. From the a. definition, 1 can easily conclude that t. word Rajput or राजपूत came from t. original Sanskrit word, Rajputra. Everybody knows that Sanskrit is t. Mother of all N. Indian languages, whether Hindi or any non - Hindi language. So, after a period of time, it has been corrupted to a little few modified forms. Like, Raajpooththar and Razputh/ रज़पुत. In fact, just a descendant of a warrior Land - lord of any Hindi - speaking State can't challenge anybody that he is a Rajput. Although, such a person of Rajastan st. can. Obviously, t. Marwad / मारवाड़ region is also included in Rajas. Aft. reading Todd's Annals of Rajastan and conversing with various N Indian comminities, one can infer, that the Warriors / क्षत्रियस of M.P. , esp. t. Bundelkhand reg. ,i.e. , generally , are t. descendants of Kushanas, a foreign tribe or race. Similarly, t. Warriors of U. P. are geny. t. descendants of Shakas or Shakyas. They are also a Foreign tribe. Some Shakas also ruled parts of Bihar and S. Nepal. Being of t. warrior clan or caste, they someyimes married interracially also. These 2 foreign groups became Hindus before a long period of time. Same is t. case of Hunas or Huns and Gurjars / Gujjars / Gujjar - Pratiharas. CONCLUSION: After reading t. Todd's Annals of Rajas. and mixing with people, I concluded that either of t 2 Defs. is correct or both. Mean, Prince/ राजकुमार had become Rajput , whether descendants of Crown Prince or simply, a common Prince. And, compulsoriiy also, a Rajput, according to late Todd, is a pure or mostly mixed descendant of t. erstwhile powerful Royal family of Rajastan, any descendant of t. powetful Royal or then, Emperor family of the neighbourinhg areas/ liberally N. India , descendants or offsprings of Huns / हुन and / or t. same of Gurjars / गुज्जर . As a Tiger can't be a Lion, so, putting t. word SINGH aft a 1st name , one can't b a Rajput. Gd. nt. friend.
@@bhatiwarrior4654 Another point, want to add Brother, that you don't much like t. Marathas perhaps. But they were v. Brave and Chivalrous. During t later years of King Shivajo, due to t. falling man - power of of Maratha warriors fighting t. vast Mughal army, 4 or 5 Southern Shia Sultans of Deccan or S. India and shrewd, notorius and cruel Siddhi - Muslim Sea - pirates of mixed Afro - Arab origin, he was forced to welcome t. refugees from N. India due to harsh measures of Mugal Emperor, Aurangzeb , adventurists, warriors , traders n civilians, and even , from t. neighbouring Southern areas. I mean, t. farmers , traders and sodiers, sailors and refugees from outside Maharashtra were allowed to settle permanently in Maharashtra. Any able - bodied man ready to fight for the Marathas was easily inducted in t. Maratha army. Sometimes, he was promoted to t rank of middle ranking officer also. The process contd. even aft. t. death of Shivaji. In this way, during t. reign of Peshwas, hereditary Brahmin or Scholarly class of powetful Prime - Ministers, a majority of t. Maratha army was of non - Maratha/ Maharashtrian origin. The administrative head - quarter or practically, t. Cap. of Maratha kinvdom became Pune. At Pune, sat the ruling Peshwa regularly. In t. Matatha army, men of Warrior, Scholar, Trader and even, lower classes, i.e., workers, labourers, sweepers, farmers, tribes, animal - rearers were also taken. Many able bodied and brave men were taken in t. Army. But, the pure high caste Marathas were busy in leg - pulling of each other at Pune. For eg, suppose, the soldiers of Prince Holkar robbing t. Maratha and non - Maratha pop. of another Maratha Prince Scindia of Gwalior. Say, a Telgu soldier, whose mother is a Maharadhtrian, speaks Marathi and fighting under Maratha flag, harasses t. Kannardese. Then, t. Marathas were defamed. In fact, t. pure Martha high class officers n Ministers did not or couldn't check t. Indiscipline of Non- Maharn. majority lower rank army - men. Like, t. Gawlee community r but purer breed of Yadaws, who migrated from W U. P. and settled in Maharashtra. Again, the high caste pure Rajput clan, tribe or race , had after t. death of Maharana Pratap had actually surrendered one of their royal Princess to Mughal Emperor, Salim or Jehangir in marriage. Had heard also that t. Sisodias even had broken their promise to give her to a Rathod King of another Rajastani principality. Though, Rathords r also a class Hindu Rajput tribe, that too, quite a high caste Hindu Rajputs. Again, if you go to