Namaskar guruji Mai 2,3 maheene se Subha Utah ne ki kosis kar rha hu pr Utah hi nhi pata raat ko der se sota hu padhaai ke Karan kya jaruri hai sarir ko 6 ghante ki nind ya 3,4 ghante hi paryapt Hain
,I'm a student , 2nd year and preparing for exam Smo has done black magic over me.. I listen sounds from everywhere almost include almira,fan,walls I see ghosts I see insects everywhere and on my body .. insects like spiders centepedes fly mosq..so on I get sticked to anything I see and feel insects in food and in my mouth Anger,joy,sexual,sleep,fear, etc work automatically like smo is doing forcefully I feel hot energy inside me can hot any part of body Shit urine and other body functions are not working .. normally .. shit comes after many days(when i go for shit it is like will come but after smtime it stops like the bad energy preventing it…it is continued…. I listen sound of ghost (as my neighbours, because they definitely have done this) and other they provoke me to do that like kill your family, harm that guy, don't do that with creating feeling of fear,anger … some how i could control myself Whenever i go for study the negative energy prevents me make me sleep, unconscious … insects on my body I'm a student and I'm preparing for exams … I need help.... I'm a student a learner sscientistsauravv@gmail.com
आचार्यजी मै आपसे पौराणिक कहनिया जो हमारा इतिहास है.उनमे जिक्र मिलता है की देवोके शस्त्र,सिद्धिया उन को मनुष्य हासिल कर के वह और ताकतवर और धर्म के के नाश और धर्म की रक्षा हेतू करते थे.इसी कारण से पृथ्वीलोक मे धर्म और अधर्म का नाश और राज होता था. आज के समय की बात भी यही है की धर्म के पतन के मुख्य वजह भी यही है की मानविय घातक अस्त्र शस्त्र धन अधर्मीयोंके पास है और धर्म हर दिन समय कमजोर और असहाय होता जा रहा है.धर्म से लोगोंका भरोसा उठता जा रहा है.जरुर यह कल्युग है मगर आज भी हम वह शस्त्र अस्त्र सिद्धीया प्राप्त करके हम स्वयं इस धर्म की रक्षा कर सक्ते है जियकी वजह से हमेशा इस धर्म की रक्षा हमने की हुई है. आचार्यजी आपने बहोत ग्रंथ और किताबे पढ़ चुके हो और आपको इस विषय मे जो शस्त्र अस्त्र और सिद्धिया का जिक्र हमारे ऐतिहासिक किताब ग्रंथोमे लिखा हुआ है उन्को धर्म रक्षा के लिये हमे तत्काल प्राप्त करना होन्गा इस कारन मै आपसे सहयता चाहता हू मै अपना जिवन मोक्ष मे लगाने के अलावा धर्म रक्षा और धर्म के स्थापना हेतू लगाना चाहता हू और मुझे यह मार्ग ही नजर आता है कृपया आप मेरी सहयता करे या इस विषय मे मार्गदर्शन करे.और डिटेल दे देता मगर यह उस डिटेल का शॉर्ट नोट है.मै आशा करता हू आप इस विषय मे जरुर मार्ग दर्शन करेंगे मै आपके उत्तर का इंतजार करुन्गा.पूज्य आचार्य जी आपको कोटि कोटि प्रणाम.जय श्री राम.
