बहुत ही खूबसूरत। मन्ना डे साहब एक महान कलाकार थे। लेकिन expression के king तो रफी साहब ही थे। इसी लिए रफी साहब के गानों में एक अलग ही नशा है। शायद इसीलिए बर्मन दादा ने प्यासा का वह गाना रफी साहब से रिकार्ड करवाया। रफी साहब जैसा कोई न था न है न ही आयेगा।
आपने सही कहा. स्व. रफी जी बहूतही सुंदर आवाज के गायक थे. हर एक गानेवालेका अपना अपना अंदाज और गलेका स्वाद (बेस) होता है. स्व. रफी जी के आवाज में एक अलग मिठास थी. जब स्व. किशोर कुमार का जिक्र करे तो उनका स्वर कांच जैसा (स्वच्छ) क्लिअर था और अट्रॅक्टिव्ह था. सिर्फ स्व. किशोर जी ही फिल्म अमर प्रेम के गीत गा सकते थे. हर एक पंछी का अलग स्वर होता है. स्व. पं. मेहदी हसन और स्व. कुंदनलाल सैगल दोनोंकी आवाज डिव्हाईन हैं.
मैं आपकी हेडिंग पर ही कमेंट कर रहा हूं।के सी डे और मन्ना डे शास्त्रीय संगीत के अभ्यासी थे। मैं भी संगीत का विद्यार्थी हूं।बचपन से ही मन्ना डे जी के गले को अलग ही समझता था और मेरे कान खड़े हो जाते थे।रफी साहब के गाने भी मैं खूब सुनता और गाता भी था मुकेश जी के भी।पर सबसे पहले मन्ना डे साहब का देख कबीरा रोया का कौन आया मेरे मन के द्वारे सुन कर तो एक दम ही दिवाना हो गया। उनके गले का वजन और रफ़ी साहब के गले के वजन में कुदरती फर्क था। रफी साहब की गायकी में भाव प्रधानता है। गायक दोनों ही अच्छे हैं।
दो महान गायकोंमें इस प्रकार छोटा बड़ा भेद करना ये दुर्भाग्यकी बात है।है किसीमें कोई न कोई विशेषता होती है।हम जब छोटा बड़ा सोचते है तो इसमें हमारे सोचका नीचापन प्रतीत होता है।
Good analysis. When Rafi sa'ab sings the line - 'jinhe naaz hai hind par woh kahaan hai...' he is virtually crying and takes you along with him. it is truly a goosebump-raising experience. Such an amazing gift, ufffff! And, Sahir saheb is a magical poet.
Sahi baat taw ye ho shakti hai Sir ji ke Guru datt sahab ki aawaz Rafi Sahabka singinging voice ke saath co relate hoti hai-"Jinhe naaz hai Hind par woh kaha hai"...aise hi ek aur song hai film Saranga ka- jisme bhi music director Sardar Malik ne tin singers ki aawaz pahele record kari thi,Manna dey,Talat Mehmud aur Rafi ji,baad me dard bhara song me aawaz suit hoti thi Mukesh ji ki,selection hua aur Mukesh ji ne gaya-"Saranga teri yaad me,nain hue bechen...ho..ho..ho Saranga teri yaad me...lyrics & music name alag hai, aur info readings,ye geet recording ke baad Sardar Malik rone lage the,khushi ke aansu ubhar aaye the,thank u sir for yr nerretion of various song info,thanx & regards
Manna dey ko maine Live dekha hai ek baar aur Rafi saab ko doo bar.Bhai Live ka maja kuch aur hai.Ekbaar M.D. ne ek interview main bataya tha agar Rafi na hota too main ek number hota.Rafi saab jaisa na koi tha na koi hoga.Thanks bhai.
God made one sun and one Mohd Rafi for our earth as we can't compare sunlight to any other light itis the same mohd Rafi can't be compared with any other singer
Javed Naseem Sahab, Great Presentation. I regularly watch your presentations. Sahir remains one of the greatest lyric poets of the world of all times. . In fact he was a philosophical lyricist. His greatest writing was " Mein Jindagi ka sath nibhata chala gaya ----"( Film Hum Dono ) Another was " ----Jindagi chand sawalo ke siwa kuch bhi nahi --.( Film Vasana ) And what more is to be said about the greatest voice the world has seen - the Great Md Rafi.? Whatever had to be said about him had been said. There will not be another Md Rafi in future and nor there was before him anyone like him.
