राहुल जी.. आपकी निष्पक्ष, निर्भीक और बेबाक पत्रकारिता के लिए आपको साधुवाद.. यह तो राज्य गठन के शुरुआती काल में ही स्पष्ट हो गया था कि हम ठगे जा चुके हैं.. या फिर हमने अपने पैरों पर खुद ही कुल्हाड़ी मार ली है.. उम्मीद थी कि शायद वक्त के साथ कुछ बदले और कुछ सकारात्मक हो... परन्तु कपाल फूटा हमारा, हमारे भाग में बज्जर ही पड़ा.. राज्य केवल इन नेताओं, इनके चेले चांठों और अधिकारियों (कुछ अपवाद छोड़कर) के ऐशो आराम के लिए और लूट मचाने के लिए ही बना. शिक्षा (गुणवत्ता एवं रोजगारपरक), स्वास्थ्य, पर्यटन/उद्यान विकास के मामले शुरू से ही हासिये पर हैं.. भ्रष्टाचार चरम पर है.. बेरोजगार प्रदेश छोड़कर जाने को मजबूर हैं.. नेताओं को बस अपना और अपनी पीढ़ियों का हित साधना है.. ऐसे में श्रीमान गोदियाल जी जैसे जन प्रतिनिधि को सलाम, जिन्होंने कुछ नैतिकता दिखाई.. सत्र के दौरान श्री मनोज तिवारी जी, मुन्ना सिंह चौहान जी, हरीश धामी जी जैसे प्रतिनिधियों को सुनना अच्छा लगा, जिन्होंने कम से कम संजीदगी से जनता के मुद्दों को पटल पर रखा.. हरदा को क्या कहिए..खुद की बत्ती गुल है और मोमबत्ती लेकर राजधानी खोज रहे हैं..! पुनः इस रिपोर्ट के लिए आपको साधुवाद.. अलख जगाए रखिए दादा..!!
🙏🙏बारामास न्यूज चैनल को बहुत -बहुत बधाई, आप से अनुरोध है कि भू-कानून व उत्तराखंड की अस्मिता को बचाने का काम ऐसे ही बेबाक पत्रकारिता से ही हो सकती हैं।,✊🇮🇳✊
गणेश गोदियाल जी को कोटि कोटि नमन आने वाले चुनाव में मेरा बोट आपके तरफ खिसकने कि कोशिश कर रहा है लेकिन इस के कांग्रेस का देश प्रेम आड़े आ रहा है जैसा वक्फ बोर्ड देश में एक तरफा जन संख्या नियंत्रण
बहुत खुशी होती है यह देखकर की आप कभी नैताओ की कटपुतली नहीं बने और गलत के खिलाफ हमेशा आवाज उठाते रहे। आप जैसे रिपोर्टर की इस उत्तराखण्ड को बहुत जरूरत हैं और हम जैसे व्यूअर्स का आपको हमेशा सपोर्ट रहेगा।
गोदियाल जी ने भी 50000 ना लेकर कोई बहुत बड़ा कार्य नहीं किया है बल्कि जब वह मंत्री थे और उनकी सरकार थी तब उनको भी केवल अपना राठ क्षेत्र दिखाई दिया जिसे उन्होंने अन्य पिछड़ा क्षेत्र घोषित कर दिया बाकी चमोली जिले के जोशीमठ से पीछे रहने वाले लोग सब अगड़े हैं कोई पिछड़ा नहीं है केवल राठ क्षेत्र ही पिछड़ा हुआ था जो गणेश जी ने उसको आरक्षण देकर आगे बढ़ा दिया
मुन्ना सिंग को संसद मे होना चाहिए था, उन्होंने सही बात कही, अपनी ही पार्टी को करी खरी कह दी पार्टी से मतलब नहीं मुजे पर पहाडियों की बात करने रखने वाले लोग होने चाहिए, पैसे के लालची और कुर्सी के भूखे तो लगभग सारे ही है
सच कहा जाए तो उत्तराखंड बनने का लाभ नेताओं को और विशेषकर सिर्फ उन छुटभय्ये नेताओं को मिला है जिन की पहुंच गांव के प्रधान तक सीमित थी। वह आज मंत्री विधायक या अन्य किसी ऊंचे ऊंचे पदों को लौंफ्याने में सफल हुए हैं ।😮
राहुल जी, आपकी निष्पक्ष और मुखरवादी पत्रकारिता को कोटि-कोटि नमन। सरकार को आइना दिखाने का काम आप ही कर रहे हैं। बाकी मेनस्ट्रीम मीडिया तो ऐसे मामलों में चुप्पी साध लेती है।
बहुत बहुत धन्यवाद राहुल जी माननीय गणेश जी का भी धन्यवाद क्या कॉंग्रेस और क्या बीजेपी सब एक ही थैली के चट्टेबट्टे है इस प्रदेश को अपने ही लूट रहे है कोई बाहर का नहीं है वक़्त आ गया है कि जनता एक क्रांति लाए लोगों को मिलाकर लड़ना होगा प्रदेश के निर्माण के लिये माटी के सपूतों को आगे आना होगा जो अपने लोगों के साथ साथ प्रदेश का विकास करें
