Gnaw ghar ke log apne ko jayada hosiyar samjhne lagte hain.proprty gnaw me ho ya Shahar me koi nahi chahta ki ham dusre ko den.ghar ghar ki kahani.badhiya vachan.
यह कहानी है ही इतनी सुंदर कि सीमा जी को पढ़नी ही पड़ती। हर दूसरे तीसरे घर के सदस्यों के साथ बीती हो जिस तरह यह वैसी कहानी है। सब इससे रिलेट कर पाएंगे। खूब बधाई तुम्हें भी और सीमा जी को भी।
सीधे सरल लोगो के साथ ऐसा ही व्यवहार होता है , ऐसे लोगो के साथ वैसा ही करना चाहिए जैसा वे आपके साथ करें जितना सहन करोगे वे उतना ही गंदा व्यवहार आपके साथ करेगे ,जैसे को तैसा मिलना चाहिए 🙏🙏
Seema ji aapka explanation bahut hi satik aur sachcha hei gaon ki paristhition se to hun vakif hi nahi hein par insaan ke sabhi rang kahani mein dikhai diye.
ये कहानी बच्चों की परवरिश का भी मुद्दा उठाती है। हम जैसा करते हैं, हमारे बच्चे वैसा ही सीखते हैं। कच्ची मिट्टी पर खींची हुई लकीरे अमिट होती हैं । आम जीवन सी लगने वाली ये कहानी मनुष्य के मनोविज्ञान के कई पक्षों से रूबरू कराती है।कहानी सकारात्मक अंत मन को सुकून देता है और लोकोक्ति पर मोहर लगाता है l ऊपर वाले की लाठी बेआवाज होती है। एक अच्छी कहानी के लिए रश्मि जी को बहुत बधाई और सीमा जी आप की आवाज़ के तो मुरीद हैं हम , बहुत स्नेह आपको ❣
कहानी बहुत ही सरल गांव में जैसी भाषा होती है। जैसे की लेखिका मैं उसे स्वयं देख सुन रखा हो। पारिवारिक पृष्ठभूमि पर लिखी यह कहानी इतनी सही है घर अथवा आसपास जरूर ऐसे किस्से देखें सुने हैं। !! जिस संपत्ति पर जिसका कब्जा हो जाए वह भी उसके अधिकारी को भी बात कर देना नहीं चाहता। व्यक्ति केवल आज को देखता है। बड़ा करने से पहले यदि थोड़ा भी उसके परिणाम का मन में अथवा ईश्वर का डर मन में होना लाजमी है। प्रस्तुति 👍👌😔😴
कल ही fb पर इस कहानी के बारे में पढ़ा ,आज सुन भी ली..लड़कियों के बारे में जैसा रश्मि जी ने लिखा वह चौंकाने वाला था,इतनी बदतमीज़ भी हो सकती हैं लड़कियां... मेरे तो रोंगटे खड़े हो गए,एक सम्भ्रांत महिला को कैसा तो लगा होगा,यही सोच रही हूँ. सच में परवरिश का बहुत प्रभाव होता है और सबसे ज्यादा अहमियत होती है भाग्य की...बेहद अच्छी,सम्वेदनशील कहानी आपने सुनाई सीमा❤
Aapne bahut shaandar vishleshan kiya hai aur vaachan se bhi kahani ko saakaar kar diya hai ❤ Aap utkrisht sahitya ko roshni mein lane ke liye aseem mehnat kar rahin hain ♥️ Your insights are always so profound and your analytical skills of complex issues are impressive 💜 you reflect the beauty of God’s creation,shining brightly like the sun and offering serenity like the moon 🧡 Thank you didi and all the best 🌹
इस कहानी को सुनकर मुझे 440 volt का झटका लगा। मेरे मन में यही धारणा थी कि गांव के लोग बहुत सीधे और सच्चे होते है। लेकिन इस कहानी को सुनकर मैं अंदर से हिल गयी। खैर मखमल की तरह सुंदर मन को सम्मोहित करती आवाज में कहानी सुनाने के लिए धन्यवाद सीमा दी 🙏 😊 🌷 ।
शशि जी, आपकी इस एक टिप्पणी ने कहानी लिखना सार्थक कर दिया। कहानी उन लोगों के लिए होती है,जिन्हें ये सच्चाई नहीं मालूम। कोने कतरे में छुपी सच्चाइयों को उजागर करना ही कहानी का काम है ।आपका बहुत शुक्रिया। सीमा जी को भी धन्यवाद इस कहानी को इतने श्रोताओं तक पहुंचाने के लिए।
एकदम सच्चाई कहानी मे।हर जगह यही होता है।गांव मे जो रहता है अपना अधिकार समझता है 👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻🙏🏽
शीर्षक बहुत ही अच्छा लगा ।सीमा जी का वाचन बहुत सुंदर
🙏🏻❤️
Dhanyabad rashmi ravija ji our seema ji .❤❤
🌹🙏
पारिवारिक स्थिति को, बटवारा, चालाकी , संपति हड़प की रियल कहानी👌👌 लग रहा था गांव में हूँ, वैसा ही उच्च आपका वाचन, इस कहानी को जीवंत बना गया 🥰
Very good story.
