ओशो ने तो सही गल्त बहुत व्याख्याएंकर डालीं आप भी उसी तरह अपनी ही सोच से चलने वाले कर्म के बढ़िया व्याख्या कार बन गए। स्वामी जी जिन्होंने अनादि से सोया परम ज्ञान का सूर्य जगाया उनके चरणों में मस्तक रखो तभी सही बुद्धि बनेगी।
जैन धर्म: .. राजे महाराजे देवों इंद्रों द्वारा परम पूजनीय , अहिंसा व शान्ति के महासागर , परम् सत्य व सम्पूर्ण अनंत ज्ञान के महासूर्य भगवान महावीर स्वामी के परम् पावन चरणों की अनंत शरण में सभी का सदा ही अनंत हित हो मंगल हो । उनके चरण कमल जिसका कभी भी अंत नहीं हो ऐसा अनंत स्थायी हित करने वाले सदा ही अनंत वंदनीय पूजनीय हैं। हर किसी के परम् कल्याणकारी भगवान महावीर स्वामी सदा जयवंत हैं। मात्र नाम जपने वाले का भी सदा अनंत हित होता है। नमो नमो श्री भगवान महावीर स्वामी। श्री भगवान महावीर स्वामी की सदा ही जय जय जय । दूसरों से क्षमा मांगें और अन्य सभी को क्षमा करें। मैं दुनिया के सभी प्राणियों को क्षमा करता हूं सभी मुझे भी क्षमा करें। सब मेरे मित्र हैं कोई मेरा दुश्मन नहीं है। मुझे किसी से कोई दुर्भावना नहीं है।
Sabhi karmo ka hi fal milta hai lekin ye to koi pata nahi pahle purb janam me galat kisne ho sakta hai ki tum kare ho ya ye bhi ho sakta hai ki tum nahi kare ab aate inki baat par ye baat sahi hai koi kisi sukh kar data nahi hame koi kasht de itna nirbal apne aap ko q banaye hai to apne aap ko majboot baniye koi aapka bura karne ki soch bhi nahi sakta hai
जैन धर्म: .. राजे महाराजे देवों इंद्रों द्वारा परम पूजनीय , अहिंसा व शान्ति के महासागर , परम् सत्य व सम्पूर्ण अनंत ज्ञान के महासूर्य भगवान महावीर स्वामी के परम् पावन चरणों की अनंत शरण में सभी का सदा ही अनंत हित हो मंगल हो । उनके चरण कमल जिसका कभी भी अंत नहीं हो ऐसा अनंत स्थायी हित करने वाले सदा ही अनंत वंदनीय पूजनीय हैं। हर किसी के परम् कल्याणकारी भगवान महावीर स्वामी सदा जयवंत हैं। मात्र नाम जपने वाले का भी सदा अनंत हित होता है। नमो नमो श्री भगवान महावीर स्वामी। श्री भगवान महावीर स्वामी की सदा ही जय जय जय । दूसरों से क्षमा मांगें और अन्य सभी को क्षमा करें। मैं दुनिया के सभी प्राणियों को क्षमा करता हूं सभी मुझे भी क्षमा करें। सब मेरे मित्र हैं कोई मेरा दुश्मन नहीं है। मुझे किसी से कोई दुर्भावना नहीं है।
ओशो ने तो सही गल्त बहुत व्याख्याएंकर डालीं आप भी उसी तरह अपनी ही सोच से चलने वाले कर्म के बढ़िया व्याख्या कार बन गए। स्वामी जी जिन्होंने अनादि से सोया परम ज्ञान का सूर्य जगाया उनके चरणों में मस्तक रखो तभी सही बुद्धि बनेगी।
वेद पढ़ो, आगे बढो। हमारी वेबसाइट vedayan.simplesite.com/ पर वैदिक साहित्य निशुल्क PDF उपलब्ध है।चारो वेद, व्याकरण, वैदिक शब्द कोश, वैदिक इतिहास आदि बहुत कुछ उपलब्ध है। वेद के एक-एक शब्द का व्याकरण सम्मत प्रामाणिक अर्थ दिया गया है।सनातन धर्म का मूल वेद है।जो वेद को एकमात्र आधार मानता है, वही सनातनी है।चार वर्ण मान्यता, जाति व्यवस्था, अवतारवाद, पुनर्जन्म, मूर्ति, हवन कुण्ड वेद में नहीं है। हम सब एक ही ईश्वर के व्यक्त रूप हैं।हमारे पास सभी वर्गों के युवा वेदपाठ तथा व्याकरण सम्मत प्रामाणिक धातुज वेदार्थ करना सीख रहे हैं। फेसबुक facebook.com/swamivedayan
Karam fal sidhant kya hai use suno ye ho sakta hai ki tumhare sath jisne galat Kiya hai wo purb janam me tumne uske saath kiya ho lekin ye bhi ho sakta hai ki nahi kiya ho q ki pahli baar kisne kisko mara iska to pata nahi ab aate hai inki baat par ki jaise ki hame kisi ne mara ya chori ki usme hamari bhi galati hai q ki sabal vykti nirbal ko chot pahuchata hai ab hamari galti ye hai ki nirbal bane q hai hamari itni hi galti hai hum nirbal na hote to hamara koi kaise galat kar sakta hai
इनको ब्रह्मनिष्ठ गुरुयो की शरण मे जाना चाहिए। ये तो वेद,शास्त्र और ऋषियों को झूठा साबित कर रहे है। पाखंडी लगते है। बृद्धा वस्था में मसहूर होना चाहता है। राम राम जप।
Ishwariya vyavastha kewal Iswar janata hai ham nahi. Bhautik jagat ki vyavasthayen bilkul alag hain, jis me ham aparadh karke bach bhi sakte hai aur apane kukarmo ko chhupate hain . Isliye is saansarik vyavasthaon se Ishwariye vidhaano ki tulana kar hi nahi sakte. Aapke vichaar jo bhi hon uske liye aap swatantra hain.
