सच्चे देश प्रेमी और नास्तिक भगत सिंह को मेरा शत शत नमन। इन्होन धार्मिक पंखड़ो से दूर एक नास्तिक जीवन का संदेश दिया | हमारा प्यारा भारत प्राचीन समय में नास्तिक भारत रहा। उसको बुद्ध का देश कहा जाता था। पर समय के साथ यहां पर धार्मिक पाखंडियों ने जड़े जमा ली और लोगो को जाति और धरम में फसा कर रख दिया। और आज हमसे हमारा वास्तविक इतिहास छुपाया जा रहा है। अपना सच्चा इतिहास बताने के लिए आपको बहुत धन्यवाद ❤❤
कलजायी और सत्य है चार्वाक दर्शन, वास्तव में यदि हम गंभीरता और अपने अंतर में उतर कर अध्ययन करें तो हम सभी चार्वाक दर्शन जीवन ही जीते हैं, हमनें दिखवा, ढोंग, परंपरा, मुक्ति के नामपर अपने को ही दोहरे चरित्र में डाल लिया है, और शिक्षित होते हुए भी अशिक्षा का चादर ओढ़ लिया है. बेहतरीन विडियो ज्ञान, आपका धन्यवाद 👍🙏
सर आज कल बहुत से खुद को कट्टरवादी हिंदू बताने वाले और ब्राह्मण जाति के लोग Facebook WhatsApp के माध्यम से झूठ फैला रहे है की शाक्यमुनी बुध अलग है और गौतम बुध दोनो अलग अलग जाति के व्यक्ति थे अलग अलग टाइम के और कहते है की गौतम बुध विष्णु के 9वे अवतार है और शक्यमुनि बुध नास्तिक है विदेशी हैं।
सर नमस्कार, मेरी जानकारी के अनुसार सही पंक्तियां इस प्रकार हैं... यावत जीवेत सुखं जीवेत, नास्ति मृत्योर अगोचर: । भस्मी भूतस्य देहस्य, पुनरागमनं कुत: ।। जब तक जिए सुख पूर्वक जिए, कोई भी मृत्यु से नहीं बच सकता, यह क्षणभंगुर शरीर नष्ट हो जाएगा, संसार में पुनरागमन नहीं होता ।
सर में आप से एक बहुत महत्वपूर्ण प्रश्न पूछना चाहता हु भारत में सभी जाति का उल्लेख मिलता है और इतिहास भी परंतु चमार जाति का न ही उल्लेख मिलता है न ही इतिहास मेरा आप से निवेदन है को आप इससे विषय पर एक वीडियो जरूर बनाए धन्यवाद
अजीत केशकंबली महाराष्ट्र में पैदा हुए थे । उनके अनुयायी महाराष्ट्र कर्नाटक में रहते हैं और कांबले /कांबळे कहलाते है । म्रतक को ये लोग कंबल में ले जाया करते थे । आज भी महाराष्ट्र कि अनूसूचित जाती का लगभग आधा हिस्सा इनका है ।
सर जी ,एक video बनाइए जिस में " राजा बिम्बसार से हर्षवर्धन तक,सभी राजाओं का नाम क्रमशः हो और ई.सन हो,केवल दो दो पंक्ति में परिचय के साथ । इसी में दर्शाते जांय कि कौन कौन बाहरी थे ।लेकिन क्रम नहीं टूटे ।❤❤❤
आपने सही कहा है जीस समय चारबाग ग्रंथ की रचना हुई उसे समय वास्तु विनिमय युग रहा होगा उधर लेने की कोई व्यवस्था नहीं थी जैसी कोई व्यवस्था नहीं थी इस ग्रंथ के महत्वपूर्ण तथ्यों को छोटा करने के लिए इस प्रकार की बात की गई है
सर आपसे अनुरोध है कि सनातन धर्म में जो कुरीतियां बताई गई है जैसे घोड़े का लिंग लेना, सतीप्रथा,यज्ञ में बलि देना,मांस का भक्षण, गाय की बलि आदि। इसका उल्लेख प्रमाण सहित किसी वीडियो में करिए। मेरे जैसे अंधभक्तो पर दया होगी 🙏🙏🙏🙏🙏
Namste guruji,Meri jigyasa Buddh ke Darshan par hai. Gautam Buddh ka aatma ,parmatma, punarjanm,Bhagya,karmphal aur manushya yoni me janm ka vastavik uddeshya par kya tark tha
Hello sir hamare maharshtra me Dr. A.H. Salunke sir hai unhone bohoth he vistar me lokayat darshan par kitab likhi hai ashtikshiromani charvak. Agar vaqth raha toh jaroor padyega. Thank you.
