In this video you will be able to know how the Rajput dynasty originated with King Tridhanwa. With this, you will also get to know the main gotra of Suryavansh. And will get more information together
Acha ji rajputre to raven k beta idrjet ko bhi kha gya taa or mhabharet me kirshan bhgvan ne bhi apne aap ko rajputre kha taa lekin duniya janti h ravan rakchese jati k ta or kirshan yadev taa 🤣 🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣
AK aur sono inke samaj ke bade bade buddhi jivi aur neta aaj bhi apne ko shudar batate h. Thakur birahman dawara vanchit shoshit agar ye kshatriya h to vanchit shoshit kese . Ak bat aur agar kshtriya ho to OBC kese. Kshtriyao ke pas to शास्त्र और शस्त्र dono to OBC vanchit shoshit pidit kinyu . gajab
@@rinkuyadev3684rajpoot/rajput aur rajputra mei fark hona h rajputra ek shabh h jiska matlab hota h raja k beta ye koi jaati thori na h, aur raajpoot/rajput ki uttpati 6th century mei hua h
@@jitenderrajput8691Vo vote lene k liye apne aap ko shudra bolte h, aur baat ehc obc ki toh obc nei rajput aur brahman bhi aate h aur st sc mej bhi aate h air bharat k kai state's mei yadav general mei aate h Jisne obc commission bani vo khud ek yadav tha political reasons k chalte unhone yadavo ko obc mei dal diya unhone kaha tha 1920 se phele saree yadav generel mei the
Abeh chutiyapanti chanderwansi kanha seh aye manu maharaj SURYAVANSHI the na unki putri thi na ila uski vanshaj chanderwasni hain jo ki yaduvanshi bhi kaihlati hai butt up k Yadav harizan hai woh rajput nahi hain
Krisan bi rajput karnl tond bi rajput modi bi rajput soniya gandi bi rajput Manmohan bi rajput h putin bi rajput h 12sadi ma rajput hu akber ka time pr rajput
Rajput me 4 vans hite hai jisme do 2 main vans hai Suryavanshi or chandravanshi Kshatriyas Rajput hote hai Suryavanshi rajput me bhagwan shri ram 🚩🚩 hue or chandravanshi Rajput me Pandav hue Jai shri ram 🙏🚩⚔️ Or bhagwan shri krishna ji yaduvanshi Rajput the or unke vanshaj aaj bhi jaisalmer me raja hai to ki apne aap ko yaduvanshi Rajput bolte hai Ahir alag hai or yadav alag bas kuchh history chor lahir apne aap ko yaduvanshi bata the hai 😂😂
जय श्रीराम** बन्धु यादव जी ! यही बात अपने इस धर्म ज्ञांता को भी बताने की कृपा करें कि यादव चन्द्र वंश के क्षत्रिय हैं ना कि सूर्य वंश के। बाप बदल लेने से कोई महान नहीं होता ।
@@Kanha_ka_diwaana14143 जय श्रीराम** अरुण यादव ! बन्धु आपका कथन सत्य है किन्तु इस इतिहास कार को भी तो बताइए कि यादव सूर्य वंश से नहीं बल्कि चन्द्र वंश से हैं ।
@@BharatSingh-zk4jk भाई आप भ्रम में है ना में arun yadav और ना ही शायद उन्होंने यादवों को सूर्यवंशी कहा है मैंने तो सुना नही यदि कह भी दिया हो तो वो अनजाने में हो गया हो, ऐसा हो सकता है जय श्री कृष्ण 🚩⚔️💖🙏🏻
@@rajputanazone Vikky Pandey किसी भी वेद पुराण शास्त्र में राजपूत शब्द का जिक्र नहीं हैDeepak Yadav राजपूत जाति का उत्पति तेरहवीं शताब्दी के बाद हुआ सा के सारे इतिहासकार मुंशी प्रेमचंद दूसरा पुस्तक बाबर नामा और भी बहुत सारे इतिहासकार के पुस्तक में का लिखा हुआ इतिहास में है किन का उत्पति मुगल सुल्तान के दासियों के द्वारा जो नाजायज पुत्र हुआ है उसी को राजपूत कहा गया है मिक्स ब्रीड गांव घर के भाषा में इसे नीच वर्णसंकर दोगला बोला जाता है✊जय हो भगोडे खानदान की जिस की तीन पीडियां मैदाने जंग से भागी 1- राणा सांगा :- खानवा युद्ध से भागा 2- राणा उदय सिह :- उदयपुर दुर्ग से भागा 3- महाराणा प्रताप :- हल्दीघाटी युद्ध से भागा -: अन्त में महाराणा प्रताप के बेटे राणा अमर सिंह ने मुगलो से डर कर मुगलो की अधीनता (गुलामी) स्वीकार कर ली -और इस खानदान के लोग मुगलो के मनसबदार बन कर रहे.... - इन मुगलपूतो ने मुगलों को अपनी बहन बेटियों को भेजा था इन मुगलपूतो ने मुगलों की गुलामी की थी फिर अंग्रेजों की गुलामी की थी यह है इन मुगलपूतो का इतिहास 🚩सनातन🚩 के सच्चे वीर योद्धा💪💪 🔥गुर्जर 👑जाट🔥यादव 🔥 इतिहास पढो अन्धभक्त न बनो ..... क्षत्रिय सिर्फ यदुवंशी अहीर अहीर यदुवंशी का शौर्य गाथा फ्रांस के स्कूलों में पढ़ाया जाता है और कई देश में अहीरों का शौर्य गाथा का गुणगान होता है और भगवान श्री कृष्ण चंद्रवंशी क्षत्रिय यदुवंशी का कहां हुआ भागवत गीता गीता का सार जो पूरे दुनिया में कानून के तहत माना जाता है और पूजा जाता है सनातन धर्म के एकमात्र धार्मिक ग्रंथ जिसे देश और दुनिया में हजारों नोबेल पुरस्कार मिल चुका है जय श्री कृष्ण यदुवंशी जय बलराम जय द्वारकाधीश यदुवंशी स्कूल में श्रेष्ठ जाति में श्रेष्ठ सभी वेद पुराण में कहा गया है और लिखा हुआ है
@@rohitmanhas2795 तुमलोग राजपूत हो रघुवंशी नहीं राजपूत एक सूद्र जाती है जो पहले पहाड़ो पर रहने वाले बंजारे थे जिनसे धर्म परिवर्तन कराया गया महाभारत या रामायण में कही भी राजपूत शब्द नहीं मिलेगा
आपने इस विषय पर वीडियो बनाकर उन राजपूत्रों(राजपूत) को अपनी पहचान बता दिये। आशा है कि वो अपने को चन्द्रवंशी या उनके उपवंश यदुवंश से संबंध होने का किसी भी प्रकार की बात नही करेंगे। ।।जय श्री राधेकृष्ण।। ।।हर-हर महादेव।।
बिल्कुल सही बोल रहे है आप गुरु जी सभी जाति भटकी हुई है उसमे से राजपुत जाति सबसे ज्यादा क्योंकि ये अपने को चंद्रवंशी तो बताते ही है लेकिन यदुवंशी भी बताने लगते है इसलिए आप यह वीडियो ठीक बनाए है आप अपने कुल पर सदा वीडियो बनाइए आपको यदुवंशियों को भटकने से बचाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏
वीडियो बहुत अच्छी है। परंतु मेरे अध्ययन में मुझे जो जानकारी मिली, उससे मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि भारत जब में मुस्लिम आक्रमण हुआ उससे एक वंश के लोग दूसरे वंश से जुड़ गए,( पलायन के कारण) एवं अलग-अलग वंश होने के कारण, शायद तब वह वंश, समाज में परिवर्तित हो गया। जैसे- राजपूत समाज, मराठा समाज, सिख समाज आदि। इनमें एक से अधिक गोत्र, वंश, वर्ण आदि शामिल हैं।
Dwarka ka milna search karle the lost city of dwarka book bhi likhi gayi hai iss naam sae phadle jaake aur ramsetu sabse aacha example hai kurukshetra mae dafan hathiyar rath ka milna aur unki carbon dating hui tab ye pata chal gya ki vo 5000 saal purane hai aur mahabharat bhi 5000 saal pehle hui thi
Aditya beta wo to hamko bhi malum hai ki dwarka jo purani thi wo Sagar me mili or rahi baat book ki to book to aajkal sab log likh sakte he or book me kya likha hai wo to bata jese geeta mahabharat me jo likha hai unko tum apne se jodte ho or ye nahi kahete ki mahabharakal me bhi Ahir the or yadav the or dono ka jikra alag alag kiya gya he is liye jyada gyan mat de tab bhi tum Ahir the or aaj bhi Ahir se jane jate ho ok
@@gohilhardevsinh9669 oh harizan ja k jara Pakistan ka umer kot dekh saboot wanha saza k rakhey hain tere baap neh mahakaal temple ja Chakarvarti Samrat raja Vikramaditya ji ka singhasan hain .ravan matlab raja ko bolte hain srilanaka ki story ek dum correct hai mera dost captain hai srilanaka history verify kari hai main neh us k saath
Ye aacha hey Jo Yadav apne title Yadav ko lagane me bhi sharm kerte hey wo yadav hone pe Proud feel ker rehe hey. Aaj kul sare Yadav Singh aur Pratap lagane lage hey apne nam me jo ki Rajpooto ki title hey ye kaisha garv hey bhai.
