1980 me mehangai kam thi ab mehangai Har mahine bad rahi 2018 me gas 400 tha aaj rate badte ja rahe aaj ke time me prim minister aise chahye jo desh raksha kare dushmano.luteron.chor ko fanshi honi chahye villages (gaun) me sabko naukary job ameer ho ya garibon job naukary makan aadi me madad kare(Rajendra Prasad old delhi)
@@BabyBaby-wu2zx everyone is saying that gas cylinder rate is increased. But no one observed that government gives gas cylinder to each village and rural area under a very cheap price. And demand of gas quantity increased. And it is a ratio if demand increases amount will also increases.
गुज़रा हुआ ज़माना आता नहीं दुबारा........मुझे भी वो दिन याद है जब एक रुपया जेब मे होता था तब हम शहंशा की तरह महसूस करते थे यदि त्योहार पर पैसे मिलते थे तो उनको इकट्ठा करके पांच का नोट जेब मे रखकर सिकन्दर ए आज़म समझते थे। जाने कहाँ गए वो दिन.......
उस दौर में घरवालों से छुपकर सिनेमा देखने जाना और भाई के जासूस दोस्तो से भी छुपना पड़ता था। हम तो भाई उस दौर में 7 दिन तक होली खेलते थे सहेलियों के साथ। शहर छोटा था लेकिन बहुत शांति पूर्ण माहौल था। गर्मी में लोग उस सकरी गली में खाट बिछाकर सोते थे । हमारे समय में लोग चांद तारो से खूब बात किए है।घर की बेटी पूरे मोहल्ले की बेटी होती थी।पड़ोसी के रिश्तेदार अपने रिश्तेदार होते थे। जिनकी खातिरदारी भी खूब होती थी।कुछ सहेलियां से आज भी मिलने का मन करता है।
❤सही बात है मौहल्ले की लड़की सब की बहन बेटी होती थी। जासूसी लड़की की भलाई के लिए करते थे। रक्षाबंधन पर हर किसी के हाथों में चार छः राखियां बंधी होती थी।अब तो सब कुछ बदल गया है।❤
हा मेने भी बेल गाड़ी चलाई हूई पूरे गांव मे एक टीवी थी रावला मे हम जब रगोली चित्रहार या रामायण देखने जाते थे तो वो हमारे चटाई बिछाकर रखते थे हमारा बहुतमान समान करतेथे वो दिन कहा गए बहुत याद आती उन दोनों कि हम गणघौर पूजते सब सहेलियों सेवरा लेने जातीं हमारे पूरे गांव की लडकियों व महिलाएं कातिक सनान करने तालाब पर एक साथ जाते🎉
बहोत रोना आ गया भाई साब, मैने ओ पुरा जमाना देखा हैं, परखा हैं, मेरा सब कूछ खो गया है उस जमाने मे, लेकीन आपका ये वीडियो देखकर बहुत सुकून भी मिल गया, ओ सब याद आया जो मे देखणा चाहता था, रोना तो आया लेकीन थोडी देर तक मे पुराने सपने मे खो गया था, धन्य वाद.
1980 और 1990 का दौर हमने भी देखा था उस दौर में सुकून हुआ करता था सादगी हुआ करती थी भाईचारा हुआ करता था लोग दिल से काम करते थे उस वक्त मतलब से नहीं जो 40 साल पहले भारत था असल में वही भारत है और जो 45 साल पहले जो लोग जिंदगी जिया करते थे उस दौर में जीने वाला टाइम ही असली जिंदगी है जो आज कहीं खो सी गई है ना जाने कहां गए वह मेरे बचपन के दिन जिन्हें याद करता तो आज भी आंखों से आंसू रुकते नहीं है और उससे आपको और उस दौर को याद करता हूं अपने आप को बहुत ही अकेला बेसहारा महसूस करता हूं
Aapki sari vidio bhut sunder hoti h apne bachpan ko ekdam samne la khda krti hai ur uske hrek coment me esa pratit hota h jese koi apna hi apni bat hmko bta rha h addbhut aapka pryash bhut srahniy hai ❤❤🙏🚩dhnyvad 11:38
सुंदर और गोल्डन टाईम था गरीब और अमीर लोगों का .क्योंकी पैसे के बजाय इंसान महत्त्वपुर्ण था ,आज तो गावों में भी लोंग दिन में भी घर के दरवाजे बंद करके अकेले बैठते है क्योंकी इंसान पर भरोसा नाही रहा.
@@RashidaLakdawala-xr4kg aesa nh hota ji. It's a one-way street. Jis taraf ja rahe hn, usi taraf jaana HOGA, chahe bura bhi Lage. Yeh qanoon ha kudrat ka. Chalo, kam se kam is topic pe log aapas me baat toh kar rahe hn. Yeh bhi shukr manayein hum... Warna aaj kal. Ghar k andar members ka nh pata kon dushman ho.
