सोहम साधना की पूर्ण विधि। KEY 🗝️ TO UNLOCK SELF #
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- เผยแพร่เมื่อ 29 ก.ย. 2024
- सोऽहम् साधना' को 'अजपा जाप' अथवा प्राण गायत्री भी कहा गया है। मान्यता है कि श्वांस के शरीर में प्रवेश करते समय 'स' जैसी, सांस रुकने के तनिक से विराम समय में 'so'' जैसी-और बाहर निकलते समय ''हं'' जैसी अत्यन्त सूक्ष्म ध्वनि होती रहती है।
सोहम साधना की पूर्ण विधि। KEY 🗝️ TO UNLOCK SELF #@Yogatantra2010 #whoami #मैंकौनहूं #soham #dhyan
सोहंम जो वह हैं . वही मैं हुं.
@@nanaware2841 thank you
सदगुरुदेव श्री रामलाल जी सियाग जी 🙏🙏 द्वारा दिये संजीवनी मंत्र (राधा -कृष्ण जी का जाप मन ही मन) द्वारा कुंडलिनी शक्ति जागृत हो जाती हैं और योगिक क्रियाये करवाती हैं और साधक का शरीर और मन स्वस्थ होनें लगता हैं.🙏 मंत्र यू ट्यूब पर उपलवद्ध हैं 🙏
@@vishambardutt2487 very good
Jai gurudev pl first comment ka reaply dejiye
फिर पूछिए
Jay shree gurudev maharaj
@@vegadvaibhavmukeshbhai4229 thanks
😍😍🕉️🕉️🚩🚩👏👏
@@Laxmansen1777 thanx
सत्य गुरु जी जैसे राम राम 24 घंटे जपते हैं क्या उसी प्रकार सोंहम शब्द को भी रात दिन जपते रहना चाहिए अवगत करो
Improve awareness in each breath
Jai ho Bala ji ki Jai ho
@@balaahujabhakti1814 thank you
भाई यह अधूरा गया है, और इस मंत्र को कोई अधिकारी संत देगा तभी लाभ होगा।
और यह तो एक मंत्र हैं सच्चे संत के पास इसका जोड़ा है यह मंत्र जोड़े के साथ जपना होता था।
इस मंत्र का जोड़ा मंत्र सिर्फ संत रामपाल जी महाराज जी के ही पास ही ज्ञान समझकर नाम दीक्षा लेकर भक्ति करनी चाहिए उनसे, वरना यह तो अधूरा ज्ञान, जानलेवा है
@@PradeepKumar-jh1ir Yes, thank you
ॐ हरि तत् सत् शिवोहम सोहम कृपया कर इसका मतलब बतलाइए ।
मैं वही हुं ।
ॐ तत् सत् सांकेतिक मंत्र हैं, जिसका भेद कोई अधिकारी संत बता सकता है।
ॐ तत् सत् मंत्र नही जपना है यह तो सांकेतिक मंत्र हैं, असली मंत्र संत रामपाल जी महाराज जी के पास है।
उनके सत्संग सुन और समझकर, नाम दीक्षा लेने से लाभ होगा।
@@Yogatantra2010 ॐ तत् सत्, गीता में लिखा है की यह सांकेतिक मंत्र हैं जपना नहीं है इसे और ॐ ब्रह्म, तत्, परब्रह्म, और सत् परम अक्षर ब्रह्म का मंत्र हैं और यह तीन बार में दिया जाता है।
और इस मंत्र को कोई अधिकारी संत ही दे सकता है तभी लाभ होगा वरना, बताने वाले और सुनने वालों नुकसान होगा लाभ नहीं, और पाप के भागी बनेंगे दोनो।
वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी ही अधिकारी संत हैं, उनका सत्संग सुनो ज्ञान समझो और उसके बाद नाम उपदेश लेकर अपना और अपने पूरे परिवार का कल्याण करवाओ।
किसी को अधूरा ज्ञान मत वरना पाप लगेगा और नरक मिलेगा
Jai gurudev pl first comment ka reaply dejiye
क्या comment था
🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹
बहोत खूब विश्लेषण
Thank you
Bahut acchi he.pranam 🎉🎉🎉🎉
@@Hydra--sg thank you
Pranam
🙏
पुस्तक पढ़ के बता रहे हे
वही ज्ञान है।
Jssnd
@@bandananeupanae5518 thank you