शिवान त्रिवेदी नारायणअपन आपको शास्त्रों पूर्ण विद्वान समझ रहे हो और आपको केकाभीज्ञा ननहीं है करणी तज कटनी कसे अज्ञानी दिन रात और कुकर सो भोक फेरे सुनीसुनाई बात यह सिर्फ बातों में उलझाता है और सच को मानता नहीं है
शिवांश नारायण की बातों को सुनकर ऐसा लगता है कि महर्षि दयानंद कि पुस्तक सत्यार्थ प्रकाश के कुछ समुल्लास में लिखा है जैसे 40 वर्ष का पुरुष और 18साल कन्या का विवाह हो सकता है और और पति कहीं काम पर जाए तो दूसरे पुरुष से पत्नी बच्चे उत्पन्न कर सकती है ऐसे समुल्लास से मिलता जुलता शिवांश नारायण है
कबीर,तीन लोक का राज है ब्रम्हा विष्णु महेश। ऊंचा धाम कबीर का, सतलोक प्रदेश ।।गरीब ,जल थल पृथ्वी गगन में,बाहर भीतर एक। पूर्ण ब्रह्म कबीर है, अविगत पुरुष अलेख।।🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️
परमात्मा कबीर जी अपना ज्ञान दोहा एवं लोकोक्तियां के माध्यम से सुनाते हैं। इसलिए लोग उनको कवि कहने लग जाते हैं और वह एक प्रसिद्ध कवि की पदवी प्राप्त करते हैं कबीर परमेश्वर के अलावा आज तक ऐसा कोई कवि नहीं हुआ जो सर्वज्ञ हो। सर्वज्ञ तो परमात्मा ही होता है
Almighty God Kabir धर्मदास जी की वाणी में प्रमाण, कबीर साहेब ही भगवान:- रहे नल-नील यत्न कर हार, तब सतगुरू से करी पुकार। जा सत रेखा लिखी अपार, सिंधु पर शिला तिराने वाले।।धन-धन सतगुरू सत कबीर भक्त की पीर मिटाने वाले।
कभी सर्वज्ञ कहा गया है कवि का मतलब कबीर भगवान के बारे में कहा गया है क्योंकि कविता दोहों के माध्यम से कबीर भगवान ने बताई है कोड वर्डन में उनके दोहे हैं आज भी
सुधांशु त्रिवेदी जी कभी कोई कभी सर्वज्ञ हुआ है पूर्ण परमात्मा के अलावा कोई सर्वज्ञ हुआ ही नहीं है तो यहां पर पूर्ण परमात्मा की व्याख्या होती है इसलिए परमात्मा का नाम कबीर देव है
Almighty God Kabir ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 4 मंत्र 5 कूचिज्जायते सनयासु नव्यो वने तस्थौ पलितो धूमकेतुः। अस्नातापो वृषभो न प्रवेति सचेतसो यं प्रणयन्त मर्ताः।।5 ।। पूर्ण परमात्मा जब मानव शरीर धारण कर पृथ्वी लोक पर आता है उस समय अन्य वृद्ध रूप धारण करके पूर्व जन्म के भक्ति युक्त भक्तों के पास तथा नए मनुष्यों को नए भक्ति संस्कार उत्पन्न करने के लिए विद्युत जैसी तीव्रता से जाता है अर्थात् जब चाहे जहाँ प्रकट हो जाता है। उन्हें सत्य भक्ति प्रदान करके मोक्ष प्राप्त कराता है।
Are shivansh dvivedi ji aapke pichale janmo ke paap jyada hai isliye aapko sant rampal ji maharaj ka gyan samjh nhi aayega . Ye aapka ahnkaar jab tak nhi chutega tab tak aapko samjh nhi aayega. Aap debate karte ho to aap suante to kuch nhi sirf samne wale ka gyan galat sabit karne me lage rahate hai.