जोशीमठ में अभी तक बहुत से नागरिकों को मकान/दुकान/होटलों का मुवावजा अभी तक नहीं मिला। समय आ गया। हरीश रावत जी को एक बार उत्तराखंड की कमान फिर लौटाया जाय। पहाड़ के नेता ❤
धन्यवाद कोटियाल जी ।आप उत्तराखंड के ज्वलंत मुद्दों को आम जनता के सामने रखते हैं । आपने उत्तराखंड आन्दोलन की चर्चा भी की ।उसमें हमारे चचा,ताऊ,ददा , भुली, महिलाओं ,माताओं और बहनों के योगदान जो कि काबिल ए तारीफ था , की चर्चा भी की इसके लिए आप हृदय से धन्यवाद के पात्र हैं लेकिन उत्तराखंड निर्माण में या उत्तराखंड राज्य आन्दोलन में जब भी किसी भी प्लेटफार्म में चर्चा होती है तब उत्तराखंड आन्दोलन में उत्तराखंड के कर्मचारियों का योगदान किनारे रख दिया जाता है जिन्होंने अपनी नौकरी दाँव पर लगाकर सन् 94 में 94 दिन की हड़ताल पर डटे रहे ।आज तक के इतिहास में राजनीतिक मुद्दों पर कर्मचारी हड़ताल पर नहीं रहे । वे 94 दिन तक बिना वेतन के अपने घर परिवार बच्चों को देखे बिना रोज सड़कों पर नारे - प्रदर्शन करते रहे ।उत्तराखंड निर्माण के बाद उत्तराखंड की सरकारों ने भी उत्तराखंड के कर्मचारियों के योगदान को भुला दिया । यदि सन् 1994 में उत्तराखंड की सरकार सत्ता में होती तो वह आन्दोलनकारी कर्मचारियों को उन दिनों का वेतन तो नहीं देती साथ में कई कर्मचारियों को सेवा से निकाल भी देती और उनके विरुद्ध कोर्ट में केश भी चलाती। अतः तत्कालीन कर्मचारियों में से कोई भी कर्मचारी आन्दोलनकारी नहीं कहलाया जा सकता ? आप स्वयं ही विचार कर लीजिएगा।
Sir aaapse ek gujaarish hai purola vidhansbhaa mai ho rahe ब्रष्टाचार के खिलाफ ज़ब दो युवाओं ने आवाज़ उठाई तो उन्हें पुरोला विधान सभा के विदायक द्वारा अपने हॉस्टल बुला कर उनके साथ हाथ पायी की गयी मैं आपसे गुजारिश करता हूँ आप अपने चैनल के माध्यम से इस न्यूज़ को जरूर दिखाये ताकि विद्यायक दुर्गेश लाला द्वारा मनमानी और गुंडागरधी को पूरी जनता देख सके plzzz🙏 sr
राहुल कोटियाल जी आपको मेरा प्रणाम आपका 🙏🙏 आपके चैनल और आपको भी बहुत बहुत सदुवाद। आपके माध्यम से जो जनमानस को सही सही खाबार पहुँचती है वही उत्तराखण्ड की असलियत है।
हमको हमारे जन प्रतिनिधियों पर गर्व होना चाहिए,वो जन के नहीं अपने खुद के प्रतिनिधि हैं।जनता इनको चुनती है ताकि जनता का भला कर सकें पर इनको अपना ही भला करना होता है।इसका सारा दोष जनता का ही है जो बार बार घिसे पिटे लोगों को विधायक चुन लेती है जबकि उसे हर बार नए लोगों को चुनना चाहिए।
धन्यवाद बारमासा सिमली बेस अस्पताल की बात अपने चैनल के माध्यम से रखी है! मैं लम्बे समय से आपकी सारी वीडियो खबर हो या डांडी कांठी कार्यक्रम हो या हाईलैंडर की सीरीज हो वह चाहे यूट्यूब हो या फेसबुक के माध्यम से हो! आप हमेशा एक सही और आवश्यक बात रखते है! धन्यवाद बारमासा! 🙏🏻💐
कटयाल जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद आप सरकार के हर बातो को बेबाक लोगोंके ध्यान मेः लाते है। मैं माननीय गोदियाल को नमन करती है जिन्होने बिधायक की तनख्वा पर अपने स्वच्छ बिचार रखे बिधायक मुन्नासिह चौहान को भी धन्यवाद जिन्होने एस सी / एस टी के बारे में अपने बिचार रखे। मैं समझता.हूकि सभी भाई लोगों को उनसे सहमत होगें।
Sir as always salute to your knowledge and journalism. You are doing great work for the people of Uttarakhand. Let’s keep the hope alive. Jai Uttarakhand.