Sir Samkhya Aur Yog Darshan asal mein Sraman Tradition ko belong kerti hai but bhartiye itihaskar use vedic Darshan batate hai. Ushi prakar Vedant ke principles Sunyata athwa Sunyavadi Buddhism se copied lagti hai. Pls answer kar 🙏 aur Nayay aur Mimansa darshan ke upar bhi video banay.
चरबाक का ज़िक्र महाभारत में भी हैं लेकिन इसका जानकारी पूरा उपलब्ध नहीं हैं कहा जाता हैं वेरहस्पति ने अशुरो को बहकाने के लिए चारबाक दर्शन बनाया था आज नालंदा विश्वविद्यालय होता तो पूरा इतिहास मिल जाता 😅
Sir aap please, Lalita Sahasranama ke upar ek video, banaye, lalita kaun hai? Aur lalita sahasranama me kurukulla ka naam kyun aaya? Please clarify kare
Breehaspati shabd kya us samay likha ja sakta tha àapne bataya h ki ri ki dhwani isa ke aas pas ya bad me aayi huyi dhwani hai....kreepya clear kijiye... dhanyawad
Sir aap bta rhe the ki hindu dhrm shaman parampara ke bad ka dhrm hai,,, toh charvaka darshan me enki alochna kaise ki gyi,,,, jabki Hindu dhrm tha hi nhi us samay,,,,,,... kyaa yeh hinduon ne apne ko prachin shabit krne ke liye,,, charvaka darshan ne bhut bate mila di hai,,,,, kripya jwab jarur dekhiyega,,, thanks 🙏
चाणक्य को उन्नीस सौ पन्द्रह ईस्वी के बाद कागज में पैदा किया गया है। क्योंकि उन्नीस सौ पन्द्रह में जेम्स प्रिंसेप द्वारा धम्म लिपि पढ़ने के बाद सम्राट अशोक के बारे में पता लगा था।
चार्वाक और बुद्ध दर्शन में क्या अंतर है। चार्वाक का अंतीम समय कब है , कोनसी सदी में खत्म हुवा। भारत मे surname लगाने की परंपरा कीतनी पुरानी है,। कांबली surname सीर्प schedule caste मे ही क्यु पाया जाता है। काबले surname छोड के सभी surname मराठा और महार जाती मे same है। पर सीर्प कांबले surname ही महार और मांग जाती तक सीमीत है।
sir charvak darshan vastavikta main kabhi tha iske proof kya hain ye toh bs wo info hai jo baki granthon main likhi hai ye info ye sidh? mera khne ka mtlb hai ki ye jankiriyan ye sidh krne ke liye kafi nahi ki ye darshan kabhi rha hoga for example ho saakta hai ye bodh ya jaino ka hi koi sub brach ho ? jaise sarvastwaad bodhon main tha.... ya ye shaman sanskriti ka hi hissa the ? esa tha toh kha ja sakta hai ki ye log rhe honge pr hum samya main jitna peeche jate hain jain or charvakon ka astitv km hota jata hai or bs dhamm hi dikhayi padta hai ...ek baat or charvakon ka kabhi bodh or jaino se debate hua ? maine esa nahi suan kiya teeno ne apas main kabhi debate kri ispr kuch batiye or agar debate nahi kri toh kya iska arth ye nahi ki jain bodh or charvak teeno ka root ek hai ?
