जब दस हजार सैनिकों वाली मुग़ल सेना से भीड़ गए तीन सौ राजपूत योद्धा और फिर उसके बाद जो हुआ
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- เผยแพร่เมื่อ 4 ก.ค. 2024
- शेखावाटी के खंडेला के मंदिर तोड़ने जब मुग़ल सेना ने आक्रमण किया तो छापोली गांव के सुजान सिंह शेखावत के नेतृत्व में मात्र तीन सौ वीरों के साथ उनका सामना किया |
यह घटना 8 मार्च 1679 की है इस पर ज्यादा जानकारी के लिए पढ़ें :- www.gyandarpan.com/2019/03/bl...
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जय गोपीनाथ जी की 🙏🏻
Jai Jai Maa Bhawani 🙏🙏🙏 Jai Jai Rajputana 🙏🙏🙏
मुझे कभी बुरा या अजीब नही लगा की ये आजके लोग कहते है की हमने क्या किया?
में तो कहता हु अब तो तुम्हारा राज काज है तुम क्या कर रहे हो?
ना गाय सुरक्षित,ना औरते न कोई और न मंदिर सुरक्षित है।
ना लड़ते है ना लड़ने देते है ना साथ देते है।
ये वही लोग है दो दो किलो चावल दाल में बिक जाते है
जब ये घटना हुई तब तुम्हारे गोले भाई और तुम
मिर्ज़ा राजा राम सिंहजी प्रथम आमेर के सत्ताईसवे शसक और बड़े जय सिंहजी अर्थात मिर्ज़ा राजा जयसिंहजी प्रथम के पुत्र और उत्तराधिकारी थे। ये कछवाहा राजपूत (सूर्यवंश) के 1667 से 1688 तक प्रमुख रहे। थे
ये बताओ ये क्या कर रहे थे?
- 5 जुलाई 1678- राजा जयसिंह के बेटे कीरत सिंह की बेटी से औरंगज़ेब के बेटे मो. आज़म की शादी (कछवाहा-आंबेर)
- 30 जुलाई 1681- अमरचंद की बेटी औरंगज़ेब के बेटे कामबख्श की शादी (शेखावत-मनोहरपुर)
मन्दिर तोड़ने वालो के साथ शादिया?
@@exotic_india कर दीना गवारो वाली बात। तुम तो छुप गय थे बिलों में। अरे तुम कहा गय जो आज ये बोल रहा है।
पता नही कोनसे गूगल वाला इतिहास बता रहा है। हमने तो कभी नही सुना ऐसा?
अब क्या हुआ तुम कायरो को अब लड़ लोना। अभी भी जरूरत है लड़ने की।
आजतक मैने तो कभी इस्लाम फैलते या गाए कटने की बात नही सुनी। अगर हुई है तो उसमे भी तुम जैसे कायर जात वाले साथ होंगे जो आज बरसाती मेंढक की तरह निकल आए हो।
तुम वही हो जो पंजाब और यू पी मैं 2,2 किलो चावल दाल में बिकते हो।
आज ही बंगाल के नेता का भाषण सुन ले। इतना ही वीर है तू तो जा लड़ ले वहा जाकर।
जिन जयपुर राजघराने की बात कर रहा है उन्ही राजवंशों ने बंगाल में मुस्लिमो को काटा ओर मंदिर बनवाए।
तू तो एक काम करले वही काफी है इस देश के लिय ।
बंगाल में गायों को कटने से रोक ले। ये एक काम काफी है तेरे जैसों के लिय। इसमें भी सोचेगा तू ।
जितना जानता है उतना ही बोला कर।
ये तो सिर्फ एक प्वाइंट बताया है मैने।
Aaj nhi ho reha kya esa abi sonaxi shina ne sadhi ki to pure shina galt thodi h ensan galt hota puri jati nhi
@@DilipSINGH-hh9cr तू इधर उधर की न बात कर ये बता कि क़ाफ़िला क्यूँ लुटा
मुझे रहज़नों से गिला नहीं तेरी रहबरी का सवाल है
Tuje ye sadiya to dekh rhi hai pr vo aanke balidan nhi dekha rhi hai @@exotic_india
Thanks to much much sir
Jay rajasthan
जय क्षात्र धर्म 🙏🙏
jai rajputana jai maa Bhawani 🙏🙏
Jay ho Sujan singh ji dadosa mharaj ki 🙏
❤❤❤❤❤❤
🙏🙏🙏🙏
Jay Rajputana
Jay Gopinath ji ki
Very great information
👍👍
🚩🙏⚔
🙏🙏
sir gyan g...mujhy apni family ka record kesy pata chaly ga...rao naveed ahmed khan.....pundir rajput...gujranwala pakistan
❤❤😊
We did everything for sanatan dharma but what we got from them , think about it
Jai Rajputana
Kul me tu aay sujan
Kbhi ek.hokar.nhi.lde.sab.tmasa.dekhte.the.
