Rajput aur mughal Milakar bharat pe Sasan kiye hai ain e akbari ke Anusara,unke itihas ko kam karke dikhana ye Pandit aur muslim historian ne kiya aur mahar shiva ji ko kewal ek Pandit senapati baji rai ke karan sabko brahmin bana diya aur usko great maratha bana diya kyunki wo hindu muslim ke bhav se lad rhe the.rajpif apne vuns ke liye ladte the hindu muslim karke nhi ladte the,isliye sare kshtriya bhi rajput nhi hai aajke
मैंने भी अयोध्या राम मंदिर से संबंधित एक पुस्तक में पढ़ा था कि महाराज विक्रमादित्य द्वारा बनवाए गए रामलला मंदिर का जीर्णोद्धार राजा जयचन्द ने करवाया था और मंदिर परिसर के चारों ओर सरकार द्वारा स्थापित दूकाने किराये पर देना शुरू किया ताकि उस पैसे से मंदिर की देखभाल अनवरत जारी रहे
Gaddar to Prithviraj tha Jaichand ki Imaan MHA Yoddha Chhatri tha asali Chhatri Gaddar Taj wala Udaipur Sabko Mara usne aur Pratik Kannoj ke Lakhan ko mara
Raja Jaichand Ko Main Naman karta hun unke Charanon Mein shish jhukata hun Magar Prithviraj ko Bhala Bura bolata hun Gaddar tha Hamare rajaon ko usne satyanash Kiya isliye uska satyanash hua
जयचंद गद्दार नहीं थे न संयोगिता दोनों के बीच की दुश्मनी की वजह थी वजह ये थी प्रथ्वी राज चौहान और जयचंद्र दोनों वीरता में समान योद्धा थे दोनों ही एक मात्र पूरे भारत का सम्राट बनना चाहते थे लेकिन सम्राट पृथ्वीराज चौहान थे इसलिए जय चंद्र और प्रथ्विराज चौहान में बनती नहीं थी पहले हर एक राजा अपने वर्चस्व के लिए दूसरे राजा से लड़ता था
@@AmitkumarSharma-kw1ju अकबर की सेना में रहते हुए राजा मान सिंह ने जगन्नाथ मंदिर को मुगलों से आजाद करवाया और भी कितने मंदिर बनवाए हल्दी घाटी युद्ध के बाद महाराणा प्रताप जब जंगल चले गए चित्तौड़ पर मुगलों का कब्जा हो गया तब भी मान सिंह ने चित्तौड़ को लूटने या किसी औरत की इज्जत पर हाथ डालने नहीं किया मुगलों को इसलिए अकबर ने राजा मान सिंह को नजरबंद कर दिया था अपने ही महल में
महाराज जयचंद जी गद्दार नहीं थे इसके कोई भी सबूत नहीं हैं अगर पृथिराज रासो को पढ़ कर तुम उन्हें गद्दार बताते हो तो फिर उसी पृथिराज रासो में लिखा हैं की चौहान नें गोरी को शब्द भेदी बान से मारा था फिर ऐसे क्यों नहीं मानते !
Yadav , chahe wo mulayam ho laalu ho ya nawab singh yadav, saare hi gaddar, dogle, bhrashtachari, chor lutere hain jinhone apni bahan- betiyan mullon se chudvayi hain. Mulayam ne azam aur ateeq se aur lalu ki adhi aulad toh shahbuddin ki peidavar hai.
जब वह बेटी भाग भी ले गए तो तो क्या देश के साथ गद्दारी करेंगे हमको चाहिए था कि वह आपस में बात करते इस जयचंद के कमीनापन की वजह से भारत 1000 वर्ष तक गुलाम रहा
जय चन्द एक महान शासक थे। जय चन्द वीर। कुशल राजा थे। महाराजा जय चन्द जी गद्दार नहीं थे। कुछ मूर्खो द्वारा चलाई गई योजना है। राजा जय चन्द राजपूताना के महान सपूत थे। राजा जय चन्द जी को सादर नमन। जय क्षात्र धर्म
Bilkul sahi kaha purthvi raj chohan bahot bade mahan ho sakte hai par uski itihasik virata ke kile ke niche aalha udal aur jay chand jese viro k itihas dabe huwe hai
इनके बीच मे दुश्मन e पैदा करने बाले gadari पाल राजा up के Bhodhy ही थे prathviraj जैन मुनि ओ को गुरु मानते थे और बुद्ध लोग unpar jalte थे जय चन्द्र कट्टर हिन्दु था पर वह सभी धर्म को मानता था उसकी दुसरी पत्नि up के बौद्ध राजा की बेटी थी जय चन्द्र विराट राजा था वीर था पर उसको बौद्ध o ने मुर्ख बनाया था नही तो उसने अपने muosa prathviraj के पिता को बहुत-बहुत युद्ध जिता ये थे
जयचन्द्र महान दयालु राजा था, पृथ्वीराज ने धोखे से जयचंद के बेटे लाखन को मार दिया था, और पृथ्वी राज चौहान ने एक युद्ध में छल कपट से योद्धा मलखान को भी मार दिया था महोबा के वीर योद्धा आल्हा ऊदल ने पृथ्वी राज चौहान को कई बार युद्ध में हराया और खदेड़ा है, इतिहास काफी बड़ा है फिर भी जयचंद, पृथ्वीराज चौहान की अपेक्षा काफी अधिक महान दयालु महाराजा था
@@uditraj8290राणा सांग नें बाबर को भारत बुलाया था, और महाराणाप्रताप का सेनापति एक मुसलमान था तो क्या इन दोनों को गद्दार कहोगे, NCERT जैसा इतिहास पढ़ कर अधकचरा ज्ञान मत पेलो, पहले ये समझो की चौहान जाति यानी चनों का इतिहास क्या है फिर बात करना, जान जाओगे, ये घूमन्तु जाति थी पाकिस्तान के बाहबलपुर की, कोई खानदानी नहीं थे, फिर बाक़ी जुडी चीजें जानो, और फिर बाद में अगर भौकना चाहो तो भोंकना, ये चौहान तो भरतपुर के जाटों का भी कर्जदार है, और गद्दार भी, क्या कभी इतिहास पढ़ा, जिस चौहान को 29 बार युद्ध में हराकर बंदी बनाया गया हो, और प्राण दान दिये गये हों, वि अकस्मात महान कैसे बन गया, 😂😂😂😂😂😂😂😂😂