विधायकों का वेतन बढ़ाना बहुत गलत है कर्मचारियों को और पेंशन भोगी को तो समय पर नहीं मिल रहा है हरिहर तीसरे महीने अपना वेतन बढ़ा दे इनके लिए कोई आयोग नहीं है के लिए भी आयोग होना चाहिए
नमस्कार बहुत ही नेक विचार आपके द्वारा रखा गया। विधायक उत्तराखंड राज्य के जरूर है। लेकिन उनको पहाड़ से कोई मतलब नहीं उत्तराखंड को अभी तक अपने स्थाई राजधानी नहीं मिला। 20 साल में उत्तराखंड के गांव का जितना पलायन हो चुका है पहाड़ के गांव के लिए बहुत ही पीड़ा दायक है खेतों का नुकसान जंगली सूअर के कारण अधिकतर खेती बंजर हो चुकी है राज्य में एक मजबूतअपनी क्षेत्रीय पार्टी होनी चाहिए पहाड़ के ही लोगों हो। पहाड़ से ही गांव से जुड़ हुई लोग। हो
वास्तव में जो राज्य आन्दोलन में शामिल थे उनका तो कहीं नामोनिशान नहीं है जो लोग गिरफ्तारी के नाम पर सरकारी डाक बंगलों में आराम फरमा रहे थे उन्होंने फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र बनवा लिए थे
आपको बहुत बहुत धन्यवाद। । आप ही उत्तराखंड सटीक व निष्पक्ष समाचार चैनल से हमे समाचार मिलता है। आप को बहुत बहुत धन्यवाद, आप द्वारा गढ़वाली शब्दकोश बढ़ प्रयोग बहुत अच्छा लगता है।
सिर्फ 3 दिन मे अपने भत्तों मे 1 लख तक की वृद्धि के लिए उत्तराखंड के विधायकों और उत्तराखंड सरकार को बहुत बधाई । अपने घर भरते रहो बाकी जनता जाये भड़ मे। धिक्कार है ऐसी राजनीति पर
Rahul Ji, bahut badhiya coverge kiya hai, but ek baat man mai aa rahi hai ki kaya aapka ye extra cover ye neta log nahi dekhte honge, bada dukh hota hai Uttarakhand ki is halat per..aapki news coverage bahut jabrdust hai.. mujhe har hafte iska intejar rahta hai.. Good Luck and keep it up.
रोना आता है ये सब देख कर पहाड़ जो स्वर्ग बराबर है अच्छी व्यवस्ता ना होने के कारण सब पलायन कर रहे है. बहुत दुख होता है ये देख कर कि एक सरकारी कर्मचारी 35 से 40 साल पहाड़ो मे रहने के बाद उस माहौल मे रहने के बाद मजबूर hoke शहर कि तरफ आता है जबकि उसको भी पता है कि अपने आगे का जीवन काटना उसके लिए बहुत मुश्किल होगा..
बिलकुल सही मुद्दा उठाया है, आप ऐसे मुद्दे उठाते रहें। अपने फायदे के लिए ए सब पक्ष विपक्ष एक हो जाते हैं, उत्तराखंड के लोग आज ठगे से महसूस कर रहे हैं। बीजेपी को लगातार दुसरे टर्म मौका दिया गया, लेकिन बीजेपी जनता की अपेक्षा पर खरी नहीं उतरी। अब समय आ गया है न तो बीजेपी ना ही कॉन्ग्रेस को मौका देना चाहिए। उत्तराखंड की जनता को नया विकल्प खोजना चाहिए और यूकेडी को पुनर्जीवित कर बीजेपी और कॉन्ग्रेस का विकल्प चुनना होगा।
बहुत सुंदर राहुल भाई ❤❤ आप को दिल से धन्यवाद पहाड़ी क्षेत्रों के लोग रोते रहेंगे चोर नेता अपनी जेब बरतें रहेंगे पहाड़ों से जीत कर जाते हैं पहाड़ के लोगों के पैसों से अपनी कोटि बागल बाते हैं 😢 इन नेताओ का कभी बहाल नहीं होगा 😢😢
Brilliant...team Baramasa. Extra cover का प्रस्तुतीकरण बहुत ही शानदार और सटीक होता है. उत्तराखण्ड के माननीय नेताओँ ने हर बार की तरह एक बार फिर से आम जनता को निराश किया है, जो कि रोजाना अनगिनत तकलीफों को झेलने को अभिशप्त है.
