आओ जानें वेदों का रहस्य || आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री || Vedic bhajan satsang ||
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- เผยแพร่เมื่อ 11 ก.ย. 2024
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Title - आओ जानें वेदों का रहस्य || आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री || Vedic bhajan satsang ||
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Audio Recording BY Ashok Kumar Arya (+91 6397303943)
Video Editing BY Ashu Arya (+91 7668541636)
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●आर्य समाज के नियम / Rules of Arya Samaj●
1. सब सत्यविद्या और जो पदार्थ विद्या से जाने जाते हैं, उन सबका आदिमूल परमेश्वर है।
2. ईश्वर सच्चिदानन्दस्वरूप, निराकार, सर्वशक्तिमान, न्यायकारी, दयालु, अजन्मा, अनन्त, निर्विकार, अनादि, अनुपम, सर्वाधार, सर्वेश्वर, सर्वव्यापक, सर्वान्तर्यामी, अजर, अमर, अभय, नित्य, पवित्र और सृष्टिकर्ता है, उसी की उपासना करनी योग्य है।
3. वेद सब सत्यविद्याओं का पुस्तक है। वेद का पढ़ना-पढ़ाना और सुनना-सुनाना सब आर्यों का परम धर्म है।
4. सत्य के ग्रहण करने और असत्य को छोड़ने में सर्वदा उद्यत रहना चाहिए।
5. सब काम धर्मानुसार अर्थात सत्य और असत्य को विचार करके करने चाहिए।
6. संसार का उपकार करना इस समाज का मुख्य उद्देश्य है अर्थात शारीरिक, आत्मिक और सामाजिक उन्नति करना ।
7. सबसे प्रीतिपूर्वक धर्मानुसार यथायोग्य वर्तना चाहिए।
8. अविद्या का नाश और विद्या की वृद्धि करनी चाहिए।
9. प्रत्येक को अपनी ही उन्नति से संतुष्ट न रहना चाहिए किन्तु सबकी उन्नति में ही अपनी उन्नति समझनी चाहिए।
10. सब मनुष्यों को सामाजिक सर्वहितकारी नियम पालने में परतन्त्र रहना चाहिए और प्रत्येक हितकारी नियम में सब स्वतन्त्र रहें।
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Hari shankar agnihotri ke pravachan
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प्रणाम वेदाचार्य 🙏🙏
Maharishi Dayanand Saraswati ji ko koti_2 naman Arya samaj Amar Rahe. Om Namaste ji
महाऋषि दयानंद जी जय ।
आचार्य हरिशंकर जी को कोटि-कोटि नमन।
आचार्य जी को कोटि कोटि प्रणाम
आचार्य श्री को कोटि कोटि प्रणाम करता हूं
Acharya ji ko koti koti naman
Arya samaj amar. Rahe
ओ३म् नमस्ते जी 🙏 बहुत अच्छा व्याख्यान
5.ve.ved ka.rahshya.batavy ji
Om
Bahut badhiya 🙏🙏🙏
Namaste acharya ji.
Màharsi dayanand dev amar rahe
श्री राम जी सतगुण, विष्णु जी के अवतार थे। उनका भी आविर्भाव (जन्म) तथा तिरोभाव (मृत्यु) होता है।
- प्रमाण श्रीमद्देवी भागवत अध्याय 5 स्कंध 3 पृष्ठ 123
अद्भुत वाक क्षमता
आर्य समाज सदैव सत्य सनातन सच्चिदानन्द प्रभु की बात करता है
Arya samaj satya ko satya hi kahta hai jhoothi batne nahi kahta
🎉 वेद पुकार पुकार के कह रहे हैं परमात्मा पांच तत्व तीन गुण प्रकृति जड़ संसार से अलग है उसे ही जानो उसे ही मानो उसे ही ग्रहण करो उसकी जगह दूसरे को नहीं। यहां आकर वेदों की मंजिल पूरी हुई। अब इसके आगे जो चारों वेदों का सार भागवत प्रमाण है उसके बिना कोई भी पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद को जान नहीं सकता।
🎉 पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद अल्लाह वाहेगुरु गॉड कौन है इस का किसी को पता नहीं।
🎉 28वे कलि बुध शाखा में परम धाम का जागृत ज्ञान प्रगट हुआ है इस लिए कलि चारों युगों में श्रेष्ठ है जिसका सतयुगादि से इंतजार था उसे जाने।
हा थी शांता नाम था
आचार्य जी परसग को ठीक करो क्या चौदह बर्ष ही ठीक है कम ओर ज्यादा क्यों नहीं चौदह बर्ष बाद आके छीन लेगा फिर मा बेटे का क्या होगा
🎉 आर्य समाज को सनातन धर्म का श्राप है। यह लोग पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद की बज लीला रासलीला का खंडन करते हैं इसलिए कभी सफल नहीं होंगे।
आर्य समाज ही सनातन धर्म को लेकर चल रहा है जो गलत बात है उसका khandan तो किया ही जाएगा थोड़ा इतिहास पढ़ लो 85% क्रांतिकारी आर्य समाज महर्षि दयानंद सरस्वती से यह बात सभी नेता सभी लोग स्वीकार करते हैं आर्य समाज कोई जाति मत संप्रदाय नहीं है यह एक आंदोलन है मारना है ना मानना अपने विवेक पर निर्भर करता यह अभी कोर्ट ने भी माना है भारत आर्य sabhyata thi
@@rajtomar9719 आर्य समाज ऐसी सभ्यता है जो नास्तिक बनती है हिंदू धर्म ग्रंथो को काल्पनिक बताती है। इसे सनातन कैसे स्वीकार करेगा।
आपको गलत जानकारी है कि आर्य समाज नास्तिक बनती है phle padho ,jano k aryasamaj kya he bager samjhe tippani Krna glt h
दशरथ की कोई बेटी थी क्या