t. more earlier pages of Hist. , please concentrate the story of Mughal King Humayun and his weak infant son , Akbar. Remember t. bk. , Bharat aek khoj by Jawaharlal Nehru jee. In the years from ab. 1986 to ' 88, had seen a T. V. serial based on this work by Nehru. In it, it was shown, Babur, t. 1st Mughal King of N Ind. , came from Afghanistan with hos fire - arms and attacked Ibrahim Lodi, t. Pathan - Afghan Khan king of Delhi region. He and his men treated t. vast majority of his Hindu soldiets and even, the actual minority Muslim Pathan Afghan soldiers. Because, Babur was a non - Afghan and racially, a Turk ; though a Muslim. It means, he was cruel to t. Indian Hindus and as well as Muslims too. Then , war between Babur and t. Sisodia brave King, Rana Sanga became inevitable. The Rana jee had no guns just like t. poor Pathan King Ibrahim. The battle began. According to the Rajput tradition, t. Sisodias n other Rajputs fought in separate regiments, one after t. other. Mean , they did not attack t. foreign attackers unitedly. That too, these brave but unitelligent Rajputs attacked these cunning cruel Turks / Mughals / Uzbeks from front and in the morning only. They could hve. attacked t. Mughals from sideways and behind so that, their guns n cannons could be silenced or destroyed. Now, during those times, no one attacked an unarmed soldier taking back his dead or wounded comrade to t safety zone. At afternoon, when t Rajputs were carrying there half - dead and wounded colleagues, Babur suddenly , ordered his men to attack t. Indian Hindus. Did not t. Rajputs know that apart from Muskets and Canons Babur had a group of Archer cavalry anf Archer infantry. Didn't Rana jee know that King Ibrahim was killed and defeated , only due to t. absence of even a single Gun from his side. Now, did not t. Warrior King of a princely State of Sindh know ab. it ? I don't know t name of this early Hindu Kstriya King. Also, dont know, whether this Prince was actually a Rajput or not. But this man must have told this story to his son or grandson. Don't know the name of his son, etc. The scenario changes. Aft. t death of Babur, Humayun, son of Babur, ecame t next Mughal King of only t. Hindi speaking area or areas. But, his vassal Pathan King, Sher Shah Suri of Bihar rebelled and attacked Dehi - Agra areas. The Mughals were defeated and Humayun fled with his men and family to Sindh. I mean , to a Sindhi principality. The then Prince of that Kingdom gave recuge to Humayun. Akbar, his son was born here. Now, mother of Akbar could not produce milk due to utter weakness. So, that Sindbi Hi
आपने सही कहा आपने सच्चाई बताइए सच सच होता है आपकों मेरा सलाम 🙏🙏🙏🙏
Excellent💯👏
Babar was a secular emperor,in the name of history what tale is told about him is a naked and shameless distortion by the so-called historians. Thank you sir for your valuable information,
Badshah jo hotay hain woh agar mazhab ka istimal shuroo ker dain to halat bad say bad ter2 honay lagtai hain jaisay Moodi nafratain paida ker raha hay Hindu aour muslim may.Muslim kabhee mandir tor ker wahan masjid nahee banay ga. Jo yeh karay ga woh musalman nahee ho sakta.
आप किसके वंशज हो?
A wonderful presentation sir.
Idiotic and false narration of history
बाबरी बाबर के एक फिल्म का नाम था, और उसकी मुहब्बत में वो मंदिर तोड़ के मस्जिद बनाई गई थी, तो ऐसी गांधी मानसिक से बनाया गया निर्माण तोड़ना जरूरी था
Itihas kar mahoday ye bata de ki babar pahle aaya ya Ram ji babar ki janmbhumi thi ya Ram ji ki uske baad kahna kahe ka babar or kahe ki Babri
@vinodkumar9390 मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जी आए थे, पहले उनका ही मंदिर था, बाबर ने लौड़े बजी कि मुहब्बत में मर्यादा पुरुषोत्तम जी का मंदिर तोड़ा ।
पर तोड़ना जरूरी था ।
Babar to aaj k Uzbekistan se bhag k aya tha vo bhi kuch sainiko k saath as per history of Uzbekistan. Jin Indians ko Buddhism mitake Buddhist knowledge & property leni thi unhnone support kiya. Vahi Indian Jamat ko Jab Mughals ko hatana tha to Britishers ko saath le liya. Vahi jamat aaj desh ko duba rahi hai capitalism ko sath lekar.
Why muslim invaders constructed masjid in the vicinity of temples and also demolished hindu temples and constructed masjid on it? This shows they had no respect for other religions. It is now becoming quite conspicuous. Can any body deny it! Jai bharat mata ki jai.
Main Shahid Majid Pakistan say. Doctor sahab aap ki maloomat bahut acchi hai
Thanks dr.mukesh&Punyani jee for presenting the historical truith.
