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सनातन संचयन - Sanatan sanchayan
India
เข้าร่วมเมื่อ 23 ธ.ค. 2017
“ सनातनमेनमाहुरुताद्य स्यात्पुनर्णवः ” अर्थात सनातन उसको कहते हैं जो कभी पुराना ना हो, सदा नया और एकरस रहे [ अथर्ववेद 10/8/23 ] ऐसा ही है वैदिक धर्म । जिन कर्तव्यों के निर्वाहन और शुभ गुणों के धारण से लौकिक उन्नति और दुखों की पूर्ण निवृत्ति होती है उसे धारण करने की आवश्यकता सृष्टि के आदि में भी थी, वर्तमान मे भी है और सदा ही रहेगी। ऐसे ही सनातन है हम आर्यों की सभ्यता और संस्कृति! परंतु स्वाध्याय और शोध के अभाव में जन सामान्य मे वैदिक संस्कृति और सभ्यता का लोप सा हो रहा है। इसके संवर्धन के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर देना हमारा कर्तव्य है। इस हेतु सनातन मान्यताओं का संचयन व मंथन अत्यंत आवश्यक है। सनातन संचयन टीम द्वारा सनातन संस्कृति के संवर्धनार्थ यूट्यूब पर :
१) वेद स्वाध्याय श्रृंखला के माध्यम से वेद मंत्रों के सरल-सुबोध-व्यवहारिक भावार्थ का संचयन
२) भ्रांति निवारण श्रृंखला के माध्यम से वैदिक ग्रंथों और मान्यताओं पर लगे आक्षेपों के प्रत्युत्तरों का संचयन
३) विभिन्न विद्वानों को लाइव चर्चा पर आमंत्रित कर दार्शनिक और आध्यात्मिक ज्ञान का संचयन
हो रहा है और निरंतर होगा।
~ सार्थक महाजन🖋
१) वेद स्वाध्याय श्रृंखला के माध्यम से वेद मंत्रों के सरल-सुबोध-व्यवहारिक भावार्थ का संचयन
२) भ्रांति निवारण श्रृंखला के माध्यम से वैदिक ग्रंथों और मान्यताओं पर लगे आक्षेपों के प्रत्युत्तरों का संचयन
३) विभिन्न विद्वानों को लाइव चर्चा पर आमंत्रित कर दार्शनिक और आध्यात्मिक ज्ञान का संचयन
हो रहा है और निरंतर होगा।
~ सार्थक महाजन🖋
जानिए कौनसा कर्म किये बिना भोजन कर लेना श्रीकृष्ण की दृष्टि में महापाप है ! ( दीपावली विशेष प्रवचन )
शारदीय नवसस्येष्टि ( दीपावली ) के शुभ अवसर पर आर्य समाज मंदिर पठानकोट में प्रदत्त विशेष प्रवचन।
वक्ता : विद्यार्थी सार्थक महाजन
0:00 - 5:09 : प्रवचन की भूमिका
5:09 - 16:02 : श्रीमद्भगवद्गीता 3/14 की व्याख्या
वक्ता : विद्यार्थी सार्थक महाजन
0:00 - 5:09 : प्रवचन की भूमिका
5:09 - 16:02 : श्रीमद्भगवद्गीता 3/14 की व्याख्या
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วีดีโอ
आत्मा का वास्तविक स्वरूप ? स्वामी विवेकानन्द परिव्राजक जी
มุมมอง 8Kปีที่แล้ว
आप दे रहें हैं आर्य समाज मंदिर मेन बाज़ार पठानकोट में दिनांक 26 अप्रैल को सायं 5:15 से 6:15 बजे तक ‘ पूज्य स्वामी विवेकानन्द परिव्राजक ’ जी द्वारा “ आत्मा का वास्तविक स्वरूप ” विषयक प्रदत्त प्रवचन का रिकार्डेड प्रसारण । प्रवचन के मुख्य विषय : • जड़ और चेतन में क्या अंतर है ? • नास्तिक वैज्ञानिकों के समक्ष आत्मा की तार्किक सिद्धि कैसे की जाए ? • चेतन के लक्षण क्या हैं ? • इच्छा, द्वेष, प्रयत्न, ...