चार्वाक दर्शन। इसके बारे मे ज्यादातर सुना यही था की। पूरा नास्तिक दर्शन है। अब आप ने जो जानकारी दी है।पूरी मेल खाती है। यह जिसने भी लिखा था। प्रकृति के नियम अनुसार ही था। मनुष्य ने और जनजीवन प्राणी से अलग खुद को विकसित कर लिया तभी से उसने धर्म और पाखंड को भी जीवन मे भर लिया। इससे उन भाड को फ़ायदा बहुत हुआ। और समाज पर पकड़ भी बनी और क्या चाहिए। दोनो हाथो मे लड्डू। चार्वाक तो इनका रोडां था सो मिटा दिया। सही मायने मे चार्वाक सच्चाई को ही सार्थक करता था। और सच से सभी भागते है। दिमाग से भले आप चार्वाक हो जाये। मगर समाज से बच नही पायेंगे। 😮
सच्चे देश प्रेमी और नास्तिक भगत सिंह को मेरा शत शत नमन। इन्होन धार्मिक पंखड़ो से दूर एक नास्तिक जीवन का संदेश दिया | हमारा प्यारा भारत प्राचीन समय में नास्तिक भारत रहा। उसको बुद्ध का देश कहा जाता था। पर समय के साथ यहां पर धार्मिक पाखंडियों ने जड़े जमा ली और लोगो को जाति और धरम में फसा कर रख दिया। और आज हमसे हमारा वास्तविक इतिहास छुपाया जा रहा है। अपना सच्चा इतिहास बताने के लिए आपको बहुत धन्यवाद ❤❤
कलजायी और सत्य है चार्वाक दर्शन, वास्तव में यदि हम गंभीरता और अपने अंतर में उतर कर अध्ययन करें तो हम सभी चार्वाक दर्शन जीवन ही जीते हैं, हमनें दिखवा, ढोंग, परंपरा, मुक्ति के नामपर अपने को ही दोहरे चरित्र में डाल लिया है, और शिक्षित होते हुए भी अशिक्षा का चादर ओढ़ लिया है. बेहतरीन विडियो ज्ञान, आपका धन्यवाद 👍🙏
समाज को जागरुक और सही दिशा में आगे बढ़ाने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद। जय भीम जोहार शानदार 🙏🙏🙏
बहुत तगड़ा जानकारी है,सर जी!
हर फिक्र को धुंए में उड़ाता चला गया।(इस वाक्य को मानकर चलता हूं, पर मैं स्मोकिंग नहीं करता है)
चार्वाक दर्शन पर बहुत ही सही और सराहनीय विश्लेषण।
सर आज कल बहुत से खुद को कट्टरवादी हिंदू बताने वाले और ब्राह्मण जाति के लोग Facebook WhatsApp के माध्यम से झूठ फैला रहे है की शाक्यमुनी बुध अलग है और गौतम बुध दोनो अलग अलग जाति के व्यक्ति थे अलग अलग टाइम के और कहते है की गौतम बुध विष्णु के 9वे अवतार है और शक्यमुनि बुध नास्तिक है विदेशी हैं।
सर जो जानकारी कही भी नहीं मिलती इसी अद्भुत जानकारी आपके माध्यम से मिल रही है। आपका कार्य बहुत ही सराहनीय है। नमस्कार ।
बहुत अच्छी और विस्तृत जानकारी दी है, बहुत बहुत साधुवाद
भदंत प्रज्ञाशील महाथेरो
धन्यवाद सर् आप और आपका परिवार हमेशा खुश रहे...ताकि आप हमें ऐसे ही जानकारी देते रहे।
बोहोत ही महत्वपूर्ण जानकारी थी धन्यवाद सर चाव॔क दर्शन के बारे मे और भी जानकारी जानना चाहते है सर
नमस्कार !
Hamara Atit Sir !
हमारा ग्यान वर्धन के लिए ह्रदय से आभारी हूँ,
अपने परिवार के साथ!🙏🇮🇳😊💐
Beautiful and Scientific Philosophy
ये तो बौध्द धम्मके फौंडेशन लग रहा है।बहुत वास्तविक भी लगा।और सर,वेदोंका उल्लेख कैसा आया ये समजमे नही आया!
Bohot achhi information di thanks great salute apake tudy ko ❤ jaybhim namo namo ❤❤💙💙❤️👍♥️🙏
सर नमस्कार,
मेरी जानकारी के अनुसार सही पंक्तियां इस प्रकार हैं...
यावत जीवेत सुखं जीवेत, नास्ति मृत्योर अगोचर: ।
भस्मी भूतस्य देहस्य, पुनरागमनं कुत: ।।
जब तक जिए सुख पूर्वक जिए, कोई भी मृत्यु से नहीं बच सकता, यह क्षणभंगुर शरीर नष्ट हो जाएगा, संसार में पुनरागमन नहीं होता ।
सर में आप से एक बहुत महत्वपूर्ण प्रश्न पूछना चाहता हु भारत में सभी जाति का उल्लेख मिलता है और इतिहास भी परंतु चमार जाति का न ही उल्लेख मिलता है न ही इतिहास मेरा आप से निवेदन है को आप इससे विषय पर एक वीडियो जरूर बनाए धन्यवाद
Chamar jati nahi hai Bhai woh kaam karne wale shreni hai
आपसे एक अनुरोध है, हिंदुओ के ग्रंथ की जगह ब्राह्मण ग्रंथ शब्द का प्रायोद करना ही उचित रहेगा!
