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Aacharya Krishnanand Nautiyal Official
India
เข้าร่วมเมื่อ 1 มิ.ย. 2018
जय श्रीकेदारेश्वर!
अर्जुनै नागलोक जतरा आचार्य कृष्णानन्द नौटियाल निर्देशित गैण्डा कौथिग का अभ्यास
अर्जुनै नागलोक जात्रा अर्थात् गैंडा कौथिग नयी रचना है, केदारघाटी में पांडव नृत्य की अवधि में किया जाने वाला यह अनुष्ठान वस्तुत: पांडवों द्वारा अपने पितृगण के लिए किया जाने वाला पारंपरिक अनुष्ठान है. व्यास जी महाराज की आज्ञानुसार अर्जुन हस्तिनापुर से अपने पितरों के तर्पणों के लिए गैंडै की खगोती लेने नागलोक (आधुनिक नागालैंड) जाते हैं, जहां उन्हें नागार्जुन के साथ युद्ध में मूर्छित होना पड़ता है, अज्ञातवास के समय पत्नी रूप में अंगीकृत उलूपी नामक नाग कन्या मायावी विद्या से उनके प्राण बचा लेती है और अपने पुत्र नागार्जुन एवं नागार्जुनी सहित गैंडा की खगोती सहित विदा करती है. इसी कथा को नाट्य रूप देकर नए स्वरूप में प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है.
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วีดีโอ
चक्रव्यूह(गढ़o)प्रथम लेखनआचार्य कृष्णानन्द नौटियाल, पांडवलीलासमिति ऊखीमठ. निर्देo- डायरेक्शन भट्ट.
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"गढ़वाली चक्रव्यूह" का प्रथम मंचन 25 फरवरी 1995 को परेड ग्राउंड देहरादून में किया गया था, जबकि इसकी रचना वर्ष 1993-94 में आचार्य कृष्णानन्द नौटियाल द्वारा की गयी थी। इस महानाट्य का मंचन क्रमश:शरदोत्सव पौड़ी, मसूरी, फरीदाबाद, गुप्तकाशी, जवाहर नवोदय, भारतीयम् आदि प्रतिष्ठित मंचों पर सम्पन्न होने के 6 साल बाद इसी स्क्रिप्ट को आधार मानकर आचार्य कृष्णानन्द नौटियाल, डाo पुरोहित एवं स्वo सर्वेश्वर दत्...
आचार्य कृष्णानन्द नौटियाल द्वारा रचित, निर्देशित एवं अभिनीत मकरव्यूह महानाट्य का शुभारम्भ।
มุมมอง 24828 วันที่ผ่านมา
महाभारत कालीन युद्ध के सोहलवें दिन,उस दिन के सेनापति अंगराज कर्ण द्वारा सेनाओं को मकर (मछली) की आकृति में खड़ा किया गया था। जिसे महामत्स्य व्यूह या मकरव्यूह कहा जाता है। इस व्यूह की रचना अंगराज कर्ण द्वारा वस्तुत: अर्जुन को वन्दी बनाने के उद्देश्य से की गयी, परन्तु भगवान श्रीकृष्ण की सफल युद्धनीति और भगवान परशुराम जी द्वारा दिए गये श्राप के कारण रथ का पहिया धंसने से विद्या भूल चुके कर्ण को अन्त...
"मकरव्यूह" आचार्य कृष्णानन्द नौटियाल- रचना निर्देशन लोककला प्रेम की श्रीगणेश गणी जी द्वारा प्रशंसा।
มุมมอง 216หลายเดือนก่อน
आचार्य कृष्णानन्द नौटियाल रचित, निर्देशित एवं संवाद प्रेषित "मकरव्यूह" के शानदार मंचन पर उत्तराखण्ड संस्कृति निदेशालय, हिमालियन संस्कृति केंद्र नीबूवाला देहरादून में निनाद कार्यक्रम के दौरान श्री गणेश खुगशाल "गणी" जी एवं श्री अनिल बिष्ट जी द्वारा शानदार समीक्षा के साथ ही हम केदारघाटी मण्डाण ग्रुप के सभी कलाकारों को पुरस्कृत भी किया।
*आचार्य कृष्णानन्द नौटियाल द्वारा रचित मकरव्यूह महानाट्य में घटोत्कच-वध*
มุมมอง 59911 หลายเดือนก่อน
महाभारत काल में सोहलवें दिन कर्ण को देवराज इन्द्र द्वारा अमोघ शक्ति प्रदान की गयी थी, जिसका प्रयोग अर्जुन बध के लिए किया जाना था, परन्तु भगवान श्री कृष्ण की युद्ध नीति के अनुसार आज हिडम्ब प्रदेश से घटोत्कच को बुलाया गया है। भीम पुत्र घटोत्कच स्व-पराक्रम से कौरवों के छक्के छुड़ा देते हैं। अपनी हार सुनिश्चित जानकर दुर्योधन कर्ण को घटोत्कच पर अमोघ अस्त्र छोड़ देने की आज्ञा प्रदान करते हैं। कर्ण द्...