रोचक प्रसंग : कैसे एक वृद्ध व्यक्ति ने दसवीं कक्षा में फेल हुए विद्यार्थी को आत्महत्या करने से रोका
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आप दे रहें हैं आर्य समाज मंदिर मेन बाज़ार पठानकोट में दिनांक 24 अप्रैल को सायं 5:30 से 6:30 बजे तक ‘ पूज्य स्वामी विवेकानन्द परिव्राजक ’ जी द्वारा “ तीन अनादि पदार्थ ” विषयक प्रदत्त प्रवचन के अंश का प्रसारण। विषय : आत्महत्या करने से किसी को कैसे बचाया जा सकता है ? रोचक प्रसंग - कैसे एक वृद्ध व्यक्ति ने दसवीं कक्षा में फेल हुए विद्यार्थी को आत्महत्या करने से रोका... मुख्य वक्ता : पूज्य स्वामी वि...
ईश्वर है या नहीं ? - तार्किक विश्लेषण ! यदि है तो कैसा है ? । स्वामी विवेकानन्द परिव्राजक जी ॥
มุมมอง 24Kปีที่แล้ว
आप दे रहें हैं आर्य समाज मंदिर मेन बाज़ार पठानकोट में दिनांक 25 अप्रैल को यज्ञोपरांत प्रातः 8:00 से 8:45 बजे तक ‘ पूज्य स्वामी विवेकानन्द परिव्राजक ’ जी द्वारा “ ईश्वर ” विषयक प्रदत्त प्रवचन का रिकार्डेड प्रसारण । प्रवचन के मुख्य विषय : • ईश्वर के विषय में समाज में इतनी भ्रान्ति क्यों है ? • ईश्वर है या नहीं ? • तार्किक एवं वैज्ञानिक पद्धति से ईश्वर की सत्ता को कैसे सिद्ध किया जा सकता है ? • ईश...
‘ बुढ़ापे में करना ईश्वर भक्ति । बचपन मत करो बर्बाद ’ - पर करारा जवाब ! ॥ विद्यार्थी सार्थक महाजन ॥
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क्रांतिकारियों के हृदय में क्रांति की लोह जगाने वाली पुस्तक : अमर ग्रन्थ सत्यार्थ प्रकाश book review
มุมมอง 992ปีที่แล้ว
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सरस्वती का वैदिक स्वरूप। वसन्त पंचमी विशेष प्रवचन
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वेदों में बेरोज़गारी का समाधान । Practical Solution to unemployment in Vedas । सार्थक विद्यार्थी ।
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वेद के अनुसार सफलता प्राप्त करने का मार्ग कौनसा है ? वेद स्वाध्याय - ५ । स्वस्ति पन्थामनुचरेम ॥
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दैनिक वैदिक संध्या / ब्रह्मयज्ञः भावार्थ सहित
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गीता के अनुसार “ परमात्मा कैसे भक्तों को चाहता है ? ” । वक्ता : सार्थक महाजन
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महामृत्युंजय मंत्र से ध्यान कैसे करें ? - @yogeshvedic
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“ अग्न आ याहि... ” ही सामवेद का प्रथम मंत्र क्यों है ?
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यजुर्वेद के अनुसार “ व्रत का अनुष्ठान कैसे करें ? ” । वेद स्वाध्याय - ३ । वक्ता - सार्थक महाजन
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जीवन की बाधाओं को कैसे मिटाएं ? वेद स्वाध्याय - 1
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धर्म और संप्रदाय में भेद॥ DIFFERENCE BETWEEN DHARM AND RELIGION॥
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कहीं हम अधर्म की शरण में तो नहीं जा रहे ?
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क्या मनुस्मृति स्त्रीयों की स्वतंत्रता छिनने का प्रयास करती है ?
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क्या मनुस्मृति बला#कार को बढ़ावा देती है? - manusmriti and r*pes
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क्या मनुस्मृति मे शूद्रो को अस्पृश्य कहा है?