जयचंद महान गहरवाल वंश के अंतिम शासक थे।पृथ्वीराज को दिल्ली का शासन अपने नाना से प्राप्त हुआ जिनके कोई पुत्र नहीं था।वह तोमर वंश के थे।तोमर वंश से पृथ्वीराज और जयचंद दोनो की रिश्ते दारी थी।रिश्ते के अनुसार पृथ्वी राज और सयोंगिता का विवाह वर्जित था।परन्तु पृथ्वीराज् ने रिश्ते का सम्मान नहीं किया था जो एक प्रतापी राजा को शोभा नहीं देता है।ऐसी दशा मे अगर जयचंद ने पृथ्वीराज का सहयोग नहीं किया तो क्या बुरा किया।क्या पृथ्वीराज ने जयचंद को मदद करने का संदेशा भेजा था।क्या मदद की कोई सन्धि दोनो बीच हुई थी जिसका उल्लंघन जयचंद ने किया था फिर जयचंद गद्दार कैसे हो गया।पृथ्वीराज एक मूर्ख घमंडी शासक था जिसने गोरी को हराने के बाद जीवित छोड़ दिया था और अपनों के बीच रिश्तों का सम्मान करना नहीं सीखा था।
धन्यवाद आपको और शानदार जय भीम जय मूलनिवासी। जय महाराजा जयचंद जी। मेरे प्रातः स्मरणीय महाराजा जयचंद जी के पवित्र चरणों में अपना शीश झुकाकर सादर नमन करता हूं और करोड़ों करोड़ प्रणाम करता हूं। आपका मंगल हो आपका कल्याण हो सदा सुखी रहें और खुश रहें।
Itihas par lana sayogita payar karti thi prithibraj chown sa,usna putla ma maka dali thi,phir mohammed gori na jaichand ko bhi mar diya tha 1194 ma ,1192 ma prithabi raj ji ka bad
@@sameersirsiya5352 क्यूँ रे gaddar साले कित्ता पढ़ा है साले पहले राजस्थान psc की किसी भी कोचिंग से इतिहास पढ़ ले विना सही तथ्यों के दोबारा इस घटिया तरीके से कुछ लिखा तो घर मे घुस के मारूंगा
Bhai aapke sath bhi wahi problem h. Jo aur logo ke sath h jo narrative wampanthiyo ya rajputo ke parti kuntha hin Bhawana rakhne walo ki h. Bhai prithviraj aur jaichand koi mosere Bhai nahi the. Prithviraj ji ke . tau vighrh Raj ji ki Sadi hui thi aangpal tomar ki beti se aur aangpal ji ki dusri beti ki sadi jaichand ji se . Na to jaichand sage Mosa the na aangpal sage Nana prithviraj ji ke. Ram Ram ji
जयचंद महान और लोकप्रिय राजा थे। ‘पृथ्वीराज रासो’ एक अतिशयोक्तिपूर्ण काव्यग्रंथ है जिसमें पृथ्वीराज के हार का ठीकरा जयचंद के सिर पर फोड़ा गया है। इसके सिवा किसी भी ग्रंथ में जयचंद पर कोई दोषारोपण नहीं है। गौरी के साथ हुए युद्ध में सभी देसी राजाओं का सहयोग लेने वाले पृथ्वीराज ने ईर्ष्यावश अपने सगे मौसेरे भाई जयचंद की उपेक्षा कर अदूरदर्शिता दिखाई जो कि हार का कारण बना। वामपंथी इतिहासकार ‘पृथ्वीराज रासो’ नामक ग्रंथ का ही सहारा ले कर राजपूतों को आजतक बदनाम कर रहे हैं।
आज लोगों को इस बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहिए और, हमारे पूर्वजों,समाज और धार्मिक मान्यताओं के साथ खिलवाड़ हो रहा है जो कि अत्यंत दुखद् व निंदनीय है।
राजा जयचंद की बेटी को भगाकर ले जाया गया था। उसके बाद पृथ्वी राज चौहान और संयोगिता की साहित्य में प्रेम कहानी लिखकर पृथ्वीराज चौहान के कृत्य को महिमा मंडित किया गया। सच इन सभी तथ्यों से भिन्न है।
ये कहानी आपने youtube पर सुनी है ना??? ये पृथ्वीराज रासो में लिखी हुई है जो कि एक नाटक है कोई इतिहास नहीं. राजा जयचंद को 3 बेटे थे कोई बेटी नहीं थी. Chandravardai जिसने रासो लिखी है का जन्म 1213 ई0 में हुआ था जबकि पृथ्वीराज 1192 में ही मृत्यु हो गयी थी. फिरभी Chandravardai ने मन गंधांत रूप से अपने को दरबारी कवि और उनका मित्र कहा है. ऐसे चाप्लुस् लोगों को youtube बनाने वाले नीच राजपूत इतिहास बताकर पृथ्वीराज की झुठी कहानी बेचते हैं. कृपया ध्यान ना दें
Jay Chand ki dushmani prithviraj chauhan se tha to unhe chauhan se sidha ladana tha mohmmad Gori ko kyu bulaya yahi gaddari hai jisane sanatan dharm ko bhi chhati pahochaya
किला है हीं कहाँ ख़ाली मिट्ठी के टीले को किला बता दिया आपनें आजतक सभी के कीलें मिलते है जयचन्द से पहलें के राजाओं के ओर बाद के राजाओं के भी चाहे वो जर्जर हालात में हो चुके हैं आज खडर रुपी पर मिलते जरूर हैं आल्हा उदल का किला भी हैं फ़िर जयचन्द का किला कहा गया में गया था कननोज एक बार तब मैंने भी कीलें के बारें में पूछा 20 साल पहले तब भी वहां के रहनेवाले ने बताया यहाँ ख़ाली मिट्ठी का ये ऊँचा टीला है किला कोई नहीं है
@@RohitKumar-kv3ulmujhe lagta hai tumse bada murkh duniya mein koi nahin ho sakta Itihaas mein hi jaichandra Ko Gaddar Bata Diya aur tu itihaas padhne ki baat kar raha hai jute khane wale nalayak Insan
@@anandmishra2925 गौतम बुद्ध के समय, और सम्राट अशोक के समय जातियाँ नहीं थी... कई सिलालेख और अभिलेख मिले हैँ जिसमे जातियों का जिक्र नहीं हैँ .. जातियाँ तो बिदेशी अर्यों ने सडयंत्र के तहत बनाकर खुद सभी संसाधनों पे कब्ज़ा कर लिया।
न जयचंद और न ही पृथ्वीराज महान शासक दोंनों में से कोई भी नहीं... फिर भी अपनी अपनी मान्यता के अनुसार चाहे जिसका गुणगान किया जाय...चाहे जिसकी बुराई... भारत का इतिहास तो इनके पराक्रम का ऋणी नहीं बन सका
प्रथ्वी राज़ का देश राजस्थान था और राजा जय चंद का देश कन्नौज था तो अपने अपने देश की भलाई के लिए दोनों ने काम किया हिन्दुस्तान एक मुल्क नहीं था छोटे छोटे राज्य थे सब की अपनी अपनी हुकुमत थी
वही आल्हा ऊदल जिन्होंने प्रथ्विराज चौहान को 52 बार युद्ध में हराया था गाँजर के युद्ध में जयचंद्र और आल्हा ऊदल को महाराजा सातन पासी और बिजाली पासी ने दौड़ा दौड़ा के मारा था
52 baar haraya? Itni ladai to Prithvi Raj Chauhan khud na lade the. From which source u r getting the details plz share. Else don't spread incorrect info.