सही कहा तुमने...विद्या ♥️🌹
Behad achhi si kahani
i gharo mey aisi batey dekhi bhi hai .❤ dhan
जी हाँ...
Gnaw ghar ke log apne ko jayada hosiyar samjhne lagte hain.proprty gnaw me ho ya Shahar me koi nahi chahta ki ham dusre ko den.ghar ghar ki kahani.badhiya vachan.
यह कहानी है ही इतनी सुंदर कि सीमा जी को पढ़नी ही पड़ती। हर दूसरे तीसरे घर के सदस्यों के साथ बीती हो जिस तरह यह वैसी कहानी है। सब इससे रिलेट कर पाएंगे।
खूब बधाई तुम्हें भी और सीमा जी को भी।
Thank you nidhi♥️🌹
सीधे सरल लोगो के साथ ऐसा ही व्यवहार होता है , ऐसे लोगो के साथ वैसा ही करना चाहिए जैसा वे आपके साथ करें जितना सहन करोगे वे उतना ही गंदा व्यवहार आपके साथ करेगे ,जैसे को तैसा मिलना चाहिए 🙏🙏
Bohot hi achi kahani hay. Yahi sachai hay.
Rightly said
Ekadam sacchi baat
Real story hai...apke vachan ne kahani ko jivant kar diya Seema ji 🙏 ❤
जी बहुत-बहुत धन्यवाद किरन जी।
बहुत अच्छी और सच्चाई से भरपूर गांव का असली चेहरा दिखाते हुए कहानी
Sage rishton ki sachai byan karti kahaniyan
सबक सिखाने वाली कहानी.सुन्दर. धन्यवाद.
Nice story.
सही sthiti ka warnan 🎉🎉wachan बढ़िया
Seema ji aapka explanation bahut hi satik aur sachcha hei gaon ki paristhition se to hun vakif hi nahi hein par insaan ke sabhi rang kahani mein dikhai diye.
ये कहानी बच्चों की परवरिश का भी मुद्दा उठाती है। हम जैसा करते हैं, हमारे बच्चे वैसा ही सीखते हैं। कच्ची मिट्टी पर खींची हुई लकीरे अमिट होती हैं । आम जीवन सी लगने वाली ये कहानी मनुष्य के मनोविज्ञान के कई पक्षों से रूबरू कराती है।कहानी सकारात्मक अंत मन को सुकून देता है और लोकोक्ति पर मोहर लगाता है l ऊपर वाले की लाठी बेआवाज होती है। एक अच्छी कहानी के लिए रश्मि जी को बहुत बधाई और सीमा जी आप की आवाज़ के तो मुरीद हैं हम , बहुत स्नेह आपको ❣
आपके द्वारा लिखी समीक्षा पढ़ कर ये कहानी रश्मि जी मांगी पाठन के लिए...श्रोताओं को एक अच्छी कहानी सुनाने के लिए मुझे प्रसन्नता हुई.
