मेरी परदादी ने खेजड़ी की छाल पीसकर और तरबूज ककड़ी के बीज भुनकर खाए हुए हैं वो कहते थे 😢😢एक मटका मीठा पाणी ऊंट से 45 km दूर से लाते थे उसमें खरा पानी मिलाकर दो मटकी बनाकर पीते थे 😢और कोई अनजान राम राम करता तो समझ जाते थे की वह प्यासा है 🙏धन्य हो ऐसे पूर्वज जिन्होंने हमे पाला
मै स्वंम राजस्थान से हु। ईसलिय जानकारी बहुत अच्छी थी लेकिन हृदय विदारक थी । अक्सर सोच-विचार करता हु कि पृकति ने राजस्थान को बहुत कम दिया है । लेकिन राजस्थान के लौगौ को साहस बहुत दिया है । जो हर हाल मै अपना वजूद बच्चा लेते है। महाराजा गंगा सिंह जी का बहुत बङा योगदान रहा है जिन्होंने गंगा नहर बनाई थी।
क्यों अब प्रकृति की क्यों बुराई कर रहे हो, देवताओं की क्यों नहीं कर रहे कि देवताओं ने राजस्थान वासों के साथ गलत किया ?, पेट भरा होता है तो धार्मिक ढोंग याद आता है , जब मुसीबत आती है तो प्रकृति को दोष देने लग जाते हो
मैं सब लोगों से हाथ जोड़कर विनती करना चाहूंगी कि पेड़ लगाए और अपना खेत ना बेच वहां पर हवेली और या घर ना बनाएं शेरों की छम छम आई बिल्डिंग हमें कुछ नहीं दे सकती लेकिन हमारा खेत हमें असली सोने देता है जिससे हमजीवित रहते हैं यह कहानी सुनकर मेरे रूम कहां गई है महादेव से दुआ करते हो महादेव ऐसा कभी दोबाराना हो😢😢😢😢
जैन सौदागर बनियों के राक्षसी गिरोह द्वारा संचालित राक्षसी पाप की मायावी टेक्निक से 1899 मे भयंकर अकाल पड़ा दिया था जिससे लाखो लोगो और करोड़ों गाय भैंस भेड़ बकरी और करोड़ो पक्षियों को मार डाला गया था छप्पनियां अकाल जैन सौदागर बनियों के राक्षसी पाप का अमिट कलंक ही है
हमारे सभी पूर्वजों को दिल से सलाम है ।🙏 राजस्थान वासियों का सबसे भयानक समय सोचिए वो कैसे समय से निकले होंगे उन्होंने कैसी परिस्थितियों का सामना किया होगा।✨✨🙏जय हिंद जय भारत 🙏🙏
हां इस अकाल की कहानियां सुन सुन मैं बड़ा हुआ हूं। मेरा गांव भी राजस्थान से लगा हुआ था। इस अकाल को आज 125साल पूरे हो गए। सेठ लोग चने बांटते थे और महुआ के साथ सेककर खाते थे। दिन में एक बार मक्का या ज्वार की राभडी खाते थे, कभी कोदू, कुटकी या समा की रोटी खाते थे। समा एक घास का बीज होता है। मैं रा परिवार भी चित्तौड़ राजस्थान से विस्थापित हुए था यह 200साल पुरानी घटना है। इसी कारण मेरा घर जाति की बस्ती से कुछ दूर घर था। और हाथ से कपड़े सिलाई कढ़ाई करके पेट भर लेते थे। अतिरिक्त समय मजदूरी भी करना पड़ता था। हां मैंने भी एक वक्त शाम को राबडी में गुजरा किया था। ये कहानी है गरीबी और अकाल संवत 1956की, सन 1899की।
मेरे परदादा जी ने यह दुख मेरे दादी हमें क्या की छप्पनिया कल कैसा कल था जानवर और इंसानों को खाने लगे यह काल मरी पर दादी ने देखा था और होगा था उन्होंने बताया कि लोग ने गाई भी खा गए थे और कुछ लोग तो अपने बच्चों को भी खा गए थे
मैं एक चमार जाति से हूं हमारे दादा दादी aaकाल और भुखमरी से तो नहीं मारे गए लेकिन वह और उनके परिवार वर्ण व्यवस्था का गुलाम रहा उच्च वर्ग के लोग एससी एसटी समाज पर अत्याचार पर अत्याचार उच्च वर्गों द्वारा किया जाता था आज भी
shach kaha, dhanyavad, bharatdesh azzad, huva, pachhahtarshal, ho gaye, ajj bhi shabhi bharatdesh ke log dekh hi rhe haey, ki s.c, s.t, shamaj ke shathh qya, aur kaesha hota haey, to fir shhappaniya akal, ke shamay me to s.c, s.t, shamaj ke shathh jo huva hoga, vo ye vidiyo dekhkar, shunkar,shabhi logo ki shamjme a hi gya hoga.
