जय माँ भवानी मै यूपी पूर्वांचल से हूँ हमारे गाँव में भी बली से लोग मुँह मोड़ रहे है, पिछले साल ही बकरे कि बली देते समय मेरा लड़का जो पहली बार बली दे रहा था दो बार वार करना पड़ा था जिससे मेरी माँ ने कहा अब हम भी अगली बार से बकरे कि बली नहीं देंगे, जबकि मेरे पिता जी के भी विचार आपके जैसे ही हैं, उनका भी यही मानना है कि पूर्वजों के समय से चली आ रही परम्परा चलती रहनी चाहिए
विदेशी धर्मों के मानने वालों से आप अपनें आप को कैसे रक्षा कर पाआगे अगर ये प्रेक्टिस आप की खत्म हो जायेगी तो आप उनका सामना नहीं कर सकते क्योंकि आपके मन में तो तलवार चलाना ही हिन्सा है मातृभूमि व परिवार की रक्षा कैसे करेंगे क्या क्षमा याचना करेंगे दुश्मन के सामने तो याद रखना मुगल बादशाह ने कीसी को नहीं बक्षा नहीं
हमारा इतिहास उठाकर देख लो राजपूत का समय आने पर राजपूत ने अपने पुत्रों को राष्ट्र के लिए बलिदान दिया है ना कि दूसरों को आगे किया है बलि बकरों की दी जाती है नाकि इंसानों की इंसान तो वीरगति पाते है युद्ध के मैदान में
हम तो हमारी पुत्रों की बलि देते आये है जब से सृष्टि की रचना हुई है तब से इतिहास देख लो राष्ट्र के लिए कितने राजपूत बलिदान हुए हैं वह अधिकतर राजपूत है और आज भी राष्ट्र राजपूत बटालियनहै वह सदा बलिदान के लिए तैयार है यह तुम्हारा ज्ञान तुम्हारे पास ही रखो हमें ज्ञान देने की जरूरत नहीं है ज्ञानचंद दो
बलि चढ़ाना ओर शिकार करना क्षत्रिय का धर्म है। इससे बच्चे वीर बनते हैं। लड़ाकू बनते हैं। यौद्धा बनते हैं। ओर देश को बचाने के लिए वीर यौद्धाओं की जरूरत होती है । देश कभी भी अहिंसा की विचारधारा से नहीं बचता।।जय महाकाली,जय भवानी,। जय चामुंडा।
Agr vaar bnna h to apne desh ke liya ldo apni bahan betiyo pe jb jurm ho tb ldo kise nirdosh jeev ke hatya krke veer ni bante bus apne mn ko santavna de jati h kya chandrshekhar aahad ji ne kbi bli de thi to kya vo veer ni the kya bagwan ram or krishna ne kbi bli de thi
@@RaviRana-hj3moha sai h bli ka eart h apni sbse priy chej or koi apne bacche ke de to vo bli se devi parsan hogi kise nirdosh jeev ke bli dena dharm ni h vo ek rakashi parvti h😡😡😡
Bhavnagar ke yuvraj jayveerrajsingh ne abhi abhi kaha ki sarkar se accha to hum kaam kar sakte hai hamari riyasate hume vapas dedo🚩🚩🚩🚩🙏🙏🙏🙏kon kon is baat se purn sahmat hai 🚩🙏
राजपूत तो वीरता दिखाता आया है इतिहास उठाकर देखलो पहले फिर बोलना जब से सृष्टि की रचना हुई है तब से राजपूत का इतिहास उठाकर देख लो कितने राजपूती इस धरती पर बलिदान हुए हैं राजपूत सदा वीरता दिखाता आया है अब समय आ गया है आप विरता दिखाओ यह ज्ञान हमे मत दो
आप लगे रहो, बहुत अच्छा काम कर रहे हैं, बस कोई राजी हो या नाराज आप सच्चा इतिहास बताते रहना , जब तक आप सच्चाई बताते रहेंगे , मैं आपको सुनता रहूंगा...प्लीज़ सिर्फ सच्चा इतिहास ही बताने की कोशिश करते रहना भाई साहब 🙏🙏🙏🙏
બંગાળ મેં મહાકાલી કા જો મંદિર હૈ વહા બકરે કી બલી દી જાતી હૈ બીના બલી કે લાખો હજારો ગાયક કટ રહી હૈ તો ઉસપે કોઈ ધ્યાન નહીં દેતા ઉસપે કોઈ પ્રતિબંધ નહીં લે આતા ગાય ચૂરા ચૂરા કે કાટ દેતે હૈ બલી નહિ કાટ દેતે હૈ ગાડી નહીં કાઢ દેતે ફોરવીલર મે
हमारी क्षत्रिय नायक समाज में आज भी बलि चढ़ाई जाती है नवरात्रि में हर साल हम कुलदेवी मां सच्चाययि और मां कुलदेवी चामुंडा को चढ़ाते हैं और यह प्रथा कब से चली आ रही हमें खुद जानकारी नहीं है हमारी समाज में यह प्रथा दो रूप से चलती आई है एक प्रथा घर में पहले पुत्र के जन्म के उपरांत मुंडन के रूप में बकरे की बलि देने की प्रथम है और इसमें आपको मन्नत मांगने या ना मांगने की कोई आवश्यकता नहीं पर आपको पहले पुत्र के जन्म पर कुलदेवी को बकरे की बलि देना आवश्यक होता है और दूसरी रूप में प्रथा यह है कि हर वर्ष नवरात्रि के समय नवमी के दिन कुलदेवी को बकरे की बलि दीजाती है और यह प्रथा आज भी हमारे समाज में जारी है चलती है
मैं नूरपुर कांगड़ा से हूं हमारे यहां नवरात्र में मंगलवार देवी मां को बलि देने का सबसे उत्तम दिन माना जाता है हां हिमाचल हाईकोर्ट ने सार्वजनिक मंदिरों में इस पर रोक लगा रखी है मैं स्वयं सेना में 28 वर्ष पश्चात सेवानृवित हुआ हूं मैंने देखा है गोरखा सैनिक नवरात्रों में भैसे की वति देते हैं और राजपूत रेजिमेंट में वकरे की वालि दी जाती है यह क्षत्रियों का अधिकार है बकरे को एक ही वार में काटना होता है और पहला प्रसाद रक्त और कलेजी का चढ़ाया जाता है वाकि आपकी वाते 100% सत्य है नान क्षतिय मैने स्वयं सेना में देखा है जो खतरा होने पर लड़ने की वजाय जान बचाने को तवजो देते हैं
Mai bacpan se bakre ki bali dekhta aaraha hu or humare ghar par har navratri par bali di jati hai...... Bali se baccho ka dar khatam hota hai khoon se dar nahi lagta or abhi hamare bacche mumbai mai rahte hai or chuho se bhi dar jate hai isliye chtariyo me jo bali prectice ki jati hai woh dar ko dur bagati hai or ye hamari prtha hai jay rajputana⚔️ jay sanatan🚩 om chamunday namh:⚔️
जय ,जय क्षात्रधर्म । बलि प्रथा नहीं है। कर्तव्य कर्म से जोड़कर ,समझाया जाना चाहिएं। अभय /निर्भय रहना ,भी इस कर्म को करनें के पिछें तर्क है। हमारे (अर्थात क्षत्रियों के समस्त नियम ,कानून ,कायदे ,मर्यादित आचरण ,क्षत्रियों ने ही बनायें थे। उनमें कमी ,व कमजोरियां आने से शासन तंत्र ,अपनें नीचे से खिसक गया। शासन की कुर्सियां ,क्षत्रियों के पैरों के नीचें थी है ओर रहेगी । रीति-रिवाज ,हमारें ,अपनें है। इन्हें नहीं त्यागे। संगठित व समझसे जीवन जिएं। बहकावें में न आयें। उत्थान-पतन प्रकृति का नियम है। प्रकृति से ऊपर ,कोई नहीं । व.ना. नरपत,नरपत ,व.ना. भारत।