डर जब तक नहीं हटेगा जब तक उस डरे हुए इंसान से प्यार रहेगा । बोलो राघव बा हम का न भावे । : फिकर ही नही करेंगे, ध्यान ही नही देंगे वो जो कुछ भी कर रहा है हम कुछ और करेंगे । पड़ा रहे।
जो सुख है ब्रह्मचर्य में, वो सुख नहीं है, दुनिया के झमेले में । --------------------------------- रीढ़ की हड्डी टूट जाती, बुढ़ापा आने से पहले . कमर की पसलिया कहती रे मूरख कामी लाठी पकड़ ले नहीं तो गिर जायेगा खूद के गड्ढ़े में ।. ------------------------------------------- सज्जन, संत जीवन मुस्कुराकर जीता है दुर्जन कामी दिनभर रोता रहता है ।। जय श्री सीताराम ।।
यूं ही नहीं हो तुम किसी के लिए हो तुम , स्व - उद्देश्य हो तुम, स्व - प्रयोजन हो तुम , अगर तुम किसी उद्देश्य के लिए हो तो उद्देश्य तुमसे बड़ा है क्योंकि तुम्हारी हस्ती उसी के लिए है 🙏🙏🙏
चरणस्पर्श गुरुवर, हमारी भूख तब मिटेगी जब आपके संगति, ज्ञान, मार्गदर्शन मे हम जिसे कहा और लिखा यानी व्यक्त नहीं किया जा सकता, उस अव्यक्त को पढना जान जायें। ।
तुम एक वेदना हो, एक पुकार हो । है कुछ जिसके खातिर तुम्हारी तड़प है । इस को याद करो उसका नाम लो और बाकी सब नामों को पीछे रखो । यूं हीं नहीं हो तुम, किसी के लिये हो । वह तुमसे बड़ा है तुम में नहीं समायेगा । तुम आपने चेतना को बैराटय दो । ~ आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏🙏
प्रकाश से आशय हुआ वस्तु , वस्तु से आशय हुआ संसार और संसार से आशय हुआ संसारी और संसारी से आशय हुआ चेतना , तुम्हारी चेतना में नहीं है सत्य लेकिन सत्य की होने से तुम्हारी चेतनाय 🙏🙏🙏
सबसे बड़ी साधना है खुदकी न सुनना। एकदम सही बात आचार्य जी।🙏 जो कुछ भी हम कर रहे हैं वो सब कृष्ण या फिर ऋषियों के अधीन होना चाहिए। हम इतने समझदार नहीं होते की सही निर्णय खुद ले सकें।🙏
ब्रह्मचर्य है तो जिन्दगी है, अन्यथा जिन्दगी दुःखों का जड़ है । अगर जिन्दगी मौत है तो हाँ मुझे मौत से लड़ना मंजुर है । मौत तो आती वीरों का जिन्दगी में एक बार है । लेकिन कायर तो सबदिन मरते क्षण-क्षण कई बार है । ------------------------------------------------------------------- ब्रह्मचर्य है तो जिन्दगी है, अन्यथा जिन्दगी दुःखों का जड़ है ।।1।। ------------------------------------------------------------- भौतिक पुरूष धन-दौलत, ऐश्वर्य, शोहरत के लिए । दिन-रात मानव जीवन यूँ पिशाच की तरह बिताते है । जैसे कि वो मानव होके दानव वंश के नृप हो। मानव अब ब्रह्मचर्य समझने को तैयार नहीं । ब्रह्मचर्य है तो जिन्दगी है, अन्यथा जिन्दगी दुःखों का जड़ है ।।2।। ---------------------------------------------------------- ब्रह्मचर्य कोई सांसारिक उपलब्धि, कोई ख्याति कोई शोहरत नहीं । यह नहीं कोई झूठी ऐश्वर्य और नाहीं ये सांसारिक क्षणिक आनंद है । --------------------------------------------------------- ये तो परमशान्ति, महाव्रत, परमात्मा से मिलन का परम साधन है । ऋषि-मुनियों की जप का साधन है, योगियों का परम बल है । ब्रह्मचर्य है तो जिन्दगी है, अन्यथा जिन्दगी दुःखों का जड़ है ।।3।। ----------------------------------------------------------------------------- सच में जिन्दगी दुःखों का जड़ है, लेकिन भोगी इसके संग है । ब्रह्मचर्य के प्रताप से योगी परम सुखों के संग है, लेकिन भोगी इससे कहीं दूर है । ----------------------------------------------------------------------------------- सच बात है दुनिया वालों जरा सुनो तुम कान खोल के कोई नहीं तेरे संग है। ब्रह्मचर्य महाव्रत के फल ही तेरे संग है, अन्यथा सारी दुनिया दुःखों का जड़ है । ब्रह्मचर्य है तो जिन्दगी है, अन्यथा जिन्दगी दुःखों का जड़ है ।।4।। कवि विकास कुमार 17:21 29/06/2020
बहुत सुंदर प्रवचन आचर्य जी की हर इक वीडियो बहुत ही अच्छी होती हैं बहुत ही शांति मिलती आपकी हर वीडिओस से बहुत बहुत धन्यवाद आचार्य जी हर छोटी बड़ी बात को इतने आच्छे से समझाने के लिए !