आपके शीर्षक से ऐसा लग रहा है जैसे मन्ना डे सा कोई कमतर गायक थे रफी साहब से जब गाने की बात हो तो मन्ना डे super थे ही.... अगर कोई गाना उनकी जगह रफी से गवा दिया तो इसका अर्थ यह नहीं है कि वे कम काबिल थे ....
Saal hi muslim tavozzo ki..ye ganesha muslim oriented banda hi Muslim ki tareef karta hi..kishore da ki Beattie iska madad hi...zab ki kishore da aaz bhi no 1 hi
Manna ne khud bahot baar bola hai ke rafi saheb mujhse acche singer hai..... Aur rafi saheb manna dey ko sunte they... Dono me kitna pyar tha.. Yeh dekhne wali baat hai.. Love u both singer
उस समयके सभी गायक अपने-अपने अलग अंदाज से अपना अपना अलग स्थान रखते थे । किसी की किसीसे तुलना करना उन महान कलाकारों का अपमान होगा । कितने ऐसे गीत है जो मन्नादा ने अमर कर दिए हैं जो किसी अन्य गायकों की आवाज में हम कल्पना भी नहीं कर सकते ।
Not "was", Mohammad Rafi Saheb, "IS" the best singer, and will remain THE BEST. Puran Singh Ji, I love you so much, because you love my beloved, Rafi Sahen. Jai Hind.
उनकी शायरी का एक गीत जिसका एक शेर दिमाग़ को हिला कर रख देता है। फिल्म थी वक्त मरने का सलीक़ा आते ही। जीने का शऊर आ जाता है। मशहूर गाने का यह शेर अदब और ज़बान का शहपारा है।
मौ रफी साब कमाल के नेक इन्सान थे।उनके गाए हुए कई गाने आज भी लोगों के दिलो दिमाग पर छाये हैं।लेकिन शायद मार्किट की जरूरत के मुताबिक उन्हें कई गाने एसे भी जाने पड़े जहां उनकी आवाज में एक लुच पन भी हावी दिखता है।मन्नादे एक ऑल टाईम जादूगर थे।जो किसी भी गाने में वो शाश्त्रीय अंदाज भर देते थे कि जिसका कोई भी गायक मुकाबला नही कर पाता था।दोनो ही ला जवाब थे और अमर हैं
मन्ना डे हर तरह का गाना गा सकते थे ,वो बहुत ही खास तरह कि जानकारी रखते थे उनको इल्म संगीत का बहुत था ,,,,ग ई गाने ऐसे पहले जिस सिंगर गवाया गया बाद वही गाना किसी और सिंगर गवाया गया और ज्यादा पसद किया गया,,लेकिन इससे ये नही कहा जा सकता पहला सिंगर कमजोर था या अच्छा नही गाया गया ,,क्योंकि दूसरी बार में थोड़ा बदलाव किया जाता है,स्पीड में या तकनीक पर ,,मन्ना डे जी को मौका ज्यादा दिया नही गया
ऐसा क्यों कहा कि मन्ना दा नहीं गा सके तो रफी साब ने गाया.. यह गलत तरीका है, किसी की तारीफ करने का, किसी को उठाने के लिए दूसरे को गिरा दो.. मन्ना डे हर गीत को उत्तम ही गाते थे. बेशक रफी साहब बढ़िया थे, तो मन्ना डे, मुकेश और किशोर भी बहुत ऊंचे गायक थे. सब बढ़िया थे, न कम न ज्यादा, आवाज और अंदाज अलग अलग.
Thank you 😊 sir 🙏 for you kind information to learn...Shaheed sabh ji ke give Geeta..Maine nai Sunil... know illearn from you ... what he's his heatt touching song...with a sad voice off you sir thanks alot...
CV nice Javed saab bahut hi Achhi malumaat ke liye shukria I am greatest fan of these Two resp legends Rafi sahib a nd Sahir saab Sahir saab was student of our govt college ludhiana
Javed Saab masaalah apke juban ka kahil ho gaya hun, Rafi Saab aur Sahir Ludhwanjii ke chote chote vakiyat, hume aur sabhi log jo bollywood's geeton ka diwane hue jate hai, unko yaad karne aur yaad karte rahne ke liya aapka tahe dil se aapko Sukhria ada karta hun namaskar kabul kare.
