अंग्रेजों के जमाने की अंतिम ट्रेन जब गुजरती है जंगल के रास्ते! old train of India.
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- เผยแพร่เมื่อ 30 ก.ย. 2024
- अंग्रेजों के जमाने की अंतिम ट्रेन जब गुजरती है जंगल के रास्ते!
old train of India. हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए यह ट्रेन केवल वीडियो और चित्रों में ही दिखेगी।
शायद ऐसी ट्रेनों का वीडियो बनाने वाला मैं अंतिम स्वतंत्र पत्रकारों की कड़ी का एक पक्ष हो सकता हूं।
उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद से मैलानी को जाने वाली छोटी लाइन की ट्रेन संख्या 52 260
कुल 16 स्टेशनों की दूरी 8 घंटे में तय करती है यह दूरी 206 किलोमीटर की है।
मीटर गेज की रेल पटरियों पर चलने वाली यह ट्रेन देखने में काफी खूबसूरत है।
अंग्रेजों के जमाने में छोटी लाइन की इस रेलवे ट्रैक का निर्माण किया गया था
सैकड़ों वर्ष पूर्व।
वैसे देश में पहली बार ट्रेन का संचालन मुंबई से ठाणे के बीच 16 अप्रैल 18 53 को हुआ था।
मैलानी से बहराइच और बहराइच से मैलानी के बीच एक जोड़ी ट्रेनें चलती हैं।
जंगल का रास्ता होने तथा जंगली जानवरों को ट्रेन की वजह से परेशान होने तथा कुछेक के दुर्घटना का शिकार होने के कारण सर्वोच्च न्यायालय ने इस रूट की ट्रेनों का संचालन रोक दिया था।
बाद में कुछ शर्तों के आधार पर ट्रेन चलना शुरू हुई।
यहां अभी भी टोकन सिस्टम है तथा पुराना सिग्नल। प्लेटफार्म काफी नीचे है।
अंग्रेजों के जमाने में ही यहां कुछ पाकड़ और अन्य वृक्ष लगे थे जो काफी विशालकाय हैं।
यहां पक्षियों का कलरव आपको हमेशा सुनने के लिए मिलेगा।
वीडियो लंबा होने के कारण इसका एक भाग अलग से दिखाया जाएगा।
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