Kyoki aap apni soch se gaye or bedarkari purvak aapko thoka Gaya agar aese hi Swami ji bhi bedarkari se uske aamne samne aa gaye to vo bhi mar sakte hai ohkk
What about Non - Duality @ Adutiy Siddhant.. No one is doers . It's my opinion, it may create hatred, anger and revenge name of justice. 1 )In the same time according to Bhagavad gita- your are right 2) According to Ashtavakra Gita - it's a Debatable ( not accepted by everyone @ pl. Revises your comments
श्री राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम श्री राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम श्री राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम।।💐🌷🌙🌹🎸☀️🎷🇮🇳🌺✍️🌼🌻🌸🍊🍎🌰📚🎁🍏🏮🚩🔔🙏
वेद में तो कहीं भी पुनर्जन्म ही नहीं है, अतः पूर्व जन्म के फल का तो प्रश्न ही नहीं उठता है। परन्तु आर्य समाज के कई विद्वान् भी इस अन्ध विश्वास को छोड़ नहीं पा रहे हैं। एक भी वेदमन्त्र दिखा दें तो हम स्वीकार कर लेंगे। स्वामी शरण, चतुर्वेद भाष्यकार, वैदिक शब्दकोश प्रणेता
Are bhai karm ka fal jati aayu or bhog hai or baki sab now chal rahe vartman me sab hota hai karmo ka fal se hame manushya acha sarir ache mata pita konse parivar me janm aayu bhog kya kya karege ye sabkuch milta hai muft. Me jao dekhke aao garib k gar bacha peda hota kya halat hai uske 2 time khana nasib nahi hai to ye sab karmo ka fal hai baki Naya jivan ka Naya karm or kuch samne vale ka anyay bhi hota hai use hame bachna. Hai or acha jina hai okk
किसी मनोवैज्ञानिक से मिलें।वेद पढ़ो, आगे बढो। हमारी वेबसाइट vedayan.simplesite.com/ पर वैदिक साहित्य निशुल्क PDF उपलब्ध है।चारो वेद, व्याकरण, वैदिक शब्द कोश, वैदिक इतिहास आदि बहुत कुछ उपलब्ध है। वेद के एक-एक शब्द का व्याकरण सम्मत प्रामाणिक अर्थ दिया गया है।सनातन धर्म का मूल वेद है।जो वेद को एकमात्र आधार मानता है, वही सनातनी है।चार वर्ण मान्यता, जाति व्यवस्था, अवतारवाद, पुनर्जन्म, मूर्ति, हवन कुण्ड वेद में नहीं है। हम सब एक ही ईश्वर के व्यक्त रूप हैं।हमारे पास सभी वर्गों के युवा वेदपाठ तथा व्याकरण सम्मत प्रामाणिक धातुज वेदार्थ करना सीख रहे हैं। फेसबुक facebook.com/swamivedayan
Inki baato me koi na aana ye galat he kyoki ye to bas isi janam ke baare me jante he ham sabke pichhle janmo ke baare me sirf bhagwan krishn jante he agar or kuchh janna chahte he to coment kre🤳✍️✍️🙏🙏🙏👣👣jai radhe krishn like bhi karre
वेद में तो कहीं भी पुनर्जन्म ही नहीं है, अतः पूर्व जन्म के फल का तो प्रश्न ही नहीं उठता है। परन्तु आर्य समाज के कई विद्वान् भी इस अन्ध विश्वास को छोड़ नहीं पा रहे हैं। एक भी वेदमन्त्र दिखा दें तो हम स्वीकार कर लेंगे। स्वामी शरण, चतुर्वेद भाष्यकार, वैदिक शब्दकोश प्रणेता
गहनो कर्मणा गति। जीवन निर्वाह हेतु स्वाभाविक आहार-आवास-आरक्षा का प्रबन्ध कर्म नहीं है।मन की मौज के लिए किसी के साथ छल,कपट,धोखा, अन्याय, द्वेष,पाखंड आदि करना कर्म है।दूसरों का बिना स्वार्थ यथाशक्ति भला करना कर्म है।ऐसे कर्म फल के हेतु होने ही चाहिए।
