गोपी गीत - Gopi Geet - Dr. Shyamsundar Parashar Ji Maharaj - Bhagwat Kalpadrum
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- เผยแพร่เมื่อ 25 ธ.ค. 2024
- गोपी गीत - Gopi Geet - Dr. Shyamsundar Parashar Ji Maharaj - Bhagwat Kalpadrum
गोपी गीत' श्रीमदभागवत महापुराण के दसवें स्कंध के रासपंचाध्यायी का ३१ वां अध्याय है। इसमें १९ श्लोक हैं । रास लीला के समय गोपियों को मान हो जाता है । भगवान् उनका मान भंग करने के लिए अंतर्धान हो जाते हैं । उन्हें न पाकर गोपियाँ व्याकुल हो जाती हैं । वे आर्त्त स्वर में श्रीकृष्ण को पुकारती हैं, यही विरहगान गोपी गीत है । इसमें प्रेम के अश्रु,मिलन की प्यास, दर्शन की उत्कंठा और स्मृतियों का रूदन है । भगवद प्रेम सम्बन्ध में गोपियों का प्रेम सबसे निर्मल,सर्वोच्च और अतुलनीय माना गया है।
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परम पूज्य डॉ श्यामसुंदर पाराशर जी महाराज - श्रीमद भागवत कथा
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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शुद्ध कथा वाचक श्री कल्पद्रुम जी महाराज को कोटि प्रणाम
परमात्मा ने आपको जिस कार्य के लिए भेजा है आप उसमे बड़ी सजगता से निभा रहे है इसी मधुर गीत एवं संगीत से हम सबको परम सुख भागी बनाते रहें सत सत नमन।।
दंडवत प्रणाम शास्त्री जी । आपकी आवाज में कहीं खो जाते है। मन आर्द्र हो जाता है ।
जय जय श्री राधे राधे श्याम जय जय श्री वृन्दावन धाम जय जय श्री घनश्याम जय जय वृन्दावन धाम जय जय श्री मुरलीधर जय जय हो। ॐ,तत्सत,,ॐ,सत्य् सनासन वैदिक धर्म की जय जय हो विश्व का कल्याण हो जय,जय,मुरलीधर,,जय बंशीधर जय हो,,
अधर्म का नाश हो,,,,,
गोपीगीतम् ॥
गोप्य ऊचुः ।
जयति तेऽधिकं जन्मना व्रजः
श्रयत इन्दिरा शश्वदत्र हि ।
दयित दृश्यतां दिक्षु तावका-
स्त्वयि धृतासवस्त्वां विचिन्वते ॥ १॥
शरदुदाशये साधुजातस-
त्सरसिजोदरश्रीमुषा दृशा ।
सुरतनाथ तेऽशुल्कदासिका
वरद निघ्नतो नेह किं वधः ॥ २॥
विषजलाप्ययाद्व्यालराक्षसा-
द्वर्षमारुताद्वैद्युतानलात् ।
वृषमयात्मजाद्विश्वतोभया-
दृषभ ते वयं रक्षिता मुहुः ॥ ३॥
न खलु गोपिकानन्दनो भवा-
नखिलदेहिनामन्तरात्मदृक् ।
विखनसार्थितो विश्वगुप्तये
सख उदेयिवान्सात्वतां कुले ॥ ४॥
विरचिताभयं वृष्णिधुर्य ते
चरणमीयुषां संसृतेर्भयात् ।
करसरोरुहं कान्त कामदं
शिरसि धेहि नः श्रीकरग्रहम् ॥ ५॥
व्रजजनार्तिहन्वीर योषितां
निजजनस्मयध्वंसनस्मित ।
भज सखे भवत्किंकरीः स्म नो
जलरुहाननं चारु दर्शय ॥ ६॥
