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आचार्यजी आपने बिल्कुल सही कहा है.मगर अभी जो सनातन धर्म के अलावा और भी जो धर्म दुनिया मे जो है उन्की आध्यात्मिक व्यख्याये अलग है वह व्यख्याये आप बता रहे है उससे भिन्न है और सनातन धर्म इतर धर्म के तुलनामे सभी जलाशयो मे सब्से बडा जलाशय नजर आता है जिसमे सभी वह जरूरी चिजे है जो आध्यात्मिकता के और जाने मे उपयुक्त है और इतर धर्मो मे वह कमी और अधुरी या विचलित कर देने वाली या फिर भ्रमिय कर देती है.इस्के अलावा सनातन धर्म मे धार्मिक विषयोपर सवाल पुछ सक्ते है मगर कई और धर्म मे यह धर्म के विरुद्ध सवाल या धर्म पर अविश्वास माना जाता है.इस वजह से जो मन मे धर्म के प्रती कुछ सवाल होते है उस्मे स्पष्टता नही आती है.
@@Sanjeevkumar-hj7rs मै अगर बौद्ध धर्म को अपनाना चांहू तो *आप मुझे किस जाति का बौद्ध बनाओगे ॽॽॽ* ऊँची जाती वाले सवर्ण बौद्ध ॽॽॽ सामान्य जाती के बौद्ध ॽॽॽ या फिर नीच कुजात अछूत शुद्र जाती के बौद्ध ॽॽॽ क्या कहा !! बौद्ध में जाति-भेद नहीं होता ? 🙄🙄🙄 तो फिर ये ▪हीनयान ▪महायान ▪वज्रयान ▪भीमयान ▪थेरवाड ▪त्रिलोक ▪गरा ▪दरा ▪बेता ▪बेदा ▪फल्पा ▪थल्पा ▪दोम्बा ▪जोम्बा ▪बोडो ▪नोनो क्या होते हैं ??? या फिर आप मुझे नीच,कुजात,अछूत, शूद्र जाती का बौद्ध बनाओगे --जैसे कि ▪बुराकुमिन ▪पयाक्युन ▪यांग्बान ▪बीकजोंग ▪जिआंमिन ▪रोधियास ▪राग्यब्पा ▪वज्रधरा ▪मोन ▪गराबा यह तो बौद्ध धर्म की ऐसी अछूत जातियाँ हैं जिनका किसी भी बौद्ध मंदिर में प्रवेश तक वर्जित है •• तो बौद्ध भिक्षु बनना तो बहुत दूर की बात है।
आचार्य जी प्रणाम मैं आश्चर्यचकित हो जाता हूँ आपको सुनते हुए आपकी बातें हृदय को आच्छादित कर देती हैं चीर देती हैं बाप रे बाप इतनी त्वरा आपकी बातों में इतनी तीक्ष्ण और गहन अन्तर्दृष्टि शब्द नहीं हैं मेरे पास 🙏🙏🙏
आचार्य जी एक घंटा आपको सुनने के बाद ये समझ आया हमारे पास जो भी दिक्कत और परेशानियां है इसके कारण हम ही हैं और खुद से मुक्ति ही जीवन का उद्देश्य है जिसके लिए धर्म अति आवश्यक है 🙏🙏💐💐❤️❤️
बहुत-बहुत धन्यवाद है आपका आचार्य जी आपने धर्म कितनी बड़ी परिभाषा शायद मैंने 40 साल की उम्र में कभी किसी से नहीं सुनी थी और ना ही कहीं पड़ी थी अभी मेरी आर्थिक स्थिति थोड़ी कमजोर है यह थोड़े दिन में ठीक हो जाएगी मैं आपसे आकर जरूर मिलूंगा राम राम
आचार्य जी जैसे गुरु की प्राप्ति भगवद्गीता के कृष्ण प्राप्ति के समान है ,कोटि कोटि नमन 🙏आचार्य जी के कहने के बाद कहने को कुछ रह ही नहीं जाता , और कहने का कुछ मन भी नहीं करता , बस उनके शब्दों की गूंज को , गहराई को कुछ देर मौन रहकर मन में महसूस करते हुए आनंदित रहने का मन करता है l नमन है इस युगपुरुष को 🙏❤️
1 video ne Bohot sare doubts Mita diye... Only answers to today's so called intellectuals... Thank you acharyaji... For explaining religion in such lucid and simplest form ...