युध्द काल में हथियार चलाने से विमुख न हो ,इस हेतु बलि प्रथा है ,थी व रहेगी भी । किसी से डरने की कहां जरूरत है? शोर्य, तेजों,घृति ,दाक्ष्यम् ,युद्ध चाप्य ..।।।।
मुझे बाहुबली फिल्म का एक दृश्य बहुत ही अजीबलगा। जिस दिन में बाहुबली को भैंस की बलि देनी होती है वह भैंस की बाली ना देकर अपने हाथ से रकात निकाल कर देवी मां को अर्पित करता है। लेकिन आप यह सोचो कि जो बंदा लड़ाई लड़ने जा रहा है उसने अपने हाथ को ही घायल कर लिया तो वह तलवार कैसेपकड़ेगा।
आजकल जो क्षत्रिय समाज कद्दू नारियल की बलि दे रहा हैं ये पण्डा पूजारियो के पाखंण्डवाद की देन हैं हमें हिन्दू धर्म के नाम पर खोट कर्मो की तरफ धकेला जा रहा है और हम सब आँख बंद करके इन कर्मो को करते जा रहे हैं। भगवान श्री कृष्ण ने गीता में कहाँ हैं। श्रेयान्स्वधर्मो विगुणः परधर्मात्स्वनुष्ठितात्। स्वधर्मे निधनं श्रेयः परधर्मो भयावहः॥ 🚩जय माँ योगेश्वरी 🚩
ठीक हे मान लिया कि पिछले 500 या 1000 सालों में राजा महाराजा बलि भी देते थे और मांसाहार भी करते थे,लेकिन क्या हमारे सनातन की रीढ़ वाले राजा विक्रमादित्य,राजा भोज,चंद्रगुप्त,राम कृष्ण आदि भी यह करते थे,क्या। ओर हां वीरों की वीरता पर मुझे कोई शक नहीं लेकिन इन मांसाहारी राजाओं ने देश ओर धर्म को कितना बचाया हे ये आप भी जानते हे और मैं भी।मूक प्राणियों की बलि दी जाती है,और जिसकी बलि दी जानी थी उसे 16 बार माफ कर दिया,तो क्या परिणाम हुआ।
This is time of advance science and technology . TURKS & Mughals were having Gola-Barood system & some better war techniques also, which they used in many battles , while winning India.
Unhone apni bali dekar mata ko prasann kiya tha, kisi nidosh pashu pakshi ki hatya nahi ki thi. Jaisa video me ye neech rakshas bhaunk raha hai aur kuchh dusht log is maha papi ka samarthan bhi kar rahe hain.
श्री मान जी आपकी और मेरी सोच बिल्कुल एक है यही तर्क मेरे दिमाग को झकझोर देता है कि धरती पर मान लो सभी ब्राह्मण बन जाये तो क्या होगा और विधर्मियों से फिर आपकी रक्षा कौन करेगा क्योंकि आप तों टीसी को मार नहीं सकते तो क्या आप एक कटने वाली प्रजाति बन कर क्या आप अपनी रक्षा कर सकते हैं ? यही विषय है क्षत्रिय को क्षत्रिय बना रहना होगा सामने वाला तलवार और भाला खान्डै से आपके परिवार का वध करता चला जा रहा है तो आप उनको कैसै रोकेंगे क्यों कि बन्दूक तोप गोला बारूद तो आप रख नहीं सकते तो आत्मरक्षा कैसे करेंगे बलि की जों प्रैक्टिस है वो आपको लड़ने से विमुख नहीं बनाती आपको जीवन में अपनों को रक्षा करने की प्रेरणा देती है आप खून देखकर विचलित नहीं होंगे और कैसै दुश्मन पर सटीक वार करे कैसै तलवार का प्रयोग हम अपने बचाव में प्रयोग करें ये सतत जानकारी में रहे सामूहिक रुप से बलि का जो आयोजन होता था तो लोगों में भय भाग जाता था मात्र भूमि भी खून मांगती यानी स्वयं का बलिदान मांगती है तो हम हेय दृष्टि पैदा हो गयी मनो में तो हम मर सकते हैं पर मात्र भूमि की रक्षार्थ टीसी को मार नहीं पायेंगे इसलिए ये में मानता हूं कि खान्डा तलवार चलाना हमें आना चाहिए और उसकी प्रैक्टिस बली से लगातार बनी रहती थी ताकि हम नहीं भूले दुश्मन से युद्ध करना नहीं तो हम सब बकरे बकरी बन जायेंगे और कोई जो रोज प्रैक्टिस कर रहा है हम्मारी गाय माता को काट रहा है तो कोन बचाने जायेगा कोन गजवाए हिन्दू के समय कैसै हम आत्मरक्षा कर पायेंगे विचार णिय बिन्दु है
जय माताजी सा आपकी बात तो एकदम सही है लेकिन बलि प्रथा का विरोध तो तारतरा मठ वाले प्रताप पुरी जी महाराज जी की राजपूतों के घर जन्म लिया है भी बलि प्रथा का विरोध करते हैं हम अब दो राय में पड गये हैं
में आपको सलाह तो नहीं देंगे लेकिन हमारा धर्म सनातन किसी जीव को मारने की सलाह नहीं देता, योद्धा बनने के लिए सीमा पर भेज देना जान दे देंगे लेकिन किसी निर्दोष की जान नहीं ले सकते
दुनिया का सबसे बड़ा धर्म मानव की इंसानियत है दया भाव नेक दिल इंसान की ईमानदारी हर प्रत्येक जीव को अपने तरह की समझना जानवर और इंसान जीव समान है सबको सम ही दर्द होता है? सबको अपना जीवन जीने का अधिकार है कुदरत मलिक ईश्वर परमात्मा प्रकृति यानी तारने वाला करता धरता पैदा करता है मनुष्य पशु पक्षी सबके लिए एक ही है सबको समान रखना है मालिक तोकिसी के ऊपर भेदभाव नहीं करता है चांद सूरज जमीन आसमान ने किसी के साथ भेदभाव नहीं किया है सबको बराबर रखा है 84 जीवा जून में सबसे बड़ा कुल मानव का है मानव को अधिकार हर जीव की रक्षा करने का होता है यही सर्वश्रेष्ठ और सबसे उत्तम धर्म है जो जो अपने जीवन की परवाह न करके दूसरे भोले भोले जीवो को रक्षा करने वाला क्षत्रिय वशी योद्धा है क्षत्रिय की तलवार हमेशा अन्याय के खिलाफ होती है वहीं क्षत्रिय योद्धा है अन बोलो पशु पक्षियों की रक्षा करना मानव का सबसे बड़ाधर्म है इस धरती मां पर सभी को मानव के रूप में जीवन जीने का अधिकार दिया है उस ईश्वरने कोई जाति संप्रदाय या जाति धर्म से नहीं जाति धर्म तो सिर्फ मानव ने बनाया है ईश्वर ने नहीं ईश्वर तो सब कोभला चाहता है वह तो किसी का बुरा नहीं चाहता है वह है तो रहम दिल है मलिक ने सबको अकल समझने के वास्ते दी है यदि अन बोला पशु पक्षी बोल सकते तो वह अपना अधिकार कभी किसी को छीनने नहीं देते इसलिए समझो मित्रों किसी भी पशु पक्षी भोले जीवो को मत सताओ आप प्रकृति की रक्षा करोगे तो आपका भला होगा ज्यादा पशु पक्षियों को मारने से भूकंप अकाल सुनामी कई तरह की आपदाएं प्रकट होती है जिसका परिणाम मानव आज जेल ही रहा है कोई सुखी नहीं है सब दुखी है लाखों भैंसा बकरा करने पर भी देवी देवताओं पर किसी का भला नहीं होता है उल्टा नुकसान होता है।