अपने लोगों को संगठित करो , शिक्षित करो और ताकतवर बनो। तुम्हारा दुश्मन कोई और नहीं तुम्हारी जाति और जाति को ताकतवर बनाना। जो तुम्हारे साथ गलत से व्यवहार करता है उसे उसका जबाब वैसे ही दो।
Sar aapki video bahut hi acchi lagi itni acchi lagegi Bata nahin Sakta main aur aapke HAL Ke log dekh lijiye Bhagwan ke Naam Ke Siva kuchh Naam nahin jante to Bhagwan kahan gaya tha itna akal padhne ke bad bhi itne aadami mar rahe the uske bad Bhagwan Gaya kaha tha ki log Bhagwan ke kyon puchte Hain Jo Bhagwan ne kuchh Kiya nahin Jo Bhagwan hai hi nahin hai to Bhagwan ka naam lekar kya milta hai logon Ko Jinda logon ko maarte aaj log Bhagwan ke naam ki vajah se soch lijiye kya
जैन सौदागर बनियों के राक्षसी गिरोह द्वारा संचालित राक्षसी पाप की मायावी टेक्निक से 1899 मे भयंकर अकाल पड़ा दिया था जिससे लाखो लोगो और करोड़ों गाय भैंस भेड़ बकरी और करोड़ो पक्षियों को मार डाला गया था छप्पनियां अकाल जैन सौदागर बनियों के राक्षसी पाप का अमिट कलंक ही है
गुजरात के कच्छ में छप्पनिया दुष्काल का बड़ा असर था मेरी दादी बताया करती थी कि उस जमाने में आदमी ने मरे आदमी को भी खाया ये बात बचपन मे हमे जुठ लगती थी लेकिन ये सही था दादी ने बताया कि लोगों को जलाने के लिए लकड़ी तक नहीं बची थी बस गिग्घों (गिद्ध एक पक्षी) का राज था 😢😢😢
shhappaniya dushkal, jaesha hi, share bharatdesh me, bharatdesh me rhnevale shabhi jati ke logo ne bhayankar, korona, kal, ko dekha, ki nahi,? korona ke nam kitne hi logo ki jan haey, lash ko jalaneke liye lakdiya, ki kimmat badhhaey gaey, ishi karan lashko ganga, Nadi me fenk diya. korona, ke dardi ka kidni, ankhe, sharir ke kitne hi bhago ka vepar, Kiya gya, t.v, akhbarme ye shabhi shabhi logo ne shuna hoga. duniya, yani shrushti, share vishv, ke shabhi desho me afat, durghatna, ati, hi rhti haey, lekin in shabhi afato, durghatnao, me kitne hi manav, rakshash, ban jate haey, ye bharatdesh ke shabhi jati ke logone korona kal, me t.v, akhbarme dekha hi hoga.