1986 मैं सरसो का तेल 10/12रुपए किलो और घी 32/35रुपए किलो था उस समय मेरी आयु लगभग 10 साल की होगी और में ही सामान लेने जाता था पिताजी बाहर जॉब करते थे इसलिए मुझे अच्छे से आज भी याद है l🙏❤️🙏
यह 5000 साल का सृष्टी चक्र है सतयुग त्रेतायुग द्वापर युग कलियुग अभी संगम युग शुरू है जो 100 साल का था अब हम सभी मनुष्य आत्माओं के पिता परमात्मा शिव ज्योति स्वरुप निराकार भारत मे अवतरित होकर कर स्वर्णिम युग की स्थापना कर रहे हैं फिर से satiyug आ रहा है. यह 5000 साल का सृष्टी चक्र जैसे के वैसे repeat होता है.
Mera janam 1976 me hua 90, se2005 tak ke bahut khub daur tha Ramayana mhabharat tipi sultan chandrakaanta shaktimaan Maine payaar kiya Jo bit gaya hai wo ab dauor na ayega is dil me Siva tere KOi air na ayega
2023 में यह सुनकर चौंक रहा हूं,i am sooo surprise to listen और एक बात आज की महंगाई आज की पॉपुलेशन का नतीजा है, आज technology ने काम तो आसान किया पर सभी को दिल और दिमाग से अकेला भी🔥🔥🔥🔥😎😎😎😎😎😎
Ek time me ham dusro ke Ghar me ramayan or saktiman dekhta Tha..es video ne meri bachpan ki Yad ko taja Kar diya..ye video dekh Kar dil khus ho gaya thank you so much bhya
I remember that time. It was golden time. My purchased Bajaj Priya Scooter for Rs.10500/- and petrol rate was Rs.4.25 per litre. My salary was only Rs.450 but I did every thing very easily. Desi Ghee Rs. 25 per kg. Musterd oil Rs.6 per litre. Much more important thing is this that all edible things were most pure, hygienic and full of supplements.
Vo samay jo 1980 ka tha asha samay ab Aana bahut mushkil hai par us samay jo logo ne dekha hai vo abhi k samay se sandar tha.muje bhi mara purana samay bahut yad Aata hai. Aaj log k paas pasa hai par vo jindgi ka Aanand nahi hai Jo pahle tha. Miss you 1980 time.... super video. Old is reyal gold. Thanks.
आपका व्हिडिओ मन को बहुत भा गया सही बात है उन दिनो मे अमीर और गरीब मे भेदभाव नहीं होता था सब लोग एक समान व्यवहार करते थे एक दुसरे के प्रति सच्चाई और इमानदारी का भाव रहता था पैसा ना होते हुए भी सबके चेहरे पर मुस्कुराहट कायम रहती थी पुरानी यादे ताजा करणे के लिए धन्यवाद
1980 में भारत की आबादी 50 करोड़ थी और आज भारत की आबादी 150 करोड़ हो गई है सही से गिनती की जाए तो 150 करोड़ आबादी है भारत की आबादी ही सारी समस्या की जड़ है आज 150 करोड़ की आबादी में हर इंसान को काम चाहिए हर इंसान को पेट्रोल डीजल चाहिए हर इंसान को मोबाइल चाहिए जबकि 1980 में आबादी बहुत कम थी और इंसान के खर्चे कम थे उस समय गाँव में किसी के पास बाइक कार और रसोई गैस नहीं था और जरुरत भी नहीं होती थी आज लोग पेशाब करने भी बाइक पर जातें हैं
In 1987 I got a LML Vespa scooter as a gift from my father...I was in 11th class then and I paid a princely sum of Rs 13800 to buy it! Petrol was Rs 9 per liter!😊😊😊😊
मेरा जन्म, 1985 है हर जमाना ठीक है हर दौर ठीक है जब ये दौर भी जाएगा तब समझ मे आयेगा इसलिए wartmann मे खुश रहना सीखो हर पल को खुशी से भर दो ए समय भी दोबारा नही आएगा❤❤❤
Bo hi to abhi jab lockdawn laga tha fir chakkar aane lage the sabko ,sab bo hi hai ,or usse acha v esy life ,us tym hardwork kitna tha ,bhai prikrity ko bacha ke rakho ,ye dour jada acha gai
Comment karne pe majbur aadmi me samjhe .me kabhi comment nahi karta lekin video dekhne ke bad wo sacchai nazar aai ho to hi likh raha ho shayad tum bhi hamare. Janane ke wo hi Khiladi ho bhai salute he tumko ❤