बिसारे पशु पक्षी बोल सकते नहीं है इसलिए उनके मजबूरी के फायदा इंसान को नहीं उठाना चाहिए। 😢 मालिक सब देख रहा है मालिक किसी के साथ अन्याय होने नहीं देगा आज के समय में सभी देवी देवताओं को छोड़कर ठीक होने के लिए अस्पताल जाते हैं देवी देवताओं ने अच्छा काम किया है इसलिए उनका नाम इस दुनिया में अमर है देवी देवता सभी जीवो रक्षा करते थे अन्याय के खिलाफ थे अधर्म के खिलाफ थे राक्षसों के दुश्मन थे ब्रह्मा जी विष्णु जी शिवजी हनुमान जी रामचंद्र जी गुरु नानक जी श्री कृष्ण जी रामदेव जी सभी देवताओं की जय और यह सब शाकाहारी थे
Dekhiye mhasay jsa ki aap bol rhe ho rajput sacrifice krte aaye h or krna bhi chahiye toh m aapse ye puchna chahti hu ki sacrifice ek bejuban jiv ka hi kyu,insaan khud ki body part ka kre
M khud rajput hu,lekin ek bejuban jiv ki hatya ke liye m kisi ka समर्थन नही krti jo chij glt h toh use aap dharn se kyu jod rhe h,agar aap kho ki ye रिवाज phle se chali aa rhi h toh सतिप्रथा ko kyu bnd kiya gya
आपकी तुलना ही गलत है, बलि से ज्यादा पशु रोज कत्लखानों में कानूनन जायज मारे जाते हैं, रही बात सती प्रथा की तो, उसके बारे में भी पूरा पता कीजिए, सती प्रथा सबसे ज्यादा कहां थी? सत चढ़ना क्या होता है? जोधपुर महारानी सा का एक वीडियो महिला पत्रकार के साथ है, इसी विषय पर, वो देखिए।
एक बेजुबान जानवर की दशा देखकर क्या भगवान खुश होंगे ,m बस ये पूछना चाहती हूं कि क्या सिर्फ इंसान को ही दर्द होता है उस जीव को नही आप कभी उस जानवर कि आंखो मे देखना उस टाइम कितनी विनती करती हैं उसकी आंखे इस बेदर्द इंसान के सामनेचाहे वो कतलखाना हो या मंदिर 🥺, क्यू होता है ये सब, अगर भगवान को सजा ही देनी है तो उसी जन्म m kyu nahi dete jisme humne pap kiya
बाली देना महा पाप है जो यह कर्म करेगा जरूर नरक होगा नरक अपने परिवार में सुख शांति सब खो जाएगा राजपूत भाइयों इसका खंडन करो यह ठीक नहीं है राजपूती का 😢 नाश हो गया है ऐसे कर्मों से😢😢😢
Chitraurgarh me maharana vansh dwara banaye gaye kali mandir aur sisodia bheruji mandir me aaj bhi bali sthal banaa hua hai lekin netagiri,rsss, vvhp ne netaon ke saath milkar mandir me bali band karaayi Bali dena baba bhairavnath ki param bhakti hai jisko farzi netagiri ne band karaa diya❤
Rajputon mein kesariya jhanda kesariya safa ka ullekh milta hai bhagava ka nahin yah marathon ka tha aur RSS ne pure Dharm kab banaa Diya... Hamare purvajon ne kesariya hi ranbhumi mein Saja hai aur usi ke liye balidan Diya hai hamen kesariya nahin bhulna chahiye
kab batayega ki bali kun deni chaye hai ya bakwas hi krta rhega 1..... chatriye desh rakhsha krne walle hai toh angrejo ko toh nhi mara? 2..... mugaloo ko apni beti di tab toh nhi dikayi sakti? 3.... rig ved ka pana bata jaha likha hai pashu bali ? 4..... konsa dharam hia chatriye ka ? 5... kisi ko bhi nhi ban na rajput mugalput angrejput? 6....itna hi bada surma hai sakti hai toh dushman ki bali de masum jaanwar ki bali se surma ban raha hai? 7... sakti dikane ke time toh beti bicha di tum logo ne krte ho bakwas ?
Bhai aapne jawab to bahut karara diya hai is dusht ko aur sawal bhi bahut tarksheel aur teekhe lekin ekdum sachche puchhe hain, par ye neech sabke samne to kutte ki tarah bhaunk raha tha, par aapke samne iski nani mar gayi saale jhoothe ki. Weldon bro.
@@greatkaafir7478firoj tugalak se bhi poochh liya uski maa ke baare me 😂😂😂. Jiska Janam hindustan me hua aur rajpootani se hua 😂😂 Kaye to uski maa ka aur savasur ka naam bhi bata du .😂😂 Jiski tum baat karte ho uska to janam hi turkistan me hua tha . Apni chhipane ke chakkar bhat kahani kehte ho ❤
To Bhai apne area k criminal ko nipata per year Jo ladhkiyan ka rape , aur saling karte hain..yunki Bali do bahut achha hoga innocent k liye nafrat mat rakho
Jia Bhawani kshatriya dharam yuge yuge🔥 lok tantra ke naam par Hamra lachilapn hi hamare liye ghatak siddh huaa h. Sikho ko katar rakhna alaud hai par kshtriya ko nahi isme dosh pratisht rajgharane buddhijivi kshatriya neta ka dosh hai
1.इन बलियों से कुछ होता तो हम सैकड़ों वर्षों तक मुसलमानों और अंग्रेजों की अधीनता के चंगुल में रहे। 2.मांसाहारी हो या बली दोनों में भूतहत्या है। 3.क्षत्रियों और राजपूतों का राज DISCONTINUE होने में अनेक कारण हैं, जिनमें दो कारण ये भी हैं- शराबखोरी, मांसखोरी।
Mahabharat kay yud may kon say Kachtario nay kon say bakray ki balli de thee aap jasy logo ki bja say Rajpooto ka pattan hua dusri batt hamaray 2 Parmvir chaker bajeta shri jadu nath singh aur shri gurbachan singh salaria jo sudd sakha hari thay unho nay kon see passu ki balli dekar parmamvir chakar hasal kia
Jai shri ram ji Bali ka matlab ye nahi ki kisi be juban ko mar dena bali ka matlab ye hain ki jis janber hamne pala tha ya kharida tha ham use mandi le jate hain or mata ke prarthna ker ke kaha jata hain ki maa meri murad puri ho gai or ye rahi apki bali or us pashu ko vahi chod dedte hain
@@ShailendraSingh-lp9hc ji mujhye Pata hain ki ashuron ke Kan or dimag daunon fail hain ye unke liye nahi likha hain ye Maine samjhdaron ke liye hi likha hain