पौराणिक काल में राजा होते थे ,राजपुत्र भी होते थे ,पर राजपूत जाति नही होते थे ।बाद में छठी शताब्दी के बाद एक नई जाति बनी ,जिसे राजपूत कहते है ।विभिन्न राजाओं के वंशज अपने को राजपूत कहने लगे ।
Abeh share rajput matlab raja ka putr or woh Khastriya hi hote hain yadav harizan main ate hain shrikrishna chanderwanshi rajput ya kshatriya hain yadav gwaleh hote the Rajput nahi yadhuwanshi matlab Chander wansi jaise Suryavanshi matlab Raghuvanshi
Jay Shri Radhe Radhe Radhe man Narayan Das Vrindavan se aap sabhi vanshavali ko Bade Acche se darshate Hain apni darshakon ko Kripa Karke aap sabhi vanshavali ka video bheja Karen
अगर सही मायने में देखा जाए तो असली राजपूत ( राजपुत्र) सूर्यवंशी ही है। फिर ये चंद्रवंशी लोग खुद को राजपूत कैसे बताते है। मुझे आपकी ये जानकारी बहुत अच्छी लगी। बस ऐसे ही हमारा ज्ञानवर्धन ऐसे ही करे रहे,,, बहुत बहुत धन्यवाद 🙏
Yeh jo chandravanshi rajput bne ghum rhe h wo koi asli rajput nhi h bhai... Humhi logo se nikle hue h yeh or apne samband ahir yadav se na bna kr rajputo se bnate h samband jbrdasti ka... Jbrdasti ka khud ko rajput mante h yeh.. or jo asli rajput h wo inhe bhav tk nhi dete... Mere pe ek content bhi h jisme clearly mention h ki chandravanshi rajput ahirvanshi h arthat ahir h or apna samband ahir se na bna kr rajput se samband bnate h.. isse saaf ho jata h ki yeh jbrdasti ka rajput bnte h.. wrna asli rajput toh inhe bhav bhi nhi deta
Yadav ji tell us how Devyani and Sharmishtha of 5th piri of first kallp Married to Yayati of 8th piri of second kallpa while first kallp was flooded and sunken all things you also told just now
राजपुत में पुत सब्द पाली भाषा का और राजपुत्र में पुत्र संस्कृत भाषा का aur atiyadhik gahrai se jaanane ke liye science journey aur rational world authentic you tube chainal me aaye debate karle vo bhi bhartiya puratatava shakchhiya sahit jai bharat jai jambudwipsy
यदुवंशी क्षत्रियो का इतिहास गौरवमई रहा है भगवान श्रीकृष्ण ने जब नाग राज का दमन किया था तब उन्हें अहीर नाम से पुकारा गया था हमारा अहीर समाज चंद्रवंशी क्षत्रियो का समुह हैं जिसमें ६४ राजशाही वंश आते हैं वृष्णि,भोज,हैहैय अथवा ग्वालवंश लेकिन यह जडेजा जादौन भाटी नामक बंजारा और म्लेच्छ जातियां हैं जिन्होंने एक दो रियासतें किया बनाली आज राजपूत के साथ साथ यदुवंशी बने घुम रहे हैं लेकिन आप इन बंजारों का इतिहास देखोगे तो यह लोगों के बाप दादा भेर बकरी चराते थे और अगर यह लोग श्री कृष्ण के वंशज हैं तो श्री कृष्ण के असली वंशजों की रियासतें सिर्फ राजस्थान में ही कियो पाई जाएगी हम यदुवंशी क्षत्रियो की रियासतें युपी बिहार मध्यप्रदेश हरियाणा और सबही जगह पाई जाती हैं और राजस्थान और गुजरात में इनको अपनी रियासत मुगलों ने बना के दि थी और यह लोग मुसलमान से हिन्दू कनवर्ट हुवे है इनकी असली इतिहास का पुरा कचा चिट्ठा निचे दिया गया है और इन लोगों का शुद्र होने का पुरा फेक्ट👇 इस परंपरा के तहत इस दिन काशी में हजारों ब्राह्मण बंधु शंख नाद और मंत्र उच्चारण करते हुए श्री कृष्ण बलराम के वंशज यहां के यादवों का हौसला अफजाई करते हैं और भगवान श्री राम, माता जानकी का 100 टन वजनी रथ को सबसे पहले छूने का अधिकार यदुवंशियों को है। भगवान राम की पर दादी श्री और दशरथ जी की दादी महारानी मधुमति , यदुवंशी सम्राट शशिबिंदू की रजकन्या थीं। और कहा जाता है कि जब राम जी लंका से अयोध्या आए थे तो उनके पर दादी के मायके के यदुवंशियों ने उत्सव मनाया था । और उस दिन से आजतक यह परंपरा यादव निभाते आए है। रथ को यदुवंशी क्षत्रिय अपने बलिष्ठ पवित्र हाथों से उठाकर अयोध्या लातें है। अब इस पोस्ट को देखने के बाद कुछ नाचीज़ इतिहास चोर बंजारा जादौन जडेजा आटी भाटी जल भुन जाएंगे 😂😂😂। लेकिन इससे इतिहास नहीं बदल जाएगा। अरे तुम अभागे सच में यदुवंशी होते तो यह सौभाग्य तुम्हे भी मिलता लेकिन तुम बंजारे हो क्षत्रिय नहीं । इतना ही नहीं काशी विश्वनाथ में सावन के प्रथम सोमवार को महादेव का प्रथम अभिषेक भी यदुवंशी अहीरों के हाथो ही सम्पन्न होता है। --------------------- इस धरती पर सिर्फ दो ही उच्च महान क्षत्रिय कुल हैं - रघुवंशी और दूसरे हम यदुवंशी। और भगवा की शान और मान हम यदुवंशियों और रघुवंशियों से है नकी उनसे जिन्होंने ताउम्र मुल्लों को बेटियां ब्याहने के कुछ नहीं किया। जी हां करौली के जादौन के पूर्वज अर्जुन पाल के पिता तो हम यादव थे लेकिन माता शूद्र बंजारन थी यानी करौली वाले भी अशुद्ध हैं इनमे। पंडित जी भी असली यदुवंशी अहीरों को ही मानते हैं तभी तो काशी विश्वनाथ में सावन के पहले सोमवार को हजारों वर्षों पुरानी परंपरा निभाते हुए महादेव का सर्वप्रथम अभिषेक यादवों अर्थात अहीरों के हाथो से करवाते है। इतना ही नहीं भगवान श्री कृष्ण के तिरुपति बालाजी मंदिर में भी भगवान के दर्शन करने का सर्वप्रथम अधिकार यादवों को है जो आज भी यहां के अहीर निभाते हैं। आखिर ऐसा क्यों? क्यूंकि असली आर्य रक्त देव पुत्र अहीरों में है। वहीं इन भील बंजारे जडेजा जादौन को तो पंडित जी असभ्य बंजारा ही मानते आए हैं। यानी साफ़ है फेसबुक पर कॉस्ट्यूम पहन राजा बन रहे, क्षत्रिय बन रहे इन शूद्र बंजारे असली क्षत्रिय रक्त लायेंगे कहां से। क्षत्रीय बना नहीं जाता बच्चों। क्षत्रियता विरासत में मिलती है पूर्वजों से। क्षत्रिय वो होता है जिसकी भुजाओं में दम हो हथियार चलाने का और जिसकी छाती फौलादी हो घाव खाने के लिए। इसीलिए हम क्षत्रिय अहीरों से खुद को जोड़ना बन्द करदो। भीख में मिले राज्य से कोई राजा नहीं होता । जाओ जाकर फेसबुक पर राजा बन राज करो हमसे न भिडो। ----------------- सच्चाई और दवाई दोनों कड़वी होती है और इसके जिम्मेदार बंजारे खुद हैं जो फेसबुक हमारा इतिहास चुरा रहे हैं। सूर्य पर अगर कोई मूर्ख थूकता है तो उसके थूकने से सूर्य का तेज कम नहीं होता उल्टा वो थूक उस मूर्ख के थोबड़े पर ही गिरता है।