बेऐब परमात्मा अपने सतगुरु जो स्वयं परमेश्वर कबीर जी थे उनके विषय में श्री गुरु ग्रन्थ साहिब के पृष्ठ 731 पर श्री नानक देव ने जी कहा है: अंधुला नीच जाति परदेशी खिन आवै तिल जावै। ताकी संगति नानक रहंदा किउ करि मूड़ा पावै।।
#कबीरखुदा_का_नाम_कबीर फजाइले जिक्र कुल हुकुम मुल्लाही हीलअल्ली लील कबीर (7) पस हुकम कबीर अल्लाह ही के लिए हैं, जो आलीशान है, बई रुत्बे वाला है। Baakhabar Sant Rampal Ji Maharaj
कबीर नाम का अर्थ क्या होता है? कबीर शब्द अरब भाषा से आया है। अरबी के अल-कबीर का अर्थ होता है- महान,सबसे बड़ा,एकमात्र परमात्मा। उर्दू में कबीर का अर्थ है बड़ा, महान्,श्रेष्ठ, उत्तम,आ'ला।
Kabir Sahib hi supreme god jai , kissi ko digest ho ya na ho. Shivansh ji jaise murakh se debate karne ki jrurat hi nhi ha, ye apne hisaab se hi parmatma fit karne ki koshish karta hai, gyan se nhi. Sant rampal ji Maharaj ji ki jai.
❤ लोक सतलोक सब में काल की पूजा है पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद अल्लाह वाहेगुरु गॉड को कोई नहीं जानता सब अंधेरे में लकड़ी घूमा रहे हैं। जिसे सतलोक कहते हैं वह झूठ लोक है जो भागवत प्रमाण से प्राकृतिक प्रलय में उड़ जाएगा इसलिए सतलोक एक सपना है।
भाई साहब आपने सही पकड़ा ये लोगो को ऐसे ही मुर्ख बना रहे है इनके ज्ञान मे कोई सचाई नहीं है क्योंकि ये खुद कबीर साहब के ज्ञान पर नहीं चल रहे रामपाल को शास्त्रों का कोई ज्ञान नहीं है मन की कल्पना ओर बुद्धि के आधार पर बता रहा है क्योंकि वेद ओर शास्त्र का भास्य केवल समाधिस्ट योगी ही कर सकते है पढ़े लिखे नहीं ये रामपाल के बसकी बात नहीं है
कबीर Transliterated version: kabir. विशेषण 1. महान्, श्रेष्ठ। 2. वयोवृद्ध। 3. सम्मानित। 4. एक संत हिन्दी कवि। 5. होली का एक लोक गीत Google kr lo kabir ka meaning
Sivansu ji aap ye btaiye Kavi kabse bolne lage Kavita Karo ko jab se Kavir das ji aye us se pehle koi Kavi kehte the ya Dohe kar jab kabir das ji ne kavitaye boli us tim unko dohe bolte the jab kabir sahib sarwa sirest Dhohe kar kha gye tab se dhohe Karo ko Kavi kha jane laga vedo me pehle kabir likha tha agyani log samaj nhi paye unhone use Kavi kr diya lekin ved me puri kabir dev ki Mahima likhi he na to siv ji ki na sirkrsan ki na Radha ki.
Jay Shri Krishna Jay Shri Krishna Jay Shri Krishna Jay Shri Ram ram ram ram Jay Shri Krishna Jay Shri Krishna bhagwan ki Jay gurudev dhirendra Krishna shastri ji ki 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩
जान बूझ सांची तजें, करे झूठ से नेह
ताकि संगति हे प्रभु स्वप्न में भी न दे
वैसे शिवांश भैय्या
सतयुग, द्वापर, त्रेता के राक्षस कलयुग के ब्राह्मण है😅😅😅😅
और इस समय का राक्षस और कालनेमी रामपाल है,जिसे शिवांश बराबर धो रहा है, रामपाल को😂
