गांव से जब शहर में आता है तो भाई भाभी के लिए मकान बनाता है, जमीन खरीदता है। जब रिटायर होकर वापस गांव में आता है तो उसे सच्चाई का पता चलता है। ऐसे बहुत सारे मुर्ख मैंने समाज में देखें। बहुत लोगो ने मेरे से शेयर भी किया है। बाद में उन्हें कोई सम्पत्ति गांव में नहीं मिली और उसके अपने बच्चों से भी सम्बन्ध खराब रहे, परिवार वालों ने लूट लिया और रिटायरमेन्ट के बाद बहुत जल्द उसने स्वर्ग में अपना स्थान बना लिया।
बहुत सही बात की चर्चा कर रहे हो, गांव में लोग अपनी गरीबी से परेशान नहीं है, बल्कि पड़ोसी के खुशी से ज्यादा परेशान है, गांव का सामान्य जनजीवन ज्यादा से ज्यादा दिखावा और एक दूसरे को नीचा दिखाने में रहता है।
क्यों क्या शहर में नहीं जो भी नया मकान बनेगा वो कोशिश करेगा बराबर वाले से अच्छा हो लेकिन अगर हैसियत ही न हो तो अलग बात फिर शहर में जलोगे किससे जब कोई तुम्हारा अपना है ही नहीं नफरत करोगे किससे जब कोई प्रेम करने वाला है ही नहीं तुम्हारी गाड़ी तुमसे न तो जलती है न नफरत करती है न लड़ती है पता है क्यों क्यों कि उसमें फीलिंग ही ना है ऐसे हो शहर के लोग है जो सभ्य है केवल दिखाने के लिए जो तुमसे प्यार से बोलते है इसलिए नहीं कि तुमसे प्रेम करते है बल्कि इस लिए क्यों की उन्हें मशीनों की तरह ट्रेंड किया गया है
@@BeenaDevi-dl9px100%shi bat hai shahr me agr koi Mr bhi jata hai to 2-4log hi ekthe ho pate hai lekin gavo me pura gav 12din tk bethne jate hai sukh dukh me apna pura time dete hai or rhi bat gav me gribi hoti hai uski to bilkul glt bat hai city me log jitni jamin kharidkr pura Ghar bnate hai utni jamin pr to gav ke log gobr dalne me use krte hai to feer socho grib kon gav me ek kisan ke pass jitni jamin hoti hai utni jamin city ka bnda apne khud ke kpde bech jaye to bhi nhi kharid skta hai isliye grib kon hai aap hi btaye.
आप को किसने बता दिया कि गांव में सिर्फ गरीब लोग रहते हैं गांव से अधिक गरीब तो शहरों में रहते हैं गांव में जिसके पास पैसा होता है वही बड़ा मकान बनाता है कर्ज की थाली शहर के लोग डूबे हुए हैं गांव के नहीं
गाँव मे हर मनमुटाव का एक ही कारण मुझे समझ आया कि वहां पर हर किसी की नजर हर किसी पर बनी रहती है इसी कारण जलन की भावना से सारे विद्रोह उत्पन्न होते हैं, शहर में ये भावना कम है इसलिए घर में सकून मिल जाता है
गांव से यदि कोई एक पीढ़ी से निकल गया। उसके बाद दूसरी पीढ़ी लौटना चाहे तो, अपने ही परिवार के महिला-पुरुष उसे बसने ही नहीं देते। जिससे शहर में बसना ही उचित हो जाता है। मेरा गांव मेरा शहर ।
सभी आम लोग अपने गांव में रहना चाहते हैं। लेकिन अभी तक की केन्द्र में सरकारों ने वोटबैंक की राजनीति ही की हें। जिससे मजबूर हो कर गांव घर छोड़ना पड़ता है।😮
लगता है आप बिहार या झारखंड से हो इसलिए आपके सोचने का तरीका अलग है। आदमी गांव में मकान ना बनाए तो कहां लगाए। शहर के लोग कर्ज पर जीते है और उनके जीवन में कोई सुकून नहीं होता। जीना ही है तो गांव की लाइफ जियो रही बात मकान की तो सबको अपनी हैसियत के अनुसार बनाना चाहिए
गांव के भाई लोग क़र्ज़ में दबे हैं कुंवारे लड़कों कि शादी नहीं हो रही हैं इसलिए भी लोग दिखाने के लिए पक्का मकान बना रहे हैं ताकि सगाई करने जब लोग आये तो बड़ा घर देखकर लड़की दे जाये । जय हिंद
में खुद गांव में रहता हु और इतना कह सकता हु गांव से ज्यादा अच्छे शहर है वहां पर गांव से ज्यादा सुकून है गांव में लोग एक दूसरे की टांग खींचने में ही रह जाते है
शहर भी कभी गांव थे! गाव मे भी रोजगार के साधन बढ़े यह प्रयास हर गांव वासी का होना चाहिए। जहा हमने अपना बचपन जिया है,बड़ो का आशीर्वाद लिया है। अपना भी फर्ज बनता है कि हम भी गांव के विकास मे भागीदार बने! सुख-दुख मे भागीदार बने! ईर्षा तो शहर मे पड़ोस वाले भी करते है। जहा किसी से कोई मतलब ही नही वह जीवन ही क्या!
