रामचन्द्र जी गोयल साहब माता सरस्वती की सन्तान ही है जिनके कण्ठ में माता सरस्वती स्वयं विराजमान है, प्रस्तूत रचना आत्मसाक्षात्कार की और खींचे ले जाती है,लगता है वे सन्त स्वयं ही प्रस्तूति गायन साक्षात कर रहे हैं,राजा मानसिंह जी और गोयल साहब को कोटि-कोटि नमन
हें मेरे नाथ में आपकों कभी भुलु नहीं ऐसा बार-बार पुकारते रहे, सांवरा थारी माया रो पायों नहीं पार भेद नहीं जानयो रे दयालु दीनानाथ, नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे।।
aap Bhajan sab se alokik hai ram ram 🎉🎉🎉🎉❤
🎉❤ श्री रामचंद्र जी गोयल साहब को प्रणाम
Hare ram hare ram vaah
रामचंद्र जी गोयल, जोधपुर ही नही बल्कि देश की अमूल्य धरोहर है। जिसने भी सुना, भक्ति के समंदर में आकंठ डूब गये।
रामचन्द्र जी गोयल साहब माता सरस्वती की सन्तान ही है जिनके कण्ठ में माता सरस्वती स्वयं विराजमान है, प्रस्तूत रचना आत्मसाक्षात्कार की और खींचे ले जाती है,लगता है वे सन्त स्वयं ही प्रस्तूति गायन साक्षात कर रहे हैं,राजा मानसिंह जी और गोयल साहब को कोटि-कोटि नमन
Ram ram sa sat sahib guruji --wah sa
हें मेरे नाथ में आपकों कभी भुलु नहीं ऐसा बार-बार पुकारते रहे, सांवरा थारी माया रो पायों नहीं पार भेद नहीं जानयो रे दयालु दीनानाथ, नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे।।
बहुत सुन्दर👍🙏
🙏🙏🙏
इसभजन का उत्तर बताओ यह बहूत गहरा ज्ञान है कृपा करके उत्तर बताओ