Maharaj ji agar karma bure karoge to uska fal to boghatna hoga uske saath bura hoga ho sakta hai jo aadmi nirdos tha o pahile doshi reha chuka ho usne bhi apne pahile jivan me aisa hi bartav kisi aur ke saath kiya Ho.... samje ki nahi maharaj ji jai shri krishna
आप कभी विचार नहीं करते कि शिकायत इश्लीय की जाती है कि फल देना उसका काम नहीं है जिसने दिया है। जिसका काम फल देना है उसके खिलाफ कोई शिकायत नहीं करता और न ही शिकायत हो सकती है । उदाहरण के लिए कर्म का फल देने का कोर्ट को अधिकार है जो फांसी तक की सजा दे सकता है । लेकिन देश का प्रधान मंत्री भी किसी को सजा नहीं दे सकता ।
वेद में तो कहीं भी पुनर्जन्म ही नहीं है, अतः पूर्व जन्म के फल का तो प्रश्न ही नहीं उठता है। परन्तु आर्य समाज के कई विद्वान् भी इस अन्ध विश्वास को छोड़ नहीं पा रहे हैं। स्वयम् को आर्य समाज का आचार्य बताने वाले महेन्द्र पाल हमें शास्त्रार्थ की चुनौती दे रहे हैं। वे आपको जानते और मानते भी हैं। देखें, क्या कर सकते हैं। स्वामी शरण, चतुर्वेद भाष्यकार, वैदिक शब्दकोश प्रणेता
@Monty Singh वेद में नहीं है, यही तो सबसे बड़ा प्रमाण है।यदि कोई कहता है कि वेद में है तो उसे प्रमाण देना चाहिए कि किस वेद मन्त्र में है।हमें तो चारो वेदों में एक भी मन्त्र नहीं मिला जो स्पष्ट रूप से पुनर्जन्म का उल्लेख करता हो।वेद पढ़ो, आगे बढो। हमारी वेबसाइट vedayan.simplesite.com/ पर वैदिक साहित्य निशुल्क PDF उपलब्ध है।चारो वेद, व्याकरण, वैदिक शब्द कोश, वैदिक इतिहास आदि बहुत कुछ उपलब्ध है। वेद के एक-एक शब्द का व्याकरण सम्मत प्रामाणिक अर्थ दिया गया है।सनातन धर्म का मूल वेद है।जो वेद को एकमात्र आधार मानता है, वही सनातनी है।चार वर्ण मान्यता, जाति व्यवस्था, अवतारवाद, पुनर्जन्म, मूर्ति, हवन कुण्ड वेद में नहीं है। हम सब एक ही ईश्वर के व्यक्त रूप हैं।हमारे पास सभी वर्गों के युवा वेदपाठ तथा व्याकरण सम्मत प्रामाणिक धातुज वेदार्थ करना सीख रहे हैं। फेसबुक facebook.com/swamivedayan
If a person is died because of the negligence of a truck driver, then question arises why that person only, that too at that time came under the negligence of that truck driver. It shows that the person who died, had killed the some one by doing rash driving iin his previous births. It doesn't mean that at present the truck driver who killed this person should not be punished. It is this truck driver's present work which is negligent driving. Even if we are unable to give punishment to the truck driver, god will give punishment to the soul of truck driver in its next births. That soul will get the punishment by getting accident by someone else. This is called as karma chakra
Meri nak fhuti he hat peir ki haddi bhi khiski he tail bone ki haddi ki upar ki diak ki haddi badi he kya ye karm fhal he kam umar me hi dadi safhed ho gayi he tention ke karan kya ye karm fhal he?