में स्वयं पहले बली प्रथा को गलत मानता था, लेकिन एक सत्य घटना सुनी उदयपुर राजस्थान के गोगुंदा के एक गांव की, चामुंडा माताजी के मंदिर में हर साल भैंसें की बली चढ़ाई जाती थी, लेकिन कुछ अन्य समाज ने बंद करवा दिया , दशहरा मे , उसी चामुंडा देवी मंदिर मे भैंसें ने जाकर अपने प्राण त्याग दिये 🎪🙏
झटका करना और आखेट करना
क्षत्रियों की आदिकाल से क्रियाएं रही हैं
जय सनातन जय राजपुताना 🔥🚩
बली अभ्यास है वीरता बनाए रखने के लिए।आज क्षत्रिय समाज से ज्यादा ग़ैर क्षत्रिय मांसाहारी बन गए हैं।
Bhai maharana k vans k ho na
@@shivrajsinghsisodia6267 u r wrong bro
जय माँ भवानी
मै यूपी पूर्वांचल से हूँ हमारे गाँव में भी बली से लोग मुँह मोड़ रहे है, पिछले साल ही बकरे कि बली देते समय मेरा लड़का जो पहली बार बली दे रहा था दो बार वार करना पड़ा था जिससे मेरी माँ ने कहा अब हम भी अगली बार से बकरे कि बली नहीं देंगे, जबकि मेरे पिता जी के भी विचार आपके जैसे ही हैं, उनका भी यही मानना है कि पूर्वजों के समय से चली आ रही परम्परा चलती रहनी चाहिए
अभ्यास नहीं होगा तो ऐसा ही होगा।
@@drsantoshsinghrathore9308कोई बड़ा मौके पर नहीं था, हथियार पर धार नहीं लगाई गई थी, गर्दन और जमीन में दूरी न के बराबर थी
विदेशी धर्मों के मानने वालों से आप अपनें आप को कैसे रक्षा कर पाआगे अगर ये प्रेक्टिस आप की खत्म हो जायेगी तो आप उनका सामना नहीं कर सकते क्योंकि आपके मन में तो तलवार चलाना ही हिन्सा है मातृभूमि व परिवार की रक्षा कैसे करेंगे क्या क्षमा याचना करेंगे दुश्मन के सामने तो याद रखना मुगल बादशाह ने कीसी को नहीं बक्षा नहीं
@@thakurjibaapji6807 राजपूतों को बलि कानूनसम्मत करने की मांग करनी चाहिए। हमारे धार्मिक कर्मकांड का हिस्सा है। अधिकार है। ऐसी मांग करनी चाहिए।
Bali pratha jaruri h bhai humare lie ❤
क्षत्रिय धर्म का पालन करो ⚔️🚩
अद्भुत लाजवाब बेहतरीन निष्पक्ष शास्त्र सम्मत ऐतिहासिक वैज्ञानिक विश्लेषण जी 👍👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
जय मां भवानी 🚩 जय मां अंबे जय जगदंबे 🚩🚩 क्षत्रिय परंपरा चलनी चाहिए 🙏
बलि चढाना क्षत्रिय धर्म है जय भवानी
Jai maa bhawani ❤❤
बहुत बढ़िया बात सा अपने पूर्वजो को अनुसरण करके ही हम अपना अस्तित्व बचा सकते हे
जय भवानी
शर्म तो आती नहीं होगी ये सब बाते करते हुए बलि पशुओं की ही क्यु अपने पुत्रों की दो उसमे अधिक हिम्मत दिखानी पड़ेगी जिससे आप अधिक साहसी बनोगे
❤Bhai gand fat jayegi isme
हमारा इतिहास उठाकर देख लो राजपूत का समय आने पर राजपूत ने अपने पुत्रों को राष्ट्र के लिए बलिदान दिया है ना कि दूसरों को आगे किया है बलि बकरों की दी जाती है नाकि इंसानों की इंसान तो वीरगति पाते है युद्ध के मैदान में
हम तो हमारी पुत्रों की बलि देते आये है जब से सृष्टि की रचना हुई है तब से इतिहास देख लो राष्ट्र के लिए कितने राजपूत बलिदान हुए हैं वह अधिकतर राजपूत है और आज भी राष्ट्र राजपूत बटालियनहै वह सदा बलिदान के लिए तैयार है यह तुम्हारा ज्ञान तुम्हारे पास ही रखो हमें ज्ञान देने की जरूरत नहीं है ज्ञानचंद दो
हमारे तो मंदिरों में बलि दी जाती है जब तक हैम हैं अपनी परम्परा का पूर्ण निर्वहन करेंगे।। जै इष्टदेव।। जै राजपुताना।।
Sanskar hin bahut kharab hain tere kul k Jahan kisi innocent ko markar Shakti pradarshan krte ho
100% right
हुकुम बहुत शानदार कार्य कर रहे हैं आप, हम सभी को हमारे संस्कार नहीं भूलने चाहिए
Kya nirdosh jeevon ki hatya Karna tere sanskar hain neech? jab vidharmi tum logon ko marte aur loot rahe hote hain tab unki charan vandna karte ho.
Han han innocent ko bedardi se katna ka sanskar nahi bhulna chahiye 👌
Jai maa bhavani Jai Rajputana 🚩⚔️✊🏻
बलि चढ़ाना ओर शिकार करना क्षत्रिय का धर्म है। इससे बच्चे वीर बनते हैं। लड़ाकू बनते हैं। यौद्धा बनते हैं। ओर देश को बचाने के लिए वीर यौद्धाओं की जरूरत होती है । देश कभी भी अहिंसा की विचारधारा से नहीं बचता।।जय महाकाली,जय भवानी,। जय चामुंडा।
@@dr.ashavanithakur5800 Koi tera bhi shikar kare aur bali chadhaye to tere devi devta roopi danav adhik prasann honge dusht kasayi.
Tu bhi kisi ka bali ka bakra bane tb kesa lagega
Mai..apse..sehmat..hu..thakur..saab ❤❤..
Agr vaar bnna h to apne desh ke liya ldo apni bahan betiyo pe jb jurm ho tb ldo kise nirdosh jeev ke hatya krke veer ni bante bus apne mn ko santavna de jati h kya chandrshekhar aahad ji ne kbi bli de thi to kya vo veer ni the kya bagwan ram or krishna ne kbi bli de thi
आपने एकदम सही फरमाया हुकूम 🙏
Bilkul sahi baat h hkm
Puri India me saari jaati apni party bna ke rakha he....but rajputo ko Gyan jarur denge...
Height of dogulapan
बलि चढ़ाना क्षत्रिय का धर्म है। जय माँ चामुंडा
Malicho ko kaatna bhi Dharm hai
Sati bhi
Ab muslimo ko or Hinduo ko bali ke nam par bejuban ko karna band kr dena hoga
Ye paap h,neechta h,jisko bali deni h apne bachho ki do tb pta chalega
@@RaviRana-hj3moha sai h bli ka eart h apni sbse priy chej or koi apne bacche ke de to vo bli se devi parsan hogi kise nirdosh jeev ke bli dena dharm ni h vo ek rakashi parvti h😡😡😡
हमारे परिवार में यह परंपरा आज भी साल में एक बार जरूर होती है
बलि कुकर्मियों की दी जाती है निर्दोषों की नहिं
❤Bhai
Bhavnagar ke yuvraj jayveerrajsingh ne abhi abhi kaha ki sarkar se accha to hum kaam kar sakte hai hamari riyasate hume vapas dedo🚩🚩🚩🚩🙏🙏🙏🙏kon kon is baat se purn sahmat hai 🚩🙏
Ha taaki desh ko fir se gulam banaya Jaa sake
@@cinephileinsect7718 gulam to agrejone banye the aur aur aaj modi sarkar ne
I agree.!!!!!!!!