धर्मके अनैक नाम है जो महज तरीके है, मुक्ती यह एकही धर्म है..सच्चाईकी आस यह एकही सच्चाई हर धर्ममें है..मायाने हमारी आँखोंपर पर्दा डाला है..शतशत प्रणाम आचार्यजी.आपकी सत्यवाणी हमारे जगतका पुनरूत्थान करेगी.हम सब अत्यंत भाग्यशाली है आप हमें जागृत कर रहे हैं.
तुम्हें कौन सिखाएगा कि भोग कम करो ,भोग से शांति नहीं मिलती ये तुम्हें कौन सिखाएगा, दूसरों से ईर्ष्या मत रखो ,प्रेम कौन सिखाएगा ,करुणा कौन सिखायेगा एक बात ध्यान रखना गर्भ से बच्चा ना प्रेम ले कर पैदा होते हैं ना करुणा ये सिखानी पड़ती हैं इसलिए धर्म चाहिए 🔥🙏🙏🙏
Bilkul sahi bat hai aapki ,mai aapki bat se sahamat hun ,keli dharm ki bat ki hai apne to kahana chahunga ki ohh dharm nahi hai jo insanko dharm ke nap per bat de ,hindu ,muslim,shikh, isai, buddhist, yehh manav dwara sthapit karake insan ko dharm ke nap per bantawara kardeta hai , mere soch me manvata se badha kar koi dharm nahi hai ,
मैं कैसे वर्णन करूं आपकी ज्ञान की , अज्ञानी हूं मैं आपकी वीडियो देखता हु तो ऐसा लगता है, जितनी जिंदगी जी लिया, असल में वो जिंदगी थी ही नहीं। नतमस्तक हू आपके सामने पंकज ( बिहार , छपरा से)
गुरुजी वर्तमान में हम अपने आसपास धर्म का जो स्वरूप देखते हैं क्या वह सही है। आज धर्म का ठेका हमारे तमाम सत्संगी लोगों ने ले लिया है। हमारे मंदिर से फिल्मी गीतों पर भजन और नाच गाना तथा व्यास पीठ पर बैठकर पंडित जी वर्तमान में जो कथा कहते हैं क्या यही धर्म है। धर्म का शुद्ध रूप हमारे समाज में हमको दिखलाई नहीं देता। धर्म की बातें वेद संगत ही होनी चाहिए। आपको सुनकर बहुत अच्छा लगता है और धर्म का वास्तविक स्वरूप प्राप्त होता है
आचार्य जी ना जाने क्या हुआ , कैसे हो गया हैं..., सारी बातें जुड़ गयी जैसे किसी एक की बात करता हु तो सबकी मिल जाती है । सत्य हैं सब आप सबके लिए हो । लेकिन आप मेरे हो और मैं आपका
स्व धर्म पैदा होता है खुद को देखने में अपने अंदर, धर्म आइना है जो सत्य प्रतीत होता है देखने में मगर होता नही है, स्वबोध के बिना सब अधर्म है, बुद्ध ने इसी दिशा में विश्व को बहुत ही प्यारा रास्ता दिखा कर मुक्ति का मार्ग बताया है, भारत ने बुद्ध को नकारा है इस लिए लोगो की मानसिक स्थिति दुखदाई है।
अध्यात्म और विज्ञान एक दुसरे के पुरक है जब से मनुष्य अस्तित्व मे आया है तब ही से अध्यात्म है तब ही से विज्ञान है समय के साथ साथ अध्यात्म भी refine हुआ है और विज्ञान भी refine हुआ है अध्यात्म और विज्ञान दोनो ही के लिए मनुष्य को विवेकपूर्ण और बुध्दिमान होना आवश्यक है 🙏🏼🌹🙏🏼
धर्म व्यक्ति को जीवन जिने का तरिका सिखाता है जैसे एक अर्धमी के पास कुलहारी दुसरे धर्मी आदमी के पास कुल्हारी एक आदमी उसका उपयोगी आदमी सुखी लकडी़ काटकर जीविका पालन करेगा वही दुसरी आदमी चहे कोई पेंड़ चहे सुखी या जीवित किसी को काट कर पेट भरना चाहे गा यही धर्म है 🙏🙏