यह सब सासाँरिक कर्मो कि बात है।मानव सासाँरिक कर्म करते है।अाप इस्वरिय कर्म नहि जानते।अप बुद्दिमान है ज्ञानी नहि । इसिलिए सासाँरिक कर्मोको इस्वरिय कर्मो मे जोडरहेहै ।
सुदामा जी की गरीबी के लिये जब रुकमणि जी ने भगवान से पूछा ये आपका मित्र एसी दयनीय दशा में क्यों है, तब भगवान ने कहा मेरा मित्र सुदामा जो तीनो लोकों में सब से बड़ा विद्वान् है. यह बात वह अच्छी से जानता है. की जिस दिनउसका प्रारब्ध का भोग पूर्ण हो जायेगा उस दिन वह स्वम मेरे पास आ जायेगा.
सादर नमस्ते, महान् आद्धात्मिक ज्ञान गुरु परम पूज्य स्वामी विवेकानंद परिब्राजक जी को अनंत कोटि नमन् करता हूं। धन्यवाद् 🙏🙏
साधु
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे। हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।।💐🌷🌙🌹🎸☀️🎷🇮🇳🌺✍️🌼🌻🌸🍊🍎🌰📚🎁🍏🏮🚩🔔🙏
कर्मणो ह्यपि बोद्धव्यं बोद्धव्यं च विकर्मण। अकर्मणश्च बोद्धव्यं गहना कर्मणो गतिः।।🙏
कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषुकदाचन। मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते संगोऽस्तवकर्मणि।।💐🌷🌙🌹🎸☀️🎷🇮🇳🌺✍️🌼🌻🌸🍊🍎🌰📚🎁🍏🏮🚩🔔🙏
Om Swami ji aapkaa bahut bahut dhanyawad 👍🙏🚩
Namaste swamiji 🙏🏽 🕉🚩🚩🚩🚩🚩
ओशो ने तो सही गल्त बहुत व्याख्याएंकर डालीं आप भी उसी तरह अपनी ही सोच से चलने वाले कर्म के बढ़िया व्याख्या कार बन गए। स्वामी जी जिन्होंने अनादि से सोया परम ज्ञान का सूर्य जगाया उनके चरणों में मस्तक रखो तभी सही बुद्धि बनेगी।
जैन धर्म: .. राजे महाराजे देवों इंद्रों द्वारा परम पूजनीय , अहिंसा व शान्ति के महासागर , परम् सत्य व सम्पूर्ण अनंत ज्ञान के महासूर्य भगवान महावीर स्वामी के परम् पावन चरणों की अनंत शरण में सभी का सदा ही अनंत हित हो मंगल हो ।
उनके चरण कमल जिसका कभी भी अंत नहीं हो ऐसा अनंत स्थायी हित करने वाले सदा ही अनंत वंदनीय पूजनीय हैं। हर किसी के परम् कल्याणकारी भगवान महावीर स्वामी सदा जयवंत हैं।
मात्र नाम जपने वाले का भी सदा अनंत हित होता है।
नमो नमो श्री भगवान महावीर स्वामी।
श्री भगवान महावीर स्वामी की सदा ही जय जय जय ।
दूसरों से क्षमा मांगें और अन्य सभी को क्षमा करें।
मैं दुनिया के सभी प्राणियों को क्षमा करता हूं सभी मुझे भी क्षमा करें। सब मेरे मित्र हैं कोई मेरा दुश्मन नहीं है। मुझे किसी से कोई दुर्भावना नहीं है।
कर्म प्रधान विश्व रचि राखा | जो जस करि सो तस फल चाखा ||
सही कहाँ आप ने. जब सब कर्मों का ही फल है तो 'शिकायत' क्यों?