राहुल जी.. आपकी निष्पक्ष, निर्भीक और बेबाक पत्रकारिता के लिए आपको साधुवाद.. यह तो राज्य गठन के शुरुआती काल में ही स्पष्ट हो गया था कि हम ठगे जा चुके हैं.. या फिर हमने अपने पैरों पर खुद ही कुल्हाड़ी मार ली है.. उम्मीद थी कि शायद वक्त के साथ कुछ बदले और कुछ सकारात्मक हो... परन्तु कपाल फूटा हमारा, हमारे भाग में बज्जर ही पड़ा.. राज्य केवल इन नेताओं, इनके चेले चांठों और अधिकारियों (कुछ अपवाद छोड़कर) के ऐशो आराम के लिए और लूट मचाने के लिए ही बना. शिक्षा (गुणवत्ता एवं रोजगारपरक), स्वास्थ्य, पर्यटन/उद्यान विकास के मामले शुरू से ही हासिये पर हैं.. भ्रष्टाचार चरम पर है.. बेरोजगार प्रदेश छोड़कर जाने को मजबूर हैं.. नेताओं को बस अपना और अपनी पीढ़ियों का हित साधना है.. ऐसे में श्रीमान गोदियाल जी जैसे जन प्रतिनिधि को सलाम, जिन्होंने कुछ नैतिकता दिखाई.. सत्र के दौरान श्री मनोज तिवारी जी, मुन्ना सिंह चौहान जी, हरीश धामी जी जैसे प्रतिनिधियों को सुनना अच्छा लगा, जिन्होंने कम से कम संजीदगी से जनता के मुद्दों को पटल पर रखा.. हरदा को क्या कहिए..खुद की बत्ती गुल है और मोमबत्ती लेकर राजधानी खोज रहे हैं..!
पुनः इस रिपोर्ट के लिए आपको साधुवाद.. अलख जगाए रखिए दादा..!!
🙏🙏बारामास न्यूज चैनल को बहुत -बहुत बधाई, आप से अनुरोध है कि भू-कानून व उत्तराखंड की अस्मिता को बचाने का काम ऐसे ही बेबाक पत्रकारिता से ही हो सकती हैं।,✊🇮🇳✊
गोदियाल जी का बहुत बहुत धन्यवाद
गणेश गोदियाल जी को कोटि कोटि नमन आने वाले चुनाव में मेरा बोट आपके तरफ खिसकने कि कोशिश कर रहा है लेकिन इस के कांग्रेस का देश प्रेम आड़े आ रहा है जैसा वक्फ बोर्ड देश में एक तरफा जन संख्या नियंत्रण
गैरसैंण के लिए मेरे तरफ से एक श्लोगन।।🙏
पहाड़ की मांगों को चिढ़ा रहे हैं।।
नेतागिरी में अपने वेतन भत्ते बढ़ा रहे हैं।।।।
बहुत खुशी होती है यह देखकर की आप कभी नैताओ की कटपुतली नहीं बने और गलत के खिलाफ हमेशा आवाज उठाते रहे।
आप जैसे रिपोर्टर की इस उत्तराखण्ड को बहुत जरूरत हैं और हम जैसे व्यूअर्स का आपको हमेशा सपोर्ट रहेगा।
भू कानून मूल निवास आने वाले उत्तराखंड की पीढ़ी के लिए जरूरी है
@@kailashrawat1355 to jago andolan hoga tabhi hoga kuch warna dhami to bhu mafia hai
आपकु विश्लेषण बहुत ही गजब कु चा। हिंदी का बीच में गढ़वाली भाषा को तब क्या बहुत ही शानदार स्वादिष्ट ।
कोटि कोटि धन्यवाद जनता की समस्याओं को समक्ष लाने के लिए
गणेश गोदियाल जी का सम्मान करते हैं
गणेश गोदियाल जी का धन्यवाद, बारामासा को धन्यवाद, आवाज़ जब तक उठेगी लोकतंत्र बचा रहेगा
गोदियाल जी ने भी 50000 ना लेकर कोई बहुत बड़ा कार्य नहीं किया है बल्कि जब वह मंत्री थे और उनकी सरकार थी तब उनको भी केवल अपना राठ क्षेत्र दिखाई दिया जिसे उन्होंने अन्य पिछड़ा क्षेत्र घोषित कर दिया बाकी चमोली जिले के जोशीमठ से पीछे रहने वाले लोग सब अगड़े हैं कोई पिछड़ा नहीं है केवल राठ क्षेत्र ही पिछड़ा हुआ था जो गणेश जी ने उसको आरक्षण देकर आगे बढ़ा दिया
गणेश गोदियाल जिन्दाबाद, बाकी उत्तराखंड के उन्हत्तर विधायक व पूर्व विधायक मोटा पेट वाले हैं। उनकी पूर्ति कभी भी नहीं होने वाली है।✊🇮🇳✊
गणेश गोदियाल जी और मुन्ना सिंह चौहान जी की सोच को सलाम जिन्होंने जमीनी हकीकत असली मायनों में बयां किया
बारामास की आवाज़ को बहुत-बहुत आभार एवं धन्यवाद ।