*आचार्य कृष्णानन्द नौटियाल द्वारा रचित मकरव्यूह में कर्ण- वध। मण्डाण ग्रुप केदारघाटी*
มุมมอง 69911 หลายเดือนก่อน
Krishna Nand Nautiyal. से वीडियो
*आचार्य कृष्णानन्द नौटियाल द्वारा रचित मकरव्यूह महानाट्य में दुशासन वध*
มุมมอง 1.7K11 หลายเดือนก่อน
महाभारत कालीन युद्ध विधा मकरव्यूह, जिसकी रचना महारथी कर्ण के द्वारा महाभारत युद्ध के सोहलवें दिन अर्जुन को बन्दी बनाकर उसका वध करने के उद्देश्य से की गयी थी। आज महर्षि कर्ण के पास देवराज इंद्र द्वारा दी गई अमोघ शक्ति है। जिसका प्रयोग अर्जुन-वध के लिए किया जाना है। परंतु भगवान श्री कृष्णा की युद्ध नीति के करण हिड़म प्रदेश से घटोत्कच को बुलाया गया है जो कौरवों की सेना को तहस -नहस कर देते हैं। मजब...
केदारघाटी में पाण्डव लीलाएं,आचार्य कृष्णानन्द नौटियाल, एक वार्ता
มุมมอง 62ปีที่แล้ว
आखिर पाण्डव संस्कृति केदारघाटी में आई कैसे,, क्रमिक वार्ता।
*पाण्डव संस्कृति, केदारघाटी और बदरीघाटी में कैसे आई ? जानिए, आचार्य कृष्णानन्द नौटियाल से*
มุมมอง 309ปีที่แล้ว
*पाण्डव संस्कृति केदारघाटी एवं बदरीघाटी में कैसे आई, जानिए, आचार्य कृष्णानन्द नौटियाल से,
#मकरव्यूह_महानाट्य (गढ़वाली में) सम्पूर्ण (घटोत्कच,कर्ण,दु:शासन वध की कथा)
มุมมอง 1.3Kปีที่แล้ว
महाभारतमाख्यानं य : पठेत् सुसमाहित। स गच्छेत् परमां सिद्धिं इति मे नास्ति संशय:।। महाभारत कालीन युद्ध विधा मकरव्यूह,गढ़वाली महानाट्य सोहलवें दिन के महारथी कर्ण द्वारा रचित यह महानाट्य, जिसमें मकर अर्थात् महामत्स्य की आकृति में सेनाओं को खड़ा किया जाता था। इस व्यूह में प्रवेश करने हेतु दो मुख्य द्वार होते थे। जबकि अन्दर जाकर दोनों तरफ तीन-तीन द्वार होते थे। कुल मिलाकर आठ द्वारों वाले इस व्यूह की...
महाभारत मंडाण--भाग--2 (गढ़वाली-- चक्रव्यूह कथा) द्वारा- आचार्य कृष्णानन्द नौटियाल
มุมมอง 867ปีที่แล้ว
*अष्टादश पुराणानि धर्मशास्त्राणि सर्वश:*। *वेदा:साङ्गास्तथैकत्र भारती चैकत: स्थितम्*।। *यथा समुद्रो भगवान् यथा मेरुर्महान् गिरि:।* *उभौ ख्यातौ रत्ननिधि: तथा भारत मुच्यते।।* *इदं भारतमाख्यानं य: पठेत् सुसमाहित:।* *स गच्छेत् परमां सिद्धिमिति मे नास्ति संशय:।।* ( *स्वर्गारोहण पर्व*) 🙏उत्तराखण्ड की केदारघाटी में स्थित गांवों की लोकपरम्परा में रचे-बसे पाण्डवों के अनुष्ठानिक एवं अर्द्धानुष्ठानिक कार्...