नैतिक शास्त्र सीखायेगा दया करुणा अहिंसा सहयोग आदि जरुरी नहीं धर्म से ही सीखें धर्मो मजहबों के नाम पर ही जीतने युद्ध हुआ खून-खराबा हुआ उतना राजनीति से भी नहीं हुआ यह बात आचार्य जी भी जानते हैं इसीलिए इतनी जोरसे बोलकर धर्म की रक्षा में लग गये
रामस्नेही जी नमस्कार 🙏 आचार्य जी के बोध पूर्ण वचनों से अपने जीवन को उत्तरोत्तर समृद्ध बनाते रहिए। इसके लिए आप आचार्य जी के मार्गदर्शन में संचालित अद्वैत फाउंडेशन से जुड़े रहें। इस लिंक पर क्लिक कर आप फाउंडेशन में निशुल्क रजिस्टर कर सकते हैं। acharyaprashan.org/enquiry?formid=203 फाउंडेशन के स्वयंसेवकों से सम्पर्क हेतु नं भी उपलब्ध हैं। 9643750710,9650585100 आचार्य जी के युटूब चैनल पर ज्वाइन आप्शन भी उपलब्ध है।
हमारे जीवन में जो कुछ भी सुंदरतम है ,श्रेष्ठतम है ,उच्चतम है वो हमें धर्म से मिला है और हमारे जीवन में जो कुछ भी न्यूनतम है ,निकृष्टतम है वो हमें स्वयं से मिला है🙇🙏🙏🙏
हमारे साधुसंतोंने,महापुरुषोंने हमें कौनसा रास्ता बताया है और हम कौनसे रास्तेपर चल रहे है यह देखने के लिये हमें अपने आपमें अंदर इमानदारीसे झांकना होगा!तोरा मन दर्पण कहलाये रे,भले बुरे सारे कर्मोको देखे और दिखायें!
Jay Shri Ram Guru Ji aapke Gyan Bhari baten sunkar man ATI prasann hua ISI tarah Gyan ka Sagar failate chale yah aapse hamari vinati hai Jay Shri Ram guruji
मूर्खों को कौन समझाए आचार्य जी ,वो जानना समझना कुछ चाहते नहीं हैं, बस कुछ भी बकते चले जाते हैं।धर्म का महत्व तो उसे ही पता है जो सच्चे रूप से धार्मिक है जो धर्म को असलियत में जनता है और उस मार्ग पर चलता है।
मनोज जी नमस्कार 🙏 आप उन भाग्यशाली लोगों में शामिल हैं जो आचार्य जी के सम्पर्क में आए हैं। आचार्य जी के बोध पूर्ण वचनों से जीवन को उत्तरोत्तर समृद्ध बनाते रहिए। आचार्य जी के मार्गदर्शन में संचालित अद्वैत फाउंडेशन से जुड़े रहने के लिए आप इस लिंक पर क्लिक कर रजिस्टर कर सकते हैं। acharyaprashant.org/enquiry?formid=203 To contact Volunteers dial 9643750710,9650585100 आचार्य जी के युटूब चैनल पर ज्वाइन आप्शन भी उपलब्ध है।
O my teacher , it's true , our body compale us to perform the way nature wants , the best example is all young ones even the old wants to meet up , what if the wise ones wouldn't have developed the protection against population ,and spiritual path always teach us to consume less or no consumption , so definitely spiritually developed people are already wise one , they know what to consume what not to consume .