भाई हम तो 1956 मे पैदा हुए है और हमने जो देखा है वो आजकल के लोगों के सपने मे भी नही होगा। हमने 50 पैसों मे फिल्में देखी है, दारासिंहकी लूटेरा ताजमहल,चौदवी का चांद, बेटी बेटे,आई मिलनकी बेला,महल वी फिल्में देखी हैं हमारा एक ट्रक था जो हमने 10000रु मे खरीदा था 1980 तो हमारे लिए नया और आजकल का दौर है हमारी ही वो उम्र है जो पुराने और हाईटेक समय के साक्षी है।
आप बिल्कुल सही कह रहे हैं-1990 के दशक से अब तक समय बहुत बदल गया है। उस समय, बाहर खाना इतना सस्ता था कि सिर्फ ₹50 में दोस्तों का एक समूह आसानी से खाना खा सकता था। खाने के दाम किफायती थे, और होटल या रेस्तरां में खाना मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए बिना किसी चिंता के आनंद की बात थी।
और हर चीज़ सस्ती के अलावा देशी मिलती थी इन्सानो के जिस्म में ताकत भरपूर मात्रा में होती थी । उम्र भी बड़ी-बड़ी होती थी । जो बात 40-50 साल पहले थी 1970-80 में थी 2023-24 में नहीं रही ।
भाई उस दौर में मेरे दादाजी 1 रुपये. में 5 किलो गुड़ लेकर आते थे हम 2 ya 3 रुपये में मेला देखने जाते थे और पूरा मेला घूमकर आ जाते थे मेंने मेरे दादाजी के साथ वो दौर अपने बचपन मे देखा था मुझे मेरा बचपन बहुत याद आता है और दादाजी की बहुत याद आती है आज इतना पैसा होने के बाबजूद हमारी जिंदगी में शांति नहीं है...मुझे वो किस्सा याद है जब हमारे गाँव मे पहली बार चारा काटने वाली मशीन आयी थी तो हमारा सारा गाँव उसे देखने और चलाने गया था.....ऐसे बहुत से किस्से मेरी यादों मे हैं 😢😢😢😢
Absolutely right 👏 aap ne jo ble hai sb shi hai aaj ka dour sirf paise pr hai jis k pass paisa hai woh hi hinsan hai or jis k pass nhi hai woh insan nhi hai ab shi kaha aap ne❤❤❤❤
वो दिन आज भी याद आता है आंखे भर आती है। क्या जिदंगी थी वो गेहूं के खेत मे जाकर गेहूं का बाल बिनकर दुकान पर बेचते थे चार आना आठ आना मिलता था खूब मस्ती करते थे। आने वाली पीढ़ी कभी वो सुनहरे दिन कभी देख नही पायेगी। मेरा बचपन था वो दौर। मैने 1किलोमीटर जाकर श्री कृष्णा सीरियल देखता था। मेरा जन्म 12/02/1988 को हुआ था।
आज के वक्त me पैसा to है par सुकून किसी की लाइफ me नहीं है पेहले जैसा वक्त कभी नहीं आ सकता है आज जितनी लड़किया अंगप्रदर्शन कर रही है उससे to अच्छे मर्द है कम से कम मर्दो me शर्मो हया to बाकी है
I passed Matriculation examination in 1980, you are absolutely correct in all the directions of this video that was golden era of our life people's were together and united family not like NUCLEUS FAMILY OF PRESENT ERA , any way we have enjoyed our time far more better than this time - Namaste
Mai bhi dusre ke ghar me tv dekhne jata tha , 😌🥹
1980 me mehangai kam thi ab mehangai Har mahine bad rahi 2018 me gas 400 tha aaj rate badte ja rahe aaj ke time me prim minister aise chahye jo desh raksha kare dushmano.luteron.chor ko fanshi honi chahye villages (gaun) me sabko naukary job ameer ho ya garibon job naukary makan aadi me madad kare(Rajendra Prasad old delhi)
अभी
Sir mei ker sekta hu
Sir ges mera 80r ka bhawate tha
@@BabyBaby-wu2zx everyone is saying that gas cylinder rate is increased. But no one observed that government gives gas cylinder to each village and rural area under a very cheap price. And demand of gas quantity increased. And it is a ratio if demand increases amount will also increases.
गुज़रा हुआ ज़माना आता नहीं दुबारा........मुझे भी वो दिन याद है जब एक रुपया जेब मे होता था तब हम शहंशा की तरह महसूस करते थे यदि त्योहार पर पैसे मिलते थे तो उनको इकट्ठा करके पांच का नोट जेब मे रखकर सिकन्दर ए आज़म समझते थे। जाने कहाँ गए वो दिन.......