अजीत केशकंबली महाराष्ट्र में पैदा हुए थे । उनके अनुयायी महाराष्ट्र कर्नाटक में रहते हैं और कांबले /कांबळे कहलाते है । म्रतक को ये लोग कंबल में ले जाया करते थे । आज भी महाराष्ट्र कि अनूसूचित जाती का लगभग आधा हिस्सा इनका है ।
We are waiting for long video about charvaak darshan.. very nice information..
चार्वाक दर्शन ही उत्तम और श्रेष्ठ है
आदिवासी ही वर्तमान चार्वाक दर्शन है
चाणक्य काल्पनिक नाम है।
किसी तथ्य का सही और निश्चिंत समय का अनिश्चय ही सबसे बडा संदेहजनक होता है।
धन्यवाद सर,
चार्वाक दर्शन को समझाने के लिए।
Well Explained.
Thoda khul ke Iran ki history bhi bta dijiye 😅 aur jaatiyon ka itihas bhi.
चार्वाक दर्शन के पूरा जानकारी दें। अच्छा है
सर जी ,एक video बनाइए जिस में " राजा बिम्बसार से हर्षवर्धन तक,सभी राजाओं का नाम क्रमशः हो और ई.सन हो,केवल दो दो पंक्ति में परिचय के साथ । इसी में दर्शाते जांय कि कौन कौन बाहरी थे ।लेकिन क्रम नहीं टूटे ।❤❤❤
Thankyou for uploading daily ❤️✨🌸
आपने सही कहा है जीस समय चारबाग ग्रंथ की रचना हुई उसे समय वास्तु विनिमय युग रहा होगा उधर लेने की कोई व्यवस्था नहीं थी जैसी कोई व्यवस्था नहीं थी
इस ग्रंथ के महत्वपूर्ण तथ्यों को छोटा करने के लिए इस प्रकार की बात की गई है
सर आपसे अनुरोध है कि सनातन धर्म में जो कुरीतियां बताई गई है जैसे घोड़े का लिंग लेना, सतीप्रथा,यज्ञ में बलि देना,मांस का भक्षण, गाय की बलि आदि। इसका उल्लेख प्रमाण सहित किसी वीडियो में करिए। मेरे जैसे अंधभक्तो पर दया होगी 🙏🙏🙏🙏🙏
सर स्वास्तिक का क्या कोई प्राचीन नाम है? और उसका अर्थ क्या होता था, क्या हड़प्पा लोग किस अर्थ में प्रयोग करते थे?
Thank you sir 🙏
So much good thoughts about environment and education thanks you virendra
आप मेरा भ्रम दूर करते हैं तथा ज्ञान वर्धन भी करते हैं 🙏🙏🙏🙏
Good to know your thoughts about students welfare and youth's
Thank you so much for explaining this..
Sir please charvak dharshan ki book ka link dijiye please and full details video charvak dharshan please
So much good thoughts about environment and education thanks you
Keral ka ayyappa buddhist monk hai kya? Please reply or do the video on it
एक तथ्य -- जीवन से दुख को निकाल कर सुख का आनंद लेना चाहिए --- सुनने मे आसान किन्तु क्रिया मे उतना आसान नहीं |
आप कुछ कहना चाहेंगे इस विषय पर ?
Charvak philosophy is a base of truth of life we should maintain the laws of nature thanks 🎉🎉
धन्यवाद सरजी आपका विडियो देखकर ही हमे लगा की हम शिक्षित है।
Sir esi tarah achhi achhi jankari
Dete rahe 🙏🙏
सर आप बहुत अच्छा काम कर रहे है महाराष्ट्र संत तुकाराम उनके विचार भी ऐसे ही है
आदिवासियों के धर्म के बारे मे और क्रिस्चियन धर्म के बारे मे भी वीडियो बनाये 🙏🙏
सर् यहाँ पर वृहस्पति का चरित्र देख कर लग रहा है की वो समन परम्परा के है। सर क्या ये सच है?