"Religion Begins When Science Ceases" GOD is CREATER of creation..HE has revealed THE RELIGION. We must follow religion to know truth n justice. We have to lead life according to religion... according to commandments of GOD. You are exactly right Prashant Ji. ❤️🙏
हम उतने ही जंगली हैं जितना जंगल का कोई जानवर, अंतर बस ये है कि हम जंगल के जानवर से कहीं ज्यादा खतरनाक है क्योंकि अपनी जंगली वृत्तियों को रूप , आकार ,अभिव्यक्ति देने के लिए हमारे पास बुद्धि रूपी हथियार है । 👍🙏🙏🙏
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जीवन के महत्वपूर्ण प्रश्नों के समाधान हेतु: solutions.acharyaprashant.org
कभी आख़िरी परिणाम नहीँ आएगा फिर आप क्यों बता रहे हैं
आचार्यजी आपने बिल्कुल सही कहा है.मगर अभी जो सनातन धर्म के अलावा और भी जो धर्म दुनिया मे जो है उन्की आध्यात्मिक व्यख्याये अलग है वह व्यख्याये आप बता रहे है उससे भिन्न है और सनातन धर्म इतर धर्म के तुलनामे सभी जलाशयो मे सब्से बडा जलाशय नजर आता है जिसमे सभी वह जरूरी चिजे है जो आध्यात्मिकता के और जाने मे उपयुक्त है और इतर धर्मो मे वह कमी और अधुरी या विचलित कर देने वाली या फिर भ्रमिय कर देती है.इस्के अलावा सनातन धर्म मे धार्मिक विषयोपर सवाल पुछ सक्ते है मगर कई और धर्म मे यह धर्म के विरुद्ध सवाल या धर्म पर अविश्वास माना जाता है.इस वजह से जो मन मे धर्म के प्रती कुछ सवाल होते है उस्मे स्पष्टता नही आती है.
@@Sanjeevkumar-hj7rs
मै अगर बौद्ध धर्म को अपनाना चांहू तो *आप मुझे किस जाति का बौद्ध बनाओगे ॽॽॽ*
ऊँची जाती वाले सवर्ण बौद्ध ॽॽॽ
सामान्य जाती के बौद्ध ॽॽॽ
या फिर नीच कुजात अछूत शुद्र जाती के बौद्ध ॽॽॽ
क्या कहा !! बौद्ध में जाति-भेद नहीं होता ? 🙄🙄🙄
तो फिर ये
▪हीनयान
▪महायान
▪वज्रयान
▪भीमयान
▪थेरवाड
▪त्रिलोक
▪गरा
▪दरा
▪बेता
▪बेदा
▪फल्पा
▪थल्पा
▪दोम्बा
▪जोम्बा
▪बोडो
▪नोनो
क्या होते हैं ???
या फिर आप मुझे नीच,कुजात,अछूत, शूद्र जाती का बौद्ध बनाओगे --जैसे कि
▪बुराकुमिन
▪पयाक्युन
▪यांग्बान
▪बीकजोंग
▪जिआंमिन
▪रोधियास
▪राग्यब्पा
▪वज्रधरा
▪मोन
▪गराबा
यह तो बौद्ध धर्म की ऐसी अछूत जातियाँ हैं जिनका किसी भी बौद्ध मंदिर में प्रवेश तक वर्जित है •• तो बौद्ध भिक्षु बनना तो बहुत दूर की बात है।
आचार्य जी प्रणाम मैं आश्चर्यचकित हो जाता हूँ आपको सुनते हुए आपकी बातें हृदय को आच्छादित कर देती हैं चीर देती हैं बाप रे बाप इतनी त्वरा आपकी बातों में इतनी तीक्ष्ण और गहन अन्तर्दृष्टि शब्द नहीं हैं मेरे पास 🙏🙏🙏
आचार्य जी आप इतने सुन्दर ढंग से समझाते हैं मैंने कभी किसी के व्याख्यान मन से सुनें नहीं जीतने आप के सुन रही हूं आप को कोटि कोटि धन्यवाद ❤❤
आचार्य जी एक घंटा आपको सुनने के बाद ये समझ आया हमारे पास जो भी दिक्कत और परेशानियां है इसके कारण हम ही हैं और खुद से मुक्ति ही जीवन का उद्देश्य है जिसके लिए धर्म अति आवश्यक है 🙏🙏💐💐❤️❤️
बहुत-बहुत धन्यवाद है आपका आचार्य जी आपने धर्म कितनी बड़ी परिभाषा शायद मैंने 40 साल की उम्र में कभी किसी से नहीं सुनी थी और ना ही कहीं पड़ी थी अभी मेरी आर्थिक स्थिति थोड़ी कमजोर है यह थोड़े दिन में ठीक हो जाएगी मैं आपसे आकर जरूर मिलूंगा राम राम
आचार्य जी जैसे गुरु की प्राप्ति भगवद्गीता के कृष्ण प्राप्ति के समान है ,कोटि कोटि नमन 🙏आचार्य जी के कहने के बाद कहने को कुछ रह ही नहीं जाता , और कहने का कुछ मन भी नहीं करता , बस उनके शब्दों की गूंज को , गहराई को कुछ देर मौन रहकर मन में महसूस करते हुए आनंदित रहने का मन करता है l
नमन है इस युगपुरुष को 🙏❤️
1 video ne Bohot sare doubts Mita diye...