अब गांवों में कोई गरीबी नहीं है। सबके अच्छे पक्के और बड़े बड़े मकान हैं। सबको सरकार से फ्री राशन पानी बिजली दावा पढ़ाई खाते में सरकार से अनेकों मद में फ्री का पैसा आता है। कोई काम करने को राजी नहीं। ताश का अड्डा चौक चौराहे पर मिलेगा। गांव में मकान बना कर मैं भी गलती कर चुका हूं। ईर्ष्या द्वेष भी बहुत है।
आजकल के गांव और शेहरी जिंदगी का बोहोत अच्छा आंकलन आप ने किया हे। गांव में एक दूसरे के रिश्तेदार के लिए बहुत ज्यादा नफरत और जलन होती है। जैसा क्या आपने बताया है छोटी छोटी बिनामतलब की बातों के लिए एक दूसरे को परेशान करके अपनी और दूसरों की लाइफ को नर्क बना देते हैं। सचमुच अब गांव में सुकून जैसी कोई चीज नहीं है बल्कि गांव सेज्यादा सुकून शहरों में होता है। 😌
मेरे पापा 60 लाख का घर बनाए है,, बिना किसी लोन के....... मेरे चाचा से रहा नही गया,, उन्होने 80 लाख का घर बनाए,, उन्होंने 40 लाख का लोन लिया है ,,10 वर्ष बाद लोन वाला बोल रहा है घर खाली करो,, मेरे चाचा को भगवान जी सहायता कीजिए 🙏🙏🙏🙏🙏
हमने भी गांव में घर बनकर पछतावा कर रहे है जब अच्छा घर नहीं तो भैया का शादी के टाइम गांव वाले बोल रहे थे कि इनके पास घर नहीं है और आज जब घर बन गया तो पूरा गांव जल रहा है अच्छा करो तो भी बेकार बुरा करो तो भी बेकार इसलिए किसी का सुनाना नहीं चाहिए❤❤
सुनो, मेरा भारत, मेरा गांव, मेरा देश,,,मैंने 1 करोड़ लगाया है, फैशन नहीं है, कमाई किया खेत में मेहनत किया, लहसुन, प्याज, धान, ,,, और 59 रूम का बंगला है, 35 लोग हैं एक साथ, संयुक्त परिवार,
शहर और गांव में बहुत अन्तर है भाई क्योंकि गांव में पशु लोग रखते है उनके चारा के लिया बड़ा कमरा और उसे बा धने के लिए कमरा सबका अपना अनाज रखने के लिए बहुत ऐसी जरूरतों के लिए गांव में बड़ा मकान बनवाते है लोग वो भी अपनी कमाई से कर्ज लेकर नही मैं भी गांव से हूं मेरा घर भी 4 मंजिला है मुझे मालूम है गांव के बारे में 😊
शहर में बिना काम के जीने से तो लाख गुना अच्छी है गाँव की जिंदगी यदि थोड़ी सोच अच्छी हो। गाँव में बहुत सपोर्ट मिलता है। कोरोना काल में गाँव ही याद आता था। जब घर और संबंध बनाए रहेंगे तभी काम आयेगा गाँव, अन्यथा शहरी भवकाल में फंसे रहिये।
आप जैसे लोगों की वजह से पैतृक सम्पत्ति गांव से बेच कर लोगो शहर में जाने की मानसिकता मे घुसे है।और कोरोना में फार्म हाउस खोजते है। जान बचाने के लिए और सुकुन चिंता मुक्त होने आते है।
Paitrik sampatti gaw mai kyu rakhe jabki roji rojgar bal bacche sahar mai hi rahate hai. Chhod de kya tumhare liye?? Avaidh kabja aur us jamin se dusare hi faayda uthayenge. Kam daam mai tumko dena chahe to tum bhi turant raji ho jawoge. Aur fir jaha par roji rojgar hai usi ke aas paas apna khud ka flat ya farm house bana lenge. Apni jamin ko kisi kutte ya suar ke upbhog ke liye kyu chhode? Jabki rahana to shahar mai hi hai. Aur ye bhi yaad rakho ki agar paisa hai to gaw mai hi paitrik sampatti se kai guna acchi jamin mil jayegi.
भाई गाँव मे ही अच्छा सा बड़ा सा घर बनाना चाहिए, ताकि अगली पीढ़ियों को शहरो मे ना भागना पड़े, बाकी रोजगार सभी जगह पैदा किये जा सकते हैं, जहां भी इंसान रहते हो
घर को देश रोजगार के साधन के नजदीक ही रहना चाहिए तभी सुकून मिलेगा मतलब की अगर आपके रोजगार गांव से है तो गांव में घर बनवाइए और अगर आपके रोजगार शहर से है तो सहर में बनवाइए। लेकिन मैं 1 बात बड़ी ताकत के साथ कहूंगा की अगर ज्यादा साल जिंदा रहना है तो गांव ही ठीक है शरीर में प्रदूषण और मिलावटी खाने का असर नही होगा। गांव में पर्यावरण स्वच्छ रहता है।
Khud mera family aisa hai , village main ghar banaya dono bhai ke liye, yearly 2/3 times village jana hota hai one week ke liye, baki time ghar band rehta hai , pehle to 1/2 din chala jata hai pura room clean krne main 😂😂😂😂😂 par kya kare parents log issme retirement ka half amount laga dete hai, show bazi hai bass , small amount ya small size main bhi bana sakte thee par nahi showbazi krna hai village main
जगह जगह घर बनाने से कोई फायदा नहीं है। यदि आप शहर में सेटल है मकान बना रखा है शहर में नौकरी करते हैं, तो आपके गांव में जाना होता है तो वहां छोटा मोटा मकान बनाकर रहो, यदि आपकी नौकरी मास्टर पटवारी या गांव से संबंध वाली नौकरी है तो फिर गांव मकान बनाने का फायदा है यदि आपके बच्चे शहर में नौकरी कर रहे हैं तो वहां मकान बनाना फायदेमंदहै, गांव के मकान बनाने के बाद में उसमें किया गया इन्वेस्ट का रिटर्न नहीं होता है और ना ही वह मेंटेनेंस कर पाते हैं क्योंकि आदमी एक ही जगह की संपत्ति को संभाल सकता है।
1000 present barabar bat hai sir aapki me khud mere gav me mere 2 ghre hai naye wale lekin me aapke bataye huye jo karn hai in karnose hi gav chod ke city me kiraye se rahe raha hu 1 sal se
Bhai, agar shahar me job chali gai, paise kamana band ho Gaya tab kya karoge? Culture Jo rehne ka hai vo gaav me hi hai. Shahar me n koi saga samandhi, bimar ho Jai to koi poochhne vala bhi nahi. Show off shahar ke log jyada karte hai n ki village ke log. Ye tum apni aur apni village ki baat kar rahe ho. Village me Jo rehta hai jyada khush hote hai.