Kalyug mein Ram ke naam ke log devta nahi Rakchas hote hai
Thank you punyaniji for urs good information ❤❤❤❤
That is precisely what stopped from making the ram mandir. Good god you don’t need enemies when you have people like that in our country!! Be proud of being Indian!
Come on man ........ They have right to speak, let them.......... And as he said, "बहुत दुख की बात है, कि बाबरी मस्जिद को गिराया गया, और भारत की राजनीति को मोड़ दिया गया" obviously he is not happy with Ram mandir, but i am happy......... 😁 Because he is not happy ! 😎
These are Vaampanthis
There was no Ram Mandir in the first place. It was Buddha stupa
@@shashikantthorat1897 wah wah I’m dying with your intelligence!
@@shashikantthorat1897
Lol the remains of the destruction dates back to 1000BCE when budd;hism didn't even born. Bhimte.
अभी आप लोग बता रहे हैं कि बाबर ने बाबर नामा लिखा था तो बाबरनामा के अंदर भारत के कौन से राजा का उल्लेख किया गया है बाबर के द्वारा लिखी गई किताब में यह चीजें हम लोगों को क्यों नहीं आप लोग बता रहे हैं जरा बताने का कष्ट करेंगे महोदय
Krishan dev ray ki👍👍👍
डाक्टर राजेश कुमार जी नमस्कार दोस्तों को हार्दिक शुक्रिया करता हूं मुनीर आलम
I have saluted you Puniyani ji I looked this clips two three times
Thank u
Thank you sir,for giving true information of Babar the mughal emperor .
मुकेश सर एक एपिसोड तथागत बुद्ध और रजनीश ओशो पर भी बनाए
Wonderful explaination with evidence. Thank you So much.
Thank you so much Sir
Andh Bhakt ko ye Video 📷 Dekhana Chahiye ❤
You are Right Sir
You are Great Sir ❤
Sir, what is the source of this information
Prof Ram Punyani sir good explanation. Thanks to both of you
You are so honest in your opinion and the knowledge you shared
Are u married... ?
This man is telling wrong history. Narrating as this man was alive.
@@atulkumar-pr4yo because u born wrong
बीजेपी और संघी नेताओं को बाबर बहुत चुभता है। सर जी आपने आज बहुत ही अनछुए पहलुओं को उजागर किया है।
धन्यवाद देते हैं साहब नमस्कार आप की चेनल के ज़रिए ऐतिहासिक जानकारी प्राप्त किया जा रहा हैं जी🙏
What about many temples converted to masjids.
Eg. Qutub minar had many temples around .
🕉️💟🇮🇳🙏
Qutub minar kab bana aur kisne banwaya. Aur mughals se kya lena dena tha.
Wasiyat express the thought of Babar..that how he respect the all religion s and also cares and save their religious prays places like mandir all...
Indian hindus who has anti mughal though should sure see his wassiat...
Which on which substance are you on ?
@@Anonymous-qx9hs babar nama padha
Vasiyatnama bhi sath hi dikh dete,Mr ram punyani totally fake narration
Did future Mughal kings follow the wasiyat of Babur? No they dint. They ordered the killing of Sikh gurus and started converting all Hindus from Kashmir
Babur defeated Ibrahim Lodhi and established Mugal Raj in India ! His four years kingship was due to the invitation of Rana Sanga ! He wrote Babur Nama because of his literary taste ! He also constructed Babri mosque but did not break the Hindu temples !
He was a uzbek. He was an invader. He destroyed many temples on the way. He destroyed many villages, cities. Brutality is still called barbariyat after him. He was cruel in war. He was a foreigner.
In Babri nama baber write he broke Harihar mandir and build. Jama masjid there😂😂
First check turkey to English conversions of baber nama
Bahut sunder
Wonderfull Explanation❤❤❤❤❤
Bahut gyanvardhak
It is misrepresented that Rana Sangram Singh of Mewar had invited Babur to invade Delhi from Kabul to defeat Ibrahim Lodi. However, Rana Sanga had already defeated Ibrahim Lodi twice in 1518 and 1519 at the Battles of Khatoli and Dholpur, so he did not need the help of a mere Turk to defeat him.
Well Rana Sanga wasn't able to dislodge Afghans from Delhi-Agra either. We should also remember that Rana Sanga was facing divided Afghans with different claimants to the throne like Mahmud Lodhi & Ahmed Lodhi soliciting help from Babur,Gujarat & Mewar. One would think Rana Sanga would be mindful of that which later happened with Rao Maldeo when Sher Shah Suri ended Marwar hegemony in Rajputana affairs after Battle of Sammel(1544 CE). So Rana Sanga did need allies to counter Afghans who controlled most of the forts from the vicinity of Agra to Bihar.