40:00-42:20 👍 overall अवर्णिय.....मैं तो बस इतना ही कह सकता हूँ जब किसी को ये समझना हो कि मैं कोन हुं, ये दुनिया क्या है, और वो ... जिसकी तड़प जिन्दगी मे किसी ना किसी पल जरूर होगी, वो...कहाँ मिलेगा, वो बस आपको सुन ले.. ?
When I started listening to you,it feels like I can see the things clearly and also the bad intentions hidden behind their good behaviour.,also it helps me to heal and move on.Somtimes I thought that everything I was feeling right and that were my true emotions but I was so emotional fool that I could not see my own thoughts and desires clearly.And represent myself as a victim,So I'm very thankful to you for giving us these clear vision of life and wrong patterns of mind.
आपने पार्थिव हस्ति के प्रति एक बैराग्य का भाव होना चाहिये ।और तुम में जो बृत्ति है आपने पार्थिवता से ही लिप्त रहने की उसके प्रति थोड़ी घृणा होनी चाहिये । 🙏🙏🙏🙏🙏
परम सुख मिलेगा ब्रह्मचर्य पालन से कुछ नहीं रखा है गंदे ख्यालतों में ।।1।। ------------------------------------- अब तक जो करते आये हो गंदे काम सब छूट जायेंगे तेरे ब्रह्मचर्य पालन करने से ।।2।। --------------------------------------- दो राहों पर कभी एक साथ नहीं चला करो मेरे दोस्त कब तक अंदर की आवाज को दबाओ मेरे दोस्त ।।3।। ------------------------------------------------- अप्राकृतिक मैथुन सबको बर्बाद करती, लेकिन अंदर बैठा वह आत्मा सबको सही राह दिखाती ।।4।। ----------------------------------------------------------- तु अंदर की आवाज को दबाता जाता और मन की बहकावे में बहकता जाता ।।5।। ------------------------------------------ तु इंसान है, खुद पर नियंत्रण लगा सकता है तु ब्रह्मचर्य का पालन करके मन को जीत सकता है ।।6।। ------------------------------------------------------------ अपनी जिन्दगी सबके अपने हाथ में है चाहो तो खूद को संभाल लो, नहीं तो माया का बिगड़ना काम है ।।7।। ----------------------------------------- सबसे पहले खूद को सुनो, उसके बाद हरि भक्तों को, अप्राप्त वस्तु को प्राप्त करना, यहीं ब्रह्मचारी का काम है ।।8 ----------------------------------------------------- अगर इस दुनिया में कुछ असंभव होता तो सारी सृष्टि में कोई ब्रह्मचारी ना होता ।।9।। ---------------------------------------- मंथनहब, क्रेजी फिलोसर, अग्नि देव आर्य, आचार्य प्रशान्त, पंडित रामकिंकर उपाध्याय, राजीव दीक्षित, और बहुत सारे जिसे हम अभी तक नहीं जानते, जैसे महान यूट्यूबर चैनल क्रियेटर देश की शान है । इन्हें सुनो और अपनी मानव जीवन सँवारो ।। यही बताना दास विकास का काम है ।।10।। राम भक्त विकास कुमार
अपने आप को भाना बंद करो , अपनी पार्थिव हस्ती के प्रति वैराग्य का भाव होना चाहिए और तुम में जो वृत्ति है अपनी पार्थिवता से ही लिप्त रहेनी की उसके प्रति तुम में जरा सी घृणा भी होनी चाहिए ⚡🙏🙏🙏🙏
पहला अंधविश्वास है अपने पर भरोसा करना , आत्मविश्वास से बड़ा धोखा दूसरा नहीं क्योंकि जो आदमी बाहर की किसी चीज़ पर अंधविश्वास कर रहा है उसे अपनी विश्वास पे बड़ा आत्मविश्वास है ।
Pranam Acharya ji 🙏❤️❤️🙏 Ego and maya both keep us in bondage and cause of birth. Restless ness is for free dom. Struggle is continuous and your guidance is big help ❤️❤️🙏🙏
Acharya Ji, Pranaam. Presently our country is going through a tough phase and people are loosing faith in elected Govt. and the we as the people are also not fulfilling our duties. Family members, friends and many more are leaving us and a great shock and insecurity has developed in our minds. I had been listening to you regularly but sometimes feel how to overcome this situation. Pl margdarshan karen. Regards
Acharya ji Namaskar I am listening a beautiful topic like light(Prakash), material, sansar and sansari wcich stimulates Chetna. The illusion about self confidence is a lesson. Example of hungry beggars with an Artist or else is also a similar lesson.