Mujhe rafi sahab jee bahut pasand hai pr manna jee ko kamter jara sa bhi nahi maapna manna ji ko sampurna singer ka darza mila h or kisi bhi singer ko nahi mila 🙏🙏🙏
🌍🌄I like all presentations sir...very genuinely presented....Rafi saab was a farishta ,a paigambar...same goes for Jagjit Singh Saab and mehdi hasan saab💎💎💎💎💎💎💎🎹✨✨✨✨
Manna sang that song with equal passion and did no less justice to the poetry. I suppose the two were recorded separately, as a film song and as a private record, respectively. Honestly, one can't rate them seperately.
Only difference in Rafi Sahab and Manna De Sahab's singing was voice modulation and expressions. Rafi Sahab was more versatile. Technically, both were at par.
Yes very true. Manna Babu also sang excellent. Where did you get this information Anchor saab. that Manna babu could not bring the essence of the song. It is very urfortunate you denaming a great singer, Please do not dename the great singer like Manna babu to prove Rafi sahab mahan. Yes Rafi sahab also a great singer . But please do not dename Manna Babu without any authentic evedence, he is also a great great singer anchor ji
Comparing Rafi sahib with Manna Da ji is not justifiable. Both are great singers. I am sure, Rafi Sahib must be respecting Manna da and Manna da ji admiring Rafi sahib in their respective lifetimes.
साहिर लुधियानवी साहिब की ज़िन्दगी के बारे में जानने के लिए एक और किताब बहुत अच्छी है जो कि जनाब अक्षय मनवानी जी ने लिखी है ! इसका इंग्लिश में लिखा वरज़न तो मेरे पास मौजूद है लेकिन हिंदी में भी ये उपलब्ध है मुझे पता नहीं !
Aadaab sir, Na hote shayar aur kavi tab na hote o p nayyar aur Ravi aur na hote Mukesh aur Rafi aur unka koi duniya mey na hota name aur rutaba . Tanks.
Sahi baat hai shayariyan aur Kavi ki Bhumika sabse pahle Aati Hai Kyunki vah Agar geet na banaen to gane wala gayega kya kya aur bajane wala bajayega kya
Javed Naseem Sahib, I enjoy your videos a lot. As usual this video on Sahir is also very informative. I will just like to add a little clarification on the song, 'yeh zulf gar khul ke bikhar jai to achcha'. This is actually a ghazal whose qafia (rhythmic word) is 'bikhar' and radeef (repeating words) are 'jai to achcha'. Technically the maqta (fisrt two lines) is defective because it does not have a fael (verb) in it. So, the suggestion of adding a 'ho' would have made it technically correct. But Sahir, like the poets of his time, used some liberty from the qwaed (grammar) and wrote the poems in their own distinctive way. However, Rafi Sahib corrected this deficiency with his rendition of the word 'achcha' in a number of ways. Every time you hear it, it subliminally makes you comprehend as 'achcha ho''. That was the genius of Mohammad Rafi.
सलाम ! आदाब !🙏 ऐसा पुख्ता याद आ रहा है कि आपको गीतों की मालूमात से जुड़े किसी अन्य चैनल पर भी देखा है।🤔 खैर साहिर साहब रफी साहब व अन्य दूसरे फनकारों के बारे में आपकी तफसीली मालूमात बेहतरीन है। आपका अंदाज व आवाज हमेशा जेहन में तरोताजा बनी रहती है। आपने यहाँ हिन्दी सिनेमा के पुराने दौर के बारे में काफी कुछ कहा है और आप कहते / बताते आए हैं । मेरा कहना ये है कि वो सारे लोग इतनी बड़ी बड़ी लकीरें पत्थरों पर नफासत और करीने से तराश कर चले गए हैं कि उन जैसा 1 भी गीत अब कभी भी बनाया नहीं जा सकता.... जाने वो कैसे लोग थे जिनके प्यार को प्यार मिला.....☺️
Assalamualaikum jawaid Naseem Bhai apka program bahut achha lagta hai cine Maya Allah apko hmesha Khush rakhe assalamualaikum jawaid bhai bahut shukriya Allah hafiz
Sir hamara desh ek mahaan desh he aur hamare mulk mein her fields me ek se badhkar ek icon's ne janam liya he, hamara mulk Al Hind Hindustan ek mahaan mahadeep hai.
बहुत ही खूबसूरत। मन्ना डे साहब एक महान कलाकार थे। लेकिन expression के king तो रफी साहब ही थे। इसी लिए रफी साहब के गानों में एक अलग ही नशा है। शायद इसीलिए बर्मन दादा ने प्यासा का वह गाना रफी साहब से रिकार्ड करवाया। रफी साहब जैसा कोई न था न है न ही आयेगा।
Wo ek hi tha hai our rahegae amar Rafi sahab
Claasical songs may Manna Dey sahab ka koi muqabala nahi kar sakta tha, isliye mushkil gaane un se gavae jate the.