@@BirendraTanwar-gf1ye ♥️🙏
Wapas lelo sarkar waise bhi madhar14 hin hai tum log apni apni jamin lelo
बली दो तो देश के दुश्मनों की दो, मासूम जानवरों की नहीं, वहां वीरता दिखाओ 🇮🇳
राजपूत तो वीरता दिखाता आया है इतिहास उठाकर देखलो पहले फिर बोलना जब से सृष्टि की रचना हुई है तब से राजपूत का इतिहास उठाकर देख लो कितने राजपूती इस धरती पर बलिदान हुए हैं राजपूत सदा वीरता दिखाता आया है अब समय आ गया है आप विरता दिखाओ यह ज्ञान हमे मत दो
बली या कुर्बानी किसी प्रकार से जायज नहीं है बल्कि ये अबोल जानवरों के प्रति क्रूरता की पराकाष्ठा है, ये धर्म नहीं अधर्म है।
आप लगे रहो, बहुत अच्छा काम कर रहे हैं, बस कोई राजी हो या नाराज आप सच्चा इतिहास बताते रहना , जब तक आप सच्चाई बताते रहेंगे , मैं आपको सुनता रहूंगा...प्लीज़ सिर्फ सच्चा इतिहास ही बताने की कोशिश करते रहना भाई साहब 🙏🙏🙏🙏
Abe Heartless admi
બંગાળ મેં મહાકાલી કા જો મંદિર હૈ વહા બકરે કી બલી દી જાતી હૈ બીના બલી કે લાખો હજારો ગાયક કટ રહી હૈ તો ઉસપે કોઈ ધ્યાન નહીં દેતા ઉસપે કોઈ પ્રતિબંધ નહીં લે આતા ગાય ચૂરા ચૂરા કે કાટ દેતે હૈ બલી નહિ કાટ દેતે હૈ ગાડી નહીં કાઢ દેતે ફોરવીલર મે
Devi need sacrifices.🚩
Aap jese logo ki jarurat hai hamare samaj ko💯💯🚩🚩🙏🙏
Jai maa भवनी
हमारी क्षत्रिय नायक समाज में आज भी बलि चढ़ाई जाती है नवरात्रि में हर साल हम कुलदेवी मां सच्चाययि और मां कुलदेवी चामुंडा को चढ़ाते हैं
और यह प्रथा कब से चली आ रही हमें खुद जानकारी नहीं है
हमारी समाज में यह प्रथा दो रूप से चलती आई है
एक प्रथा घर में पहले पुत्र के जन्म के उपरांत मुंडन के रूप में बकरे की बलि देने की प्रथम है और इसमें आपको मन्नत मांगने या ना मांगने की कोई आवश्यकता नहीं पर आपको पहले पुत्र के जन्म पर कुलदेवी को बकरे की बलि देना आवश्यक होता है
और दूसरी रूप में प्रथा यह है कि हर वर्ष नवरात्रि के समय नवमी के दिन कुलदेवी को बकरे की बलि दीजाती है
और यह प्रथा आज भी हमारे समाज में जारी है चलती है
Jai Rajputana ❤❤❤
Bhagwan wale Moral rkh na Bhai
Jai Shree Ram
बलि तो अनादि काल से चली आ रही है । बलि देना हमारा धर्म है🙏
Abe bus kar kuchh😂
मैं नूरपुर कांगड़ा से हूं हमारे यहां नवरात्र में मंगलवार देवी मां को बलि देने का सबसे उत्तम दिन माना जाता है हां हिमाचल हाईकोर्ट ने सार्वजनिक मंदिरों में इस पर रोक लगा रखी है मैं स्वयं सेना में 28 वर्ष पश्चात सेवानृवित हुआ हूं मैंने देखा है गोरखा सैनिक नवरात्रों में भैसे की वति देते हैं और राजपूत रेजिमेंट में वकरे की वालि दी जाती है यह क्षत्रियों का अधिकार है बकरे को एक ही वार में काटना होता है और पहला प्रसाद रक्त और कलेजी का चढ़ाया जाता है वाकि आपकी वाते 100% सत्य है नान क्षतिय मैने स्वयं सेना में देखा है जो खतरा होने पर लड़ने की वजाय जान बचाने को तवजो देते हैं
West Bengal me bhi yeah pratha hai.
Jai Dev
किसी जीव की हिंसा नहीं करनी चाहिए ।
Sharmaji ye aapka Bramhan dharma Hai. Aap apna dharma ka palana kariye. Chhattriya apni parampara ka anusaran karega.
barhmano ki gand kio pat ti hai .... ham apni parampara nhi shode ge
JAI HINDU RASHTRA, JAI CHHATRA DHARM 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Jai....khsatraa.dharma....Jai...Shakti.dharma...Jai...Maa....Durga....
Mai bacpan se bakre ki bali dekhta aaraha hu or humare ghar par har navratri par bali di jati hai...... Bali se baccho ka dar khatam hota hai khoon se dar nahi lagta or abhi hamare bacche mumbai mai rahte hai or chuho se bhi dar jate hai isliye chtariyo me jo bali prectice ki jati hai woh dar ko dur bagati hai or ye hamari prtha hai jay rajputana⚔️ jay sanatan🚩 om chamunday namh:⚔️
जय ,जय क्षात्रधर्म । बलि प्रथा नहीं है। कर्तव्य कर्म से जोड़कर ,समझाया जाना चाहिएं। अभय /निर्भय रहना ,भी इस कर्म को करनें के पिछें तर्क है। हमारे (अर्थात क्षत्रियों के समस्त नियम ,कानून ,कायदे ,मर्यादित आचरण ,क्षत्रियों ने ही बनायें थे। उनमें कमी ,व कमजोरियां आने से शासन तंत्र ,अपनें नीचे से खिसक गया। शासन की कुर्सियां ,क्षत्रियों के पैरों के नीचें थी है ओर रहेगी । रीति-रिवाज ,हमारें ,अपनें है। इन्हें नहीं त्यागे। संगठित व समझसे जीवन जिएं। बहकावें में न आयें। उत्थान-पतन प्रकृति का नियम है। प्रकृति से ऊपर ,कोई नहीं । व.ना. नरपत,नरपत ,व.ना. भारत।
युध्द काल में हथियार चलाने से विमुख न हो ,इस हेतु बलि प्रथा है ,थी व रहेगी भी । किसी से डरने की कहां जरूरत है? शोर्य, तेजों,घृति ,दाक्ष्यम् ,युद्ध चाप्य ..।।।।
जय श्री चामुंडा देवी 🎉
Jai Bhwani 🙏 🙏
जय मां चामुंडे
Good 👍
चूंकि मैं शाकाहारी हूं लेकिन क्षत्रिय समाज में बलि प्रथा का अपना महत्व है
आज के दौर में तो बहुत आवश्यक है भाईचारा
Jay maharana pratap singh ji ki
Rightpoint
जय मां भवानी जय .क्षात्र धर्म
व्यक्ति को अपने शास्त्रों का पालन करना चाहिए, शास्त्र वेद और श्रीमद्भागवत गीता बली प्रथम की अनुमति नहीं देते
जय राजपूताना जी ❤❤❤
Hamare himachal main to bali aam c baat hai
Bhai Tum log half mind hote ho kya innocent ko marna sahi lagta hai
M bhrahman hu aur m Manta hu chatriy dharm ke liye jaruri hoti Indian army bhi karti h
बली लेने वाला देवी या देवता होता ही नहीं येगनी हो सकती है
मुझे बाहुबली फिल्म का एक दृश्य बहुत ही अजीबलगा। जिस दिन में बाहुबली को भैंस की बलि देनी होती है वह भैंस की बाली ना देकर अपने हाथ से रकात निकाल कर देवी मां को अर्पित करता है। लेकिन आप यह सोचो कि जो बंदा लड़ाई लड़ने जा रहा है उसने अपने हाथ को ही घायल कर लिया तो वह तलवार कैसेपकड़ेगा।
Bhai swabhiman ki ladai mein dard pata nahi chalta hai mujhe to yahi lagta hai gand ka jor adharmiyon par dikhana chahiye naki innocent par