उठो जागो और पूरे देश में सनातन धर्म यादव धर्म वाली यादवों की सरकार बनाए यादव ऋषि अत्री के पुत्र के रूप में त्रिदेवो ने जन्म लिया, यादव ऋषि अत्री के पुत्र के रूप में भगवान विष्णु यादव भगवान दत्तात्रेय रूप में, भगवान ब्रह्मा ने यादव भगवान चन्द्र देव के रूप में, महादेव ने यादव ऋषि दुर्वासा रूप में जन्म लिया, भगवान यादव चंद्रदेव को महादेव ने अपने मस्तक पर स्थान दिए हे, जिनके नाम पर यादवों ने सोमनाथ का मंदिर बनवाया था ,यादव चंद्रदेव के पुत्र थे यादव बुध देव, मनु की सबसे बड़ी पुत्री इला जो इसवाकु की बड़ी बहन थी वो यादव घराने की बहू थी, यादव भगवान बुद्ध देव के पुत्र थे यादव पुरुरवा, यादव पुरुरवा के 6 पुत्र थे उनमें 2 महान पुत्र यादव आयु ओर यादव उमावशु, आयु के पुत्र यादव राजा नहुष हुए, उमावशू के वंश में आगे जाकर यादव विश्वामित्र हुए जो बाद में श्री राम के गुरु बने, ऋषि अत्री के वंशज अहीर यादवों को अत्री वंश से होने के कारण ब्राह्मणों का राजा ओर ब्राह्मण में श्रेष्ठ ब्राह्मण कहा गया है, धरती पर केवल यादव ओर यादवों के वंश ही असली क्षत्रिय ओर ब्राह्मण हे, यादवों में त्रिदेवो सहित सभी देवताओं का रक्त हे, यादव विशुद्ध रक्त वाले भगवान हे जो, इशवकू के वंश में हुए राम में केवल 12 कलाए थी, लेकिन चंद्रवंशी यादवों में उनके पूर्वज यादव भगवान दत्तात्रेय के 24 गुण, चंद्रदेव के 64 कलाए जीन कलाओं के साथ श्री कृष्ण ने जन्म लिया था, ओर ऋषि दुर्वासा का क्रोध इन सभी के साथ यादव जन्म लेते हे, नहुष के बड़े पुत्र यादव ययाति हुए, ययाति ने 5 पुत्र थे सबसे बड़े अहीर यादव सम्राट यदू थे, यादव सम्राट यदू को सतयुग के अंत में अहीर ओर यादव उपाधि मिली इसलिए उनके वंशज अहीर यादव ओर बहुत से नाम से जाने जाते हे, ठाकुर, यादव, राणा, महाराणा, सिंह, आदि ये सभी केवल यादवों की उपाधि हे जो उसे द्वापर युग के पहले से प्राप्त हे यादव सम्राट यदू के वंश में आगे जाकर यादव राजा हेय्यय हुए, उनके पौत्र यादव सम्राट कर्तविर्य हुए, उनके पुत्र यादव सम्राट अर्जुन हुए जिन्हें सहस्त्रबाहु कर्तविर्य अर्जुन कहा जाता थे, यादव सम्राट कर्तविर्य अर्जुन ने अकेले ही रावण ओर उसकी सेना को अपने एक ही वार से मूर्छित कर यादवों के अस्तबल में सैकड़ों सालों तक बंदी बना कर रखा था, चंद्रदेव से लेकर सहस्त्रबाहु अर्जुन तक जितने भी यादव सम्राट हुए सभी के लाखो सालो तक त्रिलोक पर राजा किया, सूर्य की चाल में आकर यादवों ने ऋषि bhragu के वंश पर अत्याचार किया, जिसके कारण ऋषि bhragu के पुत्र परशुराम ने केवल यादव सम्राट सहस्त्रबाहु अर्जुन यादवों ओर उनके 101 कुल का 21 बार लगभग नाश किया, परशुराम सूर्य वंश को क्षत्रिय नहीं मानता था इसलिए परशुराम ने केवल यादवों का नाश किया, आगे जाकर इसी वंश मै नारायण के पूर्ण अवतार यादव कृष्ण हुए, उनकी बड़ी बहन यादव माता दुर्गा ने यादव योग माया का अवतार लिया ओर विंध्याचल पर्वत पर जाकर बस गई, यादव राज कुमारी कुंती को उनके पूर्वज ऋषि दुर्वासा ने 6 यादव पराक्रमी पुत्रो का वरदान दिया जो, यादव कर्ण, यादव युधिष्ठिर, यादव भीम, यादव अर्जुन, नकुल ओर सहदेव हुए, राजा पांडु को श्राप था कि वो पुत्र पैदा नहीं कर सकता इसलिए कुंती के पुत्रो में केवल यादवों का रक्त था इसलिए से सभी भी आगे जाकर यादव कहलाए, यादव भीम के पौत्र यादव बर्बरीक हुए जिन्हें यादव भगवान खाटू श्याम कहा जाता हे, महा भारत युद्ध के बाद केवल यादव वंश ही बचा था जिसमें आगे जाकर देवगिरी के अभिर (अहीर) ने 800 इष्वी ने मराठा साम्राज्य की नींव रखी, जिसमे आगे जाकर अहीर जीजा बाई ओर उनके पुत्र अहीर छत्रपति शिवाजी हुए शिवाजी के पिता शाहा जी यादवों के होयसल वंश से थे, राजा सूरजमल, राजा सुहेल देव, महा राणा प्रताप, आल्हा ऊदल, वीर लोरीक, राजा कृष्ण राय आदि ऐसे बहुत से राजा हुए, चन्द्र वंश का मतलब केवल यादव वंश होता है जितने भी महान राजा हुए वे सभी यादव वंश से ताल्लुक रखते हे, भारत में जितने भिं प्राचीन ओर बड़े मंदिर हे सभी यादवों के द्वारा बनाए गए हे, यादवों के राज्य यादव डायनेस्टी, अहीरराना आज का हरियाणा, विजय नगर डायनेस्टी, तक्स शीला, नालंदा, मराठा डायनेस्टी, देव गिरी डायनेस्टी, महापद्म नंद ओर उनका धनानंद के पुत्र का मोर्यवंश, छेदी वंश, करोली, तक्षशिला, नालंदा, नेपाल डायनेस्टी, भूटान, म्यांमार, अफगानिस्तान, चीन, ऐसे हजारों राज्य ओर रियासत, ये सभी यादवों के राज्य थे, सतयुग से कलयुग तक धरती की 98 प्रतिशत भूभाग पर यादवों का ही राज रहा, जिनको दासियों के पुत्रो ने मुगलों के साथ मिलकर खत्म कर दिए, गुज्जर,जाट, मराठा, सिक्ख इन सभी में यादवों के वंश हे
क्यों यादव राम रावण युद्ध में शामिल नहीं हुए इसका कारण ये हे जब अहीर यादव सम्राट सहस्त्रबाहु कर्तविर्य अर्जुन ने रावण ओर उसकी पूरी सेना को अपने एक ही वार से मूर्छित कर बंदी बनाकर रखा, तब रावण के दादा ऋषि पुलस्य ने सहस्त्रबाहु से विनती की की रावण को छोड़ दे, तब यादव सम्राट सहस्त्रबाहु ने रावण को छोड़ दिया, लेकिन रावण चालक था उसने सहस्त्रबाहु से वचन लिया की भविष्य में कोई भी यादव उससे युद्ध नहीं करेगा ना ही उसके खिलाफ किसी की सहायता करेगा, सहस्त्रबाहु ने रावण को वचन दे दिया, परशुराम ने यादवों ओर यादवों के 101 कुल का लगभग नाश कर दिया वो भी 21 बार, इससे यादवों की संख्या कम हो गई, जब नारायण ने राम अवतार लेकर रावण से युद्ध किया उस समय सहस्त्रबाहु द्वारा रावण को दिए वचन के कारण यादव युद्ध में शामिल नहीं हुए, लेकिन जब श्री राम ने अश्वमेघयज्ञ किया तब क्षत्रिय धर्म का पालन करने हुए यदुवंशी यादव राजा वीर मनी ने राम जी का घोड़ा अनजाने ने रोका ओर फिर क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए राम जी से युद्ध किया, अब समझ गए
Kya jhut peley ho bhai waah waah waah ....mai sach m fan ho gya tumhaara ...tumney rishi vasisth ki agni kund ko jhuta saabit kar diya matlb jismey agni se 4 kul utpann hue they parmar parihaar chalukya or chauhan .....hum sab suryawanshi kshatrya they jo baad m agnivanshi boley jaaney lagey q ki agni kund m shuddhikaram hua tha ,,q ki tabhi bahut raja log budhism ko aona liye they or raasta bhatak gye they.... iska varnan bhavishyapuraan , bhagwat or mahan kavi chandrabardaayi m bhi milta hai ....tum log kya mujhey ni pta bhai ,lekin mujhey apna achey se lta hai....vikramaditya sen parmar awanti ke kshatriya raja they jo surywansi they tbhi jinhoney vikram samvat chalaayi huno ko paraast karney ke baad .... Lekin mujhey tumse koi debate ni karni ...achi baat hai agar aap bhagwan krishna ke vansaj hai to lekin kisi or ko jaleel mat karo .... ye sikh to nahi di hai bhagwan krishna ne geeta m .... Bhagwan ke gyaan anusaran karey ....bhagwan ne ye bhi kaha hai aise anant koti brahmaand hai jo unse esfoorit hoka unmey hi vileen ho rahey hai 🕉