Bilkul Bhai mere trha
Bilakul sahi bata kahi bhai
भाई कैसे जान कारी दे रहे हो खाने का तेल एक लिटर सिरफ 3 रु 50 पैसा थी
Right brother 😭😭😭
पाकिस्तान में भी😂
उस दौर में घरवालों से छुपकर सिनेमा देखने जाना और भाई के जासूस दोस्तो से भी छुपना पड़ता था। हम तो भाई उस दौर में 7 दिन तक होली खेलते थे सहेलियों के साथ। शहर छोटा था लेकिन बहुत शांति पूर्ण माहौल था। गर्मी में लोग उस सकरी गली में खाट बिछाकर सोते थे । हमारे समय में लोग चांद तारो से खूब बात किए है।घर की बेटी पूरे मोहल्ले की बेटी होती थी।पड़ोसी के रिश्तेदार अपने रिश्तेदार होते थे। जिनकी खातिरदारी भी खूब होती थी।कुछ सहेलियां से आज भी मिलने का मन करता है।
❤सही बात है मौहल्ले की लड़की सब की बहन बेटी होती थी। जासूसी लड़की की भलाई के लिए करते थे। रक्षाबंधन पर हर किसी के हाथों में चार छः राखियां बंधी होती थी।अब तो सब कुछ बदल गया है।❤
Ha
Jnn.n😅😊😊😊😮😊😊
za. N,❤ w.uk. 0?)9 @@vijaypaltyagi3042
Han bilkul esa hi tha, lOg kitne badlGye yr mahol bhi khrab hogya ab
हा मेने भी बेल गाड़ी चलाई हूई पूरे गांव मे एक टीवी थी रावला मे हम जब रगोली चित्रहार या रामायण देखने जाते थे तो वो हमारे चटाई बिछाकर रखते थे हमारा बहुतमान समान करतेथे वो दिन कहा गए बहुत याद आती उन दोनों कि हम गणघौर पूजते सब सहेलियों सेवरा लेने जातीं हमारे पूरे गांव की लडकियों व महिलाएं कातिक सनान करने तालाब पर एक साथ जाते🎉
निःसंदेह वो समय बहुत ही अच्छा था, शान्ति से जीवन चलता था, आपने बहुत ही सुंदर तरीके से पुरानी यादों को ताजा कर दिया l
धन्यवाद
मेरा जन्म 1982 हम बहुत नशीबवान है हमने 1982 से 2000 तक बदलते हुए भारत के ग्रामीण और शहरी जीवन को देखा और उनको महसूस किया
Me bhi🎉
Mera 1983
Mara. 1989
Mera 1983
बड़े भाई राम राम मैं 1984 से हु
बहुत ही सुंदर था वो बिता हुआ पल, 🌹🙏🙏🙏🌹
बहोत रोना आ गया भाई साब, मैने ओ पुरा जमाना देखा हैं, परखा हैं, मेरा सब कूछ खो गया है उस जमाने मे, लेकीन आपका ये वीडियो देखकर बहुत सुकून भी मिल गया, ओ सब याद आया जो मे देखणा चाहता था, रोना तो आया लेकीन थोडी देर तक मे पुराने सपने मे खो गया था, धन्य वाद.
1980 और 1990 का दौर हमने भी देखा था उस दौर में सुकून हुआ करता था सादगी हुआ करती थी भाईचारा हुआ करता था लोग दिल से काम करते थे उस वक्त मतलब से नहीं जो 40 साल पहले भारत था असल में वही भारत है और जो 45 साल पहले जो लोग जिंदगी जिया करते थे उस दौर में जीने वाला टाइम ही असली जिंदगी है जो आज कहीं खो सी गई है ना जाने कहां गए वह मेरे बचपन के दिन जिन्हें याद करता तो आज भी आंखों से आंसू रुकते नहीं है और उससे आपको और उस दौर को याद करता हूं अपने आप को बहुत ही अकेला बेसहारा महसूस करता हूं
😩😩😩😩😩😩😩😩😔😔
बात आपकी सही है मैं अपने वीडियो सही बनाया ऐसा वीडियो देखा ni
1980 का दौर हमारे लिए तो नया दौर है, हम ही वो वो लोग हैं जो पौराणिक और नये दौर के साक्षी हैं,
बहुत अच्छा लगता है पुराणी यादोको याद करके, आप हमे 1980 मे लेके गये धन्यवाद 🙏🙏
😢
मेरा भी जनम 1980 मे हुआ था
वीडियो देखकर ही खुश हो गया। कितने खुशनसीब थे वो लोग जिन्होंने उस समय का हर एक क्षण जीया था।
Aapki sari vidio bhut sunder hoti h apne bachpan ko ekdam samne la khda krti hai ur uske hrek coment me esa pratit hota h jese koi apna hi apni bat hmko bta rha h addbhut aapka pryash bhut srahniy hai ❤❤🙏🚩dhnyvad 11:38
आज का जमाना सिर्फ देखावेका है , गरीब बहोत गरीब होते जा रहा है और अमीर बहोत अमीर।
Yeh dialogue uss samay bhi bola jata tha.