जैन सौदागर बनियों के राक्षसी गिरोह द्वारा संचालित राक्षसी पाप की मायावी टेक्निक से 1899 मे भयंकर अकाल पड़ा दिया था जिससे लाखो लोगो और करोड़ों गाय भैंस भेड़ बकरी और करोड़ो पक्षियों को मार डाला गया था छप्पनियां अकाल जैन सौदागर बनियों के राक्षसी पाप का अमिट कलंक ही है
उस दुख के समय में जिन भी सेठ साहूकारों और जमींदारों ने लोगों कि भूख और मजबूरी का फायदा उठाया होगा। आज उनके वंशों का हाल देखो भगवान न्याय जरूर करते हैं।
अबे अक्ल के ढक्कन ये अंग्रेजों के समय की बात है,, मुझे लगता है बीजेपी ने तुम्हारी अक्ल मे एक ही चीज भर दी है कांग्रेस की बुराई करो बस आंख बंद करके, तुम जैसो को एक दिन सबक जरूर सीखाया जाएगा इंतजार कर तू
Us time log Hindu muslim nahin karte the sab ek sath me rahte the kash ye sab neta nahi hote to aaj bhi hum tukdonme baten jate ....jai hind jai bharat
हमें अपनी जमीन नहीं भेजनी चाहिए लेकिन सरकार ही बेचने पर मजबूर कर रही है आवास विकास और असल जैसी कंपनियांलाकर जमीन बेचने पर मजबूर कर रही हैं और पैसे भी काम दे रहे हैं किसान मजदूर है भेजने के लिए😞😞
Let us NOT forget those lost souls...their lives matter too 😔 this resonated so deeply with me, because we had the same kind of Genocide (NOT Famine) in 1876 in the then Bengal Empire, which took away almost 1/3rd of the population 😢
Jay Jawan Jay kissan Jay vigyan bhukh koi jaati koi dharm koi apna kon paraya nahi jaanti 😮 save water save life sab jaati bhedh se door raho Jay sambhidhan thankyou sir 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Mai to bus yahi kahna chahunga ki aaj hamare pas jo bhi h uski valyu karo anan pani vyarth bilkul n jaye sarkar fokat me chawal de rahi h to logo me ahankar aa gaya h
Perhaps photographic archives of the 1899 Rajasthan famine are unvailable... most of the pictures were those of the 20th century Bengal famines (there were 3) or of the 1971 Bangladesh war. But the info is important for the modern generation: most crucially, the comment about the food people tend to waste, as leftovers. One of my (late) uncles was born during the 1943 Bengal famine; so our mother brought us up never to leave literally even a single grain of rice, single leaf of vegetable uneaten on the plate. Today, in my 60s, living in Europe, I still follow that teaching received in childhood.
इसके कारन खेत घर मंडी सब कुछ छोड़ कर लोग अपने गावो से जा रहे थे मेरे भी पड़ दादा और दादा ताऊ भुवा कहते थे जब खेत से अनाज ला कर रखते ही पुलिस जब्र छीन ले जाती बहुत दुःख की बात ह आज भी हम अपने खेत पर और घर पर नहीं गए ह और मन्दिर जो एक पुजारी को संभला कर आए जो आज भी वही परिवार पूजा करता ह सत्या नाश हो कांग्रेस का और ब्रिटिश का कितने लोग भूक से मर गए प्यास से मरे अब भगवान करे ब्रिटिश में भी ऐसा हल हो ,जय भारत जय हिन्द