Tujhe samjh hi nhi aya ye kahna kya chahta hai bhai ghar banane ko mana nhi kr rak jada kharcha karna bilkul bekufi hai us paise ko bachakar kahi lago jisase passive income aye
Aisa nahi hai shahar ke log khule dimag ke hote hai aur korona time me gavo me jayada moute hui thi unki kisine sudh nhi li thi gav ke chhote chhote bachhe chotisi umra me tamakhu ka sevan karne lag jate hai abhi haal me hi goverment ki riport aai thi to samajik vatavrn to prabhavit hoga hi n
आपकी बात से शत प्रतिशत सहमत हूं. मै भी बिहार से हूं और मेरे गांव में यहीं प्रवृति हैं. एक व्यक्ति जो अमेरिका में रहता हैं और उसने करीब एक करोड़ खर्च करके मकान बना तो लिया लेकिन रहता कोई नहीं हैं. आपने बड़ी ही लाजवाब बात कही आपने आज के गांव की सच्ची स्थिति बयान कर दिया. आपके इस सच्चे और ईमानदार व्यख्यान के तहे दिल से धन्यवाद!!!❤️🙏
Log village me ghar is liye bana rahe hain ki 1-2 saal me kabhi village ghumne jaye to man badal jayega,, aur retirement ke baad wo village me aakar saaf hawa le sakege,,,, dikhawa waali baat sirf 5-10 % logo me hoti hai bas,,, baki 90% log apna kuch target bana kar village me ghar bana rahe hain
पहली बार किसी ने सत्य बोला , आधा वीडियो देख कर लाइक कमेंट कर रहा हु ❤🎉। मै भी इसी का शिकार हु 😢 । मकान बना के डूब गया हु। अभी तक पेंट और सीडी का काम नही हुआ है 8 साल से 😢
Sahi baat hai..mai 2018 saal se bana raha hu...75 lakh lag gya..21 lakh loan 29 lakh ki jamin bech kar aur govt job 10 saal ho gya...ghar par koi nehi rehta...mai single hi ji raha hu...ab jake dimag khula hai...thoda economics ki gyan hona chahiye Tha...
Covid may town say jayda Acha Gao Tha ..Gao key log khud may raja hotey Hai. 50 lakh key flat say Acha Hai..Gao ka 5 bigha keth lay or farmhouse banye or 60 key baas aaramsay Rahe
You are right sir hum log pichle 15 saal se city me rah rahe hai par hum gao me bhi ghar hona chahiye bhale chota hi kyu n ho gao sahar dono ka apna mahatva hai😊
Mai Khud Se Shehar Se Village mei aa Chuka h Yahan Log Apna kaam chor kr ye dekhnge ki Samne Wla Ky kha raha h Ky pehen Raha h Chahe unke khud k PSS Futi kaudi na ho 2. Yahan Log Ladne ka bahana dhundhte h Kyu ki Yahan Karne ko Koi kaam nahi h 3. Yahan tum agar monthly 50000-60000 v kama liya to log Tumhe He duniya ka sabse Amir aadmi Maan lenge Sab tumhare taang kheechne mei lag jayenge
Bhai bilkul sahi jankari di aapney. aisa hi hota hai ganv main bhai hi bhai ko jeeney nahi deta sakoon sey. sagey bhai hi dushaman baney hotey hai ek dusrey key bina baat key. yahi mere saath ho raha hai. 98/logo main ye hi ladai ghagdey chal rahey hai.