पुराने जमाने का दौड़ देख के माजा आ गयी 👌👌👍
Ha Didi
Sahi kaha aapne
काश ओ दिन फिर आ जाते मै 1990 का दौर बहुत याद आती हैं
❤❤❤
Sbse phle to mobile chodna padega bhai kya ready ho aap
Ha
Ha
Yes
बहुत दिल छूने वाला वीडियो सच वो जमाना कितने सुकून और प्यार भरा था😢😢😢😢😢
ये जमाना देखकर हमे रोना आता हे😢क्या थे ओ दीन पैसा कम था लेकीन खुशीया जादा थी
Absolutely right
😢😢nice
सुंदर और गोल्डन टाईम था गरीब और अमीर लोगों का .क्योंकी पैसे के बजाय इंसान महत्त्वपुर्ण था ,आज तो गावों में भी लोंग दिन में भी घर के दरवाजे बंद करके अकेले बैठते है क्योंकी इंसान पर भरोसा नाही रहा.
मेरा जन्म 1982 में हुआ मै बहुत ही खुशनसीब हूं जो मैने वो दौर देखा.. 🙂
Mene bhi
Bilkul sahi bhai
Mai aaj paida hua par maine vo dor dekha
Aap ne jhanki Dekhi hai Mera birthday 30 -1-1968 hai Maine Puri film Dekhi hai
Mera 1984
*बहुत खूबसूरती से बताते हो भाई जी,आप वाकई उस दौर में ही ले जाते हो, जिन्दगी तो वाकई वो थी आजकल तो बस सब जीवन का बोझ ढो रहे है एक-दूसरे से कटकर।।*
Yes
बहुत अच्छी लगी आपकी विडियो
धन्यवाद
ऐसी विडियो बनाते रहे
"शिक्षा"हमें अंगूठे के निशान से हस्ताक्षर तक ले गयी।"टेक्नोलॉजी"हमें हस्ताक्षर से फिर अंगूठे के निशान पर ले आयी।
मैं चाहता हूं कि पृथ्वी एक बार फिर से अपना रंग दिखाया ताकि हम नहीं तो आने वाली पीढ़ी फिर उस दौर से ही गुजरे क्या सुकून की जिंदगी थी❤
Bilkul yaar
Bilkul Sahi
@@RashidaLakdawala-xr4kg aesa nh hota ji. It's a one-way street. Jis taraf ja rahe hn, usi taraf jaana HOGA, chahe bura bhi Lage. Yeh qanoon ha kudrat ka. Chalo, kam se kam is topic pe log aapas me baat toh kar rahe hn. Yeh bhi shukr manayein hum... Warna aaj kal. Ghar k andar members ka nh pata kon dushman ho.
Bilkul sahi kaha didi
हमारे पास पेसे कम थे लेकिन मर्यादा शर्म इज्ज्त बहुत थी
बहुत बढीया
Yes
Right mere bhai
u r right bro😢
@@sunnyrandhawa9651 chup be sikh khalistani aatanki apna sada hua Gyan apne pas rakh
शांत, स्वच्छ जमाना,सहज सरल स्वभाव आत्मीयता से परिपूर्ण अपनापन सदैव याद रहेगा
जय हिन्द जय भारत वंदेमातरम
Very nice video humare time ki bhout badiya aur bilkul sacha video
उस जमाने में पैसा कम था लेकिन खुशियां, मर्यादा, प्रेम, शर्म, इज्जत ज्यादा थी क्या दौर था वो बहुत याद आते है वो पुराने दिन 😢😢😢😪😥😥😭😭😭
Right
हमने तो 1960 का भी दौर देखा है दिल को बड़ा सुकून था
🙏🙏🙏🙏🙏❤️❤️❤️❤️👍👍👍🌟🌟
Aap ki age 80 se jada hogi?
@@MandeepSingh-gg7rm 80 sal kaha se ho jaygi unse dob pucho
मै उन्नीसो 75 मे पैदा हुई हू मैने यह जमाना देखा हुआ हे मुझे वह दिन बहुत याद आते है ❤️❤️❤️❤️
Wow
वह दौर याद आता है तब आंख में आंसू आते
😢😢
hello
Hamare chote se sahar me baniye brahmano ki acchi khassi aabadi raha karti thi aaj vo chale gaye koi vides koi bade sahro me ab sc st obc rahe gaye
बहुत ही सुंदर समय था वो आपने गुजरा हुआ कल याद दिला दिया आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
बहुत याद आता है गुजरा हुआ जमाना... 😢
पैसा कम था,
लेकीन इन्सानियत में दम था.
❤ bahut sundar pal chintamukt jiven tha
मैने वो दौर जिया है। शानदार वक़्त था वो।
आप सही जानकारी नहीं दे रहे हैं उस समय तेल ₹5 किलो था!