मुन्ना सिंग को संसद मे होना चाहिए था, उन्होंने सही बात कही, अपनी ही पार्टी को करी खरी कह दी पार्टी से मतलब नहीं मुजे पर पहाडियों की बात करने रखने वाले लोग होने चाहिए, पैसे के लालची और कुर्सी के भूखे तो लगभग सारे ही है
सच कहा जाए तो उत्तराखंड बनने का लाभ नेताओं को और विशेषकर सिर्फ उन छुटभय्ये नेताओं को मिला है जिन की पहुंच गांव के प्रधान तक सीमित थी। वह आज मंत्री विधायक या अन्य किसी ऊंचे ऊंचे पदों को लौंफ्याने में सफल हुए हैं ।😮
राहुल जी, आपकी निष्पक्ष और मुखरवादी पत्रकारिता को कोटि-कोटि नमन। सरकार को आइना दिखाने का काम आप ही कर रहे हैं। बाकी मेनस्ट्रीम मीडिया तो ऐसे मामलों में चुप्पी साध लेती है।
धन्य है केदारखण्ड - मानसखण्ड की पवित्र देवभूमि जहां आज भी ऐसे नेता तो हैं जो खुद के लिए भी न्यायसंगत बातों में चलता हो
Thanks
Thank you so much for your support :)
गोदियाल जी जैसे तीन चार नेता और हो जाए तो तस्वीर बदल जाए उत्तराखंड की
कोटियाल जी को 🙏🙏🙏 गणेश गोदियाल जी को भी 🙏🙏🙏🙏
बहुत बहुत धन्यवाद राहुल जी
माननीय गणेश जी का भी धन्यवाद
क्या कॉंग्रेस और क्या बीजेपी सब एक ही थैली के चट्टेबट्टे है
इस प्रदेश को अपने ही लूट रहे है
कोई बाहर का नहीं है
वक़्त आ गया है कि जनता एक क्रांति लाए
लोगों को मिलाकर लड़ना होगा प्रदेश के निर्माण के लिये माटी के सपूतों को आगे आना होगा जो अपने लोगों के साथ साथ प्रदेश का विकास करें
Sabse phle netao mai badlaw lana chahiye. Vohi neta nhi lane chaiye
जोशीमठ में अभी तक बहुत से नागरिकों को मकान/दुकान/होटलों का
मुवावजा अभी तक नहीं मिला। समय आ गया। हरीश रावत जी को एक बार
उत्तराखंड की कमान फिर लौटाया जाय।
पहाड़ के नेता ❤
love your extra cover reporting....
Ganesh godiyal ji apko salute h ap is mudde ko utahye sb log share kre
मेरा सुझाव है मुन्ना सिंह चौहान व गणेश गोदियाल ञी को नयी पार्टी बनानी चाहिए
जियो गोदियाल जी कम से कम आपको तो जनता की चिंता है🙏🙏❤❤
धन्यवाद कोटियाल जी ।आप उत्तराखंड के ज्वलंत मुद्दों को आम जनता के सामने रखते हैं । आपने उत्तराखंड आन्दोलन की चर्चा भी की ।उसमें हमारे चचा,ताऊ,ददा , भुली, महिलाओं ,माताओं और बहनों के योगदान जो कि काबिल ए तारीफ था , की चर्चा भी की इसके लिए आप हृदय से धन्यवाद के पात्र हैं लेकिन उत्तराखंड निर्माण में या उत्तराखंड राज्य आन्दोलन में जब भी किसी भी प्लेटफार्म में चर्चा होती है तब उत्तराखंड आन्दोलन में उत्तराखंड के कर्मचारियों का योगदान किनारे रख दिया जाता है जिन्होंने अपनी नौकरी दाँव पर लगाकर सन् 94 में 94 दिन की हड़ताल पर डटे रहे ।आज तक के इतिहास में राजनीतिक मुद्दों पर कर्मचारी हड़ताल पर नहीं रहे । वे 94 दिन तक बिना वेतन के अपने घर परिवार बच्चों को देखे बिना रोज सड़कों पर नारे - प्रदर्शन करते रहे ।उत्तराखंड निर्माण के बाद उत्तराखंड की सरकारों ने भी उत्तराखंड के कर्मचारियों के योगदान को भुला दिया । यदि सन् 1994 में उत्तराखंड की सरकार सत्ता में होती तो वह आन्दोलनकारी कर्मचारियों को उन दिनों का वेतन तो नहीं देती साथ में कई कर्मचारियों को सेवा से निकाल भी देती और उनके विरुद्ध कोर्ट में केश भी चलाती।
अतः तत्कालीन कर्मचारियों में से कोई भी कर्मचारी आन्दोलनकारी नहीं कहलाया जा सकता ? आप स्वयं ही विचार कर लीजिएगा।
Sabse jbrdsst news channel
बारहमासा को धन्यवाद साथ ही गणेश गोंदिया वह मुन्ना सिंह चौहान को जीधन्यवाद
Very Nice....