Sabhi karmo ka hi fal milta hai lekin ye to koi pata nahi pahle purb janam me galat kisne ho sakta hai ki tum kare ho ya ye bhi ho sakta hai ki tum nahi kare ab aate inki baat par ye baat sahi hai koi kisi sukh kar data nahi hame koi kasht de itna nirbal apne aap ko q banaye hai to apne aap ko majboot baniye koi aapka bura karne ki soch bhi nahi sakta hai
जैन धर्म: .. राजे महाराजे देवों इंद्रों द्वारा परम पूजनीय , अहिंसा व शान्ति के महासागर , परम् सत्य व सम्पूर्ण अनंत ज्ञान के महासूर्य भगवान महावीर स्वामी के परम् पावन चरणों की अनंत शरण में सभी का सदा ही अनंत हित हो मंगल हो ।
उनके चरण कमल जिसका कभी भी अंत नहीं हो ऐसा अनंत स्थायी हित करने वाले सदा ही अनंत वंदनीय पूजनीय हैं। हर किसी के परम् कल्याणकारी भगवान महावीर स्वामी सदा जयवंत हैं।
मात्र नाम जपने वाले का भी सदा अनंत हित होता है।
नमो नमो श्री भगवान महावीर स्वामी।
श्री भगवान महावीर स्वामी की सदा ही जय जय जय ।
दूसरों से क्षमा मांगें और अन्य सभी को क्षमा करें।
मैं दुनिया के सभी प्राणियों को क्षमा करता हूं सभी मुझे भी क्षमा करें। सब मेरे मित्र हैं कोई मेरा दुश्मन नहीं है। मुझे किसी से कोई दुर्भावना नहीं है।
ओशो ने तो सही गल्त बहुत व्याख्याएंकर डालीं आप भी उसी तरह अपनी ही सोच से चलने वाले कर्म के बढ़िया व्याख्या कार बन गए। स्वामी जी जिन्होंने अनादि से सोया परम ज्ञान का सूर्य जगाया उनके चरणों में मस्तक रखो तभी सही बुद्धि बनेगी।
मुझे तो इनकी बात सही लगी जब सब कर्मों का ही फल है तो शिकायत क्यों करनी पर मुझे कोई भाई या बहन समजा सके तो समजाये
वेद पढ़ो, आगे बढो। हमारी वेबसाइट vedayan.simplesite.com/ पर वैदिक साहित्य निशुल्क PDF उपलब्ध है।चारो वेद, व्याकरण, वैदिक शब्द कोश, वैदिक इतिहास आदि बहुत कुछ उपलब्ध है। वेद के एक-एक शब्द का व्याकरण सम्मत प्रामाणिक अर्थ दिया गया है।सनातन धर्म का मूल वेद है।जो वेद को एकमात्र आधार मानता है, वही सनातनी है।चार वर्ण मान्यता, जाति व्यवस्था, अवतारवाद, पुनर्जन्म, मूर्ति, हवन कुण्ड वेद में नहीं है। हम सब एक ही ईश्वर के व्यक्त रूप हैं।हमारे पास सभी वर्गों के युवा वेदपाठ तथा व्याकरण सम्मत प्रामाणिक धातुज वेदार्थ करना सीख रहे हैं। फेसबुक facebook.com/swamivedayan
Karam fal sidhant kya hai use suno ye ho sakta hai ki tumhare sath jisne galat Kiya hai wo purb janam me tumne uske saath kiya ho lekin ye bhi ho sakta hai ki nahi kiya ho q ki pahli baar kisne kisko mara iska to pata nahi ab aate hai inki baat par ki jaise ki hame kisi ne mara ya chori ki usme hamari bhi galati hai q ki sabal vykti nirbal ko chot pahuchata hai ab hamari galti ye hai ki nirbal bane q hai hamari itni hi galti hai hum nirbal na hote to hamara koi kaise galat kar sakta hai
बिलकुल सही कहे, सदियो के झूठ से परदा उठाया आपने। बहुत सारे लोग नेगेटिव कमेंट न् करे, तर्क करे।
यह तर्क सुनते कहां हैं बस अपना थोपते हैं। तुच्छ बुद्धि
Atisunder
Atiuttam
Om namastey Acharya ji
Bahut bahut dhanyawad swamiji ❤🎉
ओ३म्
नमस्ते सर जी
सब कुछ कर्म का फल है सच है
Nahi
जय हो महाराज की प्रणाम गुरूजी मेरा प्रणाम स्वीकार करें
दृष्टांत से सिद्धांत नहीं बनते प्रभु जी
माहाराज जी आपसे बडा मुरख मैयने देखा नही
सत्य वचन स्वामी जी।
Namaste swamiji
सुप्रभातम् सर जी
इनको ब्रह्मनिष्ठ गुरुयो की शरण मे जाना चाहिए। ये तो वेद,शास्त्र और ऋषियों को झूठा साबित कर रहे है। पाखंडी लगते है। बृद्धा वस्था में मसहूर होना चाहता है। राम राम जप।
सुख का अर्थ इंद्रियोंके अनुकूल और दुःख का अर्थ प्रतिकूल ऐसा शास्त्रोंने कहा है फल कहिं नही कहा .
हर सिक्के के दो पहलु होते है
स्वामी जी आप की बात बिलकुल सही है ॐ स्वामी जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐💐💐💐💐💐
Koti koti prnam sawmi jjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjjj 🙏🙏🙏🙏💐💐
Next episode 😔😔😔 last qstion was so interesting & important
तव वाक्यं सत्यम्।
कर्म की गति समझ पाना कठिन है
❤❤❤❤❤❤
मैंने कुछ कड़वे शब्द लिख दिए हैं क्योंकि मुझे दुख होता जब आप जैसे विद्वान ऐसी आधार रहित बात करते हैं ।
Shesh. Narayan. Akinchan. Om. Om om. Ati. Sundar. Vivechan. Swami. Jee. Sadar. Namaste
Okhi ghari dekh raha hu
जयतु संस्कृतं
Namaskar Swami ji 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
काहू ना कोई सुख दुख कर दाता | निज कृत करम भोग सव भ्राता ||
Ishwariya vyavastha kewal Iswar janata hai ham nahi. Bhautik jagat ki vyavasthayen bilkul alag hain, jis me ham aparadh karke bach bhi sakte hai aur apane kukarmo ko chhupate hain . Isliye is saansarik vyavasthaon se Ishwariye vidhaano ki tulana kar hi nahi sakte. Aapke vichaar jo bhi hon uske liye aap swatantra hain.