Jaichandra was King who imposed Turuksha tax (to fight Invaders). He fought Battle of Chandawar very bravely and died on battlefield. After his defeat Northern India for centuries ruled by foreigners. Book written during his time have boon lost.
राजा जयचंद बौद्ध शासक थे और गद्दार नही थे। इनको जान बूझ कर बदनाम किया गया। जो लोग गद्दार कहते हैं वो लोग यहां के नही हैं वो यूरेशिया आए हुए लोग हैं जो अपने आपको सर्वोच्च कहने लगे और बाद में अपने आपको ब्राह्मण कहने लगे।
@@sandeepdubey9852 Hamare desh ka itihas raha hai agar Videshi Malech raja ke khilaf chahe dushman ho ya dost raja sab ek ho jate thee tabhi 700 se lekar 1200 tak en 500 salon tak Malech Sindhu nadi kabja na kar sake.
😂😂😂😂ye kb hua be 😂😂😂😂 lgta hai bhut jldi tum log se reservation chinna pdega😂😂😂jb tum log itna saskt aur balsali the fir reservations ki kya jarurat😂😂😂
तराइन के दूसरे युद्ध में सम्राट पृथ्वीराज चौहान के हार के कारण हिन्दुस्तान से हिन्दू राजसत्ता का अंत माना जाता है मोहम्मद गोरी के साथ जयचंद ने दिया था पृथ्वीराज चौहान के हार के बाद मुस्लिम राज शुरू हुआ था
जय चंद्र राठोड़ और पृथ्वीराज चौहान दोनों खास मौसेरे भाई थे अर्थात मंडप से अपनी लड़की समान भतीजी से उठाकर ले जाकर शादी करली थी। जिससे खपा होकर किसी भी भारतीय राजा ने पृथ्वीराज चौहान की मदद नहीं की ।
संयोकता नाम की कोई लड़की नहीं थी जयचंद की सब झूठ है सिर्फ एक किताब में लिखा जो गलत है और मोहम्मद घोरी को मुईनुद्दीन चिस्ती ने भारत बुलाया था न की जयचंद ने
पृथ्वीराज रासो को महाकाव्य कहते हो राजपूतों की चप्लुसि करने वाली नाटिका महाकाव्य हो गयी??? मुर्ख हो क्या?? झुठी किताब का सफेद झूठ उजागर हो गया अब इसलिये पृथ्वीराज विजय पढ़ो अब कुकु FM पर भी उपलब्ध है. हिन्दी अनुवाद. भी उपलब्ध है जबकि पुस्तक संस्कृत मे है जो पृथ्वीराज के यूद्ध काल के बाद या उसी के आसपास लिखी गयी है. ये सच्चाई के करीब मानी जाती है. मुसलमान में अमीर खुसरो और हिंदू में चंद्रवरदाई जैसा चप्लुस पैसा खाकर कुछ भी लिखने वाला चु... तिया दूसरा पैदा नही हुआ.
कन्नौज।नरेश।राजा। जयचंद।को।कटि। कोटि-कोटि नमन
कन्नौज के वैभवशाली इतिहास को मेरा नमन है मैं राजकुमार मौर्य हरदोई
राजा जयचंद्र गहरवार एक महान और शक्तिशाली पराक्रमी थे उनको उनके विरोधी और चाटुकार ने बदनाम किया है
मैं भी मानता हूं कि जयचंद गद्दार नहीं होंगे क्योंकि कोई ना कोई तो वजह होगी पृथ्वीराज के अंदर कोई ना कोई कमी जरूर होगी जिसे हम नहीं जान पाते हैं
Right kiroodh haraam hotta he
Gaddar nahi the jaychand science journy channel per h solid proof
@@samratharikeshmaurya9490 bilkul bhai ni the
Aapki bat shi h .us jmane ki likhi hr bat stye nhi ho skti.
Muhhmad gauri ko bharat ane ke liye jaichand ne hi kaha tha.
राजा जयचंद गद्दार नहींथे प्रथ्वी राज ने उनके साथ धोका किया था
Saty.likha.hai
पृथ्वीराज ही कामुक और धूर्त था।
Kase , bataiye please
Jay Chand bilkul bhi gaddar nahi the bhai lekin prithvi raaj ne kese unke sath kya dhoka kiya ye to batado mere bhai..
राजा मानसिंह देश भक्त था???
दानवीर धर्मपरायण परायण महाराज जयचंद की जय हो
बौद्ध धर्म अनुयायी महाराज जयचंद की जय हो
मूर्खों को हर जगह बौद्ध धर्म ही दिखाई देता है
पाकिस्तान के एक मुस्लिम राजपूत ने ब्रिटेन की अदालत में जयचंद गद्दार नही थे केस किया था और उस केस को जीता भी था
Are bhai jab wo Muslim ho gaya to Rajput kaise reh jayega
@@anandmishra2925converted hoga.
@@anandmishra2925musalmaano mai har caste hai Brahman bhi jaat bhi goojar bhi ahir bhi aur rajput bhi
Rajput aur mughal Milakar bharat pe Sasan kiye hai ain e akbari ke Anusara,unke itihas ko kam karke dikhana ye Pandit aur muslim historian ne kiya aur mahar shiva ji ko kewal ek Pandit senapati baji rai ke karan sabko brahmin bana diya aur usko great maratha bana diya kyunki wo hindu muslim ke bhav se lad rhe the.rajpif apne vuns ke liye ladte the hindu muslim karke nhi ladte the,isliye sare kshtriya bhi rajput nhi hai aajke
Sad sayari thik kah rha hai
अपने पूर्वजों को गद्दार कहना हमारी ओछी मानसिकता का प्रतीक है।
कायर राजपूत हारते हैं तो दूसरे को गद्दार कहते हैं
इतिहास समालोचना करता है तीखी लगी क्या गद्दार गद्दार ही कहा जायगा ।
आल्हा, ऊदल ,मलखान सिंह और पृथ्वीराज चौहान का संपूर्ण युद्ध पढ़ो और सुनो
निष्कर्ष अपने आप निकल आयेगा।।
Sahi kaha bhai aapne
16 bar haraya tha
Right bole bro
आधी आल्हा तो सिर्फ अतिश्योक्ति है।😂
महाराजा राजा जयचंद देश के गद्दार नहीं थे बल्कि एक देशभक्त थे।
हिस्ट्रीpado
@@VEERSINGH-qm8ud I have read the history.