गढ़वाली चक्रव्यूह(सम्पूर्ण)लेखक निर्दे०-आचार्य कृष्णानन्द नौटियाल रचना-1994,प्रथम प्रस्तुति -25-2-95
มุมมอง 6Kปีที่แล้ว
*गढ़वाली चक्रव्यूह के बारे में* *अष्टादश पुराणानि धर्मशास्त्राणि सर्वश:*। *वेदा:साङ्गास्तथैकत्र भारती चैकत: स्थितम्*।। *यथा समुद्रो भगवान् यथा मेरुर्महान् गिरि:।* *उभौ ख्यातौ रत्ननिधि: तथा भारत मुच्यते।।* *इदं भारतमाख्यानं य: पठेत् सुसमाहित:।* *स गच्छेत् परमां सिद्धिमिति मे नास्ति संशय:।।* ( *स्वर्गारोहण पर्व*) 🙏उत्तराखण्ड की केदारघाटी में स्थित गांवों की लोकपरम्परा में रचे-बसे पाण्डवों के अनुष...
महाभारत मण्डन | BHAG 1
มุมมอง 3.4K2 ปีที่แล้ว
महाभारत मण्डन | BHAG 1 वर्ष उन्नीस सौ 94 में मेरे द्वारा रचित गढ़वाली चक्रव्यूह का पहला मंचन "अखिल गढ़वाल सभा देहरादून द्वारा आयोजित कौथिग-95" जो कि उत्तराखंड राज्य आंदोलन कार्यों के लिए समर्पित था, उस आयोजन के अवसर पर 25 फरवरी 1995 को पहला मंचन संपन्न हुआ था। पुनीत पावन कार्य हेतु और केदार घाटी के पांडव देवताओं को देहरादून में आमंत्रित करने के लिए अखिल गढ़वाल सभा का धन्यवाद ज्ञापित करने के साथ...
"भारत माता की जय "चिरविदा सेनापति" भारत के प्रथम सीडीएस जनरल विपिन रावत जी को काव्यात्मक श्रद्धांजलि
มุมมอง 2383 ปีที่แล้ว
"चिरविदा सेनापति" भारतवर्ष के प्रथम सी डी एस,जनरल विपिन रावत जी को काव्यात्मक श्रद्धांजलि,,
"नशामुक्ति-अभियान"समाज का कलंक-नशा (करें कोशिश सभी मिलकर नशे से पार पाने की)
มุมมอง 5313 ปีที่แล้ว
"नशामुक्ति-अभियान"समाज का कलंक-नशा (करें कोशिश सभी मिलकर नशे से पार पाने की)
प्रकृति देवी ने किया द्वितीयकेदार मद्महेश्वर का महाभिषेक। जलमग्न हुआ धाम। वीडियो अभिषेक गौण्डारी।
มุมมอง 2493 ปีที่แล้ว
प्रकृति देवी ने किया द्वितीयकेदार मद्महेश्वर का महाभिषेक। जलमग्न हुआ धाम। वीडियो अभिषेक गौण्डारी।
"प्रकृति"श्रीमती विनीता भट्ट (चमोली) द्वारा रचित कविता, प्रकृति - पीड़ा की शानदार अभिव्यक्ति।
มุมมอง 3373 ปีที่แล้ว
"प्रकृति"श्रीमती विनीता भट्ट (चमोली) द्वारा रचित कविता, प्रकृति - पीड़ा की शानदार अभिव्यक्ति।
ग्राम-गुप्तकाशी-सांकरी, संयुक्त कीर्तन मण्डली बूढ़ा विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में।
มุมมอง 2343 ปีที่แล้ว
ग्राम-गुप्तकाशी-सांकरी, संयुक्त कीर्तन मण्डली बूढ़ा विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में।
भगवती मां राकेश्वरी (रांसी) पवित्र मधुगंगा स्नान जलयात्रा।
มุมมอง 1693 ปีที่แล้ว
भगवती मां राकेश्वरी (रांसी) पवित्र मधुगंगा स्नान जलयात्रा।
ग्राम-सांकरी, कीर्तन मण्डली द्वारा श्री बूढ़ा काशीविश्वनाथ मन्दिर में कीर्तन
มุมมอง 2113 ปีที่แล้ว
ग्राम-सांकरी, कीर्तन मण्डली द्वारा श्री बूढ़ा काशीविश्वनाथ मन्दिर में कीर्तन