आजकल जो क्षत्रिय समाज कद्दू नारियल की बलि दे रहा हैं ये पण्डा पूजारियो के पाखंण्डवाद की देन हैं हमें हिन्दू धर्म के नाम पर खोट कर्मो की तरफ धकेला जा रहा है और हम सब आँख बंद करके इन कर्मो को करते जा रहे हैं।
भगवान श्री कृष्ण ने गीता में कहाँ हैं।
श्रेयान्स्वधर्मो विगुणः परधर्मात्स्वनुष्ठितात्। स्वधर्मे निधनं श्रेयः परधर्मो भयावहः॥
🚩जय माँ योगेश्वरी 🚩
ठीक हे मान लिया कि पिछले 500 या 1000 सालों में राजा महाराजा बलि भी देते थे और मांसाहार भी करते थे,लेकिन क्या हमारे सनातन की रीढ़ वाले राजा विक्रमादित्य,राजा भोज,चंद्रगुप्त,राम कृष्ण आदि भी यह करते थे,क्या।
ओर हां वीरों की वीरता पर मुझे कोई शक नहीं लेकिन इन मांसाहारी राजाओं ने देश ओर धर्म को कितना बचाया हे ये आप भी जानते हे और मैं भी।मूक प्राणियों की बलि दी जाती है,और जिसकी बलि दी जानी थी उसे 16 बार माफ कर दिया,तो क्या परिणाम हुआ।
Gold ka hiran dekha h kya kabhi..ram ne hunt kiya tha..jungl me apple tu rakh k aya tha
@@Ak968As पहले जाकर वाल्मीकि रामायण पढ़ो,फिर ज्ञान बांटना।
Sahi bola bhai innocent par Bal nahi dikhana chahiye
This is time of advance science and technology . TURKS & Mughals were having Gola-Barood system & some better war techniques also, which they used in many battles , while winning India.
यह कोई विवाद का विषय नही है बली और मांसाहार दोनो सही है धरती पर ऐसा कुछ भी नही हैं जिसमें जीव नही , पत्थर में भी प्राण हैं
किसी का धरम गरंथ इजाजत नहीं देता जीव हत्या का
आपने कौन कौन सा धर्म ग्रंथ पढ़ा है
महाराज जगदेव परमार और चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य परमार ने माता को किस प्रकार प्रसन्न किया
Unhone apni bali dekar mata ko prasann kiya tha, kisi nidosh pashu pakshi ki hatya nahi ki thi. Jaisa video me ye neech rakshas bhaunk raha hai aur kuchh dusht log is maha papi ka samarthan bhi kar rahe hain.
Sir bihar mai bhee Rajput bali dete hai or mai bhee rajput mun and maira bhe origin Rajasthan sai hai, Jai Rajputana jai ma jibaj❤❤❤❤❤
Mahadeva.....Jai...Maa...Bhawani....Jai...Jai...aghoreshwar...kinarama...mahaprabhu...Jai...Jai...Guru....gorakhanatha.....Jai...yogi...aaddittya.natha...jee..Maharaj...Jai...khsatra.dharma...Jai.. mewad..Jai....maharanaprattap......Jai....raajpootana...................,.. ....................
क्षत्रिय या योद्धा तो गुर्जर,, जाट,, अहीर,, मराठा,, मौर्य,, सिक्ख आदि भी थे। लेकिन ऐसे संस्कार इन क्षत्रियों के तो नहीं थे।
Kshatriya ka matb wo nahi hai jo aap maan rahi ho
Bhai gurjar's ke bhi hoti h bali pratha 😅 aap kbhi bhairo baba ke mandir ya kalas dev ji ke vaha jaaiye Baha pata chalega ❤
Bali dena kshatriya ka dharam h ❤jo hum sadiyo se karte aa rhe h ❤
@@Veer_gurjar920 ok
मराठा sikh में तो खूब है बाकी पता नहीं
इस समय ऐसा कोई क्षत्रिय है। जो अपनी जान की परवाह न करके दूसरों के हित के लिए तलवार उठाता हो
श्री मान जी आपकी और मेरी सोच बिल्कुल एक है यही तर्क मेरे दिमाग को झकझोर देता है कि धरती पर मान लो सभी ब्राह्मण बन जाये तो क्या होगा और विधर्मियों से फिर आपकी रक्षा कौन करेगा क्योंकि आप तों टीसी को मार नहीं सकते तो क्या आप एक कटने वाली प्रजाति बन कर क्या आप अपनी रक्षा कर सकते हैं ? यही विषय है क्षत्रिय को क्षत्रिय बना रहना होगा सामने वाला तलवार और भाला खान्डै से आपके परिवार का वध करता चला जा रहा है तो आप उनको कैसै रोकेंगे क्यों कि बन्दूक तोप गोला बारूद तो आप रख नहीं सकते तो आत्मरक्षा कैसे करेंगे बलि की जों प्रैक्टिस है वो आपको लड़ने से विमुख नहीं बनाती आपको जीवन में अपनों को रक्षा करने की प्रेरणा देती है आप खून देखकर विचलित नहीं होंगे और कैसै दुश्मन पर सटीक वार करे कैसै तलवार का प्रयोग हम अपने बचाव में प्रयोग करें ये सतत जानकारी में रहे सामूहिक रुप से बलि का जो आयोजन होता था तो लोगों में भय भाग जाता था मात्र भूमि भी खून मांगती यानी स्वयं का बलिदान मांगती है तो हम हेय दृष्टि पैदा हो गयी मनो में तो हम मर सकते हैं पर मात्र भूमि की रक्षार्थ टीसी को मार नहीं पायेंगे इसलिए ये में मानता हूं कि खान्डा तलवार चलाना हमें आना चाहिए और उसकी प्रैक्टिस बली से लगातार बनी रहती थी ताकि हम नहीं भूले दुश्मन से युद्ध करना नहीं तो हम सब बकरे बकरी बन जायेंगे और कोई जो रोज प्रैक्टिस कर रहा है हम्मारी गाय माता को काट रहा है तो कोन बचाने जायेगा कोन गजवाए हिन्दू के समय कैसै हम आत्मरक्षा कर पायेंगे विचार णिय बिन्दु है
जय माताजी सा आपकी बात तो एकदम सही है लेकिन बलि प्रथा का विरोध तो तारतरा मठ वाले प्रताप पुरी जी महाराज जी की राजपूतों के घर जन्म लिया है भी बलि प्रथा का विरोध करते हैं हम अब दो राय में पड गये हैं
वो राजनेता हैं, इसलिए उनको पॉलिटिकली करेक्ट होना पड़ता है, लेकिन क्षत्रिय समाज को नहीं।
Kashayp Nishad Vansh ke rajao ke kile hai aur bali bhi hoti hai..isiliye nishadraj likha hai ghrantho me
महा पापी है जो बलि प्रथा का सहमत है उसको नरक के अलावा कहीं भी जगह नहीं
Bhai aap mat karo paap
RSS to UP me rajbhar ek choti jati ,pasi ko aur nishad sabko kshtriya batake ,unka ek alag neta banake unko vote bank Bana rye hai
Sir ,Reqtð 52 BHRO 64 JOGʻNI
में आपको सलाह तो नहीं देंगे लेकिन हमारा धर्म सनातन किसी जीव को मारने की सलाह नहीं देता, योद्धा बनने के लिए सीमा पर भेज देना जान दे देंगे लेकिन किसी निर्दोष की जान नहीं ले सकते
एक लेवा एक देवा दुताम कोई किसी का पिता ना पुताम ऋण संबंध जुडिया एक थाथा अंत समय सब बारह बाथा
Jise bali deni hai wo ek baar apne bache ki bali dekar dekhe jeev hatya kisi bhi prakar se jayaj nahi hai
जय राजपुताना हम भी उसी परंपरा को कायम रखते हैं
@@NeetSingh-se9zc Mughal kaal me unki charan vandna Karna bhi teri parampra rahi hogi?