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Thank you acharyaji... For explaining religion in such lucid and simplest form ...
धर्मके अनैक नाम है जो महज तरीके है, मुक्ती यह एकही धर्म है..सच्चाईकी आस यह एकही सच्चाई हर धर्ममें है..मायाने हमारी आँखोंपर पर्दा डाला है..शतशत प्रणाम आचार्यजी.आपकी सत्यवाणी हमारे जगतका पुनरूत्थान करेगी.हम सब अत्यंत भाग्यशाली है आप हमें जागृत कर रहे हैं.
Aacharya ji mahatvpurn jankari ke liye aapka बहुत-बहुत dhanyvad Jay Shri Ram Jay Hind vande Mataram 🇮🇳
Acharya ji, your videos should be displayed in masses for school and university students. You are doing a phenomenal job🙏🙏
बहुत ही सटीक बात,कि दर्द तो हम सब अकेले ही झेलते हैं,तो यात्रा भी खुद ही करनी होगी🙇🙏आसान शब्दों में बड़ी बात
तुम्हें कौन सिखाएगा कि भोग कम करो ,भोग से शांति नहीं मिलती ये तुम्हें कौन सिखाएगा, दूसरों से ईर्ष्या मत रखो ,प्रेम कौन सिखाएगा ,करुणा कौन सिखायेगा एक बात ध्यान रखना गर्भ से बच्चा ना प्रेम ले कर पैदा होते हैं ना करुणा ये सिखानी पड़ती हैं इसलिए धर्म चाहिए 🔥🙏🙏🙏
गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।
गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः।।
गुरु पूर्णिमा
धर्म ही एकमात्र समाधान है आजकल की समस्यायों का। आचार्य जी
Bilkul sahi bat hai aapki ,mai aapki bat se sahamat hun ,keli dharm ki bat ki hai apne to kahana chahunga ki ohh dharm nahi hai jo insanko dharm ke nap per bat de ,hindu ,muslim,shikh, isai, buddhist, yehh manav dwara sthapit karake insan ko dharm ke nap per bantawara kardeta hai , mere soch me manvata se badha kar koi dharm nahi hai ,
शत्ः शत्ः नमन है ...आपने सटीक अनुभुतीका मानवजीव को आध्यतम् का दृष्य दिखाया ....जयश्रीराम !
Dharma ke vishay me itni clarity, amazing
इतना सुन्दर और आसन तरिके से आपने समझाया कि आनन्द आ गया प्रणाम आचार्य जी |
बहुत बहुत धन्यवाद, गुरु जी, धर्म की, परिभाषा, बहुत,गुड, रहस्य, बताया, है
प्रकृति की मूल ताकत कामवासना और शरीर का संरक्षण ,इसी का खेल जंगल में भी चलता है और हमारे शहरों में भी।⚡🙏🙏
आचार्य जी आपका प्रवचन धर्म के पालन हेतु बहुत ही प्रेरणा दायक है। आपको सादर नमन करते हुए बहुत-बहुत धन्यवाद।
मैं कैसे वर्णन करूं आपकी ज्ञान की ,
अज्ञानी हूं मैं
आपकी वीडियो देखता हु तो ऐसा लगता है,
जितनी जिंदगी जी लिया, असल में वो जिंदगी थी ही नहीं।
नतमस्तक हू आपके सामने
पंकज ( बिहार , छपरा से)
Bohat Umda Acharya Prashant Jee.