@@आदिरामकबीर और तुम ब्राम्हण के तलवे चाटने वाले चाटुकार हो, शिवांश ठोक रहा है तो,बडी जलन हो रही है न तुम्हारी बाते खबर दे रही है
शिवान त्रिवेदी नारायणअपन आपको शास्त्रों पूर्ण विद्वान समझ रहे हो और आपको केकाभीज्ञा ननहीं है करणी तज कटनी कसे अज्ञानी दिन रात और कुकर सो भोक फेरे सुनीसुनाई बात यह सिर्फ बातों में उलझाता है और सच को मानता नहीं है
कबीर का सर्वज्ञ नहीं हो सकता इसलिए कबीर का अर्थ कबीर देव है
Sahi ji
Suvasduvadevalhrtamechnah
शिवांश नारायण की बातों को सुनकर ऐसा लगता है कि महर्षि दयानंद कि पुस्तक सत्यार्थ प्रकाश के कुछ समुल्लास में लिखा है जैसे 40 वर्ष का पुरुष और 18साल कन्या का विवाह हो सकता है और और पति कहीं काम पर जाए तो दूसरे पुरुष से पत्नी बच्चे उत्पन्न कर सकती है ऐसे समुल्लास से मिलता जुलता शिवांश नारायण है
Ha ji
कबीर,तीन लोक का राज है ब्रम्हा विष्णु महेश।
ऊंचा धाम कबीर का, सतलोक प्रदेश ।।गरीब ,जल थल पृथ्वी गगन में,बाहर भीतर एक।
पूर्ण ब्रह्म कबीर है, अविगत पुरुष अलेख।।🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️
शिवांशी जी जैसा कि यजुर्वेद में यजुर्वेद की महिमा बताने के लिए वहां पर यजुर्वेद ना पूरा करके उसमें यजु शब्द लिया हुआ है
Sat saheb ji
@@MahendraMurya-k5b Sat Saheb ji 🙏🙏
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब जी ही भगवान है
😂
Mere Bhai Apne Baap Ki Bhi Nahin manega Tumhari kya manega Kyon dimag maarte Ho is dhongi se
मूर्ख
मेरे प्यारे भाई इन मूर्खो के डिबेट मे जाने से कोई फायदा नही । आप जी अपनी खुद की बड़ाने पर ध्यान देना चाहिए ।
परमात्मा कबीर जी अपना ज्ञान दोहा एवं लोकोक्तियां के माध्यम से सुनाते हैं। इसलिए लोग उनको कवि कहने लग जाते हैं
और वह एक प्रसिद्ध कवि की पदवी प्राप्त करते हैं
कबीर परमेश्वर के अलावा आज तक ऐसा कोई कवि नहीं हुआ जो सर्वज्ञ हो। सर्वज्ञ तो परमात्मा ही होता है
@@udaivirsingh3396 👍👍🙏
झूठ का झूठा सच का सच का द फास्ट होगा इस लिंक को प्ले करके चेक कर सकते हो
संस्कृत में पृथिवी शब्द है लेकिन हिंदी में पृथ्वी शब्द प्रचलित है।
आपके विधान से कुछ चलने वाला नहीं है जो परमात्मा का विधान है वही चलेगा
मुर्ख को समझाते ज्ञान घाटी का जय।
कोयला न होत उजलाचाहें सौ मन साबुन लाय।।
Almighty God Kabir
धर्मदास जी की वाणी में प्रमाण, कबीर साहेब ही भगवान:-
रहे नल-नील यत्न कर हार, तब सतगुरू से करी पुकार।
जा सत रेखा लिखी अपार, सिंधु पर शिला तिराने वाले।।धन-धन सतगुरू सत कबीर भक्त की पीर मिटाने वाले।
जान bugh Sanchi taje करे ghut से ne ase लोग की Sangita Sapna मैं de
नो मन सूत उलझिया, ऋषि रहे झक मार सत गुरु ऐसे सुलजा दे उलझे ना दूजी बार ।उलझे हूवे ज्ञान संत रामपाल जी महाराज ने सुलजा दिया है
Shivansh jii bilkul murk Vali baat krte h or apni hi chlata h
👉Shivansh ye bataye ki kavi kaun hai?