गौरी को जयचंद ने ही बुलाया और मुगलों का राज शुरू हुआ
Apni beti na bachaye wo prithviraj se
Jiski beti ko koi bhaga le jae or uska sath koi na de to damad ko maza chakhana to pdega na 😂 isliye jaichand apni jagah p theek h.
महाराजा जयचंद जी , एक महान देश भक्त थे , उन्होंने बहुत सारे मंदिरों को बनवाया , इसीलिए मुगल उन्हे गलत तरीके से बताने लगे
Tu to andbhakt लगता हैं andbhakto की हर बात ने मुगल पाकिस्तान और मुस्लिम ही मिलेंगे
मैंने भी अयोध्या राम मंदिर से संबंधित एक पुस्तक में पढ़ा था कि महाराज विक्रमादित्य द्वारा बनवाए गए रामलला मंदिर का जीर्णोद्धार राजा जयचन्द ने करवाया था और मंदिर परिसर के चारों ओर सरकार द्वारा स्थापित दूकाने किराये पर देना शुरू किया ताकि उस पैसे से मंदिर की देखभाल अनवरत जारी रहे
If Jaichand was a patriot then why did he invite zaahil Ghori to attack India?? Aise Jaichand humare opposition mein bhi baithe hue hain.
@@juliandrekany proof ?
कौन कौन जयचंद को निर्दोष मानता है 💯✅
हर ईमानदार व्यक्ति जयचंद को निर्दोष मानता है। जाहिलों ने पृथ्वीराज की झूठी कहानी बढ़ा चढ़ा कर लिखी है।
Raja Jaichand ko Gaddar bolane wale MHA Paapi Hain sale Raja Jaichand Kaisa Dharmatma Raja nahin tha
Gaddar to Prithviraj tha Jaichand ki Imaan MHA Yoddha Chhatri tha asali Chhatri Gaddar Taj wala Udaipur Sabko Mara usne aur Pratik Kannoj ke Lakhan ko mara
Raja Jaichand Ko Main Naman karta hun unke Charanon Mein shish jhukata hun Magar Prithviraj ko Bhala Bura bolata hun Gaddar tha Hamare rajaon ko usne satyanash Kiya isliye uska satyanash hua
@@fulavaripalankar4428😂 मजा आ गया... आपस में लड़ना अच्छा लगता हैं
जयचंद गद्दार नहीं थे न संयोगिता दोनों के बीच की दुश्मनी की वजह थी वजह ये थी प्रथ्वी राज चौहान और जयचंद्र दोनों वीरता में समान योद्धा थे दोनों ही एक मात्र पूरे भारत का सम्राट बनना चाहते थे लेकिन सम्राट पृथ्वीराज चौहान थे इसलिए जय चंद्र और प्रथ्विराज चौहान में बनती नहीं थी पहले हर एक राजा अपने वर्चस्व के लिए दूसरे राजा से लड़ता था
Pahlibar bharat me ye jaychand ne hi muglo ko bharat me amantrit kiya tha
Aaj bhi whi ldayi h sirf trika badla h
Aapki bat se m shmat hu 👍👍👍
राजा मान सिंह गद्दार नहीं थे ओ देशभक्त थे महाराणा प्रताप सिंह ने गलत कीया था उन्हें भी अपने बहन बेटीयो को अकबर को दे देना चाहिए था
@@AmitkumarSharma-kw1ju अकबर की सेना में रहते हुए राजा मान सिंह ने जगन्नाथ मंदिर को मुगलों से आजाद करवाया और भी कितने मंदिर बनवाए हल्दी घाटी युद्ध के बाद महाराणा प्रताप जब जंगल चले गए चित्तौड़ पर मुगलों का कब्जा हो गया तब भी मान सिंह ने चित्तौड़ को लूटने या किसी औरत की इज्जत पर हाथ डालने नहीं किया मुगलों को इसलिए अकबर ने राजा मान सिंह को नजरबंद कर दिया था अपने ही महल में
महाराज जयचंद जी गद्दार नहीं थे
इसके कोई भी सबूत नहीं हैं
अगर पृथिराज रासो को पढ़ कर तुम उन्हें गद्दार बताते हो तो फिर उसी पृथिराज रासो में लिखा हैं की चौहान नें गोरी को शब्द भेदी बान से मारा था फिर ऐसे क्यों नहीं मानते !
Right sir ji
आज भी किसी की बेटी को भगा ले जाया तो कोई किसी को नहीं छोड़ें गा पृथ्वीराज चौहान
Good🎉
Yadav , chahe wo mulayam ho laalu ho ya nawab singh yadav, saare hi gaddar, dogle, bhrashtachari, chor lutere hain jinhone apni bahan- betiyan mullon se chudvayi hain. Mulayam ne azam aur ateeq se aur lalu ki adhi aulad toh shahbuddin ki peidavar hai.