🌷जय श्री हरीकृष्णा 🌷🙏🙏🙏
प्रणाम प्रभुजी
ट्रक वाले ने करोड़ो की जनसंख्या में उसी को क्यो ठोका आपको क्यो नही ?आपको भी तो ठोक सकता था ।कुछ तो इस जन्म या पूर्व जन्म का कुछ तो हिसाब बाकी था।
Kyoki aap apni soch se gaye or bedarkari purvak aapko thoka Gaya agar aese hi Swami ji bhi bedarkari se uske aamne samne aa gaye to vo bhi mar sakte hai ohkk
जय हो गुरुदेव की
प्रकृति कर्म करवाने वाली होती है और पुरुष तत्व मात्र अनुभव करने वाला होता है जो दुख को सुख मानले और सुख को दुख समझ ले ।
सादर नमस्ते जी 🕉🙏🚩
Very good sir
कर्म फल मानना ही पङेगा।उसी पर अध्यात्म वाद खङा है महाराज।
Jai aryawarat
What about Non - Duality @ Adutiy Siddhant..
No one is doers .
It's my opinion, it may create hatred, anger and revenge name of justice.
1 )In the same time according to Bhagavad gita- your are right
2) According to Ashtavakra Gita - it's a Debatable ( not accepted by everyone @ pl. Revises your comments
Bharat Mata Ki Jai. Jai Sri Ram.
श्री राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम श्री राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम श्री राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम।।💐🌷🌙🌹🎸☀️🎷🇮🇳🌺✍️🌼🌻🌸🍊🍎🌰📚🎁🍏🏮🚩🔔🙏
बहुत सुन्दर जी
Wa bi baba
पूज्य स्वामी जी को वेदज्ञाता विद्वान की शरण में जाने की जरूरत है। अज्ञानता पूर्ण वीडियो है। धन्यवाद।
True
वेद ही अन्तिम प्रमाण है। वेद में पुनर्जन्म और कर्मफल नहीं है। कोई वेदमन्त्र आपको ज्ञात हो तो बतायें। 9839105629
वेद में तो कहीं भी पुनर्जन्म ही नहीं है, अतः पूर्व जन्म के फल का तो प्रश्न ही नहीं उठता है। परन्तु आर्य समाज के कई विद्वान् भी इस अन्ध विश्वास को छोड़ नहीं पा रहे हैं। एक भी वेदमन्त्र दिखा दें तो हम स्वीकार कर लेंगे। स्वामी शरण, चतुर्वेद भाष्यकार, वैदिक शब्दकोश प्रणेता
Well said
Hi
Swami ji ko gyan nahi hain
इतने बड़े मूढ़ भी होते हैं !
You are best
Adhuri Baat Kahin
🙏🙏🙏
भगवत गीता मे भगवान ने एसा नही कहा जो आप कह रहै हो
Please add the complete video.
Bat sahi hai mahatma ji
यदि सुख दुख कर्मों का फल नहीं तो क्या है स्वामी जी । इस आप जरा विस्तार से समझाने की कृपा करें ।
Are bhai karm ka fal jati aayu or bhog hai or baki sab now chal rahe vartman me sab hota hai karmo ka fal se hame manushya acha sarir ache mata pita konse parivar me janm aayu bhog kya kya karege ye sabkuch milta hai muft. Me jao dekhke aao garib k gar bacha peda hota kya halat hai uske 2 time khana nasib nahi hai to ye sab karmo ka fal hai baki Naya jivan ka Naya karm or kuch samne vale ka anyay bhi hota hai use hame bachna. Hai or acha jina hai okk
महाराज मेरी समस्या का समाधान कर दो
मुझे कुछ ही समय बाद की बात याद नही रहती
ओर एक बात मेरा बिल्कुल अकेला रहने का मन करता है हर समय
किसी मनोवैज्ञानिक से मिलें।वेद पढ़ो, आगे बढो। हमारी वेबसाइट vedayan.simplesite.com/ पर वैदिक साहित्य निशुल्क PDF उपलब्ध है।चारो वेद, व्याकरण, वैदिक शब्द कोश, वैदिक इतिहास आदि बहुत कुछ उपलब्ध है। वेद के एक-एक शब्द का व्याकरण सम्मत प्रामाणिक अर्थ दिया गया है।सनातन धर्म का मूल वेद है।जो वेद को एकमात्र आधार मानता है, वही सनातनी है।चार वर्ण मान्यता, जाति व्यवस्था, अवतारवाद, पुनर्जन्म, मूर्ति, हवन कुण्ड वेद में नहीं है। हम सब एक ही ईश्वर के व्यक्त रूप हैं।हमारे पास सभी वर्गों के युवा वेदपाठ तथा व्याकरण सम्मत प्रामाणिक धातुज वेदार्थ करना सीख रहे हैं। फेसबुक facebook.com/swamivedayan
Apke siddhant pr hi neta log chal rahe hai
महात्मा जी कृपा video की quality को बडाये...