हम अपने महापुरुषों और पूर्वजों को नमन करते हैं। सुनकर दिल बैठ गया।
आज भी कुछ भागों में स्थिति खराब है।
मेरी परदादी ने खेजड़ी की छाल पीसकर और तरबूज ककड़ी के बीज भुनकर खाए हुए हैं वो कहते थे 😢😢एक मटका मीठा पाणी ऊंट से 45 km दूर से लाते थे उसमें खरा पानी मिलाकर दो मटकी बनाकर पीते थे 😢और कोई अनजान राम राम करता तो समझ जाते थे की वह प्यासा है 🙏धन्य हो ऐसे पूर्वज जिन्होंने हमे पाला
उस समय राम ने पानी क्यों नहीं बरसाया
Waheguru g😢😢
Ram ko target karne ka ek mauka Na jhukana@@BunchOfThoughts
@@BunchOfThoughtsbhagwan ki lila h av ke mayne me isse kuch sikh mil rhi h na pagl ki pani khana barbad nhi kre
Qqaqqqqqqqqqqqqqqqqqqqqqqqqqqqqqqqqqq
मै स्वंम राजस्थान से हु। ईसलिय जानकारी
बहुत अच्छी थी लेकिन हृदय विदारक थी । अक्सर सोच-विचार करता हु कि पृकति ने राजस्थान को बहुत कम दिया है । लेकिन राजस्थान के लौगौ को साहस बहुत दिया है । जो हर हाल मै अपना वजूद बच्चा लेते है। महाराजा गंगा सिंह जी का बहुत बङा योगदान रहा है जिन्होंने गंगा नहर बनाई थी।
क्यों अब प्रकृति की क्यों बुराई कर रहे हो, देवताओं की क्यों नहीं कर रहे कि देवताओं ने राजस्थान वासों के साथ गलत किया ?,
पेट भरा होता है तो धार्मिक ढोंग याद आता है , जब मुसीबत आती है तो प्रकृति को दोष देने लग जाते हो
इस वीडियो को देश के हर पाखंडी को दिखाना चाहिए
Bagulabhat to tum hi ho😅😅
पाखंडी तो तू भी है भिमड़वा का 😅
@@v.nmishra6783❤
@@v.nmishra6783teri jali n😂😂
@@v.nmishra6783Tu logo se achhe janwar hote hai😡
लोग आजकल घर मकान बिल्डिंग ही बनाने के बारे में ही सोचते हैं। लेकिन कोई पेड़ नहीं बचा रहा.. 😐 तभी तो आजकल बारिश होना बंद हो गई है।
मैं सब लोगों से हाथ जोड़कर विनती करना चाहूंगी कि पेड़ लगाए और अपना खेत ना बेच वहां पर हवेली और या घर ना बनाएं शेरों की छम छम आई बिल्डिंग हमें कुछ नहीं दे सकती लेकिन हमारा खेत हमें असली सोने देता है जिससे हमजीवित रहते हैं यह कहानी सुनकर मेरे रूम कहां गई है महादेव से दुआ करते हो महादेव ऐसा कभी दोबाराना हो😢😢😢😢
हमेशा खाने और पानी का सम्मान करना चाहिए बहुत ही दुखद घटना आंखों में आंसू आ गए
हवा,पानी जमीन ये ही असली सम्पती है आज चेतो नहीं तो कल पछताओगे।
आपका वीडियो देखकर बहुत अच्छा लगा जानकारी बहुत अच्छी लगी पुरानी यादें ताजा हो गई यह वीडियो सितंबर 2024 में कौन कौन देख रहा है लाइक करें😊
ए V D O अगर भाजपा वाले दिखेगा तो कहैगा ए नेहरू के कारण हुआ था
पेङो की छाल तक खा जाना
दर्दनाक 😢😢😢
जैन सौदागर बनियों के राक्षसी गिरोह द्वारा संचालित राक्षसी पाप की मायावी टेक्निक से 1899 मे भयंकर अकाल पड़ा दिया था जिससे लाखो लोगो और करोड़ों गाय भैंस भेड़ बकरी और करोड़ो पक्षियों को मार डाला गया था छप्पनियां अकाल जैन सौदागर बनियों के राक्षसी पाप का अमिट कलंक ही है
हमारे सभी पूर्वजों को दिल से सलाम है ।🙏 राजस्थान वासियों का सबसे भयानक समय सोचिए वो कैसे समय से निकले होंगे उन्होंने कैसी परिस्थितियों का सामना किया होगा।✨✨🙏जय हिंद जय भारत 🙏🙏