Dil choo gaya apke words..ansu aa gaye 🥰😍🤩
Sakkar 2 ru aur oil 4 ru kg tha
Very nice vidio 👍😊😊.. Bahut he achhi jankari di aapne.. 🙏🌹🙏🌹.. Samay beet jata h.. bas yaadein rah jati hai.. 🌹🙏❤
Very. Nice bohut. Achcha. Laga
मेरा जन्म 1982 में हुई थी।किया दिन था। बोहुत सुकून मिलता था। बोहूट मिस कोरता हु वो दिन।काश वो दिन बपोस्त आती थी 😢
1986 मैं सरसो का तेल 10/12रुपए किलो और घी 32/35रुपए किलो था उस समय मेरी आयु लगभग 10 साल की होगी और में ही सामान लेने जाता था पिताजी बाहर जॉब करते थे इसलिए मुझे अच्छे से आज भी याद है l🙏❤️🙏
Yes
Aap sahi bol rahe hai, meri aayu bhi aapke jitni hi thi
क्यूं झूठ बोल रहा है
टेक्नोलॉजी का आविष्कार ना हुआ होता तो
शायद पहले जैसा ही रहता 👍
Isi technology ne barbad kar diya kiya pehle ji nahi rahe the Bina tecnology ke
As-salamu alaykum bahut bahut Shukriya bahut Achcha video bataen aap
Superb bhai yaad aa gya wo din 🥰🥰🥰🥰🥰🥰
Aapne mera bachpan yaad dila diya thanks Bhai
मेरा जन्म 1968 में हुआ है मैं भी टीवी में रामायण शक्तिमान देखा हू वह दिन बहुत अच्छा दिन था वैसा दिन कभी नहीं आएगा
यह 5000 साल का सृष्टी चक्र है सतयुग त्रेतायुग द्वापर युग कलियुग अभी संगम युग शुरू है जो 100 साल का था अब हम सभी मनुष्य आत्माओं के पिता परमात्मा शिव ज्योति स्वरुप निराकार भारत मे अवतरित होकर कर स्वर्णिम युग की स्थापना कर रहे हैं फिर से satiyug आ रहा है. यह 5000 साल का सृष्टी चक्र जैसे के वैसे repeat होता है.
Mera janam 1976 me hua 90, se2005 tak ke bahut khub daur tha Ramayana mhabharat tipi sultan chandrakaanta shaktimaan Maine payaar kiya Jo bit gaya hai wo ab dauor na ayega is dil me Siva tere KOi air na ayega
2023 में यह सुनकर चौंक रहा हूं,i am sooo surprise to listen और एक बात आज की महंगाई आज की पॉपुलेशन का नतीजा है, आज technology ने काम तो आसान किया पर सभी को दिल और दिमाग से अकेला भी🔥🔥🔥🔥😎😎😎😎😎😎
Waah very interesting .
Ek time me ham dusro ke Ghar me ramayan or saktiman dekhta Tha..es video ne meri bachpan ki Yad ko taja Kar diya..ye video dekh Kar dil khus ho gaya thank you so much bhya
I remember that time. It was golden time. My purchased Bajaj Priya Scooter for Rs.10500/- and petrol rate was Rs.4.25 per litre. My salary was only Rs.450 but I did every thing very easily. Desi Ghee Rs. 25 per kg. Musterd oil Rs.6 per litre. Much more important thing is this that all edible things were most pure, hygienic and full of supplements.
Which year your are talking about the rate. My mother used to sell home made ghee at 50 rs in 1978 or 79 I remember
उस समय का दौर ईमानदारी,कर्मयोगी का था।आज का दौर बेईमानी ,भोगयोगी का है।
काश में उस समय होता।
आज की दुनिया हमे बहुत बुरी लगती है आज से 50 साल पहले का क्या दौर था
Bhut Sunder video Wah ❤
Vo samay jo 1980 ka tha asha samay ab Aana bahut mushkil hai par us samay jo logo ne dekha hai vo abhi k samay se sandar tha.muje bhi mara purana samay bahut yad Aata hai. Aaj log k paas pasa hai par vo jindgi ka Aanand nahi hai Jo pahle tha. Miss you 1980 time.... super video. Old is reyal gold. Thanks.
मैं तो 1980 में instagram चलाया था .😢 कहा गूजर गए वो दिन ? बहुत याद आती है..🎉🎉❤❤❤❤❤❤
😅😅😅😅😅😅😅😅😅
पेहेले के जमाने में भाई भाई का प्यार था गांव में भी प्यार था सब लोग मिलके रेहेते थे आज के जमाने में भाई भाई का प्यार नहीं सब मतलबी हे
😢 कास ये जमाना फिर आ जाए 😢😢😢😢
बहुत अच्छा लगा है पुरने बाते सुनकर
Bhaut sunhara daur tha who.