आपने सही कहा. स्व. रफी जी बहूतही सुंदर आवाज के गायक थे. हर एक गानेवालेका अपना अपना अंदाज और गलेका स्वाद (बेस) होता है. स्व. रफी जी के आवाज में एक अलग मिठास थी. जब स्व. किशोर कुमार का जिक्र करे तो उनका स्वर कांच जैसा (स्वच्छ) क्लिअर था और अट्रॅक्टिव्ह था. सिर्फ स्व. किशोर जी ही फिल्म अमर प्रेम के गीत गा सकते थे. हर एक पंछी का अलग स्वर होता है. स्व. पं. मेहदी हसन और स्व. कुंदनलाल सैगल दोनोंकी आवाज डिव्हाईन हैं.
मन्ना डे साहब जैसा कोई गायक नही है ....
फिल्म अनुभव के गीत मन्ना डे से बेहतर कौन गा सकता था?
उनका स्वर साफ सुथरा और जमीरतक पहुंचता था.
Sahir Ji ki Yaadon ko Parnaam Swar Samrat Mohammad Rafi Sahab ko Shat Shat Naman
Manna day bhi ek bahut bade gayak kalakar the.
रफी साहिब मन्ना डे जी की बहुत इज्जत करते थे। एक बार उन्होंने कहा था कि सब मेरे गीत सुनते हैं और मैं मन्ना डे के गीत। दोनों ही महान गायक थे।
क्या रफी साहब सच में ग्रेट थे
बिल्कुल ग्रेट थे कोई शक नहीं।@@meenagokhale8619
इस बात का जवाब तो देश की जनता पहले ही दे चुकी है।
We miss the greatest Jadoo gar of singers Rafi saheb
Great fan of you sir Rafi saheb
Anything sung by Rafi Saab is most welcome, because of the divine voice.❤❤❤❤❤
Md Rafi still remains a mystery and miracle in the world of music.
Yes. Established singers wonder how Rafi Sab could sing anything so effortlessly.
मैं आपकी हेडिंग पर ही कमेंट कर रहा हूं।के सी डे और मन्ना डे शास्त्रीय संगीत के अभ्यासी थे। मैं भी संगीत का विद्यार्थी हूं।बचपन से ही मन्ना डे जी के गले को अलग ही समझता था और मेरे कान खड़े हो जाते थे।रफी साहब के गाने भी मैं खूब सुनता और गाता भी था मुकेश जी के भी।पर सबसे पहले मन्ना डे साहब का देख कबीरा रोया का कौन आया मेरे मन के द्वारे सुन कर तो एक दम ही दिवाना हो गया। उनके गले का वजन और रफ़ी साहब के गले के वजन में कुदरती फर्क था। रफी साहब की गायकी में भाव प्रधानता है। गायक दोनों ही अच्छे हैं।
Bilkul sahi kaha aapne
रेडियो गप्पिस्तान हैं -हर बार नई गप्प सुनें
Mohd. Rafi's voice was perfect. And only God can be perfect. So he was an image of God. Parnam.
आप हमारे प्यारे रफी जी के चहिते है इसिलिये आपका अंदाजे बया भी बहुत प्यारा है. बिलकुल रफी साहिब जैसा.
दो महान गायकोंमें इस प्रकार छोटा बड़ा भेद करना ये दुर्भाग्यकी बात है।है किसीमें कोई न कोई विशेषता होती है।हम जब छोटा बड़ा सोचते है तो इसमें हमारे सोचका नीचापन प्रतीत होता है।
पुराने सभी कलाकार बहुत महीन थे अपने अपने क्षेत्र में ।
Good analysis. When Rafi sa'ab sings the line - 'jinhe naaz hai hind par woh kahaan hai...' he is virtually crying and takes you along with him. it is truly a goosebump-raising experience. Such an amazing gift, ufffff! And, Sahir saheb is a magical poet.