@@mr.anandsingh6430 भाई तुम असली राज पुत्र वंश से हो हमारी तरह इसलिए इतनी जानकारी रखते हो की बुधिज्म राजा को फिर से सनातन धर्म में लाया गया इस हवन अग्नि कुंड की प्रक्रिया के कारण उन लोगो को अग्निवंशी कहा गया, लेकिन ये सभी सूर्य वंश की शाखाएं हे ये गलत हे चौहान, परमार, ये यदुवंशियों ओर कृष्ण बलराम के पुत्रो की गोत्र हे, गोत्र के नाम पर वह वंश बन गया, महाभारत युद्ध ओर हमारे मोसुल युद्ध के बाद केवल यादवों का राज था हे क्यों की पूरा चन्द्र वंश यदुवंशियों में शामहित हो गया था बचे हुए सूर्यवंशियों में से कुछ राजा भी, आज से 900 साल पहले जितने भी महान राजा हुए सभी यदुवंशी ही थे हमारा राज्य एशिया, ओर बाकी द्वीपों तक था, 900 साल पहले बाहरी आक्रमण बड गए जिसके कारण हमे विस्थापित होना पड़ा, समय निकाल कर अपने राज पुरोहित से पूछना वो तुम्हे सच बताएगा, बुंदेल खंड, मालवा, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, यहां के असली अहीर यादव कृष्ण ओर बलराम के वंशज हे जिन्हे सरकारी मान्यता भी हे ऑर सभी रिकॉर्ड भी हे, लेकिन हम असली वालो कि संख्या कम हे, हम लोग स्वतंत्र बेल्ट हे करनी सेना काम से कम 40 बार हमारे पास आती थी पहले हमे राजपूत एजेंसी में शामिल करने लकीन हम लोगो ने उन्हें भगा दीया, राजपूत एजेंसी में कचरा ही भरा पड़ा हे वहा सभी का रक्त अशुद्ध हो गया हे, इसमें रजपुट, राज पुत्र, ओर राजपूत तीनों शामिल हो गए हे, आज ये तीनों ही राजपूत कहलाते है , इसलिए हम लोग कभी भी इसमें शामिल नहीं हुए आज भी हमारा खून सबसे शुद्ध हे जिसे सरकार बे भी साबित किया था,
@@s.k.thakurji...336 ययाति के सबसे बड़े पुत्र थे यदू, ओर दशी के पुत्र थे पुरू, यदु जब राज गद्दी पर बैठे तब दशी पुत्र पुरू के नाना वृष परवा जो राक्षस राज थे राक्षसों के राजा थे उसने यदू को मारने के लिए बहुत बड़े मायावी सर्प का रूप लिया जब यदू शिकार पर गए तब राक्षस राज वृष परवा ने यदू को जकड़ लिया तब यदू ने अपने एक ही वार से राक्षस राज वृष परवा का वध कर दिया तब नारायण प्रकट हुए ओर यदू को कहा हे अभिर(अहीर) बिना भय के अपने एक ही वार से राक्षसों के राजा का वध कर दिया इसलिए तुम्हारे वंशज यदुवंशी (यादव) नाम से जाने जाएंगे, इसलिए अहीर यादव से पहले की उपाधि हे
राम जी सूर्यवंशी क्षत्रिय हैं..
Bhai ram ji Raghuvanshi chatriye the bhul gaye kya raghukul reet sada chali aayi praan jaaye par vachan na jaayi
@@LEARN_MORE_WITH_NEEL.23 Maharaja Raghu, Chakravarti Samrat Dashrath ke pitamah the. Raghuvansh Suryavansh ki ek Shakha hai.
वैदिक क्षत्रियों को सादर प्रणाम जो इतिहास चुराने वाले हैं उनके लिए अमृत दवा है
Acha ji rajputre to raven k beta idrjet ko bhi kha gya taa or mhabharet me kirshan bhgvan ne bhi apne aap ko rajputre kha taa lekin duniya janti h ravan rakchese jati k ta or kirshan yadev taa 🤣 🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣
@@DineshKumar-ow1su राजपुत गुर्जरों की ओलाद है
AK aur sono inke samaj ke bade bade buddhi jivi aur neta aaj bhi apne ko shudar batate h. Thakur birahman dawara vanchit shoshit agar ye kshatriya h to vanchit shoshit kese . Ak bat aur agar kshtriya ho to OBC kese. Kshtriyao ke pas to शास्त्र और शस्त्र dono to OBC vanchit shoshit pidit kinyu . gajab
@@rinkuyadev3684rajpoot/rajput aur rajputra mei fark hona h rajputra ek shabh h jiska matlab hota h raja k beta ye koi jaati thori na h, aur raajpoot/rajput ki uttpati 6th century mei hua h
@@jitenderrajput8691Vo vote lene k liye apne aap ko shudra bolte h, aur baat ehc obc ki toh obc nei rajput aur brahman bhi aate h aur st sc mej bhi aate h air bharat k kai state's mei yadav general mei aate h
Jisne obc commission bani vo khud ek yadav tha political reasons k chalte unhone yadavo ko obc mei dal diya unhone kaha tha 1920 se phele saree yadav generel mei the
जय मां दुर्गा जय श्री कृष्ण
Jai shree ram
Jai shree krishna
Jai Rajputana
चंद्र वंश मे जितने समाज आते है उन्हें चंद्र वंश मे सामाजिक रिश्ता रखना चाहिए.
Jai chandrawanshi kshatriya
Abeh chutiyapanti chanderwansi kanha seh aye manu maharaj SURYAVANSHI the na unki putri thi na ila uski vanshaj chanderwasni hain jo ki yaduvanshi bhi kaihlati hai butt up k Yadav harizan hai woh rajput nahi hain
Bhai ek hi vansh main samajik rista kese ho sakta agar ek hi vansh hai to gotra bhi ek hi hoga na🙄
You are right sir ❤️❤️❤️❤️
राम जी क्षत्रिय राजपूत थे.
यह कहने के लिए धन्यवाद 🙏🙏🙏
Krisan bi rajput karnl tond bi rajput modi bi rajput soniya gandi bi rajput Manmohan bi rajput h putin bi rajput h 12sadi ma rajput hu akber ka time pr rajput
🤣🤣🤣🤣🤣🤣
सुर्यवंशी राजपूत थे
Singh Koan Sa.Rajput
@@RajbirSingh-gt8fr suryavanshi rajput
Jai Shree KRISHNA 👃🌹🌹👃
Jay 🕉 yaduvansh
यह जानकारी देने के लिए आप को बहुत बहुत धन्यवाद,,
बहुत खूब बिलकुल सत्य है🙏
जय श्री कृष्णा जय यदुवंश
Rajput me 4 vans hite hai jisme do 2 main vans hai Suryavanshi or chandravanshi Kshatriyas Rajput hote hai Suryavanshi rajput me bhagwan shri ram 🚩🚩 hue or chandravanshi Rajput me Pandav hue
Jai shri ram 🙏🚩⚔️
Or bhagwan shri krishna ji yaduvanshi Rajput the or unke vanshaj aaj bhi jaisalmer me raja hai to ki apne aap ko yaduvanshi Rajput bolte hai
Ahir alag hai or yadav alag bas kuchh history chor lahir apne aap ko yaduvanshi bata the hai 😂😂
@@shubhamrajput143 Google me serch Mar ke dekh bahan bahan
@@shubhamrajput143 rajput log kishe ko bhe baap bana lete hai 😂😂😂
@@Gautamkumar-bf6ne तेरी क्यों पट रही है
@@yaduvanshi_empire_5281 क्या सब राजा यादव थे
मुझे अपनी यादव जाति यादव वंश पर गर्व है मैं योगीराज भगवान कृष्ण जी का आभार प्रकट करता हूं
जय श्रीराम**
बन्धु यादव जी !
यही बात अपने इस धर्म ज्ञांता को भी बताने की कृपा करें कि
यादव चन्द्र वंश के क्षत्रिय हैं
ना कि सूर्य वंश के।
बाप बदल लेने से कोई महान नहीं होता ।
@@BharatSingh-zk4jk bhai Yadav to phle se hi mahan h aur yadav Chandravanshi h
@@Kanha_ka_diwaana14143
जय श्रीराम**
अरुण यादव !
