आत्मा: नर या नारी ? ।। what's sex of the SOUL?
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- เผยแพร่เมื่อ 17 ก.ย. 2024
- आत्मा के तीन स्वरूप माने गए हैं- जीवात्मा, प्रेतात्मा और सूक्ष्मात्मा। जो भौतिक शरीर में वास करती है उसे जीवात्मा कहते हैं। जब इस जीवात्मा का वासना और कामनामय शरीर में निवास होता है तब उसे प्रेतात्मा कहते हैं। यह आत्मा जब सूक्ष्मतम शरीर में प्रवेश करता है, उस उसे सूक्ष्मात्मा कहते हैं।
आत्मा का कोई लिन्ग नहीं बताया है, वेद, पुराणों में। यह स्त्री, पुरुष, नपुंसक शरीर धारण करता है।
आत्मा की लिंग क्या है? ।। what's sex of the SOUL? #yogatantra #आत्मा_नर_है_या_नारी? #nature of soul
बहुत ही सुन्दर 🙏🙏🌺🌺
बहुत ही सुन्दर व्याख्यान 🙏🏻
अच्छी समझ
धन्यवाद
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आत्मा ( पवार)
फोर्स।।
जो चलती दिखे उसे नाम देते स्त्री ( फोर्स).
यहीं फोर्स जब शांत रहें तो उसे ही पुरुष नाम दिया।।
❤
स्त्री सब कुछ ऐसी लिए कहा जो सब कुछ हैं वहीं पुरुष शान्त अवस्था।।
❤
जब तक ब्रह्म ( कन्फ्यूजन) बना रहें जीवन में वह पुनरावरती मैं।।
वह स्त्री भाव मैं जी रहा।।
जो समझ लेता स्त्री को वह अपनी स्त्री को शांत कर स्थिर हों जाता।।
पर ये भी मुक्ति नहीं।।
❤
मुक्ति तो दोनो भाव एक साथ वाला।।
चले ओर ना चले एक समान वही मुक्ति युक्त पद।।
❤❤❤❤
मुक्ति पद के लिए स्त्री ओर पुरुष का ब्रह्म
कन्फ्यूजन वह दूर करे।।
फिर पास।।
की कोई अंतर ही नहीं होते हुए भी।।
❤
हा और ना 🎉
सत हैं असत भी 🎉
बस इतना कहें सिंबल मात्र।।
समझने के लिए एकाग्रता एक मात्र।।
एक पद तक पहुंचे।।
🎉
Kbhi kehte, aatma nar h y nari kbhi kehte parmatma nar h y nari, ye kya ho reha hai
दर्शन शास्त्र है