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क्या मनुस्मृति मे मिलावट हुई है? Adulteration in manusmriti
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क्या आयुर्वेद मे मांसाहार करने का विधान है?
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जी सादर अभिवादन नमो नमः ❤️🙏
जी सादर अभिवादन नमो नमः ❤️🙏
अति सुन्दर vyakhyan❤
1:51❤ सादर अभिवादन नमस्ते
आर्य समाज के प्रचार प्रसार में कार्य रत सभी विद्वानों को हार्दिक शुभकामनाएं।। शत शत नमन।। बहुत बहुत धन्यवाद।। आर्य पुत्र।।
Aap se baat kaise ho arya ji
Kya kar rahe ho bhai app aaj kal
Om Ji
Dhanyavad namastye
नमस्ते जी ।बहुत सुंदर।
🙏
Ati sundar prstuti🎉
Sadar namaste ji 🙏🙏
You are blessed by God
Bahut achche se vyakhya ki hai. Ishwar kare samast manav jati main aisi samajh ka vistar ho
Namasteji.... very beautiful
संध्या के मन्त्रों का बहुत ही सुंदर अर्थ आपने किया। बहुत बहुत धन्यवाद
जी सादर अभिवादन नमो नमः ❤️🙏
Namaste Sar ji
Bahut Sundar samjhaya hai Parmatma aapko swasth aur khyati prapt karaen
ॐ सादर नमस्ते आचार्य जी।
Namasteji... very beautiful message
Om namaste ji
Bahut sunder🎉
बिल्कुल सत्य कहा खंडन करने से तो सिर्फ विरोध पैदा होता है
Sarbabyapak
Buddhimata se vichar prastut ke liye dhanyabad,aryavibinay par,Prabhu apko sukshma prajyan pradan kare
, वक्तव्य बहुत सुंदर
Hmsubhsampranayamkesathkartehanrekhadevi
Hmsubhsampranayamkesathkartehanrekhadevi
suu
🎉🎉🎉🎉🎉 सन्तोष आर्या। नमस्ते आचार्य श्री
नमस्ते आचार्य जी
सादरनमस्ते आचार्य जी
Humanitar Mina Mee 😊
बहुत से प्रशनों के उत्तर प्राप्त हुए। बहुत सुंदर विधि से समझाया आपने ।धन्यवाद जी ।
Satya Prakash mohapatra.. namasteji
Bahut hi sunder🙏🙌🏼
Bahut hi sundar vyakhyan
Om namaste ji
Namaste acharya ji.
🙏
धार्मिक ग्रन्थों को पडा हुआ न कहों
सार्थक महाजन जी ओ३म् नमस्ते आप स्वामी दयानंद सरस्वती जी के शुद्ध, बुद्ध और प्रमाणिक शास्त्रों का व्याख्यान कर रहें हैं। इसके लिए आपका आभार। एक निवेदन यहां में करना चाहता हूं अनुकूल लगे तो मैं अवश्य ही प्रतिक्षा में रहुंगा। Google पर search करने पर कहीं भी भोजन प्रारंभ और भोजनान्त मन्त्र उपलब्ध नहीं होता। इस पर अधिकांश ॐ सहनाववतु सहनोभुन्कतु..... ही प्राप्त होता है। यदि एक समर्पित विडियो इसका बनाएं तो काफी लाभदायक होगा।
जी, अवश्य। एक महीने बाद दिनचर्या मन्त्रों पर व्याख्यानमाला आरंभ करेंगे गूगल मीट पर और उसकी रिकॉर्डिंग यूट्यूब पर भी प्रेषित करेंगे। धन्यवाद ।
Dhanywaad ji
🎉🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤ Santosh aarya dehli
ईश्वर साकार भी है और वो अवतरित भी होता है
क्या एक ही पदार्थ में परस्पर विरोधी गुण हो सकते हैं ? न्यायोचित उत्तर दिजिए
सादर आभार व्यक्त करता हूं।
Vedon ka adhyayan Kiya isiliye to Shuddh Buddhi se bol rahe hain Aacharya ji
नमस्ते आचार्य जी