प्रणतदेहिनां पापकर्शनं
तृणचरानुगं श्रीनिकेतनम् ।
फणिफणार्पितं ते पदांबुजं
कृणु कुचेषु नः कृन्धि हृच्छयम् ॥ ७॥
मधुरया गिरा वल्गुवाक्यया
बुधमनोज्ञया पुष्करेक्षण ।
विधिकरीरिमा वीर मुह्यती-
रधरसीधुनाऽऽप्याययस्व नः ॥ ८॥
तव कथामृतं तप्तजीवनं
कविभिरीडितं कल्मषापहम् ।
श्रवणमङ्गलं श्रीमदाततं
भुवि गृणन्ति ते भूरिदा जनाः ॥ ९॥
प्रहसितं प्रिय प्रेमवीक्षणं
विहरणं च ते ध्यानमङ्गलम् ।
रहसि संविदो या हृदिस्पृशः
कुहक नो मनः क्षोभयन्ति हि ॥ १०॥
चलसि यद्व्रजाच्चारयन्पशून्
नलिनसुन्दरं नाथ ते पदम् ।
शिलतृणाङ्कुरैः सीदतीति नः
कलिलतां मनः कान्त गच्छति ॥ ११॥
दिनपरिक्षये नीलकुन्तलै-
र्वनरुहाननं बिभ्रदावृतम् ।
घनरजस्वलं दर्शयन्मुहु-
र्मनसि नः स्मरं वीर यच्छसि ॥ १२॥
प्रणतकामदं पद्मजार्चितं
धरणिमण्डनं ध्येयमापदि ।
चरणपङ्कजं शंतमं च ते
रमण नः स्तनेष्वर्पयाधिहन् ॥ १३॥
सुरतवर्धनं शोकनाशनं
स्वरितवेणुना सुष्ठु चुम्बितम् ।
इतररागविस्मारणं नृणां
वितर वीर नस्तेऽधरामृतम् ॥ १४॥
अटति यद्भवानह्नि काननं
त्रुटिर्युगायते त्वामपश्यताम् ।
कुटिलकुन्तलं श्रीमुखं च ते
जड उदीक्षतां पक्ष्मकृद्दृशाम् ॥ १५॥
पतिसुतान्वयभ्रातृबान्धवा-
नतिविलङ्घ्य तेऽन्त्यच्युतागताः ।
गतिविदस्तवोद्गीतमोहिताः
कितव योषितः कस्त्यजेन्निशि ॥ १६॥
रहसि संविदं हृच्छयोदयं
प्रहसिताननं प्रेमवीक्षणम् ।
बृहदुरः श्रियो वीक्ष्य धाम ते
मुहुरतिस्पृहा मुह्यते मनः ॥ १७॥
व्रजवनौकसां व्यक्तिरङ्ग ते
वृजिनहन्त्र्यलं विश्वमङ्गलम् ।
त्यज मनाक् च नस्त्वत्स्पृहात्मनां
स्वजनहृद्रुजां यन्निषूदनम् ॥ १८॥
यत्ते सुजातचरणाम्बुरुहं स्तनेष
भीताः शनैः प्रिय दधीमहि कर्कशेषु ।
तेनाटवीमटसि तद्व्यथते न किंस्वित्
कूर्पादिभिर्भ्रमति धीर्भवदायुषां नः ॥ १९॥
इति श्रीमद्भागवत महापुराणे पारमहंस्यां संहितायां
दशमस्कन्धे पूर्वार्धे रासक्रीडायां गोपीगीतं नामैकत्रिंशोऽध्यायः ॥
Bahut sunder 🙏🙏
Ati sunder ❤❤
साक्षात श्याम सुंदर के स्वरूप में मेरे श्री बांके बिहारी जी के चरण कमलों में कोटि कोटि कोटि कोटि कोटि कोटि प्रणाम पहुंचे🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
राधे राधे राधे कृष्णा जी राधे राधे कृष्णा जी राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे कृष्णा जी ❤
बहुत सुंदर एवं आनंद दायक स्तुति कोटिश प्रणाम
गुरुदेव को सादर प्रणाम! हमें गर्व है आप पर🙏🙏🙏
प्रति दिन -: स्पीकर पर सुनते है - ये गोपी गीत कि - घर - प्राणिक दैवीय उर्जा से भर जाता है -- बहुत ही सुन्दर गायन- जय हो !