जब ये घटना हुई तब तुम्हारे गोले भाई और तुम
मिर्ज़ा राजा राम सिंहजी प्रथम आमेर के सत्ताईसवे शसक और बड़े जय सिंहजी अर्थात मिर्ज़ा राजा जयसिंहजी प्रथम के पुत्र और उत्तराधिकारी थे। ये कछवाहा राजपूत (सूर्यवंश) के 1667 से 1688 तक प्रमुख रहे। थे
ये बताओ ये क्या कर रहे थे?
- 5 जुलाई 1678- राजा जयसिंह के बेटे कीरत सिंह की बेटी से औरंगज़ेब के बेटे मो. आज़म की शादी (कछवाहा-आंबेर)
- 30 जुलाई 1681- अमरचंद की बेटी औरंगज़ेब के बेटे कामबख्श की शादी (शेखावत-मनोहरपुर)
मन्दिर तोड़ने वालो के साथ शादिया?
तुम लोग जलन के मारे ऐसे ही बकवास करते रहते हो जिन लोगो का कोई इतिहास नहीं होता वे दूसरो पर ऐसे ही कीचड़ उछालते रहते है, तुम जैसो की बहन बेटी की रक्षार्थ किसी दासी की पुत्री जो दासी ही बनती या किसी दास के ब्याही जाती कि शादी बादशाह से कर दी भी तो क्या उनका योगदान कम हो गया ? तुम्हारे पुरखे क्या कर रहे थे उस वक्त? जिन कछवाह शासको ने अकबर के नाम मात्र के धर्म दीन ए इलाही को नहीं माना वो क्या बेटी ब्याहेंगे? राजपूत सांमत गर्विले व रुढीवादी थे वे ऐसा करने पर शासक को गद्दी से नहीं उतार देते क्या? राजपूत जो सबसे ज्यादा रीति रिवाज व परम्पराओं को मानने वाले होते है वो एक बेटी ब्याह देगे व फिर उसी के बेटे को अपनी पोती ब्याह देंगे हद है ??.. ऐसा कर सकता है कोई आज भी, वो जमाना तो दूसरा था?? तुम लोग तो उस कौये के समान हो जो लाख पकवान छोड़ कर विष्ठा पर ही मुँह मारता है! तुम्हे जौहर करने वाली हजारों लाखों महिलाओं जौहर नहीं दिखता ?? मान भी ले राजाओं का यह हाल था तो तुम्हारे पुरखों व महिलाओ का क्या हाल हुआ होगा मुगल काल में? जोधपुर महाराजा जसवन्त सिंहजी व जयपुर के मिर्जा राजा जयसिंह जी मुगल सिपाहसालार होते हुये भी उनके जीते जी ओरंगजेब की हिम्मत नहीं हुई कि एक भी मंदिर तोड़ डाले? आमेर के राजा मानसिंह प्रथम के लाहोर से लेकर बंगाल तक बनाये हिन्दू मंदिर नहीं दिखते तुम्हे वो भी मुगलकाल में..
एक बात बताओ जब जयपुर के शासक तो पुरे मुगलियां रंग में रंगे हुये थे तो ओरगजेब के आक्रमण के समय वृन्दावन मथुरा के सारे विग्रह जिनमें गोविन्द देव जी , गोपिनाथ जी , दामोदर जी, मदनमोहन जी( बाद में करौली) जयपुर के शासको के पास कैसे आये ??? बाकि आजकल बहादुर बनने वाली जातियाँ तो दिल्ली आगरे के पास बहुत थी आज भी वही है??? पर तुम्हे तो विष्ठा में मुंह मार ने की आदत जो पड़ गई है.....
