मुझे लगता है कि हम अपने पूर्व जन्म के अधूरे ख्वाहिश ओं को पूर्ण करने करने के लिए पैदा होते हैं और पाप भरने के लिए। आप से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है सर आप कितना महान कार्य कर रहे हैं। कितने लोग ओं की आत्मा को शांति मिलती है।
SHUKRANA SHUKRANA SHUKRANA AAPJI SADGURU JI KA.....AB AATMA KO GYAN HO GAYA....WE R PLAYING ROLES...NOW TIME TO MOVE TO OUR REAL REAL HOME....MUKATI FEEL HO GAI....SHUKRANA SHUKRANA SHUKRANA 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🧚♂️🧚♂️🧚♂️🧚♂️🧚♂️
ॐ श्री परमहंसाय नमः। मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद,सर। यह बिल्कुल सही है,सर, कि आत्मा बीज रूप में स्थित है, इसकी क्षमताओं को निखार कर इसे वटवृक्ष बनाना है, और फिर उसी वृक्ष के द्वारा उत्पन्न बीजों का प्रसार करके भगवान के रचनात्मक कार्य में सहयोग करना है। इसीलिए भगवान ने हमें पृथ्वी पर भेजा है। लेकिन बीज के विकसित होने में बाह्य वातावरण की भूमिका का हाथ उसके अंत:करण की संभावनाओं, उसके स्वभाव से कहीं ज्यादा है। ठीक इसी प्रकार एक शिष्य कितना भी प्रयास कर ले, गुरू की कृपा के बिना उसकी आत्मा का विकास हो ही नहीं सकता,सर। आपसे जाना कि आत्मा, परमात्मा और गुरू एक ही हैं। मुझे लगता है मन की शांति भी इसी श्रृंखला की एक कड़ी है,सर। सादर नमन
Jaisachidanand ji🙏
Jai shree sitaram
Jai Sachdanand ji🙏🙏
Parnam guruji 🙏
Koti koti pranam🙏🙏
🙏🕉 Jay sachidanand ji sir 🕉🙏🌹🌹❤❤
Waheguru ji 🙏🙏
Thanku veerji❤❤❤❤❤
🌷🙏🏻🙏🏻
Beautiful!! Love that background music .. it takes somewhere. So magical that sound!! 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
👏👏👏
🙏🙏🙏
Jay gurudev ❤💐
Thanks
मुझे लगता है कि हम अपने पूर्व जन्म के अधूरे ख्वाहिश ओं को पूर्ण करने करने के लिए पैदा होते हैं और पाप भरने के लिए। आप से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है सर आप कितना महान कार्य कर रहे हैं। कितने लोग ओं की आत्मा को शांति मिलती है।
Jai Sachidanand Ji...Mai Nanak Sahab ho sakta hoon
😊❤Aapko sunkar mujhe ATYANTIK khush❤ii hui aapne mujhe khud ka parichay diya bahut bahut dhanyawad guruji ❤😊😊😊
Thank you vai
SHUKRANA SHUKRANA SHUKRANA AAPJI SADGURU JI KA.....AB AATMA KO GYAN HO GAYA....WE R PLAYING ROLES...NOW TIME TO MOVE TO OUR REAL REAL HOME....MUKATI FEEL HO GAI....SHUKRANA SHUKRANA SHUKRANA 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🧚♂️🧚♂️🧚♂️🧚♂️🧚♂️
jai schidanand mahatma ji
Om shri paramhansay namah🙏🌹
Jai sachidanand ji Om Shree pramhansay namah 🙏
Sat sat pranam guru ji 🙏
जय सच्चिदानंद जी 🙏🌷
Bahut bahut dhanyawad sir ji aapka 🙏
मय आपका आभारी हूं परमात्म मय भाग्यशाली हूं परमात्म मयूर
जय श्री राम 🌹🙏
ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ
Great Answer, great feeling.... Thanks sir 🙏
Me pram atman rup hu
Jay sachidanand ji🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤
Jai sachidanand ji 🙏🏼🙏🏼🙏🏼❤️
❤om shaanti..gurudev ki jai..❤❤
Jai sachidanand ji 🙏🙏
गुरु देव के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम🙏🙏🙏🙏
सर प्रणाम आप के चरणों में संत संत कोटी कोटी प्रणाम प्रभु
Anant koti shukrana anant koti pranam .
Very beautiful
Sadguru dev ki jai . Pranam .
ओम श्री परम हंसा य नमः 🙏🙏
Jai sachidanand ji . Pranam .
Bhut bhut thanks
Bhut gyanverdhk btate hae ap
Koti koti 🙏🙏🙏🙏💕
Bahut bahut hi gahan ruhani Satya vachan hai . agree with you . anant koti shukrana anant koti pranam .
App next programs /kab stat kar re ho..... Meditation.......... Which place this month........... Please tell me....
Aapke charno me koti koti parnam 🌹🙏
Ab to thak gai hu ab aur janam nahi chahiye Prabhu
ॐ श्री परमहंसाय नमः।
मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद,सर। यह बिल्कुल सही है,सर, कि आत्मा बीज रूप में स्थित है, इसकी क्षमताओं को निखार कर इसे वटवृक्ष बनाना है, और फिर उसी वृक्ष के द्वारा उत्पन्न बीजों का प्रसार करके भगवान के रचनात्मक कार्य में सहयोग करना है। इसीलिए भगवान ने हमें पृथ्वी पर भेजा है।
लेकिन बीज के विकसित होने में बाह्य वातावरण की भूमिका का हाथ उसके अंत:करण की संभावनाओं, उसके स्वभाव से कहीं ज्यादा है।
ठीक इसी प्रकार एक शिष्य कितना भी प्रयास कर ले, गुरू की कृपा के बिना उसकी आत्मा का विकास हो ही नहीं सकता,सर।
आपसे जाना कि आत्मा, परमात्मा और गुरू एक ही हैं। मुझे लगता है मन की शांति भी इसी श्रृंखला की एक कड़ी है,सर।
सादर नमन
Hello, sir kya aap bhagwaan HariHar par ek dedicated video bana sakte hai,🙏🙏😊😊🥰🥰🌸🌺🌼
मेरे अंदर तो कोई संभावना नहीं है, मुझे तो लगता है मेरा तो जन्म ही पिछले जन्मों के कर्म पूरे करने के लिए हुआ है
Meri v ye halat hai 😅
@@jashobantameher4117 🤣
मुझे लगता है कि मैं परमात्मा को पाने के लिए आया हूँ