Aap ka sukriya purane dino ki yaad dila di
समय समय को दौर है,, जो गुजर गया उससे तुलना करें तो गुजरा हुआ जमाना याद आता है,, ओर अब से 40साल आगे देखें तो आज का ज़माना याद आएगा ,,
2000 tk ka time golden time tha desh m bhut hi jyada mohabbat thi aur log khush the lakin ab asa nhi h 💞😢🥰🥰
Ghotala hi ghotala ka dour tha ,maza to lagega hi 😀😀😀😀😀😀
@@tapasroy5953ghotala abb hain sabse jada, mhngai Asman me aur naukri mitti me.
uske baad .sab . bhikh mang rahe hai ...
@@tapasroy5953sabse bada ghotala to tu paida hua tha 😂pata hi nahi chala kon se padosi pe gaya hai
ek number ki baat kahi bhai aapne.... Those were Golden days
याद रहेगा प्यार का ये रंगीन जमाना याद रहेगा
आपका व्हिडिओ मन को बहुत भा गया सही बात है उन दिनो मे अमीर और गरीब मे भेदभाव नहीं होता था सब लोग एक समान व्यवहार करते थे एक दुसरे के प्रति सच्चाई और इमानदारी का भाव रहता था पैसा ना होते हुए भी सबके चेहरे पर मुस्कुराहट कायम रहती थी पुरानी यादे ताजा करणे के लिए धन्यवाद
Butiful nzara best vidiyo bhot bahot achsa he bhai a vidiyo dekhake hm khus ho gaye bhai
1980 में भारत की आबादी 50 करोड़ थी और आज भारत की आबादी 150 करोड़ हो गई है सही से गिनती की जाए तो 150 करोड़ आबादी है भारत की आबादी ही सारी समस्या की जड़ है आज 150 करोड़ की आबादी में हर इंसान को काम चाहिए हर इंसान को पेट्रोल डीजल चाहिए हर इंसान को मोबाइल चाहिए जबकि 1980 में आबादी बहुत कम थी और इंसान के खर्चे कम थे उस समय गाँव में किसी के पास बाइक कार और रसोई गैस नहीं था और जरुरत भी नहीं होती थी आज लोग पेशाब करने भी बाइक पर जातें हैं
Uska. Reason purane log the ..5-5 baache karte the yeh mat bhulo '
69 करोड़ थी
In 1987 I got a LML Vespa scooter as a gift from my father...I was in 11th class then and I paid a princely sum of Rs 13800 to buy it! Petrol was Rs 9 per liter!😊😊😊😊
1989
💌
😊
Tum to raja hoga phir
@@jyotiraj1437हाँ 😊
मेरा जन्म, 1985 है हर जमाना ठीक है हर दौर ठीक है जब ये दौर भी जाएगा तब समझ मे आयेगा इसलिए wartmann मे खुश रहना सीखो हर पल को खुशी से भर दो ए समय भी दोबारा नही आएगा❤❤❤
Bo hi to abhi jab lockdawn laga tha fir chakkar aane lage the sabko ,sab bo hi hai ,or usse acha v esy life ,us tym hardwork kitna tha ,bhai prikrity ko bacha ke rakho ,ye dour jada acha gai
Dhanyawad apka sir apne Khushi ka din dikhaya mere Bachpan ke
Comment karne pe majbur aadmi me samjhe .me kabhi comment nahi karta lekin video dekhne ke bad wo sacchai nazar aai ho to hi likh raha ho shayad tum bhi hamare. Janane ke wo hi Khiladi ho bhai salute he tumko ❤
भाई हम तो 1956 मे पैदा हुए है और हमने जो देखा है वो आजकल के लोगों के सपने मे भी नही होगा। हमने 50 पैसों मे फिल्में देखी है, दारासिंहकी लूटेरा ताजमहल,चौदवी का चांद, बेटी बेटे,आई मिलनकी बेला,महल वी फिल्में देखी हैं हमारा एक ट्रक था जो हमने 10000रु मे खरीदा था 1980 तो हमारे लिए नया और आजकल का दौर है हमारी ही वो उम्र है जो पुराने और हाईटेक समय के साक्षी है।
Good video 👍
90s का वो दौर काफी खुबसूरत था जब मोबाइल की जगह cassette से गाने सुनते थे ! ♥️🙂😑😑
Nice work bro I lik ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
आप बिल्कुल सही कह रहे हैं-1990 के दशक से अब तक समय बहुत बदल गया है। उस समय, बाहर खाना इतना सस्ता था कि सिर्फ ₹50 में दोस्तों का एक समूह आसानी से खाना खा सकता था। खाने के दाम किफायती थे, और होटल या रेस्तरां में खाना मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए बिना किसी चिंता के आनंद की बात थी।
हमने देखा है यह समय बहुत अच्छा था और लोग भावुक थे😅