आज पहली बार मैंने बारामसा न्यूज़ सुनी
अब से हर रोज़ सुनूँगा
उत्तराखण्ड के मूल मुद्दों पर आपने जोये जंगछेड़ी हैं वो काबिले तारीफ़ है।
बहुतबहुत धन्यवाद।
Sir aaapse ek gujaarish hai purola vidhansbhaa mai ho rahe ब्रष्टाचार के खिलाफ ज़ब दो युवाओं ने आवाज़ उठाई तो उन्हें पुरोला विधान सभा के विदायक द्वारा अपने हॉस्टल बुला कर उनके साथ हाथ पायी की गयी मैं आपसे गुजारिश करता हूँ आप अपने चैनल के माध्यम से इस न्यूज़ को जरूर दिखाये ताकि विद्यायक दुर्गेश लाला द्वारा मनमानी और गुंडागरधी को पूरी जनता देख सके plzzz🙏 sr
Vdo send krdo or details sir ke mail id me ..
Janta dekh kr kya kregi
5 ki 5 seat to BJP le gy
email se bhej do baramasa ko details aur video
Are inka koe bska nhi h ye bhi mnornjn *bat* hi kr skte h
Koe frk nhi pdta jbtk presani vyktigt na ho
भाई वीडियों भेजना।
राहुल कोटियाल जी आपको मेरा प्रणाम आपका 🙏🙏 आपके चैनल और आपको भी बहुत बहुत सदुवाद। आपके माध्यम से जो जनमानस को सही सही खाबार पहुँचती है वही उत्तराखण्ड की असलियत है।
सही मायने में इन नेताओं ने पहाड़ वर्बाद करने में कोई कोर कसर नहीं छोडी है। पहाड़ को लावारिस बल्द की तरह छोड़कर ही रहेंगे ऐ नेता लोग।
राहुल जी बहुत दुःखी करने वाला दृश्य है बस इन विधायकों की सुविधाएं मिलती रहे
हमको हमारे जन प्रतिनिधियों पर गर्व होना चाहिए,वो जन के नहीं अपने खुद के प्रतिनिधि हैं।जनता इनको चुनती है ताकि जनता का भला कर सकें पर इनको अपना ही भला करना होता है।इसका सारा दोष जनता का ही है जो बार बार घिसे पिटे लोगों को विधायक चुन लेती है जबकि उसे हर बार नए लोगों को चुनना चाहिए।
धन्यवाद बारमासा सिमली बेस अस्पताल की बात अपने चैनल के माध्यम से रखी है! मैं लम्बे समय से आपकी सारी वीडियो खबर हो या डांडी कांठी कार्यक्रम हो या हाईलैंडर की सीरीज हो वह चाहे यूट्यूब हो या फेसबुक के माध्यम से हो! आप हमेशा एक सही और आवश्यक बात रखते है!
धन्यवाद बारमासा!
🙏🏻💐
कटयाल जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद आप सरकार के हर बातो को बेबाक लोगोंके ध्यान मेः लाते है।
मैं माननीय गोदियाल को नमन करती है जिन्होने बिधायक की तनख्वा पर अपने स्वच्छ बिचार रखे
बिधायक मुन्नासिह चौहान को भी धन्यवाद जिन्होने एस सी / एस टी के बारे में अपने बिचार रखे।
मैं समझता.हूकि सभी भाई लोगों को उनसे सहमत होगें।
कलात्मकत व्यंग, शानदार l
भुला बहुत शानदार विश्लेषण. आप इन्नी हम लूखू तै जगाणा राव. 24 साल बिटीक हमर उत्तराखंड क नाश होणू च. पता नी क्य ह्वाल अगनैय.
Sir as always salute to your knowledge and journalism. You are doing great work for the people of Uttarakhand. Let’s keep the hope alive. Jai Uttarakhand.
बहुत बहुत धन्यावाद पत्राकार जी... आपने प्रदेश के महत्त्वपूर्ण बिंदुओं को बहुत बारीकी से और विस्तृत तरीके से कवर किया...