🙏 जय हो 🙏
सुख,दुख का विचार , बहुतअच्छा लगा
मनुष्य का जन्म कर्मो का फल नही है।
Inki baato me koi na aana ye galat he kyoki ye to bas isi janam ke baare me jante he ham sabke pichhle janmo ke baare me sirf bhagwan krishn jante he agar or kuchh janna chahte he to coment kre🤳✍️✍️🙏🙏🙏👣👣jai radhe krishn like bhi karre
Kis tarah galat he kripya samjhae mahasay
स्वामीजी ट्रेक का जो वात आपने वाताया केया एसही है?
Dr ke pas jane se to hr rog dur hona hi chahiye apke anusar.bohot jgeh ilaj krate hain phir bhi vo thik nhi hota.ye kya hai phir.karm to krna hi hai
बाबा जी
तुलसी दास जी की यह चोपाई रामायण से निकालो
कर्म प्रधान विश्व रची रस राखा।
जो जस कर तस फल चाखा।।
वेद ही अन्तिम प्रमाण है। वेद में पुनर्जन्म और कर्मफल नहीं है। कोई वेदमन्त्र आपको ज्ञात हो तो बतायें। 9839105629
वेद में तो कहीं भी पुनर्जन्म ही नहीं है, अतः पूर्व जन्म के फल का तो प्रश्न ही नहीं उठता है। परन्तु आर्य समाज के कई विद्वान् भी इस अन्ध विश्वास को छोड़ नहीं पा रहे हैं। एक भी वेदमन्त्र दिखा दें तो हम स्वीकार कर लेंगे। स्वामी शरण, चतुर्वेद भाष्यकार, वैदिक शब्दकोश प्रणेता
गहनो कर्मणा गति। जीवन निर्वाह हेतु स्वाभाविक आहार-आवास-आरक्षा का प्रबन्ध कर्म नहीं है।मन की मौज के लिए किसी के साथ छल,कपट,धोखा, अन्याय, द्वेष,पाखंड आदि करना कर्म है।दूसरों का बिना स्वार्थ यथाशक्ति भला करना कर्म है।ऐसे कर्म फल के हेतु होने ही चाहिए।
@@vedayanswamisharan तो क्या है आप बता दो।
बड़े बुद्धीमान लगते हो।
ओ३म् नमस्ते
गीता में पुनर्जन्म की बात कई जगह आती हैं।
O...m
Aap koc bhi bol rhi ho krm ka fal hota hi liken koc krm hmi prtigc bhogni pdti hi
वेदो का खण्डन करने से भी पाप कर्म बनते है
ढोंगी की भाषा में भारत के रिषी मूनियौ का अपमान मत करो
जनता जागरुक है सब जानती है
Maharaj ji agar karma bure karoge to uska fal to boghatna hoga uske saath bura hoga ho sakta hai jo aadmi nirdos tha o pahile doshi reha chuka ho usne bhi apne pahile jivan me aisa hi bartav kisi aur ke saath kiya Ho.... samje ki nahi maharaj ji jai shri krishna
🙌👌👌👌
sabhi apne karmo ka phal bhogte hain.......
Good explanation.
ÀllahuAkber
Guru ji agree with you.
Iske aage ki video kahan hen...bahut jaruri he use bhi sunna
पर ये कैसे जाने कि ये ,ये काम कर्मफल है वा नही????