Aise hi aajkal ke Jamane mein
सत्य वचन बहुत सुंदर कहानी
समय बड़ा बलवान ❤
Heart wrenching 💔 😢
Jawahar babu mha bwckoof rhe
कहानी बहुत ही सरल गांव में जैसी भाषा होती है। जैसे की लेखिका मैं उसे स्वयं देख सुन रखा हो।
पारिवारिक पृष्ठभूमि पर लिखी यह कहानी इतनी सही है घर अथवा आसपास जरूर ऐसे किस्से देखें सुने हैं।
!! जिस संपत्ति पर जिसका कब्जा हो जाए वह भी उसके अधिकारी को भी बात कर देना नहीं चाहता।
व्यक्ति केवल आज को देखता है।
बड़ा करने से पहले यदि थोड़ा भी उसके परिणाम का मन में अथवा ईश्वर का डर मन में होना लाजमी है।
प्रस्तुति 👍👌😔😴
✅️✅️
कल ही fb पर इस कहानी के बारे में पढ़ा ,आज सुन भी ली..लड़कियों के बारे में जैसा रश्मि जी ने लिखा वह चौंकाने वाला था,इतनी बदतमीज़ भी हो सकती हैं लड़कियां... मेरे तो रोंगटे खड़े हो गए,एक सम्भ्रांत महिला को कैसा तो लगा होगा,यही सोच रही हूँ. सच में परवरिश का बहुत प्रभाव होता है और सबसे ज्यादा अहमियत होती है भाग्य की...बेहद अच्छी,सम्वेदनशील कहानी आपने सुनाई सीमा❤
ये 95% सच्चाई है मैम।
Aapne bahut shaandar vishleshan kiya hai aur vaachan se bhi kahani ko saakaar kar diya hai ❤ Aap utkrisht sahitya ko roshni mein lane ke liye aseem mehnat kar rahin hain ♥️
Your insights are always so profound and your analytical skills of complex issues are impressive 💜 you reflect the beauty of God’s creation,shining brightly like the sun and offering serenity like the moon 🧡
Thank you didi and all the best 🌹
इस कहानी को सुनकर मुझे 440 volt का झटका लगा। मेरे मन में यही धारणा थी कि गांव के लोग बहुत सीधे और सच्चे होते है। लेकिन इस कहानी को सुनकर मैं अंदर से हिल गयी। खैर मखमल की तरह सुंदर मन को सम्मोहित करती आवाज में कहानी सुनाने के लिए धन्यवाद सीमा दी 🙏 😊 🌷 ।
स्नेहिल धन्यवाद प्रिय अनुजा...अनुजा का मतलब है छोटी बहन❤️❤️❤️
शशि जी, आपकी इस एक टिप्पणी ने कहानी लिखना सार्थक कर दिया। कहानी उन लोगों के लिए होती है,जिन्हें ये सच्चाई नहीं मालूम। कोने कतरे में छुपी सच्चाइयों को उजागर करना ही कहानी का काम है ।आपका बहुत शुक्रिया।
सीमा जी को भी धन्यवाद इस कहानी को इतने श्रोताओं तक पहुंचाने के लिए।
@@RashmiRavija 🙏🙏
@@HindiSahityaSeemaSingh 🙏 😊 🌷
Bilkul sahi the village people are not at all innocent
❤
May your life be as bright as the sun and as soothing as your favourite tune 🌹
Aise logon ka Kabhi Bhala Nahin Hota bhai kahan ko marne wala Kabhi Sukhi Nahin Hota
Iss ka matlab bhi bataie..
इसका मतलब है मैम, जैसी ककड़ी या फल होगा उसका बीज भी वैसा ही होगा ....जैसी मां होगी वैसे ही बेटी होगी.....
@@HindiSahityaSeemaSingh oh acha .. bilkul sahi ..thanks.
Bahut se moorkh aadarsh wadi is rarah hi muh k bal girte hain, bada bhai apne ko baap samajhte hain, par wo kuch nahi ho pate,