गुरुजी वर्तमान में हम अपने आसपास धर्म का जो स्वरूप देखते हैं क्या वह सही है। आज धर्म का ठेका हमारे तमाम सत्संगी लोगों ने ले लिया है। हमारे मंदिर से फिल्मी गीतों पर भजन और नाच गाना तथा व्यास पीठ पर बैठकर पंडित जी वर्तमान में जो कथा कहते हैं क्या यही धर्म है।
धर्म का शुद्ध रूप हमारे समाज में हमको दिखलाई नहीं देता। धर्म की बातें वेद संगत ही होनी चाहिए।
आपको सुनकर बहुत अच्छा लगता है और धर्म का वास्तविक स्वरूप प्राप्त होता है
हर पल एक नई चुनौती होता है जो एक नया जवाब मांगता है अगर तुम सही जवाब दे पा रहे हो तो इसी का नाम धार्मिकता है♥️🙏
धर्म के बिना इंसान जानवर से बहुत निम्न हो जाता है , गुरुदेव आपका एक एक शब्द मानवता का है ! धन्यवाद !
Koti Koti naman !! Ye session Sab sune, yitna Khub surat prabhachan mene kavi Nai sunethe!
Sahi baat hai sir.
प्रणाम आचार्य जी... धर्म की आवश्यकता और मूल्यों के संबंध में मार्गदर्शन देने के लिए धन्यवाद ☺️।
Pranaam guruji ,,,,prem kaun sikhayega ,,,,,sambidhaan अति सुंदर
बहुत ही उत्कृष्ट और लाभप्रद विषय सुनने को मिली धर्म और अध्यात्म के ऊपर ,आभार व्यक्त नहीं कर सकते हैं 🙇🙇🙇🙏🙏🙏
धर्म नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिन्दी है हम वतन है हिन्दूस्तान हमारा
Shiv shai ...krishan hai hamare Acharya ji ...koti koti naman ...
Sai
ISS VIDEO KO 8 BILLION VIEWS MINE CHAHIYE....
Yes Uday ji.
This is a must watch video for entire India at least. We must share this with all Hindi speaking people we know.
🍁
सोना सबके लिए नहीं है साहब, लोहा हर किसी के पास मिल जाएगा, सोना बहुत कम लोग ही रख पाते हैं, ये वीडियो भी ऐसी ही है।
You are right bhai iron is everywhere but diamond is where who pay for diamond💎♦
धर्मों का मर्म अलग-अलग नहीं होता,
बशर्ते तुम मर्मदर्शी हो,
बशर्ते तुममें मर्म को देखने की ताकत है।
Aap aise hi sikhate rahiye prashant ji
आचार्य जी ना जाने क्या हुआ , कैसे हो गया हैं..., सारी बातें जुड़ गयी जैसे
किसी एक की बात करता हु तो सबकी मिल जाती है । सत्य हैं सब आप सबके लिए हो ।
लेकिन आप मेरे हो और मैं आपका
Bht bht bht behtreen knowledge
Aasha karta hu andho ki aankhe khul gayi hongi
Is vishay me manme bahut sare prashn the aaj un sabhi prashno ke uttar mil gaye sunkar acha laga
शहीद भगत सिंह नास्तिक थे फिर भी देश भक्त थे। इस विषय में कुछ बताए। आचार्य जी प्रणाम। 🌺🙏🌺🙏
Lekin bachpan mein to unhen dharmik sanskar mile hi honge
भगतसिंह पर भी आचार्य जी ने बोला है।वो परम आस्तिक थे।
तो सुनिए क्या कह रहे है आचार्य जी भगतसिंह पर।
भगतसिंह के जीवन से प्रेरणा
th-cam.com/video/f7uPzuC8vg8/w-d-xo.html
Thanks to advait foundation.