संस्था से संपर्क हेतु इस फॉर्म को भरें: acharyaprashant.org/enquiry?formid=209
उपनिषद और जीवन पर ऑनलाइन कोर्स: solutions.acharyaprashant.org
Namaskar guruji
Mai 2,3 maheene se Subha Utah ne ki kosis kar rha hu pr Utah hi nhi pata raat ko der se sota hu padhaai ke Karan kya jaruri hai sarir ko 6 ghante ki nind ya 3,4 ghante hi paryapt Hain
,I'm a student , 2nd year and preparing for exam
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I listen sounds from everywhere almost include almira,fan,walls
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I see insects everywhere and on my body .. insects like spiders centepedes fly mosq..so on
I get sticked to anything
I see and feel insects in food and in my mouth
Anger,joy,sexual,sleep,fear, etc work automatically like smo is doing forcefully
I feel hot energy inside me can hot any part of body
Shit urine and other body functions are not working .. normally .. shit comes after many days(when i go for shit it is like will come but after smtime it stops like the bad energy preventing it…it is continued….
I listen sound of ghost (as my neighbours, because they definitely have done this) and other they provoke me to do that like kill your family, harm that guy, don't do that with creating feeling of fear,anger … some how i could control myself
Whenever i go for study the negative energy prevents me make me sleep, unconscious … insects on my body
I'm a student and I'm preparing for exams …
I need help.... I'm a student a learner
sscientistsauravv@gmail.com
आचार्यजी मै आपसे पौराणिक कहनिया जो हमारा इतिहास है.उनमे जिक्र मिलता है की देवोके शस्त्र,सिद्धिया उन को मनुष्य हासिल कर के वह और ताकतवर और धर्म के के नाश और धर्म की रक्षा हेतू करते थे.इसी कारण से पृथ्वीलोक मे धर्म और अधर्म का नाश और राज होता था.
आज के समय की बात भी यही है की धर्म के पतन के मुख्य वजह भी यही है की मानविय घातक अस्त्र शस्त्र धन अधर्मीयोंके पास है और धर्म हर दिन समय कमजोर और असहाय होता जा रहा है.धर्म से लोगोंका भरोसा उठता जा रहा है.जरुर यह कल्युग है मगर आज भी हम वह शस्त्र अस्त्र सिद्धीया प्राप्त करके हम स्वयं इस धर्म की रक्षा कर सक्ते है जियकी वजह से हमेशा इस धर्म की रक्षा हमने की हुई है.
आचार्यजी आपने बहोत ग्रंथ और किताबे पढ़ चुके हो और आपको इस विषय मे जो शस्त्र अस्त्र और सिद्धिया का जिक्र हमारे ऐतिहासिक किताब ग्रंथोमे लिखा हुआ है उन्को धर्म रक्षा के लिये हमे तत्काल प्राप्त करना होन्गा इस कारन मै आपसे सहयता चाहता हू मै अपना जिवन मोक्ष मे लगाने के अलावा धर्म रक्षा और धर्म के स्थापना हेतू लगाना चाहता हू और मुझे यह मार्ग ही नजर आता है कृपया आप मेरी सहयता करे या इस विषय मे मार्गदर्शन करे.और डिटेल दे देता मगर यह उस डिटेल का शॉर्ट नोट है.मै आशा करता हू आप इस विषय मे जरुर मार्ग दर्शन करेंगे मै आपके उत्तर का इंतजार करुन्गा.पूज्य आचार्य जी आपको कोटि कोटि प्रणाम.जय श्री राम.