बन्धु आपका कथन सत्य है किन्तु
इस इतिहास कार को भी तो बताइए कि यादव सूर्य वंश से नहीं बल्कि
चन्द्र वंश से हैं ।
@@BharatSingh-zk4jk भाई आप भ्रम में है ना में arun yadav और ना ही शायद उन्होंने यादवों को सूर्यवंशी कहा है मैंने तो सुना नही यदि कह भी दिया हो तो वो अनजाने में हो गया हो, ऐसा हो सकता है
जय श्री कृष्ण 🚩⚔️💖🙏🏻
@@BharatSingh-zk4jk बंधु बात तो सही है जिनके घर दूसरे खटिया हिलाते है बो इसी बाते ही करते है जैसे की आप यादव चंद्रवंश से है
Ham Ahir yadav veer hai hame apne aap par garv hai
Jay rajputana
Kurmi kshatriya
Kurmi kshatriya
Kurmi kshatriya
मैं कश्यप गोत्र से हूं। मेरी वंशावली जान के अच्छा लगा।
JAI RAJPUTANA
JAI SHREE RAM
JAI SHREE KRISHNA
Jay Ahirana
Jay Yadav Jay Madhav
Jay shree krishna
@@vkyadavtechnical8206 JAI LAURA, JAI LAHSUN🤣🤣😂
@@rajputanazone Mugalput 😚😀😁😁😁😁😁😁
@@vkyadavtechnical8206 sahi me bhai tabhi to aisa likha hai ye rajput nahi randiput hai
@@rajputanazone Vikky Pandey किसी भी वेद पुराण शास्त्र में राजपूत शब्द का जिक्र नहीं हैDeepak Yadav राजपूत जाति का उत्पति तेरहवीं शताब्दी के बाद हुआ सा के सारे इतिहासकार मुंशी प्रेमचंद दूसरा पुस्तक बाबर नामा और भी बहुत सारे इतिहासकार के पुस्तक में का लिखा हुआ इतिहास में है किन का उत्पति मुगल सुल्तान के दासियों के द्वारा जो नाजायज पुत्र हुआ है उसी को राजपूत कहा गया है मिक्स ब्रीड गांव घर के भाषा में इसे नीच वर्णसंकर दोगला बोला जाता है✊जय हो भगोडे खानदान की जिस की तीन पीडियां मैदाने जंग से भागी
1- राणा सांगा :- खानवा युद्ध से भागा
2- राणा उदय सिह :- उदयपुर दुर्ग से भागा
3- महाराणा प्रताप :- हल्दीघाटी युद्ध से भागा
-: अन्त में महाराणा प्रताप के बेटे राणा अमर सिंह ने मुगलो से डर कर मुगलो की अधीनता (गुलामी) स्वीकार कर ली
-और इस खानदान के लोग मुगलो के मनसबदार बन कर रहे....
-
इन मुगलपूतो ने मुगलों को अपनी बहन बेटियों को भेजा था
इन मुगलपूतो ने मुगलों की गुलामी की थी
फिर अंग्रेजों की गुलामी की थी
यह है इन मुगलपूतो का इतिहास
🚩सनातन🚩 के सच्चे वीर योद्धा💪💪
🔥गुर्जर 👑जाट🔥यादव 🔥
इतिहास पढो अन्धभक्त न बनो ..... क्षत्रिय सिर्फ यदुवंशी अहीर अहीर यदुवंशी का शौर्य गाथा फ्रांस के स्कूलों में पढ़ाया जाता है और कई देश में अहीरों का शौर्य गाथा का गुणगान होता है और भगवान श्री कृष्ण चंद्रवंशी क्षत्रिय यदुवंशी का कहां हुआ भागवत गीता गीता का सार जो पूरे दुनिया में कानून के तहत माना जाता है और पूजा जाता है सनातन धर्म के एकमात्र धार्मिक ग्रंथ जिसे देश और दुनिया में हजारों नोबेल पुरस्कार मिल चुका है जय श्री कृष्ण यदुवंशी जय बलराम जय द्वारकाधीश यदुवंशी स्कूल में श्रेष्ठ जाति में श्रेष्ठ सभी वेद पुराण में कहा गया है और लिखा हुआ है
jai shreeRam guruji
बहुत सही 👍👍👌
Jai rajput 🚩jai shree ram and Krishna
@@riteshkumar5950 मेरे लगता है कि तू सबका बाप है
@@riteshkumar5950 पहले लिखना तो सीख ले
Jay Sri Krishna 👏👏
Nice video
जय यादव जय माधव
Jai bhim kon bolega 😂😂 bahut dogley ho bhai tum log sab mjaa maar letey ho frr bhaddaas humpe nikaalogey 😂
जय श्री कृष्णा🙏🙏🙏
चक्रवर्ती महान सम्राट क्षत्रिय राजपूत अशोक मौर्य वंश
Sahi jaankari di aapne
Jai Shri Krishna
🗡🗡.🚩🚩 Jai Sri ram Jai Rajputana jai kashyap 🌞 🚩🚩🗡🗡
Very good story sir
Jai Yadav jai madhv
Kon se yadav asli yadav ya nakli ahir
Jai laura jai lakshan
@@rohitmanhas2795 jadon bhati judasma yee nakli hai
@@rohitmanhas2795 तुमलोग राजपूत हो रघुवंशी नहीं राजपूत एक सूद्र जाती है जो पहले पहाड़ो पर रहने वाले बंजारे थे जिनसे धर्म परिवर्तन कराया गया महाभारत या रामायण में कही भी राजपूत शब्द नहीं मिलेगा
@@rohitmanhas2795 asli yaduvanshi ahir, naki jadeja, bhatti tatti
Jay murlidhar
Yadav Rajput ekta amar hai aur bhaichara amar hai
जी
Jai sree kireshan Bhgwan dwarika dhish ki Jai radhe radhe Hare Krishna hare hare bahut bahut dhanya wad
आपने इस विषय पर वीडियो बनाकर उन राजपूत्रों(राजपूत) को अपनी पहचान बता दिये।
आशा है कि वो अपने को चन्द्रवंशी या उनके उपवंश यदुवंश से संबंध होने का किसी भी प्रकार की बात नही करेंगे।
।।जय श्री राधेकृष्ण।।
।।हर-हर महादेव।।
एक वीडियो नागवंशी पर बनाए ,,उनकी उत्पत्ति कैसे हुई
Banjare bhati our jadeja our jadoun par video banao
Jai yadav samaj
This is Amazing bro
बिल्कुल सही बोल रहे है आप गुरु जी सभी जाति भटकी हुई है उसमे से राजपुत जाति सबसे ज्यादा क्योंकि ये अपने को चंद्रवंशी तो बताते ही है लेकिन यदुवंशी भी बताने लगते है इसलिए आप यह वीडियो ठीक बनाए है आप अपने कुल पर सदा वीडियो बनाइए आपको यदुवंशियों को भटकने से बचाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏
Paglu chander wansi hi yadhuwansi hain jaise Suryavanshi hi Raghuvanshi hain paglu jara kabhi jaganth temple ja wanha k raja yaduvanshi rajput hain
@@rambjpmythcharacterhai8582 acha aub banjaro ko yaduvanshi banao
Babut accha laga jankari hi age pahucti hai to thankyou l am rajput
Bahut achhi lagi
Super
आपको बहुत-बहुत बधाई हो आप ने सही बात बताई है सा 🙏🙏🙏🙏🙏
वीडियो बहुत अच्छी है। परंतु मेरे अध्ययन में मुझे जो जानकारी मिली, उससे मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि भारत जब में मुस्लिम आक्रमण हुआ उससे एक वंश के लोग दूसरे वंश से जुड़ गए,( पलायन के कारण) एवं अलग-अलग वंश होने के कारण, शायद तब वह वंश, समाज में परिवर्तित हो गया। जैसे- राजपूत समाज, मराठा समाज, सिख समाज आदि। इनमें एक से अधिक गोत्र, वंश, वर्ण आदि शामिल हैं।
जी आपने सही कहा
Thanks Bahut Achchhi lagi
I'm Chandravanshi
Jai Ho Suryawanshi Mandhata Maharaj ji Ki ❤❤
Very. Very nice
Jay Shree ram
IN nakali rajputo par asali rajputo ko chabuk chalane ki jarurat hai Jay Sri Krishna Jay yaduvansh
Aaja bhidle phir faad ke fek denge bache
Moot nikal denge re Ahir aukat me rah apni
Very good
जय श्री कृष्णा
आपकी वीडियो पर बंजारो को नहीं गरियाऊंगा।
अरे भाई हम आपके कमेंट को डिलीट नहीं किया है ऐसा क्यों कह रहे हैं
@@YADAVSAMMAN
गुरुजी मेरा एक comment delete हो गया था , मुझे लगा शायद आपने डिलीट किया होगा।
नहीं हम अपने लोगों के कमेंट को कभी नहीं डिलीट करते हैं बस थोड़ी बहुत मर्यादाओं के साथ कमेंट हो तो और बेहतर रहेगा
@@YADAVSAMMAN
ठीक है गुरुजी ख्याल रखेंगे हम आपकी बातों का।
Regard sirji
जय कश्यप कुल।।।। जय श्री राम
Sahi baat
Jay ho
Jai ho
Ap bahut ache insane hai ji
ऊ।।। मन मिला है
Bahut bahut dhanyvad aapka Suryavanshi ki jankari thi Chandravanshi Aage Vansh ki aur Jankari do Jay Shri Ram aapko
🙏🙏🙏
Sahi lagi.