कुछ सालों मे हम लोगो की पीड़िया या उनकी पीढ़ी भी ऐसे ही हालत मे होगी ऐसा मुझे लगता है
Ha bhai
Tab to ped nahin karte the plywood factoriyan nahin thi tab kyon akaal pada ab to hajaron lakhon karod Kate jaate Hain
हां इस अकाल की कहानियां सुन सुन मैं बड़ा हुआ हूं। मेरा गांव भी राजस्थान से लगा हुआ था। इस अकाल को आज 125साल पूरे हो गए। सेठ लोग चने बांटते थे और महुआ के साथ सेककर खाते थे। दिन में एक बार मक्का या ज्वार की राभडी खाते थे, कभी कोदू, कुटकी या समा की रोटी खाते थे। समा एक घास का बीज होता है। मैं रा परिवार भी चित्तौड़ राजस्थान से विस्थापित हुए था यह 200साल पुरानी घटना है। इसी कारण मेरा घर जाति की बस्ती से कुछ दूर घर था। और हाथ से कपड़े सिलाई कढ़ाई करके पेट भर लेते थे। अतिरिक्त समय मजदूरी भी करना पड़ता था।
हां मैंने भी एक वक्त शाम को राबडी में गुजरा किया था। ये कहानी है गरीबी और अकाल संवत 1956की, सन 1899की।
धरती पर अकाल ना पड़े इसके लिए हमें चाहिए कि अधिक से अधिक पेड़ लगाए
आपको बहुत बहुत साधुवाद, आपने बहुत अच्छी जानकारी दी है। जय भीम,जय भारत।
मेरे पास शब्द नहीं है भगवान ही जाणता होगा की केसे लोगोने आपदा का सामना किया होगा 🙏🌹
Hamare purbajo ne bahut paresani jheli hai sat sat naman ❤❤❤❤
मेरे परदादा जी ने यह दुख मेरे दादी हमें क्या की छप्पनिया कल कैसा कल था जानवर और इंसानों को खाने लगे यह काल मरी पर दादी ने देखा था और होगा था उन्होंने बताया कि लोग ने गाई भी खा गए थे और कुछ लोग तो अपने बच्चों को भी खा गए थे
Oohhhh 😢😢😢😢😢😢
Bhai majburi ,insan ki Jaan ahshani Se nahi nikalti hai ,Isliye jihne k liye kuch bi kar guhjar tah
😢😢😢😢😢😢😢
Don't waste food
Hamari mammi battati hai log ek roti ke liye pure din majduri karte the.
اے اللہ میرے بھارت میں اب کبھی ایسا وقت نہ آۓ میرے ہر ہھارتی بھائی کو خیر عطاء فرما
Sare rajo sare setho sahukaro ko dil se salam .malik unke neak karmo ka fal unki pidiyo ko dey.daya wan the woh jai hind😢😢😢
धरती गर्म हो रहा है इसके लिए पेड़ लगाना चाहिए
मैं एक चमार जाति से हूं हमारे दादा दादी aaकाल और भुखमरी से तो नहीं मारे गए लेकिन वह और उनके परिवार वर्ण व्यवस्था का गुलाम रहा उच्च वर्ग के लोग एससी एसटी समाज पर अत्याचार पर अत्याचार उच्च वर्गों द्वारा किया जाता था आज भी
shach kaha, dhanyavad, bharatdesh azzad, huva, pachhahtarshal, ho gaye, ajj bhi shabhi bharatdesh ke log dekh hi rhe haey, ki s.c, s.t, shamaj ke shathh qya, aur kaesha hota haey, to fir shhappaniya akal, ke shamay me to s.c, s.t, shamaj ke shathh jo huva hoga, vo ye vidiyo dekhkar, shunkar,shabhi logo ki shamjme a hi gya hoga.
अपने लोगों को संगठित करो , शिक्षित करो और ताकतवर बनो।
तुम्हारा दुश्मन कोई और नहीं तुम्हारी जाति और जाति को ताकतवर बनाना।
जो तुम्हारे साथ गलत से व्यवहार करता है उसे उसका जबाब वैसे ही दो।
kya tere Dada dadi k sath kisi Tarah ka atyachar hua tha??
Sahi baat h
सारा छप्पन कि अस्लियत कहानिने दिल्मे दुख आखोमे कब आया मालुम नहि हुवा !