Hum bohot lucky Hain ki ye sab hume free me dekhne ko mil Raha hai.... acharyaji me aapki humesha thankful rahungi mujhe kuch sikhane ke liye
सबसे बड़ी साधना व अनुशासन है अपनी न सुनना 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻👏🏻👏🏻प्रणाम आचार्य जी बहुत बहुत धन्यवाद।
मन की भूख को मिटाने के लिए त्याग करना पड़ेगा ,अनावश्यक चीजों को छोड़ना पड़ेगा ।🙏🙏
Sahi kaha
अपने पार्थिव हस्ती के प्रति वैराग्य का भाव होना चाहिए।❤❤❤🙏🏾🙏🏾
डर जब तक नहीं हटेगा जब तक उस डरे हुए इंसान से प्यार रहेगा । बोलो राघव बा हम का न भावे ।
: फिकर ही नही करेंगे, ध्यान ही नही देंगे वो जो कुछ भी कर रहा है हम कुछ और करेंगे । पड़ा रहे।
जो सुख है ब्रह्मचर्य में,
वो सुख नहीं है,
दुनिया के झमेले में ।
---------------------------------
रीढ़ की हड्डी टूट जाती,
बुढ़ापा आने से पहले .
कमर की पसलिया कहती
रे मूरख कामी लाठी पकड़ ले
नहीं तो गिर जायेगा खूद के गड्ढ़े में ।.
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सज्जन, संत जीवन मुस्कुराकर जीता है
दुर्जन कामी दिनभर रोता रहता है ।।
जय श्री सीताराम ।।
यूं ही नहीं हो तुम किसी के लिए हो तुम , स्व - उद्देश्य हो तुम, स्व - प्रयोजन हो तुम , अगर तुम किसी उद्देश्य के लिए हो तो उद्देश्य तुमसे बड़ा है क्योंकि तुम्हारी हस्ती उसी के लिए है 🙏🙏🙏
तुम्हारा काम है छोटे को विराट होने का मौका देना या तुम्हारा काम है कि छोटे के छुटपन का ही उत्सव मनाना ।
जो तड़प रहा है उसके दीवाने मत हो जाओ जो तड़प रहा है उसका नाम मैं है उस पर क्या इतना भरोसा करते हो , जिसके लिए वो तड़प रहा है उसके दीवाने हो जाओ ♥️🙏🙏🙏
Pranan acharyaji🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
किसी अनाबस्यक् संबंध त्यागने का सही मतलब है जो तुमने उसके साथ स्वार्थ रखा हुआ है वो स्वार्थ की व्यर्थता जान लो और वो स्वार्थ छोड़ दो।
~आचार्य जी
🙏🙏🙏🙏
अहंकार आत्मा के ऊपर पड़ा हुआ आवरण है
व्यक्ति को नही त्यागना होता है। व्यक्ति से संबधित स्वार्थ त्यागना होता है।
बहुत बहुत अमूल्य यह video हैं।जिसको समझ आ गया उसका जीवन बदल जाएगा।धन्यवाद आचार्य जी।🙏🙏🙏🙏🙏🙏
अपने लिए नहीं हो तुम क्योंकि अपने लिए यदि तुम होते तो तुम्हें तो तुम प्राप्त हि हो ,तुम संतुष्ट होते अब तक बिल्कुल AP🙏🙏🙏
चरणस्पर्श गुरुवर,
हमारी भूख तब मिटेगी जब आपके संगति, ज्ञान, मार्गदर्शन मे हम जिसे कहा और लिखा यानी व्यक्त नहीं किया जा सकता, उस अव्यक्त को पढना जान जायें। ।
जीवन की शुरुआत आसान है। जीवन मुक्ति बहुत मुश्किल है।
Pranam Aacharya ji aapka Har EK Shabd Achcha hai
आपकी बातें आईना दिखाती।
जिसे हम देखना ही नहीं चाहते।
धन्यवाद आईना दिखाने के लिए।
प्रणाम आचार्य जी 🙏
अति सूक्ष्म ज्ञान जो सत्य को प्रकाशित कर रहा गुरु जी द्वारा कबीर दास जी के दोहों का स्पष्ट वर्णन
pranam Guruvar !