अपनी रीत अपना गीत(नृत्य गायन कविता पाठ योगासन) नृत्य मां कु०स्नेहा ग्राम- सोगना -मणिपुर
มุมมอง 6023 ปีที่แล้ว
अपनी रीत अपना गीत(नृत्य गायन कविता पाठ योगासन) नृत्य मां कु०स्नेहा ग्राम- सोगना -मणिपुर
अपणि_रीत- अपणा गीत (गायन नृत्य कविता पाठ योगासन) नृत्य मां- कु०-साक्षी- सोगना मणिपुर
มุมมอง 5743 ปีที่แล้ว
अपणि_रीत- अपणा गीत (गायन नृत्य कविता पाठ योगासन) नृत्य मां- कु०-साक्षी- सोगना मणिपुर
अपणि_रीत-अपणा_गीत(गायन गीत कविता पाठ योगासन) गायन मां -अनसुया कुमार ग्राम- नारंगी कुरुड़ घाट
มุมมอง 5803 ปีที่แล้ว
अपणि_रीत-अपणा_गीत(गायन गीत कविता पाठ योगासन) गायन मां -अनसुया कुमार ग्राम- नारंगी कुरुड़ घाट
अपणि_रीत-अपणा_गीत(नृत्य गायन कविता पाठ योगासन) गायन मां-सचिन भारती, ग्राम- नारंगी घाट चमोली
มุมมอง 2793 ปีที่แล้ว
अपणि_रीत-अपणा_गीत(नृत्य गायन कविता पाठ योगासन) गायन मां-सचिन भारती, ग्राम- नारंगी घाट चमोली
अपणि_रीत-अपणा_गीत(नृत्य गायन कविता पाठ योगासन) गायन मां-वत्सल जुयाल श्रीनगर बटि
มุมมอง 1.2K3 ปีที่แล้ว
अपणि_रीत-अपणा_गीत(नृत्य गायन कविता पाठ योगासन) गायन मां-वत्सल जुयाल श्रीनगर बटि
अपणि_रीत-अपणि_गीत(गायन नृत्य कविता पाठ योगासन)-नृत्य मां संस्कृति भट्ट मोलधार, टिग-मुंबई बटि
มุมมอง 5283 ปีที่แล้ว
अपणि_रीत-अपणि_गीत(गायन नृत्य कविता पाठ योगासन)-नृत्य मां संस्कृति भट्ट मोलधार, टिग-मुंबई बटि
अपणि_रीत-अपणा_गीत(गायन नृत्य कविता पाठ योगासन) कविता पाठ मां- समीक्षा भंडारी बैंज्वाड़ी टिग०उफल्डा
มุมมอง 7333 ปีที่แล้ว
अपणि_रीत-अपणा_गीत(गायन नृत्य कविता पाठ योगासन) कविता पाठ मां- समीक्षा भंडारी बैंज्वाड़ी टिग०उफल्डा
अपणि_रीत-अपणा_गीत(गायन नृत्य कविता पाठ योगासन) नृत्य मां संजना सकलानी तिखोन - मुम्बई
มุมมอง 5863 ปีที่แล้ว
अपणि_रीत-अपणा_गीत(गायन नृत्य कविता पाठ योगासन) नृत्य मां संजना सकलानी तिखोन - मुम्बई
अपणि_रीत-अपणा_गीत(गायन नृत्य कविता कवितापाठ योगासन) गायन मां चित्रा पाठक, जहरीखाल पौड़ी बटि
มุมมอง 1.4K3 ปีที่แล้ว
अपणि_रीत-अपणा_गीत(गायन नृत्य कविता कवितापाठ योगासन) गायन मां चित्रा पाठक, जहरीखाल पौड़ी बटि
अपणि_रीत-अपना_गीत(नृत्य गायन कविता पाठ योगासन) नृत्य मां-आस्था हरियाली भरदार बटि
มุมมอง 1.3K3 ปีที่แล้ว
अपणि_रीत-अपना_गीत(नृत्य गायन कविता पाठ योगासन) नृत्य मां-आस्था हरियाली भरदार बटि
बहुत सुंदर जय हो
बहुत सुन्दर आचार्य जी
Bahut sundar bhaiya ji
Bahut bahut sunder
Wah bahut sundar 🎉🎉
गुरुजी को प्रणाम बहुत बहुत धन्यवाद आपका अर्जुन नागलोक की जतरा के पहले कार्यक्रम मै मुझे गायन का मौका देने के लिए 🙏🙏🙏🙏
अति उत्तम, सराहनीय एवं प्रेरणादायक प्रयास। संस्कृति की लौ, आप लोगों के माध्यम से सतत लोगों को प्रकाशमान रखे।