शिवांश भाई पहले आप सनातन धर्म कि पतन कि कहानी संत रामपाल जी महाराज कि जुवानी भाग 5 देख लो
महाराज जी आप जी को ग्यान चाहिए और शास्त्रार्थ करना है तो हमारे गुरु जी से करना चाहिए
भैया शिवांश कभी की भूमिका केवल कबीर भगवान ने ही की थी इसीलिये उनका नाम कबीर देव पद कविताओं के माध्यम से उनहोने दोहा बोला है
कवि की भूमिका केवल कबीर देव भगवान नहीं है, इसलिए उनका नाम कवि पदा बाकी है, आप अपनी समझ से कभी कहो या कबीर अल्लाह कहो या कबीर भगवान का हो
अभी तो मानना पड़ेगा ना कि जब कबीर देव यहां पर आते कभी की भूमिका भी निभाते हैं इसलिए कभी-कभी उपाधि भी उसको प्राप्त है
ब्रह्मा विष्णु महेश तो खुद स्वीकार करते हैं कि हमारी भी जन्म मृत्यु होती है
@@आदिरामकबीर ha ji
Tere Jaise jaane kitne aate Hain aur jaane kitne jaate Hain sat Saheb ji
Kabir is God
@@Laxman.ji67Laxman.ji67 💯✅️
अब यहां तो मरने वाली बात आ गई ना कि ना माने कि हम नहीं बोलेंगे लेकिन आप तक बोलते हैं ना पूरी जनता बोलती है पूरे श्रद्धालु बोलते हैं इस बात को
जैसा कि कुरान शरीफ में कबीर को कबीर कबीरन अकबीरू कबीर अकबर अल्लाह की नाम से उसको संबोधित किया गया है
@@smnews241 🙏🙏👍
अरे पहले सर्च करके तो देखो की कबीर शब्द का अर्थ क्या है
शिवांश द्विवेदी जी तुम्हें गांव के लोग मोहल्ले के लोग शिवंशवा भी कहते होंगे
@@JitendraDas-h9h 👍👍
मूर्खों को उपदेश देने से कोई फायदा नहीं हैं ।
कबीर का मूल नाम 'कवि' है और 'कविर्देव' वेद में विद्यमान है।
गलत मनमाना कर रहे
मुर्खो कवीः+ देव= कविर्देव
Shivansh ki galti nhi h usne kaal ki bhang jyada pi rakhi is jamam m to isko samjh ana mushkil h
Bandi chhor satguru Rampal ji maharaj ki jai ho
नकली को बोलने का तमीज नहीं
कभी सर्वज्ञ कहा गया है कवि का मतलब कबीर भगवान के बारे में कहा गया है क्योंकि कविता दोहों के माध्यम से कबीर भगवान ने बताई है कोड वर्डन में उनके दोहे हैं आज भी
SUNDARAM ko lokik bhasha mein सुंडाराम कर दिया जाता है
Shivansh Narayan Ji unko vedon ka gyan nahin hai Srishti ka Rachna aur Kabir parmeshwari hai
@@BantijiMaurya 🙏🙏👍
मूर्ख मिलेगा लेकिन शिवांश द्विवेदी जैसा नहीं मिलेगा
Shivash Bhai bakwas kar rahe ho
Sat Sahib Ji
Sat Saheb ji
सुधांशु त्रिवेदी जी कभी कोई कभी सर्वज्ञ हुआ है पूर्ण परमात्मा के अलावा कोई सर्वज्ञ हुआ ही नहीं है तो यहां पर पूर्ण परमात्मा की व्याख्या होती है इसलिए परमात्मा का नाम कबीर देव है
@@shivakantmaurya512 बिल्कुल सही कहा जी
sicansh pgla gya hai ,,
kabir is real god
@@hsdas466 kabir is real god👍🙏
Almighty God Kabir
ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 4 मंत्र 5
कूचिज्जायते सनयासु नव्यो वने तस्थौ पलितो धूमकेतुः। अस्नातापो वृषभो न प्रवेति सचेतसो यं प्रणयन्त मर्ताः।।5 ।।
पूर्ण परमात्मा जब मानव शरीर धारण कर पृथ्वी लोक पर आता है उस समय अन्य वृद्ध रूप धारण करके पूर्व जन्म के भक्ति युक्त भक्तों के पास तथा नए मनुष्यों को नए भक्ति संस्कार उत्पन्न करने के लिए विद्युत जैसी तीव्रता से जाता है अर्थात् जब चाहे जहाँ प्रकट हो जाता है। उन्हें सत्य भक्ति प्रदान करके मोक्ष प्राप्त कराता है।
🙏🙏👍
ये लोग मानने वाले नहीं हैं
@@तत्वदर्शीसंतकीपुष्टि 🙏🙏
कवीरदेव को कबीर साहेब वैसे ही कहा गया है जैसे रामायण में
👉लच्छी को लक्ष्मी
👉ब्रमाहनी को ब्रमाणी कहा है
👉 रामचरितमानस बालकांड मनुशतरूपा प्रकरण
संत रामपाल जी महाराज जी ही सर्वज्ञ है
@@jitendragupta256 ✅️💯👍
Are shivansh dvivedi ji aapke pichale janmo ke paap jyada hai isliye aapko sant rampal ji maharaj ka gyan samjh nhi aayega . Ye aapka ahnkaar jab tak nhi chutega tab tak aapko samjh nhi aayega. Aap debate karte ho to aap suante to kuch nhi sirf samne wale ka gyan galat sabit karne me lage rahate hai.