Thanks bhai ji
विधायकों का वेतन बढ़ाना बहुत गलत है कर्मचारियों को और पेंशन भोगी को तो समय पर नहीं मिल रहा है हरिहर तीसरे महीने अपना वेतन बढ़ा दे इनके लिए कोई आयोग नहीं है के लिए भी आयोग होना चाहिए
बिना देहरादून में आंदोलन/ हल्ला किये न सरकार को सुनाई देता है और न ही ज्यादातर मीडिया को।
Dehradun ke Damping yard me hi bhari log kabja kar rahe hai
@jsnytprwn5995
सभी विधायकों का इलाज उन्हीं के विधानसभा क्षेत्र के अस्पताल में होना चाहिए! ताकि उन्हें पता लगे की अस्पताल में इलाज किस तरह से होता है !
वो भी सामान्य जनता के जैसे पर्ची लेके लाइन मे लग के
सही कहा आपने ❤❤
Par janta nhi hone degi. Un netao ke peeche ghoom ghoom kr unke talwe chatne mai lagey hai sb
राहुल जी आप ने बहुत सही कहा कि आने वाली 1 तारीख आन्दोलन जोरदार हुआ तो सरकार पर दबाव पडेगा और होना चाहिए प्रदेश के हित में
Uttrakhnad की जनता के साथ बिल्कुल सही हो रहा है l
यह जनता इससे भी ज्यादा Deserv करती है l
यहां की जनता इसी लायक है
आपने तो ताल सार माल सार एक कर दिया. ग़ज़ब की परख ठहरी bl aapki
Bilkul Bhai aisa hi hona chahiye jb kuch parivartan nhi chahti Janta netao mai to neta log aise hi krenge.👍
❤❤❤❤❤❤
Bhoot bdiya ❤😊
गैसें में तीन दिवसीय संक्षिप्त वेतन -भत्ते बढ़ाने के लिए बुलाया विधान सभा सत्र ने जनता को शून्य दिया किन्तु विधायकों की झोली जरूर भरी है।
गणेश गोदियाल जैसे नेता होने चाहिए
नमस्कार बहुत ही नेक विचार आपके द्वारा रखा गया। विधायक उत्तराखंड राज्य के जरूर है। लेकिन उनको पहाड़ से कोई मतलब नहीं उत्तराखंड को अभी तक अपने स्थाई राजधानी नहीं मिला। 20 साल में उत्तराखंड के गांव का जितना पलायन हो चुका है पहाड़ के गांव के लिए बहुत ही पीड़ा दायक है खेतों का नुकसान जंगली सूअर के कारण अधिकतर खेती बंजर हो चुकी है राज्य में एक मजबूतअपनी क्षेत्रीय पार्टी होनी चाहिए पहाड़ के ही लोगों हो। पहाड़ से ही गांव से जुड़ हुई लोग। हो
पहाड़ के ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद
पब्लिक इस चैनल का खूब सपोर्ट करें, ताकि सच जिन्दा रहे
निष्पक्ष पत्रकारिता
बौद्धिक विकास के लिए बहुत जरूरी है।
आपका कार्य तारीफे काबिल है।
धन्यवाद लोगों को वास्तविकता बताने के लिए।❤
वाकई शानदार
वास्तव में जो राज्य आन्दोलन में शामिल थे उनका तो कहीं नामोनिशान नहीं है जो लोग गिरफ्तारी के नाम पर सरकारी डाक बंगलों में आराम फरमा रहे थे उन्होंने फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र बनवा लिए थे
Sir ko pranaam 🙏
आपको बहुत बहुत धन्यवाद। । आप ही उत्तराखंड सटीक व निष्पक्ष समाचार चैनल से हमे समाचार मिलता है। आप को बहुत बहुत धन्यवाद, आप द्वारा गढ़वाली शब्दकोश बढ़ प्रयोग बहुत अच्छा लगता है।
Thanku for this effort,Thanku for understanding nuances of people's problem in pahard,#From Gairsain🙏
सिर्फ 3 दिन मे अपने भत्तों मे 1 लख तक की वृद्धि के लिए उत्तराखंड के विधायकों और उत्तराखंड सरकार को बहुत बधाई ।
अपने घर भरते रहो बाकी जनता जाये भड़ मे।
धिक्कार है ऐसी राजनीति पर
खूब भाई जी
आदरणीय गणेश गोदियाल जी और श्री उमेश कुमार जी पर भी एक खबर लगायें।
बहुत शानदार
Rahul Ji, bahut badhiya coverge kiya hai, but ek baat man mai aa rahi hai ki kaya aapka ye extra cover ye neta log nahi dekhte honge, bada dukh hota hai Uttarakhand ki is halat per..aapki news coverage bahut jabrdust hai.. mujhe har hafte iska intejar rahta hai.. Good Luck and keep it up.