@@ShailendraSingh-lp9hcAap log kya karty thy mugal kaal mai
दुनिया का सबसे बड़ा धर्म मानव की इंसानियत है दया भाव नेक दिल इंसान की ईमानदारी हर प्रत्येक जीव को अपने तरह की समझना जानवर और इंसान जीव समान है सबको सम ही दर्द होता
है?
सबको अपना जीवन जीने का अधिकार है
कुदरत मलिक ईश्वर परमात्मा प्रकृति यानी तारने वाला करता धरता पैदा करता है मनुष्य पशु पक्षी सबके लिए एक ही है सबको समान रखना है मालिक तोकिसी के ऊपर भेदभाव नहीं करता है चांद सूरज जमीन आसमान ने किसी के साथ भेदभाव नहीं किया है सबको बराबर रखा है 84 जीवा जून में सबसे बड़ा कुल मानव का है मानव को अधिकार हर जीव की रक्षा करने का होता है यही सर्वश्रेष्ठ और सबसे उत्तम धर्म है जो जो अपने जीवन की परवाह न करके दूसरे भोले भोले जीवो को रक्षा करने वाला क्षत्रिय वशी योद्धा है क्षत्रिय की तलवार हमेशा अन्याय के खिलाफ होती है वहीं क्षत्रिय योद्धा है अन बोलो पशु पक्षियों की रक्षा करना मानव का सबसे बड़ाधर्म है इस धरती मां पर सभी को मानव के रूप में जीवन जीने का अधिकार दिया है उस ईश्वरने
कोई जाति संप्रदाय या जाति धर्म से नहीं जाति धर्म तो सिर्फ मानव ने बनाया है ईश्वर ने नहीं ईश्वर तो सब कोभला चाहता है वह तो किसी का बुरा नहीं चाहता है वह है तो रहम दिल है मलिक ने सबको अकल समझने के वास्ते दी है यदि अन बोला पशु पक्षी बोल सकते तो वह अपना अधिकार कभी किसी को छीनने नहीं देते इसलिए समझो मित्रों किसी भी पशु पक्षी भोले जीवो को मत सताओ आप प्रकृति की रक्षा करोगे तो आपका भला होगा ज्यादा पशु पक्षियों को मारने से भूकंप अकाल सुनामी कई तरह की आपदाएं प्रकट होती है जिसका परिणाम मानव आज जेल ही रहा है कोई सुखी नहीं है सब दुखी है लाखों भैंसा बकरा करने पर भी देवी देवताओं पर किसी का भला नहीं होता है उल्टा नुकसान होता है।
बिसारे पशु पक्षी बोल सकते नहीं है इसलिए उनके मजबूरी के फायदा इंसान को नहीं उठाना चाहिए। 😢 मालिक सब देख रहा है मालिक किसी के साथ अन्याय होने नहीं देगा आज के समय में सभी देवी देवताओं को छोड़कर ठीक होने के लिए अस्पताल जाते हैं देवी देवताओं ने अच्छा काम किया है इसलिए उनका नाम इस दुनिया में अमर है देवी देवता सभी जीवो रक्षा करते थे अन्याय के खिलाफ थे अधर्म के खिलाफ थे राक्षसों के दुश्मन थे ब्रह्मा जी विष्णु जी शिवजी हनुमान जी रामचंद्र जी गुरु नानक जी श्री कृष्ण जी रामदेव जी सभी देवताओं की जय और यह सब शाकाहारी थे
Kshatriya dharm Raksha karne ka dharm hai
Yaar bhai ek sawal hai ki maharana pratap ne gaas ki rotiya khai to maans kyo nahi khaya
इस वीडियो में इसका उत्तर मिल जायेगा 👇
th-cam.com/video/NyizCeBWD9I/w-d-xo.html
Jay bhvani
Dekhiye mhasay jsa ki aap bol rhe ho rajput sacrifice krte aaye h or krna bhi chahiye toh m aapse ye puchna chahti hu ki sacrifice ek bejuban jiv ka hi kyu,insaan khud ki body part ka kre
M khud rajput hu,lekin ek bejuban jiv ki hatya ke liye m kisi ka समर्थन नही krti jo chij glt h toh use aap dharn se kyu jod rhe h,agar aap kho ki ye रिवाज phle se chali aa rhi h toh सतिप्रथा ko kyu bnd kiya gya
आपकी तुलना ही गलत है,
बलि से ज्यादा पशु रोज कत्लखानों में कानूनन जायज मारे जाते हैं,
रही बात सती प्रथा की तो, उसके बारे में भी पूरा पता कीजिए,
सती प्रथा सबसे ज्यादा कहां थी?
सत चढ़ना क्या होता है?
जोधपुर महारानी सा का एक वीडियो महिला पत्रकार के साथ है, इसी विषय पर,
वो देखिए।
एक बेजुबान जानवर की दशा देखकर क्या भगवान खुश होंगे ,m बस ये पूछना चाहती हूं कि क्या सिर्फ इंसान को ही दर्द होता है उस जीव को नही आप कभी उस जानवर कि आंखो मे देखना उस टाइम कितनी विनती करती हैं उसकी आंखे इस बेदर्द इंसान के सामनेचाहे वो कतलखाना हो या मंदिर 🥺, क्यू होता है ये सब, अगर भगवान को सजा ही देनी है तो उसी जन्म m kyu nahi dete jisme humne pap kiya
Jodhpur fort ki neev me ek insaan apni iccha se Bali ke liye razi hua tha aur fir neev lagi tum angrez mt bano .