इतनी गहराई से विचार कोई सन्त ही कर सकते हैं । आप इस युग का हमारा कृष्णा आप का चरण स्पर्श 🙏🙏🙏🙏 इतनी क्लैरिटी जिसके कोई हद नहीं।
बहुत खूब
विज्ञान अधूरा विज्ञान है, अध्यात्म पूरा विज्ञान है
स्व धर्म पैदा होता है खुद को देखने में अपने अंदर, धर्म आइना है जो सत्य प्रतीत होता है देखने में मगर होता नही है, स्वबोध के बिना सब अधर्म है, बुद्ध ने इसी दिशा में विश्व को बहुत ही प्यारा रास्ता दिखा कर मुक्ति का मार्ग बताया है, भारत ने बुद्ध को नकारा है इस लिए लोगो की मानसिक स्थिति दुखदाई है।
Sir,
Your words directly touches the heart,
How to win being calm,
Respect & rest.....many more valuable words
अध्यात्म और विज्ञान एक दुसरे के पुरक है
जब से मनुष्य अस्तित्व मे आया है
तब ही से अध्यात्म है तब ही से विज्ञान है
समय के साथ साथ अध्यात्म भी refine हुआ है
और विज्ञान भी refine हुआ है
अध्यात्म और विज्ञान दोनो ही के लिए मनुष्य को विवेकपूर्ण और बुध्दिमान होना आवश्यक है
🙏🏼🌹🙏🏼
True explanation about religion. Hats off to you Acharya ji. I'm convinced with your views.
अाचार्यजी अापकि बिचारकाे सहृय प्रणाम ।
नमन आचार्य श्री
Bahut bahut dhanyvad Aacharya ji aap Vastav Mein Gyani Purush Hain
Swami Vivekananda words🙏
Sir hats off to u sir..your honor you have solved almost all of my complications and I recommend this channel to all my friends circle 🇮🇳
🙏🙏🙏🙏, धन्यवाद आचार्य जी सही मार्ग दर्शन के लिए🙏🙏
Namskar Achary parshant ji aap ka lectures sun kar dil bahut Shanti hoti hae & knowlege bhi. Thank u
O my teacher , the example of dirty water is very good , u r a great teacher I love the way you teach us, accept my love
Yes rashmi you are saying write.
बहुत सुन्दर कोई न बता पायेगा ये
Bahut khub
धर्म व्यक्ति को जीवन जिने का तरिका सिखाता है जैसे एक अर्धमी के पास कुलहारी दुसरे धर्मी आदमी के पास कुल्हारी एक आदमी उसका उपयोगी आदमी सुखी लकडी़ काटकर जीविका पालन करेगा वही दुसरी आदमी चहे कोई पेंड़ चहे सुखी या
जीवित किसी को काट कर पेट भरना चाहे गा यही धर्म है 🙏🙏
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यह बात आचार्य जी भी जानते हैं इसीलिए इतनी जोरसे बोलकर धर्म की रक्षा में लग गये
Excellent and 100% clear thoughts spirituality and science 👌
प्रणाम आचार्य जी
मानव धर्म-ही-सच्चा-धर्म-है-बातीको-तो धर्म-का धंदा-है सच्चा-ईंसान वही है जो-खुद-मानव हो-ये-पहेले-खुदकी-तो-पहेचान-करे-
G.O.A.T.
धन्यवाद आचार्य जी 🙏🙏🙏
True that.
Good lines sir
Scientist:- what is THE time
Saint:- what is TIME
रामस्नेही जी नमस्कार 🙏
आचार्य जी के बोध पूर्ण वचनों से अपने जीवन को उत्तरोत्तर समृद्ध बनाते रहिए।
इसके लिए आप आचार्य जी के मार्गदर्शन में संचालित अद्वैत फाउंडेशन से जुड़े रहें।
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9643750710,9650585100
आचार्य जी के युटूब चैनल पर ज्वाइन आप्शन भी उपलब्ध है।
ये विडियो सारी मानवता के लिये हैं.
Your explanation full of truth
नमन
हमारे जीवन में जो कुछ भी सुंदरतम है ,श्रेष्ठतम है ,उच्चतम है वो हमें धर्म से मिला है और हमारे जीवन में जो कुछ भी न्यूनतम है ,निकृष्टतम है वो हमें स्वयं से मिला है🙇🙏🙏🙏
प्रणाम आचार्य जी🙏🙏🙏
Thanks a lot Aacharya ji.
