दहेजमुक्त विवाह की ग्राउन्ड रिपोर्ट सतलोक आश्रम भिवानी से | SA NEWS
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- เผยแพร่เมื่อ 19 ก.พ. 2024
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17 फरवरी को संत रामपाल जी महाराज का बोध दिवस है। इसी दिन से विश्व कल्याण के लिए अवतरित इस पूर्ण संत ने दिन रात एक कर दिया और कुछ ही वर्षों में वह कर दिखाया जो दुनिया भर के भविष्यवक्ता कहते आये हैं। संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में व कबीर परमेश्वर जी के निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में 17-20 फरवरी को 10 सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरा विश्व आमंत्रित है।
पूर्ण सतगुरू से दीक्षा लेकर मर्यादा में रहकर भक्ति करने से शुभ संस्कारों में वृद्धि होने से दुःख का वक्त सुख में बदलने लग जाता है।
समाज सुधारक संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में व कबीर परमेश्वर जी के निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में 17-20 फरवरी को 10 सतलोक आश्रमों में संत गरीबदास जी महाराज की अमरवाणी का खुला पाठ, शुद्ध देशी घी से निर्मित विशाल भंडारा, रक्तदान शिविर, नशामुक्त कार्यक्रम, दहेजमुक्त विवाह जैसे अद्भुत समाज सेवी कार्यक्रम चल रहे हैं। इस महासमागम के अवसर पर आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
संत रामपाल जी महाराज जी भक्त समाज को सतभक्ति मार्ग देकर मोक्ष की राह दिखा रहे हैं। समाज में फैली कुरीतियों दहेज प्रथा, नशा, भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करके एक सभ्य समाज की स्थापना कर रहे हैं।
ऐसे परम संत का 17 फरवरी को बोध दिवस (आध्यात्मिक जन्म दिवस) है।
सतगुरु रामपालजी महाराज ने भारत में लाखों विवाह दहेज रहित कराए हैं
जहां पर दहेज के लिए बेटी प्रताड़ित किया जाता है वहीं संत रामपाल जी महाराज के ज्ञान से हो रहे हैं दहेज मुक्त विवाह।
संत रामपाल जी महाराज के 10 सतलोक आश्रमों में हुआ रक्त दान।
बोध दिवस व निर्वाण दिवस स पर भक्तों ने किया रक्तदान।
संत रामपाल जी महाराज जी समाज में फैल रही सभी कुरितियां ज्ञान से समाप्त कर रहे हैं।
अब सच होगा सबका सपना दहेज मुक्त होगा भारत अपना
संत रामपाल जी महाराज जी के ज्ञान से प्रेरित होकर उनके शिष्य करते हैं दहेज मुक्त विवाह मात्र 17 मिनट में विवाह सम्पन्न।
संत रामपाल जी का उद्देश्य समाज को दहेज मुक्त नशा मुक्ति रिश्वत मुक्त बनाना है
संत रामपाल जी महाराज के बोध दिवस के उपलक्ष में विशाल भंडारा हुआ और दहेज मुक्त विवाह भी हुए।।
संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में उनके शिष्यों ने बोध दिवस व निर्वाण दिवस के मौके पर सतलोक आश्रमों में हज़ारों यूनिट हुआ रक्तदान।
संत रामपाल जी महाराज के ज्ञान से उनके अनुयाई दहेज प्रथा जैसे बुराई को समाप्त कर रहे हैं।
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य - दहेज मुक्त समाज, नशा मुक्त समाज, रिश्वतखोरी को समाप्त करना आदि आदि
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है कि समाज में बहुत सी कृतियों को दूर कर देना व दहेजमुक्त भारत बनान
दहेज नहीं तो निकाह नहीं, दहेज से किया जा रहा है बेटियों का मोल।
