(1)अहले हदीस=अहले ख़बीस, (2)अहले हदीस=अपनी तबियत पसंद अमल, (3)अहले हदीस=अपनी सहुलियत पसंद शोर्ट कट शरीअत, (4) अहले हदीस=ईसाईयत ओर यहुदियत की तहज़ीब ओर मुशाबेहत, (5) अहले हदीस=आधुनिक लेटेस्ट ओर मोडर्न इस्लाम, अहले हदीस=सिर्फ 28 इख्तिलाफी हदीस ओर मस्अले पर ज़िद्द ओर सिद्दत के साथ बहस ओर अमल, (6) अहले हदीस=अपनी तबियत ओर सहुलियत पसंद कुर्आन की आधी आयत पर अमल ओर अपनी तबियत ओर सहुलियत के खिलाफ वाली आधी आयत ओर धी हदीस को छोड़ देना, (7) अहले हदीस=मंजिल पलीद की हिमायत कू साथ मुहब्बत ओर अहले बैत रदीयल्लाहु अन्हुम अजमईन से दुश्मनी, (8) अहले हदीस=रसुल सल्लल्लाहु अलयहे व सल्लम ओर सहाबा ए किराम रदीयल्लाहु अन्हुम अजमईन की खुल्लम खुल्ला जगजाहिर खुशी खुशी दिलों जान से शर्अन क़त्अन गुस्ताखियां, (9) अहले हदीस=हर जगह,हर वक्त ,हर हाल में खुले सर रहना खिलाफे सुन्नत अमल पर सिद्दत के साथ गर्व ओर फख्र। (10) अहले हदीस=सिर्फ जुबानी लफ्ज़ अहले हदीस, कुर्आन ओर हदीस की आड़ में इस्लाम के फराईज, सुन्नत ओर नफल आमाल की नो अहमियत,दरुद, जिक्र,दुआ वगैरह अहमियत से खाली,, (11)अहले हदीस=सन् ईस्वी 2024 -1800=0224 साल की कमोबेश उम्र ओर जन्म तारीख ।
ماشاءاللہ بہت خوب بارک اللہ فیکم
Mashaallah
Jazakallahu khaira Shaikh❤❤❤
Masha allah
JazakAllah Allah Shykh
Allah Rabbul Aalmeen shykhe mohtaram ke ilm, umr aur Iman me barkat ata kare. Aameen
Ameen Barak Allah fikum
پچکاری اعمال کا کمال تھا حضرت
पिचकारी अमाल का कमाल 😂😂😂
मैंने अपनी फेसबुक प्रोफाइल में 50-60 शिर्क बिदअत झूठ के किस्से फजाईल आमाल से डाले हैं फोटो लेकर किताब से अब मस्जिदों में पढानी बन्द कर दी है
Fazail e amaal mai joo app bolrahai hai o to nai hai
Fazaele aamal = fuzool aamal...
(1)अहले हदीस=अहले ख़बीस,
(2)अहले हदीस=अपनी तबियत पसंद अमल,
(3)अहले हदीस=अपनी सहुलियत पसंद शोर्ट कट शरीअत,
(4) अहले हदीस=ईसाईयत ओर यहुदियत की तहज़ीब ओर मुशाबेहत,
(5) अहले हदीस=आधुनिक लेटेस्ट ओर मोडर्न इस्लाम,
अहले हदीस=सिर्फ 28 इख्तिलाफी हदीस ओर मस्अले पर ज़िद्द ओर सिद्दत के साथ बहस ओर अमल,
(6) अहले हदीस=अपनी तबियत ओर सहुलियत पसंद कुर्आन की आधी आयत पर अमल ओर अपनी तबियत ओर सहुलियत के खिलाफ वाली आधी आयत ओर धी हदीस को छोड़ देना,
(7) अहले हदीस=मंजिल पलीद की हिमायत कू साथ मुहब्बत ओर अहले बैत रदीयल्लाहु अन्हुम अजमईन से दुश्मनी,
(8) अहले हदीस=रसुल सल्लल्लाहु अलयहे व सल्लम ओर सहाबा ए किराम रदीयल्लाहु अन्हुम अजमईन की खुल्लम खुल्ला जगजाहिर खुशी खुशी दिलों जान से शर्अन क़त्अन गुस्ताखियां,
(9) अहले हदीस=हर जगह,हर वक्त ,हर हाल में खुले सर रहना खिलाफे सुन्नत अमल पर सिद्दत के साथ गर्व ओर फख्र।
(10) अहले हदीस=सिर्फ जुबानी लफ्ज़ अहले हदीस, कुर्आन ओर हदीस की आड़ में इस्लाम के फराईज, सुन्नत ओर नफल आमाल की नो अहमियत,दरुद, जिक्र,दुआ वगैरह अहमियत से खाली,,
(11)अहले हदीस=सन् ईस्वी 2024 -1800=0224 साल की कमोबेश उम्र ओर जन्म तारीख ।
😂
kitna jhoot bol rahe hao aisa koi waqiya nahi hai Fazaile Amal mein
Aap jhuthe ho
You are telling wrong this is not in fazial amal first read then talk
😅😂😂😂😂😂
I hope youve read it full page to page 🎉🎉
Fozail amal bhale devandi ne nhi padha hoga
Magar har ahlehadees padhta hai tabhi malum hota hai kya likha hua hai
Masha Allah