अन्न का महत्व यह स्थिति देखकर समझिए। अन्न जल और हवा ही जीवन है।❤
बहुत अच्छा वीडियों jankari दी
मे हरियाणा निवासी मेरी दादी न हमारे को भी बताया इस के बारे मे लेकिन हम बच्चे थे टिक से पूछ नही पाये
आज़ हम पुराने लोगों से सुनते हैं कि छपनिया काल बोत खतरनाक था
ये बात सही है
अंग्रेजो की तारीफ करू या बुराई अपने ही लोगो ने अपना शोषण किया अच्छा हुआ अंग्रेज आ गए नही तो आज भी हम गुलाम रहते
Good infomation thank you so much
सुनकर दिल बैठा जा रहा ।
Sar aapki video bahut hi acchi lagi itni acchi lagegi Bata nahin Sakta main aur aapke HAL Ke log dekh lijiye Bhagwan ke Naam Ke Siva kuchh Naam nahin jante to Bhagwan kahan gaya tha itna akal padhne ke bad bhi itne aadami mar rahe the uske bad Bhagwan Gaya kaha tha ki log Bhagwan ke kyon puchte Hain Jo Bhagwan ne kuchh Kiya nahin Jo Bhagwan hai hi nahin hai to Bhagwan ka naam lekar kya milta hai logon Ko Jinda logon ko maarte aaj log Bhagwan ke naam ki vajah se soch lijiye kya
सही बात है 😔😔😔😔😭😭😭
❤❤❤😂🎉 पुरानी यादें हमारे पुरखे पर बीती है 1899 1956 यही इतिहास कहलाती है
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤️🙏 धांन्याबाद जय भारत 🇮🇳🙏🪴🌵🌿🪴🌵🌿🌿🌲🌴🌳🌳🌲 🌳🌳
Bhai ji purvajo ne duk deka hai slute hai magar voh duk dek ke sabhi india or would ke har jagha chale ghe Rajasthan. 🎉🎉🎉
जैन सौदागर बनियों के राक्षसी गिरोह द्वारा संचालित राक्षसी पाप की मायावी टेक्निक से 1899 मे भयंकर अकाल पड़ा दिया था जिससे लाखो लोगो और करोड़ों गाय भैंस भेड़ बकरी और करोड़ो पक्षियों को मार डाला गया था छप्पनियां अकाल जैन सौदागर बनियों के राक्षसी पाप का अमिट कलंक ही है
मानव ने कुदरत का कभी कद्र नहीं किया कुदरत ही ईश्वर है। इसलिए अन्न और जल का अपमान मत करो।
Hum rajasthan se he mere dadajee ne bolata ki 56ya akal bhaykar ta Jay shree ram ji Jay bhavanee maa
56 का काल मेरे दादा जी मेरे पापा को कभी बताया करते थे बहुत सारी तकलीफों से वो गुजरे हैं 😢😢😢
અમારૂ ઘર કચ્છ મુદ્રા. ૫૬ના કાળ.સમયે મારા બાપુજી ઘરમાં કિધા વગર ભાવનગર આવી ગયા. ધીરે ધીરે સ્થાઈ થયાં પછી કુટુંબ ના બાકીના બધાને બોલા
બધાને બોલાવીને સ્થિર થયેલા. એ પછી અમે નાં ના ૪ જણા વધ્યા. અને ભાવનગરી બની ગયા.
गुजरात के कच्छ में छप्पनिया दुष्काल का बड़ा असर था मेरी दादी बताया करती थी कि उस जमाने में आदमी ने मरे आदमी को भी खाया ये बात बचपन मे हमे जुठ लगती थी लेकिन ये सही था दादी ने बताया कि लोगों को जलाने के लिए लकड़ी तक नहीं बची थी बस गिग्घों (गिद्ध एक पक्षी) का राज था 😢😢😢
shhappaniya dushkal, jaesha hi, share bharatdesh me, bharatdesh me rhnevale shabhi jati ke logo ne bhayankar, korona, kal, ko dekha, ki nahi,? korona ke nam kitne hi logo ki jan haey, lash ko jalaneke liye lakdiya, ki kimmat badhhaey gaey, ishi karan lashko ganga, Nadi me fenk diya. korona, ke dardi ka kidni, ankhe, sharir ke kitne hi bhago ka vepar, Kiya gya, t.v, akhbarme ye shabhi shabhi logo ne shuna hoga. duniya, yani shrushti, share vishv, ke shabhi desho me afat, durghatna, ati, hi rhti haey, lekin in shabhi afato, durghatnao, me kitne hi manav, rakshash, ban jate haey, ye bharatdesh ke shabhi jati ke logone korona kal, me t.v, akhbarme dekha hi hoga.
Bahut dukhad.
