ओम शांति सृष्टि का आदि मध्य और अंत यह एक कंटीन्यूअस सायकल है यह खंडित नहीं होता, जैसे 24घंटे का सायकल,यह छोटा साइकल समझनें के लिए काफी है बड़े यानी 5000 वर्ष के साइकल को समझने के लिए। जैसे अमृतवेला यानी ब्रम्हमुहूर्त में सृष्टि की सुरुवात होती है,हमारी हरेक कि अपनी दुनिया जो संकल्प बोल और कर्मों कि दुनिया है। आत्मा के भी तीन कर्तव्य है स्थापना पालना और विनाश। लेकिन हम पांच तत्वों से बने इस शरीर का आधार लेकर यह कार्य शुरू करते हैं। यही समझना है सृष्टि कि सुरुवात सिर्फ ओमकार कि ध्वनि से नहीं हुई। ब्रम्हा जी विष्णु जी और शंकर जी इन तीनों देवताओं के त्रिमूर्ति के इकठ्ठा जन्म से हुई लेकिन पहले स्थापना सदसंकलपोंकि स्थापना, फिर पुराने संकल्प,बोल कर्म का विनाश और अंत में सच्चाई जीसे विष्णु द्वारा पालना कहा है यह क्रम चलता है। अब यह जानकारी जरूरी है कि यह कब और कहां होता है। कलयुग जो अंतिम युग होता है और सतयुग जो सुरुवात है दोनों के बिचमे का जो संगम है जीसे संगमयुग कहा है वही समय है। दुनिया में भगवान कहां आते हैं? उत्तर है दुनिया में ऐसा एकही धर्मग्रंथ है श्रीमद् भगवत गीता जिसमें दिया है यदा यदा हि धर्मस्य ---- सबने सूना होगा, कहा है जब जब धर्म कि अती ग्लानि होती है तब मैं भारत में आता हूं। अभी यह लेख काफी लंबा होगा परंतु यहां तक किसी को अच्छा लगा तो आगे लिखेंगे। नमस्कार
परम श्रद्धेय प्रातः स्मरणीय श्री गुरुदेव के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम
Guru dev ka charno me koti koti naman 🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹
Shree satgurudevji ke pawan charron kamalon me koti koti naman
जय गुरू देव जी
हम तेरे ही गुण गाते रहें
तुम सही दिशा में चलाते रहें
धन्यवाद धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🕉
Brahma muhrat samay Swamy ji🙌
जय गुरूदेव हरिओम
Jai gurudev 🙏🙏🙏🙏🙏
Om namo shivay guru ji❤
Pranam
ૐ મંગલમ
ओम 🕉️🕉️🙏
ऊँ नमः शिवाय
Ram ram thanks so much guruji Sat sat nmn
Satgurudevji Koti koti pranam
Hari Om
Hari Om Namah Shivaya
Hari Om Namoh Narayana
Jay ho guru dev❤❤❤ sat sat naman har har mahadev❤❤ om hari om
Parnam Mahrajshiri. 🙏💐💐💐💐🕉. Shanti. Shanti shanti. 🙏
🙏🕉️🙏 OM GURUDEVAY NAMAH 🙏🌻🙏🌷 Ila Patel
परम आदरणीय पूज्य श्री सतगुरू देव भगवान को सादर दण्डवत् प्रणाम।
This guy lacks divinity and shastriya knowledge
Jay shree Krishna
Guru ji pranam
jai ho gurudev aapko koti parnam 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🕉 Guruway namha
Om namah sivya
Koti koti naman mere pyare guruvr ji
Om namha shivay 🙏🙏
सुंदर विचार.