बहुत ही उत्कृष्ट जानकारी
आपका हार्दिक साधुवाद
Namste guruji,Meri jigyasa Buddh ke Darshan par hai.
Gautam Buddh ka aatma ,parmatma, punarjanm,Bhagya,karmphal aur manushya yoni me janm ka vastavik uddeshya par kya tark tha
आपने बहुत कुछ कम समय मे सीख दिया है आपके बोलने का ढंग निराला है पूरा समज मे आता है
Good to know your thoughts about students welfare and youth's welfare sir we should follow your thoughts thanks
गुरुदेव को 🙏🙏🙏 और बहुत बहुत साधुवाद 🙏🙏🙏
Great sir 👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
ना धर्म बुरा ना कर्म बुरा ना गंगा बुरी ना जल बुरा ना चार्वाक बुरा 🎉🎉🎉हमें हंस की तरह बनना चाहिए🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Good to know your thoughts about students welfare and youth's organizations thanks
Hello sir hamare maharshtra me Dr. A.H. Salunke sir hai unhone bohoth he vistar me lokayat darshan par kitab likhi hai ashtikshiromani charvak. Agar vaqth raha toh jaroor padyega. Thank you.
Beautiful
Aap ko bahut bahut sukriya hame charvak darshan ke bare me batane ke liye
जानकारी देते के लिए बहुत बहुत धन्यवाद सर
Good to know your thoughts about students
बौद्ध दर्शन vs चार्वाक दर्शन
क्या इनमे डिबेट हुआ था..?
Sir Samkhya Aur Yog Darshan asal mein Sraman Tradition ko belong kerti hai but bhartiye itihaskar use vedic Darshan batate hai. Ushi prakar Vedant ke principles Sunyata athwa Sunyavadi Buddhism se copied lagti hai. Pls answer kar 🙏 aur Nayay aur Mimansa darshan ke upar bhi video banay.
19:50 पर दूसरी पंक्ति को पाली में लिखा नहीं जा सकता है, सर आप तो पाली जानते है, कृपया संज्ञान ले
Sir, Madhavacharya ka janam 13th century me huwa tha. Toh fir woh Charvak Darshan ke bare me kaise bata sakte hai, jo darshan 600bc me tha.
very nice and very informative video❤❤
Yes We want part 2
चरबाक का ज़िक्र महाभारत में भी हैं लेकिन इसका जानकारी पूरा उपलब्ध नहीं हैं कहा जाता हैं वेरहस्पति ने अशुरो को बहकाने के लिए चारबाक दर्शन बनाया था आज नालंदा विश्वविद्यालय होता तो पूरा इतिहास मिल जाता 😅
Sir aap please, Lalita Sahasranama ke upar ek video, banaye, lalita kaun hai? Aur lalita sahasranama me kurukulla ka naam kyun aaya? Please clarify kare
Thank you so much sir 🙏🙏🙏🙏🙏 for good knowledge.
दुनिया के सभी लोग को चार्वाक दर्शन को जानना और समझ कर अपनाना चाहिए।
Breehaspati shabd kya us samay likha ja sakta tha àapne bataya h ki ri ki dhwani isa ke aas pas ya bad me aayi huyi dhwani hai....kreepya clear kijiye... dhanyawad
Good to know your thoughts about students welfare and youth's welfare sir thanks virendra
माधवाचार्य की पूस्तक हिन्दी संस्करण कैसे मिलेगा मैं खरीदना चाहता हूँ।
Sir nirakar iswar ki puja perachin kal Mai kis perkar hoti thi or Bharat Mai iswar puja ki suruat kese hua
चार्वाक बुद्ध से पहले थे या बुध्द के समकालीन? बुद्ध के समय कोई वैदिक संस्कृती थी ऐसा लगता नहीं तो चार्वाक कब होकर गये?
बहुत अच्छी जानकारी 🙏
Tq so much sir ji 🙏🙏
Sir aap bta rhe the ki hindu dhrm shaman parampara ke bad ka dhrm hai,,, toh charvaka darshan me enki alochna kaise ki gyi,,,, jabki Hindu dhrm tha hi nhi us samay,,,,,,... kyaa yeh hinduon ne apne ko prachin shabit krne ke liye,,, charvaka darshan ne bhut bate mila di hai,,,,, kripya jwab jarur dekhiyega,,, thanks 🙏
चाणक्य को उन्नीस सौ पन्द्रह ईस्वी के बाद कागज में पैदा किया गया है। क्योंकि उन्नीस सौ पन्द्रह में जेम्स प्रिंसेप द्वारा धम्म लिपि पढ़ने के बाद सम्राट अशोक के बारे में पता लगा था।
नमन।
Well explained Sir!!!