अपने बच्चों वह जानवरों को भी भुग मरी खाने लगे मेरी दादी अच्छी तरह से हमें बतातीं थी ईस काल के बारे
Bhai. Hamare purvajo ne Bure din Deka Tabhi to Rajasthan ke log would me milega. Bhai Abhi sabhi suki hai
Aapke Rajasthani logo gujrat me bahot hai ahemdabad me maja kare che pesa pesa marwadi che
Ye video hamare aj ke jeevan ke liye bahot sahi aj hamare pass sab kuch hai lekin fir bhi shikayat khatam nahi hoti 😢
देख कर रोना आ गया 😢😢😢
Dhanyvad hamare purvajo ko Jay Ho
Hum rajsthan se hai hmare dadisa ne bolata ki 56ya kaal bhut bhaykar ta😢😢😢
जैन सौदागर बनियों के राक्षसी गिरोह द्वारा संचालित राक्षसी पाप की मायावी टेक्निक से 1899 मे भयंकर अकाल पड़ा दिया था जिससे लाखो लोगो और करोड़ों गाय भैंस भेड़ बकरी और करोड़ो पक्षियों को मार डाला गया था छप्पनियां अकाल जैन सौदागर बनियों के राक्षसी पाप का अमिट कलंक ही है
🙏 thank you for telling the story. Such sacrifice and suffering shall always be remembered.
૫૬ નાં કાળની વાતો થી વ્યથિત થય જવાય છૈ.
વ્ય
This video's beneficial remedy for malnutrited people
राजस्थान के भागीरथ राजा गंगा सिंह थे
उस दुख के समय में जिन भी सेठ साहूकारों और जमींदारों ने लोगों कि भूख और मजबूरी का फायदा उठाया होगा। आज उनके वंशों का हाल देखो भगवान न्याय जरूर करते हैं।
Is dukh bhare din ko vyakt karne ka koi shabd hi nhi hai, bahut dukh hua ye video dekh kar 😢😢😢😢🙏🙏
33 करोड़ देवी देवता उसे समय कहां चले गए थे।
Nehi bhai 36 cr. 😂😂
Or Allah kaha Gaya tha
Wo bhi wahi the tbhi tum log pda huye the .... Or aaj jo tum bakchodi kr rahe ho wo unhi 33 करोड़ देवी देवताओ की वाजे से।
Guru ke paas gye the unko bulane guru v nhi aye the tumare😂
अल्ला ताला के पास गए थे, क्योंकि समस्या के समाधान में वे सक्षम थे, मगर वे भी कुछ नहीं कर पाए
Bhut hi interesting story h such a inspirational 😢
Ya allah un masum bacchon ki halat kya thi hunn gi us waqt 😢😢😢😢😢😢😢😢
राजस्थान की जनता फिर भी कांग्रेस पार्टी के लिए वोट करती है. इस अकाल के लिए कांग्रेस पार्टी जिम्मेदार है
आज भी यहाँ के हालात अधिक ठीक नहीं है.
Modi
Angrej kha gye the tel lene😂😂😂😂
Kya aadami hai
1899 mein isko Congress dikh raha hai
अबे अक्ल के ढक्कन ये अंग्रेजों के समय की बात है,, मुझे लगता है बीजेपी ने तुम्हारी अक्ल मे एक ही चीज भर दी है कांग्रेस की बुराई करो बस आंख बंद करके, तुम जैसो को एक दिन सबक जरूर सीखाया जाएगा इंतजार कर तू
Jay guru maharaj 🙏🙏🙏🙏🙏
मेरी दादी ईस काल के बारे में बताया करती थी हमें बचपन में
My mother told me about this her grandfather and her grandmother where 22 years old
Aapne ye video banaya me ravi Pratap singh aapko sadar naman karta hu
😢😢 ek shabd bhi nahi😢😢,ye sab dekh dil, man ko bahot hi jyada dukh hua 😢😢kya biti hogi un garib logon ke upar...