आपका बहुत बहुतधन्यवाद विशेष कर गांव गांव की दुनिया में आपका स्वागत है।।। ऐसा नहीं है कि व्यक्ति गांव में रहकर गरीब रहे जहां शिक्षा वहां व्यापार जहां व्यापार वहां जागृति जागृति की और बढ़ते समय अपने मां की स्थिति को जान लेना चाहिए बहुत बहुत धन्यवाद
आपके सारे व्हिडिओ में मार्गदर्शन अच्छा है! Best! ❤️❤️ 🇮🇳 🇮🇳
गांव से जब शहर में आता है तो भाई भाभी के लिए मकान बनाता है, जमीन खरीदता है। जब रिटायर होकर वापस गांव में आता है तो उसे सच्चाई का पता चलता है। ऐसे बहुत सारे मुर्ख मैंने समाज में देखें। बहुत लोगो ने मेरे से शेयर भी किया है। बाद में उन्हें कोई सम्पत्ति गांव में नहीं मिली और उसके अपने बच्चों से भी सम्बन्ध खराब रहे, परिवार वालों ने लूट लिया और रिटायरमेन्ट के बाद बहुत जल्द उसने स्वर्ग में अपना स्थान बना लिया।
😊😊😊😊😊😊😅😊😊@@rakeshsharma-sr8xd
Apni soch apne pass rakhiye
Bakwas tooic
बहुत सही बात की चर्चा कर रहे हो, गांव में लोग अपनी गरीबी से परेशान नहीं है, बल्कि पड़ोसी के खुशी से ज्यादा परेशान है, गांव का सामान्य जनजीवन ज्यादा से ज्यादा दिखावा और एक दूसरे को नीचा दिखाने में रहता है।
Right 👍
क्यों क्या शहर में नहीं जो भी नया मकान बनेगा वो कोशिश करेगा बराबर वाले से अच्छा हो लेकिन अगर हैसियत ही न हो तो अलग बात फिर शहर में जलोगे किससे जब कोई तुम्हारा अपना है ही नहीं नफरत करोगे किससे जब कोई प्रेम करने वाला है ही नहीं
तुम्हारी गाड़ी तुमसे न तो जलती है न नफरत करती है न लड़ती है पता है क्यों क्यों कि उसमें फीलिंग ही ना है ऐसे हो शहर के लोग है जो सभ्य है केवल दिखाने के लिए जो तुमसे प्यार से बोलते है इसलिए नहीं कि तुमसे प्रेम करते है बल्कि इस लिए क्यों की उन्हें मशीनों की तरह ट्रेंड किया गया है
आपकी बात 100%सत्य है।
Nice
बिल्कुल सही कहा आपने सर।
लोग गांव में ऐसे ही हैं। मैं गांव से ही हूं। बहुत कलह है गांवों में।
शहर बहुत अच्छा है।
आपको गांव का कटु अनुभव है।अति उत्तम पोस्ट ।गांव में लोग बात बात पर लड़ाई करने के लिए तैयार हो जाते हैं ।परिणाम की चिंता नहीं करते हैं ।
अपने सही बात कही
मेरा पड़ोसी मुझे देखते ही आक्रामक हो जाता
Asa nahi ha hamare goan me sabhi log bahut milkar rahte ha
Aesa hi hota hai@@BeenaDevi-dl9px
@@BeenaDevi-dl9px100%shi bat hai shahr me agr koi Mr bhi jata hai to 2-4log hi ekthe ho pate hai lekin gavo me pura gav 12din tk bethne jate hai sukh dukh me apna pura time dete hai or rhi bat gav me gribi hoti hai uski to bilkul glt bat hai city me log jitni jamin kharidkr pura Ghar bnate hai utni jamin pr to gav ke log gobr dalne me use krte hai to feer socho grib kon gav me ek kisan ke pass jitni jamin hoti hai utni jamin city ka bnda apne khud ke kpde bech jaye to bhi nhi kharid skta hai isliye grib kon hai aap hi btaye.
आप को किसने बता दिया कि गांव में सिर्फ गरीब लोग रहते हैं गांव से अधिक गरीब तो शहरों में रहते हैं गांव में जिसके पास पैसा होता है वही बड़ा मकान बनाता है कर्ज की थाली शहर के लोग डूबे हुए हैं गांव के नहीं
Sahi hai bhai
आपने सही फरमाया भाई साहब
गाँव मे बड़ा मकान क्यो बनाते है आपको शायद नही पता है ये उन सेठ साहू कार लोगो को दिखना होता है जो ये समझते है कि गरीब इंसान कुछ नही कर सकता 😂
❤❤❤
Yes sir ji poste sahi hai aapka
गाँव मे हर मनमुटाव का एक ही कारण मुझे समझ आया कि वहां पर हर किसी की नजर हर किसी पर बनी रहती है इसी कारण जलन की भावना से सारे विद्रोह उत्पन्न होते हैं, शहर में ये भावना कम है इसलिए घर में सकून मिल जाता है
गांव से यदि कोई एक पीढ़ी से निकल गया। उसके बाद दूसरी पीढ़ी लौटना चाहे तो, अपने ही परिवार के महिला-पुरुष उसे बसने ही नहीं देते। जिससे शहर में बसना ही उचित हो जाता है। मेरा गांव मेरा शहर ।
@विपिनसिंग घुसाना है या चौहान है , पहले तो आप ये बताओ मुझे
बहुत सही कहा आपने
@@manojnagre6710 ; क्या कहना चाहते हो ?🤔
Absolutely right 👍
गांव में अपना पुश्तैनी मकान जरूर रखो पर इन्वेस्टमेंट शहरों में करो। आज गांव से ज्यादा शकुन शहरों में है।
भाई शहर गुलामों की व्यवस्था है। नर्क है शहर तो।
लोग अपने दुख से दुखी नहीं है दूसरे का सुख देख कर दुखी है
सभी आम लोग अपने गांव में रहना चाहते हैं। लेकिन अभी तक की केन्द्र में सरकारों ने वोटबैंक की राजनीति ही की हें। जिससे मजबूर हो कर गांव घर छोड़ना पड़ता है।😮
लगता है आप बिहार या झारखंड से हो इसलिए आपके सोचने का तरीका अलग है। आदमी गांव में मकान ना बनाए तो कहां लगाए। शहर के लोग कर्ज पर जीते है और उनके जीवन में कोई सुकून नहीं होता।
जीना ही है तो गांव की लाइफ जियो रही बात मकान की तो सबको अपनी हैसियत के अनुसार बनाना चाहिए
घर अपनी जरूरत से ज्यादा बड़ा नहीं होना चाहिए।
आज का आपका विडियो दिल छु लिया। झोल झाल नही एकदम खरी बात। Thank you for uploading such type of video.