Jaj shree Krishna
jay ho
Jay shree ram
Radhe Radhe ,kya bachchas gotra ke bare me vedio banayege
GREAT 👍
IT IS MYTHOLOGY
HISTORICAL EVIDENCE???
SCIENTIFIC EVIDENCE???
Kya tere mai Brain hai , hai to Nikal ke Dikha
Dwarka ka milna search karle the lost city of dwarka book bhi likhi gayi hai iss naam sae phadle jaake aur ramsetu sabse aacha example hai kurukshetra mae dafan hathiyar rath ka milna aur unki carbon dating hui tab ye pata chal gya ki vo 5000 saal purane hai aur mahabharat bhi 5000 saal pehle hui thi
Aditya beta wo to hamko bhi malum hai ki dwarka jo purani thi wo Sagar me mili or rahi baat book ki to book to aajkal sab log likh sakte he or book me kya likha hai wo to bata jese geeta mahabharat me jo likha hai unko tum apne se jodte ho or ye nahi kahete ki mahabharakal me bhi Ahir the or yadav the or dono ka jikra alag alag kiya gya he is liye jyada gyan mat de tab bhi tum Ahir the or aaj bhi Ahir se jane jate ho ok
Hum hain na Gajapati Maharaj hain jaganth temple maharaja king of puri , rajasthan k raja ,umerkot k raja or bol 😁😁😁😁
@@gohilhardevsinh9669 oh harizan ja k jara Pakistan ka umer kot dekh saboot wanha saza k rakhey hain tere baap neh mahakaal temple ja Chakarvarti Samrat raja Vikramaditya ji ka singhasan hain .ravan matlab raja ko bolte hain srilanaka ki story ek dum correct hai mera dost captain hai srilanaka history verify kari hai main neh us k saath
Jay Shri Krishna
PROUD TO BE RAGHUVANSHI
Jay shree shitaram ji
Jai jai ma भवानी jai jai rajputana
कृपया बताइए निषाद राज वंश की उत्पत्ति कैसे हुई आपसे निवेदन है
भाई बात कर रहे हो एक लाख वशृ पुरानी और राजपूत उत्पन्न हुऐ एक हजार वर्ष पहले फालतू की कपोल कथा के तार जोड़ रहे हैं राजपूतो से
Jai suryavanshi Kashyap 🌞⚔️
Ye aacha hey Jo Yadav apne title Yadav ko lagane me bhi sharm kerte hey wo yadav hone pe Proud feel ker rehe hey. Aaj kul sare Yadav Singh aur Pratap lagane lage hey apne nam me jo ki Rajpooto ki title hey ye kaisha garv hey bhai.
Iaj ho yadav ji
पौराणिक काल में राजा होते थे ,राजपुत्र भी होते थे ,पर राजपूत जाति नही होते थे ।बाद में छठी शताब्दी के बाद एक नई जाति बनी ,जिसे राजपूत कहते है ।विभिन्न राजाओं के वंशज अपने को राजपूत कहने लगे ।
O bhai..rajput y shabd hi rajputra se bana h.. sanskrit me rajputra aur hindi me rajput
Abeh share rajput matlab raja ka putr or woh Khastriya hi hote hain yadav harizan main ate hain shrikrishna chanderwanshi rajput ya kshatriya hain yadav gwaleh hote the Rajput nahi yadhuwanshi matlab Chander wansi jaise Suryavanshi matlab Raghuvanshi
@@rambjpmythcharacterhai8582 muglput videshi hai muglo ki auld ..rajput hai. . original kashiytra Yadav hai
@@pushprajsinghrajput9168 tum muglput ho muglo k vanshaj ho
Jay Shri Radhe Radhe Radhe man Narayan Das Vrindavan se aap sabhi vanshavali ko Bade Acche se darshate Hain apni darshakon ko Kripa Karke aap sabhi vanshavali ka video bheja Karen
अगर सही मायने में देखा जाए तो असली राजपूत ( राजपुत्र) सूर्यवंशी ही है।
फिर ये चंद्रवंशी लोग खुद को राजपूत कैसे बताते है।
मुझे आपकी ये जानकारी बहुत अच्छी लगी। बस ऐसे ही हमारा ज्ञानवर्धन ऐसे ही करे रहे,,, बहुत बहुत धन्यवाद 🙏
Yeh jo chandravanshi rajput bne ghum rhe h wo koi asli rajput nhi h bhai... Humhi logo se nikle hue h yeh or apne samband ahir yadav se na bna kr rajputo se bnate h samband jbrdasti ka... Jbrdasti ka khud ko rajput mante h yeh.. or jo asli rajput h wo inhe bhav tk nhi dete... Mere pe ek content bhi h jisme clearly mention h ki chandravanshi rajput ahirvanshi h arthat ahir h or apna samband ahir se na bna kr rajput se samband bnate h.. isse saaf ho jata h ki yeh jbrdasti ka rajput bnte h.. wrna asli rajput toh inhe bhav bhi nhi deta
@@vikasyadav0704
Kahan hai apka content
....link do
Jara main v dekhu
@@chandanyaduvanshi301 kyu kya hua bhai
@@vikasyadav0704
Link do mere bhai
Main v dekhu
Kya hai apka content
@@chandanyaduvanshi301 link nhi h bhai pdf mei save kiya hai maine.. or pdf yaha pr share nhi ho skti.. apko whatsapp no dena pdega apna
जय राम जय कश्यप समाज
Jai rajput
You are sun of yadav vans,your statement is correct.
जय यादव जय माधव।
I am kushwaha and my gotra is Kashyap.
જય માતાજી
एक वीडियो कुशवंशी के लिए भी बनाईऐ
I am chandravanshi rajput
भाई सोलंकी अग्निवंशी होता है
जय महाराजा चित्रांगद मौर्य चितौड़गढ़
Jai dada jarasandh
Yadav ji tell us how Devyani and Sharmishtha of 5th piri of first kallp Married to Yayati of 8th piri of second kallpa while first kallp was flooded and sunken all things you also told just now
Ok प्रणाम 🙏🙏
जय भवानी जय राजपुताना
Kurmi kshatriya
Jay Madhav Jay Yadav
राजपुत में पुत सब्द पाली भाषा का और राजपुत्र में पुत्र संस्कृत भाषा का aur atiyadhik gahrai se jaanane ke liye science journey aur rational world authentic you tube chainal me aaye debate karle vo bhi bhartiya puratatava shakchhiya sahit jai bharat jai jambudwipsy
Kripya 🙏
Kshatriya vansh - Agastya vansh
Gotra - Agastya ke bare me btaiye ye khaa se aaye h inka Clan kyaa h
Jai jarasandh
प्लीज गुरुजी राधा और राधा के पिता बृषभानु की वंशावली को बताइए इनका भी इतिहास गौरवशाली रहा है 🙏🙏🙏
समय आने पर उस पर भी वीडियो बनाऊंगा
Radha ji suryavanshi thi bro... Or unka kul bhi
@𝐊𝐒𝐇𝐀𝐓𝐑𝐈𝐘𝐀 𝐁𝐎𝐘𝐒 घंटा थी....