यह जमाना एक बार फिर सेलौट आएगा
कुदरत का कहर कहते हैं
ગુજરાતી ફિલ્મ પણ બની છે માનવી ની ભવાઈ
Ye log jangal ki or chle jate to jane kam jati
Oh my God, what a great famin
Bhai pahli bar pata chala ki bhookh yah hai bhi kara sakte hain upar wala yah din kabhi Na Laut aaye
Us time log Hindu muslim nahin karte the sab ek sath me rahte the kash ye sab neta nahi hote to aaj bhi hum tukdonme baten jate ....jai hind jai bharat
thank you so much for this video. I came to know what hunger can do to human and other animals. I prey to god that no one should remain hungry.
very very sed story 😢😢😢
हमें अपनी जमीन नहीं भेजनी चाहिए लेकिन सरकार ही बेचने पर मजबूर कर रही है आवास विकास और असल जैसी कंपनियांलाकर जमीन बेचने पर मजबूर कर रही हैं और पैसे भी काम दे रहे हैं किसान मजदूर है भेजने के लिए😞😞
Let us NOT forget those lost souls...their lives matter too 😔 this resonated so deeply with me, because we had the same kind of Genocide (NOT Famine) in 1876 in the then Bengal Empire, which took away almost 1/3rd of the population 😢
Bas ankho se pani ruk nahi raha hai 😢
हे प्रभु इतना भया भय दृश्य,😭
Ye vdo 😢mere aankho me aanshu aa gya hey bhagwan aisa kv kisi ko v jindgi maat dena😢
Aaj to log bhut pani barbaad kar rahe h
Dhanyvad sar
Always respect the food dont waste it😢
Hamari Dadi bhi baat karti hai is Kal ke bare mein Mashallah se aaj bhi Hayat hai Aur tandurust Hai
मेरी दादी 9साल की थी
Same as the great bengal famine.
Jay Jawan Jay kissan Jay vigyan bhukh koi jaati koi dharm koi apna kon paraya nahi jaanti 😮 save water save life sab jaati bhedh se door raho Jay sambhidhan thankyou sir 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Mai to bus yahi kahna chahunga ki aaj hamare pas jo bhi h uski valyu karo anan pani vyarth bilkul n jaye sarkar fokat me chawal de rahi h to logo me ahankar aa gaya h
Sachi.khabar
Hamare bujurg bataya karte the is bhayanak akal ki baat
जब जब कांग्रेस सरकार होती हैं तब राजस्थान में अकाल पड़ता है 😂😢😢😢
Dimag hi nahi Tera laga
A very bad time. ,, sorry.
Ha mene bhi suna hi apni dadi sad si
Jay jay rajsthan
Perhaps photographic archives of the 1899 Rajasthan famine are unvailable... most of the pictures were those of the 20th century Bengal famines (there were 3) or of the 1971 Bangladesh war. But the info is important for the modern generation: most crucially, the comment about the food people tend to waste, as leftovers. One of my (late) uncles was born during the 1943 Bengal famine; so our mother brought us up never to leave literally even a single grain of rice, single leaf of vegetable uneaten on the plate. Today, in my 60s, living in Europe, I still follow that teaching received in childhood.
Hum.dek.rahey.ha.sir.g❤
Jiy Hind
इसके कारन खेत घर मंडी सब कुछ छोड़ कर लोग अपने गावो से जा रहे थे मेरे भी पड़ दादा और दादा ताऊ भुवा कहते थे जब खेत से अनाज ला कर रखते ही पुलिस जब्र छीन ले जाती बहुत दुःख की बात ह आज भी हम अपने खेत पर और घर पर नहीं गए ह और मन्दिर जो एक पुजारी को संभला कर आए जो आज भी वही परिवार पूजा करता ह सत्या नाश हो कांग्रेस का और ब्रिटिश का कितने लोग भूक से मर गए प्यास से मरे अब भगवान करे ब्रिटिश में भी ऐसा हल हो ,जय भारत जय हिन्द
अंग्रेजों के अलावा 567 राजा उस समय राजाआओं की हैसियत से मौजूद थे
Have mercy " Oh Heavenly Father".
तब भगवान और अल्लाह कहां थे
He bhgwan woh din phir kabhi na aye prabhu 😭🙏🙏🙏
Maine apne zindagi me kabhi itni dhiyan se koi video nahi dekha mai imagine kar rhi hu kya kya hua hoga 😢😢😢
Kchh me bhi tha mere dada ne dekha tha ye dor😢😢
Jay varath mata ki jay