@@JitendraSingh-l7k3m 👍🙏
औ अन्धा शिवानश
@@m.mannatverma2653 🙏🙏👍
बेऐब परमात्मा
अपने सतगुरु जो स्वयं परमेश्वर कबीर जी थे उनके विषय में श्री गुरु ग्रन्थ साहिब के पृष्ठ 731 पर श्री नानक देव ने जी कहा है: अंधुला नीच जाति परदेशी खिन आवै तिल जावै।
ताकी संगति नानक रहंदा किउ करि मूड़ा पावै।।
@@DineshChakvarti 🙏🙏
कभी की भूमिका केवल कबीर भगवान ने ही निभाई है कोई दूसरे देवताओं ने नहीं निभाई है इस वेदों में कवि का अर्थ कबीर देवी है
राम को राम भी बोलते हैं और रामचंद्र भी बोलते हैं लक्ष्मण को लक्ष्मण बोलते हैं और लखन लाल भी
शिवांश भाई आप बार बार कवीर कबीर बोल रहे आपका भी कल्याण हो जायेगा क्योंकि कोई भी किसी भी तरह परमात्मा का नाम लेने से कल्याण हो जाता है
मूर्ख से बात मत कररिए
Ha ji
#कबीरखुदा_का_नाम_कबीर
फजाइले जिक्र
कुल हुकुम मुल्लाही हीलअल्ली लील कबीर (7)
पस हुकम कबीर अल्लाह ही के लिए हैं, जो आलीशान है, बई रुत्बे वाला है।
Baakhabar Sant Rampal Ji Maharaj
ऐसे तो सतयुग द्वापर त्रेता के रक्षक कलयुग के ब्राह्मण है
शिवांश द्विवेदी आपके अनुसार परमात्मा कौन है ???????
Sa true
🙏🙏👍
कबीर नाम का अर्थ क्या होता है?
कबीर शब्द अरब भाषा से आया है। अरबी के अल-कबीर का अर्थ होता है- महान,सबसे बड़ा,एकमात्र परमात्मा। उर्दू में कबीर का अर्थ है बड़ा, महान्,श्रेष्ठ, उत्तम,आ'ला।
@@vikasvlogs4751 🙏🙏👍
Kabir Sahib hi supreme god jai , kissi ko digest ho ya na ho. Shivansh ji jaise murakh se debate karne ki jrurat hi nhi ha, ye apne hisaab se hi parmatma fit karne ki koshish karta hai, gyan se nhi. Sant rampal ji Maharaj ji ki jai.
@@NCverma-g3r 👍👍🙏
कबीर साहेब जी कहते है,,,,,वेद मेरा भेद है
शिवांश भाई आप ही बताइए कभी का अर्थ क्या होता है
प्रमाण देखकर भी नहीं मानते हो और जजमान को तो गोबर को भी भगवान बनाकर पेश कर
@@MP_wala_ashok सही कहा ji
कबीर साहेब जी ही सर्वज्ञ है
th-cam.com/video/p_4CiwTTHHE/w-d-xo.htmlsi=j6nvyo-68oKSkGQo
इस लिंक को प्ले करके झूठ का झूठा सच का सच पर्दाफाश होगा
❤ लोक सतलोक सब में काल की पूजा है पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद अल्लाह वाहेगुरु गॉड को कोई नहीं जानता सब अंधेरे में लकड़ी घूमा रहे हैं। जिसे सतलोक कहते हैं वह झूठ लोक है जो भागवत प्रमाण से प्राकृतिक प्रलय में उड़ जाएगा इसलिए सतलोक एक सपना है।
भाई आप गलत बोल रहे हो ji
Sanskrit mein Kabir Dev aur Hindi mein Kabir bhasha ke knowledge mein antar hai
🙏🙏👍
Wedo me parman he kabir sahab bhagwan h jai ho bandi chhod ki
भाई साहब आपने सही पकड़ा ये लोगो को ऐसे ही मुर्ख बना रहे है इनके ज्ञान मे कोई सचाई नहीं है क्योंकि ये खुद कबीर साहब के ज्ञान पर नहीं चल रहे रामपाल को शास्त्रों का कोई ज्ञान नहीं है मन की कल्पना ओर बुद्धि के आधार पर बता रहा है क्योंकि वेद ओर शास्त्र का भास्य केवल समाधिस्ट योगी ही कर सकते है पढ़े लिखे नहीं ये रामपाल के बसकी बात नहीं है
Sat saheb bhgato shivans ko usi ki bhasa me jabab diya karo ji
Kabir saheb hi god hai bahut parman h kisi ek ka toh man le bhai