@𝐊𝐒𝐇𝐀𝐓𝐑𝐈𝐘𝐀 𝐁𝐎𝐘𝐒 ha bhai चंद्रवंशी थी my mistake
Koi aisa video bataiye Kahar jaati ke bare mein
Jai ahirana
Suryvansh hi Aaj ke rajput hai
Bhagwan Shri krishna yaduvanshi shatriya the
यदुवंशी क्षत्रियो का इतिहास गौरवमई रहा है भगवान श्रीकृष्ण ने जब नाग राज का दमन किया था तब उन्हें अहीर नाम से पुकारा गया था हमारा अहीर समाज चंद्रवंशी क्षत्रियो का समुह हैं जिसमें ६४ राजशाही वंश आते हैं वृष्णि,भोज,हैहैय अथवा ग्वालवंश लेकिन यह जडेजा जादौन भाटी नामक बंजारा और म्लेच्छ जातियां हैं जिन्होंने एक दो रियासतें किया बनाली आज राजपूत के साथ साथ यदुवंशी बने घुम रहे हैं लेकिन आप इन बंजारों का इतिहास देखोगे तो यह लोगों के बाप दादा भेर बकरी चराते थे और अगर यह लोग श्री कृष्ण के वंशज हैं तो श्री कृष्ण के असली वंशजों की रियासतें सिर्फ राजस्थान में ही कियो पाई जाएगी हम यदुवंशी क्षत्रियो की रियासतें युपी बिहार मध्यप्रदेश हरियाणा और सबही जगह पाई जाती हैं और राजस्थान और गुजरात में इनको अपनी रियासत मुगलों ने बना के दि थी और यह लोग मुसलमान से हिन्दू कनवर्ट हुवे है इनकी असली इतिहास का पुरा कचा चिट्ठा निचे दिया गया है और इन लोगों का शुद्र होने का पुरा फेक्ट👇
इस परंपरा के तहत इस दिन काशी में हजारों ब्राह्मण बंधु शंख नाद और मंत्र उच्चारण करते हुए श्री कृष्ण बलराम के वंशज यहां के यादवों का हौसला अफजाई करते हैं और भगवान श्री राम, माता जानकी का 100 टन वजनी रथ को सबसे पहले छूने का अधिकार यदुवंशियों को है।
भगवान राम की पर दादी श्री और दशरथ जी की दादी महारानी मधुमति , यदुवंशी सम्राट शशिबिंदू की रजकन्या थीं।
और कहा जाता है कि जब राम जी लंका से अयोध्या आए थे तो उनके पर दादी के मायके के यदुवंशियों ने उत्सव मनाया था ।
और उस दिन से आजतक यह परंपरा यादव निभाते आए है।
रथ को यदुवंशी क्षत्रिय अपने बलिष्ठ पवित्र हाथों से उठाकर अयोध्या लातें है।
अब इस पोस्ट को देखने के बाद कुछ नाचीज़ इतिहास चोर बंजारा जादौन जडेजा आटी भाटी जल भुन जाएंगे 😂😂😂।
लेकिन इससे इतिहास नहीं बदल जाएगा।
अरे तुम अभागे सच में यदुवंशी होते तो यह सौभाग्य तुम्हे भी मिलता लेकिन तुम बंजारे हो क्षत्रिय नहीं ।
इतना ही नहीं काशी विश्वनाथ में सावन के प्रथम सोमवार को महादेव का प्रथम अभिषेक भी यदुवंशी अहीरों के हाथो ही सम्पन्न होता है।
---------------------
इस धरती पर सिर्फ दो ही उच्च महान क्षत्रिय कुल हैं - रघुवंशी और दूसरे हम यदुवंशी।
और भगवा की शान और मान हम यदुवंशियों और रघुवंशियों से है नकी उनसे जिन्होंने ताउम्र मुल्लों को बेटियां ब्याहने के कुछ नहीं किया।
जी हां करौली के जादौन के पूर्वज अर्जुन पाल के पिता तो हम यादव थे लेकिन माता शूद्र बंजारन थी यानी करौली वाले भी अशुद्ध हैं इनमे।
पंडित जी भी असली यदुवंशी अहीरों को ही मानते हैं तभी तो काशी विश्वनाथ में सावन के पहले सोमवार को हजारों वर्षों पुरानी परंपरा निभाते हुए महादेव का सर्वप्रथम अभिषेक यादवों अर्थात अहीरों के हाथो से करवाते है।
इतना ही नहीं भगवान श्री कृष्ण के तिरुपति बालाजी मंदिर में भी भगवान के दर्शन करने का सर्वप्रथम अधिकार यादवों को है जो आज भी यहां के अहीर निभाते हैं।
आखिर ऐसा क्यों?
क्यूंकि असली आर्य रक्त देव पुत्र अहीरों में है।
वहीं इन भील बंजारे जडेजा जादौन को तो पंडित जी असभ्य बंजारा ही मानते आए हैं।
यानी साफ़ है फेसबुक पर कॉस्ट्यूम पहन राजा बन रहे, क्षत्रिय बन रहे इन शूद्र बंजारे असली क्षत्रिय रक्त लायेंगे कहां से।
क्षत्रीय बना नहीं जाता बच्चों।
क्षत्रियता विरासत में मिलती है पूर्वजों से।
क्षत्रिय वो होता है जिसकी भुजाओं में दम हो हथियार चलाने का और जिसकी छाती फौलादी हो घाव खाने के लिए।
इसीलिए हम क्षत्रिय अहीरों से खुद को जोड़ना बन्द करदो।
भीख में मिले राज्य से कोई राजा नहीं होता ।
जाओ जाकर फेसबुक पर राजा बन राज करो हमसे न भिडो।
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सच्चाई और दवाई दोनों कड़वी होती है और इसके जिम्मेदार बंजारे खुद हैं जो फेसबुक हमारा इतिहास चुरा रहे हैं।
सूर्य पर अगर कोई मूर्ख थूकता है तो उसके थूकने से सूर्य का तेज कम नहीं होता उल्टा वो थूक उस मूर्ख के थोबड़े पर ही गिरता है।
उठो जागो और पूरे देश में सनातन धर्म यादव धर्म वाली यादवों की सरकार बनाए
यादव ऋषि अत्री के पुत्र के रूप में त्रिदेवो ने जन्म लिया, यादव ऋषि अत्री के पुत्र के रूप में भगवान विष्णु यादव भगवान दत्तात्रेय रूप में, भगवान ब्रह्मा ने यादव भगवान चन्द्र देव के रूप में, महादेव ने यादव ऋषि दुर्वासा रूप में जन्म लिया, भगवान यादव चंद्रदेव को महादेव ने अपने मस्तक पर स्थान दिए हे, जिनके नाम पर यादवों ने सोमनाथ का मंदिर बनवाया था ,यादव चंद्रदेव के पुत्र थे यादव बुध देव, मनु की सबसे बड़ी पुत्री इला जो इसवाकु की बड़ी बहन थी वो यादव घराने की बहू थी, यादव भगवान बुद्ध देव के पुत्र थे यादव पुरुरवा, यादव पुरुरवा के 6 पुत्र थे उनमें 2 महान पुत्र यादव आयु ओर यादव उमावशु, आयु के पुत्र यादव राजा नहुष हुए, उमावशू के वंश में आगे जाकर यादव विश्वामित्र हुए जो बाद में श्री राम के गुरु बने, ऋषि अत्री के वंशज अहीर यादवों को अत्री वंश से होने के कारण ब्राह्मणों का राजा ओर ब्राह्मण में श्रेष्ठ ब्राह्मण कहा गया है, धरती पर केवल यादव ओर यादवों के वंश ही असली क्षत्रिय ओर ब्राह्मण हे, यादवों में त्रिदेवो सहित सभी देवताओं का रक्त हे, यादव विशुद्ध रक्त वाले भगवान हे जो, इशवकू के वंश में हुए राम में केवल 12 कलाए थी, लेकिन चंद्रवंशी यादवों में उनके पूर्वज यादव भगवान दत्तात्रेय के 24 गुण, चंद्रदेव के 64 कलाए जीन कलाओं के साथ श्री कृष्ण ने जन्म लिया था, ओर ऋषि दुर्वासा का क्रोध इन सभी के साथ यादव जन्म लेते हे,
नहुष के बड़े पुत्र यादव ययाति हुए, ययाति ने 5 पुत्र थे सबसे बड़े अहीर यादव सम्राट यदू थे, यादव सम्राट यदू को सतयुग के अंत में अहीर ओर यादव उपाधि मिली इसलिए उनके वंशज अहीर यादव ओर बहुत से नाम से जाने जाते हे, ठाकुर, यादव, राणा, महाराणा, सिंह, आदि ये सभी केवल यादवों की उपाधि हे जो उसे द्वापर युग के पहले से प्राप्त हे