हम सब बहुत खुशनसीब है जो उस दौर को जीकर आये है कम से कम सुन्हरी यादे और गर्व महसुस करते है मेरा जन्म 1983 का है
Mera 1982 ka
बहुत ही अच्छा समय था 1970 80 का दौर
और हर चीज़ सस्ती के अलावा देशी मिलती थी
इन्सानो के जिस्म में ताकत भरपूर मात्रा में होती थी । उम्र भी बड़ी-बड़ी होती थी । जो बात 40-50 साल पहले थी 1970-80 में थी 2023-24 में नहीं रही ।
बहुत सुंदर प्रस्तुती 👏
Very nice ji
भाई उस दौर में मेरे दादाजी 1 रुपये. में 5 किलो गुड़ लेकर आते थे हम 2 ya 3 रुपये में मेला देखने जाते थे और पूरा मेला घूमकर आ जाते थे मेंने मेरे दादाजी के साथ वो दौर अपने बचपन मे देखा था मुझे मेरा बचपन बहुत याद आता है और दादाजी की बहुत याद आती है आज इतना पैसा होने के बाबजूद हमारी जिंदगी में शांति नहीं है...मुझे वो किस्सा याद है जब हमारे गाँव मे पहली बार चारा काटने वाली मशीन आयी थी तो हमारा सारा गाँव उसे देखने और चलाने गया था.....ऐसे बहुत से किस्से मेरी यादों मे हैं 😢😢😢😢
तब का दुध pure था प्यार मोहब्बत भाईचारे से दिन बीतते थे । हर एक समान pure थे। सिनेमा ही मनोरंजन का साधन था।
Sir me sirf 15 saal ka hu par ye sunkar mujhe bhot achha laga 👏
Board par dhyan do
@@AbhijeetSingh-bz9du😂😂
Bhai tu pichle Janam me isi video me tha.
Zindagi mei bas wohi ek kaam hai kya. Thora rest, khelna khudna sab jaruri hai.@@AbhijeetSingh-bz9du
Very Very super information thanks shukriya brother
Absolutely right 👏 aap ne jo ble hai sb shi hai aaj ka dour sirf paise pr hai jis k pass paisa hai woh hi hinsan hai or jis k pass nhi hai woh insan nhi hai ab shi kaha aap ne❤❤❤❤
आज जितनी फेसलिटी है उतना हीं इंसान परेशान है....
सुनहरे पल आज ही याद है😍😍😍🎉🎉🎉🎊😄😄
वो दिन आज भी याद आता है आंखे भर आती है। क्या जिदंगी थी वो गेहूं के खेत मे जाकर गेहूं का बाल बिनकर दुकान पर बेचते थे चार आना आठ आना मिलता था खूब मस्ती करते थे। आने वाली पीढ़ी कभी वो सुनहरे दिन कभी देख नही पायेगी। मेरा बचपन था वो दौर। मैने 1किलोमीटर जाकर श्री कृष्णा सीरियल देखता था। मेरा जन्म 12/02/1988 को हुआ था।
Bhai sahab rona aata hai. Gujre jamaane ko yaad krke. Dhanyawad Bhai sahab
👍👌💯🌹 Bombay India
ये समय सुकून का था,विज्ञान के विकास ने सुकून छीन लिया😢
उस समय पेट्रोल तो दूर की बात है गांव से 20=20km पैदल चलकर जाना पड़ता था
Right
दोस्तों 1990 के दौर में सौ का नोट अट्ठारह सौ रुपए के बराबर था जाने जाने कहां गए दोस्तों हमारे वो दिन हमारी 😭😭😭😭😭
भाई आपने बचपन याद दिला दिया .
वह वक्त याद करके इक टीस उठी है दिल में।
तरक्की की चाह में क्या क्या लुटा दिया हमने ॥😢
Nice content❤
आज के वक्त me पैसा to है par सुकून किसी की लाइफ me नहीं है
पेहले जैसा वक्त कभी नहीं आ सकता है आज जितनी लड़किया अंगप्रदर्शन कर रही है उससे to अच्छे मर्द है कम से कम मर्दो me शर्मो हया to बाकी है
Super video
उस समय हम लोग खेतों में गोबर का खाद डालते थे और हल से खेत जोत कर काम ही सही लेकिन शुद्ध गेहूं और सब्जी खाते थे महगांई महसूस नहीं होता था।
Awesome👌👌
Bahut assa. Dor. Tha Bhai. Aaj. Yyad. Aata he. To bahaut. Khusi. Hoti. He aaj. Se. Aasa. Dor. Thaa. Bhai. ❤❤❤❤❤
Super hit
I passed Matriculation examination in 1980, you are absolutely correct in all the directions of this video that was golden era of our life people's were together and united family not like NUCLEUS FAMILY OF PRESENT ERA , any way we have enjoyed our time far more better than this time - Namaste
I also passed ss.c in 1980.
I miss u old jamane
I also passed my matric in 1980
Mebi dusre ke ghr dekhti thi
Good 👍
Bohot yaad aate he apne din 😢😢😢😢
Yaar nice sar ji bahut achcha Laga