गांव के भाई लोग क़र्ज़ में दबे हैं
कुंवारे लड़कों कि शादी नहीं हो रही हैं
इसलिए भी लोग दिखाने के लिए पक्का मकान बना रहे हैं ताकि सगाई करने जब लोग आये तो बड़ा घर देखकर लड़की दे जाये ।
जय हिंद
गुरुदेव, शादी karwaate हैंलेकिन us मुताबिक लाडकीको देते नही हैं बादमे वो लाडकीपर अत्याचार करते हैं.
दोनो पक्ष के लोग अत्याचार करते हैं
Good 👍💯
Right
Shi bat
में खुद गांव में रहता हु और इतना कह सकता हु गांव से ज्यादा अच्छे शहर है वहां पर गांव से ज्यादा सुकून है गांव में लोग एक दूसरे की टांग खींचने में ही रह जाते है
शहर भी कभी गांव थे! गाव मे भी रोजगार के साधन बढ़े यह प्रयास हर गांव वासी का होना चाहिए। जहा हमने अपना बचपन जिया है,बड़ो का आशीर्वाद लिया है। अपना भी फर्ज बनता है कि हम भी गांव के विकास मे भागीदार बने! सुख-दुख मे भागीदार बने! ईर्षा तो शहर मे पड़ोस वाले भी करते है। जहा किसी से कोई मतलब ही नही वह जीवन ही क्या!
अतिसुन्दर, सत्य कहे साहब यही हकीकत है।
Bahut sundar jankari aap diye sir.bahut bahut dhanyawad
अब गांवों में कोई गरीबी नहीं है।
सबके अच्छे पक्के और बड़े बड़े मकान हैं।
सबको सरकार से फ्री राशन पानी बिजली दावा पढ़ाई खाते में सरकार से अनेकों मद में फ्री का पैसा आता है।
कोई काम करने को राजी नहीं।
ताश का अड्डा चौक चौराहे पर मिलेगा।
गांव में मकान बना कर मैं भी गलती कर चुका हूं।
ईर्ष्या द्वेष भी बहुत है।
Ha sahi bahut irshya hai logo me
Yes.BPL Card wale ab Ameer ho gaye hain.
💯
Bilkul sahi baat
@@ashwanidogra2048
सही कहा फिर भी कोई bpl से नाम नहीं कटवा रहा है 🤐
आजकल के गांव और शेहरी जिंदगी का बोहोत अच्छा आंकलन आप ने किया हे। गांव में एक दूसरे के रिश्तेदार के लिए बहुत ज्यादा नफरत और जलन होती है। जैसा क्या आपने बताया है छोटी छोटी बिनामतलब की बातों के लिए एक दूसरे को परेशान करके अपनी और दूसरों की लाइफ को नर्क बना देते हैं। सचमुच अब गांव में सुकून जैसी कोई चीज नहीं है बल्कि गांव सेज्यादा सुकून शहरों में होता है। 😌
Bilkul sahi baat kahi yaar...aap kha rehtey o city mai
मेरे पापा 60 लाख का घर बनाए है,, बिना किसी लोन के.......
मेरे चाचा से रहा नही गया,, उन्होने 80 लाख का घर बनाए,, उन्होंने 40 लाख का लोन लिया है ,,10 वर्ष बाद लोन वाला बोल रहा है घर खाली करो,, मेरे चाचा को भगवान जी सहायता कीजिए 🙏🙏🙏🙏🙏
हमने भी गांव में घर बनकर पछतावा कर रहे है जब अच्छा घर नहीं तो भैया का शादी के टाइम गांव वाले बोल रहे थे कि इनके पास घर नहीं है और आज जब घर बन गया तो पूरा गांव जल रहा है अच्छा करो तो भी बेकार बुरा करो तो भी बेकार इसलिए किसी का सुनाना नहीं चाहिए❤❤
Gaon mein agar achcha Ghar nahin hota hai to acche ghar mein shaadi bhi nahin Hoti hai asali gaon mein achcha Ghar banana chahie
सब लोग खुशाली जिंदगी जिओ गाव मे घर बनाव और शहर में भी घर बनाओ लेकिन अच्छी जिंदगी जिओ
गांव में लोग एक दूसरे से जलते रहते है ,बस एक गलती का इंतजार करते रहते है ,लेकिन अब धीरे धीरे गांव का माहौल भी बदल रहा है
बिलकुल सही वीडियो है, ऐसा ही होता है
90% पैसा घर पर लगा देते है और सन्कट आने पर फिर कर्ज कर लेते है ।
गुरुदेव सब ठीक कहा
Sir aap ne truth ujagar kar diye hai
Mumbai me 10 lakh dekar 1 crore Ka makan le lete hae Yani 90 lakh Ka loan lekar
भाई जो शहर में बस गया है गांव आकर उसी बिना प्लास्टर हुए मकान maalik ke ghar में शरण लेता है। @@mukeshmukeshchajjer4696
@@mukeshmukeshchajjer4696❤WQ❤❤❤❤❤❤ww
बहुत बहुत धन्यवाद आपका । इतना अच्छा विडियो बनाकर लोगों का बहुत अच्छा मागदर्शन किया। बहुत बहुत आभार एवं धन्यवाद
सुनो, मेरा भारत, मेरा गांव, मेरा देश,,,मैंने 1 करोड़ लगाया है, फैशन नहीं है, कमाई किया खेत में मेहनत किया, लहसुन, प्याज, धान, ,,, और 59 रूम का बंगला है, 35 लोग हैं एक साथ, संयुक्त परिवार,