वहीं संत रामपाल जी महाराज जी के आशीर्वाद से हो रहे हैं अंतर्जातीय दहेज मुक्त विवाह। धर्म और जाति की बेड़ियों को तोड़कर कर रहे हैं बेटियों का जीवन खुशहाल।
दहेज जैसी बुराई का होगा अब जड़ से खात्मा
संत रामपाल जी महाराज नहीं चाहते कि किसी बहन - बेटी की हत्या दहेज के कारण हो।
इसलिए उनके सानिध्य में बिना कुछ लेन देन किए हज़ारों दहेज मुक्त शादियां की गई। जिनसे प्रेरणा लेकर समाज तेजी से उनका अनुसरण कर रहा है।
संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में दहेज मुक्त विवाह संपन्न हुआ
पूरे विश्व में आज संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण परमात्मा की सतभक्ति बताने वाले एक मात्र सतगुरु हैं संतरामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा लेकर नियम में रह कर दृण्डता से भक्ति करने से भक्तों को बहुत से लाभ प्राप्त होते हैं और पूर्ण मोक्ष भी होता है अर्थात जीवन मरण से छूट कारा मिल जाता है 🙏🏻🙏🏻
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है कि समाज से पाखंडवाद तथा कुरीतियों को दूर कर देना
समाज में ब्याप्त दहेज जैसी कुरीतियों को जड से मिटा.रहे हैं संत रामपाल जी महाराज।
बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर भक्तों ने किया रक्तदान।
संत रामपाल जी महाराज अद्वितीय कल्याणकारी विचारधारा के सच्चे समाजसुधारक संत हैं।
दहेज मुक्त शादी कुरीतियों का सफाया करने में संत रामपाल महाराज जी के अनुयाइयों का प्रयास अच्छ कदम है।
Satguru Rampal Maharaj ki Sandhya mein hi Dahej mukt Bharat banaenge
सन् 1518 वि. स. 1575, महीना माघ, शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी को कबीर साहेब जी मगहर से सशरीर सतलोक गये थे।
परमात्मा कबीर जी चार दाग से न्यारे हैं।
चदरि फूल बिछाये सतगुरु, देखे सकल जिहाना हो।
च्यारि दाग से रहत जुलहदी, अविगत अलख अमाना हो।।
संत रामपाल जी महाराज का दहेज मुक्त भारत बनाना जिससे कोई लड़की भोज न बने
भारत देश का सबसे अच्छा विवाह है।जो पूर्ण दहेज मुक्त विवाह है। भगवान की रमनी के द्वारा संपन्न हो जाता हैं
संत रामपाल जी ने अपने शिष्यों के लिए एक ऐसा समाज बना दिया है जहां नशे के लिए कोई स्थान नहीं है और ना ही नशीली वस्तुओं का व्यापार होता है। जहां जातिभेद का कोई अस्तित्व ही नहीं है। नशामुक्ति और दहेजमुक्ति जैसे वे सभी कार्य जो न सरकार कर सकी, न कोई कानून, न कोई धार्मिक संस्था कर सकी, न कोई अन्य समाज सुधारक यह कार्य तो केवल संत रामपाल जी महाराज ने अपने तत्वज्ञान से किया।
⛑️रक्तदान महादान संत रामपाल जी के सानिध्य में उनके अनुयायियों ने बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर हजारों यूनिट रक्त दान किया ताकि जरूरतमंद को रक्त उपलब्ध हो सके।
Bandi Chhod Satguru Rampal Ji Maharaj ki Jay Ho
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य - दहेज मुक्त समाज, नशा मुक्त समाज, रिश्वतखोरी को समाप्त करना आदि आदि ।
Kabir is Supreme God
गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है कि हे भारत! तू सर्वभाव से उस परमेश्वर की शरण में जा, उसकी कृपा से ही तू परमशांति को तथा सनातन परम धाम यानि सत्यलोक को प्राप्त होगा। जो 16 शंख कोस दूर है।
बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में सम्पन्न हुए रक्तदान शिविर, बने चर्चा का विषय
आदरणीय मलूकदास जी कहते हैं कि परमेश्वर कबीर जी मगहर से सशरीर सतलोक गए।
जपो रे मन सतगुरु नाम कबीर।
काँशी तज गुरु मगहर आये, दोनों दीन के पीर।
कोई गाड़े कोई अग्नि जरावै, ढूंडा न पाया शरीर।
चार दाग से सतगुरु न्यारा, अजरो अमर शरीर
हिन्दू व मुसलमान में जो भाईचारे, धार्मिक सामंजस्य का बीज परमेश्वर कबीर जी बो गए थे, उसकी मिसाल मगहर में आज भी देखी जा सकती है। मगहर से परमेश्वर कबीर जी सशरीर सतलोक गए थे। उस स्थान पर हिन्दू व मुसलमानों ने मंदिर व मजार 100 - 100 फुट की दूरी में यादगार बना रखी है।
कबीर, विहंसे कहयो तब तीनसै, मजार करो संभार।
हिन्दू तुरक नहीं हो, ऐसा वचन हमार।।
संत रामपाल जी महाराज जी का उदेश्य ही समाज में कभी भी बेटी बाेझ नबने इसी उदेश्य से यह दाईजो मुक्त विवाह सम्पन्न हाे रही हैं ।
धर्मदास जी ने कबीर साहेब की महिमा लिखी है:-
हिन्दू के तुम देव कहाये, मुसलमान के पीर। दोनो दीन का झगड़ा छिड़ गया, टोहे न पाये शरीर ।।
कबीर परमेश्वर ने हिन्दू मुसलमानों के बीच होने वाले गृहयुद्ध को टाल दिया। तथा बताया कि तुम सब एक परमात्मा के बच्चे हो। जब कबीर साहेब सशरीर मगहर से सतलोक गए थे तब उनके शरीर के स्थान पर सुगंधित फूल मिले, जिसे देख हिन्दू-मुस्लिम आपस में गले लगकर बहुत रोये।
समाज सुधारक सत गुरु रामपाल जी महाराज
दुनिया के सबसे महान संत रामपाल जी महाराज
Great True Spiritual Knowledge 🙏
बोध दिवस व निर्वाण दिवस पर हुए विशाल भंडारे व सत्संग समागम में रक्तदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर रक्तदान किया।
कबीरा साधु दर्शन राम के, मुख पर बसे सुहाग।
दर्श उन्हीं के होते हैं, जिनके पूर्ण भाग।।❤❤❤😂😂❤❤❤❤❤❤
नास्त्रेदमस के अनुसार ग्रेट शायरन यानी वह महान पुरुष जो कलयुग में सतयुग लाएगा वह संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं ।
बोध दिवस के उपलक्ष्य में व कबीर परमेश्वर जी के निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में 17-20 फरवरी को 10 सतलोक आश्रमों में विशाल शुद्ध देसी घी द्वारा निर्मित विशाल भंडारा चल रहा है। साथ ही निःशुल्क नाम दीक्षा भी दी जा रही है।
संत रामपालजी महाराज पूरे देश भर मे कुरीति को दूर कर रहे है
कबीर परमेश्वर मगहर से सशरीर सतलोक गए थे।
उनके शरीर के स्थान पर सुगंधित फूल पाए गए जो कबीर परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार दोनों धर्मों ने आपस में लेकर मगहर में 100 फुट के अंतर से एक-एक यादगार बनाई जो आज भी विद्यमान है।
यह दोनों धर्मों हिंदुओं और मुसलमानों में आपसी भाईचारे व सद्भावना की एक मिसाल का प्रमाण है।
गरीब, बिरसिंघ बघेला करै बीनती, बिजली खाँन पठाना हो।
दो चदरि बकसीस करी है, दीना यौह प्रवांना हो।।
कबीर साधु दर्शन राम के, मुख में बसे सुहाग।
दर्श उन्हीं को होते हैं , जिनके पूर्ण भाग्य।।
Sant Rampal Ji Maharaj ji ka uddeshy ki samaj mein bhavishya kritiyon ko dur kar dena aur Dahej mukt Bharat banana
कबीर,तीन लोक का राज है ब्रम्हा विष्णु महेश।
ऊंचा धाम कबीर का, सतलोक प्रदेश ।।गरीब ,जल थल पृथ्वी गगन में,बाहर भीतर एक।
पूर्ण ब्रह्म कबीर है, अविगत पुरुष अलेख।।🙏