परमपूज्य गुरुजी के अमृतमयी वाणी का प्रभाव तो सबपर स्वयं ही हो जाता है। जादूगरी आवाज है। आपको शत शत प्रणाम।🙏🙏
जय श्री राधे, श्री राधे राधे, जय हो,,,,,,,,,सादर प्रणाम
स्पीकर पर सुनते है -हम परिवारजन् 😊बहुत अच्छा लगता है
गुरुदेव भगवान के श्री चरणों में दास का साष्टांग दण्डवत प्रणाम
Radhe Radhe
Jay shri krishna 🙏🙏🙏
Divya Gopi Geet,Divya swar me, maharaj ji,sadhar insan hi nahi koi alaukik shakti hi avatar roop me hai,jo ham jaise patit logon ko apni rasmayi divya wani se bhagwan ki param patit paawani katha sunakar bhavsagar se ubarne ke liye awatarit huye hai,
Jai Ho maharaj ji ki 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
गुरुदेव जी को सादर प्रणाम 🙏🙏
बहुत ही मीठी आवाज
आपके श्रीचरणौंमें शत् शत् नमन्!श्रीहरिदर्शनं हरिकृपा बनीरहें;जयश्री कृष्ण राधे राधे🙏🙏
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय।
आज बिना कोई व्यवधान के सुनकर बहुत ही अच्छा लगा 😊 थैंक्स 👌थैंक्यू 👌धन्यवाद 👌आभार 👌नमन् प्रणाम 👌
🙏🙏🙏श्री महाराज जी के चरणों मैं कोटि कोटि प्रणाम🙏🙏🙏💐
राधे राधे जी गोपियों की पुकार भगवान श्री कृष्ण के लिए
श्री मद्राम हर्षण देवो विजयतेतराम् 💐
श्री किशोरी जी कि कृपा से आपका सदा सुमंगल हो
Grade"A" maharaj ji .,,aapke jaisa koi gopi geet nahi gata hai.famous .
परमपूज्य श्री की रसमयी वाणी से जो भी गीत स्वर,लय छंद बद्ध होकर निकलते हैं वे ऐसे ही है जैसे शहद्
श्री सदगुरू देव जी के श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम लक्ष्मी नारायण शर्मा विदिशा
Beautifully melodiously sung, Jai Gopijanvallabh Rasvihari❤
Ati Sunder..
Radhey Radhey Guruji.
गोपी गीत अतीव सुन्दर, मधुर स्वर व रसीली, दर्द भरी आवाज़ जिसमें गोपियों का वियोग स्पष्ट झलकता है ।कहा भी है" रुरुदु सुस्वरं राजन् कृष्ण दर्शन लालसा ।"🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤😥😥
अःऑ
शरद पूर्णिमा की हार्दिक बधाई 🙏🙏 राधे राधे 🙏🙏ठाकुरजी के चरणों में मन लगा रहे🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹
जय सीताराम 🙏🙏
bahut hi madhur vaani me gopi geet suna h
Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe
जय हो श्री गोपी मंडल संग साथी सब भक्तन सब सन्तन जी के श्री चरणों मे दास का कोटि कोटि बारम्बार नमन जय जय श्री राधेकृष्ण जी प्रभु की
The best I ever heard Gopi geet by you Maharaj ji sadar naman
हमारे पूज्य सदगुरुदेव भगवान जी के श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम 🌹🌹🙏🏼🙏🏼🙏🏼आपकी कृपा सदैव बनी रहे हो प्रभु के श्रीचरणों की भक्ति प्राप्त हो ।राधे राधे राधे राधे। ।
नमो राघवाय🙏💐
गुरुदेव आपकी आवाज सुनकर ही प्रभु से प्रेम होने लगता है.. आपकी जय हो 🙏
श्री राधे राधे जय श्री कृष्ण🙏🙏
jese apki prastuti rhti hai ... maharah ji annand ka maano ghada phoot jata hai sir ke upr
Ati Sunder
Radhey Radhey Guruji.
ରାଧେ ରାଧେ
जय श्री राधे कृष्णा🙏🙏
Guru ji ke Charanon Mein कोटि-कोटि Pranam Itna badhiya Gopi Geet sunane ke liye
You are great maharaj shree ati sunder sumadhur vani me gopi geet excellent prastuti have no words apko koti koti naman vandan guruver apki sada hi jai ho 🙏💐♥️
जय श्री सत्य सनातन हिन्दू धर्म
मन को आह्लादित कर दिया। जय श्री राधेकृष्ण ।जय गुरुदेव
Excellent Excellent Excellent Katha Vachakji. Koti koti Dandwat Pranam Bagwanji Aap kai Charno Mai 🙏🙏🙏🙏🙏
जय जय श्री राधे
प्रभु जी 🙏🙏📖📖📚📚✍️✍️🙏🙏
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे कृष्णा कृष्णा कृष्णा कृष्णा कृष्णा
We r grateful to Mhraj ji.We bow to him.
Pranam guru ji bhout accha goopi geat Radha Radha
श्री राधे🙏 राधे राधे🙏 🌹😘🚩🌿🌺
राम कृष्ण हरी🙏
खुप गोड 👏✊👍
Radhey Radhey.Radhey Radhey.
Radhey Radhey Guruji.