शहर और गांव में बहुत अन्तर है भाई क्योंकि गांव में पशु लोग रखते है उनके चारा के लिया बड़ा कमरा और उसे बा धने के लिए कमरा सबका अपना अनाज रखने के लिए बहुत ऐसी जरूरतों के लिए गांव में बड़ा मकान बनवाते है लोग वो भी अपनी कमाई से कर्ज लेकर नही मैं भी गांव से हूं मेरा घर भी 4 मंजिला है मुझे मालूम है गांव के बारे में 😊
हाय
शहर में बिना काम के जीने से तो लाख गुना अच्छी है गाँव की जिंदगी यदि थोड़ी सोच अच्छी हो। गाँव में बहुत सपोर्ट मिलता है। कोरोना काल में गाँव ही याद आता था। जब घर और संबंध बनाए रहेंगे तभी काम आयेगा गाँव, अन्यथा शहरी भवकाल में फंसे रहिये।
Aapki saari baatein reality hai sir😊
बहुत अच्छी बात कही है आप ने । काश
ये वाला वीडियो कुछ साल पहले बनाए होते😊
Tumhara to shahar me bhi jhagda aur patharbazi karne ka kaam hota hai to gao me kya krte hoge pata nahi
@@anandmandal8518मंडल जी अपना अपना देखो ! ये सब करके कुछ हासिल नहीं होने वाला ! तुम्हें किसने रोका है भाई ? बनवा लो गांव में दो करोड़ का मकान
@@anandmandal8518 मुस्लिम नाम देखते ही सूअर के तरह चिल्लाने आ गया
आप जैसे लोगों की वजह से पैतृक सम्पत्ति गांव से बेच कर लोगो शहर में जाने की मानसिकता मे घुसे है।और कोरोना में फार्म हाउस खोजते है। जान बचाने के लिए और सुकुन चिंता मुक्त होने आते है।
Bewkoof ho kya
कृपया अपनी मानसिकता को शुद्ध करें। विडियो को समझे नहीं।
Paitrik sampatti gaw mai kyu rakhe jabki roji rojgar bal bacche sahar mai hi rahate hai. Chhod de kya tumhare liye?? Avaidh kabja aur us jamin se dusare hi faayda uthayenge. Kam daam mai tumko dena chahe to tum bhi turant raji ho jawoge. Aur fir jaha par roji rojgar hai usi ke aas paas apna khud ka flat ya farm house bana lenge. Apni jamin ko kisi kutte ya suar ke upbhog ke liye kyu chhode? Jabki rahana to shahar mai hi hai. Aur ye bhi yaad rakho ki agar paisa hai to gaw mai hi paitrik sampatti se kai guna acchi jamin mil jayegi.
Sakratmk paksh ye hai ki investment gaon me hota hai aur eska sidha labh gaon ko hota hai
जल रहा है 🤣🤣🤣
Aapne bilkul sahi topic par video banaye hai dil se dhanyvad.
बहुत ही अच्छा परामर्श लगी सरजी
Very good content, Pehli Baar Kisi ne haqiqat batayi. Aap Gaon ki Social life ke baare mein acchi knowledge rakhte hai. Thanks for video.
बरोबर हे सर 👌🏼❤️first cament महाराष्ट्र से नमस्कार 🙏
एकदम सही वीडियो बनाएं है सर
भाई गाँव मे ही अच्छा सा बड़ा सा घर बनाना चाहिए, ताकि अगली पीढ़ियों को शहरो मे ना भागना पड़े, बाकी रोजगार सभी जगह पैदा किये जा सकते हैं, जहां भी इंसान रहते हो
Kese batao ....Gaav berojgaro se bhara pada h ...Aur is wajah se kanjoos aur dukh se bhi
Aap btao kese rojgar se gaav bhar skta h
घर को देश रोजगार के साधन के नजदीक ही रहना चाहिए तभी सुकून मिलेगा मतलब की अगर आपके रोजगार गांव से है तो गांव में घर बनवाइए और अगर आपके रोजगार शहर से है तो सहर में बनवाइए। लेकिन मैं 1 बात बड़ी ताकत के साथ कहूंगा की अगर ज्यादा साल जिंदा रहना है तो गांव ही ठीक है शरीर में प्रदूषण और मिलावटी खाने का असर नही होगा।
गांव में पर्यावरण स्वच्छ रहता है।
🎉🎉
बहुत सुलझा, सधा हुआ वक्तव्य,,
बहुत तथ्यों से , हकीकत से परिपूर्ण।।
साधुवाद साधुवाद 🎉🎉
बहुत अच्छा वीडियो सर ❤
Khud mera family aisa hai , village main ghar banaya dono bhai ke liye, yearly 2/3 times village jana hota hai one week ke liye, baki time ghar band rehta hai , pehle to 1/2 din chala jata hai pura room clean krne main 😂😂😂😂😂 par kya kare parents log issme retirement ka half amount laga dete hai, show bazi hai bass , small amount ya small size main bhi bana sakte thee par nahi showbazi krna hai village main
गुरुदेव 😂
Yahi sahi baat hai
Oh
Mammy papa ka shouk Hai show off pura karne do
😢😢 हमने ये गलती की है मेरे पापा ने गांव में बड़ा मकान बना दिया लेकिन हम कभी रहे नहीं अब वह जाते है तो चाचा और उनके परिवार जीने नहीं देते ।
