मुझे मेरे पापा ने सबसे पहले इनकी कविता सुनाई थी और तब से मैं इनका प्रशंसक रहा हूं। मैं खुद नागौर से हूं, और अभी दिल्ली में मेरे हॉस्टल में रात को 4 बजे ये सुनके हमारी संस्कृति, हमारी विरासत पर इतना नाज़ हो रहा है❤️ जय जय राजस्थान ❤️
प्रभु सबको ऐसा सुरिला कंठ बक्शे पहली बार ही सुन के मंत्रमुग्ध हो गया मैं तो सच कहुं तो सरस्वती इनकी जुवां पर नाचती थी काव्य शैली तो अद्भुत है ही इनकी मैं इनके चरणों मे शीश झुकाता हुं दिल से मैं भी कवि बनना चाहता हुं मगर इनके जैसा बनना सपना रहेगा हमारा दिल से सलाम है भगवान इनकी आत्मा को शांत रखे ओर हम पर इनका आशिर्वाद रहे
माँ नागाणाराय माँ करणी कि क्रपा आप पर हमैशा बनी रहै आप हमै ऐसै हि विर पुरूसौ कि याद दिलातै रहै ऊनकै पथँ राह पर चलनै कि राह दिखातै रहै जय माता जी की हूकम
अति सुंदर कविता आपने जो दिल की गहराइयों से और भाषा के यह भाखड़ा सब्बल बाटे खुशहाली का नया उजाला भारत की पावन धरती पर अपना राजस्थान निराला मरुधर म्हारो देश निराला
सादर प्रणाम करते हैं कविवर जी को। बहुत ही शानदार और सरल भाषा में मायड़ भाषा में लिखी कविता जिनका बखान करे उतना ही कम है। खास तो मारवाड़ी(राजस्थानी) भाषा जो कि शब्द रचना इतने सरल शब्दावली में लिखी रचना हर कोई आसानी से समझ सके वैसी। ऐसी ही सरल भाषा में भूतपूर्व कविराज लक्ष्मीदत्त बारठ जी की रचना ए होती थी। एकदम सरल शब्द ,और मधुर रचनाएं। वैसी ही यह प्रस्तुति है। आभार,,,,,,बहुत सुंदर।
Bahut hi sundar...Kitri sundar baat ne poye ne kavita kari hai...I think his work has not achieved what it is capable of...Heart touching...Sikhaldi is one of his best work...
Kavi Kandan ji ne naman.E ri rachnavan amol hai sa.Kavi to ganai viya pan baki sarlta,sahajta,apnayat, e kavikavan me mile,ba bejod hai.inro yogdan aanwali pidi ne roj marg dikgavti resi.
वाह चारण कान दान जी कल्पित आपकी आवाज़ में माँ सरस्वती जी का वरदान हैं
मुझे मेरे पापा ने सबसे पहले इनकी कविता सुनाई थी और तब से मैं इनका प्रशंसक रहा हूं। मैं खुद नागौर से हूं, और अभी दिल्ली में मेरे हॉस्टल में रात को 4 बजे ये सुनके हमारी संस्कृति, हमारी विरासत पर इतना नाज़ हो रहा है❤️ जय जय राजस्थान ❤️
Ram Ram sa
राजस्थानी भाषा के महान कवि कानदान जी को कोटि-कोटि नमन ,🙏🙏👌👌👌
मां वारी बेटा खातीर पुरसोयडी थालीया रहगी हथलेव महंदी लागुडी और के हाथ चढगी वाह कानदान अमर रहीजो
All time great Kavi kandan klpit कोटि कोटि नमन 🙏
म्हारा मिठोड़ा मरुधरदेश रा " मोती " कविराज कानदानजी ने शत शत नमन 🙇
अद्भुत। कानदान सा जैसा ना कोई हुआ है और न ही कोई होगा।।।।कोटि कोटि प्रणाम ।😓🙏🙏
वारे वाह गढवी साहब वाह ,छोटे से गांव झोरड़ा का नाम भी रोशन कर गये ।। विआर शिवभक्त
कविराज नमन।। कोकिल कंठ ,शब्दो की वो गहराई।।।। ढूंढ रहा हु।।
नमन। कानदान जी।
दिल की गहराईयों से जुड़े मेरे प्रिय कवि
राजस्थान का कोहिनूर कवि कानदान जी कोटि-कोटि प्रणाम
❤हे नाथ।हे मेरे नाथ। मैं आपको भूलूं नहीं।❤❤ परम् श्रद्धेय स्वामी जी श्री रामसुखदास जी महाराज, ऋषिकेश, गीता भवन नम्बर 3
धन्य हो कवि जी। बहुत ही कुछ इस कविता में
और आपकी सब कविता बार-बार सुनने का मन होता है। धन्य हो कवि जी।
Sat sat naman kavi Raj ko. Aise kavi yon ki badolat sanskriti jivit hai.