आप का बहुत बहुत धन्यवाद ऐसे ख़ूब सूरत विडीओ के लिए। रफ़ी जी तो खुद ईश्वर की आवाज़ थे। ऐसा गायक ना कभी हुआ ना कभी होगा।
Rafi sahab ko mera Salam Namashkar Sat Sat Naman Allah Hafiz hai Rafi sahab no.1singer hai ji wah wah wah Rafi Sahab ki aawaz God Gift hai ji
Aapko Mera salam ji
Jaldi bata
*Mohd.Rafi sahab was a gift from God to us.*
100% सच
Sahi baat taw ye ho shakti hai Sir ji ke Guru datt sahab ki aawaz Rafi Sahabka singinging voice ke saath co relate hoti hai-"Jinhe naaz hai Hind par woh kaha hai"...aise hi ek aur song hai film Saranga ka- jisme bhi music director Sardar Malik ne tin singers ki aawaz pahele record kari thi,Manna dey,Talat Mehmud aur Rafi ji,baad me dard bhara song me aawaz suit hoti thi Mukesh ji ki,selection hua aur Mukesh ji ne gaya-"Saranga teri yaad me,nain hue bechen...ho..ho..ho Saranga teri yaad me...lyrics & music name alag hai, aur info readings,ye geet recording ke baad Sardar Malik rone lage the,khushi ke aansu ubhar aaye the,thank u sir for yr nerretion of various song info,thanx & regards
Manna dey ko maine Live dekha hai ek baar aur Rafi saab ko doo bar.Bhai Live ka maja kuch aur hai.Ekbaar M.D. ne ek interview main bataya tha agar Rafi na hota too main ek number hota.Rafi saab jaisa na koi tha na koi hoga.Thanks bhai.
MashaAllah Both are Legends Sahir Ludhianvi Sb and Mohd Rafi Sb.❤
मन्ना डे और मोहम्मद रफी दोनो ही महान और ऊंचे मयार के गायक थे इसलिए दोनो की तुलना ठीक नहीं
Thanks for such information. Md Rafi,Sri Manna Dey J,Amar Music Director SD Burman J were Legend.
दो महीने बाद आज फिर से इस वीडियो को देखा है। बहुत सुंदर जानकारियां मिली हैं।
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
❤🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
God made one sun and one Mohd Rafi for our earth as we can't compare sunlight to any other light itis the same mohd Rafi can't be compared with any other singer
I fully agree with you
Javed Naseem Sahab,
Great Presentation. I regularly watch your presentations.
Sahir remains one of the greatest lyric poets of the world of all times. . In fact he was a philosophical lyricist.
His greatest writing was
" Mein Jindagi ka sath nibhata chala gaya ----"( Film Hum Dono )
Another was
" ----Jindagi chand sawalo ke siwa kuch bhi nahi --.( Film Vasana )
And what more is to be said about the greatest voice the world has seen - the Great Md Rafi.?
Whatever had to be said about him had been said. There will not be another Md Rafi in future and nor there was before him anyone like him.
I had the pleasure of meeting both Rafi Saheb and Sahir during my childhood and student life
आपके शीर्षक से ऐसा लग रहा है जैसे मन्ना डे सा कोई कमतर गायक थे रफी साहब से
जब
गाने की बात हो तो मन्ना डे super थे ही....
अगर कोई गाना उनकी जगह रफी से गवा दिया तो इसका अर्थ यह नहीं है कि वे कम काबिल थे ....
Saal hi muslim tavozzo ki..ye ganesha muslim oriented banda hi Muslim ki tareef karta hi..kishore da ki Beattie iska madad hi...zab ki kishore da aaz bhi no 1 hi
Dono bade gayak hain. Lekin gaane ka andaaz pakadne mein fark hota hai. Golden Era.. Golden Singers. ❤🇮🇳❤🙏
Good compilation of stories. Can throw some light on Kishore Da one of the greatest singers of Bollywood.
Thanks 🙏
Buhat hi achhi bate ki apne ji sir ji buhat hi achha laga ji rafi ji and S L ji ki baat sunkaar
Manna Dey sahab ji ka brabar classic gayak shayad koi paida nahin hua na hoga. Rafi sahab ko koti koti naman. Rafi sahab to Gyaki ki jaddogar the.
Manna ne khud bahot baar bola hai ke rafi saheb mujhse acche singer hai..... Aur rafi saheb manna dey ko sunte they... Dono me kitna pyar tha.. Yeh dekhne wali baat hai.. Love u both singer
Bahut khoob Javedm Nasee saheb...
उस समयके सभी गायक अपने-अपने अलग अंदाज से अपना अपना अलग स्थान रखते थे । किसी की किसीसे तुलना करना उन महान कलाकारों का अपमान होगा ।
कितने ऐसे गीत है जो मन्नादा ने अमर कर दिए हैं जो किसी अन्य गायकों की आवाज में हम कल्पना भी नहीं कर सकते ।
Jinehai naaj hai Hind ko woh aaj bhi hamare dilon main hain hujur. your great presentation. Thanks.
Jai ho Rafi Sahab wah wah wah
Sahir sahab k geeto ka koi jawab nahi tha ❤❤❤❤❤❤
धन्यवाद सिने माया_/जावेद नसीम>>>>
इस माहितीपटने सब सिने संगीत शौकीनोंकी
दिलकी आवाजकी खातीर कर डाली!.
卐ॐ卐
Ek arse ke baad ek khoobsoort aur mulaim aawaaz sunne ko mili hai.Shukria.
देखिए साहब रफी जी की क्या बात है लेकिन मन्ना दा जी भी कम जादूगर नहीं थे
हम इन दोनों में कोई तुलना नहीं कर सकते
Ek qalam ka Sahir,
Dusra aawaz ka Mahir,
Kahaan gaye wo fankaar.
Aise logon ki baten jitni baar bhi ki jaye, achcha lagta hai....uper se aap ka andaaz lajawab hai
Male or female rafi sahab was the best singer for ever✌
Not "was", Mohammad Rafi Saheb, "IS" the best singer, and will remain THE BEST. Puran Singh Ji, I love you so much, because you love my beloved, Rafi Sahen. Jai Hind.
क्या गज़ब का अंदाज़ है,आपका बेहतरीन तलफ़्फ़ुज़,उर्दू के शानदार लफ्ज़ों के साथ बेहतरीन अदायगी, शुक्रिया जनाब
Sahir Saab aur Rafi Saab ko mera koti koti naman ❤️ 🙏🙏🙏🙏🙏
उनकी शायरी का एक गीत जिसका एक शेर दिमाग़ को हिला कर रख देता है। फिल्म थी वक्त
मरने का सलीक़ा आते ही।
जीने का शऊर आ जाता है। मशहूर गाने का यह शेर अदब और ज़बान का शहपारा है।
महिला गायिका मैं लता जी और पुरुष गायक मैं रफ़ी साहब दुनिया मैं दोबारा नहीं आयेंगे 🙏🙏
Shakeel sahib aur rafi sahib par bhee prog dijiye thanks for thisfi
ان شاء الله! یہ دونوں جلدوں کو میں ضرور خریدنے کی کوشش کروں گا۔ بہترین معلومات فراہم کی ہے۔ شکریہ بھائی۔
God's own voice ❤️ the great Rafi sab jaisa koi door door tak nahi
महान शायर को हार्दिक प्रणाम दुनिया के महान जादूगर की जितनी भी तारीफ की जाए थोड़ी रहेगी
Rafi Voice is most beautiful mesmerizing and soothing Voice of this Century
मौ रफी साब कमाल के नेक इन्सान थे।उनके गाए हुए कई
गाने आज भी लोगों के दिलो दिमाग पर छाये हैं।लेकिन शायद मार्किट की जरूरत के मुताबिक उन्हें कई गाने एसे भी जाने पड़े जहां उनकी आवाज में एक लुच पन भी हावी दिखता है।मन्नादे एक ऑल टाईम जादूगर थे।जो किसी भी गाने में वो शाश्त्रीय अंदाज भर देते थे कि जिसका कोई भी गायक मुकाबला नही कर पाता था।दोनो ही ला जवाब थे और अमर हैं
मन्ना डे हर तरह का गाना गा सकते थे ,वो बहुत ही खास तरह कि जानकारी रखते थे उनको इल्म संगीत का बहुत था ,,,,ग ई गाने ऐसे पहले जिस सिंगर गवाया गया बाद वही गाना किसी और सिंगर गवाया गया और ज्यादा पसद किया गया,,लेकिन इससे ये नही कहा जा सकता पहला सिंगर कमजोर था या अच्छा नही गाया गया ,,क्योंकि दूसरी बार में थोड़ा बदलाव किया जाता है,स्पीड में या तकनीक पर ,,मन्ना डे जी को मौका ज्यादा दिया नही गया
ऐसा क्यों कहा कि मन्ना दा नहीं गा सके तो रफी साब ने गाया..
यह गलत तरीका है, किसी की तारीफ करने का, किसी को उठाने के लिए दूसरे को गिरा दो.. मन्ना डे हर गीत को उत्तम ही गाते थे.
बेशक रफी साहब बढ़िया थे, तो मन्ना डे, मुकेश और किशोर भी बहुत ऊंचे गायक थे. सब बढ़िया थे, न कम न ज्यादा, आवाज और अंदाज अलग अलग.
*The great personality Of Mohammad Rafi is above Bollywood and also above Dada Saheb Palke Award.*
*The voice of Mohammad Rafi is A School of Acting.*
Yadi Dada saheb Phalke nahi hote to ye film industry hi nahi hoti tab rafi bhi nahi hotaa.
@@UttamSingh-di5fv : bakwas, bakwas.
Millions, millions Dada Saheb Palke.
*But no one can become Mohammad Rafi.*
Unparalleled singer.Rafi sahab jaisa koi nahi
Rafi Sahib was a doyen; unparalleled; unmatched; a legend. He left us far too early.
Manna day was a classical singer nobody matched him
This is not fair to belittle Manna De in order to praise Rafi.
Thank you 😊 sir 🙏 for you kind information to learn...Shaheed sabh ji ke give Geeta..Maine nai Sunil... know illearn from you ... what he's his heatt touching song...with a sad voice off you sir thanks alot...
यही धून repeat की गयी बाद में
''सिमटी हुयी ये घडीया ''. फिल्म चंबळ की कसम
It is always a pleasure to listen to you. You have a treasure of precious knowledge. More success to you. Stay Healthy Javaid Sahab.
मखमली और मधुर सूरों के मालिक आवाज की संगीत की दुनिया के शहंशाह थे मोहम्मद रफी साहब बेमिसाल और इंसानियत का बेताज बादशाह थे रफी साहब ।
हर गायक का अन्दाज अलग होता है और किसी को भी दूसरे तुलना नहीं की जा सकती ।
काश हमारी उम्र रफी साहब को मिल जाती। क्या गए सुर सूने हो गए
CV nice Javed saab bahut hi Achhi malumaat ke liye shukria I am greatest fan of these Two resp legends Rafi sahib a nd Sahir saab Sahir saab was student of our govt college ludhiana
Sahir Ludhianvi was a philosopher.
Javed Saab masaalah apke juban ka kahil ho gaya hun, Rafi Saab aur Sahir Ludhwanjii ke chote chote vakiyat, hume aur sabhi log jo bollywood's geeton ka diwane hue jate hai, unko yaad karne aur yaad karte rahne ke liya aapka tahe dil se aapko Sukhria ada karta hun namaskar kabul kare.
Mujhe rafi sahab jee bahut pasand hai pr manna jee ko kamter jara sa bhi nahi maapna manna ji ko sampurna singer ka darza mila h or kisi bhi singer ko nahi mila 🙏🙏🙏
Sir, ur rendition is above the normal, and when you talk about the two stars they shine brighter.keep up the good work, mr. Javed.
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God gift aawaz hai Rafi Sahab ki aawaz me jaadu hai ji RAFI SAHAB ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
🌍🌄I like all presentations sir...very genuinely presented....Rafi saab was a farishta ,a paigambar...same goes for Jagjit Singh Saab and mehdi hasan saab💎💎💎💎💎💎💎🎹✨✨✨✨
Mohammed Rafi sahab is God of singing. Jai Hind 🙏
Mohommad Raffi was the legend in Indian music world.
Rafi saheb are exilent
Rafi sahab ko khuda ki gift voice thee😊mannada classical ke badashahat the😊 kuch geet only Rafee sahab no more😊
Thanks a lot Javedji for all those lovely inputs about the two great legends Rafi sahab and Sahirji
Manna sang that song with equal passion and did no less justice to the poetry. I suppose the two were recorded separately, as a film song and as a private record, respectively. Honestly, one can't rate them seperately.
रफी साहब की जीवनी पर कोई किताब हो तो बताइये या कोई फ़िल्म बनी हो तो लिंक भेजिये ❤️❤️
Mukesh is a Must....❤
Manna De sang equalily well.
Only difference in Rafi Sahab and Manna De Sahab's singing was voice modulation and expressions. Rafi Sahab was more versatile. Technically, both were at par.