यादव सम्राट यदू के वंश में आगे जाकर यादव राजा हेय्यय हुए, उनके पौत्र यादव सम्राट कर्तविर्य हुए, उनके पुत्र यादव सम्राट अर्जुन हुए जिन्हें सहस्त्रबाहु कर्तविर्य अर्जुन कहा जाता थे, यादव सम्राट कर्तविर्य अर्जुन ने अकेले ही रावण ओर उसकी सेना को अपने एक ही वार से मूर्छित कर यादवों के अस्तबल में सैकड़ों सालों तक बंदी बना कर रखा था, चंद्रदेव से लेकर सहस्त्रबाहु अर्जुन तक जितने भी यादव सम्राट हुए सभी के लाखो सालो तक त्रिलोक पर राजा किया, सूर्य की चाल में आकर यादवों ने ऋषि bhragu के वंश पर अत्याचार किया, जिसके कारण ऋषि bhragu के पुत्र परशुराम ने केवल यादव सम्राट सहस्त्रबाहु अर्जुन यादवों ओर उनके 101 कुल का 21 बार लगभग नाश किया, परशुराम सूर्य वंश को क्षत्रिय नहीं मानता था इसलिए परशुराम ने केवल यादवों का नाश किया, आगे जाकर इसी वंश मै नारायण के पूर्ण अवतार यादव कृष्ण हुए, उनकी बड़ी बहन यादव माता दुर्गा ने यादव योग माया का अवतार लिया ओर विंध्याचल पर्वत पर जाकर बस गई, यादव राज कुमारी कुंती को उनके पूर्वज ऋषि दुर्वासा ने 6 यादव पराक्रमी पुत्रो का वरदान दिया जो, यादव कर्ण, यादव युधिष्ठिर, यादव भीम, यादव अर्जुन, नकुल ओर सहदेव हुए, राजा पांडु को श्राप था कि वो पुत्र पैदा नहीं कर सकता इसलिए कुंती के पुत्रो में केवल यादवों का रक्त था इसलिए से सभी भी आगे जाकर यादव कहलाए, यादव भीम के पौत्र यादव बर्बरीक हुए जिन्हें यादव भगवान खाटू श्याम कहा जाता हे, महा भारत युद्ध के बाद केवल यादव वंश ही बचा था जिसमें आगे जाकर देवगिरी के अभिर (अहीर) ने 800 इष्वी ने मराठा साम्राज्य की नींव रखी, जिसमे आगे जाकर अहीर जीजा बाई ओर उनके पुत्र अहीर छत्रपति शिवाजी हुए शिवाजी के पिता शाहा जी यादवों के होयसल वंश से थे, राजा सूरजमल, राजा सुहेल देव, महा राणा प्रताप, आल्हा ऊदल, वीर लोरीक, राजा कृष्ण राय आदि ऐसे बहुत से राजा हुए, चन्द्र वंश का मतलब केवल यादव वंश होता है जितने भी महान राजा हुए वे सभी यादव वंश से ताल्लुक रखते हे, भारत में जितने भिं प्राचीन ओर बड़े मंदिर हे सभी यादवों के द्वारा बनाए गए हे, यादवों के राज्य यादव डायनेस्टी, अहीरराना आज का हरियाणा, विजय नगर डायनेस्टी, तक्स शीला, नालंदा, मराठा डायनेस्टी, देव गिरी डायनेस्टी, महापद्म नंद ओर उनका धनानंद के पुत्र का मोर्यवंश, छेदी वंश, करोली, तक्षशिला, नालंदा, नेपाल डायनेस्टी, भूटान, म्यांमार, अफगानिस्तान, चीन, ऐसे हजारों राज्य ओर रियासत, ये सभी यादवों के राज्य थे, सतयुग से कलयुग तक धरती की 98 प्रतिशत भूभाग पर यादवों का ही राज रहा, जिनको दासियों के पुत्रो ने मुगलों के साथ मिलकर खत्म कर दिए, गुज्जर,जाट, मराठा, सिक्ख इन सभी में यादवों के वंश हे
क्यों यादव राम रावण युद्ध में शामिल नहीं हुए इसका कारण ये हे
जब अहीर यादव सम्राट सहस्त्रबाहु कर्तविर्य अर्जुन ने रावण ओर उसकी पूरी सेना को अपने एक ही वार से मूर्छित कर बंदी बनाकर रखा, तब रावण के दादा ऋषि पुलस्य ने सहस्त्रबाहु से विनती की की रावण को छोड़ दे, तब यादव सम्राट सहस्त्रबाहु ने रावण को छोड़ दिया, लेकिन रावण चालक था उसने सहस्त्रबाहु से वचन लिया की भविष्य में कोई भी यादव उससे युद्ध नहीं करेगा ना ही उसके खिलाफ किसी की सहायता करेगा, सहस्त्रबाहु ने रावण को वचन दे दिया, परशुराम ने यादवों ओर यादवों के 101 कुल का लगभग नाश कर दिया वो भी 21 बार, इससे यादवों की संख्या कम हो गई, जब नारायण ने राम अवतार लेकर रावण से युद्ध किया उस समय सहस्त्रबाहु द्वारा रावण को दिए वचन के कारण यादव युद्ध में शामिल नहीं हुए,
लेकिन जब श्री राम ने अश्वमेघयज्ञ किया तब क्षत्रिय धर्म का पालन करने हुए यदुवंशी यादव राजा वीर मनी ने राम जी का घोड़ा अनजाने ने रोका ओर फिर क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए राम जी से युद्ध किया,
अब समझ गए
Kya jhut peley ho bhai waah waah waah ....mai sach m fan ho gya tumhaara ...tumney rishi vasisth ki agni kund ko jhuta saabit kar diya matlb jismey agni se 4 kul utpann hue they parmar parihaar chalukya or chauhan .....hum sab suryawanshi kshatrya they jo baad m agnivanshi boley jaaney lagey q ki agni kund m shuddhikaram hua tha ,,q ki tabhi bahut raja log budhism ko aona liye they or raasta bhatak gye they.... iska varnan bhavishyapuraan , bhagwat or mahan kavi chandrabardaayi m bhi milta hai ....tum log kya mujhey ni pta bhai ,lekin mujhey apna achey se lta hai....vikramaditya sen parmar awanti ke kshatriya raja they jo surywansi they tbhi jinhoney vikram samvat chalaayi huno ko paraast karney ke baad ....
Lekin mujhey tumse koi debate ni karni ...achi baat hai agar aap bhagwan krishna ke vansaj hai to lekin kisi or ko jaleel mat karo .... ye sikh to nahi di hai bhagwan krishna ne geeta m ....
Bhagwan ke gyaan anusaran karey ....bhagwan ne ye bhi kaha hai aise anant koti brahmaand hai jo unse esfoorit hoka unmey hi vileen ho rahey hai 🕉
@@mr.anandsingh6430 भाई तुम असली राज पुत्र वंश से हो हमारी तरह इसलिए इतनी जानकारी रखते हो की बुधिज्म राजा को फिर से सनातन धर्म में लाया गया इस हवन अग्नि कुंड की प्रक्रिया के कारण उन लोगो को अग्निवंशी कहा गया,
लेकिन ये सभी सूर्य वंश की शाखाएं हे ये गलत हे चौहान, परमार, ये यदुवंशियों ओर कृष्ण बलराम के पुत्रो की गोत्र हे, गोत्र के नाम पर वह वंश बन गया, महाभारत युद्ध ओर हमारे मोसुल युद्ध के बाद केवल यादवों का राज था हे क्यों की पूरा चन्द्र वंश यदुवंशियों में शामहित हो गया था बचे हुए सूर्यवंशियों में से कुछ राजा भी,
आज से 900 साल पहले जितने भी महान राजा हुए सभी यदुवंशी ही थे हमारा राज्य एशिया, ओर बाकी द्वीपों तक था, 900 साल पहले बाहरी आक्रमण बड गए जिसके कारण हमे विस्थापित होना पड़ा, समय निकाल कर अपने राज पुरोहित से पूछना वो तुम्हे सच बताएगा,
बुंदेल खंड, मालवा, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा,
यहां के असली अहीर यादव कृष्ण ओर बलराम के वंशज हे जिन्हे सरकारी मान्यता भी हे ऑर सभी रिकॉर्ड भी हे, लेकिन हम असली वालो कि संख्या कम हे, हम लोग स्वतंत्र बेल्ट हे करनी सेना काम से कम 40 बार हमारे पास आती थी पहले हमे राजपूत एजेंसी में शामिल करने लकीन हम लोगो ने उन्हें भगा दीया,
राजपूत एजेंसी में कचरा ही भरा पड़ा हे वहा सभी का रक्त अशुद्ध हो गया हे, इसमें रजपुट, राज पुत्र, ओर राजपूत तीनों शामिल हो गए हे, आज ये तीनों ही राजपूत कहलाते है ,
इसलिए हम लोग कभी भी इसमें शामिल नहीं हुए आज भी हमारा खून सबसे शुद्ध हे जिसे सरकार बे भी साबित किया था,
@@s.k.thakurji...336 ययाति के सबसे बड़े पुत्र थे यदू,
ओर दशी के पुत्र थे पुरू,
यदु जब राज गद्दी पर बैठे तब दशी पुत्र पुरू के नाना वृष परवा जो राक्षस राज थे राक्षसों के राजा थे उसने यदू को मारने के लिए बहुत बड़े मायावी सर्प का रूप लिया जब यदू शिकार पर गए तब राक्षस राज वृष परवा ने यदू को जकड़ लिया तब यदू ने अपने एक ही वार से राक्षस राज वृष परवा का वध कर दिया तब नारायण प्रकट हुए ओर यदू को कहा हे अभिर(अहीर) बिना भय के अपने एक ही वार से राक्षसों के राजा का वध कर दिया इसलिए तुम्हारे वंशज यदुवंशी (यादव)
नाम से जाने जाएंगे,
इसलिए अहीर यादव से पहले की उपाधि हे