कविवर शत् शत् नमन: ...!
प्रभु सबको ऐसा सुरिला कंठ बक्शे
पहली बार ही सुन के मंत्रमुग्ध हो गया मैं तो
सच कहुं तो सरस्वती इनकी जुवां पर नाचती थी
काव्य शैली तो अद्भुत है ही इनकी
मैं इनके चरणों मे शीश झुकाता हुं दिल से
मैं भी कवि बनना चाहता हुं
मगर इनके जैसा बनना सपना रहेगा हमारा
दिल से सलाम है भगवान इनकी आत्मा को शांत रखे ओर हम पर इनका आशिर्वाद रहे
माायड़ भाषा के महान कविवर कानदान जी कल्पित को सादर नमन...रचना में मर्म इतना है कि बार बार सुनने का मन करता है...
Kavi kandan kalpit ki boography
Ha
Sat sat naman kaviraj
कविराजसा को शत शत नमन क्या मिठी वाणी मरुधर मान सरस्वती उपासक अनमोल रत्न
माँ नागाणाराय माँ करणी कि क्रपा आप पर हमैशा बनी रहै आप हमै ऐसै हि विर पुरूसौ कि याद दिलातै रहै ऊनकै पथँ राह पर चलनै कि राह दिखातै रहै जय माता जी की हूकम
बचपन से सुनता आ रहा हूं,बहुत ही प्यारी इनकी आवाज और शब्दों का तो कहना ही क्या ,नमन है ऐसे कविवर को
बहुत सुन्दर भाव पूर्ण गीत,आप महान कवि के साथ मुझे भी सम्मेलन में भाग लेने का सौभाग्य मिला था।बहुत ही मधुर ,महान गीतकार को शत शत नमन जी ।🙏🌷💥👏
अति सुंदर कविता आपने जो दिल की गहराइयों से और भाषा के यह भाखड़ा सब्बल बाटे खुशहाली का नया उजाला भारत की पावन धरती पर अपना राजस्थान निराला मरुधर म्हारो देश निराला
सादर प्रणाम करते हैं कविवर जी को।
बहुत ही शानदार और सरल भाषा में
मायड़ भाषा में लिखी कविता जिनका
बखान करे उतना ही कम है।
खास तो मारवाड़ी(राजस्थानी)
भाषा जो कि शब्द रचना इतने सरल
शब्दावली में लिखी रचना हर कोई
आसानी से समझ सके वैसी।
ऐसी ही सरल भाषा में
भूतपूर्व कविराज लक्ष्मीदत्त बारठ जी की
रचना ए होती थी। एकदम सरल
शब्द ,और मधुर रचनाएं। वैसी ही
यह प्रस्तुति है।
आभार,,,,,,बहुत सुंदर।
Thanks
मैंने कहीं बार देशनोक में सुना था लेकिन अब उनके बिना सब सुना
स्व.श्री कानदान जी कल्पित को कोटि कोटि नमन आप मर कर भी अमर हैं
Love you sir....heart touching voice....miss you
@@jkanandjournalist7791
.
राजस्थानी भाषा री शान ही निराली है
अकल्पनीय काव्य। कानदान जी को कोटिशः नमन।
शब्दों अर कोकिल स्वर के शेर कानदान जी को कोटिशः नमन आप अमर हैं
Charan samaj ke gourav kandan ji kalpit sab jai ho
मेरे आदर्श कवि काश ईश्वर मुझे भी मीठे शब्द और वाणी का माधुर्य देता
Devkaran Meghwanshi चदन
अमर कविराज आदरणीय श्री कानदान जी कल्पित के चरणो में कोटि: कोटि: नमन
कानदान जी वाकई में राजस्थानी और संस्कृति के महान कवि थे ।
वाह वाह राजस्थान रतन वाह
पियूर देशी भाषा मे पहली राजस्थानी कविता हैं
भारत माता के वीर सपूत को शत शत नमन ।। जय हिंद ।।
वाह कविराज
Rajasthni sanskriti ke sirmor ..kavi kandan ji kalpit ko sat sat naman. Aapke sabdo or aapki vani ko sallam
kandan ji was a great poet not only in rajasthan but in india
वाह बावजी वाह क्या बात है आनंद
मारवाड़ रा कवि जी न नमन
बहुत ही बड़ीया ओजस्वी सबदहै।
Aap ne sader parnam wah kandan ji ⚔️🐯🙏🙏🙏🚩🚩
बचपन में इनकी कविता सुनने के लिए कवि सम्मेलन में रात भर बैठे रहते। एक महान कवि थे
Bahut hi sundar...Kitri sundar baat ne poye ne kavita kari hai...I think his work has not achieved what it is capable of...Heart touching...Sikhaldi is one of his best work...