शरण पड़े को गुरु सम्हाले , जान के बालक भोला रे।
कहे कबीर चरण चित राखो , ज्यों सुई में डोरा रे।
संत रामपाल जी महाराज द्वारा सभी सतलोक आश्रम मैं चार दिवसीय महासागर का आयोजन किया गया था जिसमें संपूर्ण विश्व आमंत्रित किया था और इस महासभा में शुद्ध देसी घी से बना भंडारा सत्संग निशुल्क नाम दीक्षा ब्लड डोनेशन कैंप तथा दहेज मुक्त विभाग आदि आदि की व्यवस्था है थी संत रामपाल जी महाराज की संपूर्ण विश्व में एकमात्र पूर्ण संत है जो सभी धर्म शास्त्रों के अनुसार पूर्ण परमात्मा की सद्भक्ति बताते हैं जिसे करने से सभी सुख तथा पूर्ण मोक्ष की प्राप्ति होती है
हिन्दू व मुसलमान में जो भाईचारे, धार्मिक सामंजस्य का बीज परमेश्वर कबीर जी बो गए थे, उसकी मिसाल मगहर में आज भी देखी जा सकती है। मगहर से परमेश्वर कबीर जी सशरीर सतलोक गए थे। उस स्थान पर हिन्दू व मुसलमानों ने मंदिर व मजार 100 - 100 फुट की दूरी में यादगार बना रखी है।
कबीर, विहंसे कहयो तब तीनसै, मजार करो संभार।
हिन्दू तुरक नहीं हो, ऐसा वचन हमार।।
🛸कबीर परमेश्वर मगहर से सशरीर सतलोक गए थे।
उनके शरीर के स्थान पर सुगंधित फूल पाए गए जो कबीर परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार दोनों धर्मों ने आपस में लेकर मगहर में 100 फुट के अंतर से एक-एक यादगार बनाई जो आज भी विद्यमान है।
यह दोनों धर्मों हिंदुओं और मुसलमानों में आपसी भाईचारे व सद्भावना की एक मिसाल का प्रमाण है।
गरीब, बिरसिंघ बघेला करै बीनती, बिजली खाँन पठाना हो।
दो चदरि बकसीस करी है, दीना यौह प्रवांना हो।।
सभी को ऐसे ही साधारण तरीके से शादी करनी चाहिए।
संत रामपाल जी महाराज सत्संग में बताते है कि परमात्मा ने लड़का लड़की का विवाह संस्कार पूर्व ही निर्धारित किया होता है। बिल्कुल सादगी से विवाह करना है। न बैंड बाजा डीजे और घुड़सवारी आदि नहीं होती।
Purn Permeshwar Kabir Saheb Ji Ki Jay Ho Ho 🙏🌹
संत रामपाल जी महाराज अपने सत्संग वचनो में बताते हैं की परमात्मा ने लड़के व लड़की का संस्कार पूर्व निर्धारित कर रखा है। हम इसमें परिवर्तन नहीं कर सकते। विवाह वचन से होता है उसके लिए दहेज जैसे बाहरी आडंबर, दिखावे की कोई जरूरत नहीं है।
कबीर,तीन लोक का राज है ब्रम्हा विष्णु महेश।
ऊंचा धाम कबीर का, सतलोक प्रदेश ।।गरीब ,जल थल पृथ्वी गगन में,बाहर भीतर एक।
पूर्ण ब्रह्म कबीर है, अविगत पुरुष अलेख।।
कबीर, पीछे लाग्या जाऊं था, मैं लोक वेद के साथ।
रास्ते में सतगुरु मिले, मौहे दीपक दीन्हा हाथ।।
संत रामपाल जी महाराज के जी के सानिध्य में दहेज मुक्त विवाह का आयोजन हो रहा है जिससे अनेकों कुरीतियों जैसे दहेज प्रथा एवं भ्रूण हत्या जैसे पापों से मानव समाज बच रहा है।
कबीर, नौ मन सूत उलझिया, ऋषि रहे झख मार।
सतगुरू ऐसा सुलझा दे, उलझे न दूजी बार।।
मगहर से सशरीर सतलोक गमन
तब का वर्णन संत गरीब दास जी ने किया है कि
तहां वहां चादरि फूल बिछाये, सिज्या छांड़ी पदहि समाये।
दो चादर दहूं दीन उठावैं, ताके मध्य कबीर न पावैं।।
Satgurudev Ki Jay
आदरणीय धर्मदास जी ने बताया कि जब परमेश्वर कबीर जी मगहर से सशरीर सतलोक गये तब हिन्दू मुसलमान आपस में कबीर साहेब के शरीर का अपनी धार्मिक रीति से अंतिम संस्कार करने के लिए लड़ने को तैयार थे लेकिन उन्हें वहां कबीर साहिब जी का शरीर नहीं मिला अर्थात कबीर साहिब अविनाशी परमेश्वर हैं। आज मोहे दर्शन दियो जी कबीर। हिन्दू के तुम देव कहाये, मुसलमान के पीर। दोनों दीन का झगड़ा छिड़ गया, टोहे ना पाये शरीर।।