आप जैसे हो आप वहाँ पहुँच नहीं पाओगे ।
लेकिन आप जैसे हो आपका उदगम वहीं से है ।
इस तरह से वह दूर है और निकट भी ।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
यह मुल्यवान ज्ञान हम तक लाने के लिये सभी स्वयंसेवकों को मैं आंतरिक धन्यवाद देती हूँ ।
🙏🙏🙏🙏
तुम एक वेदना हो, एक पुकार हो । है कुछ जिसके खातिर तुम्हारी तड़प है । इस को याद करो उसका नाम लो और बाकी सब नामों को पीछे रखो । यूं हीं नहीं हो तुम, किसी के लिये हो । वह तुमसे बड़ा है तुम में नहीं समायेगा । तुम आपने चेतना को बैराटय दो ।
~ आचार्य जी
🙏🙏🙏🙏🙏
प्रकाश से आशय हुआ वस्तु , वस्तु से आशय हुआ संसार और संसार से आशय हुआ संसारी और संसारी से आशय हुआ चेतना , तुम्हारी चेतना में नहीं है सत्य लेकिन सत्य की होने से तुम्हारी चेतनाय 🙏🙏🙏
Pranam Acharya ji 🌹🙏🙏🙏🌹
सबसे बड़ी साधना है खुदकी न सुनना। एकदम सही बात आचार्य जी।🙏 जो कुछ भी हम कर रहे हैं वो सब कृष्ण या फिर ऋषियों के अधीन होना चाहिए। हम इतने समझदार नहीं होते की सही निर्णय खुद ले सकें।🙏
Subh ki achi suruaat acharya g ki video ke saath 🙏
ब्रह्मचर्य है तो जिन्दगी है,
अन्यथा जिन्दगी दुःखों का जड़ है ।
अगर जिन्दगी मौत है
तो हाँ मुझे मौत से लड़ना मंजुर है ।
मौत तो आती वीरों का जिन्दगी में एक बार है ।
लेकिन कायर तो सबदिन मरते क्षण-क्षण कई बार है ।
-------------------------------------------------------------------
ब्रह्मचर्य है तो जिन्दगी है,
अन्यथा जिन्दगी दुःखों का जड़ है ।।1।।
-------------------------------------------------------------
भौतिक पुरूष धन-दौलत, ऐश्वर्य, शोहरत के लिए ।
दिन-रात मानव जीवन यूँ पिशाच की तरह बिताते है ।
जैसे कि वो मानव होके दानव वंश के नृप हो।
मानव अब ब्रह्मचर्य समझने को तैयार नहीं ।
ब्रह्मचर्य है तो जिन्दगी है,
अन्यथा जिन्दगी दुःखों का जड़ है ।।2।।
----------------------------------------------------------
ब्रह्मचर्य कोई सांसारिक उपलब्धि,
कोई ख्याति कोई शोहरत नहीं ।
यह नहीं कोई झूठी ऐश्वर्य
और नाहीं ये सांसारिक क्षणिक आनंद है ।
---------------------------------------------------------
ये तो परमशान्ति, महाव्रत, परमात्मा से मिलन का परम साधन है ।
ऋषि-मुनियों की जप का साधन है, योगियों का परम बल है ।
ब्रह्मचर्य है तो जिन्दगी है, अन्यथा जिन्दगी दुःखों का जड़ है ।।3।।
-----------------------------------------------------------------------------
सच में जिन्दगी दुःखों का जड़ है,
लेकिन भोगी इसके संग है ।
ब्रह्मचर्य के प्रताप से योगी परम सुखों के संग है,
लेकिन भोगी इससे कहीं दूर है ।
-----------------------------------------------------------------------------------
सच बात है दुनिया वालों
जरा सुनो तुम कान खोल के कोई नहीं तेरे संग है।
ब्रह्मचर्य महाव्रत के फल ही तेरे संग है,
अन्यथा सारी दुनिया दुःखों का जड़ है ।
ब्रह्मचर्य है तो जिन्दगी है,
अन्यथा जिन्दगी दुःखों का जड़ है ।।4।।
कवि विकास कुमार 17:21 29/06/2020
Stay blessed sirjee,
Akad aur pakad sahi Bola aapne....
बहुत सुंदर प्रवचन आचर्य जी की हर इक वीडियो बहुत ही अच्छी होती हैं बहुत ही शांति मिलती आपकी हर वीडिओस से बहुत बहुत धन्यवाद आचार्य जी हर छोटी बड़ी बात को इतने आच्छे से समझाने के लिए !
बधाई आचार्य जी 5M जुड़े।🙏🙏
Guru ji pranam 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Pranam Acharyaji
Special thanks Naman acharya Shree
Naman Acharya ji koti koti pranam. ........
40:00-42:20 👍 overall अवर्णिय.....मैं तो बस इतना ही कह सकता हूँ जब किसी को ये समझना हो कि मैं कोन हुं, ये दुनिया क्या है, और वो ... जिसकी तड़प जिन्दगी मे किसी ना किसी पल जरूर होगी, वो...कहाँ मिलेगा, वो बस आपको सुन ले.. ?