Namaskar sirji!🙏 Kya buddhism me reincarnation nahi he agar nahi he toh why Tibetan and Sikkim Lamas always been reincarnated? Please reply🙏🙏🙏
Sar aapka bahut bahut dhanyavad nai nai jankariyan dene ke liye Jay Bheem namo namo buddhaya
Sir Chanakya, Kautilya aur Vishnugupt kya ek hi hai ya alag alag, Kripya prakash daliye Thanks❤❤❤❤
चार्वाक और बुद्ध दर्शन में क्या अंतर है। चार्वाक का अंतीम समय कब है , कोनसी सदी में खत्म हुवा।
भारत मे surname लगाने की परंपरा कीतनी पुरानी है,।
कांबली surname सीर्प schedule caste मे ही क्यु पाया जाता है। काबले surname छोड के सभी surname मराठा और महार जाती मे same है। पर सीर्प कांबले surname ही महार और मांग जाती तक सीमीत है।
sir charvak darshan vastavikta main kabhi tha iske proof kya hain ye toh bs wo info hai jo baki granthon main likhi hai ye info ye sidh? mera khne ka mtlb hai ki ye jankiriyan ye sidh krne ke liye kafi nahi ki ye darshan kabhi rha hoga for example ho saakta hai ye bodh ya jaino ka hi koi sub brach ho ? jaise sarvastwaad bodhon main tha.... ya ye shaman sanskriti ka hi hissa the ? esa tha toh kha ja sakta hai ki ye log rhe honge pr hum samya main jitna peeche jate hain jain or charvakon ka astitv km hota jata hai or bs dhamm hi dikhayi padta hai ...ek baat or charvakon ka kabhi bodh or jaino se debate hua ? maine esa nahi suan kiya teeno ne apas main kabhi debate kri ispr kuch batiye or agar debate nahi kri toh kya iska arth ye nahi ki jain bodh or charvak teeno ka root ek hai ?
चार्वाक दर्शन। इसके बारे मे ज्यादातर सुना यही था की। पूरा नास्तिक दर्शन है।
अब आप ने जो जानकारी दी है।पूरी मेल खाती है। यह जिसने भी लिखा था।
प्रकृति के नियम अनुसार ही था। मनुष्य ने और जनजीवन प्राणी से अलग खुद को
विकसित कर लिया तभी से उसने धर्म और पाखंड को भी जीवन मे भर लिया।
इससे उन भाड को फ़ायदा बहुत हुआ।
और समाज पर पकड़ भी बनी और क्या
चाहिए। दोनो हाथो मे लड्डू। चार्वाक तो
इनका रोडां था सो मिटा दिया। सही मायने मे चार्वाक सच्चाई को ही सार्थक
करता था। और सच से सभी भागते है।
दिमाग से भले आप चार्वाक हो जाये।
मगर समाज से बच नही पायेंगे। 😮
Thank you
Charvak philosophy is the scientific research and educational design projects
What is your take on Buddha pic in Rama statue installed recently at Ram Mandir Ayodhya.
सर चार्वाक दर्शन का पौराणिक ग्रन्थ कौनसा है और ये कहा मिलेगा कर्पया बताए
Fantastic
Thanks a lot for such a knowledgeable video.
अरे बाबा ये तो सबके सब गरबर है रे बाबा, और जल्द से जल्द उपलोड करे
आप से ही सुना है कि ब्राह्मण का ईसा पूर्व के साहित्य में कोई उल्लेख नहीं मिलता।
Jaldi vidio banaey sar ..❤❤❤
Wow 😮, thanks
Sir charvak philosophy is the truth of life we should maintain the laws of nature thanks
Sir buddhist philosophy par video kab bana rahe ho
सर हमारे देश मे छुआ-छूत की शुरुआत कब और कैसे हुआ,या फिर ये भी सब ब्राह्मणों की देन है..कृपया बताए
Sir charvak par aur video banaiye aur sarvadarshan sangraha book par bhi banaiye
बहुत अच्छा विश्लेषण l 🙏