Are bhai bhaag jana our bhaga le jaana dono alag alag baat hai
जब वह बेटी भाग भी ले गए तो तो क्या देश के साथ गद्दारी करेंगे हमको चाहिए था कि वह आपस में बात करते इस जयचंद के कमीनापन की वजह से भारत 1000 वर्ष तक गुलाम रहा
Good
जिसने भी लिखी सही लिखा।।नवाब यादव नवाब जी ने सही कहा
Ketna sahe ha ya to app ka name sa pata chal gaya ha
जो एक ऐसा राजा भारत खंड के इतिहास में भी नाम है उसका कोई किला नहीं हैरान हूँ😮😮😮😮😮
Aise rajaon ko koi yad nahin karta bhaiya Jo akhand Bharat per Raj kar chuka Ho
जय चंद गददार नहीं थे परन्तु चौहान खलनायक था
काशी इतिहास लिखने वाले सही बात लिखे होते एकदम सही कहा आपने चौहान खलनायक
Beta baap ko khalnayak nahi bolte gaddar to gaddar hi hoga
देखकर अच्छा लगा आपका Video, मैं कन्नौज से हूँ भाई👍
पृथ्वीराज अय्याश था।
महाराजा जय चन्द जी महान् राजा थे।
पृथ्वीराज की बर्बादी का कारण अय्याशी व अदूरदर्शिता थी।
Tu अपनी larki
Pratvrag ka sath bheg de
Ayyas har Raja hota hai aur Jai Chand prathvi Raaj Chohan ak bebakuf aur dusra jalan khor
Aapki bat ka mai samarthan karta hu
Thik h lekin gauri se Milne ke bajay dusro se bhi mil sakti tha isliy chutiye ne bharat ke saath gaddari ki sala gaddar
17 baar moh, Gauri yudh me haraya aur maf Kiya Vishal hirdey the samrat prathi Raj Chauhan 🏹
कृपया आपसे निवेदन है कि इटावा मैं आकर इन का किला का वीडियो भी बना
जय चन्द एक महान शासक थे। जय चन्द वीर। कुशल राजा थे। महाराजा जय चन्द जी गद्दार नहीं थे। कुछ मूर्खो द्वारा चलाई गई योजना है। राजा जय चन्द राजपूताना के महान सपूत थे। राजा जय चन्द जी को सादर नमन। जय क्षात्र धर्म
Bilkul sahi kaha purthvi raj chohan bahot bade mahan ho sakte hai par uski itihasik virata ke kile ke niche aalha udal aur jay chand jese viro k itihas dabe huwe hai
भाई साहब अगर वीर कुशल राजा थे मैं बताऊं आपको कितने वीर कुशल राजा हैं जब दूसरे राजाओ से लड़ाई में फ टती थी तब आल्हा उदल को बुलाते थे😄😄😄😄😄😄😄😄😄
@@deepikabhajanstudio8496 आप आल्हा के पिताजी है क्या आपको सब मालूम है
Mohhmd gaori ka sath Kyo diya niji dushmani se bdhkr apna desh hai
@@madhubala4337 मौहम्मद गौरी का साथ नहीं दिया। वाम्मपन्थी इतिहास कारो ने राजपूतो की छवि ख़राब करने की साजिश की जो आज तक चल रही है।
इनके बीच मे दुश्मन e पैदा करने बाले gadari पाल राजा up के Bhodhy ही थे prathviraj जैन मुनि ओ को गुरु मानते थे और बुद्ध लोग unpar jalte थे जय चन्द्र कट्टर हिन्दु था पर वह सभी धर्म को मानता था उसकी दुसरी पत्नि up के बौद्ध राजा की बेटी थी जय चन्द्र विराट राजा था वीर था पर उसको बौद्ध o ने मुर्ख बनाया था नही तो उसने अपने muosa prathviraj के पिता को बहुत-बहुत युद्ध जिता ये थे
महाराज देश रक्षक थे। उन्होंने प्रथम तराईन युद्ध में पृथ्वी राज चौहान की मदद की थी। दूसरे तराईन युद्ब में उनसे मदद ही नहीं मांगी थी।
Usake baad kya huaa jaichand ke sath
जयचन्द्र महान दयालु राजा था, पृथ्वीराज ने धोखे से जयचंद के बेटे लाखन को मार दिया था,
और पृथ्वी राज चौहान ने एक युद्ध में छल कपट से योद्धा मलखान को भी मार दिया था
महोबा के वीर योद्धा आल्हा ऊदल ने पृथ्वी राज चौहान को कई बार युद्ध में हराया और खदेड़ा है,
इतिहास काफी बड़ा है फिर भी जयचंद, पृथ्वीराज चौहान की अपेक्षा काफी अधिक महान दयालु महाराजा था
गद्दार कोई नहीं था सब अपने वर्चस्व के लिए लड़ते हैँ
😂😂😂 Gadaari ko chupane keliye khuch v bol do😂😂😂
किसी के साथ गद्दारी करके किसी के साथ धोखाधड़ी करके किसी को चल बे चल करके या लूटमार करके वर्चस्व बढ़ता है😄😄😄😄😄😄😄😄😄
@@uditraj8290राणा सांग नें बाबर को भारत बुलाया था, और महाराणाप्रताप का सेनापति एक मुसलमान था तो क्या इन दोनों को गद्दार कहोगे, NCERT जैसा इतिहास पढ़ कर अधकचरा ज्ञान मत पेलो, पहले ये समझो की चौहान जाति यानी चनों का इतिहास क्या है फिर बात करना, जान जाओगे, ये घूमन्तु जाति थी पाकिस्तान के बाहबलपुर की, कोई खानदानी नहीं थे, फिर बाक़ी जुडी चीजें जानो, और फिर बाद में अगर भौकना चाहो तो भोंकना, ये चौहान तो भरतपुर के जाटों का भी कर्जदार है, और गद्दार भी, क्या कभी इतिहास पढ़ा, जिस चौहान को 29 बार युद्ध में हराकर बंदी बनाया गया हो, और प्राण दान दिये गये हों, वि अकस्मात महान कैसे बन गया, 😂😂😂😂😂😂😂😂😂
ऐसा बर्चस्व नही होता अहंकार है
@deepikabhajanstudio8496 किसका लूटमार किया था ?
जयचंद महान गहरवाल वंश के अंतिम शासक थे।पृथ्वीराज को दिल्ली का शासन अपने नाना से प्राप्त हुआ जिनके कोई पुत्र नहीं था।वह तोमर वंश के थे।तोमर वंश से पृथ्वीराज और जयचंद दोनो की रिश्ते दारी थी।रिश्ते के अनुसार पृथ्वी राज और सयोंगिता का विवाह वर्जित था।परन्तु पृथ्वीराज् ने रिश्ते का सम्मान नहीं किया था जो एक प्रतापी राजा को शोभा नहीं देता है।ऐसी दशा मे अगर जयचंद ने पृथ्वीराज का सहयोग नहीं किया तो क्या बुरा किया।क्या पृथ्वीराज ने जयचंद को मदद करने का संदेशा भेजा था।क्या मदद की कोई सन्धि दोनो बीच हुई थी जिसका उल्लंघन जयचंद ने किया था फिर जयचंद गद्दार कैसे हो गया।पृथ्वीराज एक मूर्ख घमंडी शासक था जिसने गोरी को हराने के बाद जीवित छोड़ दिया था और अपनों के बीच रिश्तों का सम्मान करना नहीं सीखा था।
भारत के कुछ राजाओं की व्यक्तिगत अदूरदर्शिता,अहंकार, और ईर्ष्या का दण्ड उनने स्वयं व पूरे भारत के हिन्दुओं ने भोगा।
श्री जयचंद्र जी एक महान राजाधिराज थे। जो प्रथ्विराज जी की अतिमहत्वाकांक्षा के असहयोगी मात्र थे।
धन्यवाद आपको और शानदार जय भीम जय मूलनिवासी। जय महाराजा जयचंद जी। मेरे प्रातः स्मरणीय महाराजा जयचंद जी के पवित्र चरणों में अपना शीश झुकाकर सादर नमन करता हूं और करोड़ों करोड़ प्रणाम करता हूं। आपका मंगल हो आपका कल्याण हो सदा सुखी रहें और खुश रहें।
Jaychand ko mulnivasi mante ho ya nahi....