Bhait tum kaha the lad lete us time
@@Useexyz तू इधर उधर की न बात कर ये बता कि क़ाफ़िला क्यूँ लुटा
मुझे रहज़नों से गिला नहीं तेरी रहबरी का सवाल है
@@exotic_india konsaa kafila luta
@@Useexyz जोधा सील वाला क़ाफ़िला
Sujan singh shekhawat mahayodha the hamare purwajo se ye sachi ghatna sunte rahte the gardan katne ke bad bhi wo surveer yodha ladta raha
Sujan singh chapoli ke nahi the mai rajanpur ke the
कोई ऐतिहासिक प्रमाण है आपके पास
इनको जागीर में छापोली गांव मिला था बाद में इनके वंशज मेई राजनपुरा रहे
Tum Dono Jhuthe ho sirf Rajputon ki baten karte ho vastav me us samay ke Yuddhon men Rajputon se adhik to Ravna Rajput,Charan,Bheel,Afgani,Damami,Khavas,Meena,Guarjar,Bavri,aadi Jatiyon ke log Youdh ladte the or Apne sasak ke liye Amaratav prapt karte the Rajput to aapasi Dusmaniya nikalne me hi rahte the
कितने युद्ध लड़े तेरे बाप दादा ने एक दो नाम बता दो 😂
कया भाई गप्पें हांकते हो पानीपत में जिस दिन जरुरत थी तो दो लाख दो घंटे भी ना रके। कभ तक इनकी कायरता वीरता में बदलते रहोगे ये कुछ करने वाले होते तो न तो मुगल आते ना ही अब्दाली। मान ही लो मुगल सौ ही हों गे
जब ये घटना हुई तब तुम्हारे गोले भाई और तुम
मिर्ज़ा राजा राम सिंहजी प्रथम आमेर के सत्ताईसवे शसक और बड़े जय सिंहजी अर्थात मिर्ज़ा राजा जयसिंहजी प्रथम के पुत्र और उत्तराधिकारी थे। ये कछवाहा राजपूत (सूर्यवंश) के 1667 से 1688 तक प्रमुख रहे। थे
ये बताओ ये क्या कर रहे थे?
- 5 जुलाई 1678- राजा जयसिंह के बेटे कीरत सिंह की बेटी से औरंगज़ेब के बेटे मो. आज़म की शादी (कछवाहा-आंबेर)
- 30 जुलाई 1681- अमरचंद की बेटी औरंगज़ेब के बेटे कामबख्श की शादी (शेखावत-मनोहरपुर)
मन्दिर तोड़ने वालो के साथ शादिया?
History ped lo phle meratha ki loot ki pravrti ne enko akla kr diya tha
@@exotic_india
Esa h to rajasthan m mugal nam ke district kyu nhi h kyu joot bolte ho
@@DilipSINGH-hh9cr तू इधर उधर की न बात कर ये बता कि क़ाफ़िला क्यूँ लुटा
मुझे रहज़नों से गिला नहीं तिरी रहबरी का सवाल है
@@exotic_indiaकोला पूजन की पैदाइश नवाबों से अपनी मां बहन बेटी का कोला पूजन करवाने वाले ये फर्जी लिस्ट अपनी मां बहन बेटी बच्ची की बुर से निकाल का लाया है क्या फर्जी इतिहास बनाने से तुम लोगो की मां बहन बेटी बच्ची का असली घिनौना इतिहास नही छिपने वाला
Ranga billa jodi
जब ये घटना हुई तब तुम्हारे गोले भाई और तुम
मिर्ज़ा राजा राम सिंहजी प्रथम आमेर के सत्ताईसवे शसक और बड़े जय सिंहजी अर्थात मिर्ज़ा राजा जयसिंहजी प्रथम के पुत्र और उत्तराधिकारी थे। ये कछवाहा राजपूत (सूर्यवंश) के 1667 से 1688 तक प्रमुख रहे। थे
ये बताओ ये क्या कर रहे थे?
- 5 जुलाई 1678- राजा जयसिंह के बेटे कीरत सिंह की बेटी से औरंगज़ेब के बेटे मो. आज़म की शादी (कछवाहा-आंबेर)
- 30 जुलाई 1681- अमरचंद की बेटी औरंगज़ेब के बेटे कामबख्श की शादी (शेखावत-मनोहरपुर)
मन्दिर तोड़ने वालो के साथ शादिया?
@@exotic_india kyu joot bolte ho
@@exotic_indiaकोला पूजन की पैदाइश नवाबों से अपनी मां बहन बेटी का कोला पूजन करवाने वाले ये फर्जी लिस्ट अपनी मां बहन बेटी बच्ची की बुर से निकाल का लाया है क्या फर्जी इतिहास बनाने से तुम लोगो की मां बहन बेटी बच्ची का असली घिनौना इतिहास नही छिपने वाला
Jai bhawani