Toh tum apni icha se bali kyu nhi chad jate jb itna acha h bali chadna
કયા હમ માતૃભૂમિ કે લિયે ક્ષિત્રિય બલી તો દેતે હૈ જય ભવાની
Aapne bahut hi achi jankari di he
बाली देना महा पाप है जो यह कर्म करेगा जरूर नरक होगा नरक अपने परिवार में सुख शांति सब खो जाएगा राजपूत भाइयों इसका खंडन करो यह ठीक नहीं है राजपूती का 😢 नाश हो गया है ऐसे कर्मों से😢😢😢
सर ! वीडियो 3 मिनट के लगभग बनाएं
Chitraurgarh me maharana vansh dwara banaye gaye kali mandir aur sisodia bheruji mandir me aaj bhi bali sthal banaa hua hai lekin netagiri,rsss,
vvhp ne netaon ke saath milkar mandir me bali band karaayi
Bali dena baba bhairavnath ki param bhakti hai jisko farzi netagiri ne band karaa diya❤
Bjp rss hi sabse bada dushman hai, muslim toh yuhi badnam hai
नमस्कार
Rajputon mein kesariya jhanda kesariya safa ka ullekh milta hai bhagava ka nahin yah marathon ka tha aur RSS ne pure Dharm kab banaa Diya... Hamare purvajon ne kesariya hi ranbhumi mein Saja hai aur usi ke liye balidan Diya hai hamen kesariya nahin bhulna chahiye
Hein
Bali pratha sb se jyda westbngl me h ...❤
kab batayega ki bali kun deni chaye hai ya bakwas hi krta rhega
1..... chatriye desh rakhsha krne walle hai toh angrejo ko toh nhi mara?
2..... mugaloo ko apni beti di tab toh nhi dikayi sakti?
3.... rig ved ka pana bata jaha likha hai pashu bali ?
4..... konsa dharam hia chatriye ka ?
5... kisi ko bhi nhi ban na rajput mugalput angrejput?
6....itna hi bada surma hai sakti hai toh dushman ki bali de masum jaanwar ki bali se surma ban raha hai?
7... sakti dikane ke time toh beti bicha di tum logo ne krte ho bakwas ?
Are tumhare purvaj kha the muglo ke time , konsi ladai ldi thi
Aapne ved padh liye kya
Bhai aapne jawab to bahut karara diya hai is dusht ko aur sawal bhi bahut tarksheel aur teekhe lekin ekdum sachche puchhe hain, par ye neech sabke samne to kutte ki tarah bhaunk raha tha, par aapke samne iski nani mar gayi saale jhoothe ki. Weldon bro.
@@harishekhwatsikar770 jaha bhi the mughlo ke niche nhi the kapde khol ke 😀😀
@@harishekhwatsikar770 khet me majdoori kr rhe the gulam ki jindgi jee rhe the par bhen beti bichane ki nobat nhi aayi
Sir aapke ghar pe Sati practice hoti hei kya ?
Hain rajpoot aur bata raha chhatri chhatri 😂😂😂
दादी से पूछा 😂
@@अग्निमित्र-द8स jodha se poocha
@@JitendraSingh-rb1yt सदियों से किसकी गुलामी कि तेरी दीदी रोज हवेली पर काम करके ठाकुर को खुश करती इसलिए सरकार ने आरक्षण दिया शूद्रों को 🤣
@@JitendraSingh-rb1yt तुगलक से पूछ " 😂😂
@@greatkaafir7478firoj tugalak se bhi poochh liya uski maa ke baare me 😂😂😂. Jiska Janam hindustan me hua aur rajpootani se hua 😂😂 Kaye to uski maa ka aur savasur ka naam bhi bata du .😂😂
Jiski tum baat karte ho uska to janam hi turkistan me hua tha . Apni chhipane ke chakkar bhat kahani kehte ho ❤
सीधी बात नो बकवास बलि प्रथा वास्तव में एक कुप्रथा है किसी जीव की हत्या करना मनुष्य के हाथ में कतई नहीं है
Kshtriya ka dil ptthr ka bna hona chsiye isliye ye jruri he ❤❤❤❤
Fir toh jiv ki bjay insaano ko markar paththar bayiye aap
@@AnkitSingh-l4w aap bkri bikwana bnd kijiye fir sochege
To Bhai apne area k criminal ko nipata per year Jo ladhkiyan ka rape , aur saling karte hain..yunki Bali do bahut achha hoga innocent k liye nafrat mat rakho
@@AnandGupta-p3v baat to shi he ,, ydi khula haath dede rajputo ko to badmash naam ka kida bhi vilupt ho jaega badmash aadmi ki to baat hi kya fir
@@whocontrolthesenses Bhai main kya bol raha hun tum kya bol rahe ho
Jia Bhawani kshatriya dharam yuge yuge🔥 lok tantra ke naam par Hamra lachilapn hi hamare liye ghatak siddh huaa h. Sikho ko katar rakhna alaud hai par kshtriya ko nahi isme dosh pratisht rajgharane buddhijivi kshatriya neta ka dosh hai
Jhuth mat bol kisi bhi sanatan ya hindu dharm m balı dena galat hai or sun tu apni Bali de sab se pehle
😂😂 fir rutba kaise dikhayenge
1.इन बलियों से कुछ होता तो हम सैकड़ों वर्षों तक मुसलमानों और अंग्रेजों की अधीनता के चंगुल में रहे। 2.मांसाहारी हो या बली दोनों में भूतहत्या है। 3.क्षत्रियों और राजपूतों का राज DISCONTINUE होने में अनेक कारण हैं, जिनमें दो कारण ये भी हैं- शराबखोरी, मांसखोरी।
शराब और मांस तो हमसे ज्यादा यूरोपियन और अमेरिकन खाते पीते हैं।
True said
जय मां भवानी ❤
Mahabharat kay yud may kon say Kachtario nay kon say bakray ki balli de thee aap jasy logo ki bja say Rajpooto ka pattan hua dusri batt hamaray 2 Parmvir chaker bajeta shri jadu nath singh aur shri gurbachan singh salaria jo sudd sakha hari thay unho nay kon see passu ki balli dekar parmamvir chakar hasal kia
सही कहा अपने हर जाति खुद को क्षत्रिय घोषित करने में लगी है,😂
हिन्दू धर्म की हर एक जातिया अपने आपको ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य बनाने में लगे है, जो कभी वर्ण व्यवस्था में शुद्र हुआ करते थे।
Jai shri ram ji
Bali ka matlab ye nahi ki kisi be juban ko mar dena bali ka matlab ye hain ki jis janber hamne pala tha ya kharida tha ham use mandi le jate hain or mata ke prarthna ker ke kaha jata hain ki maa meri murad puri ho gai or ye rahi apki bali or us pashu ko vahi chod dedte hain
आप अपने हिसाब से कुछ भी अर्थ निकालने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन जो वास्तविकता है, वो है,
शुतुरमुर्ग की तरह गर्दन गड़ाए तो, आपकी इच्छा।
@@PaagiTheGuide aap bhi her bat ka koi bhi arth nikal main Swatantra hain
Devi ji aap kisko samjha rahi hain, ye rakshas log hain, kitna bhi samjhao inko nahi samajh aayega.
@@ShailendraSingh-lp9hc shaakahaari rakshas bhi hote hain
Gandhi shaakahaari rakshas the
@@ShailendraSingh-lp9hc ji mujhye Pata hain ki ashuron ke Kan or dimag daunon fail hain ye unke liye nahi likha hain ye Maine samjhdaron ke liye hi likha hain
में स्वयं पहले बली प्रथा को गलत मानता था, लेकिन एक सत्य घटना सुनी उदयपुर राजस्थान के गोगुंदा के एक गांव की, चामुंडा माताजी के मंदिर में हर साल भैंसें की बली चढ़ाई जाती थी, लेकिन कुछ अन्य समाज ने बंद करवा दिया , दशहरा मे , उसी चामुंडा देवी मंदिर मे भैंसें ने जाकर अपने प्राण त्याग दिये 🎪🙏
Bakrid ka kya wo baand hoga
@@pramodps2902 pahle apne ghar to jhak le
Bhai tumlog pran tyagne mein aur pran harne mein farak nahi samjhte kya