@aajkafact07
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- เผยแพร่เมื่อ 5 พ.ย. 2024
- @aajkafact07 | आखिर क्यों मनाया जाता है हिंदी दिवस | #hindidivas #hindi #hindibhasha #hindustan | #hindinews #hindidivaskavithacompetition #hindinewslive #hindiquotes #hindifacts #hindimatribhasha
हिंदी दिवस क्यों मनाते हैं और क्या है इसका इतिहासहिंदी भारत की सबसे प्रमुख और राजभाषा है। भारत विविध संस्कृतियों और भाषाओं वाला देश है। 1949 में भारत की संविधान सभा ने हिंदी को देश की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया और एक साल बाद 1950 में इसे देश की राष्ट्रीय भाषा घोषित कर दिया गया था।
हिंदी दिवस भारत की ऑफिशियल लैंग्वेज के रूप में हिंदी के अनुकूलन (adaptation) का प्रतीक है। केंद्र सरकार की राजभाषा नीति को अनुच्छेद 120 (भाग-5), अनुच्छेद 210 (भाग-6), अनुच्छेद 343, 344 और अनुच्छेद 348 से 351 के तहत विस्तार से बताया गया है। अंग्रेजी, स्पेनिश और मंदारिन के बाद हिंदी दुनिया में चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। हिंदी भारत की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है, उत्तर भारत के अधिकांश लोग इस भाषा को अपनी मातृभाषा के रूप में मनाते हैं।हिंदी दिवस (Hindi Divas) का इतिहास क्या है?
Hindi Divas का इतिहास इस प्रकार बताया जा रहा हैः
पहला हिंदी दिवस 1953 में मनाया गया था। 14 सितंबर, 1949 को भारत की संविधान सभा ने हिंदी को नवगठित राष्ट्र की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया।
हिंदी एक इंडो-आर्यन भाषा है, जो देवनागरी लिपि में लिखी जाती है।
अनुच्छेद 343 के तहत यह भारत की आधिकारिक भाषा बन गई।
1881 में बिहार ने उर्दू की जगह हिंदी को अपनी एकमात्र आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया और इस तरह हिंदी अपनाने वाला भारत का पहला राज्य बन गया।26 जनवरी 1950 को हिंदी भारतीय संविधान का हिस्सा बन गई। तब से 14 सितंबर को Hindi Divas मनाया जाता है।
ब्योहर राजेंद्र सिम्हा, हजारी प्रसाद द्विवेदी, काका कालेलकर, मैथिली शरण गुप्त और सेठ गोविंद दास कुछ ऐसे लोग हैं जिन्होंने हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा बनाने के पक्ष में कड़ी पैरवी की।
आजादी के बाद के दुनिया भर में हिंदी बोलने वालों ने भाषा और इसकी संस्कृति का जश्न मनाना शुरू कर दिया और 2006 में पहला विश्व हिंदी दिवस (Hindi Divas) मनाया गया।पहली बार हिंदी दिवस कहां मनाया गया?
1953 में 14 सितंबर को पूरे देश में Hindi Divas मनाया गया। पहला हिंदी दिवस सम्मेलन 10 जनवरी 1974 को महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित किया गया था। यह सम्मेलन इंटरनेशनल लेवल का था और इसमें 30 देशों के 120 से अधिक रिप्रेजेंटेटिव शामिल हुए थे।हिंदी दिवस जानने के साथ यह समझना जरूरी है कि Hindi Divas क्यों मनाते हैं,
अंग्रेजी, स्पेनिश और मंदारिन के बाद हिंदी दुनिया में चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है।
हिंदी भारत की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है, उत्तर भारत के अधिकांश लोग इस भाषा को अपनी मातृभाषा के रूप में मनाते हैं।
विश्व हिंदी दिवस भारत और दुनिया भर में हिंदी भाषा के उपयोग और प्रसार को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। हिंदी दिवस दिन भारत की भाषाई और सांस्कृतिक विविधता को उजागर करने और इस तथ्य पर ध्यान दिलाने का भी अवसर है
हिंदी दिवस को भारत की संवैधानिक भाषाओं में से एक हिंदी के प्रतिबिंब के रूप में भी मनाया जाता है।
हिंदी दिवस मनाने का उद्देश्य देश में संचार के एक उपकरण और शिक्षा के माध्यम के रूप में कार्य करना है।हिंदी भाषा का महत्व क्या है?
हिंदी दिवस मनाने का उद्देश्य हिंदी की उपयोगिता को वैश्विक पटल पर दिखाना है, यहां हम हिंदी भाषा का महत्व प्वाइंट्स में जानेंगेः
हिंदी भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक है, और यह देश में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है।
भारत के कई हिस्सों में हिंदी सरकार, शिक्षा और व्यवसाय की भाषा है।
हिंदी बॉलीवुड की भाषा भी है, जो दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म इंडस्ट्री मानी जाती है।हिंदी भाषा का महत्व भारतीय जीवन के विभिन्न पहलुओं में देखा जा सकता है।
दुनिया भर में आधे अरब से अधिक लोग हिंदी बोलते हैं।
भारत के कई राज्यों में सरकारी संवाद की भाषा हिंदी है। इसका उपयोग केंद्र सरकार और
विश्व ‘हिन्दी’ की उत्पत्ति ‘हिन्द’ शब्द से हुई है जिसका अर्थ है सिन्धु नदी की भूमि।
विश्व के 180 से अधिक यूनिवर्सिटीज में हिंदी पढ़ाई जाती है, जिनमें से 45 अमेरिकी यूनिवर्सिटीज हैं।
स्पेनिश, मंदारिन और अंग्रेजी के बाद हिंदी दुनिया में चौथी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली पहली भाषा है।
कई हिंदी शब्द हैं जैसे ‘योग’, ‘मंत्र’, ‘अवतार’, ‘कर्म’ आदि हिंदी से लिए गए हैं, अंग्रेजी के रूप में उपयोग किए जाते हैं और इंग्लिश डिक्शनरी में शामिल हैं।दादा साहब फाल्के द्वारा बनाई गई पहली हिंदी फिल्म राजा हरिश्चंद्र 1913 में रिलीज हुई थी।
संयुक्त अरब अमीरात में हिंदी को तीसरी ऑफिशियल अदालती भाषा के रूप में अपनाया गया है।
प्रेम सगुर 1805 में लल्लू लाल द्वारा लिखित पहली प्रकाशित हिंदी पुस्तक थी। यह पुस्तक श्री कृष्ण के बारे में है।
हिंदी भाषा की पहली पत्रिका इंटरनेट पर 2000 में प्रकाशित हुई थी।
भारत सरकार का केंद्रीय हिंदी निदेशालय हिंदी भाषा से संबंधित प्रावधानों को विनियमित करता है।बिहार भारत का पहला राज्य है, जिसने हिंदी को अपनी ऑफिशियल लैंग्वेज के रूप में स्वीकार किया।
1977 में अटल बिहारी वाजपेई ने बड़े गर्व से हिंदी भाषा के प्रति सम्मान प्रकट किया और संयुक्त राष्ट्र में हिंदी भाषा में भाषण दिया।
26 जनवरी 1950 को संसद के अनुच्छेद 343 के तहत हिंदी को प्राथमिक भाषा माना गया।
‘अच्छा’ और ‘सूर्य नमस्कार’ जैसे कई हिंदी शब्दों को ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में शामिल किया गया है।
भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 14 सितंबर को हिंद