When I started listening to you,it feels like I can see the things clearly and also the bad intentions hidden behind their good behaviour.,also it helps me to heal and move on.Somtimes I thought that everything I was feeling right and that were my true emotions but I was so emotional fool that I could not see my own thoughts and desires clearly.And represent myself as a victim,So I'm very thankful to you for giving us these clear vision of life and wrong patterns of mind.
🙏
आपने पार्थिव हस्ति के प्रति एक बैराग्य का भाव होना चाहिये ।और तुम में जो बृत्ति है आपने पार्थिवता से ही लिप्त रहने की उसके प्रति थोड़ी घृणा होनी चाहिये ।
🙏🙏🙏🙏🙏
अपनी अच्छाई पर इतना भरोसा रखो कि जो तुम्हें खुलेगा हो 1 दिन रोएगा
Dre hua ko tyag do!
Infinitely valuable guidance .
My salute to u, acharya ji.
H.k.bansal
यहाँ कुछ ऐसा नहीं जो पूर्ण जैसा है... उसे पूर्णता दो l नाहिरवा हमको ना भावे 🙏🙏
सबसे बड़ा अनुशासन है अपनी मत सुनना🙏
परम सुख मिलेगा ब्रह्मचर्य पालन से
कुछ नहीं रखा है गंदे ख्यालतों में ।।1।।
-------------------------------------
अब तक जो करते आये हो गंदे काम
सब छूट जायेंगे तेरे ब्रह्मचर्य पालन करने से ।।2।।
---------------------------------------
दो राहों पर कभी एक साथ नहीं चला करो मेरे दोस्त
कब तक अंदर की आवाज को दबाओ मेरे दोस्त ।।3।।
-------------------------------------------------
अप्राकृतिक मैथुन सबको बर्बाद करती,
लेकिन अंदर बैठा वह आत्मा सबको सही राह दिखाती ।।4।।
-----------------------------------------------------------
तु अंदर की आवाज को दबाता जाता
और मन की बहकावे में बहकता जाता ।।5।।
------------------------------------------
तु इंसान है, खुद पर नियंत्रण लगा सकता है
तु ब्रह्मचर्य का पालन करके मन को जीत सकता है ।।6।।
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अपनी जिन्दगी सबके अपने हाथ में है
चाहो तो खूद को संभाल लो,
नहीं तो माया का बिगड़ना काम है ।।7।।
-----------------------------------------
सबसे पहले खूद को सुनो, उसके बाद हरि भक्तों को,
अप्राप्त वस्तु को प्राप्त करना, यहीं ब्रह्मचारी का काम है ।।8
-----------------------------------------------------
अगर इस दुनिया में कुछ असंभव होता
तो सारी सृष्टि में कोई ब्रह्मचारी ना होता ।।9।।
----------------------------------------
मंथनहब, क्रेजी फिलोसर, अग्नि देव आर्य,
आचार्य प्रशान्त, पंडित रामकिंकर उपाध्याय,
राजीव दीक्षित, और बहुत सारे जिसे हम अभी तक नहीं जानते,
जैसे महान यूट्यूबर चैनल क्रियेटर देश की शान है ।
इन्हें सुनो और अपनी मानव जीवन सँवारो ।।
यही बताना दास विकास का काम है ।।10।।
राम भक्त विकास कुमार
तो नकार ही सभी समस्याओं का मूल है
आचार्य श्री
Aapki smile bahut acchi hai👌👌👌👌🙏🙏
जो अनावश्यक है, जो अतिरिक्त है। यही सिन है।
आचार्य जी आप तो अमृत बांट रहे हैं 🙏
Pranam Guruji 🙏🙏🙏
Jai ho acharya ji my god
Acharya ji pranam aaj mann yesa ho rahatha aap ko sunke sare prasna ka uttar milgaye dhanya bad guruji sat sat naman
अपने आप को भाना बंद करो , अपनी पार्थिव हस्ती के प्रति वैराग्य का भाव होना चाहिए और तुम में जो वृत्ति है अपनी पार्थिवता से ही लिप्त रहेनी की उसके प्रति तुम में जरा सी घृणा भी होनी चाहिए ⚡🙏🙏🙏🙏
सही चीजें पकड़ना जो गलत चीजें छुड़ा दे। यही साधना है।
आध्यात्मिक साधक के लिए सुनना ज़रूरी है। आचार्य श्री धन्यवाद लाभदायक विडियो के लिए 🙏❣️
धन्यवाद आचार्य जी और संस्था ।
Aap jaise guru us ke hukum se kismat walo ko milte hai satya ki rah dikhana wale
Bahut.Adbhut.wonderful.wishdem.understanding.bahut.bahut.dhanyabad.Acharya.ji.thanks.and.gretitude.