इंसान को इंसान बनाता है धर्म।🙏
🔥🙏
True 👍
बहुत सुंदर साहिब एम पी से आपके चरणौ मे नमन
Thanks to advait foundation 🙏🌺
सत्य कथन हैं।
Watched till 32:00 on 9 July 2024
Wah वाह क्या बात है
धर्म के द्वारा ही आदमी इन्सान बनता है , विना धर्म के आदमी जानबर होता है।
Thank you so much
हमारे साधुसंतोंने,महापुरुषोंने हमें कौनसा रास्ता बताया है और हम कौनसे रास्तेपर चल रहे है यह देखने के लिये हमें अपने आपमें अंदर इमानदारीसे झांकना होगा!तोरा मन दर्पण कहलाये रे,भले बुरे सारे कर्मोको देखे और दिखायें!
वाह😮😍
Good spich
Jay Shri Ram Guru Ji aapke Gyan Bhari baten sunkar man ATI prasann hua ISI tarah Gyan ka Sagar failate chale yah aapse hamari vinati hai Jay Shri Ram guruji
मूर्खों को कौन समझाए आचार्य जी ,वो जानना समझना कुछ चाहते नहीं हैं, बस कुछ भी बकते चले जाते हैं।धर्म का महत्व तो उसे ही पता है जो सच्चे रूप से धार्मिक है जो धर्म को असलियत में जनता है और उस मार्ग पर चलता है।
अध्यात्म की चर्चा करने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद्
मनोज जी नमस्कार 🙏
आप उन भाग्यशाली लोगों में शामिल हैं जो आचार्य जी के सम्पर्क में आए हैं। आचार्य जी के बोध पूर्ण वचनों से जीवन को उत्तरोत्तर समृद्ध बनाते रहिए।
आचार्य जी के मार्गदर्शन में संचालित अद्वैत फाउंडेशन से जुड़े रहने के लिए आप इस लिंक पर क्लिक कर रजिस्टर कर सकते हैं।
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Pranaam 🙏🙏
O my teacher , it's true , our body compale us to perform the way nature wants , the best example is all young ones even the old wants to meet up , what if the wise ones wouldn't have developed the protection against population ,and spiritual path always teach us to consume less or no consumption , so definitely spiritually developed people are already wise one , they know what to consume what not to consume .
Gem of India , koti koti naman
विशुद्ध धर्म चर्चा। अनुग्रह आचार्य जी।
Adbhut....
बहुत जबरदस्त आचार्य जी
Shahi bat hy bhai mere
Sir explained it so well
Man gye aap ka gyan
"Religion Begins When Science Ceases"
GOD is CREATER of creation..HE has revealed THE RELIGION. We must follow religion to know truth n justice. We have to lead life according to religion... according to commandments of GOD.
You are exactly right Prashant Ji. ❤️🙏
Every creation is god itself
Yes god i am who i am by god
Sochta hu ki adha video hi dekhunga lekin jab dekhana chalu karta hu to cut karne ka man hi nahi karta
आप मानवता की महान सेवा कर रहै है सादर प्रणाम धार्मिक अंधता ने देश बर्बाद कर रखा है लोग धर्म का सही अर्थ नही जानते आप की करुणा बहती रहे
Nice sir ji....
आपका हृदय से आभार कुछ सत्य सुनने को मिला।
हम उतने ही जंगली हैं जितना जंगल का कोई जानवर, अंतर बस ये है कि हम जंगल के जानवर से कहीं ज्यादा खतरनाक है क्योंकि अपनी जंगली वृत्तियों को रूप , आकार ,अभिव्यक्ति देने के लिए हमारे पास बुद्धि रूपी हथियार है । 👍🙏🙏🙏
Acharya ji cotti cotti naman ess ucch cotti ke gayan ke leeye 🙏🙏🕉️🕉️ I nerver heard like this 🙏🙏🕉️🕉️
ऊँ माधुर्य !! 🌿 🌹 🙏
कर्म शेष मे प्यारे भगवन तेरा नाम सुजाता है,
धन धन सतगुरू तेरा ही आसरा,