@@AjeebDastaan2015 ok but regarding Babur, if Rana Sanga had extended the invitation to Babur to help defeat Ibrahim Lodi, then why didn’t he join Babur in the first battle of Panipat (1526)? Why did Rana Sanga fight a pitched battle against Babur at Bayana later that year? Even though Babur had tasted success against Lodi in Panipat, his army was soundly routed by the Rajputs at Bayana. Such was the crushing loss that Babur gave up alcohol and could only fire the imagination of his troops with the battle cry of ‘Jihad’. Babur also knew he had the surprise element of guns and cannon powder in military expeditions which gave him success despite having a smaller but well-trained army in crucial battles.
Why Rana Sanga didn't tie up with Babur in the event of him sending his envoy to Kabul with his 'proposal' is a matter of conjecture. Rana Sanga's 'proposal' of attacking Agra while Babur attacked the Lodhis at Delhi were perhaps given just to 'test the waters' as the former came to know about Dilawar Khan Lodhi & Alam Khan Lodhi's visit to Kabul through his Afghan allies. It wasn't an agreement or treaty which Rana Sanga was ever duty bound to follow through but it could well have been a stratagem to induce Babur to invade India without allying with him while he conquered all the territories he coveted in the vicinity of Agra as a longer drawn out war was fought between the Mughals & Afghans in Punjab-Haryana region. But with Mughals staying at Agra after Panipat an inevitable clash between Sanga & Babur ensued.
@@rahuljagarwal153Rana Sanga didn't fight any pitched battle with Babur at Bayana. The Mughal soldiers of Bayana Garrison who came out of the fort were routed by the Rajputs as was another Mughal reconnoitering party 03 weeks before the showdown at Khanwa. Babur employed the same Rumi device of carts strung together along with the regular use of Tulughma i.e wheeling parties at Khanwa. Cannons with their slow rate of fire were just one of the strengths of the early Mughals.
@@AjeebDastaan2015 many eminent historians like like GN Sharma and Gaurishankar Hirachand Ojha claim it was Babur who had extended the invitation to Rana Sanga seeking help. Babur had already decided to move towards India and asked the Rajput chieftain for a helping hand to defeat the common enemy - Ibrahim Lodi. It was quite possible that the Rana himself was open to helping Babur but backed out after the generals and ministers of the Mewar confederacy advised him against it.
Babar is a national hero in 5 countries such as Afghanistan, Kazakhstan, Kirghistan, Uzbekistan, Turkmenistan, and Obviously Pakistan
He is surely not a hero for india. I would simply call him a greedy selfish destroyer who tried to convert and impose his ideology on a peaceful culture.
अगर धर्म के आधार पर राज्य नहीं किया जाता था तो दसवें शतक से 20 वे शतक तक देश में मुसलमानों की आबादी 10 से 15% कैसे हो गई यहां के हिंदुओं को मुस्लिम बनने के लिए मजबूर किया गया था व्यापार आदि सब करने के लिए हिंदू और मुस्लिम दोनों के लिए कर व्यवस्था अलग थी व्यापार कृषि नौकरी बहुत सॉरी मजबूरी थी आयशा कानून उसे वक्त रखे हुए थे और यह भाई बता रहा है की शासन और धर्म का कोई लेनदेन नहीं था ऐसा हमें समझाने की कोशिश कर रहे हैं मतलब अपने गुप्त एजेंडा के तहत हमें इतिहास पढ़ने की कोशिश कर रहे हैं
@@Klpr003 majbur nhn kiya apni svechcha se sweekar kiya Brahmanon ke atyachar se tang aa kar
Asal history ko saamne laakar aap bhot bada kaam kar rahe hain. Great.
Congratulations.
Asal hi;story yahi hai ki is;lamic inva;sions se Bharat ka kabhada hua.
Sir mahatma budh ke samay kal se pehle ya unke samay me bhraman (pandit) log kis kis janwer ya pasuo ka balidaan (sacrifice) karta tha please iske bare me bhi jarur vistaar se bataaya kya bhraman (cow) gaye ka balidaan karta or khata tha (eat)
Please read ' myth of the holy cow ' by Dr N D Jha
This is what I read in my history book while I was a student Matriculation in1954-56. In those days we were given the certificate of Matriculation. Thank you once more.
Thank air
bahot badi jankari di aap logon ne 👍👌
Namashkar Sir
Ram punyaniji
Danyawad is vishleshan k liyeh
Guru Nanak was from same time and recorded Babar’s brutal rule
Rajay,Moghuls Ruled over India for about 800 years not a Small time, but it was due to Blessing of Guru Nanak dev. Now the mute point is why Guru Nanak ji blessed Baber. Nomo Narayana!
Correction 400 years
@@tauhidansari8272 Rajay,read Sikh history you will find the answer. Guru Nanak ji Knew the reality about Islamic Power over India, Still he blessed him.Why ? Meditate over it,Surely answer will come .Nomo Narayana!