सर बहुत अच्छी वीडियो बनाते हैं गांव में यही सब होता है❤❤❤
जगह जगह घर बनाने से कोई फायदा नहीं है। यदि आप शहर में सेटल है मकान बना रखा है शहर में नौकरी करते हैं, तो आपके गांव में जाना होता है तो वहां छोटा मोटा मकान बनाकर रहो, यदि आपकी नौकरी मास्टर पटवारी या गांव से संबंध वाली नौकरी है तो फिर गांव मकान बनाने का फायदा है यदि आपके बच्चे शहर में नौकरी कर रहे हैं तो वहां मकान बनाना फायदेमंदहै, गांव के मकान बनाने के बाद में उसमें किया गया इन्वेस्ट का रिटर्न नहीं होता है और ना ही वह मेंटेनेंस कर पाते हैं क्योंकि आदमी एक ही जगह की संपत्ति को संभाल सकता है।
Actually u r right I have also same problem . Thanks
Bhut acha video sir ❤
dil chune ki baat kye hai excellent
1000 present barabar bat hai sir aapki me khud mere gav me mere 2 ghre hai naye wale lekin me aapke bataye huye jo karn hai in karnose hi gav chod ke city me kiraye se rahe raha hu 1 sal se
वीडियो का कंटेंट काफी अच्छा था। बिल्कुल सही और कड़वी बात कह दी आपने।
Aapka har baat relatable hai mai gaon mai rahta ho.
सर आपणे बिल्कुल सही कहा है मै आपसे सहमत हूँ
आपकी बात एकदम सही है मुम्बई मे किराये पर भटक रहा हूँ गावँ मे बड़ा घर है किस काम का
Ek no baat bol rhe hai sir thank you so much
Bhai, agar shahar me job chali gai, paise kamana band ho Gaya tab kya karoge? Culture Jo rehne ka hai vo gaav me hi hai. Shahar me n koi saga samandhi, bimar ho Jai to koi poochhne vala bhi nahi. Show off shahar ke log jyada karte hai n ki village ke log. Ye tum apni aur apni village ki baat kar rahe ho. Village me Jo rehta hai jyada khush hote hai.
Tujhe samjh hi nhi aya ye kahna kya chahta hai bhai ghar banane ko mana nhi kr rak jada kharcha karna bilkul bekufi hai us paise ko bachakar kahi lago jisase passive income aye
सही विचार है
Aisa nahi hai shahar ke log khule dimag ke hote hai aur korona time me gavo me jayada moute hui thi unki kisine sudh nhi li thi gav ke chhote chhote bachhe chotisi umra me tamakhu ka sevan karne lag jate hai abhi haal me hi goverment ki riport aai thi to samajik vatavrn to prabhavit hoga hi n
मे भी गाँव मे रहता हूँ आज गाँव मे यही सभी होता है जायदा तर बिहार मे
Bhai ye video bahut pasand aaya thank you
अमूल्य वीडियो, सर्वोत्तम सुझाव, बधाई
Bhut badiya video... 👍
अती सुंदर विडीयो
आपकी बात से शत प्रतिशत सहमत हूं. मै भी बिहार से हूं और मेरे गांव में यहीं प्रवृति हैं. एक व्यक्ति जो अमेरिका में रहता हैं और उसने करीब एक करोड़ खर्च करके मकान बना तो लिया लेकिन रहता कोई नहीं हैं.
आपने बड़ी ही लाजवाब बात कही आपने आज के गांव की सच्ची स्थिति बयान कर दिया. आपके इस सच्चे और ईमानदार व्यख्यान के तहे दिल से धन्यवाद!!!❤️🙏
क्या सही बात कही है आपने सर एकदम सटीक विश्लेषण 🙏
बहुत ही सुन्दर जानकारी दी है सर जी आपने
आप बिल्कुल realistic बात बता रहे हैं. Thank-you sir.
Bilkul sahi, hm gaw me rhte hai 100% yahi hal hai...sukun bilkul nhi hai, sukun ab sity me hai, wo sukun jisme kisi ko jyada kisi se mtlb na rhta ho
बहुत सुंदर विडियो सर धन्यवाद।
Correct sir.
Log village me ghar is liye bana rahe hain ki 1-2 saal me kabhi village ghumne jaye to man badal jayega,, aur retirement ke baad wo village me aakar saaf hawa le sakege,,,, dikhawa waali baat sirf 5-10 % logo me hoti hai bas,,, baki 90% log apna kuch target bana kar village me ghar bana rahe hain
आप बिल्कुल सच कह गए हो।गांव में सभ दिखावे के लिए हो रहा है।गांव में एक करोड़ रुपए खर्च करके मकान त्यार करलो पर उसका कोई 50 लाख भी नहीं देगा।
Bahut sahi jaankari 🙏🙏
Kya baat hai sir..bhoot acha topic choose kiya hai
आपने स्वीकार नहीं करने बाली मगर सच बात कही है..