Jay pando devta ki🎉🎉❤❤
बहुत सुंदर
जय गुरूदेव
श्री गणेशाय नमः। पाण्डव देवताओं की जय हो।
जय हो महारथी अर्जुन जी की🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
सादर प्रणाम आदरणीय गुरु जी अद्भुत प्रस्तुति
Nice
हर हर महादेव जय श्री कृष्णा जय पांच भाई पांडवों की सदा जय हो आदरणीय कृष्णानंद नोटियाल जी के चरणों में प्रणाम करता हुं और नमन वंदन करता हुं आप केदार घाटी के गौरव हैं बहुत सुंदर जय हो जय हो जय हो
Ager pandav nritya ka aayojan phly hota tha kabhi bhi toh aaj kyon nahi ho paa raha guptakashi mai jabki aas pass k sabhi gaaon m pandavleela ka aayojan kiya jaata hain
Aacharya ji ko shat shat naman aapkse ye aagrah hain ki guptakashi gaaon pandav leela se vanchit kyon hain jabki pandav k hathiyar bhi mandir prangan mai hain kya koi kivdantiya hain ish rahashya k peechy
जय गुरूदेव,🙏🙏🙏🙏
जय हो 🙏🙏💐💐
जय श्री राधे कृष्णा।। बहुत सुंदर प्रस्तुति गुरु जी 🌹🌹👏👏👏
हमारे उत्तराखण्ड की देवसंस्कृति को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए आपका हृदय से धन्यवाद। आप सचमुच सच्चे #संस्कृति_संदेश वाहक हैं।
बहुत ही सुन्दर
बहुत सुन्दर। विशेष कला का मंचन हेतु बधाई,शुभकामनाएं।
बहुत सुन्दर
अति सुंदर ❤🙏🙏
हमेशा की तरह इस बार भी शानदार गुरुजी❤🙏
🎉🎉 बहुत सुंदर प्रस्तुति आचार्य जी 🎉🎉
वाह बहुत बहुत सुन्दर प्रस्तुति
सिलगढ़ पट्टी के समस्त सम्माननीय महानुभावों,माताओं, बहिनों का हृदय के अन्तस् से कोटि-कोटि धन्यवाद।
भौत सुंदर प्रस्तुति❤❤
❤❤❤
जय हो पाण्डव देवताओं की।
बहुत बहुत बधाई एवं अनंत शुभकामनाएं आदरणीय गुरु जी बहुत सुन्दर अद्भुत प्रस्तुति
अद्भुत प्रस्तुति आदरणीय गुरु जी
Apke charno me parnam
❤❤❤शानदार लेखन आदरणीय आचार्य श्री कृष्णानंद नौटियाल जी का और ह्रदयशपर्शी प्रस्तुति
कारवाँ यूँ ही अनवरत चलता रहे
th-cam.com/video/PbicM--uY5w/w-d-xo.htmlsi=m_njktWCJdvCx3NK कमेंट करने हेतु लिंक पर क्लिक करें।
th-cam.com/users/shortsnZAC0CywtTM?feature=share
th-cam.com/users/shortsnZAC0CywtTM?feature=share कमेंट करने हेतु लिंक पर क्लिक करें।
देवभूमि की संस्कृति को इतनी ऊंचाई तक पहुंचाने वाले आचार्य कृष्णानन्द नौटियाल जी को शत् शत् शुभकामनाएं एवं हृदय से धन्यवाद
Sundar performance 🎉🎉😊
बहुत सुन्दर 🎉
जय श्री कृष्ण
बहुत सुन्दर प्रस्तुति गुरूजी प्रणाम
श्रीमान् अनिल बिष्ट जी का भी बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आभार।
लोक-संस्कृति संरक्षण में अहम भूमिका 🎉🎉🎉
हार्दिक धन्यवाद एवं आभार आपका आदरणीय खुगशाल साहेब!
Bahut sundar 🎉🎉🎉
Bhut adbhut chakravyuh darshan, and lots off congratulations 🎉🎉🎉🎉