अद्भुत स्वर...... महाराज जी
Very nice guru Ji thank a lot जय श्री कृष्ण
गोपी गीत बहुत ही अतिसुंदर है जयश्रीराधे प्रसन्नता है
Ati sunder sumadhur vani me ati sunder sumadhur prastuti guruver have no words apko sader naman vandan apki sada hi jai ho maharaj shree 🙏🙏🙏🙏🙏💐💐💐🙏🙏🙏💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐🙏
Gunjan am aap ke sree charno me pranam karte hai❤❤❤❤❤❤
Jay ho maharaj ji jay shree krishna hare radhe radhe🚩🚩🙏🙏🕉️🕉️🕉️
Ati sunder sumadhur hraday sparshee ataydhik sukhad saras vani me ati sunder prastuti guruver apko sader naman vandan 🙏🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐♥️
Ati sundar Bagwanji. Koti koti Dandwat Pranam Bagwanji Aap kai Charno Mai 🙏🙏🙏🙏🙏
गुरुदेव को सादर प्रणाम
साष्टांग दण्डवत भगवन को
वाणी कि मधुरता ने मन को स्थिरता प्रदान कर दी सरकार 🙏
Jai ho
Great kathavachk, bahut sundar,
"RADHE RADHE ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤!!"
Radhe Radhe ❤💕💙💓💖💞🌹🌺🙏 guruji I love 💞 Gopi geet ❤
Radhe Radhe ❤🌸🙏
जय श्री गुरु देव
❤ Jai Jai Shree Radhe Shyam ❤
So sweet singing excellent song magical voice have no words maharaj shree apke charan kamlon me mera koti koti naman vandan 🙏🙏🙏🙏🙏💐💐💐🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐🙏🙏🙏🙏♥️
Jai shree Krishna Radhey Radhey
Ati sundar tatha bhaav paripurit, kanth mein sakshat mata Sharda ji ka vaas hai. Main pratidin sun kar mugdha hoti hoon. Mera anant koti shraddha naman sweekar karein
जय श्री राधे कृष्णा 🙏🙏🌹🥲🥲 मेरा सबसे पसंदीदा भजन गोपी गीत 🤗🤗 मेरा हृदय पीगल जाता है 🤗🌹
राधे राधे❤
Beautiful singing. Adbhut Gopigeet.
Jai ho radharani g samast gopiyo g ki sarkar ke bhktjno ishtdev priyjno santjano ki
Shri sadguru dev ju ke shri charno me koti koti vandan.. Das ki sewa sweekar ho
Jay Shri radhe Shyam 🙌🙌🙌🙌🙌👏👏👏🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🙏
जय हो बहुत सुंदर दिव्य अनुभूति
"RADHE RADHE ❤❤❤❤❤❤❤❤!!"
गोपीगीतम् ॥
गोप्य ऊचुः ।
जयति तेऽधिकं जन्मना व्रजः
श्रयत इन्दिरा शश्वदत्र हि ।
दयित दृश्यतां दिक्षु तावका-
स्त्वयि धृतासवस्त्वां विचिन्वते ॥ १॥
शरदुदाशये साधुजातस-
त्सरसिजोदरश्रीमुषा दृशा ।
सुरतनाथ तेऽशुल्कदासिका
वरद निघ्नतो नेह किं वधः ॥ २॥
विषजलाप्ययाद्व्यालराक्षसा-
द्वर्षमारुताद्वैद्युतानलात् ।
वृषमयात्मजाद्विश्वतोभया-
दृषभ ते वयं रक्षिता मुहुः ॥ ३॥
न खलु गोपिकानन्दनो भवा-
नखिलदेहिनामन्तरात्मदृक् ।
विखनसार्थितो विश्वगुप्तये
सख उदेयिवान्सात्वतां कुले ॥ ४॥
विरचिताभयं वृष्णिधुर्य ते
चरणमीयुषां संसृतेर्भयात् ।
करसरोरुहं कान्त कामदं
शिरसि धेहि नः श्रीकरग्रहम् ॥ ५॥
व्रजजनार्तिहन्वीर योषितां
निजजनस्मयध्वंसनस्मित ।
भज सखे भवत्किंकरीः स्म नो