Mera ganw mai ghar bnane ka plan aab change ho gya is video ko dekhkar❤
गांव में मकान होना चाहिए बढ़िया सा यदि गांव में ही रहते हो तो,लोग देखेंगे जलेंगे ,, ,, शहर में कौन किसको जानता है,,
Kisi ko jala kar kya milega bhai , apna mast raho life enjoy karo
शहरों में लोगों के पास लड़ने का समय ही नहीं मिलता है।
पहली बार किसी ने सत्य बोला , आधा वीडियो देख कर लाइक कमेंट कर रहा हु ❤🎉। मै भी इसी का शिकार हु 😢 । मकान बना के डूब गया हु। अभी तक पेंट और सीडी का काम नही हुआ है 8 साल से 😢
Bhoot shi bataya sir apne..
Veryy veryy good
गांव कभी अच्छा हुआ करता था , अब गांव रहने योग्य नहीं है।
गांव में स्वर्ग जैसा आनंद आता है शहर में जाने पर दम घुटता है
@@daduchouhan8375ganv m bachchon ka future barbad hota hai kuchh tuchche luchche galat adat lagadete hai lafange log bas ho gaya kam
Gao toh ache hai lekin waha ke log nahi
क्या बात कहा आपने,,,बहुत बढ़िया
Sir apki bat dil ko chho lene leti hai.
वर्तमान समय में गाँवों और समाज की यही सच्चाई है आप बिल्कुल ही सत्य कह रहे हो।
Very good information sir thanks 🙏👍
Aap bahut ach hi baat bataya
Thanks
मैं ठीक से गांव में रहता हूँ, बड़े से मकान में 6000 किराया दे कर और 2012 में एक घर बनाये थे तब समझ में आया की घर बनाने में पूरा पैसा ख़तम हो जाता है,
बिलकुल सही विडिओ है 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
बिल्कुल सर पर बहुत से लोग जो गांव में रहते हे घर बना तो लेते हैं पर प्लास्टर नहीं करवा पाते
Fir dusri manjil kharri karte hain
😅😅
Sahi baat hai..mai 2018 saal se bana raha hu...75 lakh lag gya..21 lakh loan 29 lakh ki jamin bech kar aur govt job 10 saal ho gya...ghar par koi nehi rehta...mai single hi ji raha hu...ab jake dimag khula hai...thoda economics ki gyan hona chahiye Tha...
Bhai me bhi mandal hu hindu mere dada ji bengal se bhag ke bihar aye the
जय हो बहुत हेल्पफुल जानकारी जय हो
गांव में रहना हर एक आदमी की बस की बात नही जिसको साफ स्वच्छ वायु अच्छा खानपान एक दूसरे के साथ मिलना अपना सुख दुख बाटना हो वो गांव में रहे
Hahahaha😅😅😅😅😅, sab ek dusre ko court me ghaseet rhe hain😅😅😅
👉👉,,, आपकी ये सारी बाते रीयल, फैक्ट हैं,,,,,,I agreed,hundred percent,,,👈👈👍👍👌👌
सुकून है पगले पहाड़ में।।।। गाँव की हवा= शहर की दवा
Sahi hai sukun pahad my hii
Very Nice information about ....
Invest 😍💐
YES it's true my bro 💯 great
ये एक प्रकार के मानसिक रोगी होते हैं जरूरत दो या तीन कमरे की होती है और सिर्फ दिखावे के लिए दो तीन मंजिल दस बारह बनाते हैं
Oh
100% true sir. hamare gav ki bhi yehi story hai.
Covid may town say jayda Acha Gao Tha ..Gao key log khud may raja hotey Hai. 50 lakh key flat say Acha Hai..Gao ka 5 bigha keth lay or farmhouse banye or 60 key baas aaramsay Rahe
Gavo me marne valo ka hisab hi nahi tha korona ke samay
Bilkul sahi hai, mai bhi fas gaya acha ghar banwake aur abhi isike ke karan zagda hota hai
ऐसे लोग शहर से आकर गांव में दूसरे के बने हुए मकान में शरण लेते हैं और शहर में एक कमरे में जिंदगी काट देते हैं 😂
Sahi pakde 😂
You are right sir hum log pichle 15 saal se city me rah rahe hai par hum gao me bhi ghar hona chahiye bhale chota hi kyu n ho gao sahar dono ka apna mahatva hai😊
Mai Khud Se Shehar Se Village mei aa Chuka h Yahan Log Apna kaam chor kr ye dekhnge ki Samne Wla Ky kha raha h Ky pehen Raha h
Chahe unke khud k PSS Futi kaudi na ho
2. Yahan Log Ladne ka bahana dhundhte h Kyu ki Yahan Karne ko Koi kaam nahi h
3. Yahan tum agar monthly 50000-60000 v kama liya to log Tumhe He duniya ka sabse Amir aadmi Maan lenge Sab tumhare taang kheechne mei lag jayenge
Bhai bilkul sahi jankari di aapney. aisa hi hota hai ganv main bhai hi bhai ko jeeney nahi deta sakoon sey. sagey bhai hi dushaman baney hotey hai ek dusrey key bina baat key. yahi mere saath ho raha hai. 98/logo main ye hi ladai ghagdey chal rahey hai.
100%Right Daylog
आपका बहुत बहुतधन्यवाद विशेष कर गांव गांव की दुनिया में आपका स्वागत है।।। ऐसा नहीं है कि व्यक्ति गांव में रहकर गरीब रहे जहां शिक्षा वहां व्यापार जहां व्यापार वहां जागृति जागृति की और बढ़ते समय अपने मां की स्थिति को जान लेना चाहिए बहुत बहुत धन्यवाद