Gairsain Rajdhani Honi Chahiye❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
aapki video ko salaam
Hmm paphkha sath hai gairsain sa ❤❤
X tra cover me bahut acche मुद्दे उठाते हो आप ।जरूर sahre karunga
गोदियाल जी एक अच्छे नेता हैं
आप बहुत अच्छी और सच्ची खबर देते है सिर इसे कहते है निष्पक्ष पत्रकार आप मत बिकना सर plz 🙏🙏🙏
गोदियाल जी जैसा कोई नहीं आपको सलाम है मेरा ❤❤❤❤
रोना आता है ये सब देख कर पहाड़ जो स्वर्ग बराबर है अच्छी व्यवस्ता ना होने के कारण सब पलायन कर रहे है. बहुत दुख होता है ये देख कर कि एक सरकारी कर्मचारी 35 से 40 साल पहाड़ो मे रहने के बाद उस माहौल मे रहने के बाद मजबूर hoke शहर कि तरफ आता है जबकि उसको भी पता है कि अपने आगे का जीवन काटना उसके लिए बहुत मुश्किल होगा..
कौन कौन अगले CM के रूप में गणेश गोदियाल जी को देखना चाहते हैं
जय हो
जय हिंद
बहुत ही सधी हुई परस्तुति कोटियाल जी
अपाक बहुत बहुत आभार जी
जय हो
बिलकुल सही मुद्दा उठाया है, आप ऐसे मुद्दे उठाते रहें। अपने फायदे के लिए ए सब पक्ष विपक्ष एक हो जाते हैं, उत्तराखंड के लोग आज ठगे से महसूस कर रहे हैं। बीजेपी को लगातार दुसरे टर्म मौका दिया गया, लेकिन बीजेपी जनता की अपेक्षा पर खरी नहीं उतरी।
अब समय आ गया है न तो बीजेपी ना ही कॉन्ग्रेस को मौका देना चाहिए।
उत्तराखंड की जनता को नया विकल्प खोजना चाहिए और यूकेडी को पुनर्जीवित कर बीजेपी और कॉन्ग्रेस का विकल्प चुनना होगा।
आरक्षण पर बोलने के लिए धन्यवाद 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
बहुत सुंदर राहुल भाई ❤❤ आप को दिल से धन्यवाद
पहाड़ी क्षेत्रों के लोग रोते रहेंगे चोर नेता अपनी जेब बरतें रहेंगे पहाड़ों से जीत कर जाते हैं पहाड़ के लोगों के पैसों से अपनी कोटि बागल बाते हैं 😢 इन नेताओ का कभी बहाल नहीं होगा 😢😢
❤👍👍
Bhu kannun laghu hona chaiye...Uttarakhand mai
बहुत सुन्दर राहुल।हमेशा इसे ऊपर रखना।शाबाश।
Apka ekmatr channel h jo Uttarakhand ki unbiased khabar aur issues batata hai.....
Thanks Baramasa
👏👏👏👏
जनता को अब अपने नेताओं से सवाल पूछना चाहिए और जवाब देही बनती है इस बात पर।
हद है यार ये फर्जी सरकार बस कुछ काम धाम करना नही है और अपनी जेब भरने मै लगे है बस..... कोटियाल जी आपको धन्यवाद जो आप ऐसे बातों को जनता तक ले आते है
Suggestion: Kindly upload your QR or enable upi payment option, coz many would avoid punching their card details.
PS:Great job!!!
Ganesh godiyal sach a chief minister meterial ❤
इस सरकार ने युवाओं की जिंदगी झंड कर दी है...
Godiyal jj sahi bol rhe hain🎉
Thank you baramasha 🙏🙏
उत्तराखंड में मौजूदा सरकार की सपोड़ा सपोड़ी जोरों से चल रही है, वहीं आम जनता सालों से जस की तस अवस्था में है।
Brilliant...team Baramasa.
Extra cover का प्रस्तुतीकरण बहुत ही शानदार और सटीक होता है. उत्तराखण्ड के माननीय नेताओँ ने हर बार की तरह एक बार फिर से आम जनता को निराश किया है, जो कि रोजाना अनगिनत तकलीफों को झेलने को अभिशप्त है.
Ganesh godiya ji jaisa neta hona chaahiye bahut badiya ❤
पूरा हफ्ता इंतजार रहता है आपके extra cover का।
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आपने ठीक बोला ददा
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Rahul kotiyal ji ko sat sat Naman
गैरसैंण में रविवार 01 सितंबर 2024 को सशक्त भूकानून को लेकर होने जा रही मूल निवास स्वाभिमान रैली का हिस्सा बन राज्य के क्षेत्रीय मुद्दों को मजबूत करें🙏
आप जो भी ख़बर सुनते हो मजा आ जाता है बहुत शुभकामनाएं दाज़ू 🙏
गरीब राज्य उत्तराखंड के अमीर नेता
भाई किसी भी नेता को पहाड़ की कोई चिंता नहीं सब अपने में लगे है
गोदियाल जी ने विरोध किया बस
😢 नेताओं को शर्म तो आती नहीं है आम जन मानस की अनदेखी करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं