कार्य जनकल्याणकारी है ।विज्ञान के दुष्प्रभाव के कारण लोग इसे अंधविश्वास मानेंगे क्यों कि भारतीयों को वर्तमान शिक्षा पद्धति के द्वारा यही शिक्षा दी जा रही है ।स्वयं पर(सनातन भारतीय) अविश्वास ही इसका परिणाम है ।
विडयो बनानेवाले ने बहुत ही सराहनीय कार्य किया है,जनहित में जारी किया गया यह संदेश निश्चित रुपसे कृषक भाइयों को भूमिगत जल स्तर को खोजने में जरुर चमत्कारिक सहायता करेगा, हम उनके इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा करते है। और आशा करतें हैं उनके प्रयास भविष्य में भी अनवरत जारी रहेंगे।
चांवल धीरेधीरे खडी होते हुए टाईट होती है ,उसको एक ही स्थान पर खडे खडे किया जा सकता है ,पानी वैसे सभी जगह मिल ही जाती है कहीं कम तो कहींज्यादा कहीं गहराई में तो कहीं उपर में प्रक्रिति व वहां के धरातलीय स्थिति पर भी डिपेंन्ड करता है
ऐसा बार-बार लोहे की शरी को अंदर बाहर अंदर बाहर करने से चावल जम जाता है तो एक जगह खड़े खड़े हो सकता है क्योंकि चावल लोहे की शरी को पकड़ कर लेता है यह पानी का देखने का तरीका नहीं भाई साहब इस बहकावे में ना आए
मे घर पर बोरीग किया तो पानी ही नही निकला बलकी 50000रू का नूकशान हो गया नारियण छाटे का दो शरीया ये नया आया चावल भरा लोटा पानी अपनी अपनी किस्मत से मिलता है जय महादेव
भाई ये कोई सही तरीका नहीं है अन्य व्यक्तियों व उसके करने में फर्क है वह अन्य लोगों को चावल के पात्र को झल्काकर देता है वह खुद पहले दबाकर चावल भरता है और बाद में कुछ देर तक सुजे को सिद्धियों के बहाने चलाता है तब तक चावलों की पकड़ सुजे से हो जाती है यह एक जगह बैठ कर करने पर भी होता है पानी का इससे कोई लेना-देना नहीं है
इससे किसन भाई यो को कुछ भी फायदा नाही होगा हमे पाणी चाहिये हो तो हम्हे खुद को देखणा अना चाहिये अगर ये हम नाही कर सकते तो ये हमारे क्या काम का हमे जब बोरवेल कारणा हे तो पाहिले ये बंदे को धुंदना पडेगा तो तबटक बैठे रहे
सब मन का धन है ये सब भाग्य पर निर्भर करता है । हम भी एक पंडित जी को लेकर आये थे वो जमीन में पानी देखने के विशेषज्ञ कहलाते थे एक कुये में गिरने से उनका एक पैर कट गया था मैंने इसी काम मे अपना एक पैर खो दिया पानी नही निकला तो अपनी जायजात आपको लिख दूंगा ऐसी बड़ी बड़ी बातें अपने हाथ से भोजन बनाना दूसरे के हाथ के भोजन नही लेते थे वगैरहा वगैरहा ओर 200 फुट तक धूल उड़ती रही एक बूंद पानी नही निकला फिर बोल्डर आ गये मशीन वाले ने मना कर दिया ।
अरे भाई सुवा जब चावल में खौपा जाता हैं बार बार तो उसके अंदर कि हवा निकाल दी जाती हैं..जब उसके अंदर से हवा खतम हो जाती है तो सुवा चावल में फंस जाता हैं..तो सुवे के साथ लोटा उठाया जाता हैं.भाई साईंन्स हैं यह... हमने बहुत बार किया है यह प्रयोग...ऋ
अगर तुम एक दिन अपने खेत में दो बोर कराओ है और पहले बोर में पानी नहीं निकला यानी को वो बोर पूरा सूखा निकलता है । ओर जब दूसरा बोर करते है उसमे पानी निकल आता है। तो क्या एक ही दिन में तुम्हारा नसीब बदल गया (में, गुजरात )
चलो मान लेता यदि पॉइंट पर ही लोटा लटका रहता है लेकिन ए तो सभी जगह कौन सी खुशी में लटका रहता है वैज्ञानिक है तो धरती में कोई नहीं देख पाया वैज्ञानिक भी फेल हो जाते हैं
मेरा अनुभव है. कोई विधी के बीणाही एक सच्चा ईन्सांन आगर जीभ क्षेत्र मे पाणी ओर बोर मारे तो पाणी लग शकता है. मैने खेत ओर घर मे ईश्वर का नाम लेकर बोर मारे है. दोन्ही जगणे मुझे 40 फुट ओर घर मे 100 फुट पे भरपुर पाणी लगा है. जो मेरे खेत मे 40 साल ओर घर मे 16 साल से चल रहा है.
प्रगति की ध्यान तो तब होती है कि दूसरे का हाथ से भी होता हैउसी आदमी के हाथ से ही क्यों होता है तो हम यह सोचते हैं कि क्या कहीं तांत्रिक विद्या भी हो सकती है दूसरे का हादसे भी होना चाहिए अगर दूसरे का हाथ से नहीं हो रहा है तो फिर यह तांत्रिक विद्या
आधुनिक मशीन द्वारा भूजल सर्वेक्षण काराये ओर बोरवेल में सफलता पाए, अंधविश्वास में न पड़े, ये ट्रिक हमे अच्छे से मालूम है यूट्यूब पर नर्मदा ग्राउंड वाटर चेकिंग सिस्टम के वीडियो देखें ज्यादा जानकारी के लिए
जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जय जयगुरूदेव अनामी महा प्रभु की दया क्रपा से आप आम चौपरा के भैया ईस सिद्दी से बोर की गहराई कितनी रहती यह कितने किसानो को होगी जयगुरूदेव
चाकु से हम पहले स्कुल में ऐसा खेलेते थे । सुजे (सुऐ) से नहीं किया था । एकबार हम भी आजमाएंगे । यह तरीका ।यह कोई दैवीय शक्ति नहीं है क्या है की बार बार सुजे को चावल भले लोटे में ठोकेंगे तब चावल ठोस हो जाता है तब लोटा में वह फंस जाता है और लोटा उपर उठ जाता है ।
किसी भी लोटे में रिचा बल भरकर धीरे-धीरे लोहे को मुझे नीचे किया जाएगा तो निश्चित ही वह लोहा उठा लेगा क्योंकि उस चावल के बीच में गैस नहीं रह जाता यह वैज्ञानिक तथ्य
Iska logic ye he jis tarah jameen me fase PVC pipe ko nikalne k liye usme ek lohe ki rod dalte he fir usme chhote chhote kankad bhar dete he jis se rod pipe me fas jati he
ये कुछ नहीं है केवल मुर्ख बनाना है लोटे में जो चावल है सुजा को बार बार निचे उपर करने पर चावल खिसक खिसक कर टाइट हो जाता है तथा सुजे को बाहर नहीं निकलने देता है आप भी कर सकते हैं घर में बैठ कर देखिए लोटा नही गिरेगा
क्या होता है कि जिनका ब्लड ओ पॉजिटिव रहता है तो उनके हाथ में लोटे में पानी हो गया हाथ में लकड़ी हो गई ता में कीचड़ हो गया हाथ में नारियल हो गया ए चीजें हाथ से नहीं रुकती हैं
कार्य जनकल्याणकारी है ।विज्ञान के दुष्प्रभाव के कारण लोग इसे अंधविश्वास मानेंगे क्यों कि
भारतीयों को वर्तमान शिक्षा पद्धति के द्वारा यही शिक्षा दी जा रही है ।स्वयं पर(सनातन भारतीय)
अविश्वास ही इसका परिणाम है ।
आप गलतफहमी में विरुद्ध दिशा में जा रहे हैं, इसका सनातन धर्म से कुछ लेना देना नही हैं।
भाव कल्याणकारी हैं परंतु प्रक्रिया से दिशाभूल की जा रही हैं.....
मैंने अपने घर पर ऐसा कई बार किया है, कृपया अंधविश्वास फैलाकर लोगों को गुमराह न करें, धन्यवाद।
Sach h brother bahut logo ko dekha h maine
आपकी बात सही है!
Chutiye aese bor mepani mil jata to log lachorupe ke niche nahi aate kae bardecha he
બધું ખોટું છે
चावल जब पूरी तरीके से एक दूसरे मे जाम होता है तब जा के सुआ फँसता है इस लिए तो दोनो लोगो से जल्दी ले लिए ताकि जाम ना हो दूसरे के हाथ से लेकर हिला दिये
Ye bat Shi h
Shi kha
Sahi pkde ha 👍
आप सच कहा है
Right asha hi he
विडयो बनानेवाले ने बहुत ही सराहनीय कार्य किया है,जनहित में जारी किया गया यह संदेश निश्चित रुपसे कृषक भाइयों को भूमिगत जल स्तर को खोजने में जरुर चमत्कारिक सहायता करेगा,
हम उनके इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा करते है।
और आशा करतें हैं उनके प्रयास भविष्य में भी अनवरत जारी रहेंगे।
Thanks 🙏
Dhanywad🙏
@@rishiyadav59 mo
@@rishiyadav59 at St
ऐसा टेस्ट हमारे जमीन में भी करके बोर को 3 या 5 एच पी का पम्प चला कर दिखाते तो अच्छा रहता जी
भाई ये क्रिया एक जगह पर बैठ के काही भी करे तो वाह लोटा उपर उठेग ये सायन्स का हिस्सा है नाकी पाणी तालाशने का तरिका
Bhot khoob... Is trick ke lye 👍👍👍
Hi
समझ से परे, अद्भुत अविश्वसनीय अकल्पनीय।
चांवल धीरेधीरे खडी होते हुए टाईट होती है ,उसको एक ही स्थान पर खडे खडे किया जा सकता है ,पानी वैसे सभी जगह मिल ही जाती है कहीं कम तो कहींज्यादा कहीं गहराई में तो कहीं उपर में प्रक्रिति व वहां के धरातलीय स्थिति पर भी डिपेंन्ड करता है
shi pakdey he
A sahi javab he me bhi ahi batana chahta tha karke dikhaunga
सही
ऐसा बार-बार लोहे की शरी को अंदर बाहर अंदर बाहर करने से चावल जम जाता है तो एक जगह खड़े खड़े हो सकता है क्योंकि चावल लोहे की शरी को पकड़ कर लेता है यह पानी का देखने का तरीका नहीं भाई साहब इस बहकावे में ना आए
मे घर पर बोरीग किया तो पानी ही नही निकला बलकी 50000रू का नूकशान हो गया नारियण छाटे का दो शरीया ये नया आया चावल भरा लोटा पानी अपनी अपनी किस्मत से मिलता है जय महादेव
Bhai aap kis area se hai
Sahi hai
भाई ये कोई सही तरीका नहीं है अन्य व्यक्तियों व उसके करने में फर्क है वह अन्य लोगों को चावल के पात्र को झल्काकर देता है वह खुद पहले दबाकर चावल भरता है और बाद में कुछ देर तक सुजे को सिद्धियों के बहाने चलाता है तब तक चावलों की पकड़ सुजे से हो जाती है यह एक जगह बैठ कर करने पर भी होता है पानी का इससे कोई लेना-देना नहीं है
भाई आपकी बात 100% सही है।
इससे किसन भाई यो को कुछ भी फायदा नाही होगा हमे पाणी चाहिये हो तो हम्हे खुद को देखणा अना चाहिये अगर ये हम नाही कर सकते तो ये हमारे क्या काम का हमे जब बोरवेल कारणा हे तो पाहिले ये बंदे को धुंदना पडेगा तो तबटक बैठे रहे
Ji Bhai aapki bat bilkul 100% sahi hai. Ye dhogi log logo me bhram andhvishvas phailane me mahir hai.
Aaj kal Ground water detector machine aa gaya hai bhai jo ekdam sahi sahi bata deta hai
Ki
सब मन का धन है ये सब भाग्य पर निर्भर करता है । हम भी एक पंडित जी को लेकर आये थे वो जमीन में पानी देखने के विशेषज्ञ कहलाते थे एक कुये में गिरने से उनका एक पैर कट गया था मैंने इसी काम मे अपना एक पैर खो दिया पानी नही निकला तो अपनी जायजात आपको लिख दूंगा ऐसी बड़ी बड़ी बातें अपने हाथ से भोजन बनाना दूसरे के हाथ के भोजन नही लेते थे वगैरहा वगैरहा ओर 200 फुट तक धूल उड़ती रही एक बूंद पानी नही निकला फिर बोल्डर आ गये मशीन वाले ने मना कर दिया ।
अरे भाई सुवा जब चावल में खौपा जाता हैं बार बार तो उसके अंदर कि हवा निकाल दी जाती हैं..जब उसके अंदर से हवा खतम हो जाती है तो सुवा चावल में फंस जाता हैं..तो सुवे के साथ लोटा उठाया जाता हैं.भाई साईंन्स हैं यह... हमने बहुत बार किया है यह प्रयोग...ऋ
Asha kuchh nahi aap continue es trah krte raho ak limit time bad asha guarteed hoga ye koe jadu ya sidhi Nani h
Friction k krn
शुद्ध चूतिया बनाने का काम है। अगर ऐसा है तो सबसे अहम बात ये है कि पॉइंट से हटने के बाद लोटा क्यों नही गिरता।
बराबर है ।जादा घर्षण के बाद ही सुजा फस जाता है
Very good information 🤗👍
भाई कोई विश्वास मत करना आप इसी तरह के लोटे में चावल लेकर आप करोगे यह चावलों का स्वभाव है यह विज्ञान का लॉजिक है कोई भी इस तरीके से पानी ना देखें
This is fact..even,stick and coconut is used to confirm the ground water for digging well/borewell
भाई लोगो पानी जमिनमें नहीं होता ,नशीब में होता है.
अगर तुम एक दिन अपने खेत में दो बोर कराओ है और पहले बोर में पानी नहीं निकला यानी को वो बोर पूरा सूखा निकलता है ।
ओर जब दूसरा बोर करते है उसमे पानी निकल आता है। तो क्या एक ही दिन में तुम्हारा नसीब बदल गया
(में, गुजरात )
हम भी आजमायेंगे अपने खेत में ।
चलो मान लिया ,लेकिन प्वाइंट से हटने के बाद लोटा किस खुशी में लटका हुआ है
आपकी बात एक दम सही है
चलो मान लेता यदि पॉइंट पर ही लोटा लटका रहता है लेकिन ए तो सभी जगह कौन सी खुशी में लटका रहता है वैज्ञानिक है तो धरती में कोई नहीं देख पाया वैज्ञानिक भी फेल हो जाते हैं
Pani ki khusi me😅
सही बात है आपकी
Verry nice video s
Badiya 👌
क्या उस ईसथान पर पान निकला जहां पर सुआ लोटै के चावल में अटक गया
अरे भाई आंखों के सामने चावल को टाइट करेगा तो कोई भी चीज फसेगी
किसी भी धातु के बर्तन में एक ही जगह बैठे बैठे हो जायेगा
कोई भी करलो
मेरा अनुभव है. कोई विधी के बीणाही एक सच्चा ईन्सांन आगर जीभ क्षेत्र मे पाणी ओर बोर मारे तो पाणी लग शकता है. मैने खेत ओर घर मे ईश्वर का नाम लेकर बोर मारे है.
दोन्ही जगणे मुझे 40 फुट ओर घर मे 100 फुट पे भरपुर पाणी लगा है. जो मेरे खेत मे 40 साल ओर घर मे 16 साल से चल रहा है.
प्रगति की ध्यान तो तब होती है कि दूसरे का हाथ से भी होता हैउसी आदमी के हाथ से ही क्यों होता है तो हम यह सोचते हैं कि क्या कहीं तांत्रिक विद्या भी हो सकती है दूसरे का हादसे भी होना चाहिए अगर दूसरे का हाथ से नहीं हो रहा है तो फिर यह तांत्रिक विद्या
Ek tantrum Vidya hai
Shi kha bhai ye tantrika vidhya h
Very good technich
ऐसे होते संत तो काहे को फिरते अंत सही है तो आपकी पूजा होगी राम राम जी
आधुनिक मशीन द्वारा भूजल सर्वेक्षण काराये ओर बोरवेल में सफलता पाए, अंधविश्वास में न पड़े, ये ट्रिक हमे अच्छे से मालूम है
यूट्यूब पर नर्मदा ग्राउंड वाटर चेकिंग सिस्टम के वीडियो देखें ज्यादा जानकारी के लिए
Please share your contact number
बार बार सूजा मारने से चावल धसता जाता है और अंदर चावल शैट होजाता है कि सूजा को चावल पकड लेता है।
chawal set hone ke bad last me sue v chawl kr beech VACCUME ban jata hai
जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जयगुरूदेव जय जयगुरूदेव अनामी महा प्रभु की दया क्रपा से आप आम चौपरा के भैया ईस सिद्दी से बोर की गहराई कितनी रहती यह कितने किसानो को होगी जयगुरूदेव
लोटे मे सूजा बार बार डालने से चावल टाइट होते है जिस के कारण सूजा चावल मे फस जाता है
घनता का सिद्धांत काम करता है
Right
બહુ સરસ કાશીરામભાઈનુ બ્લડ ગુરુ પ શુ છે.
एक दम झुंठ मैंने 700 फीट सुखे बोरवेल में ऐसे 20 मीनट तक कीया तो लौठा उठ गया ऐसा पतले चाकू को भी चावल भर के ऊपर नीचे करोगे तो भी लोठा ऊपर उठेगा
Rishi bhai bhai aisha lota ak aor bhi hota hai jo chawal ko khechta hai aor wo lota antik hota hai
पहले उसी जगह किये तो नही हुआ और बाद मे जिस जगह हुआ वाह से दूर होने पर गिरा क्यो नही
Tulsi ka paudha jad & mitti k saath le kar niklo.jis jagah par pani hoga vaha tulshi k patte khade ho zaaega jo aksar zuk ke rahte hai.
Bhai Iska simpale logic h k chawal k ispace ko pura karne se chumbaktav banta ye har koi kar skta h
Is ko Koji bhi Kar sakta h jiska bilad gurup b pojetib ho
Sir सुजा का मतलब....? लोहे का सूआ जिससे बोरी आदि सिलते हैं...?
Ye point par boring ka video dala tab mane aap ki baat sahi hai ya galt hai
घर के अंदर बैठकर किसीं भी जगहपर ऐसा बार बार करने से
लोटे की अंदर की हवा झिरो हो जाती हे तब ऐसा होता हे,😊😊😊😊😊
Apka jawab hame pasand aaya👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍
100%right hai apka jabab
जाब पानी कि जगह पर लोटे उठ गये तो पानी की जगहे से हटे तो गिरा नही करण बातये
Right fake hai ye
Ara yar bhi es tamba ka lota ma dhyansey deko barik ched ani OHL hi jo suja us hol phasa dana par lota atka rhata hi
जब दूसरे आदमी ने लोटा पकडा तो हिला के दिया
क्यो बेवकूफ बनाते हैं
वाकई में अद्भुत है हो सके तो काशीराम जी का मोबाइल नंबर बताने की कृपा करें
M.n dedo bhsi
जब पानी की जगह आने से पहले लोटा नहीं उठा तो बाद में चारो तरफ घूमने पर कैसे उठा रहा
राईट
Right
राहुल्यदाव
Kasiram yadav ji ka mobail no milegs kisi ke pass
कु कि उदार पे पहले हि फत्तर रख दिया था उसके बाद पैर् हटा या था आगर ये फेक होता तो उन लोगो को पानी कु नहीं लगा बातो
चाकु से हम पहले स्कुल में ऐसा खेलेते थे । सुजे (सुऐ) से नहीं किया था । एकबार हम भी आजमाएंगे । यह तरीका ।यह कोई दैवीय शक्ति नहीं है क्या है की बार बार सुजे को चावल भले लोटे में ठोकेंगे तब चावल ठोस हो जाता है तब लोटा में वह फंस जाता है और लोटा उपर उठ जाता है ।
किसी भी लोटे में रिचा बल भरकर धीरे-धीरे लोहे को मुझे नीचे किया जाएगा तो निश्चित ही वह लोहा उठा लेगा क्योंकि उस चावल के बीच में गैस नहीं रह जाता यह वैज्ञानिक तथ्य
बकवास है?
Andhbhakt bnane m tum jese padhe likhe swarthi logo ka pura sahyog rahta h jo apne fayde k liye esa karte h
Kil ko bar bar karny sy lotey ka chwl taaet hony lagata hy egting hy
Very nice.
Sir Jab Rice se bhare lote ke andar Sooje ko uper niche karte hai to rice sooje par pakad bna leta hai
May be
देश के उच्च स्तरीय सम्मान से सम्मानित किया जाएगा,,,
Iska logic ye he jis tarah jameen me fase PVC pipe ko nikalne k liye usme ek lohe ki rod dalte he fir usme chhote chhote kankad bhar dete he jis se rod pipe me fas jati he
ये कुछ नहीं है केवल मुर्ख बनाना है लोटे में जो चावल है सुजा को बार बार निचे उपर करने पर चावल खिसक खिसक कर टाइट हो जाता है तथा सुजे को बाहर नहीं निकलने देता है आप भी कर सकते हैं घर में बैठ कर देखिए लोटा नही गिरेगा
Naresh.mali.barmer
Good
भारत सरकार का खनिज मंत्रालय आपको तलाश कर रहा है।😊😊😊😊😊😊
😂😂😂
Chutiya21वी सदी चल रही हैं बेवकूफ की कमी नहीं है।
Continuous lohe ki Kil se chawal ko thansne ki wajah se chawal compact ho gaya aur oos lohe ki Kil ko pakad liya.
अपनी हर पोस्ट को ईमानदारी से डालो ।
Bahut khoob
मेरे पड़ोसी ने ऐसा ही किया था उसके चारों बोर सूखे निकल गए
मुझे लगता है इस लौटे में छेद होगा जो कि हमको दिखाई नहीं दे रहा
@@baburamkushvaha9005 vacuum create hone se essa hota hai. V.k.jain Bhind m.p.
इस बाबा को पकड़ो
आप घर पर बैठ कर भी यदि ये करोगोगे 2-3 मिनट लगातार तो ये हो जाता है
ये एक वीज्ञान है
रॉड तो मोटी होती है में ये चाकू से कर सकता हु
ये सिर्फ विज्ञान का एक भाग है और कुछ नही
नसीब कि बात हैं
Physics me pda th. Ye jadattwa aaghurn ka niyam hai.
Chawal Suja jyada der dalege to chawal kas Kate hi
अद्भुत है
ऐसा वीडियो क्यों डालते हो यादव जी जो अंधविश्वास को बढ़ावा देता है।
Super excited
50000 हजार ईनाम देगे पानी मिलने पर
क्या सभी के साथ होगा सरजी या इसका मंत्र है बताएंगे
प्रभु अवतार लो धरती संकट में है
वा भाई वा
अगर वास्तव मे उस जगह पर पानी है तो बतायी गई विधी किसी से भी कराये सफल होनी चाहिए क्या आदमी चेज होने से पानी नही मिलेगा ऐ उचित नही लगता ।
पागल बनाना छोड़ दो बनाने का काम छोड़ो भाई पानी और पुत्र नसीब में होते हैं
Thank u show to us your water source neither need to digital technology nor engineer
ये मेरे खेतों में पानी निकाल कर बताये सही मे निकाल दिया तो 50000₹ दिये नहीं निकला तो 100000₹ इन से लिए जाने हैं 4 इन्ची हो पानी
apna no. do.
खेत मे पानी होगा तभी तो निकलेगा
इन व्यक्ती का ब्लड ग्रूप ओ होगा ...इसलीये यह संभव है...O+ blood group वाले व्यकती में magnetic current ज्यादा ग्रहण कर सकते हैं
Jab bar bar chawl me andar bahar karte rahege
to chawl tait ho jata hai tabhi lota
Samet upar aayega.
बिल्कुल सही कहा आपने चावल के दानों में बार बार पुस करने से होता है
Konsa chabal
लोटे में हल्का सा छेद है सुजा अंदर डालते हुए अंदर तक जाता है जब चावल बाहर निकाल कर लौटा खाली हो तब आराम से देखना अंदर हल्का सा 6 दिखाई देगा
You are right bro
Sir ji ho sakta hai sija lote ke pinde main ghus gaya ho
Esa nhi hota h,,,,ydi hota h to me deta hu pesa aao gudamalani barmer mere yha tubewell karna h
Pooran dhurwey
Check karne ka kya charg lete hai bhai hame aapki jarurat hai.
अंधविश्वास से उपर उठो विज्ञान को समझो । इस दुनिया में अपने आप कोयी भी वस्तु हिलती नही हैं ,अपने आप कुछ भी नहीं हो सकता और नाही होता है ।
यह कैसे मालूम पड़ेगी कितनी फुट पर है पानी
यह अंध विश्वास है चावल के दाने में ज्यादा घर्षण से ऐसी स्थिति पैदा होती हैं
बार-बार सूरज लोटे में लगाने से एयर निकल जाता है फिर बाद में चार चीजें टाइट हो जाता है
Kya ye magnetic field generate hone ki wajah se hua
Aur socho thoda..
चावल में सरिया अपने आप पस्ता है इसका पानी होने या नहीं होने का कोई संबंध नहीं
भाव लोगों ये चावल और लोहे के बीच घर्षण होने से लोहे और चावल पर विपरित आवेश डिवेलप हो जाने की वज़ह से हुआ है और कुछ नहीं सीधा साइंस है
Bahut achcha
यह बकवास है हमने आज से 7 साल पहले घर पर भी लोटे में ऐसे किया था ज्यादा देर तक करेंगे तो लौटा अपने आप ठहर जाएगा उस किले के नीचे
आपकी बात बिल्कुल सही है क्योंकि मैं भी अपने गांव के लोगों को इसी प्रकार बेवकूफ बनाता हूं
क्या होता है कि जिनका ब्लड ओ पॉजिटिव रहता है तो उनके हाथ में लोटे में पानी हो गया हाथ में लकड़ी हो गई ता में कीचड़ हो गया हाथ में नारियल हो गया ए चीजें हाथ से नहीं रुकती हैं
चावल बार बार अंदर दबाने पर एक मूवमेंट ऐसा आता है की सुजा (लोहे की कील ) को लॉक कर लेता है 😎😎😎
Yah bataen ki yah kallu ke naam per chalta hai yah dusre naam per bhi chalega
इनका एड्रेस पता कांटेक्ट कीजिए यह भारत भूमि है महान साधु संतों की
Nice
Very nice trick
In continuation of my comments, about two months back, this trick can be done more easily and perfectly, if a long knife is used, instead of a ,suja,
I'll Lo l ll"
Kese ho Bhai ji
Amazing😁
Very nice
ये कोई सिद्धी नही है भाई हमारे दादी ने बचपन मे हमे सिखाया था ये विज्ञान है आप अपने घर पर करे तो भी ये चलेगा
Hut
Ye trik me 2 class padhte samay science exhibition me kiya tha .
Abhi mera beta 1 class me padh raha he.
So is true?
नीचे छोटा छेद होगा जो धारदार लोहा उसमे पॅक होता होगा
तांबे के लोटे के बीचो बीच एक छोटा सा खेद है जिसमें सोया फस जाता और लोटा ऊपर उठ जाता है चावल से कोई ताल्लुक नहीं है यह विधि कोई दूसरा करे तो मालूम पड़े
Trick batana chahiye tha copper hi kyon,suwa hi kyon aakhir Yadav name k beykti me hi kyon?