कवि: शब्द ही कालांतर में कबीर शब्द बना
Jl aavr Pani ka Keya mtlb hota ka devansh ji bataye
Shivansh Dwivedi bhai jab koi bat tumhen mananiy hi nahin hai to fir kahe base karte ho log Babu se
Or gan sow ganri kabir gan sow gan jaise gola tobka kartachla maidan
@@nephilalchaudhary4233 🙏
आप परमात्मा कवि को मानते हो तो कवि कौन है
@@meetadevi6180 कर्विदेव परमात्मा है जी
Rampal ji maharaj ka satsang dhyan se suno
@@MonuPal-g5n 🙏🙏👍
तीनों काल का भानग पी राखी है
@@DhanshwarKumar-e1y सही कहा ji👍
Bhai shivansh ji Sanskrit mein shlok hai Mantra hai to kabhi Shabd ko Sanskrit ka hai Kabir to Arabi Bhasha ka hai jiska Arth mahan hai
@@KuldeepKumar-wb2qt 👍👍🙏
कबीर
Transliterated version: kabir.
विशेषण
1.
महान्, श्रेष्ठ।
2.
वयोवृद्ध।
3.
सम्मानित।
4.
एक संत हिन्दी कवि।
5.
होली का एक लोक गीत
Google kr lo kabir ka meaning
@vikasvlogs4751 🙏🙏👍
Kyunki Ved mein to Sanskrit likhi hai to Arabi Bhasha kyon likhati hai isliye kabhi hi Sanskrit Shabd hai isiliye kabhi likha gaya
Bhai bhakti karle shivansh bhai
Ved aur bhed ek hi hai Kabir aur Kavir ek hi hai itna bhi tere ko samajh mein nahin aata to school mein jakar padhaai kar sat Saheb ji
@@ShrikantSardar-u3t 🙏🙏👍
कबीर भी तो कबी थे
Kabir is god
@@l.bmangrati7093 🙏👍
Sivansu ji aap ye btaiye Kavi kabse bolne lage Kavita Karo ko jab se Kavir das ji aye us se pehle koi Kavi kehte the ya Dohe kar jab kabir das ji ne kavitaye boli us tim unko dohe bolte the jab kabir sahib sarwa sirest Dhohe kar kha gye tab se dhohe Karo ko Kavi kha jane laga vedo me pehle kabir likha tha agyani log samaj nhi paye unhone use Kavi kr diya lekin ved me puri kabir dev ki Mahima likhi he na to siv ji ki na sirkrsan ki na Radha ki.
Bandichor satguru rampal ji mahraj ji ki jay ho
@@BabluDas-l6u जय ho🙏🙏
Vedon ko Ved bhi bolate hain aur bhed bhi bolate Hain
@@ShrikantSardar-u3t 💯👍
Hame lag raha hai mili juli sarakar hai apana apana bhakti karo apas me lano mat bhaiyo
यह नरेंद्र मोदी तो बहुत बोलता है
Bahs aap log kar rahe ho
Jo bolame me kamjor hai usi se gyan charcha kar rahe ho
Yah Kalyug ki raksh se kyon debate karte ho bhai sahab
Kabir nhi h kbih likha h,visarg sandhi k karan kabih ka kavir hua h
@@NikhilKumar-wy9hb मेरे भाई कर्विदेव लिखा हुआ वहा संधि लग नही सकती है।
Bhag vhanse daro bhaiya
Jay Shri Krishna Jay Shri Krishna Jay Shri Krishna Jay Shri Ram ram ram ram Jay Shri Krishna Jay Shri Krishna bhagwan ki Jay gurudev dhirendra Krishna shastri ji ki 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩
कबीर भगवान की जय हो
रामपाल महाराज जी की जय हो
अभी तो मानना पड़ेगा ना कि जब कबीर देव यहां पर आते कभी की भूमिका भी निभाते हैं इसलिए कभी-कभी उपाधि भी उसको प्राप्त है
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है