दहेज रूपी राक्षस का अंत हो रहा है।
सभी ने दहेज की मांग के कारण हो रही हत्याओं की खबरें पढ़ी होंगी।लेकिन हाथ जोड़ कर यह कहने वाले कि "हमें दहेज के रुप में एक रुपया भी नही चाहिए"। ऐसे लोगों को देखना है तो संत रामपाल जी महाराज के आश्रमों में आइए।
Dowry free marriage under guidance of saintrampalji maharaj in Bhiwani Haryana
कठिन मार्ग कबीर का, पग धरि सके न कोय।
दौड़ सके कोई सुरमा, जा धड़ शीश न होय।।
Great Guru Dev Sant Rampal Ji Maharaj 🙏
To get the body of God Kabir ji, both the Hindus and the Muslims came to Maghar preparing for a fight, but when fragrant flowers were found in place of the body, both of them started crying hugging each other.
Sant Rampal Ji Maharaj
कबीर साहेब जी कहते है,
मानुष जन्म दुर्लभ है यह मिले ना बारंबार जैसे तरवर से पत्ता टूट गिरे फिर बहुर ना लगता डार ||
Koti koti parnam ji Gurudev ji
🛸परमेश्वर कबीर साहेब जी का मगहर से सशरीर सतलोक गमन
गरीब, नूर नूर निरगुण पद मेला, देखि भये हैराना हो।
पद ल्यौलीन भये अविनाशी, पाये पिण्ड न प्राणा हो।।
संत गरीबदास जी ने बताया कि परमेश्वर कबीर जी जब सतलोक को गए तब किसी को परमेश्वर का शरीर नहीं मिला, अर्थात परमेश्वर कबीर जी अविनाशी हैं। ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 4 मंत्र 3 में लिखा है वह अविनाशी परमात्मा सशरीर अपने निज लोक को चला जाता है जहां से वह आता है।
Jay ho bandi chhod ki
कबीर साहेब मगहर से सशरीर सतलोक गये।
कीन्हा मगहर पियाना सतगुरु, कीन्हा मगहर पियाना हो।
दोनो दीन चले संग जाके, हिन्दू-मुसलमाना हो।।
माघ महीना शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी वि.सं.1575 सन् 1518 को अविनाशी परमात्मा कबीर साहेब मगहर से सशरीर सतलोक गये। उनके शरीर के स्थान पर केवल सुगन्धित पुष्प मिले थे।
Bandi.chhod.ji.ki.jai.🙏🙏❤
Jai ho bandi chhod ki
Jai Ho Bandi Chhod Ki👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏
The aim of Sant Rampalji Maharaj is to make drowry free drug free society.
गीता अध्याय 15 श्लोक 17 में कहा है कि वास्तव में परमात्मा तो क्षर पुरुष व अक्षर पुरुष से अन्य है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण-पोषण करता है।
समाज कल्याण में बहुत बड़ा कदम
रामपाल जी महाराज जी समाज सुधार कार्य कर रहे हैं
बहुत ही सुन्दर जानकारी है दी है
Really amazing marriage🎉
जय हो बंदी छोड़ की
Sant rampal ji Maharaj ji ka upadesha he ki samaj me bahut si kutriyo ko dur kar dena v dahej mukat vivah ho
बहुत ही सारानीय कार्य है |
Sat sahib ji 🎉🎉
Sat guru Rampal maharaj is tetwdrshi sant
Sat saheb ji
manav samaj se kuriti ka samul nash sant rampalji ke tatv gyan aadhar se
Satsaheb 🙏🙏
Dowry free India by saint rampal ji maharaj
सतसहायबजी
Sahi kam h🙏🙏🙏
Great sant Rampal
Sat shaheb
🙏🙏🙏
👌🥰🙏
Very nice news
❤❤
Dowry free marrige by sanit rampal ji maharaj ji😊
❤❤❤❤