बाबा..बाबा वंदन तुम्हे सुबह शाम | प्रकाशनाथ पाटनकर | वंदन गीत | मानवंदना | क़व्वाली

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 11 ม.ค. 2025

ความคิดเห็น • 10

  • @ramkishorverma2942
    @ramkishorverma2942 14 วันที่ผ่านมา +1

    Jay bheem namo buddhay ☸️☸️☸️🙏🙏

  • @suneetasahare530
    @suneetasahare530 2 หลายเดือนก่อน +1

    👍👌💐🙏

  • @amolpatle8760
    @amolpatle8760 2 หลายเดือนก่อน +4

    Please ye wala full video ho to update kijiye

    • @prabuddhaworldd
      @prabuddhaworldd  2 หลายเดือนก่อน +1

      @@amolpatle8760 pura hai sir

    • @amolpatle8760
      @amolpatle8760 2 หลายเดือนก่อน

      @@prabuddhaworldd wo wali line nhi h n तुम्हारे आगे है फीके कृष्ण और राम

    • @dhirajchaudhari8100
      @dhirajchaudhari8100 2 หลายเดือนก่อน +1

      Bhima gheto mi tuze nav ....

    • @prabuddhaworldd
      @prabuddhaworldd  2 หลายเดือนก่อน +1

      @@amolpatle8760 ha o dusre part me hai

    • @SurajMeshram-b4c
      @SurajMeshram-b4c 2 หลายเดือนก่อน

      Link do​@@prabuddhaworldd

  • @MukeshPatil-om2xc
    @MukeshPatil-om2xc 2 หลายเดือนก่อน +1

    Vahi phir pyrani ghisi piti tarz sirf bol chang hai kya isme naya gaya sher bhi purane padha

    • @aloknagdeve7101
      @aloknagdeve7101 2 หลายเดือนก่อน +1

      इन्होने जितना लिखा है उसका एक प्रतिशत ही लिख के उसे गा कर आप दिखा ,दीजिए ,गीत ,नज़्म ,या ग़ज़ल एक बार ही लिखी जाती है ,मोबाईल नही की अपडेट होते रहें ,शब्दकार जानता है लिखने के लिए अपने आपको कितना साधना पड़ता है ,आप अन्यथा मत लीजिएगा क्योंकि आदरणीय प्रकाश सर के पिताजी ने इनके परिवार ने जो लिखा है व गाया है वो एक हस्ताक्षर है नायाब लेखनी की ,इसलिए कह रहा हूँ कि मैं भी लेखन करता हूँ इसीलिए मुझे कहना पड़ा ।
      जय भीम🙏