Raja jaychand bhi Bheem party se the kya?
अफ्रीकन भीमटे पृथ्वीराज चौहान और जयचंद दोनो ही क्षत्रिय थे भीमटे नही थे😂 भीमटे जाने कहा से इतिहास से जुडने का असफल प्रयास करते है 😂😂😂
अवे तू चमार लगता है
@@thakur93681tu bhi koi gora nahi aur dalit india me pehle se the theek he
राजा जयचंद गद्दार नहीं थे
जय चंद्र gaddar नहीं थे
पृथ्वी राज जयचंद मौसेरे भाई
पृथ्वी राज, जयचंद कि बेटी पे बुरी नज़र थी
यही दुश्मनी की वजह बनी
Itihas par lana sayogita payar karti thi prithibraj chown sa,usna putla ma maka dali thi,phir mohammed gori na jaichand ko bhi mar diya tha 1194 ma ,1192 ma prithabi raj ji ka bad
Bakwas band Kar..aisa koi gaddar hi bol sakta hai...
@@sameersirsiya5352
क्यूँ रे gaddar साले कित्ता पढ़ा है साले
पहले राजस्थान psc की किसी भी
कोचिंग से इतिहास पढ़ ले
विना सही तथ्यों के दोबारा इस घटिया तरीके से कुछ लिखा तो घर मे घुस के मारूंगा
@@sameersirsiya5352
दोनों राजपूत थे एक gaddar कैसे हो गया
एक ही हांथ से थाली कैसे बज गई
जय चंद को gaddar साबित करने का दम हो तो कन्नौज आ जाना
Bhai aapke sath bhi wahi problem h. Jo aur logo ke sath h jo narrative wampanthiyo ya rajputo ke parti kuntha hin Bhawana rakhne walo ki h. Bhai prithviraj aur jaichand koi mosere Bhai nahi the. Prithviraj ji ke . tau vighrh Raj ji ki Sadi hui thi aangpal tomar ki beti se aur aangpal ji ki dusri beti ki sadi jaichand ji se . Na to jaichand sage Mosa the na aangpal sage Nana prithviraj ji ke. Ram Ram ji
जयचंद महान और लोकप्रिय राजा थे। ‘पृथ्वीराज रासो’ एक अतिशयोक्तिपूर्ण काव्यग्रंथ है जिसमें पृथ्वीराज के हार का ठीकरा जयचंद के सिर पर फोड़ा गया है। इसके सिवा किसी भी ग्रंथ में जयचंद पर कोई दोषारोपण नहीं है। गौरी के साथ हुए युद्ध में सभी देसी राजाओं का सहयोग लेने वाले पृथ्वीराज ने ईर्ष्यावश अपने सगे मौसेरे भाई जयचंद की उपेक्षा कर अदूरदर्शिता दिखाई जो कि हार का कारण बना। वामपंथी इतिहासकार ‘पृथ्वीराज रासो’ नामक ग्रंथ का ही सहारा ले कर राजपूतों को आजतक बदनाम कर रहे हैं।
मजा आ गया दोस्त
पहले हम यहां रहते थे अभी राजस्थान में रहते हैं
Mast hai
जय चंद्र राष्ट्रवादी देश भक्त एवं नैतिक राजा था ।
आज लोगों को इस बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहिए और, हमारे पूर्वजों,समाज और धार्मिक मान्यताओं के साथ खिलवाड़ हो रहा है जो कि अत्यंत दुखद् व निंदनीय है।
जयचंद गद्दार नही थे बल्कि पृथ्वी राज चौहान वीर होते हुए भी घमंडी और अदूर दरसी थे।
Vah bhai nawab Singh Yadav aapane bahut sahi likh via Raja jaichand kabhi Gaddar nahin the itihaas likhane wale Gaddar the
Bhuthee.Sundr
किसी की तानाशाही के खिलाफ आवाज उठाने वाले को लोग गद्दार ही बता देते हैं और उन्होंने भी एसा ही किया था
बहुत सुंदर
Purana time ho gya chahe Jo kah le jaychand really gddar tha
जय हो राजा जयचंद सिंह गहरवार
पागलों आज के बारे में सोचो पहले जो हो गया उसे जायदा मत सोचो कौन ग़द्दार कौन बफादार खुद बफादार बनो
क्योंकि भारत के इतिहासकार ही गद्दार है
Khoon ka asar to hota hai gaddar mchd hi bane rahenge
राजा जयचंद कभी भी गद्दार नहीं थे वे वीर और पराक्रमी योद्धा थे जो रणभूमि में लड़ते हुए शहीद हुए थे।
बात कहने के पहले सोचो पृथ्वी राज नीच व्यक्ति था, कितनी बार सामना किया महाराज जयचंद्र जी के सामने
jawan shabal ke bolo tum thik hai nich khud hoge samje
parthwi raj chhohan nhi
जो व्यक्ति जिस पक्ष को अपने दिल में रखता है उसकी बुराई और दूसरेक्ष की प्रशंसा सुन ही नहीं सकता चाहे उसकी आंखों के सामने की घटना क्यों न हो
राजा जयचंद की बेटी को भगाकर ले जाया गया था। उसके बाद पृथ्वी राज चौहान और संयोगिता की साहित्य में प्रेम कहानी लिखकर पृथ्वीराज चौहान के कृत्य को महिमा मंडित किया गया। सच इन सभी तथ्यों से भिन्न है।
ये कहानी आपने youtube पर सुनी है ना??? ये पृथ्वीराज रासो में लिखी हुई है जो कि एक नाटक है कोई इतिहास नहीं. राजा जयचंद को 3 बेटे थे कोई बेटी नहीं थी. Chandravardai जिसने रासो लिखी है का जन्म 1213 ई0 में हुआ था जबकि पृथ्वीराज 1192 में ही मृत्यु हो गयी थी. फिरभी Chandravardai ने मन गंधांत रूप से अपने को दरबारी कवि और उनका मित्र कहा है. ऐसे चाप्लुस् लोगों को youtube बनाने वाले नीच राजपूत इतिहास बताकर पृथ्वीराज की झुठी कहानी बेचते हैं. कृपया ध्यान ना दें
अपनी इज्जत की रक्षा करना गद्दारी नहीं होती इसलिये महाराजा जयचन्द गद्दार नहीं थे
राजा जयचंद बौद्ध राजा थे बह बौदधिक पद्धती का अनुसरण करते थे
Abe budhhi who was budhha
राजा जयचंद बुद्ध नहीं थे बल्कि बुद्ध साधु संत का बहुत सम्मान करते थे
@@brajeshsingh2403Tumhen Koi Jankari Nahin Hai Raja Jaichand Ek Bodh Raja the Unki maa bhi baudh thi unhone bahut se baudh Vihar banvae