Jai guru dev
Pranam guruji
Koti koti naman gurudev ji 🙏🙏🌹🌹🌹🌹💐💐
यत्र तत्र सरवत्र
, Sundar margdarshan, dhanyvad
Om guruve namah hari om guru g koti koti parnam thanks guru g 🙏🙏🙏🙏🙏
Koti koti pranam guru ji🙏❤🎉
बहुत बहुत सुंदर तरीके से समज्ञाया है |आभार
सतगुरु शत शत नमन।❤❤❤
जय गुरू देव 🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
Om Guruve namah.👏👏👏🌷🌷🌷🌷🌷🌷👏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
🙏🌹pranam Gurudev ji Hari om ji 🌹🙏
Om gurve namah
🙏🌹ओम श्री गुरुवे नमः🌹🙏
Om 🕉 🕉 jai guru dav🙏🙏
Om Namah Shivay
ओम शांति
सृष्टि का आदि मध्य और अंत यह एक कंटीन्यूअस सायकल है यह खंडित नहीं होता, जैसे 24घंटे का सायकल,यह छोटा साइकल समझनें के लिए काफी है बड़े यानी 5000 वर्ष के साइकल को समझने के लिए।
जैसे अमृतवेला यानी ब्रम्हमुहूर्त में सृष्टि की सुरुवात होती है,हमारी हरेक कि अपनी दुनिया जो संकल्प बोल और कर्मों कि दुनिया है। आत्मा के भी तीन कर्तव्य है स्थापना पालना और विनाश।
लेकिन हम पांच तत्वों से बने इस शरीर का आधार लेकर यह कार्य शुरू करते हैं।
यही समझना है सृष्टि कि सुरुवात सिर्फ ओमकार कि ध्वनि से नहीं हुई।
ब्रम्हा जी विष्णु जी और शंकर जी इन तीनों देवताओं के त्रिमूर्ति के इकठ्ठा जन्म से हुई लेकिन पहले स्थापना सदसंकलपोंकि स्थापना, फिर पुराने संकल्प,बोल कर्म का विनाश और अंत में सच्चाई जीसे विष्णु द्वारा पालना कहा है यह क्रम चलता है।
अब यह जानकारी जरूरी है कि यह कब और कहां होता है।
कलयुग जो अंतिम युग होता है और सतयुग जो सुरुवात है दोनों के बिचमे का जो संगम है जीसे संगमयुग कहा है वही समय है।
दुनिया में भगवान कहां आते हैं?
उत्तर है दुनिया में ऐसा एकही धर्मग्रंथ है श्रीमद् भगवत गीता जिसमें दिया है यदा यदा हि धर्मस्य ---- सबने सूना होगा, कहा है जब जब धर्म कि अती ग्लानि होती है तब मैं भारत में आता हूं।
अभी यह लेख काफी लंबा होगा परंतु यहां तक किसी को अच्छा लगा तो आगे लिखेंगे।
नमस्कार
Aapne achcha gnaan diya hai,aur likhen
Shree Gurucharan kamalebhyo namah 🌹🙏
ॐ गुरुवे नमः 🙏
Jan Gurudevji ❤
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🕉🕉🕉🕉
ओम शांती. गुरूजी बहुत बढीया. आपको शत शत नमन.
Om gurudev 🙏🙏💐
🌹🌹🌹🌹 koti koti prnam guruji. 🌹🌹🌹🌹
Aum shri sdguruve namha
Super heart Touching Speech. Thanks Very Much Sadhguru Ji.
Om @HAPPY LIFE
Hari Om Guruver Ji💐💐💐💐💐
परम पूज्य सद्गुरू देव जी महाराज के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम !
🙏🙏💐💐
ॐ
Parnam Guru ji
प्रभुजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी राधे राधेजी
Om om om
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Drawing room kaa scenery kaisi honi chahiye
Aage aur likhen shriman
Ramram
Sab bataya guruji ne par om ka uchaharan nahi bataya
श्रीमान ओम जाप की विधि तो बताई ही नहीं आपने
Guruji parnam is Aum chanting is meditation please tell me
Sandeep gupta patiala punjab
Parnam 🙏
Pranaam 🙏 guru dev ji. Pranaam 🙏 guru dev ji. Pranaam 🙏 guru dev ji.
Jay guru dev ji❤
Pranam guruji
Om guruve namah
On gurave namah
श्री गुरु देव की जय,,,
Jai guru dev ji
Om guruvy nmah
Hari om tatsat om gurve namah
Hari OM.
ॐ गुरुवे नमः 💞
🙏🙏
Hari om guruji
Hari Om 🙏🙏🙏