जलरुहाननं चारु दर्शय ॥ ६॥
प्रणतदेहिनां पापकर्शनं
तृणचरानुगं श्रीनिकेतनम् ।
फणिफणार्पितं ते पदांबुजं
कृणु कुचेषु नः कृन्धि हृच्छयम् ॥ ७॥
मधुरया गिरा वल्गुवाक्यया
बुधमनोज्ञया पुष्करेक्षण ।
विधिकरीरिमा वीर मुह्यती-
रधरसीधुनाऽऽप्याययस्व नः ॥ ८॥
तव कथामृतं तप्तजीवनं
कविभिरीडितं कल्मषापहम् ।
श्रवणमङ्गलं श्रीमदाततं
भुवि गृणन्ति ते भूरिदा जनाः ॥ ९॥
प्रहसितं प्रिय प्रेमवीक्षणं
विहरणं च ते ध्यानमङ्गलम् ।
रहसि संविदो या हृदिस्पृशः
कुहक नो मनः क्षोभयन्ति हि ॥ १०॥
चलसि यद्व्रजाच्चारयन्पशून्
नलिनसुन्दरं नाथ ते पदम् ।
शिलतृणाङ्कुरैः सीदतीति नः
कलिलतां मनः कान्त गच्छति ॥ ११॥
दिनपरिक्षये नीलकुन्तलै-
र्वनरुहाननं बिभ्रदावृतम् ।
घनरजस्वलं दर्शयन्मुहु-
र्मनसि नः स्मरं वीर यच्छसि ॥ १२॥
प्रणतकामदं पद्मजार्चितं
धरणिमण्डनं ध्येयमापदि ।
चरणपङ्कजं शंतमं च ते
रमण नः स्तनेष्वर्पयाधिहन् ॥ १३॥
सुरतवर्धनं शोकनाशनं
स्वरितवेणुना सुष्ठु चुम्बितम् ।
इतररागविस्मारणं नृणां
वितर वीर नस्तेऽधरामृतम् ॥ १४॥
अटति यद्भवानह्नि काननं
त्रुटिर्युगायते त्वामपश्यताम् ।
कुटिलकुन्तलं श्रीमुखं च ते
जड उदीक्षतां पक्ष्मकृद्दृशाम् ॥ १५॥
पतिसुतान्वयभ्रातृबान्धवा-
नतिविलङ्घ्य तेऽन्त्यच्युतागताः ।
गतिविदस्तवोद्गीतमोहिताः
कितव योषितः कस्त्यजेन्निशि ॥ १६॥
रहसि संविदं हृच्छयोदयं
प्रहसिताननं प्रेमवीक्षणम् ।
बृहदुरः श्रियो वीक्ष्य धाम ते
मुहुरतिस्पृहा मुह्यते मनः ॥ १७॥
व्रजवनौकसां व्यक्तिरङ्ग ते
वृजिनहन्त्र्यलं विश्वमङ्गलम् ।
त्यज मनाक् च नस्त्वत्स्पृहात्मनां
स्वजनहृद्रुजां यन्निषूदनम् ॥ १८॥
यत्ते सुजातचरणाम्बुरुहं स्तनेष
भीताः शनैः प्रिय दधीमहि कर्कशेषु ।
तेनाटवीमटसि तद्व्यथते न किंस्वित्
कूर्पादिभिर्भ्रमति धीर्भवदायुषां नः ॥ १९॥
इति श्रीमद्भागवत महापुराणे पारमहंस्यां संहितायां
दशमस्कन्धे पूर्वार्धे रासक्रीडायां गोपीगीतं नामैकत्रिंशोऽध्यायः ॥
Jai ho
"RADHE KRISHNA ❤❤❤❤❤❤❤❤!,"
जय जय श्री राधे महाराज जी के चरणो में कोटि-कोटि नमन
Ek real bhagwat katha kar or vidwan 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🌷
really
@@asingh_msn 😇😇🤗
😊😊😊@@asingh_msn
Jay Sri Krishna ❤
Prmatma ka sukr hi pujy Shri guru dev bhgvan ji ka chenl waps aa gya🙏🙏🙏
Radhey Radhey 😊
Radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe
Ham par kripa bani rahe Aur hamare laddu Gopal ji par Aur mere parivar par
So sweet singing excellent song have no words 🙏👌💐💐💐💐💐💐
Jai shree Radhe Radhe 🌹👏❤️
Jay Shree radhe radhe gurudev 🌹🌹🙏🏽 thanks
जय हो गुरूदेव
🙏❤Jayshrikrishana Excellent
Gurudev ke Charanon Mein Koti Koti Pranam bahut Sundar Awaaz hi aapki Parashar ji👌👌🙏🙏❤️🌺🌺🌹🌹🌷🌷🚩🚩🚩🚩🚩🌺🌺💓💓🙏🙏🌷🌷
Radhey radhey 🙏🏻🙏🏻
आपकी सदा जय जयकार हो परम श्रद्धेय महाराज जी।
Pranam Hai Shri Guru charno me
Radhey Radhey.
ड़ंड़वत प्रणाम महराज श्री जी
जय श्री राधे
जय श्री कृष्ण