ओ३म् नमस्ते
आप कभी विचार नहीं करते कि शिकायत इश्लीय की जाती है कि फल देना उसका काम नहीं है जिसने दिया है।
जिसका काम फल देना है उसके खिलाफ कोई शिकायत नहीं करता और न ही शिकायत हो सकती है ।
उदाहरण के लिए कर्म का फल देने का कोर्ट को अधिकार है जो फांसी तक की सजा दे सकता है । लेकिन देश का प्रधान मंत्री भी किसी को सजा नहीं दे सकता ।
Is ke aage ka video upload kare pls pura suunna hai
वेद में तो कहीं भी पुनर्जन्म ही नहीं है, अतः पूर्व जन्म के फल का तो प्रश्न ही नहीं उठता है। परन्तु आर्य समाज के कई विद्वान् भी इस अन्ध विश्वास को छोड़ नहीं पा रहे हैं। स्वयम् को आर्य समाज का आचार्य बताने वाले महेन्द्र पाल हमें शास्त्रार्थ की चुनौती दे रहे हैं। वे आपको जानते और मानते भी हैं। देखें, क्या कर सकते हैं। स्वामी शरण, चतुर्वेद भाष्यकार, वैदिक शब्दकोश प्रणेता
@Monty Singh वेद में नहीं है, यही तो सबसे बड़ा प्रमाण है।यदि कोई कहता है कि वेद में है तो उसे प्रमाण देना चाहिए कि किस वेद मन्त्र में है।हमें तो चारो वेदों में एक भी मन्त्र नहीं मिला जो स्पष्ट रूप से पुनर्जन्म का उल्लेख करता हो।वेद पढ़ो, आगे बढो। हमारी वेबसाइट vedayan.simplesite.com/ पर वैदिक साहित्य निशुल्क PDF उपलब्ध है।चारो वेद, व्याकरण, वैदिक शब्द कोश, वैदिक इतिहास आदि बहुत कुछ उपलब्ध है। वेद के एक-एक शब्द का व्याकरण सम्मत प्रामाणिक अर्थ दिया गया है।सनातन धर्म का मूल वेद है।जो वेद को एकमात्र आधार मानता है, वही सनातनी है।चार वर्ण मान्यता, जाति व्यवस्था, अवतारवाद, पुनर्जन्म, मूर्ति, हवन कुण्ड वेद में नहीं है। हम सब एक ही ईश्वर के व्यक्त रूप हैं।हमारे पास सभी वर्गों के युवा वेदपाठ तथा व्याकरण सम्मत प्रामाणिक धातुज वेदार्थ करना सीख रहे हैं। फेसबुक facebook.com/swamivedayan
🙏🙏🙏5.00🙏🙏🙏
Good
पर क्यों मिलता है बिना कर्म के ?????
पूरा वीडियो देखो भ्राता
If a person is died because of the negligence of a truck driver, then question arises why that person only came under the negligence of that
If a person is died because of the negligence of a truck driver, then question arises why that person only, that too at that time came under the negligence of that truck driver. It shows that the person who died, had killed the some one by doing rash driving iin his previous births. It doesn't mean that at present the truck driver who killed this person should not be punished. It is this truck driver's present work which is negligent driving. Even if we are unable to give punishment to the truck driver, god will give punishment to the soul of truck driver in its next births. That soul will get the punishment by getting accident by someone else. This is called as karma chakra
Ved me kya likha he vo bataie. Apna swa vichar n batae.
वेद तो पढ़े ही नहीं बताएंगे क्या ।
Meri nak fhuti he hat peir ki haddi bhi khiski he tail bone ki haddi ki upar ki diak ki haddi badi he kya ye karm fhal he kam umar me hi dadi safhed ho gayi he tention ke karan kya ye karm fhal he?
Who Shared vedas knowledge ??
So good
जन्म-जन्मान्तर के भी दोष होते हैं, कर्म विज्ञान को समझने की कोशिश करें ।
ओम नमस्ते स्वामी जी
एक विडियो चरित्र निर्माण पर भी बनाओ जी
यह सब सासाँरिक कर्मो कि बात है।मानव सासाँरिक कर्म करते है।अाप इस्वरिय कर्म नहि जानते।अप बुद्दिमान है ज्ञानी नहि । इसिलिए सासाँरिक कर्मोको इस्वरिय कर्मो मे जोडरहेहै ।
सुदामा जी की गरीबी के लिये जब रुकमणि जी ने भगवान से पूछा ये आपका मित्र एसी दयनीय दशा में क्यों है, तब भगवान ने कहा मेरा मित्र सुदामा जो तीनो लोकों में सब से बड़ा विद्वान् है. यह बात वह अच्छी से जानता है. की जिस दिनउसका प्रारब्ध का भोग पूर्ण हो जायेगा उस दिन वह स्वम मेरे पास आ जायेगा.
Baba Tum bhi hamare. Karamo is fal ho Haram ki khila rahe ha tumako
To karma phal ko kaise theek kar sakte hai swami ji ? Please btaayiye
Om swami ji
Aap Mahan ha