Tum pagal ho jai chand baudh Raja kb se hogya 😂😂 ye ak alag se kbhr mili hai esa jldi ncert me add kro 😂😂
@@brajeshsingh2403 baudhh hi the bhai ,isike chalte unko gaddar bataya gaya balki vo gaddar nhi the
राजा जयचंद गद्दार नहीं थे भाई❤❤❤❤❤❤
राजा जयचंद गद्दार नहीं थे, उनके जैसा कोई राजा नहीं था।एक राजा परमाल थे।
Kya yar 😂😂😂😂😂
Sahi keh rhe ho, kannauj walo ne unhe kbhi gaddar nhi mana
Are yaar chauthi mat banao sir
Jay Chand ki dushmani prithviraj chauhan se tha to unhe chauhan se sidha ladana tha mohmmad Gori ko kyu bulaya yahi gaddari hai jisane sanatan dharm ko bhi chhati pahochaya
Sabse jyada baat Tera BJP. Ka pravakta sambit.Patra jaichand ko Gaddar kahta hai TV per
जय हो राजा जय चंद
ऊदल लाखन अच्छे दोस्त थे जयचंद ने गोद लिया था लाखन को पृथ्वीराज चौहान से आपस में नहीं बनती थी आल्हा उदल की
Bhai Lakhan ko God nahi liya vo jaychand ki bhai ratibhan ka ladka tha Pata na ho to galat mat bola karo
Udal lakhan dost nhi the bhai the chachere alah udal malkhan sulkhan indal ssb ek kutumb ke the
Mitra Bane the udal ke lakhan.yesa aalkhand me likha hai
I love raja jaichand
जय श्री वीर शिरोमणि महाराजाधिराज चक्रवर्ती सम्राट जयचंद राठौड़ ( गडवाल) की जय वरमवार प्रणाम
Nice bhai ji
Maja raja jay chad bodhist raja
Aur chandragupta maurya Kaun se raja the. Kya wo bhi Buddhist the.
Nice video 👍🏻🥰
किला है हीं कहाँ ख़ाली मिट्ठी के टीले को किला बता दिया आपनें आजतक सभी के कीलें मिलते है जयचन्द से पहलें के राजाओं के ओर बाद के राजाओं के भी चाहे वो जर्जर हालात में हो चुके हैं आज खडर रुपी पर मिलते जरूर हैं आल्हा उदल का किला भी हैं फ़िर जयचन्द का किला कहा गया में गया था कननोज एक बार तब मैंने भी कीलें के बारें में पूछा 20 साल पहले तब भी वहां के रहनेवाले ने बताया यहाँ ख़ाली मिट्ठी का ये ऊँचा टीला है किला कोई नहीं है
Nice photography. Nice video. Thank you
Agar Aapne jaichand ko gaddar sabit kar diya to Allahabad court ki ek lawyer 1.5 lakh rupees dene ko taiyar hai
Bahut Sundar video
Nice
Bahut hi badhiya.
जय चन्द गद्दार नही परम देश भगत बौद्ध राजा थे इसीलिए उनको बदनाम किया मनुवादियों ने
Wo baudh kb s hogya
@@deepeshshukla6271 manuvadiyo ko mirchi lagati hai
@@deepeshshukla6271itihas padh uske baad poochhna
तेरी ही कमी थी बे चमन चुटिया
@@RohitKumar-kv3ulmujhe lagta hai tumse bada murkh duniya mein koi nahin ho sakta
Itihaas mein hi jaichandra Ko Gaddar Bata Diya aur tu itihaas padhne ki baat kar raha hai jute khane wale nalayak Insan
गहरवार वंशी क्षत्रिय राजा जयचंद्र को गद्दार नही थे।
Jai Chand Gaddar Raha prathvi Raaj Chohan Kay help kuo nahi kiya jo apno ki help nahi karta Bo Gaddar hai 🥳
जितने भी बौद्ध राजा हुए सबको मनुबादियों ने निचा दिखाने का काम किया...
Chal madarchod budhha Raja apni matrabhumi our rajya ki raksha karne me asmarth the napusak the
Ye rajput raja tha
@@rajeshdhanda8962 राजपूत शब्द कब आया है पहले ये जानो।
Are bhai Manu bhi kshatriya king tha Gautam Buddha bhi kshatriya king tha jaichand bhi kshatriya king tha jaakar pad le.
@@anandmishra2925 गौतम बुद्ध के समय, और सम्राट अशोक के समय जातियाँ नहीं थी...
कई सिलालेख और अभिलेख मिले हैँ जिसमे जातियों का जिक्र नहीं हैँ ..
जातियाँ तो बिदेशी अर्यों ने सडयंत्र के तहत बनाकर खुद सभी संसाधनों पे कब्ज़ा कर लिया।
जय चंद्र गद्दार नहीं थे
मुद्दे की बात ये है जब कोई खंभों को गिन नहीं पाया तो 52 खंभे कैसे ??
राजा जयचन्द देश भक्त है ओर वे बोद्ध थे इसलिए उन्हें बदनाम किया जाता है।
Sahi kaha bharat ke logo ko koi jankari nahi brahmano ne jo likha sab vahi samajh rahe h lakin ek din sachai saamne aaygi
Tum bhi a Gaye gandagi leker.
@@SatyendraSingh-gc8klgandagi toh tum sare manuvadi ho 😂😂😂😂 jo hamesha gandh failate rahte ho
Abhi koi Sahi baat kaha baudh the isiliye badnaam Kiya gaya
Superb vlog❤❤
न जयचंद और न ही पृथ्वीराज
महान शासक दोंनों में से कोई भी नहीं...
फिर भी अपनी अपनी मान्यता के अनुसार चाहे जिसका गुणगान किया जाय...चाहे जिसकी बुराई...
भारत का इतिहास तो इनके पराक्रम का ऋणी नहीं बन सका
Very good vedio thanks
जब कोई नहीं गिन पाया तो आप कैसे केह रहें हैं कि 52 खम्भे हैं
Itihash
जे बात 👌👌
Maine khud lagatar 3 time count Kiya h 52 hi khambe h
@@SachinVermaVS7777OM😊😊😊😊😊😊😊😊 10:29
सही बोले
मुझे लगता है मैं पहले भी इस जगह पर घुम चुका हूं।। जबकि।।देख पहली बार रहा हूं।। शौक तो है देखने घुमेंगे कभी
राजा जयचंद गद्दार नहीं थे!