मरूधर रा शिरमोर कवि ने शत शत नमन
वाह वाह आदरणीय कानजी
अति उत्तम
Vah kan dan ji vah
कानदानजी मरुधर रा मोती आप जड़ा है जो मरुधर में रमगीया कठ होदा अड़ी बोली अब कठ नमन करो आपको
X ft
@@nandlalsonifaujikifamily7120
।यह एक ऐसा
अनमोल...... 🙏🙏
राजस्थानी भाषा के श्रेष्ठ कवि
Naman late sh. Kan ji sa ko charanachar good story p.s ashiya balau
Really amazing person, we are proud of you
Hi
मरुधर देश गांव झोरडा के महान कवि हृदय को सादर वन्दे।जय श्री राम जय श्रीकृष्ण, नथुराम साँखला, राठौडी कुआ, नागौर शहर,
राम जी राम सा
Kandanji bhut mithi vani 👌🏻
मेरे प्रिय कवि री अंवळू घणी आवै ।
मैं रामाराम थोरी दुधू बाड़मेर इस कवि रो कायल हूँ 🌺🌺🌺
अनमोल रत्न राजस्थान का
वाह! कवि नीं महाकवि हा कानदान जी 😊 😂👌🙏
Vabuta ram ji ko jante ho ap?
मे भी इनका कायल हू
Mahan kavi kandan ji ko sat sat naman 🙏🙏🙏🙏
वाह! कानदान जी तो कानदान जी इज हा बावजी! सुरीली कोयल जैहङी आवाज 🔉 रा कविराज कानदान जी! 😊 😂👌🙏
🙏 kavi saab ko Jai karni mata ki sa.awaaj Mithi.
Ati sundar panktiyan 😊🙏
बहुत जोरदार कानदान जी की रचना और स्वर
Ruparam Leek
सुपर
कानदानजी तो बस कानदानजी थे, एक बार पास बैठ कर मुझे जागरण सुनने का झोरडे में सोभाज्ञ मिला था। ऐसे महान कवी को नमन
Surendrasingh Rathore वाह 😊 👌
Shree kaviraj Kan dan ji ko sadar naman 🙏
आ चारणों री झलक है
Wah wah kya bat h
Namn kavi kandan ji ko
कवि कानदान को नमन 😥😥🙏🙏🙏
Aap aaj bhi kavy rachana keep troop mei Amar he sadar naman.
हे भगवान मुझे भी कवि जैसी आवाज दी होती तो,,,,,,
MOHAN JAT राम राम सा
Kavi kandan ji n hamesha rajasthaniyo ko motivate kiya h
कानदान जी को कोटी कोटी नमन् राजस्थान के पद्मश्री पुरस्कार से कम नहीं थे
kavi kandaan....god gifted talent
wa Kya baat h beautiful
Aap ki mahanata aap ki ojasavi vani aur aapko ek rajput Kansas sadar paranam
Bahut badhiya hukum
आम की शानदार प्रस्तुति
बहुत अच्छा भजन, मेरे पापा इसे रोज चलाने को बोलते है| काश इस तरह के भजन और भी होते|
Naman h aese kvi ko
Nice
अति सुन्दर
Maa sarswati kai Lal apko prnam marudhra kee or sai dhanya ho ,(maa)bhartee apnai asai vani putar payai
वाहा ईण मिठी राग घणा जोर रा गाओ
मरुधर मारवाड़ रा कवि कानदान
सरस्वती माँ का आशीर्वाद
नमन श्री कानदान जी
Kavi Kandan ji ne naman.E ri rachnavan amol hai sa.Kavi to ganai viya pan baki sarlta,sahajta,apnayat, e kavikavan me mile,ba bejod hai.inro yogdan aanwali pidi ne roj marg dikgavti resi.
Amar kavi ri Amar kavita. Amar rahe
💐St st st kaviraj kandan ji💐
Wah very nice 👌
राजस्थान के कोहिनूर कवि कानदान जी को शत शत नमन
Vah kaviraj
कवि kandaan जी को सादर नमन
bahut bahut badhai
Vaha kavi raj sat sat namn
थाणे तो कंठे सरस्वती हैं
nyc voice
Waah lajwab
जे जे राजस्थान
Dinesh Joshi वाह वाह वाह 😊 🙏
वाह बहुत बढ़िया 👍👍
मेजर शैतानसिह भाटी को नमन्
कवि कानदान जी नमन्
koti koti naman
वाह वाह वाह वाह क्या बात है