पहला अंधविश्वास है अपने पर भरोसा करना , आत्मविश्वास से बड़ा धोखा दूसरा नहीं क्योंकि जो आदमी बाहर की किसी चीज़ पर अंधविश्वास कर रहा है उसे अपनी विश्वास पे बड़ा आत्मविश्वास है ।
Knowing must be authenticate by being
Naman acharya ji 🙏🏻🙏🏻❤️
राम जय राम जय राम जय राम जय राम जय राम जय राम जय राम जय राम जय राम जय राम जय राम जय राम जय राम जय राम जय
sachhai aapse hi jaani ....naman prabhu
Guruji ke sath niyamit pravachan...sunnte rehne se .....
.... Corona ka darr apne aap chala jata hey... Dhanyawad guruji..!!!
Tyag hi Santi ka ek matra upay h🙏🙏
जिसके लिए तुम हो उसि को बार -बार याद करो ❤️🙏
Guru ji pranam
U r my Angel👍
शुभ प्रभात आचार्य जी । 🙏🙏
क्या बात है, गजब 🙏🙏🙏
प्रणाम आचार्य नी जय श्री राम
Pranam Acharya ji 🙏❤️❤️🙏
Ego and maya both keep us in bondage and cause of birth. Restless ness is for free dom. Struggle is continuous and your guidance is big help ❤️❤️🙏🙏
True
खरी खरी बात आपने की.धन्यवाद
धन्यवाद, आचार्य जी...🙏🙏
वेरी नाइस आचार्य जी सौ प्रतिशत सही कहा आपने
आचार्य जी नमस्कार 🙏🙏🙏
Wow , adarniy achary ji .
Wowwwwww😊❤❤❤aabhar acharya ji apka❤❤❤❤❤😊bhut bhut
सही पकडे पूर्ण
"All that you think IS NON EXISTENT.
All that you see IS NOT PRESENT".
Aacharya ji pranam, thankyou for video Aarti ji.
Kuthla he Bhava?
Mi Nashik cha he
Acharya ji ko sabko sunnaa chaaye essa gayan kismat wallo ko hi milta hai ,adbhut 🙏🙏🕉️🕉️
Thanks guru ji . 🙏🙏🙏🙏🙏
प्रनाम आचार्य श्री 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Aap sahi kah rahe hai aacharya ji
धन्यवाद
Namaskar Aacharya ji 🙏🙏🙏🙏
मेरी मंजिल आसमानों की, बाकी सब जमीन के खिलाड़ी। मुझे इनकी परवाह क्यों हो गयी।
Pranam acharya ji
नमन आचार्य जी
Acharya ji bahut dino se kayi decision nahi le pa raha tha..lekin ab sab clear ho gaya..aapne mujhe bahut badi musibat se bacha liya..
Paranam acharya g .
🙏🙏Aachary Jee
Pranam achary shri 👏💐
सबसे बड़ा साधन हैं,अपनी न सुनना।🙏🙏
Jay ho
Acharya Ji, Pranaam.
Presently our country is going through a tough phase and people are loosing faith in elected Govt. and the we as the people are also not fulfilling our duties.
Family members, friends and many more are leaving us and a great shock and insecurity has developed in our minds.
I had been listening to you regularly but sometimes feel how to overcome this situation.
Pl margdarshan karen.
Regards
प्रणाम आचार्य जी
Sadar Charan sparsh 🙌🥰🥰🥰 guruji
Acharya ji Namaskar
I am listening a beautiful topic like light(Prakash), material, sansar and sansari wcich stimulates Chetna. The illusion about self confidence is a lesson. Example of hungry beggars with an Artist or else is also a similar lesson.
गुरु जी प्रणाम 🙏🙏