Very nice for knowledge sir
राजा जयचंद महान दूरदर्शी थे वो गद्दार नहीं थे प्रथ्वीराज खुद कामजोर थे अय्याश
राजाजयचंद महान पराक्रमी व्यक्ति थे
❤❤❤❤ 😅😅😅😅😅 बौद्धित थे जयचंद गद्दार नहीं ❤❤❤
Msat❤❤❤
प्रथ्वी राज़ का देश राजस्थान था और राजा जय चंद का देश कन्नौज था तो अपने अपने देश की भलाई के लिए दोनों ने काम किया हिन्दुस्तान एक मुल्क नहीं था छोटे छोटे राज्य थे सब की अपनी अपनी हुकुमत थी
Dono ek hi thy
वही आल्हा ऊदल जिन्होंने प्रथ्विराज चौहान को 52 बार युद्ध में हराया था गाँजर के युद्ध में जयचंद्र और आल्हा ऊदल को महाराजा सातन पासी और बिजाली पासी ने दौड़ा दौड़ा के मारा था
Chal jhutta
तो गौरी ने आक्रमण किया था तो क्या कर रहे थे ये, वीर 😂
Kha se pada mujhe bhi padna hai aap bhi shi se pado
52 baar haraya? Itni ladai to Prithvi Raj Chauhan khud na lade the. From which source u r getting the details plz share. Else don't spread incorrect info.
👍
बहुत सुन्दर
Jaichandra was King who imposed Turuksha tax (to fight Invaders). He fought Battle of Chandawar very bravely and died on battlefield. After his defeat Northern India for centuries ruled by foreigners. Book written during his time have boon lost.
Excellent 👍
राजा जयचंद बौद्ध शासक थे और गद्दार नही थे। इनको जान बूझ कर बदनाम किया गया। जो लोग गद्दार कहते हैं वो लोग यहां के नही हैं वो यूरेशिया आए हुए लोग हैं जो अपने आपको सर्वोच्च कहने लगे और बाद में अपने आपको ब्राह्मण कहने लगे।
aajeeb ajeeb pagal aate ja rahe hai 😅😅
पृथ्वीराज चौहान के भक्तो से निवेदन है कि पृथ्वीराज की सबसे बडी मूर्ति लगवाना चाहिए था
महाराजा जयचंद गद्दार नहीं थे
लाखन और ऊदल की दोस्ती की मिसाल है।।
Man liya Gaddar nahi rahey to prathvi Raaj Chohan Kay help kuo nahi ki
@@sandeepdubey9852Kyonki Samrat Prithviraj ne mangi nahin.
@@tishantchhabra6856 to kyo nahi aey damad Kay liye war ladnay
@@sandeepdubey9852 Aree Mahumad Ghori ne yudh nahin chal kiya tha Tarrain mein iske bare mein jarur padhna aur dusri baat Samrat Prithviraj Chauhan koi kamjor raja nahin thee jo unki kisi ki madad ki jarurat padti.
@@sandeepdubey9852 Hamare desh ka itihas raha hai agar Videshi Malech raja ke khilaf chahe dushman ho ya dost raja sab ek ho jate thee tabhi 700 se lekar 1200 tak en 500 salon tak Malech Sindhu nadi kabja na kar sake.
Nice Nice video ❤❤❤❤❤❤
अल्हा उदल इंदल राजा जयचंद को नाको तले चने चबवाने वाले 👑महाराजा सातन पासी अमर रहे 👑🚩🔥
हसना मना है
😂😂😂😂ye kb hua be 😂😂😂😂 lgta hai bhut jldi tum log se reservation chinna pdega😂😂😂jb tum log itna saskt aur balsali the fir reservations ki kya jarurat😂😂😂
Mahanbraja jai chand ki jai...... Ye mahaan samrat hai bharat ke jai chand
तराइन के दूसरे युद्ध में सम्राट पृथ्वीराज चौहान के हार के कारण हिन्दुस्तान से हिन्दू राजसत्ता का अंत माना जाता है मोहम्मद गोरी के साथ जयचंद ने दिया था पृथ्वीराज चौहान के हार के बाद मुस्लिम राज शुरू हुआ था
Good❤ ek hi Raja tha bus Jo last Tak mugalon Ko Nahin Aane Diya bad Mein To Jaichand Ho Gaye Madhya Pradesh
अगर किसी का साथ आदमी नहीं मिलता है तो उसका साथ देने से कोई फ़ायदा नहीं होता है तो इसका मतलब वह गद्दार नहीं होता है
जय चंद्र राठोड़ और पृथ्वीराज चौहान दोनों खास मौसेरे भाई थे अर्थात मंडप से अपनी लड़की समान भतीजी से उठाकर ले जाकर शादी करली थी। जिससे खपा होकर किसी भी भारतीय राजा ने पृथ्वीराज चौहान की मदद नहीं की ।
Agar Prithviraj ko chhodkar aur bhi kin rajyon se gaddari Ki hai tu Gaddar the
संयोकता नाम की कोई लड़की नहीं थी जयचंद की सब झूठ है सिर्फ एक किताब में लिखा जो गलत है और मोहम्मद घोरी को मुईनुद्दीन चिस्ती ने भारत बुलाया था न की जयचंद ने
बिल्कुल सही, वह न होते तो मुस्लिम समुदाय न होता यहां😢
G bahut bahut sukriya ye sab dikhane or jankari dene ki
😅😅😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😅😅😅😅😊😅😊😊😊😊😊😊😊😊😊😅😅😅😮😮😅😢😮😢😢😢😮😅
प्रथ्विराज चौहान और जयचंद के जीवन काल का समय 100 साल का अंतराल है महाकाव्य को छोड़ कर अपना इतिहास किसी को नही मालूम
पृथ्वीराज रासो को महाकाव्य कहते हो राजपूतों की चप्लुसि करने वाली नाटिका महाकाव्य हो गयी??? मुर्ख हो क्या?? झुठी किताब का सफेद झूठ उजागर हो गया अब इसलिये पृथ्वीराज विजय पढ़ो अब कुकु FM पर भी उपलब्ध है. हिन्दी अनुवाद. भी उपलब्ध है जबकि पुस्तक संस्कृत मे है जो पृथ्वीराज के यूद्ध काल के बाद या उसी के आसपास लिखी गयी है. ये सच्चाई के करीब मानी जाती है. मुसलमान में अमीर खुसरो और हिंदू में चंद्रवरदाई जैसा चप्लुस पैसा खाकर कुछ भी लिखने वाला चु... तिया दूसरा पैदा नही हुआ.
बिलकुल भाई जी ऐसा हो सकता है
Raja jaychand ko koti koti naman