Yes very true. Manna Babu also sang excellent. Where did you get this information Anchor saab. that Manna babu could not bring the essence of the song. It is very urfortunate you denaming a great singer, Please do not dename the great singer like Manna babu to prove Rafi sahab mahan. Yes Rafi sahab also a great singer . But please do not dename Manna Babu without any authentic evedence, he is also a great great singer anchor ji
Bahot khoob,kya baat hai Sahab.... Waaaàah
manna day manna day hain.......great singer❤
rafi sahab bhi great hain
dono.......calacical singer hai
Aaj aap n hamari khuwahish puri kar di shukriya bhaijaan ❤❤❤❤❤
Saahir saahab, kya aap jannat se massage kar rahe hai😂
@@ranjeetkour3238 nhi Bhai jawaid sahab ko pta hain 😅
Shahid jesi Mithi awaz ... 💞💞💞💞💞💞💞🌹🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🙏🙏🙏🙏🙏🙏God bless u always pls u Tube per apni video hmesha ke lye bnate rhe pls 333🌷🌹🌹🌹💞💞💞💞💞💞
Pyasa all rafi songs are multiple mood and excellent. No one like rafi till now
Aapke presentation ka andaaz bahut achcha hai.
aapki aawaz aue andazebayan bahut achcha.....
डाॅन ब्रैडमैन
और
रफी।
बहुत
लम्बे
अंतर से
सबसे
आगे।
बहुत बहुत
आगे।
🙏🙏🙏
This is an Excellent Presentation Jawab Nashim shb . Many thanks. Kolkata.
U are also so great having fruitful knowledge of such talented soul
Jawaid Bhai, I am proud of being your friend.
Great presentation Javed sahab
Gazzab prastuti diya hai aapne Janab
Mahan singer Rafi Sahab ko mera Aadab Salam Aadab Namashkar ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Naseem Saab thanks God bless you
Comparing Rafi sahib with Manna Da ji is not justifiable. Both are great singers. I am sure, Rafi Sahib must be respecting Manna da and Manna da ji admiring Rafi sahib in their respective lifetimes.
साहिर लुधियानवी साहिब की ज़िन्दगी के बारे में जानने के लिए एक और किताब बहुत अच्छी है जो कि जनाब अक्षय मनवानी जी ने लिखी है ! इसका इंग्लिश में लिखा वरज़न तो मेरे पास मौजूद है लेकिन हिंदी में भी ये उपलब्ध है मुझे पता नहीं !
Aadaab sir, Na hote shayar aur kavi tab na hote o p nayyar aur Ravi aur na hote Mukesh aur Rafi aur unka koi duniya mey na hota name aur rutaba . Tanks.
Sahi baat hai shayariyan aur Kavi ki Bhumika sabse pahle Aati Hai Kyunki vah Agar geet na banaen to gane wala gayega kya kya aur bajane wala bajayega kya
Javed Naseem Sahib, I enjoy your videos a lot. As usual this video on Sahir is also very informative. I will just like to add a little clarification on the song, 'yeh zulf gar khul ke bikhar jai to achcha'. This is actually a ghazal whose qafia (rhythmic word) is 'bikhar' and radeef (repeating words) are 'jai to achcha'. Technically the maqta (fisrt two lines) is defective because it does not have a fael (verb) in it. So, the suggestion of adding a 'ho' would have made it technically correct. But Sahir, like the poets of his time, used some liberty from the qwaed (grammar) and wrote the poems in their own distinctive way. However, Rafi Sahib corrected this deficiency with his rendition of the word 'achcha' in a number of ways. Every time you hear it, it subliminally makes you comprehend as 'achcha ho''. That was the genius of Mohammad Rafi.
सलाम ! आदाब !🙏
ऐसा पुख्ता याद आ रहा है कि आपको गीतों की मालूमात से जुड़े किसी अन्य चैनल पर भी देखा है।🤔
खैर
साहिर साहब रफी साहब व अन्य दूसरे फनकारों के बारे में आपकी तफसीली मालूमात बेहतरीन है।
आपका अंदाज व आवाज हमेशा जेहन में तरोताजा बनी रहती है।
आपने यहाँ हिन्दी सिनेमा के पुराने दौर के बारे में काफी कुछ कहा है और आप कहते / बताते आए हैं ।
मेरा कहना ये है कि वो सारे लोग इतनी बड़ी बड़ी लकीरें पत्थरों पर नफासत और करीने से तराश कर चले गए हैं कि उन जैसा 1 भी गीत अब कभी भी बनाया नहीं जा सकता....
जाने वो कैसे
लोग थे जिनके
प्यार को प्यार मिला.....☺️
Assalamualaikum jawaid Naseem Bhai apka program bahut achha lagta hai cine Maya Allah apko hmesha Khush rakhe assalamualaikum jawaid bhai bahut shukriya Allah hafiz
Sir hamara desh ek mahaan desh he aur hamare mulk mein her fields me ek se badhkar ek icon's ne janam liya he, hamara mulk Al Hind Hindustan ek mahaan mahadeep hai.